साथियों यदि आपको आधुनिक धार्मिक विचारकों और public speakers जैसे Osho, J Krishnamurthi, Acharya Prashant, Leonard Susskind, Sam Harris, Stephen Hawking, Vikas Divyakeerti, Jay Shetty ji के विचारों और प्रश्नों पर भी वीडियो चाहिए तो हमें अवश्य बताएँ, हम एक series बनाएँगे। आशा करता हूँ कि ये video आपको अच्छी लगी होगी । 🙏🏻
कुछ भी बकवास करने को उत्तर देना कहते हैँ क्या जो इस वीडियो मे करी गयी है प्रश्नों को घूमाके ? कोई मुर्ख ही होगा जो पिछवाड़े पर बार बार लात खाने को दुख और उससे बचने को सुख कहेगा यानि जो धर्म ग्रंथ वैकुंठ शिव लोक गोलोक जन्नत बिहिस्त के बाग़, किंगडम ऑफ़ गॉड आदि को आनंद धाम बोलकर लोगो को भक्ति का लालच देते हैँ की वो ऐसी दुनिया है जहाँ कोई अभाव नहीं कोई दुख नहीं कोई जरा मृत्यु व्याधि का भय नहीं वो सब भी बकवास दुनिया ही मानी जाएगी इस तर्क से तो क्युकी बिना दुख के सुख की क्या वैल्यू है फिर. 😎 इस लॉजिक से तो दुनिया के सारे गधे सुखी माने जायेंगे जो दिन भर बोझ ढोने का दुख भोगने के बाद रात तो आनंद के महासागर का अनुभव करते होंगे 🤔🤭 और जो मानते हैँ ईश्वर केवल निराकार है और आनंद का सागर है इसीलिए उसको प्राप्त करना है फिर वो तो व्यर्थ प्रयास कर रहे क्युकी ईश्वर मे तो केवल आनंद ही आनंद है दुख तो है ही नहीं फिर दुख के बिना आनंद का क्या महत्व 😎.. इन्होने भी आम बाबाओ की तरह सवालों का सही जवाब देने की जगह manipulate ही कर दिया है जिससे ईश्वर का अस्तित्व और खतरे मे पढता दिख रहा 😎इन सवालों को घुमाने फिराने की जगह सीधे यह मानने मे पता नहीं क्या तकलीफ होती है धार्मिको को की ईश्वर एक पावर है लेकिन सर्वशक्तिमान बिल्कुल नहीं उसकी मर्ज़ी के बिना सब कुछ हो रहा है वो सबको शक्ति प्रदान तो करता है लेकिन किसी को कण्ट्रोल नहीं कर सकता और सृस्टि मे जो अनगिनत घटनायें घट रही हैँ इन पर ईश्वर का कोई बस नहीं चलता 😎 कोई केवल तमाशा देख सकता है इन बाबाओ के पास इन कठिनतम सवालों का जवाब होता तब तो देते इन सवालों का जवाब कुछ हद तक कबीर दास दे गए की ये सम्पूर्ण सृस्टि ईश्वर ने नहीं ईश्वर से अनजाने मे उतपन्न नकारात्मक शक्तियों काल और माया ने की है जो जीवो को केवल दुख देना चाहते हैँ क्युकी ईश्वर ने उनको अपने धाम से हमेशा के लिए निकाल दिया था इसीलिए काल ने ईश्वर के जीवो को ब्रह्माडो मे कैद रखने का निर्णय किया लेकिन ये भी एक कहानी ही लगती है कबीर का वास्तविक ज्ञान कुछ और ही था जिसे मिश्रित करके कबीर को ही भगवान घोषित करके नया पंथ बना दिया गया 😎 शायद कबीर वेदो के उस वाक्य को समझाना चाह रहे थे जिसमे कहा गया परमात्मा स्वयं सृस्टि नहीं करता उसकी अध्यक्षता मे प्रकृति ही सृस्टि प्रलय करती है क्युकी परमात्मा स्वयं सृस्टि यदि बनाता तो वो परमात्मा की तरह होती सत्य चित और आनंदमयी जबकि सृस्टि इसकी उल्टी है असत अचित और दुखमयी. यहाँ कबीर ने प्रकृति को ही माया कहा है और जिस अवधि मे सृस्टियां बनती और नस्ट होती है उसकी समय चक्र को काल कहा होगा और परमात्मा द्वारा अपने राज्य से निकाल देने का अर्थ निर्गुण निराकार से त्रिगुणमयी उतपन्न शक्तियों का परमात्मा से पृथक होने से होगा और 21 ब्रह्माण्ड ही क्यों 22 या 100 क्यों नहीं क्युकी ब्रह्माण्ड के चौदह आयाम या लोक और पिंड यानि शरीर के सातों आयाम या चक्र मिलके 21 की संख्या होती है और इन्ही तक काल और माया का राज्य कहा है और मन को भी काल का रूप कहा गया है जिसकी शक्ति बुद्धि भी त्रिगुणमयी है सात्विक राजसिक तामसिक और यही तीन गुणों मे जीव दुख पा रहा है इससे ऊपर उठ कर निर्गुण स्थिति प्राप्त करने को ही मोक्ष कहा है क्युकी भाव ही संसार है इसीलिए परमात्मा एक एनर्जी हो सकता है जिससे अनजाने मे यह दुखमयी जगत बना होगा और इसीलिए परमात्मा का हर स्थिति पर कण्ट्रोल नहीं हो सकता 😎इसीलिए यदि परमात्मा है भी तो भी सर्व शक्तिमान नहीं हो सकता 😎
आपने कहा कि एक ऐसी दुनिया जहाँ सभी सुखी हैं और दुःख नहीं है, जो कि एक निरपेक्ष दुनिया है, ऐसी दुनिया में कैसे पता चलेगा कि क्या सब वाकई में सुखी हैं। तो सुख की अनुभूति करने के लिए दुःख का होना जरूरी है। बहुत सही बात है। तो इस तर्क के साथ चले तो आपके कहने का मतलब है कि आपका ईश्वर, खुदा या गॉड जिसमें भी आप मानते हैं जिसने सृष्टि की रचना की है वो एक 5 साल की बच्ची (कहते हैं बच्चे भगवान के रूप होते हैं) का बलात्कार सिर्फ इसलिए होने देता, उसे एक जघन्य "दुःख" से गुजरने देता है ताकि दुनिया में सुख और दुःख का संतुलन बना रहे? तो ऐसे में अगर एक सृष्टि के "रचनाकार" को सुख और दुःख का संतुलन बनाने के लिए एक जघन्य अपराध को होने देना मंजूर है तो ऐसे में हम इस भगवान, अल्लाह, ईश्वर, गॉड या ये जो भी है उसकी पूजा हम क्यों करें? उसके आगे सर क्यों झुकाएँ? फिर तो ये दुनिया उसके बिना भी ठीक ही है। Kya ghor kalyug aaya hai......apne apne bhagwan ko saabit karne ke chakkar me insaan bacho ke rape ko bhi justify kar jaata hai.....vaah dhaarmik logo....aap sabhi ko mera shat shat naman hai..... 🙏🤦♀
ap ne bilkul sahi kaha. lakin in sanatan God give us freedom . God not interfare in our life. you know about karma. if you do bad or good kaarma. you will get that karma back. agar me Ram ji ke baat karu too unko khud dharte pe human body me ana pada tha take vo rakhsaso ko khatam kar sake.
Ok so let me try to give an answer for that question. Mujhe koi aise sanatan wala book ka gyaan nhi h but ye wo method h jisse mai e iss concept ko samjha h. Let us assume ki aapko ek class k 30 baccho ko sambhalna h. And wo sab 3-5 yrs k h. Aapne unko poora freedom diya h wo jo chahe krr sakte h but uski boundaries bhi set ki h. So koi baccha kuch kha rha h koi so Raha h koi khel raha h and koi fight krr ra h. Jab takk cheeze aapki boundaries se bahar nhi ja rahi aap sab cheeze hone de rahe ho but jaise hi koi boundaries ko cross karta h to aap action loge. Similarly bhagwan ne bhi kuch boundaries set ki like koi insaan pankh nhi uga sakta ya or koi physical or mental boundaries. Koi species kitni intelligent ho sakti h and things like that. So jo natural cheeze h wo bhagwaan ki set ki hui boundaries h and jo bhi kaam hum un set boundaries me krr pa rahe h wo hamare upar h. Bhagwan ne itna dimaag diya h ki kya sahi h or kya galat but uspe act kaise karna h ye hum pe chord Diya h. Again within boundaries. So although ek 5 saal ki bacchi k saath rape ek bahut buri cheez h but agar hum usko cosmic level pe dekhe to wo itni badi cheez nhi h. It's like kids fighting in class.
Tum bhi 5 saal ki ladki ka balatkaar kar sakte ho koi gadha Allah,ya god ,ya kisi god ka bachcha tumhe rokne nhi aayega bas jab fal milega to police pichhwade ko lal karke jail me dal degi
Are gawar🤦🏻agr bhgwan ko hi sb krna hota to vo hume mind aur hath pair kyo dete? mtlb galti khud kroge aur uska bill bhgwan pr thop doge ki bhgwan hi iska jimmedar hai wahh🥴
@@Dank-meme28 अरे श्रीमान बुद्धिमान, दुनिया की हर धार्मिक किताब में भगवान, अल्लाह, ईश्वर या गॉड को सबसे सर्वश्रेष्ठ बताया गया और इस वीडियो में डिफेंड भी तो उस सर्वश्रेष्ठ को ही किया जा रहा है जो है ही नहीं, उसके होने को प्रूफ करना पड़ रहा है। और तुमने कहा हर चीज के लिए जिम्मेदार तो इंसान है, तो मेरा सवाल भी वही है कि जब इंसान हर काम के लिए सक्षम है तो हमें भगवान, अल्लाह, ईश्वर या गॉड की क्या जरूरत है। और यहाँ मैंने सभी धर्मों की बात की है। और हाँ ज़रा अपनी शब्दावली थोड़ा सुधारें, मैंने तो सुना था धर्म को मानने वाले बड़े शांति प्रिय और दयालु होते हैं, यहाँ तो एक नास्तिक को शांति और स्नेह का पाठ पढ़ाना पड़ रहा है।
@@mishraanuj17 Following stupid rituals and trying to justify them in the name of science culture and justifying it by pseudoscience. Dividing people, of society by work.Dont have any idea about supreme being giving them names and do all sorts of nonsense
Yes, Bcs Today's generation does not want any boundaries, and want to do whatever shiiit going on in their mind without thinking about its moral ground which only comes with religious belief...!!!
I am a Muslim and It's very simple allah swt ( god ) is testing us by giving us suffering. I named it intensional complex lord intensionally gives us suffering to test us easy 😂
@@Chanakya2 Yes but, when did I disagreed😅. Even most arhats in Buddhism are brahmins only. If they were not seekers they must have never listened to buddha for a second.
What are you seeking? Let's say you're seeking happiness. Why would you seek it, unless you have some sort of belief that the answers lie in happiness?
@@chinnpatel no no... ofcourse your right but , a real seeker means you are seeking for truth , even seeking to know if a truth even exist or not . Without any beliefs.
मैं मर्यादा का बलात्कारी, मां बहन बेटी से जुड़ी गालियां देता हूं, नशा करता हूं, रिश्वत खाता हूं और खिलाता भी हूं, जुबान केसरी को उस मिट्टी में थूकना जिसे भारत कहा जाता है मेरी शान है, शादी में दहेज लेकर बीबी से पर्दा भी करवाता हूं और ऐसे ना जाने कितने काम करता हूं जो राम की मर्यादा से परे हैं, और मेरे जैसे ना जाने कितने आस्तिक हैं जो मुझसे भी ज्यादा बुरे कर्म करते हैं... क्या मैं रामभक्त हूं ????
मैं एक मर्यादा का बलात्कारी हूं, जैसे मैं मां बहन बेटी जैसे सम्मान जनक शब्दों को गंदी गंदी गालियां देने के लिए उपयोग करता हूं। रिश्वत लेता और देता हूं । नशा करता हूं, जुबान केसरी को देश की मिट्टी को रंगता हूं, शादी में दहेज मांगकर अपनी वाइफ से इस्लामिक परंपरा से शुरू हुई पर्दा प्रथा करवाने को मजबूर करता हूं। लड़कियों पर मस्त कमेंट भी करता हूं, हेलमेट और सीट बेल्ट मैं नहीं लगाता। और पाकिस्तानियों की तरह कानून तोड़ना मेरी शान है। और ऐसा नहीं है मैं ऐसा करने वाला अकेला हूं। मेरे जैसे ना जाने कितने है जो राम राम जपते हुए ये सारे कर्म करते हैं। तो क्या मैं और वो जो मेरे जैसे हैं जो मर्यादाओं का बलात्कार रोज नहीं हर घंटे करते हैं, वो रामभक्त हैं ???
I am a Muslim and It's very simple allah swt ( god ) is testing us by giving us suffering. I named it intensional complex lord intensionally gives us suffering to test us easy 😂
I am a Muslim and It's very simple allah swt ( god ) is testing us by giving us suffering. I named it intensional complex lord intensionally gives us suffering to test us easy 😂
i am very much happy that atheism is expanding in india because it is the future. questioning the authority and find answer to the question which is answered by scientific method/ evidences.
।यह अनुभव का विषय है। जब मैं यह सोचता हु कि भगवान नही है फिर अपने चारो तरफ देखता हु तो फिर लगता है इतनी सुंदर रचना के पीछे कोई तो है। जैसे यह प्रकृति सभी का भरण पोषण कर रही है । फूलो मैं खुशबू । आम रस, हमारा शरीर । यह प्रकृति ही ईश्वर की गवाही दे रही है।
यानि सुख का अनुभव करने के लिए लात खाना जरुरी है सुरक्षा के अनुभव के लिए बलात्कार होने जरुरी हैँ क्राइम होने जरुरी हैँ? अगर यही जवाब सरकार देने लग जाएगी फिर देश का क्या होगा? 😎 और लेकिन यही कथा वाचक बोलते फिरते हैँ भगवान के दिव्य लोको और धामों मे तो ये सब नहीं होता ना कोई क्राइम ना कोई रेप तो इसका मतलब भगवान के धाम मे कोई आनंद नहीं 😎 और अगर आनंद है तो जीवो के लिए दुख मयी और अपने लिए आनंद मई धाम बनाने वाला भगवान दयालु तो कतई नहीं हो सकता 😡😡किसी के पास कोई उचित जवाब नहीं नास्तिको के इन प्रश्नों का बस सब गोल गोल घूमाते रहते हैँ और खुद नए सवाल और पैदा कर देते हैँ 😡
किसी बात को साबित करने की जिम्मेदारी उस बात या चीज के पक्ष मे दावा करने वाले का होता है ना की उसके बात या चीज के ना होने के पक्ष मे तर्क देनेवाले का...
Ya just like many scientist didn't believe that thing like black hole can be exist before the discovery of black hole, we know about just 5% of universe rest 95 are still mysterious
@@tanmaykashyap9995 Just because you are atheist that doesn’t mean only you are right. Have watched his whole video and have you really understood our scriptures that allow and respect all thoughts and questioning? You sound just like a woke person.
साधारण सी बात है कि ईश्वर का होना या ना होना हमारे लिए इतना जरूरी नहीं है जितना इसको बना दिया गया है। ईश्वर की खोज का एक उदाहरण देता हूं। एक आदमी के घर में बहुत चीटियां हो गई थी उसने उनको रोज खाना डालना शुरू किया, चीटियां बहुत खुश थी खाती पीती मस्त रहती, एक दिन वह आदमी कहीं दूर लंबी यात्रा पर निकल गया और मर गया। चिटियों का खाना दाना बंद हो गया, अब चीटियां उस आदमी को ढूढने निकली, लेकिन उन्होंने कभी उस आदमी को देखा तक नहीं था, सिर्फ खाने से मतलब था। चिटियों के कई linage खत्म हो गई ढूंढते ढूंढते और अभी भी उनके बच्चे ढूंढ रहे हैं भूखे प्यासे, उसके घर में भी घेरा डाले हुए हैं, नए नए घरों में ढूंढ रहे हैं, नहीं मिल रहा है, आपस युक्तियां बना रहे हैं, लड़ मर रहे हैं, ज्ञानी पैदा हो रहे हैं अपने तरीकों को धर्मो का नाम दे रहे हैं। बाद चलते आ रहा है😊😊😊 ईश्वर होगा तो अनुभूति होगी, प्रमाण मिलेंगे। नहीं तो बिलकुल नहीं है।
जब तक दुख न मिले तब तक सुख नहीं मिल सकता इससे मूर्कतापूर्ण तर्क कोई नही हो सकता। फिर तो सरकार को भी समाज में भेदभाव रखना चाहिए क्योंकि अगर सब सुखी हो गए तो फिर सुखी होने का अनुभव नहीं होगा मतलब एक छोटा बच्चा भी इससे थोड़ा अच्छा तर्क तो दे ही देता
None of the above exists, but you can believe in it if you want. But that doesn't prove its right. Its like believing earth is flat. But truth is otherwise
@KrishnaTravelsYT First of all that's a strawman argument. All these people are dead and there are individual sources who confirmed their existence. Are you telling me that your god is dead as well?
Bhagwan kahan se ho gya ye swami narayan, pakhandi mat hai ye ek, iska asli nam ghanshyam pandey tha, jisko baad me iske pakhandi chelon ne bhagwan bna diya।
Nilkandh warni Narayan ke best devotee the samjha Aur rhi baat Narayan toh ishwaro me sabse sresth wahi hai aur vah shambhu hai matlab nahi ve kabhi janm liye Aur nahi kabhi mrityu hoga unka vo immortal hai Vaise bhi hindu dharm me sabhi devi devta hi immortal hai
@@Juniorsignmasterkya matlv bhai, ache se btao. vese bhagwat geeta me shri krishn ji ne khud kaha h ki "me hi param satya/parm brahma/ parm aatma hu". shri krishn ji ka na hi aadi (start) hai na hi ant (end) h, ye parmaatma na hi kabhi janma, na hi kabhi mar skta h. bhgwaan hi is duniya ki energy ka source h, jitne bhi devi devta h, wo sb shri krishn ke ansh h, na hi brahma na hi shiv shri hari vishnu se upr h. shri hari hi is jagat ke swami h, unhone hi is univerve/multiverse/metaverse ko bnaya h. ye sb bhagwat geeta me likha h. hum log aatma h jo us parmaatma se alg hue h.
@@yxshhz ji bilkul sahi kaha aapne mere mere kehne ka mtlb h ki log Vishnu ji aur Krishna ji me bhi antar krte hn ab jaisa ki aapne kha ki Shree Krishna ne geeta me bola h aur Shree Krishna kon h ( swayam Vishnu ji hn vo ) aur log samjhte h ki Shree Krishna Vishnu ji se bhi upar hn toh ye toh galat h n unhe ye samjhna h ki geeta toh swayam Vishnu ji ne hi boli h apne krishn roop me
"If suffering and evil are necessary for people to understand happiness and goodness, does that mean an all-powerful and all-knowing God couldn’t create a world where people understand happiness without needing to experience suffering? Isn’t it possible for a being with unlimited power to teach and develop beings without using pain as a contrast?"
@@Sachin_Kalwaaar just because you don't understand this it's impossible , if he is GOD he created every single mind on this planet then why can't he just rewire the brain to form a feeling of absolute happiness without pain...
ईश्वर कुछ भी नही है ओर वही सब कुछ है ईश्वर शून्य है ओर वही पूर्ण भी वो अव्यक्त है ओर वही व्यक्त भी ईश्वर सब कुछ है जो सब हम देख सुन जान मान अनुभव कर सकते है सब मे ईश्वर है ओर वो सब के परे है ईश्वर अचिंत्य हे अर्निवचनीय है अदभूत अकल्पनीय अविश्वसनीय अगम्य अतुल्य है ईश्वर ही सबका आदि कारण अनादिबीज है वो सर्वोच्च सर्वोपरी सर्वस्व है यही परमसत्य हे जय श्री राम 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@@RationLineWorld God is everything everything is God he is eternal and forever Almighty supreme he is beyond everything you can't know him by any kind of logic evidence you only know him by complete surrender to him and believe worship him walk on right path the path of truth the path of religion knowing God is very very difficult but not impossible at all if you really want to know I think you satisfy with this answer God bless you
Aapko jankari ke liye bta du ki ishwar matlab aisa devta jo universe ke creator ho Aur vahi ishwar ko hindu dharm me brahmbh kaha jata hai aur islam dharm me Allah Aur iska matlab ye nahi ki keval universe creator devta hi hai iske alawa koi devta nahi hai Aur rhi baat ishwaro me sresth hai Parameshwar matlab Narayan wahi koti koti Brahmand ka sanchalan karte hai sabhi devi devta Gods angels sabka sanchalan vahi karte hai aur vahi pratyek jagah vas karte hai Aur Mahadev toh Parampitaparmeshwar hai matlab yus koti koti Brahmand ke ending and starting point wahi hai aur vo shambhu hai matlab nahi mrityu hai unka nahi janm hua unka Aise toh sabhi devi devta ishwar bhi immortal hai
@@Jituraj109 Ap bekar jankaari na dein ..swayam aur jankari prapt kare .. Apka anek Ishwar ka tatgya galat avedic hai ..aur islam ka allah hinduism ka brahm same nahi ..unke gun karm swabhav mai jameen aasman ka fark hai .. Kripya vichaar kare
As an atheist, great video it was great how respectful you were and how everything had logic behind it. The one thing I want to give a rebuttal for is that we can also look at the first question the other way round, what if good exists so that the bad moments hit even harder? Rich people exist so that the poor feel more horrible about their situation etc.
nah munna nah Ishwar aur jeev sada se the Kisi ne Kisi KO Nahi banaya Nahi ishwar Kisi atma KO Mita Sakta hai.....ishwar ne keval shristhi Bana ke atma KO lifecycle Mai vejdiya taaki hum kaabil ban Jaye aur Kisi janm mai ishwar ko janle aur sadhana karke ishwar ko paale aur mahapurush banjaye...fir paramananda mil Jayega....hum Anant janmo se bhatak rahe hai 84 life cycles mai.....bohot ache punya karma aur bhagwan ki kripa milne par manushya sarir aur vastavik guru milta hai jo hame sahi sadhana sikha sake aur ish dukh k sansar se paar laga sake....hame kaafi bar guru mila bhi hai lekin humne khud guru k prati 100% surrender nahi kiya aur fir kusang k fass gaye...har jeev ka lakshya ananda hai
That's an interesting idea :) Could God be evil? Maybe. Evil is just a word humans use to describe things they don't like. God, if he even exists, could have a different definition of evil than we do. Additionally, That's a philosophical question with infinite potential answers. One might imagine an evil god, a god with a plan for a greater good, or a god who doesn't exist at all. The problem then is, with the absence of any evidence, any answer is as valid as the other, and all are pure speculations.
जो ज्ञान आज के दिन कोई सत्संग में जाके हमे नहीं मिल सकता था वो ज्ञान हमे आपकी वजह से प्राप्त हो रहा है। सनातन धर्म की ध्वजा आप जैसे लोगों से हमेशा ऊंची और लहराती रहेगी। आप का कार्य प्रशंसनीय है।
आप जिस प्रकार से प्रत्येक वस्तु का विश्लेषण करते हैं वह प्रशंसा के योग्य है एवं वह हमारे लिए अविस्मरणीय हो जाता है| आप जो कार्य कर रहे हैं उसमें श्री राम आपका साथ दे एवं आपके सुखी तथा निरोग रखें| हमारी तरफ से शुभकामनाएं| जय श्री राम🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Aap jo karte ho woh karna mere liye sambhav hi nahi hai kyuki mai nihilistic hu aur moh maya ko without a second thought enjoy karta hu aur kaam karne se pehle sau baar khud se bolta hu ki iska kya matlab aur what if aur khud ki life destroy kar rha hu Please mere nihilistic belief ko break kar do aur meri life bacha lo Mujhme bohot potential hai par use nahi kar pa rha If you want to you can I trust you
India is always the land of seekers. Religion is very foreign thing to us. One should always be seeker of truth not a person with blind faith on any religion, philosophy or god.
@@HyperQuestScience is more powerful than god. God, allah bhagwan are just misconception made by ancient civilizations due to their low accessibility of knowledge to understand space That's why they laid on those things to God which they couldn't understood. Although it brought morality in them But nowadays God is just a hypothesis. It's not scientific.
@@HyperQuest How Vishnu's avtar lost powers as it became more advanced? Matsya avtar saved humanity, animals, plants and literature. Kurma avtar saved devas but couldn't stopped asuras. Varah avtar saved earth. Narsingh avtar saved his devotees. Vaman avtar saved universe. Parshuram avtar saved cow but killed kshatriyas. Ram avtar couldn't save his wife. Krishna avtar couldn't save destruction of India's clans. (Krishna was a failure). Vitthal avtar stood on a brick to wait for his devotee, making it sure that serving parents is a greatest service than poojapath. Bauddh was a complete failure who left his dharma and found lazy ways to live life. Kalki would come at the end of the world and would do nothing but watch the universe collapsing to singularity. That's it, god is powerless.
Sarvapratham is sundar vishleshan ke liye aapka bahu dhanyawaad bhaiya. Aaj ke vishleshan ne mujhe aur gahan vichar karne par vivash kiya hai. Kripaya iss series mein anek chitrapat laate rahiye, hamari taraf se dher saara prem
That means you have free will which btw is against the principles of gunas affecting behaviour or determinism from Gita itself. Everything happens because of the three gunas or prakriti and you have no free will.
3:55 भाई वो लोग पीड़ा की बातें कर रहे हैं। आप सबको अमीर बना भी देंगे फिर भी प्राकृतिक आपदा आने से उनकी पीड़ा खत्म नहीं हो जाएगी। पीड़ा एक शारीरिक क्रिया है, और दुख मानसिक, दोनों में फर्क है
Peedha ka karan Jivan hai. Kya Jeev jantuyo ko peedha ni hoti?? Har jivit cheeja ko peedha hoti hai. Kyunki jeevan peedha ka karan hai. Per agar tumhara sharir ka koi hissa sun padh jaye to baha kitni bhi chot kro peedha ni hogi per kya bo hissa tumhare kaam ka hoga ?? Sense prakarati ne diye hai ye uski creation and laws bina sense k Sharir kaam ni krega or sense rhega to peedha bhi rhegi. Yahi Prakrati ka niyam Ab tum kya chahte ho Ki bhagvan sense ko peedha k ahsas k liye band kr de per kaam krne k liye chalu kr de. Koi vyakti balatakar krne ja rha hai to use chamatkar kr k gayab karde kya aese duniya chal payegi. ????
@@abcxyz5618 इसलिए तो नास्तिक लोग बोलते हैं कि यह सब प्रकृति ने बनाया है. लेकिन आस्तिक लोग बोलते हैं कि भगवान ने बनाया है. सबसे बड़ा प्रश्न तो यही है कि भगवान है यह आपको कैसे पता चला? इसका जवाब इस वीडियो में नहीं दिया गया है
@@govindsuthar1397महा ज्ञानी तूने ध्यान से नहीं सुना । वह हर एक तरह की दुख और तकलीफ मिटाने को कह रहा है। उसमें सब कुछ आ जाता है प्राकृतिक आपदा, बीमारी, गरीबी सब कुछ । रही बात भगवान के होने और न होने की बात तो इस वीडियो का टॉपिक ही नहीं है । इस वीडियो का टॉपिक ही नहीं है ।
हिंदू धर्म एक विविध धर्म है और इसमें कई विचारधाराएं शामिल हैं। हिंदू धर्म में आध्यात्मिकता और परंपराओं पर विचारों की विविधता शामिल है , लेकिन इसमें कोई चर्च संबंधी आदेश नहीं है, कोई निर्विवाद धार्मिक प्राधिकरण नहीं है, कोई शासी निकाय नहीं है, कोई पैगंबर नहीं है और न ही कोई बाध्यकारी पवित्र पुस्तक है; हिंदू बहुदेववादी, एकेश्वरवादी, सर्वेश्वरवादी, अद्वैतवादी, अज्ञेयवादी, मानवतावादी या नास्तिक हो सकते हैं।
सत्य हिंदू में कर्मफल सिद्धांत प्रबल है साथ हि आत्मा कि अमरता और परमात्मा के अंतर्यामी और सर्वव्यापकता यह सैद्धांतिक सत्य प्रबल बाकी द्वैतवाद अद्वैत, और पुजा पद्धती इस पर इलैस्टीसिटी है
Hindu dharm nahi hain . Dharm keval sanatan dharm hai , aur ye Anya dharmo ke equivalent nahi hain , balki pure vishw ka hi dharm sanatan hai . Ye muslim , Cristian , judism , ye kaliyug ki den hai , aur inse equivalent dikhane ke liye hamare dharm ko bhi hindu nam de diya gya Jo ki Puri tarah se galat vichar dharana hai .
Bhai iska matlab aap rational hokar nhi sochh rahe ho ya fir ho sakta hai ki aap ne apna hi dharm granth nhi padha hai usme bhi bhut sare fault hai . Aur vaise bhi Hindu dharm hi kewal ye sab baate nhi kahta Jo aap ne likh rkha hai jab aap East ke country ke taraf jaenge aur unke dharm granth padhenge to vaha bhi inke bare me jankari milti hai .
The first question is still unanswered. Why there is suffering in the world when we are child of God and God loves us. He will give us happiness and abundance why should God care about meaning of happiness or richness why he expect us to worship him when he is all powerful. How our worshipping him changes anything when God is all Powerful
first of all... to understand God you need to understand who you are... then only you will understand that if God is there or not and when it comes to suffering... God is not the one who controls happiness and suffering its us who does.. it totally depends on us soo don't expect anything from your so called 'gods' there are above your perception sooo don't believe in anything... be a seeker
God neither expect you to believe in him nor expect you to worship him Since no one is innocent, no one has the right to ask for rewards God might be unconscious will or a sleeping entity whose we are but a dream Scientifically Most powerful God should be anything above Type 7 civilization and such a strong force in existence wouldn't give any kind of thought about helping such low level beings like us Why would such an entity care when it can create countless worlds like ours and can destroy them? Do you care about microbacterial life form?
भगवान जब धरती पर अवतार लेकर दुष्टों का संहार करते हैं, तो यही कहा जाता है कि, भगवान के हाथों मृत्यू होने की वजह से वो मुक्त हो गए। फिर तो कलयुग में भी कल्की अवतार द्वारा दुष्टों का संहार होगा और मुक्त हो जाएंगे। इसमें कर्म के फल का क्या हुआ? आखिर इतने पाप करने के बाद भगवान के हाथों मरने पर उन्हें सद्गति ही प्रात हो गई
@@Boxerr007 तो क्या मरना कष्ट नहीं है क्या? केवल वही नहीं मरता उसके आँखों के सामने पूरे कुल का नाश होता है तो क्या ये उसके कर्म का भोग नहीं है? मोक्ष कोई भी जीवात्मा तभी प्राप्त करती है जब न तो उसका कोई अच्छा कर्म शेष रह गया हो और न ही बुरा। परमात्मा का न्याय सामान्य मनुष्य जैसा नहीं है कि एक बार किसी कर्म के लिए नाराज़ हो गया तो हमेशा नाराज़ रहे। बल्कि परमात्मा सदैव एक रस रहता है उसमें कभी ख़ुशी कभी ग़म वाला स्वभाव नहीं रहता। एक बार यदि कर्म फल भोग लिया तो दोबारा नहीं भोगना होता है।
@@sanatandharmaurham ये मेरे सवाल का उत्तर नहीं है। मरने का कष्ट तो सभी को मिलना है, कोई इस से अछूता नहीं रह सकता। सवाल यह है कि, पापी व्यक्ति भगवान के द्वारा मारे जाने पर सद्गति को प्राप्त हो जाता है, इसमें कर्म का सिद्धांत ध्वस्त हो रहा है। फिर तो पापियों के लिए ये एक बहुत अच्छा offer ही है, उन्होंने जीते जी खूब पाप किए, और अंत में भगवान द्वारा वध होने पर मुक्त भी हो गए। कुल के नाश होने का कष्ट उन कष्टों के सामने कुछ भी नहीं को एक पापी व्यक्ति दूसरों दे चुका होता है
Dhire dhire jaise jaise humari universe ko janne ki kshamta badh rhi hai vaise vaise iswar jaisi chiz se log bahar aa rhe Hain 😊 Ek time aayega humlog is trap se Puri taraf Azad ho jayenge
WOW Bhai Ap IIT patna se HO Very Very Appriciable ki ap apne or Hamare Satya Sanata k liye Itna Acha Kam kr rhe h Prabhu ji apke Is Pryaas Me Sada Sarthi Bne Rhe
मंदिरों में आस्था के नाम कटते जानवरों, श्मशान में कचरे की तरह जलते मृतकों, भूत उतारते पुजारियों, माथे में सिंदूर, चार युगों की अवैज्ञानिक मान्यताएं, ये सब देखने के बाद मैंने Hindu belief system को चैलेंज किया और शुक्र है कि आज मैं agnostic हूं और हिंदू पहचान को छोड़ पाया।।
@@SK-re7vo Santan Dharma is a vast concept, 100s and millions of births are even less sufficient to atleast get its essence. Try searching out of dumb headed box. Your well wisher
दुनिया में नैतिकता रहे इसलिए भगवान का अवतरण एक बुद्धिमान इंसान की है। जो सही है। और मैं इस तरह के भगवान को मानता रहुगा। जो मनुष्य को मनुष्य बनाई रखती है। अन्यथा मैं किसी भगवान को नहीं मानूंगा।😊
My Physics teacher once told the class that, "Where their is a God,Their is a science ., He further said,read shiva purana you will get the all answers of cosmology, photons theory and modern physics ", But currently please focus on your pre medical science syllabus " Bdw he is an IITians and devote of lord shiva
@@souravmitra425if u refer me those verses, hymn which describes or explains those physics concepts ? It's ok u have faiths , please don't mix it with science Actually the phrase should be: "where is the science, there's no God" Basically god run far away from there
How? All he said is true. I have myself referred other sources too and those also talk about the same things. It's just you who is trapped in your little bubble and don't want to question it
@@HyperQuestLearn Evolution. Watch Richard Dawkins. "Natural Selection," very important word. Natural Selection is unconscious Selection, "Emergence." And when we say Universe came from nothing, we don't mean "nothing" is a thing, from which everything came ! No. Nothing means that doesn't exist, oxymoron. Universe came from nothing, means Universe is Omnipresent, till 13.8 billion years, and "There's no 'Before' to the Big Bang." You don't think about what was before to the Big Bang, it's a meaningless question, oxymoron. Creation never happened, there's no question of Creator. Only Evolution happened, Cosmic Evolution, Chemical Evolution, Biological Evolution. And Natural Selection means mindless material "Emergence." It's because of Entropy. Natural Selection is material "Emergence," Natural Selection doesn't mean Intelligent Design. If it's Intelligent Design then it's not Natural Selection. Whole point of Evolution is taking unscientific baseless hypothesis of Intelligent intervention out of the picture, and provide a "Natural" Scientific Answer, not depending on miraculous fairytales. Evolution isn't Intelligent Design. Evolution through Natural Selection means Materialistic mindless Emergence, Nature is "Blind Watch Maker." Whole point of Science of Cosmology is to take Super-Natural and Godly Magic out of the picture. Universe is Omnipresent, Self Sufficient. Everything unfolded the way it did, because of Entropy and consequential Emergence. Universe came from nothing, means Universe was never created, Universe is Omnipresent. Creation never happened, it's not Intelligent Design, there's no question of Creator. God is not a good theory. "It's called Faith cause it's not Knowledge." -Christopher Hitchens Universe is a mindless entity, and Universe is Omnipresent. "There's no Before to the Big Bang." -Stephen Hawking "Universe is ALL there IS, ever was, and ever will be." -Carl Sagan There's no such thing that exists outside Spacetime. Existence itself means "Existing IN Space THROUGH Time." "There's ONLY one World. The Natural World. And no Super-Natural." -Sean Carroll, Poetic Naturalism Consciousness arises through Physical Process of Information Processing in your Brain or Brain like Information Processor, no metaphysics or super-natural is involved. And Universe is not Conscious, cause Consciousness is a way for a system to interact with its outside enviorment, and there's nothing outside universe, there's nothing except universe. And universe is not a body to have mind. Universe doesn't interact with anything. Universe is everything. And only "Sanatan" is Truth. And Science is the ONLY Truth. Only "Sanatani" is Param-Prakriti. Be a "Charvak Hindu" Prakriti-vadi. Don't be a fanatic Fundamentalist "Mazhabi Sanatani." Be "Mukt Hindu" Free from ALL Scriptural Fundamentalism. Hindu is the only Jati. And Dharma has no essential relation with Super-Natural Faith or God. Dharma is not the way of Faith, Dharma is the way of Seeking, Scientific Truth and Humanist way of living. "Dharma : Seeking, Truthful Good Actions, Oneness (Oneness with the Universe, Oneness with ALL Humanity, Oneness with Everything.)" Be a "Vivek-Dharmi Charvak Hindu." Stay away from Naxal Fraud-Ambedkarite fraud-Islamo-Buddhists Conversion Racket.
I consider you as my spiritual Guru as I have got lots of spiritual knowledge from you and get motivation to read spiritual books thoroughly. So, I downloaded many spiritual books such as Vedas, Upavedas, Purans, Samhitas, Yoga Vasishta and many more from internet and tried to study and understand their deep concepts and tried to apply in my life Thanks for everything, Vishal sir Love and respect from me, Adarsh Kar from Sambalpur, Odisha 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sahi aur galat ki pehchaan insaan ko khud krni ha ishwar hmara margdarshan krte ha raah dikhate ha uspe chlna na chlna hmari mrzi ha...aur hum jo b karm krege uska bas result hme waisa hi milega....prithvi pe free will ha hme apna karm krne k lie par uska fal ishwar k hath me ha islie insaan ko khud decide krna ha sahi aur galat ka...ishwar rokege nahi lekin uska result zarur ishwar k hath me ha...we are here to learn lessons.
Brother your work is very appreciating..we need more people like you to revive our rich culture...one day you will be recognised for your contribution to society 😊...keep shining.... hopefully we meet someday in person....😊... जय सिया राम।🚩
आपकी बातचीत का तरीका बहुत अच्छा है और उसने मुझे बाध्य किया कि मैं आपकी बातों का जवाब दूं l वीडियो देखकर मुझे लगा कि आप की विचारधारा एक धर्म विशेष से पूर्व ग्रसित है यही कारण है कि आपने जो तर्क दिए हैं उनमें पूर्णता नहीं है l जब सुख और दुख की बात होती है तो यह जरूरी नहीं दुख के बिना हम सुख की अनुभूति नहीं कर सकते अगर किसी को कम सुख और किसी को अधिक सुख भी दिए जाएं तब भी तुलनात्मक अध्ययन से सुख का अनुभव किया जा सकता है इसके लिए सुख और दुख में जमीन आसमान का फर्क किया जाना जरूरी नहीं है l एक तरफ ऐसे लोग हैं जिनके कुत्ते मक्खन और ब्रेड खाते हैं और एक तरफ ऐसे लोग हैं लोग हैं जिन्हें दो दो दिन खाना नसीब नहीं होता l तो अमीरी और गरीबी मैं पहचान करने के लिए शायद इतनी क्रूरता की जरूरत नहीं है l और अगर यह सब ईश्वर की मर्जी से होता है तो फिर आस्तिक लोग क्यों कहते हैं कि यह ईश्वर बड़ा दयालु है l दूसरी बात अपने जिन ग्रंथो का हवाला दिया है उनमें तरह तरह की बातें वक्त के हिसाब से कही गई है तो यह चीज अपने आप में बहुत कंफ्यूज कर देने वाली है वही धर्म कहीं ऐकेश्वर वाद की बात करता है और कहीं बहू देववाद की बात करता है यह तो वैसे ही स्थित है कि चित भी मेरी और पट भी मेरी इस कन्फ्यूजन से हम वास्तविक तथ्य से दूर रह जाते हैंl आपने एक बात और कही की धर्म विज्ञान का ही एक स्वरूप है तो यहां पर मैं इस बात पर प्रकाश डालना चाहूंगा कि यदि धर्म का स्वरूप वैज्ञानिक होता तो करोना काल में जब लोग थाली बजा कर वायरस भगा रहे थे हमारे देश से उसी समय करोना चला गया होता l आज भी जब लोग बीमार पड़ जाते हैं तो सीधे डॉक्टर के पास जाते हैं किसी मंदिर मस्जिद के दरवाजे पर नहीं पड़े रहते l वास्तव में धर्म मानव जीवन की अफीम है l सच कड़वा होता है लेकिन इसे हमें गले से उतारने की आदत डालना चाहिए l धन्यवाद
*"देखो बिना दुःख के भी दुनिया बन सक्ती है, जैसे ईश्वरलोक बिना दुःख के चल रहा है वेसे, और अगर दुःख देना ही है तो उसे कम से कम लिमिट मे देना चाहीये जेसे सतयुग। नही तो बस दुःख का एहसास भी काफी है।"* *"यानी आज जो दुनिया देख रहे है उससे कइ गुना स्वीकार्य दुनिया बन सक्ती है।"* मे एक अध्यात्मिक व्यक्ती हु, राम भक्त हु। इसलीये मुझे हलके मे मत लेना।
@@Hbujlbvcgilmbvbhj आज के दुनिया के हिसाब से देखे तो, धातू की खोज से पहले का युग जहा हिंसा, बिमारी, नकारात्मकता बहोत कम थी। लोग अध्यात्मिक प्रगती बहोत अच्छे से करते थें। कुदरत के साथ बहोत अच्छे से जीते थें।
07:15 ...Agar aap ye Maan rahe ho ki God does not interfere in nature. ...tab God to worship karne ka meaning kya reh gaya. agar use sab kuch pata hein but woh kabhi kuch karta nahi tab to uske upar time and money waste karna bekar hein
@@rdas2010 to mat kar god ko worship oor sadta reh sansar ke dukh dekhake kaliyug ke ant tak Bhagwan ka isase koi lena dena nahi hai.. bhagwan ne yeh dunia hamare icchaon oor bhogon ka samman karake banayi hai..oor yeh duniya unki shakti prakriti yaani maaya ke adheen hai..ab tum sabko bhagwan ke banaye vidhan ke anusar maaya ke adheen apni zindagi gujrani hogi Oor hame chale bhagwan ke dhaam unki bhakti karake kuch heen janm me
शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव ❤❤❤❤
ये जो शिव शिव की टाइपिंग कर रहे हो ना वह शिवपुराण से नही आया है। विज्ञान ने बनाया है। शिव ने तुम्हे आज तक कुछ नही दिया। बस जाल में फंसे हो। शिवपुराण में लिखा है कि शिव के वीर्य से सोना चांदी बने। शिव ने अनुसूया का बलात्कार किया। शिव ने अपने पोते आड़ी का गुथमैथुन करके मार दिया।
हां भाई, मुझे भी यही लग रहा है। हालांकि मैं कोई नास्तिक व्यक्ति नहीं हूं, फिर भी मैं कह सकता हूं की इन भाई ने बस अपने दर्शकों को खुश करने के लिए ये वीडियो बनाई है। जो की प्रत्यक्ष है और लोग बिना प्रतिप्रश्न किए भाई की बात को मान ले रहे हैं, जो की कॉमेंट सेक्शन से स्पष्ट है। बात ये है की आजकल लोग थोड़े सी तार्किक सोच (logical thinking) रखने लगे हैं, अपेक्षाकृत पहले से। और आज के दौर में विज्ञान सर्वोपरि है, ये कहना भी गलत नहीं होगा की विज्ञान और प्रौद्योगिकी आज के समय के राजा हैं। तो ये जो तथाकथित धार्मिक लोग हैं, चाहे किसी भी धर्म से आते हो, अपने धर्म को विज्ञान से जोड़ने का प्रयास करते रहते हैं। ये प्रयास क्यों किया जाता है? चूंकि स्पष्ट है की आज विज्ञान सर्वोपरि है; और संसार में पाए जाने वाले अमूमन धर्मों में ये देखा जा सकता है, की हर धार्मिक व्यक्ति अपने धर्म को सर्वोपरि घोषित करने में लगा है। ये वो कैसे करे? आसान है! अपने धर्म को विज्ञान से जोड़ देगा। एवं ये स्पष्टीकरण देगा की देखो, ये जो चीज विज्ञान ने खोजी है, ये तो मेरे धर्म में पहले से है एवं हजारों वर्षों पहले मेरे धर्म के ज्ञानियों में बता दी थी। इस बात को साबित करने हेतु वो कुछ अतार्किक प्रमाण भी देगा, जो ऐसे प्रमाण होंगे जिसके आधार पर कुछ तय नहीं हो रहा है; परंतु वह तो अपने धर्म में अंधा है एवं उसपे कुछ तथाकथित धार्मिक ठेकेदारों का प्रभाव है, जिसके कारण वह व्यक्ति इसी अतार्किक प्रमाण को सत्य मानकर बैठ जाएगा और उससे ये होगा की वो अपने अवचेतन मन में ये घोषणा कर देगा की देखो, मेरा धर्म सर्वोपरि है। और बस उसका उद्देश्य पूर्ण! वो यही चाहता था की मैं अपने धर्म को सर्वोपरि घोषित करूं। भले ही वह जनमानस के सम्मुख प्रमाणित ना कर पाए परंतु उसने अपने अवचेतन मन में मान लिया। जब मन में मन लिया तो ये चीज इसको थोड़ी सी खुशी का अनुभव करा सकती है, इसी बात पे खुश हो जायेगा। ये जो कहने आते हैं ना, किसी भी विज्ञान की खोज के उपरांत की ये तो हमारी धार्मिक किताब में हजारों वर्षों से लिखा है, तो उनसे मेरा एक प्रश्न है की "आपको खोज से पहले नहीं पता था की ये तो हमारी किताब में लिखा है, तो आपने उसे तब से उसे दुनिया में समक्ष क्यों नहीं रखा, उसे पेटेंट क्यों नहीं कराया??" क्या आपको इसकी पूर्ण जानकारी पहले नहीं थी? यदि नहीं! तो फिर दाबा किस आधार पे कर रहे हो की हमें सब पता है, हमारी किताब में प्रत्येक प्रश्न का उत्तर है? और स्पष्टीकरण के लिए बता दूं, ये मेरा प्रश्न किसी धर्म विशेष से नहीं है, बल्कि सभी धर्मों के धार्मिक लोगों से है। चुंकी ये जो समस्या है अमूमन सभी धर्मों के साथ है, की वो अपने धर्म को सर्वोपरि देखना चाहते हैं, और इसी को करने के लिए दुनिया भर की अतार्किक बात करेंगे। जहां तक मैं समझ पा रहा हूं, ऐसा वो व्यक्ति इसलिए कर रहा है, क्योक उसे स्वयं को, अपने धर्म सर्वोपरि घोषित करना है; उससे उसे थोड़ी बहुत मात्रा में एक अस्थाई खुशी का अनुभव हो जाता है। क्योंकि खुशी तो प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए और स्वयं को सर्वोपरि बताने में कोई लागत तो लगती नहीं, बस कुछ धार्मिक ठेकेदारों का प्रभाव एवं कुछ अतार्किक प्रमाण ही काफी हैं। मैं इन जैसे लोगों से यही कहना चाहता हूं, जबरदस्ती स्वयं को सर्वोपरि घोषित करने में ना लगो, स्वयं को सर्वोपरि बनाने पर ध्यान केंद्रित करो।
धर्म उन लोगों के लिए जो संतुष्ट होना चाहते है, और विज्ञान उन लोगों के लिए है जो कुछ नया जानना या खोजना चाहता है। अब आप पर निर्भर करता है आप क्या चाहते आस्तिक और नास्तिक तो बस विरोधाभाषी शब्द है इन शब्दों के जाल में न फंसे। अगर आप आगे बढ़ना चाहते है तो विज्ञान या तर्क की राह पकड़े और अगर आप जीवन में शांति या संतुष्टि चाहते तो धर्म मार्ग पर चल पड़े।
कुछ व्यक्तियों को केवल सनातन धर्म को देखकर ही नास्तिकता का बोध होता है . जबकि दूसरे धर्म ,सम्प्रदाय में केवल साक्षात प्रभु दर्शन देते नजर आते है ..परन्तु सनातन धर्म स्वयम में एक जीवन जीने की कला है जो प्रकृति के सभी तत्वों से जुड़ने के साथ ब्रह्मांड में शून्य में समाहित है .…सनातन धर्म ही सभी वाद में विश्वास करता है ..जन्म से लेकर मृत्यु तक कितने प्रसंग हमारे जीवन से जुड़ते है जो आस्तिक होने के लिये काफी है.. गर्भ में प्रवेश करने से लेकर बड़े होने तक सभी शरीर के अंगों के होने के बाद भीइतने बड़े शरीर को निर्जीव छोड़ कर आत्मा कहाँ विलुप्त हो जाती है ..इसका उत्तर आज विज्ञान के पास जरूर होता ... परन्तु नही है ....
हमें राजीव दीक्षित जी के ऊपर विडियो की भी प्रतीक्षा रहेगा। विशाल भैया, आपसे निवेदन है की आप राजीव दीक्षित पर भी एक 25 मिनट की वीडियो जल्द से जल्द बनाएं। जय जय श्री राम…❤🙏
Hindu who is Intelligent + Read Scriptures and Understand them + and Practice them + Read to do something for his Country and Dharma. According to me, This is The definition of 101% Hindu. I am not giving certificates because even i don't possess all qualities but i think this is true definition
I think the most important ingredient is missing - Prem/Bhakti/Tyag. All three are same. But only Bhakti marg (or Prem marg) can take us to ultimate goal of bhagwad prapti. 🙏
@@meenakshibisht5925 Reading Scripture ,, Getting Knowledge of Our Great vedic Text ,will only Develop The true bhakti in ourselves .. Otherwise Nowdays Bhakti is only Show off ... This Bhakti is As same as A mirror ...just a small rock thrown Destroy the mirror , same One question can take away all your Bhakti .. Without gyan you cannot have Bhakti Bhaav .. As one question will Destroy your all faith in Ishwara ... But ifd you are a gyani , You would surely know the cause or the Answers ,, And Your Firm Faith will become more firm ... This is what Bhakti is .
you can't say that bhakti is the only way of knowing the truth. In fact bhakti is not even a way of knowing the truth. It is meant only for mental satisfaction and peace not for knowing the truth behind existence. @@meenakshibisht5925
@@YT_6jhbvc if I may, I would like to give one example here. Udhav was a very learned man. He gave up when he saw the bhakti of the uneducated illiterate gopis. The gopis did not treat Krishna as God. And they did not learn the vedas. Kevat, Sabri, Rukma bai, Kanakadasa, Ajamil, etc. are all examples. The gopis were very leaned saints in past lives. They had a lot of gyan. But when they realized that gyan can take you maximum upto Brahma Lok which is again under maya, they gave up their gyan. They got birth as gopis. And only then they got eternal love of prabhu. Ravana was a gyani, a tremendous one at that. He was also liberated. But he was not liberated due to his gyan. He was liberated due to his love for Prabhu. I guess you would know about Jai-Vijay which is the past life of Ravan, Hirankashyapu, Hiranyaksha, etc.
@@meenakshibisht5925 See literally i dont Seriously take these types examples , they are just stories to me , and One main reson for the fall of our culture ,due to which we all suffered thousand years of Slavery .. No matter who were gopis in past life ,,, it was there next and This is a unchangeable Law of God that Human will know nothing of there past Life .. Again stories ,, Define Brahm lok according to vedic text. . And What is maya ?? In Grammar maya Means Buddhi .. Foolish commnet they accepted to became gopi 🙄 See Krishn ji was a Yogi purush who was not all day busy with these gopis ..He was Such a man who only made relationship With Mata rukmani for Getting His Putra Pradyumna .. Rest He was A Brahmachari And Followed brahmacharya throughout his life .. Basically you are a type of bhakt , who beleives in Golok Where you think you will became gopi ..😂 Sry to say but You are Made fool by , these puranas ... You think of gender and etc all after this life ?? Atma has no gender .. Or will these bhakts Will became gopis with there body in golok 🤡 Ravan Was not a gyani ..not a single word in Ramayan depicting Ravan a Learned person. He was just a adharmi man who didnt perform pious deeds .. Do you really think he was liberated ?? No he was killed , as he well deserved this ,, and not only alone his whole Family was Vanished becz of his Karmas . That jay vijay also a story of puran .. TBH .. I literally Disagree with purans , and beleiving on them .. As i know and have faced 100 of verses depicting The Garbage and Rubbish in them .. Pauranik people dont accept these , instead they make Jalebi . My personal advice to you , Plz Go through Vedand Other text like Darshans , Upanishada , Brahmans , geeta. etc .. And try to know what is Brahm ..what are his qualities .. When you will know the truth and Brahm , you will laugh on your respected comments I gaurantee you .. Maybe You will not agree with me .. But i m 100% confident.
अगर सही अच्छी दुनिया संभव नहीं है तो फिर ईश्वर को मानने का भी कोई अर्थ नहीं है।भाई सुख दुख पाप हत्या बलात्कार गरीबी भ्रष्टाचार रहेगा ही क्यों कि इसके बगैर दुनिया संभव ही नहीं है,तो फिर हमें कुछ सही करने का भी प्रयत्न नहीं करना चाहिए।ईश्वर सर्वशक्तिमान होकर भी अच्छी दुनिया नहीं बना सकता तो मनुष्य क्या कर लेगा?इससे नकारा पने का जन्म होता है और सब इस मानसिकता से गुलामी में गड्ढे में जाएंगे
Nice try, but truth matters! Serving the needy is a result of truth, not a replacement for it. Atheism and theism have different worldviews, and which one we choose matters. Seeking truth and wisdom comes first!
@@Anonymous_critical_thinker Hinduism offers several evidences for God's existence. Rama Setu and underwater Dwarka, mentioned in ancient epics; Vedas and Upanishads revealing divine truths; Karma and Reincarnation implying a higher power; and Yoga uniting us with the ultimate reality, Brahman. These evidences reveal the divine presence in the universe and human experience. Did your ancestors built the Dwarka city?
@@myadoredkrsna 1) check the age these monuments provided by puran and check the age of these monuments provided by archaeological department then make conclusion 2 ) who wrote the Vedas upnishad etc humans or god 3 ) what is the proof that God wrote the Vedas upnishad etc
Geeta me bhagwan Krishna ne kaha hai ki sabhi jeevo me manushyo ko hi buddhi ka freedom mila hai, vivek mila hai. Wah apni soch se Karam krta hai, usi ka fall usko milta hai, bhagwan kisi ke Karam me hashtchhep nahi krta, duniya usi k karamo ka fall hai. Crime or goodwill wah manushya ke vivek ka parinaam hai.
कोई भी नास्तिक ऐसे ही नास्तिक नहीं बनता उसके पीछे बहुत दर्द भरे सवाल होते हैं, और मुझे तो ये भी लगाता है एक आस्तिक से ज्यादा ईमानदार, दयावान नास्तिक होता है ये भी मैं experience और case study के base पर बोल रहा हूं 😔😔😴
@@प्रेमcosmoskhuch nahi hae log faltu believers hae Jo Maan nahi pa rahe ki God sab bakwaas hae basically Inka 3gb ram rom waala.Mae bhe andhbhakt tha lekin abha mae agnostic atheist bana Chuka hu.
bhaiya,please make video on why we worship Dev-Devi through Murti? I didn't find any proper answer anywhere.Keep making videos like this.Love and "shubhkamana" for you from Bangladesh.
i think it is because it is easy for normal people to connect this way. no one really worships the murti, we worship god through the murtis. murtis are in my opinion, just a medium that makes it easier for people to visualise god aur unka dhyaan karne mein asaani laane ke liye. for example, it is easier for an artist to paint a portrait agar unke paas ek photo reference ho, instead of apne dimaag se bana lena we are not as great as the great rishis and sadhus, murti acts as a medium for us. murti pooja is a method that works very well for most people, hence it continues to happen.
Bro at 3:12 you said that it is the atheist people who believes that god is all loving,actually it's the thiest people who believes that god is all loving and they define god as all loving so it's a definition of theist people not of atheists, And by the way all your points in that part of video are pretty much good which actually dismisses the definition of god given by theist people
पर सुख दुःख चाहिए ही किसलिये? सुख की किमत जाणणे के लिये इतने दुःख सहो, उससे अच्छा तो सुख भी ना हो और दुःख भी न हो. नाही चाहिए ऐसी अमिरी जिस्को समझने के लिये गरिबी देखणी पडे.
@@AnuvabGhosh-sx5euBengali communism is the force behind swift takeover of west bengal from extreme islamic bigotry, rohingya ( bangladeshi ) infiltration and the rise of political scheming liars like TMC. ..
@@HyperQuest bhaiyaa ek baat puchna tha sanatana dharma me kuch ghande bhagwa🧡 k sath laal ♥️ aur Peele 💛 bhi hote hai esa kyu bhaiyaa ??? Jese laal ♥️ maa durga ka aur peela 💛 khatushyam ji k ghande dekhe hai vo bhi bhagwa🧡 kyu nai hote ??? Pls answer bhaiyaaa 🙏🙏🙏🙏
Bhai fhir vhi baat. Bhagvat Geeta or any other book CANNOT contain all the answers. The universe is infinite and a finite number of pages cannot contain the knowledge of infinite. BE A SEEKER dude.
साथियों यदि आपको आधुनिक धार्मिक विचारकों और public speakers जैसे Osho, J Krishnamurthi, Acharya Prashant, Leonard Susskind, Sam Harris, Stephen Hawking, Vikas Divyakeerti, Jay Shetty ji के विचारों और प्रश्नों पर भी वीडियो चाहिए तो हमें अवश्य बताएँ, हम एक series बनाएँगे। आशा करता हूँ कि ये video आपको अच्छी लगी होगी । 🙏🏻
Congrats on 100th episode
Bhaiya kya Newton ne law's of motion maharshi Bramhgupta se churai hai
Iss baat me kitani sachchai hai plzz bataiye 🙏
Ji ha aap public speaker per video kripya kar ke banaye 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ua-cam.com/users/shortsJPfSBCSpTKY?si=Ncflo0zYI_lpmHuA.
Please see this video hyper ouest
इसमें कोई उत्तर है ही नही, सिर्फ आपके अपने विचार है, जो आपको सही लगते है
Great answer aapka hai real answer nahi sahi kahaa
कुछ भी बकवास करने को उत्तर देना कहते हैँ क्या जो इस वीडियो मे करी गयी है प्रश्नों को घूमाके ? कोई मुर्ख ही होगा जो पिछवाड़े पर बार बार लात खाने को दुख और उससे बचने को सुख कहेगा
यानि जो धर्म ग्रंथ वैकुंठ शिव लोक गोलोक जन्नत बिहिस्त के बाग़, किंगडम ऑफ़ गॉड आदि को आनंद धाम बोलकर लोगो को भक्ति का लालच देते हैँ की वो ऐसी दुनिया है जहाँ कोई अभाव नहीं कोई दुख नहीं कोई जरा मृत्यु व्याधि का भय नहीं वो सब भी बकवास दुनिया ही मानी जाएगी इस तर्क से तो क्युकी बिना दुख के सुख की क्या वैल्यू है फिर. 😎
इस लॉजिक से तो दुनिया के सारे गधे सुखी माने जायेंगे जो दिन भर बोझ ढोने का दुख भोगने के बाद रात तो आनंद के महासागर का अनुभव करते होंगे 🤔🤭
और जो मानते हैँ ईश्वर केवल निराकार है
और आनंद का सागर है इसीलिए उसको प्राप्त करना है फिर वो तो व्यर्थ प्रयास कर रहे क्युकी ईश्वर मे तो केवल आनंद ही आनंद है दुख तो है ही नहीं फिर दुख के बिना आनंद का क्या महत्व 😎.. इन्होने भी आम बाबाओ की तरह सवालों का सही जवाब देने की जगह manipulate ही कर दिया है जिससे ईश्वर का अस्तित्व और खतरे मे पढता दिख रहा 😎इन सवालों को घुमाने फिराने की जगह सीधे यह मानने मे पता नहीं क्या तकलीफ होती है धार्मिको को की ईश्वर एक पावर है लेकिन सर्वशक्तिमान बिल्कुल नहीं उसकी मर्ज़ी के बिना सब कुछ हो रहा है वो सबको शक्ति प्रदान तो करता है लेकिन किसी को कण्ट्रोल नहीं कर सकता और सृस्टि मे जो अनगिनत घटनायें घट रही हैँ इन पर ईश्वर का कोई बस नहीं चलता 😎
कोई केवल तमाशा देख सकता है इन बाबाओ के पास इन कठिनतम सवालों का जवाब होता तब तो देते इन सवालों का जवाब कुछ हद तक कबीर दास दे गए की ये सम्पूर्ण सृस्टि ईश्वर ने नहीं ईश्वर से अनजाने मे उतपन्न नकारात्मक शक्तियों काल और माया ने की है जो जीवो को केवल दुख देना चाहते हैँ क्युकी ईश्वर ने उनको अपने धाम से हमेशा के लिए निकाल दिया था इसीलिए काल ने ईश्वर के जीवो को ब्रह्माडो मे कैद रखने का निर्णय किया लेकिन ये भी एक कहानी ही लगती है कबीर का वास्तविक ज्ञान कुछ और ही था जिसे मिश्रित करके कबीर को ही भगवान घोषित करके नया पंथ बना दिया गया 😎 शायद कबीर वेदो के उस वाक्य को समझाना चाह रहे थे जिसमे कहा गया परमात्मा स्वयं सृस्टि नहीं करता उसकी अध्यक्षता मे प्रकृति ही सृस्टि प्रलय करती है क्युकी परमात्मा स्वयं सृस्टि यदि बनाता तो वो परमात्मा की तरह होती सत्य चित और आनंदमयी जबकि सृस्टि इसकी उल्टी है असत अचित और दुखमयी. यहाँ कबीर ने प्रकृति को ही माया कहा है और जिस अवधि मे सृस्टियां बनती और नस्ट होती है उसकी समय चक्र को काल कहा होगा और परमात्मा द्वारा अपने राज्य से निकाल देने का अर्थ निर्गुण निराकार से त्रिगुणमयी उतपन्न शक्तियों का परमात्मा से पृथक होने से होगा और 21 ब्रह्माण्ड ही क्यों 22 या 100 क्यों नहीं क्युकी ब्रह्माण्ड के चौदह आयाम या लोक और पिंड यानि शरीर के सातों आयाम या चक्र मिलके 21 की संख्या होती है और इन्ही तक काल और माया का राज्य कहा है और मन को भी काल का रूप कहा गया है जिसकी शक्ति बुद्धि भी त्रिगुणमयी है सात्विक राजसिक तामसिक और यही तीन गुणों मे जीव दुख पा रहा है इससे ऊपर उठ कर निर्गुण स्थिति प्राप्त करने को ही मोक्ष कहा है क्युकी भाव ही संसार है इसीलिए परमात्मा एक एनर्जी हो सकता है जिससे अनजाने मे यह दुखमयी जगत बना होगा और इसीलिए परमात्मा का हर स्थिति पर कण्ट्रोल नहीं हो सकता 😎इसीलिए यदि परमात्मा है भी तो भी सर्व शक्तिमान नहीं हो सकता 😎
Yes..
@@jackshulka428 this should be on top☝️
Bro, actually you destroy the whole video😂😂😂😂 great reply,👍
आपने कहा कि एक ऐसी दुनिया जहाँ सभी सुखी हैं और दुःख नहीं है, जो कि एक निरपेक्ष दुनिया है, ऐसी दुनिया में कैसे पता चलेगा कि क्या सब वाकई में सुखी हैं। तो सुख की अनुभूति करने के लिए दुःख का होना जरूरी है। बहुत सही बात है। तो इस तर्क के साथ चले तो आपके कहने का मतलब है कि आपका ईश्वर, खुदा या गॉड जिसमें भी आप मानते हैं जिसने सृष्टि की रचना की है वो एक 5 साल की बच्ची (कहते हैं बच्चे भगवान के रूप होते हैं) का बलात्कार सिर्फ इसलिए होने देता, उसे एक जघन्य "दुःख" से गुजरने देता है ताकि दुनिया में सुख और दुःख का संतुलन बना रहे? तो ऐसे में अगर एक सृष्टि के "रचनाकार" को सुख और दुःख का संतुलन बनाने के लिए एक जघन्य अपराध को होने देना मंजूर है तो ऐसे में हम इस भगवान, अल्लाह, ईश्वर, गॉड या ये जो भी है उसकी पूजा हम क्यों करें? उसके आगे सर क्यों झुकाएँ? फिर तो ये दुनिया उसके बिना भी ठीक ही है।
Kya ghor kalyug aaya hai......apne apne bhagwan ko saabit karne ke chakkar me insaan bacho ke rape ko bhi justify kar jaata hai.....vaah dhaarmik logo....aap sabhi ko mera shat shat naman hai.....
🙏🤦♀
ap ne bilkul sahi kaha. lakin in sanatan God give us freedom . God not interfare in our life. you know about karma. if you do bad or good kaarma. you will get that karma back. agar me Ram ji ke baat karu too unko khud dharte pe human body me ana pada tha take vo rakhsaso ko khatam kar sake.
Ok so let me try to give an answer for that question. Mujhe koi aise sanatan wala book ka gyaan nhi h but ye wo method h jisse mai e iss concept ko samjha h.
Let us assume ki aapko ek class k 30 baccho ko sambhalna h. And wo sab 3-5 yrs k h. Aapne unko poora freedom diya h wo jo chahe krr sakte h but uski boundaries bhi set ki h. So koi baccha kuch kha rha h koi so Raha h koi khel raha h and koi fight krr ra h. Jab takk cheeze aapki boundaries se bahar nhi ja rahi aap sab cheeze hone de rahe ho but jaise hi koi boundaries ko cross karta h to aap action loge. Similarly bhagwan ne bhi kuch boundaries set ki like koi insaan pankh nhi uga sakta ya or koi physical or mental boundaries. Koi species kitni intelligent ho sakti h and things like that. So jo natural cheeze h wo bhagwaan ki set ki hui boundaries h and jo bhi kaam hum un set boundaries me krr pa rahe h wo hamare upar h. Bhagwan ne itna dimaag diya h ki kya sahi h or kya galat but uspe act kaise karna h ye hum pe chord Diya h. Again within boundaries. So although ek 5 saal ki bacchi k saath rape ek bahut buri cheez h but agar hum usko cosmic level pe dekhe to wo itni badi cheez nhi h. It's like kids fighting in class.
Tum bhi 5 saal ki ladki ka balatkaar kar sakte ho koi gadha Allah,ya god ,ya kisi god ka bachcha tumhe rokne nhi aayega bas jab fal milega to police pichhwade ko lal karke jail me dal degi
Are gawar🤦🏻agr bhgwan ko hi sb krna hota to vo hume mind aur hath pair kyo dete? mtlb galti khud kroge aur uska bill bhgwan pr thop doge ki bhgwan hi iska jimmedar hai wahh🥴
@@Dank-meme28 अरे श्रीमान बुद्धिमान, दुनिया की हर धार्मिक किताब में भगवान, अल्लाह, ईश्वर या गॉड को सबसे सर्वश्रेष्ठ बताया गया और इस वीडियो में डिफेंड भी तो उस सर्वश्रेष्ठ को ही किया जा रहा है जो है ही नहीं, उसके होने को प्रूफ करना पड़ रहा है। और तुमने कहा हर चीज के लिए जिम्मेदार तो इंसान है, तो मेरा सवाल भी वही है कि जब इंसान हर काम के लिए सक्षम है तो हमें भगवान, अल्लाह, ईश्वर या गॉड की क्या जरूरत है। और यहाँ मैंने सभी धर्मों की बात की है। और हाँ ज़रा अपनी शब्दावली थोड़ा सुधारें, मैंने तो सुना था धर्म को मानने वाले बड़े शांति प्रिय और दयालु होते हैं, यहाँ तो एक नास्तिक को शांति और स्नेह का पाठ पढ़ाना पड़ रहा है।
Atheism is growing faster than religions 💪🏻❤⚛️
I am atheist ❤
पांच ऐसे काम बताएं जो नास्तिकों ने किए हैं। लेकिन आस्तिको ने नहीं 😊
@@mishraanuj17 Following stupid rituals and trying to justify them in the name of science culture and justifying it by pseudoscience. Dividing people, of society by work.Dont have any idea about supreme being giving them names and do all sorts of nonsense
Yes, Bcs Today's generation does not want any boundaries,
and want to do whatever shiiit going on in their mind without thinking about its moral ground which only comes with religious belief...!!!
@@mishraanuj17 नास्तिक लोग धर्म के नाम पर एक दूसरे की गर्दन नहीं काटते
You all should read " Why I am Atheist " by Bhagat Singh
Yeah i have read it will really make people to think
Already read it
I think yes, I've read.
Eren jeager Atheist tha ya agnostic 😅 ?
I am a Muslim and It's very simple allah swt ( god ) is testing us by giving us suffering. I named it intensional complex lord intensionally gives us suffering to test us easy 😂
Don't be a believer or a non -believable,be a seeker
that's what Buddha said , when he saw people believing rather than finding . Because the truth is beyond words.
@@adarshbhardwaj6190seeking was always part of Vedic civilization we have 6 astik school and 4 nastik school
@@Chanakya2 Yes but, when did I disagreed😅. Even most arhats in Buddhism are brahmins only. If they were not seekers they must have never listened to buddha for a second.
What are you seeking? Let's say you're seeking happiness. Why would you seek it, unless you have some sort of belief that the answers lie in happiness?
@@chinnpatel no no... ofcourse your right but , a real seeker means you are seeking for truth , even seeking to know if a truth even exist or not . Without any beliefs.
Religion is regarded by the common people as true, by the wise as false, and by rulers as useful.
राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे ।
सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने ॥ 🚩🕉🙏🏻
जय श्री सीताराम दरबार 🙏🏻
मैं मर्यादा का बलात्कारी, मां बहन बेटी से जुड़ी गालियां देता हूं, नशा करता हूं, रिश्वत खाता हूं और खिलाता भी हूं, जुबान केसरी को उस मिट्टी में थूकना जिसे भारत कहा जाता है मेरी शान है, शादी में दहेज लेकर बीबी से पर्दा भी करवाता हूं और ऐसे ना जाने कितने काम करता हूं जो राम की मर्यादा से परे हैं, और मेरे जैसे ना जाने कितने आस्तिक हैं जो मुझसे भी ज्यादा बुरे कर्म करते हैं... क्या मैं रामभक्त हूं ????
निराकार ओम्कार मूलं तुरीयं
गिराग्यान गोति तमीशं गिरीशं
मैं एक मर्यादा का बलात्कारी हूं, जैसे मैं मां बहन बेटी जैसे सम्मान जनक शब्दों को गंदी गंदी गालियां देने के लिए उपयोग करता हूं। रिश्वत लेता और देता हूं । नशा करता हूं, जुबान केसरी को देश की मिट्टी को रंगता हूं, शादी में दहेज मांगकर अपनी वाइफ से इस्लामिक परंपरा से शुरू हुई पर्दा प्रथा करवाने को मजबूर करता हूं। लड़कियों पर मस्त कमेंट भी करता हूं, हेलमेट और सीट बेल्ट मैं नहीं लगाता। और पाकिस्तानियों की तरह कानून तोड़ना मेरी शान है। और ऐसा नहीं है मैं ऐसा करने वाला अकेला हूं। मेरे जैसे ना जाने कितने है जो राम राम जपते हुए ये सारे कर्म करते हैं। तो क्या मैं और वो जो मेरे जैसे हैं जो मर्यादाओं का बलात्कार रोज नहीं हर घंटे करते हैं, वो रामभक्त हैं ???
Jo log bhagwan pe bharosa rakhte hai mujhe wo logo PE hasi ATI hai 😂😂 bhagwan nahi hai man lo aj nahi to kal
He is using the trick, "If you can't convince them, confuse them" 😂😂
😂😂sahi kaha bhai
😂😂sahi kaha bhai
यदि तुम पहले से ही मन बना कर आया है की ये जो बोलेगा मुझे मानना ही नही है तो सिर्फ तू कुछ भी समझ सकता है 😂
I am a Muslim and It's very simple allah swt ( god ) is testing us by giving us suffering. I named it intensional complex lord intensionally gives us suffering to test us easy 😂
I am a Muslim and It's very simple allah swt ( god ) is testing us by giving us suffering. I named it intensional complex lord intensionally gives us suffering to test us easy 😂
धर्म एक मानव आविष्कार है। - अज्ञात
Aur tu bhi ek 😑😅😅 manab
Yes bro
ओर मानव...?
@@kalyankari5743 hindi
Gajab 😅
i am very much happy that atheism is expanding in india because it is the future. questioning the authority and find answer to the question which is answered by scientific method/ evidences.
theism is getting more popular u gotta need to get ur source of information fixed😂
Oh hello what is the authority, what do you mean here?
@@IvarBlaze 😂😂😂
@@ranjan9842authority the authority of temples the authority of upper castes and nowadays lower caste as well(reservation).
Bro ignorant about Gajwa hind & hyper breeding of muslims . Atheists ko kaise mara jalaya jata he in islamic nations like Pak
।यह अनुभव का विषय है। जब मैं यह सोचता हु कि भगवान नही है फिर अपने चारो तरफ देखता हु तो फिर लगता है इतनी सुंदर रचना के पीछे कोई तो है। जैसे यह प्रकृति सभी का भरण पोषण कर रही है । फूलो मैं खुशबू । आम रस, हमारा शरीर । यह प्रकृति ही ईश्वर की गवाही दे रही है।
To firr itna sare biraan planet & stars Q banaye? Ek solar system banane se v ho jata... Itna sare unlimited solar system q banaya?
@@Sonuans1900wahi to ye log bewakoof hai
यानि सुख का अनुभव करने के लिए लात खाना जरुरी है सुरक्षा के अनुभव के लिए बलात्कार होने जरुरी हैँ क्राइम होने जरुरी हैँ? अगर यही जवाब सरकार देने लग जाएगी फिर देश का क्या होगा? 😎
और लेकिन यही कथा वाचक बोलते फिरते हैँ भगवान के दिव्य लोको और धामों मे तो ये सब नहीं होता ना कोई क्राइम ना कोई रेप तो इसका मतलब भगवान के धाम मे कोई आनंद नहीं 😎
और अगर आनंद है तो जीवो के लिए दुख मयी और अपने लिए आनंद मई धाम बनाने वाला भगवान दयालु तो कतई नहीं हो सकता 😡😡किसी के पास कोई उचित जवाब नहीं नास्तिको के इन प्रश्नों का बस सब गोल गोल घूमाते रहते हैँ और खुद नए सवाल और पैदा कर देते हैँ 😡
@shahbazansari6433 god showed his creativity, the big giant universe
@@Behappyyyyyie just a coincidence bro
Bro I don't know why i start feeling proud on my atheism after seeing this video
🙌
किसी बात को साबित करने की जिम्मेदारी उस बात या चीज के पक्ष मे दावा करने वाले का होता है ना की उसके बात या चीज के ना होने के पक्ष मे तर्क देनेवाले का...
Ya just like many scientist didn't believe that thing like black hole can be exist before the discovery of black hole, we know about just 5% of universe rest 95 are still mysterious
@@Behappyyyyyie black hole and god are different things!! We have a superiority complex that we think we are special but in reality we are not!!
@@Behappyyyyyie But that doesn't gives us the right to reason it with the use of an imaginary concept of God.
I am so impressed by your logical and clear thinking and deep understanding of Sanatana dharma. Bhagwan aapko hamesha sukhi rakhe.
Watch Vimoh Reply. He Is Just Equating Wrong thing with right to show that he is true
isme logic kha se aagya bhai god exist nhi karta ye sab human logo mind se develope hua hai
@@tanmaykashyap9995 Your opinion
@@JayC0325 it's not an opinion it's a fact the truth is that you can't digest the fact
@@tanmaykashyap9995 Just because you are atheist that doesn’t mean only you are right. Have watched his whole video and have you really understood our scriptures that allow and respect all thoughts and questioning? You sound just like a woke person.
साधारण सी बात है कि ईश्वर का होना या ना होना हमारे लिए इतना जरूरी नहीं है जितना इसको बना दिया गया है। ईश्वर की खोज का एक उदाहरण देता हूं। एक आदमी के घर में बहुत चीटियां हो गई थी उसने उनको रोज खाना डालना शुरू किया, चीटियां बहुत खुश थी खाती पीती मस्त रहती, एक दिन वह आदमी कहीं दूर लंबी यात्रा पर निकल गया और मर गया। चिटियों का खाना दाना बंद हो गया, अब चीटियां उस आदमी को ढूढने निकली, लेकिन उन्होंने कभी उस आदमी को देखा तक नहीं था, सिर्फ खाने से मतलब था। चिटियों के कई linage खत्म हो गई ढूंढते ढूंढते और अभी भी उनके बच्चे ढूंढ रहे हैं भूखे प्यासे, उसके घर में भी घेरा डाले हुए हैं, नए नए घरों में ढूंढ रहे हैं, नहीं मिल रहा है, आपस युक्तियां बना रहे हैं, लड़ मर रहे हैं, ज्ञानी पैदा हो रहे हैं अपने तरीकों को धर्मो का नाम दे रहे हैं। बाद चलते आ रहा है😊😊😊
ईश्वर होगा तो अनुभूति होगी, प्रमाण मिलेंगे। नहीं तो बिलकुल नहीं है।
Are sir ye kaise tark hai yaha aap phir ek 12 saal ke bacche ka dimag use kar rahe ho
@@proadvisor4231 samajh me nhi ayaa hoga apke,
जब तक दुख न मिले तब तक सुख नहीं मिल सकता इससे मूर्कतापूर्ण तर्क कोई नही हो सकता। फिर तो सरकार को भी समाज में भेदभाव रखना चाहिए क्योंकि अगर सब सुखी हो गए तो फिर सुखी होने का अनुभव नहीं होगा मतलब एक छोटा बच्चा भी इससे थोड़ा अच्छा तर्क तो दे ही देता
जै जै श्री राधाकृष्ण सीताराम लखन हनुमान 😌❤️🙏🏻
जय श्री राधेश्याम🙏🏻
None of the above exists, but you can believe in it if you want. But that doesn't prove its right. Its like believing earth is flat. But truth is otherwise
@KrishnaTravelsYTdo you have any evidence that ram lakshiman Krishna existed or they are god ?
@KrishnaTravelsYT First of all that's a strawman argument. All these people are dead and there are individual sources who confirmed their existence. Are you telling me that your god is dead as well?
@@Rahulchinmaydixit Can you prove their non-existence? I bet you can't
ॐ श्री परमात्मने नमः।।
भगवान स्वामीनारायण (नीलकंठ वर्णी) पर
एक विडियो बनाइए।।
Bhagwan kahan se ho gya ye swami narayan, pakhandi mat hai ye ek, iska asli nam ghanshyam pandey tha, jisko baad me iske pakhandi chelon ne bhagwan bna diya।
Nilkandh warni Narayan ke best devotee the samjha
Aur rhi baat Narayan toh ishwaro me sabse sresth wahi hai aur vah shambhu hai matlab nahi ve kabhi janm liye Aur nahi kabhi mrityu hoga unka vo immortal hai
Vaise bhi hindu dharm me sabhi devi devta hi immortal hai
@@Jituraj109Toh bhai phir log ye kyu bolte h Ki sabhi bhagwano k source Shree Krishna hn aur vahi parbhram h Satya kya h?
@@Juniorsignmasterkya matlv bhai, ache se btao. vese bhagwat geeta me shri krishn ji ne khud kaha h ki "me hi param satya/parm brahma/ parm aatma hu". shri krishn ji ka na hi aadi (start) hai na hi ant (end) h, ye parmaatma na hi kabhi janma, na hi kabhi mar skta h. bhgwaan hi is duniya ki energy ka source h, jitne bhi devi devta h, wo sb shri krishn ke ansh h, na hi brahma na hi shiv shri hari vishnu se upr h. shri hari hi is jagat ke swami h, unhone hi is univerve/multiverse/metaverse ko bnaya h. ye sb bhagwat geeta me likha h. hum log aatma h jo us parmaatma se alg hue h.
@@yxshhz ji bilkul sahi kaha aapne mere mere kehne ka mtlb h ki log Vishnu ji aur Krishna ji me bhi antar krte hn ab jaisa ki aapne kha ki Shree Krishna ne geeta me bola h aur Shree Krishna kon h ( swayam Vishnu ji hn vo ) aur log samjhte h ki Shree Krishna Vishnu ji se bhi upar hn toh ye toh galat h n unhe ye samjhna h ki geeta toh swayam Vishnu ji ne hi boli h apne krishn roop me
I am an atheist and no one can change my beliefs !
I am also an atheist
me to 😊
Great
Exactly I haven't read any ved puran Bhagavad Geeta or whatever but I can bet nothing can change my mind
Even Science cant change your belief?
"If suffering and evil are necessary for people to understand happiness and goodness, does that mean an all-powerful and all-knowing God couldn’t create a world where people understand happiness without needing to experience suffering? Isn’t it possible for a being with unlimited power to teach and develop beings without using pain as a contrast?"
Yes a world of pure ignorance/dream
Very good bro.
These people (Atheist) think that they can sit with God and teach them 😂
@@sameerraj2720 🌶️🌶️🌶️🌶️
It's impossible.
@@Sachin_Kalwaaar just because you don't understand this it's impossible , if he is GOD he created every single mind on this planet then why can't he just rewire the brain to form a feeling of absolute happiness without pain...
ईश्वर कुछ भी नही है ओर वही सब कुछ है ईश्वर शून्य है ओर वही पूर्ण भी वो अव्यक्त है ओर वही व्यक्त भी ईश्वर सब कुछ है जो सब हम देख सुन जान मान अनुभव कर सकते है सब मे ईश्वर है ओर वो सब के परे है ईश्वर अचिंत्य हे अर्निवचनीय है अदभूत अकल्पनीय अविश्वसनीय अगम्य अतुल्य है ईश्वर ही सबका आदि कारण अनादिबीज है वो सर्वोच्च सर्वोपरी सर्वस्व है यही परमसत्य हे जय श्री राम 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
What are u saying, bro?
@@RationLineWorld God is everything everything is God he is eternal and forever Almighty supreme he is beyond everything you can't know him by any kind of logic evidence you only know him by complete surrender to him and believe worship him walk on right path the path of truth the path of religion knowing God is very very difficult but not impossible at all if you really want to know I think you satisfy with this answer God bless you
Aapko jankari ke liye bta du ki ishwar matlab aisa devta jo universe ke creator ho Aur vahi ishwar ko hindu dharm me brahmbh kaha jata hai aur islam dharm me Allah
Aur iska matlab ye nahi ki keval universe creator devta hi hai iske alawa koi devta nahi hai
Aur rhi baat ishwaro me sresth hai Parameshwar matlab Narayan wahi koti koti Brahmand ka sanchalan karte hai sabhi devi devta Gods angels sabka sanchalan vahi karte hai aur vahi pratyek jagah vas karte hai
Aur Mahadev toh Parampitaparmeshwar hai matlab yus koti koti Brahmand ke ending and starting point wahi hai aur vo shambhu hai matlab nahi mrityu hai unka nahi janm hua unka
Aise toh sabhi devi devta ishwar bhi immortal hai
@@Jituraj109 Ap bekar jankaari na dein ..swayam aur jankari prapt kare ..
Apka anek Ishwar ka tatgya galat avedic hai ..aur islam ka allah hinduism ka brahm same nahi ..unke gun karm swabhav mai jameen aasman ka fark hai ..
Kripya vichaar kare
@@YT_6jhbvcarey waah re lol tumhare allah karm karte hai 😂😂 unke gun hai 😂😂
Pr mene toh suna tha ki tum apne allah ko nirgun maante ho
नमस्तुभ्यं ज्येष्ठ भ्राता श्री🙏🙏🙏
Jai Shree Ram behna 😊
@@Hindu-vn7bv जय श्री राम भाई🙏🙏
@sharwansain9738 जय श्री राम🙏
@@Hindu-vn7bvजय श्री राम 🙏🏻
जय श्री राम 🙏🏻
As an atheist, great video it was great how respectful you were and how everything had logic behind it. The one thing I want to give a rebuttal for is that we can also look at the first question the other way round, what if good exists so that the bad moments hit even harder? Rich people exist so that the poor feel more horrible about their situation etc.
nah munna nah
Ishwar aur jeev sada se the Kisi ne Kisi KO Nahi banaya Nahi ishwar Kisi atma KO Mita Sakta hai.....ishwar ne keval shristhi Bana ke atma KO lifecycle Mai vejdiya taaki hum kaabil ban Jaye aur Kisi janm mai ishwar ko janle aur sadhana karke ishwar ko paale aur mahapurush banjaye...fir paramananda mil Jayega....hum Anant janmo se bhatak rahe hai 84 life cycles mai.....bohot ache punya karma aur bhagwan ki kripa milne par manushya sarir aur vastavik guru milta hai jo hame sahi sadhana sikha sake aur ish dukh k sansar se paar laga sake....hame kaafi bar guru mila bhi hai lekin humne khud guru k prati 100% surrender nahi kiya aur fir kusang k fass gaye...har jeev ka lakshya ananda hai
@@Rio-jr5wgishwar doesn't exist
That's an interesting idea :)
Could God be evil? Maybe. Evil is just a word humans use to describe things they don't like. God, if he even exists, could have a different definition of evil than we do.
Additionally, That's a philosophical question with infinite potential answers. One might imagine an evil god, a god with a plan for a greater good, or a god who doesn't exist at all. The problem then is, with the absence of any evidence, any answer is as valid as the other, and all are pure speculations.
जो ज्ञान आज के दिन कोई सत्संग में जाके हमे नहीं मिल सकता था वो ज्ञान हमे आपकी वजह से प्राप्त हो रहा है।
सनातन धर्म की ध्वजा आप जैसे लोगों से हमेशा ऊंची और लहराती रहेगी।
आप का कार्य प्रशंसनीय है।
वेद, मनुस्मिति पढ़ना शुरू कर दो तब असली सनातन पता चलेगा
Your way of speaking is and explaining things is ❤️
Thank you so much 🙏🏻❤️
आप जिस प्रकार से प्रत्येक वस्तु का विश्लेषण करते हैं वह प्रशंसा के योग्य है एवं वह हमारे लिए अविस्मरणीय हो जाता है| आप जो कार्य कर रहे हैं उसमें श्री राम आपका साथ दे एवं आपके सुखी तथा निरोग रखें| हमारी तरफ से शुभकामनाएं| जय श्री राम🙏🏻🙏🏻🙏🏻
रचना जी आपके प्रोत्साहन और आशीष के लिए धन्यवाद 🙏🏻
Aap jo karte ho woh karna mere liye sambhav hi nahi hai kyuki mai nihilistic hu aur moh maya ko without a second thought enjoy karta hu aur kaam karne se pehle sau baar khud se bolta hu ki iska kya matlab aur what if aur khud ki life destroy kar rha hu
Please mere nihilistic belief ko break kar do aur meri life bacha lo
Mujhme bohot potential hai par use nahi kar pa rha
If you want to you can I trust you
Hnnn ese Bhari bhari shabdon ka upyog karke khud ko gyani samjho bas. Gyaan ka asli sandhan toh tum logon ne shuru bhi nhi Kiya Bhai.
@@HyperQuesthi i want
पर इस तरह की द्वंद युक्त दुनिया बनानी ही क्यों चाहिए?सिर्फ ज्ञान स्वरूप ही सबको बनाना चाहिए ना।
India is always the land of seekers. Religion is very foreign thing to us. One should always be seeker of truth not a person with blind faith on any religion, philosophy or god.
I couldn’t agree more ❤
@@HyperQuestScience is more powerful than god.
God, allah bhagwan are just misconception made by ancient civilizations due to their low accessibility of knowledge to understand space
That's why they laid on those things to God which they couldn't understood.
Although it brought morality in them
But nowadays God is just a hypothesis.
It's not scientific.
@@HyperQuest
How Vishnu's avtar lost powers as it became more advanced?
Matsya avtar saved humanity, animals, plants and literature.
Kurma avtar saved devas but couldn't stopped asuras.
Varah avtar saved earth.
Narsingh avtar saved his devotees.
Vaman avtar saved universe.
Parshuram avtar saved cow but killed kshatriyas.
Ram avtar couldn't save his wife.
Krishna avtar couldn't save destruction of India's clans. (Krishna was a failure).
Vitthal avtar stood on a brick to wait for his devotee, making it sure that serving parents is a greatest service than poojapath.
Bauddh was a complete failure who left his dharma and found lazy ways to live life.
Kalki would come at the end of the world and would do nothing but watch the universe collapsing to singularity.
That's it, god is powerless.
@@suryavanshiabhyuday8584"That's it, God is powerless"
Your comment shows why half knowledge is worse than no knowledge
@@SK-re7vo God is Superman 😂
Now happy you 🤪
मैं पहले सेक्युलर और नास्तिक थी😅
अब प्रभु की कृपा से सही मार्ग पर हूँ और उनके शरण में हूँ😊😊
जय श्री राम🙏🙏🙏🙏
Fr
साधु 🙏
Pehle tumhe bhejenge nastik😂😂@@Freshtech4428
Kisi bhi ekk cheez se mat bandhiye.....Be seeker as he said🙂
@@The_SridharJee Jab Nadi paar karte ho tab kisi ek upay kahi to prayog karte hona? At the end of Day all paths merge in one.
Sarvapratham is sundar vishleshan ke liye aapka bahu dhanyawaad bhaiya. Aaj ke vishleshan ne mujhe aur gahan vichar karne par vivash kiya hai. Kripaya iss series mein anek chitrapat laate rahiye, hamari taraf se dher saara prem
Ji mujhe harsh ke sath sath santushti bhi prapt hui. Ham is prakaar ki prastutiya bhavishya mein bhi late rahenge 🙏🏻
@@HyperQuest Dhanyawaad bhaiya❤
You are well read and logical person with good understanding of concepts . The way you speak and present the facts and theories is too good ..❤❤
ishwar hume galat na karne ki shakti bhi toh dete hai....❤🙏
😊
देता नहीं देते हैं😊
जय श्री राम🙏
@@lakshmi_sanaatani9004 Jay Shri Ram 🙏😊... Sahi kaha behen
Wahi eswar apke andar he
App sirfe apane andar jankiye
Sakti miljayenge
That means you have free will which btw is against the principles of gunas affecting behaviour or determinism from Gita itself.
Everything happens because of the three gunas or prakriti and you have no free will.
बिलकुल सत्य कहा
प्रश्न पूछना और उत्तर खोजना छोड़कर
इंसान अपने अपने मत दूसरी पर थोपने लग गए है
वो भी जबरदस्ती और हिंसा के द्वारा
3:55 भाई वो लोग पीड़ा की बातें कर रहे हैं। आप सबको अमीर बना भी देंगे फिर भी प्राकृतिक आपदा आने से उनकी पीड़ा खत्म नहीं हो जाएगी। पीड़ा एक शारीरिक क्रिया है, और दुख मानसिक, दोनों में फर्क है
Peedha ka karan Jivan hai. Kya Jeev jantuyo ko peedha ni hoti?? Har jivit cheeja ko peedha hoti hai. Kyunki jeevan peedha ka karan hai. Per agar tumhara sharir ka koi hissa sun padh jaye to baha kitni bhi chot kro peedha ni hogi per kya bo hissa tumhare kaam ka hoga ?? Sense prakarati ne diye hai ye uski creation and laws bina sense k Sharir kaam ni krega or sense rhega to peedha bhi rhegi. Yahi Prakrati ka niyam Ab tum kya chahte ho Ki bhagvan sense ko peedha k ahsas k liye band kr de per kaam krne k liye chalu kr de. Koi vyakti balatakar krne ja rha hai to use chamatkar kr k gayab karde kya aese duniya chal payegi. ????
@@abcxyz5618 इसलिए तो नास्तिक लोग बोलते हैं कि यह सब प्रकृति ने बनाया है. लेकिन आस्तिक लोग बोलते हैं कि भगवान ने बनाया है. सबसे बड़ा प्रश्न तो यही है कि भगवान है यह आपको कैसे पता चला? इसका जवाब इस वीडियो में नहीं दिया गया है
@@govindsuthar1397I agree with you 💯
@@govindsuthar1397to prkti khud kaise bn gyi? agr prkrti bdi h to?
@@govindsuthar1397महा ज्ञानी तूने ध्यान से नहीं सुना । वह हर एक तरह की दुख और तकलीफ मिटाने को कह रहा है। उसमें सब कुछ आ जाता है प्राकृतिक आपदा, बीमारी, गरीबी सब कुछ । रही बात भगवान के होने और न होने की बात तो इस वीडियो का टॉपिक ही नहीं है । इस वीडियो का टॉपिक ही नहीं है ।
अग्नोस्तिक का मतलब वर्तमान नास्तिक ही होता है बस संभावना रहती है कि यदि भविष्य में ईश्वर की खोज हो जाती है तो o ईश्वर में विश्वास करेंगे
हिंदू धर्म एक विविध धर्म है और इसमें कई विचारधाराएं शामिल हैं। हिंदू धर्म में आध्यात्मिकता और परंपराओं पर विचारों की विविधता शामिल है , लेकिन इसमें कोई चर्च संबंधी आदेश नहीं है, कोई निर्विवाद धार्मिक प्राधिकरण नहीं है, कोई शासी निकाय नहीं है, कोई पैगंबर नहीं है और न ही कोई बाध्यकारी पवित्र पुस्तक है; हिंदू बहुदेववादी, एकेश्वरवादी, सर्वेश्वरवादी, अद्वैतवादी, अज्ञेयवादी, मानवतावादी या नास्तिक हो सकते हैं।
सत्य
हिंदू में कर्मफल सिद्धांत प्रबल है
साथ हि आत्मा कि अमरता
और परमात्मा के अंतर्यामी और सर्वव्यापकता
यह सैद्धांतिक सत्य प्रबल
बाकी द्वैतवाद अद्वैत, और पुजा पद्धती इस पर इलैस्टीसिटी है
Hindu dharm nahi hain .
Dharm keval sanatan dharm hai , aur ye Anya dharmo ke equivalent nahi hain , balki pure vishw ka hi dharm sanatan hai .
Ye muslim , Cristian , judism , ye kaliyug ki den hai , aur inse equivalent dikhane ke liye hamare dharm ko bhi hindu nam de diya gya Jo ki Puri tarah se galat vichar dharana hai .
हिंदू धर्म जाति ऊंच नीच वर्ण व्यवस्था आधारित धर्म है जो मानवता पर कलंक है इसको नष्ट करना हर मानवता वादी इंसान की प्राथमिकता होनी चाहिए
100 % sahi
Bhai iska matlab aap rational hokar nhi sochh rahe ho ya fir ho sakta hai ki aap ne apna hi dharm granth nhi padha hai usme bhi bhut sare fault hai .
Aur vaise bhi Hindu dharm hi kewal ye sab baate nhi kahta Jo aap ne likh rkha hai jab aap East ke country ke taraf jaenge aur unke dharm granth padhenge to vaha bhi inke bare me jankari milti hai .
The first question is still unanswered. Why there is suffering in the world when we are child of God and God loves us. He will give us happiness and abundance why should God care about meaning of happiness or richness why he expect us to worship him when he is all powerful. How our worshipping him changes anything when God is all Powerful
They don't have any answers 😂.
Your question has lot of underlying assumptions. You are expecting God to provide continuously happy life with no suffering.
first of all... to understand God you need to understand who you are...
then only you will understand that if God is there or not
and when it comes to suffering...
God is not the one who controls happiness and suffering its us who does.. it totally depends on us
soo don't expect anything from your so called 'gods' there are above your perception
sooo
don't believe in anything... be a seeker
@@Vasudeva... They're above your perception then how you know it? God created suffering at the start so basically he's responsible for that.
God neither expect you to believe in him nor expect you to worship him
Since no one is innocent, no one has the right to ask for rewards
God might be unconscious will or a sleeping entity whose we are but a dream
Scientifically Most powerful God should be anything above Type 7 civilization and such a strong force in existence wouldn't give any kind of thought about helping such low level beings like us
Why would such an entity care when it can create countless worlds like ours and can destroy them?
Do you care about microbacterial life form?
ऋषि दयानन्द जी ने इसका जवाब यही दिया है कि मनुष्य अपने कर्म को करने में स्वतंत्र हैं और ईश्वर केवल उनके कर्मों का फल देता है।
भगवान जब धरती पर अवतार लेकर दुष्टों का संहार करते हैं, तो यही कहा जाता है कि, भगवान के हाथों मृत्यू होने की वजह से वो मुक्त हो गए। फिर तो कलयुग में भी कल्की अवतार द्वारा दुष्टों का संहार होगा और मुक्त हो जाएंगे। इसमें कर्म के फल का क्या हुआ? आखिर इतने पाप करने के बाद भगवान के हाथों मरने पर उन्हें सद्गति ही प्रात हो गई
@@Boxerr007 तो क्या मरना कष्ट नहीं है क्या? केवल वही नहीं मरता उसके आँखों के सामने पूरे कुल का नाश होता है तो क्या ये उसके कर्म का भोग नहीं है?
मोक्ष कोई भी जीवात्मा तभी प्राप्त करती है जब न तो उसका कोई अच्छा कर्म शेष रह गया हो और न ही बुरा।
परमात्मा का न्याय सामान्य मनुष्य जैसा नहीं है कि एक बार किसी कर्म के लिए नाराज़ हो गया तो हमेशा नाराज़ रहे। बल्कि परमात्मा सदैव एक रस रहता है उसमें कभी ख़ुशी कभी ग़म वाला स्वभाव नहीं रहता। एक बार यदि कर्म फल भोग लिया तो दोबारा नहीं भोगना होता है।
@@sanatandharmaurham
ये मेरे सवाल का उत्तर नहीं है। मरने का कष्ट तो सभी को मिलना है, कोई इस से अछूता नहीं रह सकता। सवाल यह है कि, पापी व्यक्ति भगवान के द्वारा मारे जाने पर सद्गति को प्राप्त हो जाता है, इसमें कर्म का सिद्धांत ध्वस्त हो रहा है। फिर तो पापियों के लिए ये एक बहुत अच्छा offer ही है, उन्होंने जीते जी खूब पाप किए, और अंत में भगवान द्वारा वध होने पर मुक्त भी हो गए। कुल के नाश होने का कष्ट उन कष्टों के सामने कुछ भी नहीं को एक पापी व्यक्ति दूसरों दे चुका होता है
@@Boxerr007parmatma avatar nahi late hai, divyaatma avtar lete hai
@@NovusOrto8305अरे क्या परमात्मा दिव्यात्मा खेल रहा है,
जो चाचा है वही भतीजा है। 😂😂
Dhire dhire jaise jaise humari universe ko janne ki kshamta badh rhi hai vaise vaise iswar jaisi chiz se log bahar aa rhe Hain 😊
Ek time aayega humlog is trap se Puri taraf Azad ho jayenge
WOW Bhai Ap IIT patna se HO Very Very Appriciable ki ap apne or Hamare Satya Sanata k liye Itna Acha Kam kr rhe h Prabhu ji apke Is Pryaas Me Sada Sarthi Bne Rhe
🙏🏻🙏🏻
@@HyperQuestBhai Bhagwan Vishnu ke Krishna avatar ke sach pr kab video banaoge aap ek saal se Jayda hogaya bolte bolte 🙂
Same@@Juniorsignmaster
but your english is not "appriciable".
@@bhagwandass3216logo ki kami nikalke kya santushti milti hai bhai
मंदिरों में आस्था के नाम कटते जानवरों, श्मशान में कचरे की तरह जलते मृतकों, भूत उतारते पुजारियों, माथे में सिंदूर,
चार युगों की अवैज्ञानिक मान्यताएं,
ये सब देखने के बाद मैंने Hindu belief system को चैलेंज किया और शुक्र है कि आज मैं agnostic हूं और हिंदू पहचान को छोड़ पाया।।
Khuch bhe faltu baate kar Raha hae.
Kya evidences hai ki Hinduism Mai janwaro ko hatya karne ki manyata ya paramparyein hai
@@AveragepoliticsEnjoyer Tu faltu me paida ho gaya .
Bhai Yeh dusre religions ki cheeze Hindu Dharma pe bolke kise manipulate kar rha hai? Kuchh Bhi??
@@SK-re7vo
Santan Dharma is a vast concept, 100s and millions of births are even less sufficient to atleast get its essence. Try searching out of dumb headed box.
Your well wisher
दुनिया में नैतिकता रहे इसलिए भगवान का अवतरण एक बुद्धिमान इंसान की है।
जो सही है। और मैं इस तरह के भगवान को मानता रहुगा।
जो मनुष्य को मनुष्य बनाई रखती है।
अन्यथा मैं किसी भगवान को नहीं मानूंगा।😊
Jai Shree Ram ❤❤
Yes, we need more videos like this. This is the most great thing I have ever heard of
My Physics teacher once told the class that,
"Where their is a God,Their is a science .,
He further said,read shiva purana you will get the all answers of cosmology, photons theory and modern physics ",
But currently please focus on your pre medical science syllabus "
Bdw he is an IITians and devote of lord shiva
And let me guess, you did not read shiva purana
@@tpb1006 aaah sorrry, i disappointed you,but i complete shree shiv purana,last year and also markhande purana
Peace!
@@souravmitra425if u refer me those verses, hymn which describes or explains those physics concepts ?
It's ok u have faiths ,
please don't mix it with science
Actually the phrase should be: "where is the science, there's no God"
Basically god run far away from there
😂😂😂😂😂 photons, cosmology 😂😂😂😂.
जिसने इनकी बुद्धि में ये प्रशन भेजा है वही ईश्वर है....!!!!
राम ही राम से खेल रहे हैं....!!!
matlab ki insan itna nalayak hai ki woh apne buddhi se soch v nhi sakta, agar me tumhe gali dun to woh gali mere dimag me iswar ne bheja hai.
nah that's just you😂
bhai wo bas aapke jaise mansik divyanko ko assistance dete hai
~bhagwan ne bolne ka bola
@@ankitgokhare2620 sahi hai bhagwan bolne ko bola ke naam per koi kuchh v karega
ओरे छाला, ई तो गजबे लोजिक है। ऐसे लोजिक लगाने के लिए तो बहुत अव्वल दर्जे का अंधविश्वासी बनना पड़ता है।
Kuchh bol dunga to vivad ho jayega
This video is enough to manipulate 98% of the people.😂
👍
This type of Reply in the Video is is enough to show yourself ,that YOU ARE AN ILLITERATE AND ILLOGICAL PERSON.🥲
How? All he said is true. I have myself referred other sources too and those also talk about the same things. It's just you who is trapped in your little bubble and don't want to question it
@@sanvisinghal7322 You need some brain 🧠 to understand that he is using logical fallacy to manipulate the arguments. 😭👍
Bro is too logical to this Video.
The way you explain is...mind blowing
Thank you ❤
@@HyperQuestLearn Evolution. Watch Richard Dawkins.
"Natural Selection," very important word. Natural Selection is unconscious Selection, "Emergence."
And when we say Universe came from nothing, we don't mean "nothing" is a thing, from which everything came ! No.
Nothing means that doesn't exist, oxymoron.
Universe came from nothing, means Universe is Omnipresent, till 13.8 billion years, and "There's no 'Before' to the Big Bang." You don't think about what was before to the Big Bang, it's a meaningless question, oxymoron.
Creation never happened, there's no question of Creator. Only Evolution happened, Cosmic Evolution, Chemical Evolution, Biological Evolution.
And Natural Selection means mindless material "Emergence." It's because of Entropy.
Natural Selection is material "Emergence," Natural Selection doesn't mean Intelligent Design. If it's Intelligent Design then it's not Natural Selection.
Whole point of Evolution is taking unscientific baseless hypothesis of Intelligent intervention out of the picture, and provide a "Natural" Scientific Answer, not depending on miraculous fairytales.
Evolution isn't Intelligent Design. Evolution through Natural Selection means Materialistic mindless Emergence, Nature is "Blind Watch Maker."
Whole point of Science of Cosmology is to take Super-Natural and Godly Magic out of the picture.
Universe is Omnipresent, Self Sufficient. Everything unfolded the way it did, because of Entropy and consequential Emergence.
Universe came from nothing, means Universe was never created, Universe is Omnipresent.
Creation never happened, it's not Intelligent Design, there's no question of Creator. God is not a good theory.
"It's called Faith cause it's not Knowledge."
-Christopher Hitchens
Universe is a mindless entity, and Universe is Omnipresent.
"There's no Before to the Big Bang."
-Stephen Hawking
"Universe is ALL there IS, ever was, and ever will be."
-Carl Sagan
There's no such thing that exists outside Spacetime.
Existence itself means "Existing IN Space THROUGH Time."
"There's ONLY one World. The Natural World. And no Super-Natural."
-Sean Carroll, Poetic Naturalism
Consciousness arises through Physical Process of Information Processing in your Brain or Brain like Information Processor, no metaphysics or super-natural is involved.
And Universe is not Conscious, cause Consciousness is a way for a system to interact with its outside enviorment, and there's nothing outside universe, there's nothing except universe. And universe is not a body to have mind. Universe doesn't interact with anything. Universe is everything.
And only "Sanatan" is Truth. And Science is the ONLY Truth.
Only "Sanatani" is Param-Prakriti. Be a "Charvak Hindu" Prakriti-vadi.
Don't be a fanatic Fundamentalist "Mazhabi Sanatani." Be "Mukt Hindu" Free from ALL Scriptural Fundamentalism.
Hindu is the only Jati. And Dharma has no essential relation with Super-Natural Faith or God.
Dharma is not the way of Faith, Dharma is the way of Seeking, Scientific Truth and Humanist way of living.
"Dharma : Seeking, Truthful Good Actions, Oneness (Oneness with the Universe, Oneness with ALL Humanity, Oneness with Everything.)"
Be a "Vivek-Dharmi Charvak Hindu."
Stay away from Naxal Fraud-Ambedkarite fraud-Islamo-Buddhists Conversion Racket.
@@HyperQuestreally it's too good very much excellent thanks for spreading your blessings and knowledge among us
इंसानों के पहले न ईश्वर थे और इंसानों के बाद में न ईश्वर होंगे।
Wooh 😊 impressive
🕉️जय श्री गणेशा ❤
I consider you as my spiritual Guru as I have got lots of spiritual knowledge from you and get motivation to read spiritual books thoroughly. So, I downloaded many spiritual books such as Vedas, Upavedas, Purans, Samhitas, Yoga Vasishta and many more from internet and tried to study and understand their deep concepts and tried to apply in my life
Thanks for everything, Vishal sir
Love and respect from me, Adarsh Kar from Sambalpur, Odisha
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Wow 😲 You answered many unanswered and the most tangible questions of all times.
Sahi aur galat ki pehchaan insaan ko khud krni ha ishwar hmara margdarshan krte ha raah dikhate ha uspe chlna na chlna hmari mrzi ha...aur hum jo b karm krege uska bas result hme waisa hi milega....prithvi pe free will ha hme apna karm krne k lie par uska fal ishwar k hath me ha islie insaan ko khud decide krna ha sahi aur galat ka...ishwar rokege nahi lekin uska result zarur ishwar k hath me ha...we are here to learn lessons.
Brother your work is very appreciating..we need more people like you to revive our rich culture...one day you will be recognised for your contribution to society 😊...keep shining.... hopefully we meet someday in person....😊... जय सिया राम।🚩
God doesn't exist 😅
हरी ओम तत्सत 🕉️
Great explaination of indian philosophy🙏🕉🚩🇮🇳👍
You are atheist
आपकी बातचीत का तरीका बहुत अच्छा है और उसने मुझे बाध्य किया कि मैं आपकी बातों का जवाब दूं l वीडियो देखकर मुझे लगा कि आप की विचारधारा एक धर्म विशेष से पूर्व ग्रसित है यही कारण है कि आपने जो तर्क दिए हैं उनमें पूर्णता नहीं है l जब सुख और दुख की बात होती है तो यह जरूरी नहीं दुख के बिना हम सुख की अनुभूति नहीं कर सकते अगर किसी को कम सुख और किसी को अधिक सुख भी दिए जाएं तब भी तुलनात्मक अध्ययन से सुख का अनुभव किया जा सकता है इसके लिए सुख और दुख में जमीन आसमान का फर्क किया जाना जरूरी नहीं है l एक तरफ ऐसे लोग हैं जिनके कुत्ते मक्खन और ब्रेड खाते हैं और एक तरफ ऐसे लोग हैं लोग हैं जिन्हें दो दो दिन खाना नसीब नहीं होता l तो अमीरी और गरीबी मैं पहचान करने के लिए शायद इतनी क्रूरता की जरूरत नहीं है l और अगर यह सब ईश्वर की मर्जी से होता है तो फिर आस्तिक लोग क्यों कहते हैं कि यह ईश्वर बड़ा दयालु है l दूसरी बात अपने जिन ग्रंथो का हवाला दिया है उनमें तरह तरह की बातें वक्त के हिसाब से कही गई है तो यह चीज अपने आप में बहुत कंफ्यूज कर देने वाली है वही धर्म कहीं ऐकेश्वर वाद की बात करता है और कहीं बहू देववाद की बात करता है यह तो वैसे ही स्थित है कि चित भी मेरी और पट भी मेरी इस कन्फ्यूजन से हम वास्तविक तथ्य से दूर रह जाते हैंl आपने एक बात और कही की धर्म विज्ञान का ही एक स्वरूप है तो यहां पर मैं इस बात पर प्रकाश डालना चाहूंगा कि यदि धर्म का स्वरूप वैज्ञानिक होता तो करोना काल में जब लोग थाली बजा कर वायरस भगा रहे थे हमारे देश से उसी समय करोना चला गया होता l आज भी जब लोग बीमार पड़ जाते हैं तो सीधे डॉक्टर के पास जाते हैं किसी मंदिर मस्जिद के दरवाजे पर नहीं पड़े रहते l वास्तव में धर्म मानव जीवन की अफीम है l सच कड़वा होता है लेकिन इसे हमें गले से उतारने की आदत डालना चाहिए l धन्यवाद
*"देखो बिना दुःख के भी दुनिया बन सक्ती है, जैसे ईश्वरलोक बिना दुःख के चल रहा है वेसे, और अगर दुःख देना ही है तो उसे कम से कम लिमिट मे देना चाहीये जेसे सतयुग। नही तो बस दुःख का एहसास भी काफी है।"*
*"यानी आज जो दुनिया देख रहे है उससे कइ गुना स्वीकार्य दुनिया बन सक्ती है।"*
मे एक अध्यात्मिक व्यक्ती हु, राम भक्त हु। इसलीये मुझे हलके मे मत लेना।
Proof of satyuk
@@Hbujlbvcgilmbvbhj आज के दुनिया के हिसाब से देखे तो, धातू की खोज से पहले का युग जहा हिंसा, बिमारी, नकारात्मकता बहोत कम थी। लोग अध्यात्मिक प्रगती बहोत अच्छे से करते थें। कुदरत के साथ बहोत अच्छे से जीते थें।
sabse badiya bacche paida hi mat karo
Ye kaise sidhh hota h ki ishwarlok me dukh nhi h
@@status8640 तो इसका मतलब *गोलोक धाम* मे भी हिंसा, अत्याचार, डिप्रेशन, बलात्कार, मृत्यू, दुःख, होता है?
Very well answered. Jai shree Ram ❤
🙏🏻 Jay shree Ram ❤
Radhe Radhe bhai
I am literally waiting for this type of video
Thanks a lot
Don't believe in anything until your analysis makes sense logic argument and it is beneficial for all...
Yes, I want more videos like this
Sure ❤
@@HyperQuest agar banaya to expose karenge yeh video bhi dislike hoga roast kar Diya vimoh bhai ne Tera dekh itna stupid argument tu leke aaya
Another masterpiece Jai Shri Ram❤❤❤❤❤❤❤ namaste Vishal Bhai ❤️❤️❤️
Dhanyawaad Vinod ji 🙏🏻❤️
स्थिर तत्व की क्षमता को ही आत्मा कहते हैं ❤❤
Radhe Radhe ❤
परमात्मा ने मनुष्य को कर्म करने के लिए स्वतंत्र किया है परन्तु फल भोगने में परतंत्र है इसलिए दुख कर्मों के कारण है धन्यवाद।
रेप या डेथ पीड़ित ने भी क्या बुरे कर्म ही किये होंगे? जो बच्चे जन्म लेके ही मर जाते हैँ या गंभीर बीमारियों के शिकार होते हैँ उनका क्या बुरा कर्म?
@@सत्यसनातन369Inki samjh me nahi aayega ye Ye khudko dudh ka dhula batate hain man me paap inke bhi hai
07:15 ...Agar aap ye Maan rahe ho ki God does not interfere in nature. ...tab God to worship karne ka meaning kya reh gaya. agar use sab kuch pata hein but woh kabhi kuch karta nahi tab to uske upar time and money waste karna bekar hein
God ka pata nahi but if I were God ,mein atleast rape k case mein zaroor interfere karta.Kya matlab itne power ka jab kisiki izzat bhi na bacha pau
@@rdas2010 to mat kar god ko worship oor sadta reh sansar ke dukh dekhake kaliyug ke ant tak
Bhagwan ka isase koi lena dena nahi hai.. bhagwan ne yeh dunia hamare icchaon oor bhogon ka samman karake banayi hai..oor yeh duniya unki shakti prakriti yaani maaya ke adheen hai..ab tum sabko bhagwan ke banaye vidhan ke anusar maaya ke adheen apni zindagi gujrani hogi
Oor hame chale bhagwan ke dhaam unki bhakti karake kuch heen janm me
Beautifully explained. ♥
Thank you ❤
Proud to be a atheist. Thanks dooklyman channel ❤❤
Congratulations for 100th Video (ep) 😊❤
Keep Growing Bhaiyaa... 👍🏻
Jai Shree Ram 🙏🏻♥️🚩
Thank you so much 😀❤️🚩 Your wishes mean a lot to us 🙏🏻
शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव शिव ❤❤❤❤
Om Namah Shivaya 🙏🙏🙏🙏🙏
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं 🙏🏻
ये जो शिव शिव की टाइपिंग कर रहे हो ना वह शिवपुराण से नही आया है।
विज्ञान ने बनाया है। शिव ने तुम्हे आज तक कुछ नही दिया। बस जाल में फंसे हो।
शिवपुराण में लिखा है कि शिव के वीर्य से सोना चांदी बने।
शिव ने अनुसूया का बलात्कार किया।
शिव ने अपने पोते आड़ी का गुथमैथुन करके मार दिया।
Gandit ghalun ghe
You could try giving his evidence instead of repeating it again and again.
How do you know he exists? Can you check it?
As an agonstic atheist i think you're just pleasing your audience.
True 👍😂
Exactly
हां भाई, मुझे भी यही लग रहा है। हालांकि मैं कोई नास्तिक व्यक्ति नहीं हूं, फिर भी मैं कह सकता हूं की इन भाई ने बस अपने दर्शकों को खुश करने के लिए ये वीडियो बनाई है। जो की प्रत्यक्ष है और लोग बिना प्रतिप्रश्न किए भाई की बात को मान ले रहे हैं, जो की कॉमेंट सेक्शन से स्पष्ट है।
बात ये है की आजकल लोग थोड़े सी तार्किक सोच (logical thinking) रखने लगे हैं, अपेक्षाकृत पहले से। और आज के दौर में विज्ञान सर्वोपरि है, ये कहना भी गलत नहीं होगा की विज्ञान और प्रौद्योगिकी आज के समय के राजा हैं। तो ये जो तथाकथित धार्मिक लोग हैं, चाहे किसी भी धर्म से आते हो, अपने धर्म को विज्ञान से जोड़ने का प्रयास करते रहते हैं। ये प्रयास क्यों किया जाता है? चूंकि स्पष्ट है की आज विज्ञान सर्वोपरि है; और संसार में पाए जाने वाले अमूमन धर्मों में ये देखा जा सकता है, की हर धार्मिक व्यक्ति अपने धर्म को सर्वोपरि घोषित करने में लगा है। ये वो कैसे करे? आसान है! अपने धर्म को विज्ञान से जोड़ देगा। एवं ये स्पष्टीकरण देगा की देखो, ये जो चीज विज्ञान ने खोजी है, ये तो मेरे धर्म में पहले से है एवं हजारों वर्षों पहले मेरे धर्म के ज्ञानियों में बता दी थी। इस बात को साबित करने हेतु वो कुछ अतार्किक प्रमाण भी देगा, जो ऐसे प्रमाण होंगे जिसके आधार पर कुछ तय नहीं हो रहा है; परंतु वह तो अपने धर्म में अंधा है एवं उसपे कुछ तथाकथित धार्मिक ठेकेदारों का प्रभाव है, जिसके कारण वह व्यक्ति इसी अतार्किक प्रमाण को सत्य मानकर बैठ जाएगा और उससे ये होगा की वो अपने अवचेतन मन में ये घोषणा कर देगा की देखो, मेरा धर्म सर्वोपरि है। और बस उसका उद्देश्य पूर्ण! वो यही चाहता था की मैं अपने धर्म को सर्वोपरि घोषित करूं। भले ही वह जनमानस के सम्मुख प्रमाणित ना कर पाए परंतु उसने अपने अवचेतन मन में मान लिया। जब मन में मन लिया तो ये चीज इसको थोड़ी सी खुशी का अनुभव करा सकती है, इसी बात पे खुश हो जायेगा।
ये जो कहने आते हैं ना, किसी भी विज्ञान की खोज के उपरांत की ये तो हमारी धार्मिक किताब में हजारों वर्षों से लिखा है, तो उनसे मेरा एक प्रश्न है की "आपको खोज से पहले नहीं पता था की ये तो हमारी किताब में लिखा है, तो आपने उसे तब से उसे दुनिया में समक्ष क्यों नहीं रखा, उसे पेटेंट क्यों नहीं कराया??" क्या आपको इसकी पूर्ण जानकारी पहले नहीं थी? यदि नहीं! तो फिर दाबा किस आधार पे कर रहे हो की हमें सब पता है, हमारी किताब में प्रत्येक प्रश्न का उत्तर है? और स्पष्टीकरण के लिए बता दूं, ये मेरा प्रश्न किसी धर्म विशेष से नहीं है, बल्कि सभी धर्मों के धार्मिक लोगों से है। चुंकी ये जो समस्या है अमूमन सभी धर्मों के साथ है, की वो अपने धर्म को सर्वोपरि देखना चाहते हैं, और इसी को करने के लिए दुनिया भर की अतार्किक बात करेंगे।
जहां तक मैं समझ पा रहा हूं, ऐसा वो व्यक्ति इसलिए कर रहा है, क्योक उसे स्वयं को, अपने धर्म सर्वोपरि घोषित करना है; उससे उसे थोड़ी बहुत मात्रा में एक अस्थाई खुशी का अनुभव हो जाता है। क्योंकि खुशी तो प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए और स्वयं को सर्वोपरि बताने में कोई लागत तो लगती नहीं, बस कुछ धार्मिक ठेकेदारों का प्रभाव एवं कुछ अतार्किक प्रमाण ही काफी हैं।
मैं इन जैसे लोगों से यही कहना चाहता हूं, जबरदस्ती स्वयं को सर्वोपरि घोषित करने में ना लगो, स्वयं को सर्वोपरि बनाने पर ध्यान केंद्रित करो।
@@hemant_sisodia_33 sahi kaha
@@iwonder_why
धन्यवाद भाई, लेकिन इन तथाकथित समझदार और अपार बुद्धि के धनी लोगों को कैसे समझाए?
धर्म उन लोगों के लिए जो संतुष्ट होना चाहते है, और विज्ञान उन लोगों के लिए है जो कुछ नया जानना या खोजना चाहता है। अब आप पर निर्भर करता है आप क्या चाहते आस्तिक और नास्तिक तो बस विरोधाभाषी शब्द है इन शब्दों के जाल में न फंसे। अगर आप आगे बढ़ना चाहते है तो विज्ञान या तर्क की राह पकड़े और अगर आप जीवन में शांति या संतुष्टि चाहते तो धर्म मार्ग पर चल पड़े।
શ્રી શ્રી રામકૃષ્ણ પરમહંસ ભગવાન ની જય ❤😊
कुछ व्यक्तियों को केवल सनातन धर्म को देखकर ही नास्तिकता का बोध होता है . जबकि दूसरे धर्म ,सम्प्रदाय में केवल साक्षात प्रभु दर्शन देते नजर आते है ..परन्तु सनातन धर्म स्वयम में एक जीवन जीने की कला है जो प्रकृति के सभी तत्वों से जुड़ने के साथ ब्रह्मांड में शून्य में समाहित है .…सनातन धर्म ही सभी वाद में विश्वास करता है ..जन्म से लेकर मृत्यु तक कितने प्रसंग हमारे जीवन से जुड़ते है जो आस्तिक होने के लिये काफी है.. गर्भ में प्रवेश करने से लेकर बड़े होने तक सभी शरीर के अंगों के होने के बाद भीइतने बड़े शरीर को निर्जीव छोड़ कर आत्मा कहाँ विलुप्त हो जाती है ..इसका उत्तर आज विज्ञान के पास जरूर होता ... परन्तु नही है ....
Jay shree r
Jay shree ram
Jai shree Ram rom 3gb
Fallacy fallacy and fallacy 😂
@@divyanshuvd5210 if this is not true... Then something must be true there... So if this fallacy then you tell what is truth?
Jai shree Radhe ❤️
I am a muslim from Pakistan and Sindh . I appreciate your efforts . Your arguments are very powerful.
I'm very happy to listen .
आज मैं दिखाता हूं
भगवान को
भ =भूमि
ग= गगन
व =वायु
अ =अग्नि
न =नीर
Ye prakti hai iswar nhi jo jaadu se chije thik krde chall hatt
हमें राजीव दीक्षित जी के ऊपर विडियो की भी प्रतीक्षा रहेगा। विशाल भैया, आपसे निवेदन है की आप राजीव दीक्षित पर भी एक 25 मिनट की वीडियो जल्द से जल्द बनाएं।
जय जय श्री राम…❤🙏
Hindu who is Intelligent + Read Scriptures and Understand them + and Practice them + Read to do something for his Country and Dharma.
According to me, This is The definition of 101% Hindu. I am not giving certificates because even i don't possess all qualities but i think this is true definition
I think the most important ingredient is missing - Prem/Bhakti/Tyag. All three are same. But only Bhakti marg (or Prem marg) can take us to ultimate goal of bhagwad prapti. 🙏
@@meenakshibisht5925 Reading Scripture ,, Getting Knowledge of Our Great vedic Text ,will only Develop The true bhakti in ourselves ..
Otherwise Nowdays Bhakti is only Show off ...
This Bhakti is As same as A mirror ...just a small rock thrown Destroy the mirror , same One question can take away all your Bhakti ..
Without gyan you cannot have Bhakti Bhaav ..
As one question will Destroy your all faith in Ishwara ...
But ifd you are a gyani , You would surely know the cause or the Answers ,, And Your Firm Faith will become more firm ...
This is what Bhakti is .
you can't say that bhakti is the only way of knowing the truth. In fact bhakti is not even a way of knowing the truth. It is meant only for mental satisfaction and peace not for knowing the truth behind existence. @@meenakshibisht5925
@@YT_6jhbvc if I may, I would like to give one example here.
Udhav was a very learned man. He gave up when he saw the bhakti of the uneducated illiterate gopis. The gopis did not treat Krishna as God. And they did not learn the vedas. Kevat, Sabri, Rukma bai, Kanakadasa, Ajamil, etc. are all examples.
The gopis were very leaned saints in past lives. They had a lot of gyan. But when they realized that gyan can take you maximum upto Brahma Lok which is again under maya, they gave up their gyan. They got birth as gopis. And only then they got eternal love of prabhu.
Ravana was a gyani, a tremendous one at that. He was also liberated. But he was not liberated due to his gyan. He was liberated due to his love for Prabhu. I guess you would know about Jai-Vijay which is the past life of Ravan, Hirankashyapu, Hiranyaksha, etc.
@@meenakshibisht5925 See literally i dont Seriously take these types examples , they are just stories to me , and One main reson for the fall of our culture ,due to which we all suffered thousand years of Slavery ..
No matter who were gopis in past life ,,, it was there next and This is a unchangeable Law of God that Human will know nothing of there past Life ..
Again stories ,, Define Brahm lok according to vedic text. .
And What is maya ??
In Grammar maya Means Buddhi ..
Foolish commnet they accepted to became gopi 🙄
See Krishn ji was a Yogi purush who was not all day busy with these gopis ..He was Such a man who only made relationship With Mata rukmani for Getting His Putra Pradyumna ..
Rest He was A Brahmachari And Followed brahmacharya throughout his life ..
Basically you are a type of bhakt , who beleives in Golok Where you think you will became gopi ..😂
Sry to say but You are Made fool by , these puranas ...
You think of gender and etc all after this life ??
Atma has no gender ..
Or will these bhakts Will became gopis with there body in golok 🤡
Ravan Was not a gyani ..not a single word in Ramayan depicting Ravan a Learned person.
He was just a adharmi man who didnt perform pious deeds ..
Do you really think he was liberated ??
No he was killed , as he well deserved this ,, and not only alone his whole Family was Vanished becz of his Karmas .
That jay vijay also a story of puran ..
TBH .. I literally Disagree with purans , and beleiving on them ..
As i know and have faced 100 of verses depicting The Garbage and Rubbish in them ..
Pauranik people dont accept these , instead they make Jalebi .
My personal advice to you ,
Plz Go through Vedand Other text like Darshans , Upanishada , Brahmans , geeta. etc ..
And try to know what is Brahm ..what are his qualities ..
When you will know the truth and Brahm , you will laugh on your respected comments I gaurantee you ..
Maybe You will not agree with me ..
But i m 100% confident.
अगर सही अच्छी दुनिया संभव नहीं है तो फिर ईश्वर को मानने का भी कोई अर्थ नहीं है।भाई सुख दुख पाप हत्या बलात्कार गरीबी भ्रष्टाचार रहेगा ही क्यों कि इसके बगैर दुनिया संभव ही नहीं है,तो फिर हमें कुछ सही करने का भी प्रयत्न नहीं करना चाहिए।ईश्वर सर्वशक्तिमान होकर भी अच्छी दुनिया नहीं बना सकता तो मनुष्य क्या कर लेगा?इससे नकारा पने का जन्म होता है और सब इस मानसिकता से गुलामी में गड्ढे में जाएंगे
whether you are theist or atheist, but it is more important that we must serve for the needy entity.
Nice try, but truth matters! Serving the needy is a result of truth, not a replacement for it. Atheism and theism have different worldviews, and which one we choose matters. Seeking truth and wisdom comes first!
I am an agnostic person I just wanna ask one thing do you have any proof that god exist ??
@@Anonymous_critical_thinker
Hinduism offers several evidences for God's existence. Rama Setu and underwater Dwarka, mentioned in ancient epics; Vedas and Upanishads revealing divine truths; Karma and Reincarnation implying a higher power; and Yoga uniting us with the ultimate reality, Brahman. These evidences reveal the divine presence in the universe and human experience. Did your ancestors built the Dwarka city?
@@myadoredkrsna 1) check the age these monuments provided by puran and check the age of these monuments provided by archaeological department then make conclusion
2 ) who wrote the Vedas upnishad etc humans or god
3 ) what is the proof that God wrote the Vedas upnishad etc
Kon kon vimho ki video dekha hai
मुझे लगा आज मुझे मेरे सवालों का जवाब कुछ ढंग का मिलेगा but आप भी उसमे नाकाम रहे agnostik से नास्तिकता की तरफ बढ़ता जा रहा हूं मैं ❤❤❤❤❤
Geeta me bhagwan Krishna ne kaha hai ki sabhi jeevo me manushyo ko hi buddhi ka freedom mila hai, vivek mila hai. Wah apni soch se Karam krta hai, usi ka fall usko milta hai, bhagwan kisi ke Karam me hashtchhep nahi krta, duniya usi k karamo ka fall hai. Crime or goodwill wah manushya ke vivek ka parinaam hai.
@atharavasingh आप बताइए इन छोटे बच्चों का कर्म क्या 😢😢
कोई भी नास्तिक ऐसे ही नास्तिक नहीं बनता उसके पीछे बहुत दर्द भरे सवाल होते हैं, और मुझे तो ये भी लगाता है एक आस्तिक से ज्यादा ईमानदार, दयावान नास्तिक होता है ये भी मैं experience और case study के base पर बोल रहा हूं 😔😔😴
@@प्रेमcosmoskhuch nahi hae log faltu believers hae Jo Maan nahi pa rahe ki God sab bakwaas hae basically Inka 3gb ram rom waala.Mae bhe andhbhakt tha lekin abha mae agnostic atheist bana Chuka hu.
@atharavasinghKarma is the Human concept
Ishvara Parama Krishnah Sacchitananda Vigraha | Anadir Aadir Govinda Sarva Karana Karanam ||5.1|| Brahma Samhita
I have a real dinosour at my house, but sadly I can't show it to anyone, but i can explain 🥺
bhaiya,please make video on why we worship Dev-Devi through Murti? I didn't find any proper answer anywhere.Keep making videos like this.Love and "shubhkamana" for you from Bangladesh.
i think it is because it is easy for normal people to connect this way. no one really worships the murti, we worship god through the murtis. murtis are in my opinion, just a medium that makes it easier for people to visualise god aur unka dhyaan karne mein asaani laane ke liye.
for example, it is easier for an artist to paint a portrait agar unke paas ek photo reference ho, instead of apne dimaag se bana lena
we are not as great as the great rishis and sadhus, murti acts as a medium for us. murti pooja is a method that works very well for most people, hence it continues to happen.
@@gamaa07
Yes 100% correct reply
@@gamaa07 artist ke pass pictures hoga to wo easily bana payega wese hi bhagwan ka real
Murti hoga tavi to easily connect kar payege na
भगवान जैसी कोई चीज नहीं होती यही सत्य है
The best thing about this man is that he is not being judgement about any philosophy.
Bro at 3:12 you said that it is the atheist people who believes that god is all loving,actually it's the thiest people who believes that god is all loving and they define god as all loving so it's a definition of theist people not of atheists,
And by the way all your points in that part of video are pretty much good which actually dismisses the definition of god given by theist people
Radhey Radhey 😊
पर सुख दुःख चाहिए ही किसलिये? सुख की किमत जाणणे के लिये इतने दुःख सहो, उससे अच्छा तो सुख भी ना हो और दुःख भी न हो. नाही चाहिए ऐसी अमिरी जिस्को समझने के लिये गरिबी देखणी पडे.
Is state ko moksh kahate hai
aji meto kahta hun duniya hi na ho
हमें ईश्वर की ज़रूरत ही क्या है ? और क्यूँ है ..
guys sorry to say but now i am mature enough now that i know social media is all about manipulation....
believe in what u have experience 🤫
Manipulation misinformation
3:40 "Those who do not UNDERSTAND true pain ❤🩹 can never UNDERSTAND true PEACE❤🔥" (Pain akatsuki by Nagato)
Man of culture
Who is here from Vimoh channel ??
I am bro 😂😂😂😂me too
@@AnuvabGhosh-sx5euBengali communism is the force behind swift takeover of west bengal from extreme islamic bigotry, rohingya ( bangladeshi ) infiltration and the rise of political scheming liars like TMC. ..
Jai shri Ram 🧡🙏🚩
Bhagvad Gita has answer to all questions 🙏❤❤❤❤❤❤
Your explanation is mind blowing 😀🙏♥️♥️♥️
Thank you ❤ Jai shri Ram 🚩
@@HyperQuest bhaiyaa ek baat puchna tha sanatana dharma me kuch ghande bhagwa🧡 k sath laal ♥️ aur Peele 💛 bhi hote hai esa kyu bhaiyaa ???
Jese laal ♥️ maa durga ka aur peela 💛 khatushyam ji k ghande dekhe hai vo bhi bhagwa🧡 kyu nai hote ???
Pls answer bhaiyaaa 🙏🙏🙏🙏
Bhai fhir vhi baat.
Bhagvat Geeta or any other book CANNOT contain all the answers.
The universe is infinite and a finite number of pages cannot contain the knowledge of infinite.
BE A SEEKER dude.
Faith is what you resort to, in the absence of data.
आप english subtitles भी देते तो बहत लोगों तक पहुंचाया जा सकता है । hope you will consider this
Yes it will be available by tomorrow 🙌🏼
@@HyperQuest 🙏💙
एक ही जीवन मिला है इसलिए सभी प्रभु की भक्ति करो😊
जय श्री राम🙏🙏🙏
Rapist ki puja karo boli ye abhi 🚔👮🏻♂️
Chalo madam jail
Good❤
What about punarjaanam