- 51
- 453 004
Geetakavyanuvad
India
Приєднався 22 січ 2022
इस चैनल के द्वारा हम(विजयानंद जी ' किंकर'~दार्शनिक व्यास) आप लोगो के सम्मुख श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों को जिसे हमने काव्य रूप (दोहा,चौपाई,छंद,सोरठा) में परिवर्तित किया है उन श्लोकों के अनुवाद (अर्थ) एवम् उनकी गहराइयों के बारे में समझाएंगे ।
कुछ समय उपरांत इन सभी श्लोकों का सारगर्भित काव्यानुवाद आप संगीतमय रूप में कैसेट के माध्यम से सुन पाएंगे ।
श्रीमद्भगवद्गीता , श्रीमद्भगवद् महापुराण, रामचरितमानस, शिवपुराण और देवी भागवत आदि का दर्शनिक प्रवचन करने. हेतु संपर्क करे
9029987433
geetakavyanuvad@gmail.com
~विजयानंद जी ' किंकर '
कुछ समय उपरांत इन सभी श्लोकों का सारगर्भित काव्यानुवाद आप संगीतमय रूप में कैसेट के माध्यम से सुन पाएंगे ।
श्रीमद्भगवद्गीता , श्रीमद्भगवद् महापुराण, रामचरितमानस, शिवपुराण और देवी भागवत आदि का दर्शनिक प्रवचन करने. हेतु संपर्क करे
9029987433
geetakavyanuvad@gmail.com
~विजयानंद जी ' किंकर '
राजा परीक्षित द्वारा कलयुग का दमन (भागवत कथा) Geetakavyanuvad
राजा परीक्षित द्वारा कलयुग का दमन
Переглядів: 153
Відео
भक्तों का कभी भी पतन नहीं होता ( भागवत कथा ) Geetakavyanuvad
Переглядів 165Рік тому
भक्तों का कभी भी पतन नहीं होता ( भागवत कथा ) #geetakavyanuvad #bhagwatkatha #भागवतकथा ा
भक्ति में भगवान से कुछ नहीं माँगना चाहिए (भागवत कथा) Geetakavyanuvad
Переглядів 98Рік тому
भक्ति में भगवान से कुछ नहीं माँगना चाहिए #geetakavyanuvad #bhagwatkatha #भक्तिमेंभगवानसेकुछनहींमाँगनाचाहिए
Bhagwat Katha भक्ति के सिद्धांत (Yadav Nagar Mumbai)
Переглядів 125Рік тому
भक्ति के सिद्धांत bhakti ke siddhant kya haii?
Bhagwat Katha हम आनंद ही क्यों चाहते हैं ? ( Yadav Nagar Mumbai )
Переглядів 64Рік тому
#geetakavyanuvad hum aanand hi kyu chahte hain ? हम आनंद ही क्यों चाहते हैं ?
श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान गंगा कथा प्रवचन
Переглядів 1092 роки тому
श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान गंगा कथा प्रवचन
श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान गंगा कथा का प्रवचन
Переглядів 862 роки тому
#bhagwatkatha #bhakti #digha #katha
छिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित यह अधम सरीरा।। जानिए यह पांचों तत्व शरीर में कहां कहां पर है??
Переглядів 9 тис.2 роки тому
छिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित यह अधम सरीरा।। जानिए यह पांचों तत्व शरीर में कहां कहां पर है??
जानिए संसार में दुर्लभ चीजें क्या क्या है ??
Переглядів 5302 роки тому
जानिए संसार में दुर्लभ चीजें क्या क्या है ??
सापत ताड़त परुष कहंता, बिप्र पूज्य अस गावहिं संता ..जानिए इस चौपाई का वास्तविक रहस्य क्या है ???
Переглядів 4,9 тис.2 роки тому
सापत ताड़त परुष कहंता, बिप्र पूज्य अस गावहिं संता ब्राह्मण किसे कहते हैं
तस्मात्सर्वेषु कालेषु मामनुस्मर युद्ध च। मयर्पितमनोबुद्धिर्मामेवैष्यस्संशम्।। गीता ८/७
Переглядів 3392 роки тому
तस्मात्सर्वेषु कालेषु मामनुस्मर युद्ध च। मयर्पितमनोबुद्धिर्मामेवैष्यस्संशम्।। गीता ८/७
जानिए ! हर देवताओ को भी हम भगवान क्यों कहते हैं?
Переглядів 2602 роки тому
जानिए ! हर देवताओ को भी हम भगवान क्यों कहते हैं?
पूजिअ विप्र शील गुन हीना | सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना ||क्या है तुलसीदास जी के चौपाई का सही अर्थ ?
Переглядів 38 тис.2 роки тому
पूजिअ विप्र शील गुन हीना | सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना ||क्या है तुलसीदास जी के चौपाई का सही अर्थ ?
जानिए ! कुवलयापीड़ हाथी का पूर्व जन्म !क्या भगवान के हाथों मिली मृत्यु से मोक्ष की प्राप्ति होती है?
Переглядів 1922 роки тому
जानिए ! कुवलयापीड़ हाथी का पूर्व जन्म !क्या भगवान के हाथों मिली मृत्यु से मोक्ष की प्राप्ति होती है?
भक्ति करने के लिए गृहस्थ आश्रम ही सबसे सरल और सर्वोपरि मार्ग है
Переглядів 4172 роки тому
भक्ति करने के लिए गृहस्थ आश्रम ही सबसे सरल और सर्वोपरि मार्ग है
संसारिक 6 सुख क्या है ?? world's best 6 happiness
Переглядів 2022 роки тому
संसारिक 6 सु क्या है ?? world's best 6 happiness
अपार धन लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए ये 6 कार्य भूलकर भी न करे!
Переглядів 5532 роки тому
अपार धन लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए ये 6 कार्य भूलकर भी न करे!
मनुष्य के जीवन का सबसे बड़ा दुख क्या है
Переглядів 9612 роки тому
मनुष्य के जीवन का सबसे बड़ा दु क्या है
बाली और सुग्रीव की उत्पत्ति कैसे हुई? bali aur sugreev ka janm kaise hua
Переглядів 9462 роки тому
बाली और सुग्रीव की उत्पत्ति कैसे हुई? bali aur sugreev ka janm kaise hua
जानिए ब्राह्मण की वास्तविक परिभाषा क्या है...?
Переглядів 3,2 тис.2 роки тому
जानिए ब्राह्मण की वास्तविक परिभाषा क्या है...?
bharat ka naam bharat kaise pada भारत का नाम भारत कैसे पड़ा
Переглядів 1342 роки тому
bharat ka naam bharat kaise pada भारत का नाम भारत कैसे पड़ा
मागी नाव न केवटु आना । कहइ तुम्हार मरमु मैं जाना ॥ राम केवट संवाद
Переглядів 1,5 тис.2 роки тому
मागी नाव न केवटु आना । कहइ तुम्हार मरमु मैं जाना ॥ राम केवट संवाद
आत्महत्या किसे कहते हैं असली अर्थ क्या है आत्महत्या का ?
Переглядів 4882 роки тому
आत्महत्या किसे कहते हैं असली अर्थ क्या है आत्महत्या का ?
नवरात्रि में किस दुर्गा की उपासना करते हैं भाग - 2
Переглядів 2302 роки тому
नवरात्रि में किस दुर्गा की उपासना करते हैं भाग - 2
तुलसी दास जी को घुमाकर लिखने की क्या जरूरत थी
Dada aap anpad lagate hai
झूठ बोलने में ब्राह्मण प्रवीण होते हैं।
बहुत सुंदर से समझाया महाराज जी। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
Refrens kyahe
Guno se vaheen brahman bhi pujniye hai. Ye line bhi is dohe ke aage wali line hai. Sach chhupane ke liye kitna ghalmel karoge...
Karect ekdum sahi baat hai Jay jay jay shree Ram ❤❤❤❤❤❤❤❤🚩🚩🚩🚩🚩🚩🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jatiwaadi tulsidas
भगवान नास्तिकों का भी भला करे
बहुत ही सुन्दर व्याख्या की है गुरु जी 🙏🙏
Leepa poti
Iske bad wali line ka arth jan bujh kar badi chalaki se tal gaye, maharaj ji aap. Lage hath just iske baad wali line ka bhi arth bata dete, jo ye hai," PUJIYE VIPRA SEEL GUN HINA, SUDRA NA GUN GAN GYAN PRABEENA. jaise hi iska matlab batayenge, aapki pol khul jayegi
इसमें गुण ही लिखा है निर्गुण नहीं लिखा आप क्यों बेवकूफ देखिए सांची शराब ना लगे सांची कल ना खाए तो सांची सांची जो चल ठाकुर का नशा है आप झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे हो बिल्कुल नहीं आया हमारे समझ में और जो ब्राह्मण दादागिरी बताएं गुंडा गिरी बताएं उसे क्या कहती है
Radha Krishna Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha guru g pranam
Wah guru g anand a gaya pranam Naman
Jai Ho guru g pranam Naman
Wah wah guru g apki jai ho pranam koti koti naman pranam
शील गुन हीना तो बता देता धूर्त याद रखना झूठ स्थायी नहीं होता एक जगह ताड़त को शिक्षा बता रहैं एक जगह मारना क्यों नहीं कहते सरस्वती ताड़ना की देवी है सर्व शिक्षा को सर्व ताड़ना अभियान प्राथमिक ताड़ना माध्यमिक ताड़ना उच्चतर माध्यमिक ताड़ना
Bhagwan Shri Krishna ki adbhut vyakhya aapko koti koti Naman
वर्तमान में क्या हो रहा है खुद आप समझो
आज मैं इस चौपाई का स्पष्ट विश्लेषण सुना और आज जा कर संतुष्टि हुई सही व्याख्यान सुनकर,।जय हो गुरु जी 🙏 लोग जिस चौपाई को समझ नही पाते उसी को ज्यादा महत्व देते है और जो पूरा रामचरित मानस सही से पढ़ा है जिसको संस्कृत का ज्ञान है वही समझ सकता है
Bahut acha say bataya guruji apnay❤❤❤❤
*ब्राह्मणों की असीमित प्रतिभाएं होती हैं जिनका वर्णन धर्मग्रंथों में मिलता है* *धर्मग्रंथों में जो लिखा गया है वह यही है 👇* *जिनका जन्म ही नहीं हुआ उन अजन्मा का नामकरण संस्कार शिवजी किया, उन शिवजी गणेशजी का सिर काट कर हाथी का सिर जोड़ा लेकिन परशुराम जी ने गणेशजी का दांत तोड़ा वे नहीं जोड़ पाए, वे भष्मासुर से जान बचाने के लिए कंदराओं में छिपते हैं, शिवजी मृत्यंजय हैं माता सती को जिंदा नहीं कर सके* *सृष्टि के रचयिता ब्रह्माजी का सिर शिवजी ने काट दिया* *कोई जो सर्वत्र व्याप्त हैं उन विष्णुजी के छाती पर चरण प्रहार करता है* *भगवान के अवतार परशुराम जी जो मां से बड़ा कोई नहीं है उन अपनी मां का गला काटने में संकोच नहीं किया* *गुरु द्रोणाचार्य अपने एक शिष्य को विजयी भव: का आशीर्वाद देते हैं वहीं अपने शिष्य उनके चचेरे भाइयों के साथ मिलकर उसका समूल नाश करने के लिए चक्रव्युह रचता हूं* *गुरु द्रोणाचार्य जिस राज का राजगुरु गुरु हैं, वे अपने मित्र द्रुपद का आधा राज लेने के लिए अपने शिष्यों से बंदी बनाते हैं इससे भी उनका जी शांत नहीं होता है तो वे राजा द्रुपद की पुत्री द्रौपदी को राजघराने की रजस्वला बहू का राजदरबार में अपने सामने चीरहरण कराते हैं* *किसी महिला का सतीत्व परीक्षा करते हैं तो किसी से व्यास पैदा कर देते हैं* *सियार के पीठ से वशिष्ठ पैदा करते हैं* *आश्रम के बगल में पेड़ के नीचे कृपा और कृपा पैदा कर देते हैं* *अमृत पीने वाले देवताआें को मदिरा पीने वाले अमर देव असुरों के डर से पलायन करते हैं* *मनुष्य महिलाओं से अंडा पैदा हुआ एक के अंडे से सर्प 🐉 दूसरे के अंडे से गरूड़ 🦦 पैदा होते हैं* *पाप नाशिनी गंगा नदी है तो पुण्य नाशिनी कर्मनासा नदी है, यमुना नदी पुरुष है तो नर्मदा नदी स्त्री है* *दो महिलाओं से एक बच्चे का आधा आधा शरीर पैदा होता है उन आधे आधे शरीर को नरभक्षी जोड़कर जरासंध बना देती है* *शेर 🦁बकरी 🐐 से अपनी जान बचाने के लिए भागते हैं : दत्तात्रेय कवच* *गाय 🐂 आदमी का बच्चा गोकर्ण पैदा करती है : श्रीमद्भागवत महापुराण* *हिरण 🦌से श्रृंगी ऋषि 👶पैदा करती है* *ऋषि ने चंद्र ग्रह को मृगछाला से मारा है जिसका चंद्रमा में अभी तक दाग है* *चंद्र ग्रह के गुरु बृहस्पति की पत्नी तारा से बुध ग्रह पैदा करता है* *कात्यायन ऋषि की पत्नी नहीं हैं वे अपनी कुटिया में तपस्यारत हैं इसी बीच कात्यायन ऋषि की पुत्री कात्यायनी देवी पैदा हो जाती हैं* *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह*
🙏पृणाम महाराज जी ये तो आपने चार भागौं मे बाँट दिये एक एक कर के चौरासी लाख बताओ जैसे पक्षियौं मे मोर बगुला बाज तीतर बटेर आदि आदि यानि पाँच हुये इसी पृकार चौरा सी लाख गिनके बताओअ🙏
Jay Ho Mahatma Sadar Charan Sparsh
Biraman birma ke gad se paida hota hai yaha jay bhim
Videshi Aryano tumhara d,n,a R1az93 valo daleto murkh mat bana o bhart se bhago jay bhim jay munivasi
पहली लाइन समझ में आ गई, उससे किसी को कोई खास आपत्ति नहीं है। किन्तु दूसरी लाइन में शुद्र गुणी हो तो भी उसकी पूजा नहीं होनी चाहिए? ये स्पष्ट नहीं हो रहा है। कृपया दूसरी लाइन पर जोर देकर उसे स्पष्ट करें🙏
मंदिर मे भी सभी हिन्दू जाति के पुजारी होना चाहिए
वेद बताये भेद, इस श्लोक का अर्थ सब जनता समझ गया है, ज्यादा लीपा पोती मत करिये बाबा जी
यह अर्थ धोखा है छल है
अर्थ का अनर्थ जानना है तो इस बुढउ का बात सुने
तु ब्राह्मण है या नही पहले ये बता
गुरु जी ऐसा व्याख्या आज तक किसी ने नही किया धन्यवाद गुरुजी
चल बे ढोंगी
तमभीवामनलयकन हीह
तुम लोगो की जितने मुह उतने अर्थ ?
चार वरण किसने बनाया
जानकारी कमहै
ज्ञान बढाये
स्वर्ग मे जायोगे
Bahut bahut badhi ho Maharaj ji
Tomar ji
अर्थ एकदम स्पष्ट है बात इधर उधर मत घुमाएं। जो अर्थ का कुअर्थ निकलता हो वह भी शुद्र के समान ही है।
हे साधु हे महात्मा जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद है आपने संस्कृत शब्द श्लोक का सही सही अर्थ बताया है इस समाज को समझना चाहिए शुद्ध किसे कहते हैं ब्राह्मण किसे कहते हैं क्षत्रिय किसे कहते हैं वैश्य कौन है जो इंसान जो कार्य करता है उसके हिसाब से उसका वर्ण बनता है संत समाज की जय श्री राम जय श्री कृष्णा🙏🙏🙏💥💯👍
रोटी खाते हैं हम लोग घास नहीं खाते क्यों पूरी दुनिया को बेवकूफ बना रहे हो कहे कोई ऐसा झूठा टिका लगाए हो क्यों झूठ बोल रहे हो इसका सीधा सीधा मतलब है कि ब्राह्मण कितना भी चरित्रहीन हो तो पूजनीय है और शूद्र कितना भी ज्ञान बानो पूजने नहीं यही है ना आप का अर्थ सब झूठ की दुनिया पर चला रहे हो सबको बेवकूफ बना रहे हो
पहले धर्मग्रंथ को ठीक से खुद समझो जिसे देखा धर्म की दुकान लगा के बैठा है धर्म की खिचड़ी बना दी कोई कहता है मरने के तुरंत अगले पल आत्म जन्म ले लेती है कोई कहता है 13 दिन घर में रहती है कोई कहता है नर्क में जाति है वहा फ्राई होती है उसने तड़पाया जाता है तो फिर जब वो वहा सजा भोग चुकी है तो फिर जानवर बनके और सजा भोगेगी ऐसा कोन सा घर पाप कर दिया इंसान ने
मतलब पेड़ लगाने के लिए बीज की नही आत्मा की जरूरत है और फिर 16 शरादो में जब हम खीर बनाते है तो वो कोन खाता है 😅 और गुरुजी अब लोगो को डराना बंद करो भागवत गीता में कही भी नही लिखा है 84 योनि के बारे में और अगर इंसान इतनी योनि भोग लेता है तो फिर तो उसे मोक्ष मिल जाना चाहिए क्यों फिर वो मृत्युलोक में आता है सब थकोसला है आपकी कमाई का जरिया है एक कुत्ता सड़क पर मार जाता है उसका कोई कर्मकांड नही होता फिर उसकी आत्मा कहा जाति है उसको गति केसे मिलती है शेर मांस खाता है तो क्या उसे ये योनि इंजॉय करने को मिली है
बहुत सुन्दर महराज ji
100%सही हैं महात्मा जी का चिंतन जय हो