Jagadguru Shri Devnath Ved Vidyalaya
Jagadguru Shri Devnath Ved Vidyalaya
  • 107
  • 5 909 289
पाणिनीय अष्टाध्यायी अष्टमः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 08|सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
पाणिनीय अष्टाध्यायी अष्टमः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 08|सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR.
"अष्टाध्यायी" महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है। अष्टाध्यायी छह वेदांगों में मुख्य माना जाता है। इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पाद हैं; प्रत्येक पाद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्याय, बत्तीस पाद और सब मिलाकर लगभग 4000 सूत्र हैं।
१) संस्कृत भाषा का तो यह ग्रन्थ आधार ही है। इसका अन्य भारतीय भाषाओं परभी बहुत बड़ा प्रभाव है।
२) वैदिक भाषा को ज्ञेय , विश्वस्त, बोधगम्य एवं सुन्दर बनाने की परम्परा में पाणिनी अग्रणी हैं।
३) अष्टाध्यायी में कुल सूत्रों की संख्या 3996 है। इसमें सन्धि, सुबन्त, कृदन्त, उणादि, आख्यात, निपात,उपसंख्यान, स्वरविधि, शिक्षा और तद्धित आदि विषयों का विचार है।
४) आरम्भ में इसमे चतुर्दश (१४) सूत्र दिये हैं। इन्हीं सूत्रों के आधार पर प्रत्याहार बनाये गये हैं, जिनका प्रयोग आदि से अन्त तक पाणिनि ने अपने सूत्रों में किया है। प्रत्याहारों से सूत्रों की रचना में अति लाघव आ गया है।
५) पाणिनि कृत अष्टाध्यायी वैसे तो व्याकरण का ग्रंथ माने जाते हैं किन्तु इन गंथों में कहीं-कहीं राजाओं एवं जनतंत्रों के घटनाचक्र का विवरण भी मिलता हैं।
६) गोत्र जनपद और वैदिक चरणों के नाम से स्त्रियों के नामकरण की प्रथा का 'अष्टाध्यायी' में पर्याप्त उल्लेख हुआ है। इससे स्त्रियों की सामाजिक प्रतिष्ठा और गौरवात्मक स्थिति का संकेत मिलता है।
७) पाणिनि ने निम्नलिखित नामों का सूत्र में उल्लेख किया है- अवंती जनपद के क्षत्रिय की कन्या अवंती, कुंती जनपद या कोंतवार देश की राजकुमारी कुंती, कुरु राष्ट्र की राजकुमारी कुरु, भर्ग जनपद की राजकुमारी भार्गी आदि। पांचाली, वैदेही, आंगी, वांगी, मागधी, यह नाम प्राच्य देश के जनपदों की स्त्रियों के थे।
ALSO SEE :-
पाणिनीय शिक्षा - ua-cam.com/video/jdm13pN2H_Q/v-deo.html
वेदांगज्योतिषम् - ua-cam.com/video/a4wnzKzy8Zg/v-deo.html
पिङ्गलछन्दः सूत्रम् - ua-cam.com/video/-5r8H5mM8AE/v-deo.html
संपूर्ण निघण्टुशास्त्रम् - ua-cam.com/play/PL1ygd2rsHYlGU7b-0w3WuxgU6YPcOuBI3.html
आश्वलायनगृह्यसूत्रम् - ua-cam.com/play/PL1ygd2rsHYlEaeym3RpUjhwXheqN72uLf.html
Переглядів: 957

Відео

पाणिनीय अष्टाध्यायी सप्तमः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 07|सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 274Рік тому
पाणिनीय अष्टाध्यायी सप्तमः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 07|सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. "अष्टाध्यायी" महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है। अष्टाध्यायी छह वेदांगों में मुख्य माना जाता है। इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पाद हैं; प्रत्येक पाद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्याय,...
पाणिनीय अष्टाध्यायी षष्ठः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 06|सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 266Рік тому
पाणिनीय अष्टाध्यायी षष्ठः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 06|सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. "अष्टाध्यायी" महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है। अष्टाध्यायी छह वेदांगों में मुख्य माना जाता है। इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पाद हैं; प्रत्येक पाद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्याय, ...
पाणिनीय अष्टाध्यायी पञ्चमः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 05|सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 275Рік тому
पाणिनीय अष्टाध्यायी पञ्चमः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 05|सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. "अष्टाध्यायी" महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है। अष्टाध्यायी छह वेदांगों में मुख्य माना जाता है। इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पाद हैं; प्रत्येक पाद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्याय,...
पाणिनीय अष्टाध्यायी चतुर्थः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 04|सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 185Рік тому
पाणिनीय अष्टाध्यायी चतुर्थः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 04|सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. "अष्टाध्यायी" महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है। अष्टाध्यायी छह वेदांगों में मुख्य माना जाता है। इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पाद हैं; प्रत्येक पाद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्याय...
पाणिनीय अष्टाध्यायी तृतीयः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 03|सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 180Рік тому
पाणिनीय अष्टाध्यायी तृतीयः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 03|सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. "अष्टाध्यायी" महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है। अष्टाध्यायी छह वेदांगों में मुख्य माना जाता है। इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पाद हैं; प्रत्येक पाद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्याय,...
पाणिनीय अष्टाध्यायी द्वितीयःअध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 02|सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 280Рік тому
पाणिनीय अष्टाध्यायी द्वितीयः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 02|सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. "अष्टाध्यायी" महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है। अष्टाध्यायी छह वेदांगों में मुख्य माना जाता है। इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पाद हैं; प्रत्येक पाद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्या...
पाणिनीय अष्टाध्यायी प्रथमः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 01|सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 1,1 тис.Рік тому
पाणिनीय अष्टाध्यायी प्रथमः अध्यायः| PANINIYA ASHTADHYAYI 01|सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. "अष्टाध्यायी" महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है। अष्टाध्यायी छह वेदांगों में मुख्य माना जाता है। इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पाद हैं; प्रत्येक पाद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्याय,...
आश्वलायनगृह्यसूत्रम्|चतुर्थोऽध्यायः|ASHVALAYANA GRUHYASUTRA 04|सुस्पष्ट उच्चारणसहित|JSD VEDVIDYALAYA
Переглядів 975Рік тому
आश्वलायनगृह्यसूत्रम्|चतुर्थोऽध्यायः|ASHVALAYANA GRUHYASUTRA 04|सुस्पष्ट उच्चारणसहित|JSD VEDVIDYALAYA BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. आश्वलायन गृह्यसूत्र इस वैदिक ग्रंथ के रचयिता श्रीआश्वलायन ऋषि हैं। ऋग्वेद का यह गृह्यसूत्र ग्रंथो में प्राचीनतम माना जाता है । इसमें चार अध्याय हैं। इसके मुख्य प्रतिपाद्य-विषय निम्नलिखित हैं : अध्याय १ : पाकयज्ञ, दैनिक होम, स्थालीपाक, पुंसवन, सीम...
आश्वलायनगृह्यसूत्रम्|तृतीयोऽध्यायः|ASHVALAYANA GRUHYASUTRA 03|सुस्पष्ट उच्चारणसहित|JSD VEDVIDYALAYA
Переглядів 545Рік тому
आश्वलायनगृह्यसूत्रम्|तृतीयोऽध्यायः|ASHVALAYANA GRUHYASUTRA 03|सुस्पष्ट उच्चारणसहित|JSD VEDVIDYALAYA BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. आश्वलायन गृह्यसूत्र इस वैदिक ग्रंथ के रचयिता श्रीआश्वलायन ऋषि हैं। ऋग्वेद का यह गृह्यसूत्र ग्रंथो में प्राचीनतम माना जाता है । इसमें चार अध्याय हैं। इसके मुख्य प्रतिपाद्य-विषय निम्नलिखित हैं : अध्याय १ : पाकयज्ञ, दैनिक होम, स्थालीपाक, पुंसवन, सीमन...
आश्वलायनगृह्यसूत्रम्|द्वितीयोऽध्यायः|ASHVALAYANA GRUHYASUTRA02|सुस्पष्ट उच्चारणसहित|JSD VEDVIDYALAYA
Переглядів 455Рік тому
आश्वलायनगृह्यसूत्रम्|द्वितीयोऽध्यायः|ASHVALAYANA GRUHYASUTRA 02|सुस्पष्ट उच्चारणसहित|JSD VEDVIDYALAYA BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. आश्वलायन गृह्यसूत्र इस वैदिक ग्रंथ के रचयिता श्रीआश्वलायन ऋषि हैं। ऋग्वेद का यह गृह्यसूत्र ग्रंथो में प्राचीनतम माना जाता है । इसमें चार अध्याय हैं। इसके मुख्य प्रतिपाद्य-विषय निम्नलिखित हैं : अध्याय १ : पाकयज्ञ, दैनिक होम, स्थालीपाक, पुंसवन, सी...
आश्वलायनगृह्यसूत्रम्|प्रथमः अध्यायः|ASHVALAYANA GRUHYASUTRA 01|सुस्पष्ट उच्चारणसहित|JSD VEDVIDYALAYA
Переглядів 1,2 тис.Рік тому
आश्वलायनगृह्यसूत्रम्|प्रथमः अध्यायः|ASHVALAYANA GRUHYASUTRA 01|सुस्पष्ट उच्चारणसहित|JSD VEDVIDYALAYA BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. आश्वलायन गृह्यसूत्र इस वैदिक ग्रंथ के रचयिता श्रीआश्वलायन ऋषि हैं। ऋग्वेद का यह गृह्यसूत्र ग्रंथो में प्राचीनतम माना जाता है । इसमें चार अध्याय हैं। इसके मुख्य प्रतिपाद्य-विषय निम्नलिखित हैं : अध्याय १ : पाकयज्ञ, दैनिक होम, स्थालीपाक, पुंसवन, सीम...
ज्ञानेश्वरी अष्टादशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 18 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 1,4 тис.Рік тому
ज्ञानेश्वरी अष्टादशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 18 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. महाराष्ट्रातील संतकवी माऊली श्रीज्ञानेश्वर महाराज रचित ज्ञानेश्वरी हा प्राकृत मराठी भाषेतील श्रीमद् भगवद्गीतेवरील टीकाग्रंथ आहे. वारकरी संप्रदायातील सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ म्हणून याचे नित्यपठण व पूजन केले जाते. ज्ञानेश्वरीचे आजवर अनेक विद्वानांनी अध्ययन व संशोधन केलेले दि...
ज्ञानेश्वरी सप्तदशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 17 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 666Рік тому
ज्ञानेश्वरी सप्तदशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 17 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. महाराष्ट्रातील संतकवी माऊली श्रीज्ञानेश्वर महाराज रचित ज्ञानेश्वरी हा प्राकृत मराठी भाषेतील श्रीमद् भगवद्गीतेवरील टीकाग्रंथ आहे. वारकरी संप्रदायातील सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ म्हणून याचे नित्यपठण व पूजन केले जाते. ज्ञानेश्वरीचे आजवर अनेक विद्वानांनी अध्ययन व संशोधन केलेले दिस...
ज्ञानेश्वरी षोडशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 16 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 653Рік тому
ज्ञानेश्वरी षोडशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 16 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित BY@JAGATGURU SHREE DEVNATH VED VIDYALAYA, NAGPUR. महाराष्ट्रातील संतकवी माऊली श्रीज्ञानेश्वर महाराज रचित ज्ञानेश्वरी हा प्राकृत मराठी भाषेतील श्रीमद् भगवद्गीतेवरील टीकाग्रंथ आहे. वारकरी संप्रदायातील सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ म्हणून याचे नित्यपठण व पूजन केले जाते. ज्ञानेश्वरीचे आजवर अनेक विद्वानांनी अध्ययन व संशोधन केलेले दिसून...
ज्ञानेश्वरी पञ्चदशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 15 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 762Рік тому
ज्ञानेश्वरी पञ्चदशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 15 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी चतुर्दशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 14 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 604Рік тому
ज्ञानेश्वरी चतुर्दशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 14 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी त्रयोदशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 13 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 1,2 тис.Рік тому
ज्ञानेश्वरी त्रयोदशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 13 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी द्वादशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 12 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 986Рік тому
ज्ञानेश्वरी द्वादशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 12 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी एकादशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 11 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 674Рік тому
ज्ञानेश्वरी एकादशोऽध्याय: | DNYANESHWARI 11 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी दशमोऽध्याय: | DNYANESHWARI 10 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 785Рік тому
ज्ञानेश्वरी दशमोऽध्याय: | DNYANESHWARI 10 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी नवमोऽध्याय: | DNYANESHWARI 09 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 713Рік тому
ज्ञानेश्वरी नवमोऽध्याय: | DNYANESHWARI 09 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी अष्टमोऽध्याय: | DNYANESHWARI 08 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 526Рік тому
ज्ञानेश्वरी अष्टमोऽध्याय: | DNYANESHWARI 08 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी सप्तमोऽध्याय: | DNYANESHWARI 07 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 792Рік тому
ज्ञानेश्वरी सप्तमोऽध्याय: | DNYANESHWARI 07 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी षष्ठोऽध्याय: | DNYANESHWARI 06 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 660Рік тому
ज्ञानेश्वरी षष्ठोऽध्याय: | DNYANESHWARI 06 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी पञ्चमोऽध्यायः | DNYANESHWARI 05 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 564Рік тому
ज्ञानेश्वरी पञ्चमोऽध्यायः | DNYANESHWARI 05 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी चतुर्थोऽध्याय: | DNYANESHWARI 04 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 677Рік тому
ज्ञानेश्वरी चतुर्थोऽध्याय: | DNYANESHWARI 04 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी तृतीयोऽध्यायः | DNYANESHWARI 03 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 781Рік тому
ज्ञानेश्वरी तृतीयोऽध्यायः | DNYANESHWARI 03 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी द्वितीयोSध्यायः | DNYANESHWARI 02 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 1,2 тис.Рік тому
ज्ञानेश्वरी द्वितीयोSध्यायः | DNYANESHWARI 02 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
ज्ञानेश्वरी प्रथमोSध्यायः | DNYANESHWARI 01 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA
Переглядів 6 тис.Рік тому
ज्ञानेश्वरी प्रथमोSध्यायः | DNYANESHWARI 01 with Lyrics |सुस्पष्ट उच्चारणसहित |JSD VED VIDYALAYA

КОМЕНТАРІ

  • @ramalaxmithakkar50
    @ramalaxmithakkar50 День тому

    🦄🍓🔮🍨🍦💒🎠🧀

  • @ajitjoshi4415
    @ajitjoshi4415 3 дні тому

    🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏

  • @sunandapendharkar7584
    @sunandapendharkar7584 4 дні тому

    स्पस्ट उच्चार खुप अप्रतीम.

  • @sangitabardapurkar1196
    @sangitabardapurkar1196 5 днів тому

    Jài Shree Krishna

  • @Priyadhandekar123
    @Priyadhandekar123 5 днів тому

    Sir mazi age 33 aahe pan mi kontihi gost visarun jate maza lagshat rahat nahi me ha short cha pathan kela tr maza buddhi madhe vad hoil ka😊

  • @mpkelkar69
    @mpkelkar69 5 днів тому

    वा छान पठण आहे ❤

  • @prakashjoshi7256
    @prakashjoshi7256 6 днів тому

    अप्रतिम सुस्पष्ट उच्चारण

  • @BhikhubhaiPatel-fg5bq
    @BhikhubhaiPatel-fg5bq 7 днів тому

    🕉🕉🕉🕉🕉

  • @KiranK.V-w7g
    @KiranK.V-w7g 8 днів тому

    Om Namo Narayanaya 🙏🙏🙏

  • @debasishbhattacharya1819
    @debasishbhattacharya1819 8 днів тому

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @jankijoshi5075
    @jankijoshi5075 9 днів тому

    जय श्री कृष्णा❤❤❤❤

  • @kautikbhokare4329
    @kautikbhokare4329 10 днів тому

    कृपया श्लोक क्रमांक चुकले आहे दोन क्रमांकच न दिल्याने श्लोकाचा शेवटचा अंक पस्तीस आला आहे तो चौतीस असावा असे वाटते

  • @AditiRailkar
    @AditiRailkar 10 днів тому

    ओम नमो भगवते वासू देवाय

  • @suvarnalatasonawane6455
    @suvarnalatasonawane6455 11 днів тому

    Om Namah Shivay. Har Har Mahadev. ❤

  • @Sreem2701
    @Sreem2701 12 днів тому

    Om namo bhagwate vashudev 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏

  • @vinayaknagare2802
    @vinayaknagare2802 13 днів тому

    Rama krushn hari

  • @pankajjha3459
    @pankajjha3459 14 днів тому

    हरे कृष्ण 🙏🙏 श्री मान मैं आपकी स्वर मैं साक्षात सरस्वती का वास लगता है । मेरा आपको दण्डवत प्रणाम स्वीकार करिए । बहुत ही अच्छा लगा । आप इसी तरह मार्गदर्शन करते रहिए । आपकी स्वर एवम् भाष्य मेरे हृदय को हमेशा ही छूता है । हरे कृष्ण🙏🙏

  • @Prajyotvolvoikar69
    @Prajyotvolvoikar69 15 днів тому

    Jai shree Narshimha namah 🌹🙏🌹🙏

  • @vibhutipathak8202
    @vibhutipathak8202 15 днів тому

    जय श्री गणेश जी।

  • @BhartiBatta
    @BhartiBatta 16 днів тому

    Om namah Laxmi Narayan ji ❤

  • @pramodjoshi508
    @pramodjoshi508 16 днів тому

    सुंदर पठण आभारी आहे धन्यवाद शुभेच्छा

  • @aartibawane6217
    @aartibawane6217 17 днів тому

    🙏🙏🙏🙏🙏

  • @tanujabhagwat2707
    @tanujabhagwat2707 19 днів тому

    रुद्राष्टकम रुद्राष्टकम यूट्यूब वर पाठवा😊

  • @Shammehare
    @Shammehare 19 днів тому

    महोदय स्तोत्रांची एक pdf जर कमेंट मध्ये दिली , तर सर्वांना ते डाउनलोड करता येईल...

  • @vidyalele120
    @vidyalele120 20 днів тому

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @ranjanadeshpande-d7c
    @ranjanadeshpande-d7c 20 днів тому

    गेली २ वर्षे सतत ऐकतोय. पाठ होत आलंय जवळपास. खुप छान वाटतंय. स्पष्ट उच्चार. खणखणीत आवाज. ॐ श्री परमात्मा नम:.

  • @giridharkulkarni1083
    @giridharkulkarni1083 20 днів тому

    आदरणीय गुरुजी खुप सुंदर स्पष्ट उच्चारण आहेत ऐकायला खुप गोड वाटते. आपल्या चरणी वंदन करतो मला ह्या पूरुषसुक्त ची संथा घ्यायची आहे. संथा स्वरुपात ही एखादा आॅडिओ तयार करुन पाठवाल का❤

  • @suchauk
    @suchauk 21 день тому

    ❤ ओम् नमो भगवते वासुदेवाय 🚩

  • @suchoudh
    @suchoudh 21 день тому

    Sunder

  • @mrudularaje7447
    @mrudularaje7447 21 день тому

    Apratim

  • @aruninamdar1779
    @aruninamdar1779 21 день тому

    छान

  • @prashantkarulkar3390
    @prashantkarulkar3390 22 дні тому

    त्रीवार नमस्कार .

  • @SanjaySahani-qy1re
    @SanjaySahani-qy1re 23 дні тому

    Radhey Radhey

  • @sanketpatil834
    @sanketpatil834 24 дні тому

    ❤❤❤❤❤❤❤❤❤ do you have devi aparad shama stotram in same tone, please please reply 🙏🏼🙏🏼🙏🏼

  • @laljibhaipatel1337
    @laljibhaipatel1337 27 днів тому

    Ram Krishna Hari Om Shree Krishna Govind Hare Murare He Nath Narayan Vasudev Jihve pibsvamrutmev dev Govind DAMODAR Madhaveti

  • @laljibhaipatel1337
    @laljibhaipatel1337 27 днів тому

    Om namah Shivay Om om om

  • @vedicadhyatma_
    @vedicadhyatma_ 29 днів тому

    Aap se bat kaise kar sakte hai kripya Number den

  • @vedicadhyatma_
    @vedicadhyatma_ 29 днів тому

    Aap se bat kaise kar sakte hai.

  • @shanmuganathansivakumar1179
    @shanmuganathansivakumar1179 29 днів тому

    सम्यगस्ति महोदयः आश्वलायन श्रौत सूत्रं कृपया प्रेषयन्तु भोः ऐतरेय ब्राह्मणमपि प्रेषयन्तु

  • @n.k.murthy88
    @n.k.murthy88 Місяць тому

    Acharyaji, please explain the remaining mantras of Yajurveda Purusha Sukta which starts with Adbhyah sambhutah prithivyai rasachcha Vishwakarmanah samavarthatadhi l Tasyah twashta vidadhadrupameti Tatpurushasya vishwamajanamagre ll

  • @KanchanPathak-h3p
    @KanchanPathak-h3p Місяць тому

    मी काचन पाडे

  • @KanchanPathak-h3p
    @KanchanPathak-h3p Місяць тому

    खुपच सुदर

  • @yogeshwarsharma7090
    @yogeshwarsharma7090 Місяць тому

    रिद्धि सिद्धि के दातार गणेश जी महाराज की जय हो!

  • @suvarnalatasonawane6455
    @suvarnalatasonawane6455 Місяць тому

    Har Har Mahadev❤❤

  • @anilkelapure3274
    @anilkelapure3274 Місяць тому

    😢

  • @hemarawat2754
    @hemarawat2754 Місяць тому

    Om namo BHAGWATE VASUDEVAY NAMAH 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @MarutiKumbhar-mt6sl
    @MarutiKumbhar-mt6sl Місяць тому

    Shriram

  • @aartibawane6217
    @aartibawane6217 Місяць тому

    🙏🙏🙏🙏🙏

  • @kasturbenlakhamashibhinde7506
    @kasturbenlakhamashibhinde7506 Місяць тому

    PLEASE CHANT GEETAJI ADHDHYAYA

  • @sampadamayekar9213
    @sampadamayekar9213 Місяць тому

    हे ऐकल्याने काय फायदा होतो ह्याची माहिती मिळेल का.