पूजिअ विप्र शील गुन हीना | सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना ||क्या है तुलसीदास जी के चौपाई का सही अर्थ ?

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  • Опубліковано 14 січ 2025

КОМЕНТАРІ • 197

  • @nirupama1708
    @nirupama1708 2 роки тому +18

    आपने अच्छे से समझाने का प्रयास किया लेकिन ये रहस्यार्थ शूद्र और रत्री से सम्बन्धित चौपाइयों पर ही क्यों लागू करते है।

    • @RakeshKumar-zn9gc
      @RakeshKumar-zn9gc 2 роки тому +3

      सही कहा आपने।।
      गीता में लिखा है, भगवान ही सिर्फ त्रिगुणों से परे है, फिर ब्राह्मण कैसे हो सकता है।।
      तुलसीदास जी , स्त्रियों वा सुद्रों पर ही क्यों लिखते हैं

    • @SalmanKhan-dq4bu
      @SalmanKhan-dq4bu 2 роки тому

      Madam bahut sahi Baat

    • @jittojaiman
      @jittojaiman Рік тому +10

      माता जी अन्य भी चौपाइयों में है पर ध्यान उधर ही आकर्षित होता हैं जिधर शोर होता हैं । जय सियाराम 🙏🚩

    • @anupam4338
      @anupam4338 Рік тому +2

      Bahan ji aur bhi chaupai hain lekin kya hai koi chaupai ko log jyada hi prem de dete hain tab lagata hai ki use defend kiya ja raha hai par uska vastavik arth bhi wahi hai isliye
      Sidha pustak uthayen aur padhna start kare uske niche hindi anuwad diya hota hai
      Jai shree ram 🚩🚩🚩🙏

    • @anupam4338
      @anupam4338 Рік тому

      @@SalmanKhan-dq4bu aap yahan kya kar rahe hain bandhu
      Aap kafir wajib ul katal hai
      Halala se talak shuda auraten pak ho jati hain
      Alla ke creation par vishwas nahi tha isaliye ek vishesh pahchan dene ke liye khatna karwana
      Paigambar Mohammad ka 56vs 9 wala prasang ho
      In sab par safai pesh kare
      Yaha aap kya kar rahe hain
      Waise mana nahi hai aap bhi samjhana chahe to jarur samjhe aur palan bhi kare
      Kabhi aapke purwaj bhi to isi dharm se the n

  • @Krishnabhakti246
    @Krishnabhakti246 9 місяців тому +2

    हे साधु हे महात्मा जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद है आपने संस्कृत शब्द श्लोक का सही सही अर्थ बताया है इस समाज को समझना चाहिए शुद्ध किसे कहते हैं ब्राह्मण किसे कहते हैं क्षत्रिय किसे कहते हैं वैश्य कौन है जो इंसान जो कार्य करता है उसके हिसाब से उसका वर्ण बनता है संत समाज की जय श्री राम जय श्री कृष्णा🙏🙏🙏💥💯👍

  • @krishnaprajapati3189
    @krishnaprajapati3189 3 місяці тому

    आज मैं इस चौपाई का स्पष्ट विश्लेषण सुना और आज जा कर संतुष्टि हुई सही व्याख्यान सुनकर,।जय हो गुरु जी 🙏 लोग जिस चौपाई को समझ नही पाते उसी को ज्यादा महत्व देते है और जो पूरा रामचरित मानस सही से पढ़ा है जिसको संस्कृत का ज्ञान है वही समझ सकता है

  • @siddharth.5895
    @siddharth.5895 Рік тому +4

    बाबाजी महाराज सब पोल खुल गई है लेकिन आप सभी हार मानने को तैयार नहीं है इतना ज्ञान लेकर हमें सतयुग में मत भेजें,रहम करो बाबा।

  • @sonuupadhyay6074
    @sonuupadhyay6074 2 роки тому +6

    जय हो गुरुजी आपकी इतनी सरल ब्यख्या आपकी जय हो

  • @sonuupadhyay6074
    @sonuupadhyay6074 2 роки тому +6

    ऐ से ऐसे जानकारी गुरुजी वीडियो मे डालते रहिये गुरुजी आपका जवाब नहीं 🙏🙏🙏🙏

  • @Cktd96Vlogs
    @Cktd96Vlogs 3 місяці тому

    Wah wah guru g apki jai ho pranam koti koti naman pranam

  • @durgaprasadmishra1673
    @durgaprasadmishra1673 Рік тому +7

    श्रीमान जी आपने अच्छी तरह से सरल तरीके से तुलसी दास द्वारा रचित चौपाइयों की व्याख्या किया किन्तु खेद है कि लोग अर्थ का अनर्थ लगा कर समाज में केवल आग लगाने का काम कर रहे हैं । इसलिए मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि लोगों को सोचने और समझने की शक्ति प्रदान करें

  • @vijendrakumarmishra855
    @vijendrakumarmishra855 10 місяців тому +1

    Dhany Ho Guruji Bar bar Prnam Krta Hun

  • @hukumofficial1
    @hukumofficial1 2 роки тому +3

    गुरु जी के चरणों मे प्रणाम
    बहुत ही अच्छे ढंग से समझया है ।

  • @ratnaentertainment5884
    @ratnaentertainment5884 2 роки тому +5

    अति सुन्दर गुरू जी

  • @VinodSharma-ii2fk
    @VinodSharma-ii2fk 2 роки тому +6

    मेरे बिचारो का समर्थन हो गया यह बहुत खुशी की बात है

  • @sanjaykumar-kn3sx
    @sanjaykumar-kn3sx 11 місяців тому

    आंखें बंद कर लेने से सूर्य का प्रकाश लोप नहीं होता बाबाजी !तुलसीदास को बचाने का जबरन प्रयास।

  • @navalkishor2986
    @navalkishor2986 Рік тому +1

    आपने समझाने का अच्छा प्रयास किया आपको सादर नमन

  • @n.p.jn.p.j7319
    @n.p.jn.p.j7319 2 роки тому +3

    Santa. Bhagvan aapke charno me sashthhang pranam

  • @sonuupadhyay6074
    @sonuupadhyay6074 2 роки тому +5

    राधे राधे जय श्री कृष्ण जी लाजवाब गुरुजी

    • @Sachin_Shukla_Ji
      @Sachin_Shukla_Ji 2 роки тому

      बहुत सुन्दर गुरुजी🙏

  • @SumanAnand336
    @SumanAnand336 2 роки тому +2

    Dhanyavad guruji

  • @ASHOK251058
    @ASHOK251058 2 роки тому +7

    तुलसी दास की आत्मा स्वर्ग में रो रही होगी। उनकी बातो को इस तरह विकृत करना उचित नहीं है।
    तुलसी दास एक ब्राह्मणवादी कवि थे। रामचरितमानस पढ़ने से यह बात मूर्ख को भी समझ में आता है।
    इसको स्वीकार करने में क्या आपत्ति है।😁😁🙏🙏

    • @jaishreekrishna5378
      @jaishreekrishna5378 Рік тому

      Unhone kayi chaupai me brahmno ko. Bhi neech adham kaha h brahmno k kon kon se gun maryda sanskar na hone par magar tum logo sirf rajniti se matlab h koi nahi eska nateeja bhi tumhari aane vali peedhiya hi bhogengi

    • @domannavrange2705
      @domannavrange2705 Рік тому +1

      बिल्कुल सही, ये धर्म के चोले ओढ़े लोग चौपाई को अपने अनुसार व्याख्या करने में माहिर होते हैं।जैसे भी बता दें भक्त तो आँख मूंद के मानेंगे।

    • @ASHOK251058
      @ASHOK251058 Рік тому

      @@jaishreekrishna5378 अगर ऐसी बात है तो ब्राह्मणों को भी वहिष्कार करना चाहिए। कवि को विभिन्न जातियों को गाली देना कोई काव्य नहीं हो सकता न ही अध्यात्म हो सकता है।🙏🙏

    • @jaishreekrishna5378
      @jaishreekrishna5378 Рік тому

      @@ASHOK251058 ब्राह्मणों को क्यों बहिस्कार करना चाहिए अगर उनके घटिया कर्मो के बारे में बोला गया है तो वो बतया गया है कि कर्म कैसे करना है और जीवन कैसे जीना इतने पवित्र ग्रंथ मे कोई भी गाली नहीं लिख सकता मगर अनपढ़ जाहिल लोग अपने अनुसार अर्थ का अनर्थ करने मे माहिर होते है पता नहीं क्या मिलता है इस से

    • @bpbpandey0
      @bpbpandey0 5 місяців тому

      ​@@ASHOK251058किसी गलत को गलत कहना बिलकुल सही है, तुलसीदास जी ने यदि ब्राह्मण की निन्दा की तो यह अच्छी बात है, कि एक संत ने पक्षपात न करते सत्य को सत्य और गलत को गलत कहा, ब्राह्मणों को इतनी समझ है, वो इसे स्वीकार करते हैं इसलिए कोई विरोध नहीं करेंगे।
      मुद्दा ये है कि गुणवान शुद्र को सम्मान नहीं मिलना चाहिए, ये क्यों कहा? ये उनके लिखने में कमी हुई, उस समय का समाज ही ऐसा था या इसका अर्थ समझने में भूल हो रही है।
      हमारा फोकस तथ्य जानने पर है, जातिगत लड़ाई पर नहीं।

  • @arvindshukla4978
    @arvindshukla4978 Рік тому +1

    बहुत अच्छी विवेचना महाराज श्री

  • @ramratan7086
    @ramratan7086 2 роки тому +5

    जय श्री कृष्ण

  • @vijendrakumarmishra855
    @vijendrakumarmishra855 10 місяців тому +1

    Guruji Ki jai Ho 100 Prtist Stya

  • @krishnakumargayakwad8852
    @krishnakumargayakwad8852 Рік тому +1

    Bhari pandit ji

  • @Aapkesath235
    @Aapkesath235 Рік тому +1

    Pranaam sadar charan sparsh.

  • @govindsinghsingh8230
    @govindsinghsingh8230 2 роки тому +2

    Adbhut Gyan dhanyvad guru ji

  • @motiram_baror
    @motiram_baror Рік тому +2

    निर्गुण परमात्मा के सिवाय और कोई नहीं हो सकता और सब ब्रह्मा
    विष्णु शिव आदि गुणों में ही है

  • @AmitKumar-qp3hd
    @AmitKumar-qp3hd 2 роки тому +2

    प्रणाम

  • @advocateSaatiish
    @advocateSaatiish Рік тому

    Dads agali line ka fir kya matlab hai

  • @omendrasingh2746
    @omendrasingh2746 2 роки тому +2

    जय हो

  • @ramtarkewat4536
    @ramtarkewat4536 2 роки тому +1

    Okजय‍‌।। श्री सीताराम

  • @vijaytiwari3291
    @vijaytiwari3291 Рік тому +1

    आप धन्य हैं इतनी सरल व्याख्या आपने किया है आपकी जय हो जय श्री तुलसीदास जी महाराज जय श्री राम

  • @fairdealconsultancy928
    @fairdealconsultancy928 2 роки тому +1

    Ati uttam vishleshan

  • @prakashsharma3110
    @prakashsharma3110 2 роки тому +5

    Brahmin can never be worshipped if he has no talent & no humanity. Shudra must be worshipped if he has talent & humanity.

  • @Vagminn
    @Vagminn Рік тому +1

    सादर दण्डवत महाराज जी। क्या आप रामानन्द सम्प्रदाय से हैं?

  • @mstomar168
    @mstomar168 Рік тому +2

    महात्मन! आपने रहस्यार्थ समझाने का प्रयास तो पूर्ण किया। सूद्र का अर्थ भी अच्छे से समझा दिया परंतु यदि सूद्र गुणवान है और ज्ञान में भी प्रवीण है तो पूजनीय क्यों नहीं है????

    • @Dev.yadav-kh5sh15
      @Dev.yadav-kh5sh15 Рік тому

      इस चौपाई में शुद्र के बारे में बात हो ही नहीं रहा है इसमें ब्राह्मण के बारे में बात हो रही है कि यदि जो ब्राह्मण शीलवान और निर्गुण हो वह वंदनीय है पर वह ब्राह्मण शुद्र समान है जिसमें गुण,शील, ज्ञान न हो(शुद्र-न गुन, गन,ग्यान प्रबीना)यानि जो ब्राह्मण गुण,शील और ज्ञान में प्रवीण न हो वह शुद्र है।और शुद्र किसे कहते हैं ये इसमें बताया है कि जो ईश्वर वंदन न करता हो और त्रिकाल संध्या आदि न करता हो।

  • @Gashimaa
    @Gashimaa Рік тому

    Jai ho aapki bhagwan
    Aap hi bhagwan ho

  • @shivdhanesh3557
    @shivdhanesh3557 11 місяців тому

    सदगुरू रविदास का दोहा " पूजिय चरन चंडाल का ,जो हो गुण परबीन ,, बाभन कबहुं न पूजिए जो होवे गुणहीन .. का वही अर्थ लगायेंगें। ?

  • @BabitaYadav-gq9wz
    @BabitaYadav-gq9wz Рік тому +1

    Kripya aap apne naam ko spasht kijiye

  • @siddharth9001
    @siddharth9001 Рік тому +2

    इस विद्वतापूर्ण व्याख्या के लिए महराज जी आपको बहुत बहुत शुभकामनाओं सहित सादर धन्यवाद।

  • @anuragmishra1030
    @anuragmishra1030 2 роки тому +1

    Good

  • @RohitKumar-rx7ep
    @RohitKumar-rx7ep 4 місяці тому

    Jay Ho Mahatma Sadar Charan Sparsh

  • @dr.anshumangupta6902
    @dr.anshumangupta6902 Рік тому +1

    तुलसीदास जी ने रामचरितमानस लोककल्याण के लिए लिखी है अत्यंत सरल भाषा में बिना किसी टोफड़मरोड के....
    स्पष्ट है पंडितों ne ये चौपटी बाद में चेंपी हैं अपने आप को ऊँचा बनाए रखने को...
    जबकि तुलसी पहले लिख चुके हैं-कर्म प्रधान विश्व रचि राखा...

  • @bpbpandey0
    @bpbpandey0 5 місяців тому

    पहली लाइन समझ में आ गई, उससे किसी को कोई खास आपत्ति नहीं है। किन्तु दूसरी लाइन में शुद्र गुणी हो तो भी उसकी पूजा नहीं होनी चाहिए? ये स्पष्ट नहीं हो रहा है।
    कृपया दूसरी लाइन पर जोर देकर उसे स्पष्ट करें🙏

  • @tularamdeep4398
    @tularamdeep4398 Рік тому

    Gobar KO V Rashagulla banate ho maharaj ji ,Sapata tadata purusa kahanta..iska matalab v batao.

  • @humanitylover2156
    @humanitylover2156 2 роки тому +2

    Jai Bhim

  • @rameshpalsingh2761
    @rameshpalsingh2761 Рік тому

    Ji vhim

  • @ashishmishra3045
    @ashishmishra3045 2 роки тому

    हरिओम हरि हरि का वास है

  • @ArunKumar-lx3ny
    @ArunKumar-lx3ny 2 роки тому +1

    आचार्य श्री, "शापत, ताड़त, परुष कहन्ता " चौपाई का अर्थ भी समझाने की कृपा करें. धन्यवाद

    • @Brijesh1053
      @Brijesh1053 Рік тому

      Isi channel par aapko shapat tadat parush kahanta ka mil jayega dekh lijiye
      Radhe Radhe

    • @Brijesh1053
      @Brijesh1053 Рік тому

      ua-cam.com/video/sfdt2jLH8hw/v-deo.html

  • @satishmisra9164
    @satishmisra9164 2 роки тому +3

    🚩🚩🚩🙏जय श्री राम🙏🚩🚩🚩

  • @vijayvishwakarma6448
    @vijayvishwakarma6448 Рік тому

    ठीक है, आपने समझाया सील गुन हीन विप्र पूजनीय है l तो क्या सील गुन से युक्त विप्र अपूजनीय है l

  • @sshydraulic887
    @sshydraulic887 Рік тому +1

    वहां बाबाजी आप ने क्या अर्थ बातें आप तो महान है जय संविधान

  • @madanmaurya1637
    @madanmaurya1637 Рік тому

    Baba ji ne etane asan sabdo me likha hay ki anpad bhi arth samagh sakta hay

  • @bhaktikiyatra4685
    @bhaktikiyatra4685 Рік тому

    महराज जी कृपया हमे बताए की आज ऐसा कौन ब्राह्मण है जिसके अंदर ये तीनो गुण नही है ।ऐसा तो केवल इक ही है भगवान श्री कृष्ण जो तीनो ही गुणों से परे है । तब तो आपके कहे अनुसार आज के समय में कोई ब्राह्मण पूजनीय नही है ।क्यों की सबके अंदर काम क्रोध मोह और लोभ है आप ही बताइए इन तीनो गुणों से परे है । यहां तक की भगवान शिव भी इक गुणों से परे नही है 🙏🙏 हमारा उद्देश्य केवल सही जानकारी प्राप्त करना है । किसी को गलत साबित या ठेस पहुंचाने का नही है

  • @RRRRRRRRRR94
    @RRRRRRRRRR94 Рік тому +1

    लेकिन शूद्रो मे शीलवान गुणवानकभी ऊंचे पदो पर।आज भी नही पहुंच पाया है ,

  • @DevendraKumar-gs7bf
    @DevendraKumar-gs7bf 2 роки тому

    Ramcharit manas me arth bhi likha hai jo aap bta rhe hai uske bipeit likha hai to kon mana jay

  • @jayyadav2765
    @jayyadav2765 11 місяців тому

    Mahara Ji kitani chaupai ko fer badal karoge jabki tulsi das ji saral bhasa me byakhaya ki hai taki sadharan byakti bhi samajh sake

  • @ganeshchandere2032
    @ganeshchandere2032 2 роки тому +1

    🙏🙏🙏

  • @VinodSingh-ik1xd
    @VinodSingh-ik1xd Рік тому

    Hii

  • @vijendrakumarmishra855
    @vijendrakumarmishra855 10 місяців тому +1

    Gurubihin Insan Psu Tuĺy Hota hai Isiliye Guru Ki Jrurt Hoti hai

  • @brijendarkumar7487
    @brijendarkumar7487 2 роки тому +1

    Jai bhim saheb ji

  • @s.d.r.kharaal825
    @s.d.r.kharaal825 2 роки тому +2

    Jo manushyau satvau gunrn se uuper utth jaata hai, uske bhautik deh ka astitvau hee nahin rehta yaani aesa muqt purush ya mahila ashreeri (bodiless) ho jaata ya jaati hai. Toh vaesi avastha mein bhautik deh poojan ke liye uplabdh nahin hai. Kisi bhee manushyau ka bhautik deh salaamat rehne ke liye tamohunrn, razogunrn aur satvaugunrn (treegunrno) ke ansh (quantity) rehna bahut bahut zaroori hai. Agar satvaugunrn nahin raha toh shareer ya tan bhee nahin reh sakta. Isliye, aapki baat ko maanane mein sandeh ho raha hai. Tulsidaas Jee kahin na kahin biased the.

  • @srdgreducationtrust.3432
    @srdgreducationtrust.3432 Рік тому +2

    Ye sab ab dictionary ka naya avishkar karne mein laga hai....

  • @sonuupadhyay6074
    @sonuupadhyay6074 2 роки тому +3

    नारायण नारायण गुरुजी ऐसे ही वीडियो डालते रहिये गुरुजी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @brajmohansinghtomar9343
    @brajmohansinghtomar9343 8 місяців тому

    Tomar ji

  • @dr.anshumangupta6902
    @dr.anshumangupta6902 Рік тому +1

    महात्मा जी इधर उधर की मत पेलो हमने कह्नी नहि पढ़ा गुणातीत का मतलब गुणहीन होता है...

  • @AnilKumar-xk7rk
    @AnilKumar-xk7rk Рік тому

    पक्षियों या बंदरों की जो बात है वो उनकी कला नही प्रवृत्ति है आपकी बात से कुछ खास रहस्य नहीं निकला

  • @dayasharankushwaha4069
    @dayasharankushwaha4069 Рік тому +1

    1

  • @dhanrajprasad6141
    @dhanrajprasad6141 Рік тому +1

    Gurdevji Raadhe-Radhe, pranaam. Lakin in yah sab kathavachkon ko bhi vyash gaddi se bolna chahiye. Tab galat Fahmiyan door hogi.

  • @SunilKumar-ue7wd
    @SunilKumar-ue7wd Рік тому +1

    गुरु जी को कोटी कोटी प्रणाम
    ऐसे सरल तरीका से समझा रहे तभी
    अधम नेताओं को समझ नहीं आयेगा
    क्योंकि अपना सीट बचाना हैं ये अधमी
    नेताओं का न तो कोई जाति न तो कोई इनकी
    कोई पार्टी है बसपा में मयावती का पैर पकड़ते है सपा मे अखिलेस जी पैर पकड़ना है अपना
    उम्र का भी ख्याल नही करते है

  • @vikramsahu880
    @vikramsahu880 Рік тому

    ब्राह्मण वर्ण है या जाति है,ब्राह्मण जाति से पूजनीय है या कुछ और कारण से ।
    जय भारत जय बहुजन

  • @RajveerSingh-vq4cl
    @RajveerSingh-vq4cl Рік тому

    Bah gye

  • @amarjeetamarjeet8644
    @amarjeetamarjeet8644 Рік тому +1

    वाह रे ब्राम्हण तेरे रूप अनेक

  • @OmPrakash-wf6zv
    @OmPrakash-wf6zv Рік тому +2

    तुम कितना भी सफाई दे दो, वह धर्म,धर्म नहीं जन्म लेते ही नीची जाति का हो जाता है, और कर ही उच्च वर्ग क्षत्रिय ब्राह्मण बन ही नहीं सकता, या तुम्हारी वर्ण व्यवस्था में कभी समानता हो ही नहीं सकता चाहे तुम कितना भी सफाई दे दो। जब लोग ज्ञान प्राप्त करने लग गए, और तुम्हारे साहित्य में ऐसा ऐसा लिखा है यह तर्क वितर्क करने लग गए, तब तुम लोग सफाई देने लग गए, वाह रे ब्राह्मणवाद के महान संत, क्योंकि गुलामी वैसा ही बना रहे समाज में, बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान नहीं बनाया होता और संविधान लागू नहीं रहता देश में तो क्या हालत होती आज शुद्रों की,जो पिछड़े वर्ग हैं वह आज सोचें। तो फिर तुम लोगों ने इतने दिनों तक समाज को सुधारा कैसे नहीं। यह तो 70 80 साल हुआ ना मात्र। कि लोग धीरे-धीरे जानने लगे। उसी स्त्री के पेट से होने वाला पुरुष शुद्ध हो जाता है, और वह स्त्री संतान को जन्म देने के कारण अशुद्ध हो जाती है, स्त्री कभी मंदिर में पुजारी नहीं बन सकती। यह तुम लोगों की ही व्यवस्था थी। कि नीचे कुल का आदमी नीचे ही रहे और ऊंचे कुल का आदमी ऊंचे ही रहे, और आज भी शूद्रों को पीटा जाता है शादी पर घोड़ी चढ़ने पर। इस बारे में तुम लोग बोलोगे नहीं, तुम लोगों को मन में रहता है अच्छा कर रहा है शूद्रों को पीट रहा है। यह सब साले संविधान में आरक्षण पाकर हमारी बराबरी करने लग गए।

  • @rampraveshpaswan1923
    @rampraveshpaswan1923 Рік тому +3

    कमाल के है बाबा चित भी आपकी और पट भी आपकी ।हद हैं मनुवादी सोच।

  • @sonuupadhyay6074
    @sonuupadhyay6074 2 роки тому +3

    आपकी जय हो

  • @RameshKumar-du7jd
    @RameshKumar-du7jd 5 місяців тому

    मंदिर मे भी सभी हिन्दू जाति के पुजारी होना चाहिए

  • @abhimanyukumar5492
    @abhimanyukumar5492 2 місяці тому

    Jatiwaadi tulsidas

  • @bhaveshkumar8118
    @bhaveshkumar8118 Рік тому

    बहुत कुछ छुपा लिए महाराज जी पिछले चौपाइ का अर्थ सही से नहीं बताए क्योंकि पोल खुल रहा है ना महाराज आप सब पोल खोलने के लिए नहीं चाहते हैं

  • @BAAGBIRENDRA-vc8km
    @BAAGBIRENDRA-vc8km Рік тому

    ब्रह्माजी श्रीहरि नारायण के नाभिकमल से पैदा हुए हैं
    ब्रह्माजी श्रीहरि नारायण के जन हरिजन हैं

  • @santoshkumaryadav8560
    @santoshkumaryadav8560 2 роки тому +5

    बाबा अच्छा चू.... बनावत है... सच को छुपाना कठिन है...

    • @chhayapradeep13
      @chhayapradeep13 2 роки тому

      क्या कह रहे हो मुल्ला यादव

  • @santprakashsharma3895
    @santprakashsharma3895 Рік тому

    मात्र लीपा पोती करने का प्रयास आंखो मे धूल मत झोको कथावाचक जोर जोर से चिल्ला कर कहते है पूजिय विप्र सकल गुन हीना

  • @vijayendrabahadurayadavyad2687

    संत है। विप्र, विप्र वर राजा होता है। संत को निर्गुण रूप है।निराकार रूप भी है।

  • @Bspaikra-fx6cl
    @Bspaikra-fx6cl 2 роки тому +1

    तुम लोग तुरंत पलट जाते हो। पहले तो कहते हो वर्ण व्यवस्था में कोई भी ब्राह्मण बन सकता है और एक तरफ से ब्राह्मण आज के जमाने में एक जाति है। इतना बड़ा दोगलापंती कहां से लाते हो?

  • @ramprasad3641
    @ramprasad3641 6 місяців тому

    ज्ञान बढाये

  • @VinodSharma-ii2fk
    @VinodSharma-ii2fk 2 роки тому +2

    शील शब्द की मेरे बिचार से सही व्याख्या नहीं हुयी अवधी भाषा की भावना गुण हीना के साथ ही है शील भी एक तरह का दोष है

  • @nirupama1708
    @nirupama1708 2 роки тому +3

    ऐसे तो कोई ब्राह्मण पूजनीय नहीं है। क्योकि निर्गुण तो केवल ब्रह्म है। ब्राह्मण कभी निर्गुण नहीं होता है।

    • @RakeshKumar-zn9gc
      @RakeshKumar-zn9gc 2 роки тому

      ji सही कहा। एक दम गलत व्याख्या।।। निर्गुण तो सिर्फ भगवान है।।

    • @RakeshKumar-zn9gc
      @RakeshKumar-zn9gc 2 роки тому

      ये लोग अपने हिसाब से व्याख्या करते हैं।।।
      अरे भाई, ये ब्राह्मण, वौष्य , सुद्र लिखते ही क्यों है।।।
      आज कोई भी भ्रमण अगर ब्राह्मण है तो चैलेंज है की को ब्रम्हा के मुख से पैदा हो के दिखाए

    • @jaishreekrishna5378
      @jaishreekrishna5378 Рік тому

      @@RakeshKumar-zn9gc hamare sachhe sadhu sant hi nirgun sagun h jinme koi dosh nahi h tumhe koi jabarjasti to nahi kar raha ki tum brahman ko maano Ramayan padho chhor do sanatni sanskrti itni hi buri h jo ki sanatani sanskriti hamare sadhu sant hi sikhate h apne bachho se bhi ab pair mat chhuvana or na hi chhuna hello hay kiya karo ambedkar ka nam jap kiya karo upar jaa kar tumhe vaha bhi narak me aarkshan mil jaayega

  • @manjurani7831
    @manjurani7831 2 роки тому +1

    Par is shudra ki vyakhya ko manta kaun hai. Sb direct jaati poochhte hain. Maine khud vrindavan me isko face kiya hai. Gudh gyaan wale bhut kam log hain.

  • @umravsingh9994
    @umravsingh9994 Рік тому

    उनको लिखना नहीं आ रहा था आपको सब ज्ञान है उनने रामायण लिखी उनको इतना वर्णन उसमें लिख देना था ना क्यों फालतू लीपापोती करते हो यहां लोग घोड़ी पर नहीं बैठने दे रे मुछें नहीं रखने दे रहे हैं इसकी भी व्याख्या कर दो

  • @prakashsharma3110
    @prakashsharma3110 2 роки тому +2

    I think controversial lines must be removed, modified from the Ramayana to unite Hindus.. Now in every society there are many educated persons. Educated & human loving person must be worshipped.

    • @ASHWINIKUMAR-xz8gh
      @ASHWINIKUMAR-xz8gh Рік тому

      These lines are not a bit controversial sir
      Ham apne nalayak Rastradrohi putr putri bhai ko bhi dhote rahte han unhe Ghar se bahar nahi nikal pate logon ke kahne pr bhi

  • @murarimohan88
    @murarimohan88 2 роки тому +3

    जय जय श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ।

  • @maheshmahto8264
    @maheshmahto8264 Рік тому

    पंडित जी आपने चारों वर्णों का नाम भी ले रहे हैं और कहते हैं कि ब्राह्मण में भी शूद्र है जो ज्ञानी नहीं है, चारों वर्णों में शूद्र एक वर्ण है और तुलसी दास जी ने शूद्र को ही कहा है कितना भी ज्ञानी हो पूजनीय नहीं हो सकता, शूद्र वर्ण है, इसका कोई और मतलब नहीं हो सकता, आप कहते हैं जो भगवान का सुमिरन करेगा, पूजा पाठ करेगा संध्या वंदन करेगा ओ शूद्र नहीं है,तो संबुक ऋषि ने किस ब्राह्मण के खेत से गन्ना तोड़ लिया था जो भगवान राम के हाथों मरवा दिया, मेरा तो मानना है कि प्रभु श्रीराम यैसा कर ही नहीं सकते, बल्कि ब्राह्मणों ने खुद को ऊचा दिखाने के लिए राम को भी हत्यारा बना दिया,

  • @ramprasad3641
    @ramprasad3641 6 місяців тому

    जानकारी कमहै

  • @Bspaikra-fx6cl
    @Bspaikra-fx6cl Рік тому

    सफेद दाढ़ी वाला आदमी। कोई भी ब्राह्मण निर्गुण नहीं हो सकता। जो इंसान है उसमें तीनों गुण होंगे सत्व रज और तम

  • @arvindshukla4978
    @arvindshukla4978 Рік тому +1

    🙏 जय सियाराम 🙏

  • @ramprasad3641
    @ramprasad3641 6 місяців тому

    चार वरण किसने बनाया

  • @chandrashekhartapasvi3994
    @chandrashekhartapasvi3994 Рік тому +1

    आप पंडित है और आपका लडका कितना भी नालायक क्यों न हो लेकिन आप लोग कभी उसे शुद्र की श्रेणी में नहीं रखोगे यह धर्म नही राजनीति है....

  • @b.rchaudhary4224
    @b.rchaudhary4224 11 місяців тому

    Kya aap dalit samaj ke hain.

  • @AnilKumar-fg1zq
    @AnilKumar-fg1zq 8 місяців тому

    अर्थ एकदम स्पष्ट है बात इधर उधर मत घुमाएं।
    जो अर्थ का कुअर्थ निकलता हो वह भी शुद्र के समान ही है।

  • @RajusahuRajusahuraju-jt5cs
    @RajusahuRajusahuraju-jt5cs Рік тому

    Jo
    Jo Gyani hota hai usko Brahman kahate Hain
    Jo sabhi gun se hai na usko kya

  • @RameshKumar-du7jd
    @RameshKumar-du7jd 5 місяців тому

    वेद बताये भेद,
    इस श्लोक का अर्थ सब जनता समझ गया है,
    ज्यादा लीपा पोती मत करिये बाबा जी

  • @prakashsharma3110
    @prakashsharma3110 Рік тому

    You are trying to divert, really now shudra has understood the meaning... Ambedkar was scholar but was not treated like Brahmin.