सनातन धर्म उत्तर वैदिक काल के बाद ब्राह्मणों का पाखंड है, इन्होंने वेदांत दर्शन को कुचलने का काम किया, लेकिन समय समय पर अनेकों संतो ने एक सत्य का ज्ञान देते रहे है, जिनका ये सनातनी हमेशा ही विरोध करते रहे क्यों की ये सत्य को स्वयं तो जान न सके और दूसरों को भी गलत व्याख्या किया।
ये वामपंथी गद्दार मीडिया देश द्रोही है, इनका एजेंडा इस देश को लूटने वालो का साथ देना है तुम्हारी औकात केवल झूठे बेबुनियाद खबर, अरे , ये प्तलकार पागल हो गया ठगबंधन की चमचागिरी करते करते, टुकड़े टुकड़े गेंग ने इनको बुधिहिन् कर दिया है, बहुत दुखी है
डॉ राम पुनियानी साहेब, स्टीक, सही, तर्क और तथ्यों सहित साधारण भाषा में जानकारी देते हैं जो बहुत बढ़िया, बहुत सही ढंग से सामान्य व्यक्ति को समझ में आ जाती है।
सनातन शब्द धम्मपद क्र 5 मे हैं. सन्दर्भ देखिये. अनुवाद: वैर, वैर से कभी शांत नहीं होता. अवैर से ही वैर शांत होता है. यही संसार का सनातन नियम है. सनातन मूल्य के इस्तेमाल किया है. धम्म पद बुद्ध के वचन है. वेद, महाभारत बुद्ध के बाद हुए.
@@vivekshaw4626 मैं ने बुद्ध को देखा नहीं है. मैं उन्हें ज्यादा जानता भी नहीं हूँ. इसीलिए मै बहस नहीं करता. लेकिन जब बुद्ध का खयाल दिमाग़ मे आता है, अदभुत feel करता हूँ. समानता, प्रेम, संतुष्टी जैसे खयाल आते है.
कभी ब्राह्मण कहता है कि वह आर्य है कभी कहता है ब्रह्मा के मुंह से पैदा हुए हैं, कभी कहता है कि सनातनी है, कभी कहता है कि सनातनी हिन्दू है,, आज तक यह पाखंडी यही साबित नहीं कर पाया कि यह कौम है क्या,, ऐसा महसूस होता है कि यह इन्सान है या गिरगिट,,?
Everyone today is just throwing around the word Sanatan without knowing it's actual meaning! it is clearly mentioned in Srimad Bhagwad Gita अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयमक्लेद्योऽशोष्य एव च | नित्य: सर्वगत: स्थाणुरचलोऽयं सनातन: || (2.24)- Tattva or that essence itself is what is Sanatan यज्ञशिष्टामृतभुजो यान्ति ब्रह्म सनातनम् | नायं लोकोऽस्त्ययज्ञस्य कुतोऽन्य: कुरुसत्तम || (4.31) - those who consume the remenants after offering it to the others, reach the Brahma which is Sanatan. ममैवांशो जीवलोके जीवभूत: सनातन: | मन:षष्ठानीन्द्रियाणि प्रकृतिस्थानि कर्षति || (15.7) - 'all' the beings are his ansh or part! The Tattva, Brahma', 'Part of that Brahma' and also the avyay Boej are all what is Sanatan! Sanatan is not a dharma, but indeed the description of that tattva on which each and every thing and each and every being thrives!
@@hindiurdulearning2679sanatan sabd budhha dharm ka hai hindu ka nhi videshi Brahmino ne budhh dharm se hindu dharm banaya hai hindu sabd bhi Mughlo ka diya hua gali hai
सनातन का मतलब है प्रचलित पुराना चलने वाला प्राचीन काल से चलने वाला। ब्राह्मणवादियों का कहना है कि ये जो हमारा धर्म में विश्वास जो चली आ रही व्यवस्था ।यानी जाती वाद अछूत शूदर जैसी व्यवस्था ।
सनातन धर्म के परिपेक्ष में चर्चा के लिए धन्यवाद... सनातन धर्म ही हिन्दू धर्म धर्म है... और सनातन धर्म सदैव प्रगति शील धर्म के रूप में रहा है... चाहे राजा राम मोहन राय हो या दयानन्द सरस्वती जी हो या महात्मा बुद्ध हो... सनातन धर्म में आई बुराई को दूर करने का प्रयास किया है...
जय भीम, Oxford Dictionary को देखें तै सनातन शब्द जो है वह नाम / noun नहीं है परंतु विशेषण / adjective है। इसलिए वो नाम सनातन धर्म कैसे हो सकता है? सनातन विशेषण का अर्थ है परंपरानुसार चला आता हुआ। 2.परंपरानिष्ठ, ऑर्थोडॉक्स। जय भीम
सनातन का अभिप्राय भारतीय सभ्यता संस्कृति धर्म-दर्शन ज्ञान-विज्ञान मान्यताओं परम्पराओं आस्थाओं जीवन-मूल्यों जीवन-दर्शन जीवनशैली पूजा पद्धतियों की सतत श्रृंखला
धर्म सनातन है...शास्त्रो और दर्शन में धर्म मानव के जीवन मूल्य ही है और ये वैश्विक हैं. Religion वास्तव में ईश्वरीय पूजा के लिये ईश्वर के विवरण , शक्ति के बखान और पूजा पद्धतियों और कर्मकांड का नाम है
ब्राह्मण कहां से हिंदू हैं,जब मुगलों ने जजिया लगाया था तो ये हिंदू से अलग ब्राह्मण थे।ये कल भी ब्राह्मण वैष्णव थे,आज भी है,कल भी रहेंगे,ये बाहर से आक्रांता और व्यापारी के रूप में मुस्लिमों और ईसाइयों की तरह ही आये थे।इनमें विजेता का श्रेष्ठता भाव मुसलमानों और ईसाइयों की तरह ही हैं।मगर बंगाल बिहार ,पंजाब ,महाराष्ट्र,तमिलनाडू से उठ रही मूलनिवासी जनक्रांति से परेशान होकर ये नाटक हो रहा है।
Santan Mean jhuthon badmashon makkaron ka thag tola jo varan sistum bnaa kar uch nich mei vishvaash bnata hai. Yani brabri bayicharay insaniyat ka dushman.
Brahman na sanatan hai na hi hindu, brahman sirf brahman hai. inka dharm vaidik dharm hai aur yaghya-havan kar pashu bali dekar unka mans kahta hai. Ye murti pujak nahi hai arthat Buddha viharo ko kabjja kar mandir bana diya hai. istarah samay ke sath girgit ki tarah rang badalta hai.
@@madhusudansalkar2309 Ramayan महाभारत एक काल्पनिक कहानी है इतिहास से इसका कोई लेना देना नहीं इस देश में ना तो कभी Ram पैदा हुआ ना कृष्ण पैदा हुआ ना ही शंकर पैदा हुआ इस देश मे बुद्ध महावीर पैदा हुआ है
The Sanatan Dharma is having Cost Discrimination, only RSS chief clarified, but no one from BJP, please note that if Cost Discrimination is not explained, then it is your Agenda against SC, ST, Dalits, Muslim, Christian, Jain, Sikh,Rajput and Buddishts.
Hindu religion's basic essentiality is caste discrimination or Caste system. It exists on the foundation (or root) of caste system. Hindu religion collapses with annihilation of Caste. Hindu religion cannot survive without the Caste discrimination in society.
Ram Punyani has no idea of Sanathan Dharm..He has not read Bhagvat Gita wherein Lord Krishna makes it clear that people of all Varn are equal because all are created from his energies...🙏🙏 The Lord also makes it clear that Varn of a person is not based on his/her birth..instead it is based on the in-born Gunas of the person... Bhagvat Gita is a "Shruti" (which means Core, the original, eternal & God given) and not a "Shmriti" (intepretation of vedas/upanishads/man made & evolving) like Manu smriti.🙏🙏 In the nutshell, it is abundantly clear that Caste system has no place in Sanathan Dharma🙏🙏
जाति तो दो ही है :- 1. नर, 2. नारी जाति ना पूछो साधु की पूछ लीजियो ज्ञान ‼️ जब साधु ही बताने लगे कौन किस जाति में पैदा हुआ है तब कौन साधु किस बात का साधु ⁉️
आज ज्यादातर आम हिंदू लोग वर्णवाद जातिवाद से दूर हो रहें है लेकिन ग्रामीण आंचल मे अभी भी वर्ण भेद मानसिकता मे है लेकिन इंटरनेट की दुनिया ने वो भी खत्म करने का विकल्प उपलब्ध करा दिया है
सनातन धर्म का आधार वेद हैं। महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज (एक संस्था )की स्थापना केवल सनातन पुनः स्थापित करने के लिए किया था। सनातन में योग्यता के आधार पर वर्ण व्यवस्था थीं।
सब से जरूरी बात ये है कि अगर ईश्वर एक और सर्वशक्तिमान मान कर अध्ययन किया जाय तभी सच्चे धर्म को जान सकते हैं । अगर एक ईश्वर को माना जाए तो सच्चे धर्मशास्त्र का पता चल सकता है ।
The word sanatan has Indo-European dimensions. We find it's cognates in the related languages like English, French, Latin, Persian, Italian, Lithuanian etc. Some examples: Sir, senior, signor, senile. It's proto- Indo-European toot is sen which means old.
सर हिंदुओं के ऋग्वेद की रचना तो गौतम बुद्ध के बाद ही की गई है | जैसा युटीयुब में साईस जर्नी के विद्वान का कथन है | यह ऋग्वेद की रचना प्राचीन पाली प्राकृत के धम्म लिपि ब्राह्मी लिपि में नहीं लिखकर हिंदी के देवनागरी लिपि में लिखे गए हैं यानी सन 1464.के पहले लिखित ऋग्वेद के होने के प्रमाण नहीं मिलते हैं | ❤
Mahanubhab, SJ ki us bidwan ko jara puchh lijiye, woh jo sada hi puchta rahta hai, Tumhara Dharm ka naam kya hai? Yeh puri taraha murkhatapurn hai, kyunki koi bhi manab ka alog alog dharm nahi ho sakta, Jo dharan karne yugya hota hai usey dharm kahte hai, Dharm sabd ka koi dusre bhasha main sabd nahi hai, Yeh saare tarko ko dhumil karke Adi Sankaracharyaji Sanatan Dharm ka punoh sthapna ki hai, Hindu sabd koi Persian yah gaali nahi hai, Rambhadracharyaji ko sune aapne sastra main ullekh hai koi baar, aur sabse murkhatapurn baat to yeh hai ki jo jaatibaad ko Sanatan bata rahe , Bhai Sanatani Sastra main jaatibaad hai hi nahi, Sastra padke baat Kiya kare, samaaj ko bhramit na kare
जातियां वृत्ति से जुड़ी है।कर्म या वृत्ति बदलने के बाद जाती क्यों नहीं बदली गई। वर्णाश्रम व्यवस्था बुरी थी तो आजादी के बाद संबिधान में वर्तमान वर्गीकरण चार सामान्य पिछड़े परिगणित वर्ग परिगणित जन जाति क्यों बनाया गया। सामाजिक आर्थिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से वर्गीकरण किया गया होता और सबको पढ़ने का अधिकार कानून बना कर रोक लगा होता तो शायद अच्छा रहता।चार प्रकार या पांच प्रकार की वर्गीकरण किया गया होता। जाति लिखना समाप्त कर देना चाहिए था,। धन्यवाद
ये बात डॉ अंबेडकर ने भी कहीं है कि आप किसी हिंदू से पूछे कि वो हिंदू क्यों हैं? तो वह कुछ जवाब नहीं दे पायेगा अगर देगा तो वह कहेंगा कि मैं इस देवता कि पूजा करता हुँ इस कारण में हिंदू हुँ और सभी लोग अलग अलग देवताओं के नाम से जवाब देंगे।
आप दोनो का कई विडियो देखने से यह पता चलता है कि आप अपनी अपनी रोटी सेंक रहे हैं बोध धर्म का प्रचार कर रहे हैं अशोक सम्राट का कत्ल कर ना नहीं दिखाई देता है चिन का बिसतार बाद नहीं दिख रहा है बुध को मानने वाले बुद्धिमान है और भगवान को मानने वाले बुरड़क है धन्य है आप का लेक्चर
सनातन शब्द मूल्यों के लिए इस्तेमाल हुवा है. शाश्वत/नीती/स्वभाव मूल्यों से ज्यादा शील जैसे का मूल्य. आपका अभ्यास द्वारे हमें शिक्षित के हेतु मुकेश जी और पुनियानी जी इस विषय का फिर से एपिसोड करें जो conclusive हो. सनातन शब्द कहा कहा पर और किस किस सन्दर्भ मे पर आया इसके details दे. हिन्दू क्या है? धर्म है, नहीं है यह वाद कोर्ट मे गया. कोर्ट ने कह दिया इस देश मे हिन्दू नाम का कोइ धर्म नहीं है. कोर्ट और तथ्य सन्मान करें. कहीसे कोई महान व्यक्ति और उसके अनुयायी ने सनातन धर्म की स्थापना की है क्या? है तो Details दे. शिख धर्म की स्थापना के details जैसी. इस तरह कह सकते हैं -----. कृपया ऐसी हवा मत दे. सनातन का मतलब धर्म, ना आदि ना अंत वाली, शाश्वत यह किसीका वैयाक्तिक अर्थ सार्वजनिक प्रस्थापित करनेका प्रयत्न ना करें. जो इस्तेमाल किया वह और सत्य हेतुप्रत मेल खानेवाला तार्किक चाहीये. Confussive के बजाये conclussive रहे. आपका स्वागत है.
"ES DHAMMO SANANTANO" aisa Bhudha ne kaha hain. Baudh ka dhamma hi sanatan hai. Ved Budha ke baad likhe gaye hain. Agar yeh baat samaj jaoge to sara confusion door ho jayega. Ved Sanskrit mein kikhe gaye hain aur Sanskrit 10 CE mein aayi hain Budha ke baad. Ramayan aur Mahabharat bhi 14 CE mein likhi gayi hain. Yeh baat samjoge to koi confusion nahi rahega.
@@mritunjay6398Tu keya bol Raha Lindu pujari 🤣🖕 Lok kon hey Jo god ki book change Kar chake or ved buddha ki pehele tah Jake history par 🤣 or Hindu ne buddha KO Hindu banaya or Buddha NE nastik tah
सनातन धर्म, कभी धर्म नहीं हो सकता क्योंकि धर्म का नाम,हमेशा संज्ञा में होता है और सनातन गुणवाचक शब्द है यह संज्ञा कैसे हो सकता है ?? इसलिए हमारे धर्म का नाम कभी भी सनातन धर्म नहीं हो सकता है
Shudra do not follow any rituals of initiation of their newborn generation into any religion nor do wear yajnopavita. But, Sanatani Hindus wear yajnopavita and initiate their newborn generation into Sanatana Dharma with elaborate ceremonies with threading ceremony. Then, how does a shudra become Hindu without initiation into the religion?
सनातन शब्द का मतलब, ऐसे मुल्य, तत्व, जो चिरंतन है. जिसमे बदलाव नही हौता. जो सबके समान कल्याण के तत्व ,मुल्य है. सनातन नाम का धर्म नही होता.धर्म केवल धर्म होता है. न वो बौद्ध धर्म, ना हिंदुधर्म, ना मुस्लीम धर्म,ना इसायी धर्म. धर्म का मतलब सत्य मार्ग, चिरंतन सत्य.
Hindu dharam ,sanatan dharam ,ek aysha dharam hai . Jish dharam me adivasiyon ke Sarna dharm se sabd, bichar, Our maha parusho ko chori karke our baudh dharamo ke Sabdo ,bichar ,our maha purusho ki chori karke sanatan Hindu dharam banaya (garha) Gaya hai. Dharam me to sabse pahle Sarna dharam ke bad me budh dharam ke bad anekon Dharam ki utpati huwa. Ye satya hai,katai koi nahin kat sakta.
Your perspective is valuable, especially when considering the last 100 years. However, it's essential to delve deeper into our history, going back 1000 years, to truly understand the impact of centuries of slavery on our culture, language, and our comprehension of nature. Furthermore, we should explore the enduring principles of Sanatan Dharma, which define human responsibilities towards both society and nature.
अपने समय के सबसे कट्टर हिंदू अंबेडकर जी थे जो धर्म का विरोध नहीं किया हिंदू धर्म का केवल जातिवाद का विरोध किया उनके विचार से हिंदू धर्म में सभी तरह का परिवर्तन संभव है क्योंकि अंबेडकर जी क्रिश्चियन और इस्लाम को अच्छी तरह से जानतेथे
Ram puniya ji was with Soniya Gandhi When Manmohan sinh ji was prime minister. He was not elected but member of National Security committee which has no legal entity. So he is always against Hinduism Sanskrit etc
मैं एक बात कहना चाहूँगी बुद्ध ने कहा था उनका पाली में कहा जिसका हिन्दी में है वह है वैर को वैर से शांत नहीं किया जा सकता वैर अवैर से ही शांत होता है यही संसार का सनातन नियम है ( यह धम्मपद में है )
जनाब पुनयानी साहेब क्या ये सही है इस पर भी नजर डालें। इस्लाम में भी सल्फी विचार के लोग हैं जो अपने आप को पुराना इस्लाम मानते हैं सल्फी के माने भी पुराना या प्राचीन है
कोई भी धर्म सनातन हो ही नहीं सकता । सनातन तो प्राकृतिक तथ्य जैसे सूर्य, पृथ्वी, एवं सभी ग्रह सनातन हो सकते हैं । किसी धर्म को सनातन कहना धूर्त एवं स्वार्थी मनुष्यों की धृष्टता के अलावा कुछ नहीं । इस धरती पर मानव एवं मानव सभ्यता के लिए आवश्यक सिर्फ इंसानियत ही है । जो धर्म इंसानों में भेद भाव को स्वीकार कर एक इन्सान को दूसरे इंसान से किसी खास समुदाय में जन्म लेने की वजह से बेहतर एवं हीन बताता हो वह धर्म तो हो ही नहीं सकता और लोगों को ऐसे सभी धर्म को त्याग कर इंसानियत को ही तवज्जो देना चाहिए, लेकिन धर्म के नाम पर अपने आप को श्रेष्ठ समझने वाले कभी नहीं मानेंगे इसलिए इनका पूर्ण बहिष्कार करना चाहिए ।
Respect for Dr.Ram Puniyani and Prof. Mukesh Kumar.
सच्चा धर्म वही है जो मानवीय मूल्यों पर आधारित हो और जो समय के साथ सुधारवादी हो।
धर्म सुधारवादी ना हो उसके मूल्य सुधारवादी हो क्योंकि धर्म अपने आप में कभी कोई सुधार नहीं कर सकता हैं।
मुस्लिमों को समझा ये बात 😂😂
@@vipinsharma2283 क्यों क्या कारण हैं?
@@vipinsharma2283 इतनी घृणा कहाँ से आती है आपके अंदर। क्या आपको मुसलमान शब्द से या मुसलमानों से आपति हैं। अगर है तो पहले उसका कारण बताई।
Bhai koi hame batayega ham hai koun
शानदार चर्चा है।इतिहास का गहरा ग्यान है।
हिंदू धर्म का नाम संज्ञा है, जबकि "सनातन" शब्द विशेषण है | यह धर्म का नाम कैसे कहा जा सकता है !! 😂😂😂😂😂
Nobody except Puniya sir can explain correct religious history of Hindu society.
हमें गर्व है राम पुनियानी जी जैसे सच्चे इतिहासकार आज भी हमारे दरमियान मौजूद हैं 🙏♥️♥️♥️
रेडिकल एजेंट he
Dada akhiry samay me kyon desh ko todne me lege ho kisne apko bherkaya h apne desh ke hi khilaf bhajan kero ram ka nam lo dada
Abb apka age nahi h gandy bat kerne ki
@@AmitKumar-ld7koHe Is A Biomedical Professor With No History Subject How He Could Be A Historians
Garv nahin ghrina karo
बहुत ही अच्छा बातों पर विचार किया है
सनातन धर्म उत्तर वैदिक काल के बाद ब्राह्मणों का पाखंड है, इन्होंने वेदांत दर्शन को कुचलने का काम किया, लेकिन समय समय पर अनेकों संतो ने एक सत्य का ज्ञान देते रहे है, जिनका ये सनातनी हमेशा ही विरोध करते रहे क्यों की ये सत्य को स्वयं तो जान न सके और दूसरों को भी गलत व्याख्या किया।
Right congregation very good
ये वामपंथी गद्दार मीडिया देश द्रोही है, इनका एजेंडा इस देश को लूटने वालो का साथ देना है
तुम्हारी औकात केवल झूठे बेबुनियाद खबर, अरे , ये प्तलकार पागल हो गया ठगबंधन की चमचागिरी करते करते, टुकड़े टुकड़े गेंग ने इनको बुधिहिन् कर दिया है, बहुत दुखी है
डॉ राम पुनियानी साहेब,
स्टीक, सही, तर्क और तथ्यों सहित साधारण भाषा में जानकारी देते हैं जो बहुत बढ़िया, बहुत सही ढंग से सामान्य व्यक्ति को समझ में आ जाती है।
Namaskar , Mukesh Kumar ji thanks for calling great historian professor Ram Puniyani ji . Thanks team Satya Hindi .
बहुत अच्छा प्रेजेंटेशन।धन्यवाद पुनियानी जी
सनातन शब्द धम्मपद क्र 5 मे हैं. सन्दर्भ देखिये. अनुवाद: वैर, वैर से कभी शांत नहीं होता. अवैर से ही वैर शांत होता है. यही संसार का सनातन नियम है.
सनातन मूल्य के इस्तेमाल किया है. धम्म पद बुद्ध के वचन है.
वेद, महाभारत बुद्ध के बाद हुए.
@@shirishthakare9842 बिल्कुल सही कहा है आपने बौद्ध धर्म पहले है। वेद बाद के है। ये इतिहासकार झुठ बोल रहे हैं।
@@maganlalvarhat3624 Science Journey देखे वह अभ्यास, तथ्य, तर्क और सबूत के साथ बताता है. वह सबसे आगे है. उसपर भरवसा रख सकते है.
@@shirishthakare9842 adhure gyankar ved pehle aaya tha
@@shirishthakare9842vedik kaal ke baad hi Sidharth Gautam budhh bhagwan ye jati pratha ke liye hai alag rasta chunte hai
@@vivekshaw4626 मैं ने बुद्ध को देखा नहीं है. मैं उन्हें ज्यादा जानता भी नहीं हूँ. इसीलिए मै बहस नहीं करता. लेकिन जब बुद्ध का खयाल दिमाग़ मे आता है, अदभुत feel करता हूँ. समानता, प्रेम, संतुष्टी जैसे खयाल आते है.
मुकेश कुमार जी आप जीन विषयो का उहापोह कर रहे है वे आजकी सदिमे बहुत बडा ग्यान प्रदान कर रहा है. मै आपको धन्यवाद देता हुं.
गांधी की जाति व्यवस्था वर्ण व्यवस्था खूब मानते थे
Very informative and knowledgeable
Dr. Ram Punayi Sir you are really so knowledge and you are Hero and Tiger of Reality ❤❤❤ Love you Sir
Haji Zahid Shaikh from Mumbai
कभी ब्राह्मण कहता है कि वह आर्य है
कभी कहता है ब्रह्मा के मुंह से पैदा हुए हैं, कभी कहता है कि सनातनी है,
कभी कहता है कि सनातनी हिन्दू है,,
आज तक यह पाखंडी यही साबित नहीं कर पाया कि यह कौम है क्या,,
ऐसा महसूस होता है कि यह इन्सान है या गिरगिट,,?
Ye girgit se v super h rang bdlne me😂😂
behrupiya ( jews )
@@ShashikantSharma-op6ertu bhi toh Brahmin hi hain
बहुत अच्छा,और ज्ञान वर्धक लगा आपका चर्चा।
Hinduism is never older than budhism. Have u sir any proof. Then talk to sj sir
Thanks prof. Sahib for sharing your discussion with prof. Punyani. Very nicely and clearly explained the Sanatan/Hindu society.🌹🌹🙏🌹🌹
Everyone today is just throwing around the word Sanatan without knowing it's actual meaning! it is clearly mentioned in Srimad Bhagwad Gita
अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयमक्लेद्योऽशोष्य एव च |
नित्य: सर्वगत: स्थाणुरचलोऽयं सनातन: || (2.24)-
Tattva or that essence itself is what is Sanatan
यज्ञशिष्टामृतभुजो यान्ति ब्रह्म सनातनम् |
नायं लोकोऽस्त्ययज्ञस्य कुतोऽन्य: कुरुसत्तम || (4.31) - those who consume the remenants after offering it to the others, reach the Brahma which is Sanatan.
ममैवांशो जीवलोके जीवभूत: सनातन: |
मन:षष्ठानीन्द्रियाणि प्रकृतिस्थानि कर्षति || (15.7) - 'all' the beings are his ansh or part!
The Tattva, Brahma', 'Part of that Brahma' and also the avyay Boej are all what is Sanatan! Sanatan is not a dharma, but indeed the description of that tattva on which each and every thing and each and every being thrives!
सनातन शब्दों बुद्ध की किताबों me आता हैं. N ki वेदो.
Quality content and discussion in Hindi language 👌
इंसानियत धर्म सबसे सर्वोपरी है ।
AND SANATAN GOES AGAINST THIS FACT ALWAYS.
@@hindiurdulearning2679sanatan sabd budhha dharm ka hai hindu ka nhi videshi Brahmino ne budhh dharm se hindu dharm banaya hai hindu sabd bhi Mughlo ka diya hua gali hai
we need more learned people like him to know more about Hindu 🕉 history and religion 👏 🙏
mahabharat padho. isko ghanta ni pata
@@jidrit999 you should read 📚 books, first gain knowledge then argue..
padha isse liye to bol ra. learning from a communist what hinduism is is a joke@@shaheennawaz5390
Quran mie deen al qayyim ( saccha deen ya sanatan dharm) ka zikr hai ...surah Room ayat number 30..
@@Humanity4all1 ok
Is Dhammo Sanatano
:- Mahatma Buddh on Buddh Dham
Written on Stupa
सनातन का मतलब है प्रचलित पुराना चलने वाला प्राचीन काल से चलने वाला। ब्राह्मणवादियों का कहना है कि ये जो हमारा धर्म में विश्वास जो चली आ रही व्यवस्था ।यानी जाती वाद अछूत शूदर जैसी व्यवस्था ।
Enlightened discussion, Sanatan is nothing but caste system and untouchability
No, your understanding is not correct. What other feed is not sanatan. Sanatan is Budhism.
true, that is "aes dhammo sanantano" - towards enlightenment, in brahminical context what I said is true@@mritunjay6398
सनातन धर्म के परिपेक्ष में चर्चा के लिए धन्यवाद... सनातन धर्म ही हिन्दू धर्म धर्म है... और सनातन धर्म सदैव प्रगति शील धर्म के रूप में रहा है... चाहे राजा राम मोहन राय हो या दयानन्द सरस्वती जी हो या महात्मा बुद्ध हो... सनातन धर्म में आई बुराई को दूर करने का प्रयास किया है...
मैं तो चकरा गया हिन्दू कोई धर्म हे ही नहीं तो सब कौन सा धर्म मान रहे हैं ?
क्या प्रमाण है कि "वेद" , बौद्ध धर्म के पहले के हैं ?
Brahman dharam bolte the. Kyunki iss dharam ki har kitab brahman ne likhi, wo brahman mulya he. Hamare nahi
@@UPKARRASTOGI असल में कोई प्रमाण नहीं हैं , शायद ये भ्रामण वादी लोगो के लिखें हुए काव्य हो ?
धार्याति इति धर्म:।
अगर आप इंसान हैं तो राष्ट्र, समाज और परिवार की भलाई करना आपका धर्म हैं।
@@laxminarayannateriya2438 सरकार आपके बताये धर्म को नहीं मानती वह तो धर्म के नाम पर नफ़रत फैलती हैं
जय भीम,
Oxford Dictionary को देखें तै सनातन शब्द जो है वह नाम / noun नहीं है परंतु विशेषण / adjective है। इसलिए वो नाम सनातन धर्म कैसे हो सकता है?
सनातन विशेषण का अर्थ है
परंपरानुसार चला आता हुआ।
2.परंपरानिष्ठ, ऑर्थोडॉक्स।
जय भीम
Yes धम्मो सनातनो .....
Thank u Dr Mukesh ji....massive respect to Ram puniyani saab...
भारत का मूल धम बौद्ध ही है
सनातन का अभिप्राय भारतीय सभ्यता संस्कृति धर्म-दर्शन ज्ञान-विज्ञान मान्यताओं परम्पराओं आस्थाओं जीवन-मूल्यों जीवन-दर्शन जीवनशैली पूजा पद्धतियों की सतत श्रृंखला
धर्म सनातन है...शास्त्रो और दर्शन में धर्म मानव के जीवन मूल्य ही है और ये वैश्विक हैं.
Religion वास्तव में ईश्वरीय पूजा के लिये ईश्वर के विवरण , शक्ति के बखान और पूजा पद्धतियों और कर्मकांड का नाम है
ब्राह्मण कहां से हिंदू हैं,जब मुगलों ने जजिया लगाया था तो ये हिंदू से अलग ब्राह्मण थे।ये कल भी ब्राह्मण वैष्णव थे,आज भी है,कल भी रहेंगे,ये बाहर से आक्रांता और व्यापारी के रूप में मुस्लिमों और ईसाइयों की तरह ही आये थे।इनमें विजेता का श्रेष्ठता भाव मुसलमानों और ईसाइयों की तरह ही हैं।मगर बंगाल बिहार ,पंजाब ,महाराष्ट्र,तमिलनाडू से उठ रही मूलनिवासी जनक्रांति से परेशान होकर ये नाटक हो रहा है।
Sir hindu kush pahad jo aafganistan me hai usikI
Nam keise kab huaa......
महाभारत मानता है ?
Santan Mean jhuthon badmashon makkaron ka thag tola jo varan sistum bnaa kar uch nich mei vishvaash bnata hai. Yani brabri bayicharay insaniyat ka dushman.
Brahman na sanatan hai na hi hindu, brahman sirf brahman hai. inka dharm vaidik dharm hai aur yaghya-havan kar pashu bali dekar unka mans kahta hai. Ye murti pujak nahi hai arthat Buddha viharo ko kabjja kar mandir bana diya hai. istarah samay ke sath girgit ki tarah rang badalta hai.
@@madhusudansalkar2309 Ramayan महाभारत एक काल्पनिक कहानी है इतिहास से इसका कोई लेना देना नहीं
इस देश में ना तो कभी Ram पैदा हुआ ना कृष्ण पैदा हुआ ना ही शंकर पैदा हुआ
इस देश मे बुद्ध महावीर पैदा हुआ है
Professor you are the real man who display truth
बेहतरीन विश्लेषण जी!!!
Outstanding analysis! mind blowing discourse! Eye-opening presentation! congratulations! God bless you!
बौद्ध धम्म ही सनातन है ।
The Sanatan Dharma is having Cost Discrimination, only RSS chief clarified, but no one from BJP, please note that if Cost Discrimination is not explained, then it is your Agenda against SC, ST, Dalits, Muslim, Christian, Jain, Sikh,Rajput and Buddishts.
Hindu religion's basic essentiality is caste discrimination or Caste system. It exists on the foundation (or root) of caste system.
Hindu religion collapses with annihilation of Caste.
Hindu religion cannot survive without the Caste discrimination in society.
A well balanced analysis by proff Puniyani his knowledge on history is commendable.
Puniyani jee aap kaha se aaye hai.
Karmfal jarur bhogoge
7 mahino me
Ram Punyani has no idea of Sanathan Dharm..He has not read Bhagvat Gita wherein Lord Krishna makes it clear that people of all Varn are equal because all are created from his energies...🙏🙏
The Lord also makes it clear that Varn of a person is not based on his/her birth..instead it is based on the in-born Gunas of the person...
Bhagvat Gita is a "Shruti" (which means Core, the original, eternal & God given) and not a "Shmriti" (intepretation of vedas/upanishads/man made & evolving) like Manu smriti.🙏🙏
In the nutshell, it is abundantly clear that Caste system has no place in Sanathan Dharma🙏🙏
वेद किस भाषा में पहले लिखा गया। 2200 साल पहले किस भाषा का प्रयोग किया जाता था।
सनातन संज्ञा नहीं है। सनातन शब्द विशेषण है
विशेषण संज्ञा कि विशेषता होती हैं
धर्म का नाम संज्ञा होना चाहिए
न कि विशेषण
GODBLESS U BOTH & UR FAMILIES!
धर्म मूल्यों का ही संकलन है
धर्म का अर्थ है जो धारण करने योग्य
पुनियानी जी अपनी योग्यता बताए
इतिहास में अपना speclization बताइये
कुछ भी बोल दे रहे हो
जाति तो दो ही है :- 1. नर, 2. नारी
जाति ना पूछो साधु की पूछ लीजियो ज्ञान ‼️
जब साधु ही बताने लगे कौन किस जाति में पैदा हुआ है तब कौन साधु किस बात का साधु ⁉️
❤❤❤ Great think and History
आज ज्यादातर आम हिंदू लोग वर्णवाद जातिवाद से दूर हो रहें है लेकिन ग्रामीण आंचल मे अभी भी वर्ण भेद मानसिकता मे है लेकिन इंटरनेट की दुनिया ने वो भी खत्म करने का विकल्प उपलब्ध करा दिया है
सनातन धर्म का आधार वेद हैं। महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज (एक संस्था )की स्थापना केवल सनातन पुनः स्थापित करने के लिए किया था। सनातन में योग्यता के आधार पर वर्ण व्यवस्था थीं।
सनातन शब्द तो बुद्ध धर्म से है।
सब से जरूरी बात ये है कि अगर ईश्वर एक और सर्वशक्तिमान मान कर अध्ययन किया जाय तभी सच्चे धर्म को जान सकते हैं । अगर एक ईश्वर को माना जाए तो सच्चे धर्मशास्त्र का पता चल सकता है ।
Love u puniyani ji and Mukeshji. Love u love u love u love u veri Much for providing excellent knowledge to people of India.
Aaj maine subscribe kar diya hai.
The word sanatan has Indo-European dimensions. We find it's cognates in the related languages like English, French, Latin, Persian, Italian, Lithuanian etc. Some examples: Sir, senior, signor, senile. It's proto- Indo-European toot is sen which means old.
बहुत सारे मूल्यवान विशेषण हैं तो क्या समय समय पर उन्हें धर्म की संज्ञा दिया जावे।
थियोसॉफिकल सोसायटी की एनी बेसेंट ने सनातन संस्था की स्थापना की थी तबसे सनातन शब्द भारत में प्रचलित हुआ।
Wonderful Insightful Discussion 👏
सनातन धर्म, हिंदू धर्म की ही दूसरी तस्वीर है, ज़हरीली जाति व्यवस्था और वर्ण व्यवस्था से भरा!!!
सर हिंदुओं के ऋग्वेद की रचना तो गौतम बुद्ध के बाद ही की गई है | जैसा युटीयुब में साईस जर्नी के विद्वान का कथन है | यह ऋग्वेद की रचना प्राचीन पाली प्राकृत के धम्म लिपि ब्राह्मी लिपि में नहीं लिखकर हिंदी के देवनागरी लिपि में लिखे गए हैं यानी सन 1464.के पहले लिखित ऋग्वेद के होने के प्रमाण नहीं मिलते हैं | ❤
जो आप ने लिखा है वहीं सही है वेदों को 1464 में लिखा गया है ये दोनों लोग गोलमोल बात कर के लोगों को भ्रमित कर रहे है
Mahanubhab, SJ ki us bidwan ko jara puchh lijiye, woh jo sada hi puchta rahta hai, Tumhara Dharm ka naam kya hai? Yeh puri taraha murkhatapurn hai, kyunki koi bhi manab ka alog alog dharm nahi ho sakta, Jo dharan karne yugya hota hai usey dharm kahte hai, Dharm sabd ka koi dusre bhasha main sabd nahi hai, Yeh saare tarko ko dhumil karke Adi Sankaracharyaji Sanatan Dharm ka punoh sthapna ki hai, Hindu sabd koi Persian yah gaali nahi hai, Rambhadracharyaji ko sune aapne sastra main ullekh hai koi baar, aur sabse murkhatapurn baat to yeh hai ki jo jaatibaad ko Sanatan bata rahe , Bhai Sanatani Sastra main jaatibaad hai hi nahi, Sastra padke baat Kiya kare, samaaj ko bhramit na kare
@@ManoromaSinha-hm4ix will you debate with science journey
बिल्कुल सही कहा आपने
Ved pramanit hai aur yah chashmish science journey ki bolati band kar di hai maine aur uske pass sawalon ke jawab nahin isiliye block bhi Kiya hai
जातियां वृत्ति से जुड़ी है।कर्म या वृत्ति बदलने के बाद जाती क्यों नहीं बदली गई। वर्णाश्रम व्यवस्था बुरी थी तो आजादी के बाद संबिधान में वर्तमान वर्गीकरण चार सामान्य पिछड़े परिगणित वर्ग परिगणित जन जाति क्यों बनाया गया। सामाजिक आर्थिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से वर्गीकरण किया गया होता और सबको पढ़ने का अधिकार कानून बना कर रोक लगा होता तो शायद अच्छा रहता।चार प्रकार या पांच प्रकार की वर्गीकरण किया गया होता। जाति लिखना समाप्त कर देना चाहिए था,। धन्यवाद
Nice content
IMPROVE PUNYANI'S AUDIO...IT'S QUITE LOW IN UR VDOS! THANX BLESS U BOTH!
ये बात डॉ अंबेडकर ने भी कहीं है कि आप किसी हिंदू से पूछे कि वो हिंदू क्यों हैं? तो वह कुछ जवाब नहीं दे पायेगा अगर देगा तो वह कहेंगा कि मैं इस देवता कि पूजा करता हुँ इस कारण में हिंदू हुँ और सभी लोग अलग अलग देवताओं के नाम से जवाब देंगे।
आप दोनो का कई विडियो देखने से यह पता चलता है कि आप अपनी अपनी रोटी सेंक रहे हैं बोध धर्म का प्रचार कर रहे हैं अशोक सम्राट का कत्ल कर ना नहीं दिखाई देता है चिन का बिसतार बाद नहीं दिख रहा है बुध को मानने वाले बुद्धिमान है और भगवान को मानने वाले बुरड़क है धन्य है आप का लेक्चर
सनातन शब्द मूल्यों के लिए इस्तेमाल हुवा है. शाश्वत/नीती/स्वभाव मूल्यों से ज्यादा शील जैसे का मूल्य. आपका अभ्यास द्वारे हमें शिक्षित के हेतु मुकेश जी और पुनियानी जी इस विषय का फिर से एपिसोड करें जो conclusive हो. सनातन शब्द कहा कहा पर और किस किस सन्दर्भ मे पर आया इसके details दे.
हिन्दू क्या है? धर्म है, नहीं है यह वाद कोर्ट मे गया. कोर्ट ने कह दिया इस देश मे हिन्दू नाम का कोइ धर्म नहीं है. कोर्ट और तथ्य सन्मान करें. कहीसे कोई महान व्यक्ति और उसके अनुयायी ने सनातन धर्म की स्थापना की है क्या? है तो Details दे. शिख धर्म की स्थापना के details जैसी.
इस तरह कह सकते हैं -----. कृपया ऐसी हवा मत दे.
सनातन का मतलब धर्म, ना आदि ना अंत वाली, शाश्वत यह किसीका वैयाक्तिक अर्थ सार्वजनिक प्रस्थापित करनेका प्रयत्न ना करें. जो इस्तेमाल किया वह और सत्य हेतुप्रत मेल खानेवाला तार्किक चाहीये. Confussive के बजाये conclussive रहे. आपका स्वागत है.
"ES DHAMMO SANANTANO" aisa Bhudha ne kaha hain. Baudh ka dhamma hi sanatan hai. Ved Budha ke baad likhe gaye hain. Agar yeh baat samaj jaoge to sara confusion door ho jayega. Ved Sanskrit mein kikhe gaye hain aur Sanskrit 10 CE mein aayi hain Budha ke baad. Ramayan aur Mahabharat bhi 14 CE mein likhi gayi hain. Yeh baat samjoge to koi confusion nahi rahega.
@@mritunjay6398Tu keya bol Raha Lindu pujari 🤣🖕 Lok kon hey Jo god ki book change Kar chake or ved buddha ki pehele tah Jake history par 🤣 or Hindu ne buddha KO Hindu banaya or Buddha NE nastik tah
@@mritunjay6398 true. Dhammapad no. 5.
Ved after Buddha Right. Love u.
Exellent analysis in the light of truth and facts above the level of present poletical thinking
Sir please bataiye ke 'Buddhism se pehle' ke jo Ved aapne bataye hai, unke hum sab kaunse Museum ya doosri jagah par darshan kar sakte hai?
Society keeps evolving n keep changing..
सनातन धर्म, कभी धर्म नहीं हो सकता क्योंकि धर्म का नाम,हमेशा संज्ञा में होता है और सनातन गुणवाचक शब्द है यह संज्ञा कैसे हो सकता है ?? इसलिए हमारे धर्म का नाम कभी भी सनातन धर्म नहीं हो सकता है
Yadi ved budha se pehle ke hai to pali bhasha mein hone chahiye lekin ye to sankrit bhasha mei likhe hai jo bhasha 8,9th senchuri ke baad bani
Good explanation
Jay Bheem Jay Samvidhan Namo Buddhay
सनातन कोई धर्म नही, यह एक विशेषण हैं.. जो धम्म की विशेषता के लिए एस्तेमाल होता है
बौद्ध काल से पहले संस्कृत का उदय नहीं हुआ था। वेद बारहवीं सदी के बाद sanskritised पाली भाषा में लिखे गए हैं।
Kisi bhi tatv ko proof karne ke liye evidence ki jarurat Hoti hai aise sirf kahane se nahin hota hai
Very good video and with knowledge.............
Shudra do not follow any rituals of initiation of their newborn generation into any religion nor do wear yajnopavita. But, Sanatani Hindus wear yajnopavita and initiate their newborn generation into Sanatana Dharma with elaborate ceremonies with threading ceremony. Then, how does a shudra become Hindu without initiation into the religion?
❤❤ बहुत ही शानदार चर्चा 🌹🌹
Very good discussion.
सनातन शब्द का मतलब, ऐसे मुल्य, तत्व, जो चिरंतन है. जिसमे बदलाव नही हौता. जो सबके समान कल्याण के तत्व ,मुल्य है. सनातन नाम का धर्म नही होता.धर्म केवल धर्म होता है. न वो बौद्ध धर्म, ना हिंदुधर्म, ना मुस्लीम धर्म,ना इसायी धर्म. धर्म का मतलब सत्य मार्ग, चिरंतन सत्य.
Hindu dharam ,sanatan dharam ,ek aysha dharam hai .
Jish dharam me adivasiyon ke
Sarna dharm se sabd, bichar,
Our maha parusho ko chori karke our baudh dharamo ke
Sabdo ,bichar ,our maha purusho ki chori karke sanatan
Hindu dharam banaya (garha)
Gaya hai.
Dharam me to sabse pahle
Sarna dharam ke bad me budh dharam ke bad anekon
Dharam ki utpati huwa.
Ye satya hai,katai koi nahin kat sakta.
Your perspective is valuable, especially when considering the last 100 years. However, it's essential to delve deeper into our history, going back 1000 years, to truly understand the impact of centuries of slavery on our culture, language, and our comprehension of nature. Furthermore, we should explore the enduring principles of Sanatan Dharma, which define human responsibilities towards both society and nature.
धर्म एक ही है सनातन धर्म है
अपने समय के सबसे कट्टर हिंदू अंबेडकर जी थे जो धर्म का विरोध नहीं किया हिंदू धर्म का केवल जातिवाद का विरोध किया उनके विचार से हिंदू धर्म में सभी तरह का परिवर्तन संभव है क्योंकि अंबेडकर जी क्रिश्चियन और इस्लाम को अच्छी तरह से जानतेथे
Sanatan = forever
Dharma= dharam
Someone can say dharma is Sanatan but there’s no such thing as sanatan dharma.
शुक्रिया मुकेश कुमार सर आप जैसा पत्राकार को सलाम और राम यूनियनी जैसे इतिहासकार को सलाम
Ram puniya ji was with Soniya Gandhi When Manmohan sinh ji was prime minister. He was not elected but member of National Security committee which has no legal entity. So he is always against Hinduism Sanskrit etc
Hearfelt thanks for sharing the truth transparently!
मैं एक बात कहना चाहूँगी बुद्ध ने कहा था उनका पाली में कहा जिसका हिन्दी में है वह है
वैर को वैर से शांत नहीं किया जा सकता वैर अवैर से ही शांत होता है यही संसार का सनातन नियम है ( यह धम्मपद में है )
Sir apke debate me history archeological base per nahi hai balki dharmic grantho ke behalf per hai jo ki Puri tarah se sahi nahi hai.
M more educated now on the nuances of the history of India's culture, tradition and religious transformation with time.
Tthyao aur tarko ke aadhar pr nhi khwaboo aur propaganda ke aadhar pe 😅😅😅😂
सनातन का सामान्य अर्थ है पुरातन। अर्थात पुराना । पुरानी परंपराएं को चलाते रहना ही सनातन है। इसलिए सनातन कोई धर्म नही है।
Can I protest for this truth of yours? Do you agree with me? I will fight with full force and responsibility. Those who like me, please like it.
जनाब पुनयानी साहेब क्या ये सही है इस पर भी नजर डालें। इस्लाम में भी सल्फी विचार के लोग हैं जो अपने आप को पुराना इस्लाम मानते हैं सल्फी के माने भी पुराना या प्राचीन है
I read somewhere that Arya Samaj came against Sanatan dharm. Sanatan was based on rituals and traditions, etc which became redundent after sometime.
What can be the English term of SANATAN ?
Classic
कोई भी धर्म सनातन हो ही नहीं सकता । सनातन तो प्राकृतिक तथ्य जैसे सूर्य, पृथ्वी, एवं सभी ग्रह सनातन हो सकते हैं । किसी धर्म को सनातन कहना धूर्त एवं स्वार्थी मनुष्यों की धृष्टता के अलावा कुछ नहीं । इस धरती पर मानव एवं मानव सभ्यता के लिए आवश्यक सिर्फ इंसानियत ही है । जो धर्म इंसानों में भेद भाव को स्वीकार कर एक इन्सान को दूसरे इंसान से किसी खास समुदाय में जन्म लेने की वजह से बेहतर एवं हीन बताता हो वह धर्म तो हो ही नहीं सकता और लोगों को ऐसे सभी धर्म को त्याग कर इंसानियत को ही तवज्जो देना चाहिए, लेकिन धर्म के नाम पर अपने आप को श्रेष्ठ समझने वाले कभी नहीं मानेंगे इसलिए इनका पूर्ण बहिष्कार करना चाहिए ।