Because this coerced conversion has been systematically being done over last 800-1000 years.. first by Muslim invaders then by Christian missionaries... Not in last 10-15 years
RSS is just Zionism terr0rist ideology, they're not hindu or have any morals of Hinduism, and majority of indian population (80-90% ) are uneducated when its come to religion and these wicked terr0rist use few words to manipulat/brainwash them to do hideous crimes for them !!!
Dafinetly सब को अधिकार है। यह लोग भारत के संविधान को मानते नहीं। इतनी इतनी उम्रें हो गई, कूट कूट कर others धर्म के लिए नफ़रत भरी है। क्या। लोगो की अगवाई करेंगे।
ईसाइयत में सम्मान और आत्मा सम्मान केलिए जा रहे हैं तो वह ग़लत है। मरणोपरांत अनन्त जीवन स्वर्ग में देने का वायदा है यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो को। जिसको इस बात पर यकीन है तो विश्वास कर के वह ईसाई धर्म स्वीकार करते हैं। उस को अपने मरणोपरांत जीवन को नरक से बचाने केलिए कुछ भी करना उसका व्यक्तित्व मामला है।
जबरन धर्मांतरण किया गया। कैसे तलवार के नोक पर, या मार देने के दम पर, हाथ पैर बांध के कूछ अंग को काट दिए कि मजबूरन ईसाई होना ही पड़ेगा? लालच कि बात समझ में आता है कि यदि यीशु मसीह पर विश्वास करोगे तो मरणोपरांत स्वर्ग में जायेगा नहीं तो नर्क में तड़प तड़प कर जीयेंगे। धर्मान्तरण करने से नहीं मन को बदलना होगा। क्यों कि मन नहीं बदला और धर्म बदल गया तो कोई फायदा नहीं।
Yes but not hindu also adivasi are losing their god tradition we won't read any mantra for puja all god are related to nature and anybody can become pujari in tribal tradition not only brahmin kantara movie shows actual tribal culture the god was found in jungle and performed rituals you see after lead character hero father dies another person become they what say pujari not hero after he died again hero become pujari any body can become pujari in tribal tradition there is different between advasi culture and Hinduism we don't have any purana or mantra have only natural related god for good crop good rain for safety from wild animals for fertile land to have good jungle for good fruit and leaves we won't believe in punar janam ect@@saurabhsharma3280
@@Bhagya.Solanki if a god who killed mahisasur is fictional but mahisasur is not fictional same for Hirankasyap according to u. And go u read Mr converted missionary Adivasis are called Vanvasi and not asura. Asura were different but this will not resolve ur missionary purpose. Thank ur kismat that due to politics u r safe in India. If u have been writing these things for majority in other countries u would have been burnt alive.
@@saurabhsharma3280 हां जी शर्मा आदीवासी ईसाई नहीं है ये तुम कैसे सर्टिफिकेट बांट रहे हो । वो टनाटनी मूल तुमलोगों से नहीं छूटता है ना कि ब्राह्मण सबसे उपर बाकी नीचे , कैसे ढोल गंवार शूद्र पशु नारी सकल ताडना के हैं अधिकारी । तू मेरा धर्म डिसाईड नहीं करेगा। तेरेको मानना है कि वानर सूर्य निगल गया तो ये बात तू मान ले मैं नहीं मानूंगा । समझा ना । सूर्य 16 लाख वर्ग कि मी जितना बडा है । तब वानर भी 17 लाख वर्ग कि मी जितना बडा हुआ होगा सवाल तो यहां यह पनपता है कि दूसरे देश वाले इतने बडे वानर को सूर्य निगलते काहे नहीं देख नाऐ
@@luvall293 अपने पूर्वजों के सरना धर्म की भी सम्मान करें,, ना भूले, ना मिटाएं, वीर बुद्धू भगत, बिरसा मुंडा जैसे महान लोगों को याद कीजिए पढ़िए ,,, कैसे क्रूर अंग्रेजों से लड़े बलिदान दिया
@@saurabhsharma3280 not only advashi Christians but also those non Christian adhavashi r also served with health, medical, shelter and education facalities by the christion missionaries and today all types of adhivashis r officers doctors and engineers....this is what hindu leaders don't want...
आदिवासी धर्म नहीं है बल्कि जाति है और जाति कभी नहीं बदलती है।एक जीवन पद्धति है,धर्म तो ईश्वर को मन में धारण करने का विषय है। जाति धर्म का आपस में कोई लेना देना।
तु पहले ये समझ जा कि आदिवासी हिंदू नहीं है... हिंदू धर्म की घटिया मानसिकता या विचारधारा आदिवासियों में नहीं है जैसे छुआछूत, भेदभाव, पाखंड, धोखाधड़ी ये सब हिंदू धर्म का गुण है
आदिवासी हिंदू नही है। जो धर्म सबको समता स्वतंत्र और न्याय बराबर देता है। वही धर्म को लोग अपनाएंगे। हिंदू कोई धर्म नहीं है। जो धर्म एक को ऊंच और अन्य को नीच कहे वो धर्म नहीं गुलाम बना कर रखने कि षडयंत्र है।
दुर्गम आदिवासी क्षेत्रों में मिशनरियों ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया। परिणामस्वरूप कुछ आदिवासी स्वेच्छा से इसाई धर्म स्वीकार किया। आर एस एस गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के बजाय विभाजनकारी नीति अपनाती है। इनका असल मकसद आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन को लूटना है। 5 जनवरी 2011 के मा उच्चतम न्यायालय के फैसले में जब ये कहा गया कि आदिवासी ही भारत के मूल निवासी हैं, उसके बाद से आदिवासियों को हिन्दू धर्म में धर्मान्तरित करने का जोरों से कोशिश कर रहे हैं।
Adivasis. Christian missionaries gave them schools, clinics, food, and CROSS. Brahmans tried to improve their DNA. In Kerala a rule was that the first child of a married woman of any class must be fathered by a Namboodiri Brahman and after that she could beget children by her husband. M.S. Golwalkar cited in Organizer, January 2, 1961, p. 5.]
अगर आप संविधान को सर्वोच्च मानते हैं तो किसी व्यक्ति को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए l कोई भी व्यक्ति कोई भी धर्म को स्वीकार कर सकता है l कोई लालच देकर, जबरदस्ती प्रताडित करता है तो ये गलत है
अब तो आदिवासी ज्यादातर अपने धर्म प्रकृति में ही विश्वास करने लगेहैं और भगवान बड़ा देव की कृपा से एक दिन पूरा समाज प्राकृतिक धर्म को बड़े धूमधाम से बड़े हर्ष के साथ मानने लगे हैं अब आदिवासी समाज जाग चुका है पढ़ लेख गया है जय बड़ा देव जय सेवा जय आदिवासी जय मूलनिवासी
अगर कोई ईसाई धर्म अपनाना चाहते तो उनका विरोध नहीं करना चाहिए, क्योंकि ईसाई धर्म ही मार्ग सत्य जीवन है, मैं खुद ईसाई बन गया है, जीवन में सुख शांति छुटकारा पाने के लिए यीशु मसीह को अपनाओ ✝️💞✝️💞✝️💞✝️💞
आरएसएस और पंडितों का ध्येय ये है कि जनता हमारी गुलामी से फिसलकर कहीं और न जाए, फिर आखिर हम दोहन किसका करेंगे ! उन्हे तो सत्ता और पत्ते पर भत्ता दोनो चाहिए ही चाहिए।
नही तो मै मुसलमान हू नही मैं इसाई हूं नहीं मैं हिंदू हू फिर भी मुझे कागदपत्री मे मुझे हिंदू कन्व्हर्ट किया जा रहा है मेरा कल्चरल मेरी पूजा पद्धती सबसे निराली है मुझे जबरदस्ती ही धर्म मे खीचा जा रहा है मेरा धर्म मेरा माता पिता ही प्रकृती ही है हम सबको बचना है हमे मार्ग दिखाइए जय आदिवासी जय बिरसा जय जोहार जय मूलनिवासी यही है मेरी पहचान इस पहचान को मिठाया जा रहा है माय किसी भी धर्म को नही स्वीकारता माय मूलनिवासी हूं आदिवासी हू यही मेरी पहचान है
प्रो मुकेश कुमार और डॉ राम पुणयानी दोनों को बधाई। जो की आप जैसे विषलेशक ने आदिवासी मुद्दा पर चर्चा रखे हैं। निश्चित ही आदिवासी समुदाय को लिए सभी धर्मों के लोगों ने ठगा है। चाहे हिन्दू,हो ईसाई या इस्लाम हो।
आदिवासी लोग धर्म परिवर्तन करके ईसाई बन रहे हैं लेकिन वे रुढ़िवादी परम्परा को छोड़कर अब शिक्षित हो रहे हैं,जागरुक बन रहे हैं और इससे वे उनके लिए क्या गलत है क्या सही है समझ पा रहे हैं इसलिए अब उनके लिए परेशानी का बिषय बन गया है जो कभी नही चाहते कि आदिवासी लोग बढ़े और वे वैसे ही बने रहें जैसे आदिम जमाने में रहे, बरना वो किसपर राज करेंगे।
ब्राह्मणवाद चल रहा हिंदुत्व के नाम पर बामन का दक्षिणा कम न हो भाई आप लोग जब दलित को समानता नहीं दे सकते अपने से कम रखना चाहते है तो गुलाम क्यों रखना चाहते हो आपको क्यों पैसा दे वो दक्षिणा कमाना है उनसे
आदिवासी लोग हिंदू नहीं है लेकिन सबसे ज्यादा आदिवासियों का हिन्दू धर्म में धर्मांतरण हुआ है... आदिवासियों को हिंदू क्यों बनाया जा रहा है इसमें भी बात करें
मुकेश सर आपने सही कहा मैं भी एक हो मुंडा समाज से आते हैं जो हमारे यहां आजकल अगर कोई धर्म परिवर्तन करता है तो पहले तो उसको बहिष्कार करते हैं और सरकारी योजना से भी बंचित किया जाता है।
Jo log bahishkar kar rahe hain, unko ja kar bolo ki wapas jungle mein ja kar bina kapdo ke rahe. Kyunki aaj jo bhi technology, education, hospital, woh istemal kar rahe hain woh sab christian ki di hui hai..
आदिवासियों का अन्य धर्मों में जाना उनकी मूल संस्कृति व प्रकृति पूजा से दूर होना है, जो कि यह भारत के मूल लोगों की पहचान पर खतरा बन गया है। आदिवासी धर्म पूर्वी हैं और उनका कोई धर्म है तो वह प्रकृति धर्म है।
@@vivekyadav9644 shendiwale ki Najayaj aulad hone sabut na de shudra hone ka garv na kar Bhai dharm bachane kon log marte hai kiske bachhepadh likh ke 90% prashan me nokari kar rahe hai samzo andhbhakt bane raho hak mat mango ye policy khud hi swikar kiye ho to Karo dusaro pe mat thopo Bhai sahab
जब गरीब आदिवासी भूखा होता है कोई आता है क्या कोई बाबा करोड़ो कमाने वाला नहीं बड़ी जाति छोटी जाति करता है पर जब दूसरे धर्म वाले फायदा उठाते है तब ये आते है जब आप उनको नीचे ही रखना चाहते हो अपने से तो उससे अच्छा छोड़ दो सिर्फ दक्षिणा की लालसा है आपको बस
हजारों वर्षों से आदिवासी समाज का शोषण हो रहा था उसका कारण था उनका अशिक्षित होना ईसाई मिशनरी ने आदिवासी और दलित के बीच शिक्षा कीअलख जगाई आज यह वर्ग समाज की मुख्य धारा से जूड़कर तेजी से विकास कर रहा है
आदिवासियों को प्राकृतिक पुजक कहा जाता है जब वे हिन्दू रीति में शामिल होते हैं तो कोई कुछ नही बोलता और वे इसाई रीति में जाते हैं तो धर्मांतरण का आरोप लकता है जबकि हिन्दू रीति में जाने को भी धर्मांतरण कहा जाना चाहिए, हिन्दू रीति में जात पात का भेद भाव है,इसाई रीति में यह भेद भाव नहीं है यही कारण है इसाई रीति में निचले तबके लोग जाते हैं।
Adivasis. Christian missionaries gave them schools, clinics, food, and CROSS. Brahmans tried to improve their DNA. In Kerala a rule was that the first child of a married woman of any class must be fathered by a Namboodiri Brahman and after that she could beget children by her husband. M.S. Golwalkar cited in Organizer, January 2, 1961, p. 5.]
Sarna Dharm code is a congregation of people who are worshipers of nature or you could say जल जंगल और जमीन | The word Adivasi means who are original and the oldest setllers (अन्ना-आदि वास करने वाला). The demand for a separate religious identity i.e Sarna religious code has been there since ages. There are mainly 6 religion noted as major religions as per census report. i.e 1) Hindu 2) Muslim 3) Sikhism 4) Christianity 5) Buddhism 6) Jain These are the only 6 major religion as per census of 2011, but in the same year of 2011 we have recorded Sarna as a separate religion in column of (Other) religions. The Population of Jain people all over INDIA is 44 lakhs as per census, 2011 and we have recorded ourselves round about 50 lakhs. By that annology we are more then the Population beliving or following Jainism. In such a case Central Government is duty bound to allot us a separate religious Identity of Sarna Dharm Code. 🇦🇹 And as per RSS explanation of all adivasi' s are Hindu, then in that case where do we lie in the Caste System of Hindu community nowhere to be found. There are certain practices to be followed by Hindus for considering themselves as Hindu like, Birth ceremony, Marriage ceremony and Death Ceremony. These are day and night Apart from Sarna followers and believers. We are strict followers of Nature, we are not sculpture worshipers (मूर्तिपूजक). So there is a high demand of Sarna as a separate religion. There N number of points still to be addressed but in such a short space everything can't be included. Sarna Dharm Code lekar rahegay. ✊ Jai Sarna 🇦🇹🙏
Thanks. I was a Shiva Bhakt, and since I read ZOROASTRIANISM 📚, Dasaratha Jataka Tales, Ghat Vasudev Jataka Tales, Hanuman Jataka Tales, Zend Avesta, Deva-Asur Sangram, Devi Bhagvad Puran Katha Aryan Invasion, I have adopted back to the original faith of Indus Valley Civilization Culture of Humanity 2020 AD. Bharatiye Brothers and Sisters please stop sleeping 😴 💤 for 432,000 years miscalculated mahayuga (Kalpanic Kaliyuga by Tulsi Krit Ramayan 1631AD) please wake ⏰️ up and protect our Future Generations Welfare from Mitanni Manuvadi Eurasians. Jay Bheem Namo Buddhaye, Jay SAMVIDHAN, Bandagi Saheb
Adivasi People are native aboriginal people of India, they are worshipers of Mother nature and its components since time unknown. They are followers of ancient Prakrit Puja Dharma and still having their own ancient "Sarna Dharma ".They are continuesly demanding for their Sarna Dharma Code .Government must consider this demand sympathetically and provide Sarna Dharma Code, as early as possible. Adivasi culture, traditions, heritage, languages and their other legacies should be protected & their Jal, Jungles and Jameen should be protected from any type of encroachment, as they are ancient Native aboriginal people & true son of India , simultaneously , their positive development must be ensured & every type of effort should be done for their betterment , other wise, ultimately they will lost their native identity, because of this conversion etc.
1971 ke census ke anusaar Arunachal Pradesh mein Christian population ek percent se bhi kam,par aaj majority mein . Ye kaise hua . Adivasi apni pahchan chipate hain reservation ka faeda jari rahe .Log kah rahe hain ki punjab mein das percent log Christian ban gaye hain. Panch states mein Christian majority kaise ho gayi .
@@imteyazkhan1723tumhe kya dikkat hai reservation unki faith alag cheez hai reservation unka haq hai desh mai muslim ko seprate country mil.juki hai to reservation pe Gyan kyu de raho ho phir tum unki Marzi vo Christian hone reservation le to kya tumhe dikkat hai kuch
1.Euroasian2.Mogul3.English4.Portugee5 French6.Dutch sab videshu hai,akramanikari hai,8%Indian citizens jo adivasi hai,aha ke mulmalik,mulnivasi hai,60000years bc se es dhariti mai base hai to adivasi,brahmanbadi,hindu,manusmiriti kaise ho sakta hai,ahi Euroasian log adivasi logo ko Indus valley civilisation se mar bhagaya tha,bechare log jungle mai rahne ko majbur ho gaye
आदिवासी सभी धर्म वालों से पहले के निवासी हैं।इनका अपना धर्म है।ये अपने धर्म में बने रहकर किसी भी धर्म को अपना सकता है।जो उसे ठीक लगे।जिसे हथियार,बलि चढ़ाना,नशा,हिंसा पसंद है वो उसी धर्म को माने,जिसे अहिंसा पसंद है वो उसी धर्म को माने।आपका स्वभाव ही आपको उस धर्म का अनुयायी बनाता है। मैं तो कहता हूं सभी धर्म को मानो समय समय पर काम आयेगा।
आदिवासी न हिन्दू था और न कभी हिन्दू होगा, आदिवासी प्रकृति के पूजक हैं, जिस आदिवासी को दूसरा धर्म अपनाना है तो कोई भी धर्म अपना लो लेकिन आर्यन सनातनी मनुवादी ब्राह्मण हिन्दू धर्म कभी मत अपनाओ।
हिंदू धर्म को खतरा मुस्लिम, आदिवासी और दलितों से ही क्यों है और ये खतरा 2014 के बाद से ही है उसके पहले हिंदू धर्म सुरक्षित था इसका मतलब सरकार नकारा है।
Adivasi n tribals do not belong to any religious group. If at all they join any religious group they look to a.peaceful n truthful n charitable n caring religious group..
भाई साहब धर्मांतरण का बकवास नहीं ,ये जीवनान्तरण है और मौक्छ का मार्ग है और आज जिसको जो मार्ग सूझ रहा है वो अपना रहा है , बिना विचारे कि उसका कौन सा धर्म है या उसके कौन सा कर्म है , यीशु मसीह ही सच्चा खुदा है ।
झारखंड के आदिवासीयों को सरना धर्म को मानने वाले माने जाते हैं। उनके धर्म का कोई नाम नहीं दिया गया था। जनगणना में जाति का तथा धर्म का कालम है। सरना एक स्थल है जहां अपने ईश्वर सिंगबोंगा के लिए पशुओं की बलि दी जाती है। केडा/भैंसों की बलि चढ़ाई जाती है। लेकिन यह महंगी पड़ती है इसलिए बकरे की बलि और अब मुर्गा की बलि चढ़ाते हैं। वे हिन्दू कभी नहीं थे। इनकी पारंपरिक व्यवस्था यहुदियों से मिलती जुलती है। वे मुर्दों को गाड़ते हैं और उसकी पहचान के लिए पत्थर का स्लैब गाड़ते हैं या क़ब्र के ऊपर रखते हैं। ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य तो नहीं मानते कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। धर्म सनातन कहलाता है। ईसाई धर्म को लोगों ने इसलिए स्वीकार किया कि उसमें जितनी भी ब्यवस्थाएं हैं उनके ब्यवस्था से मिलती जुलती हैं।
ये बहुत अफसोस की बात है कि संघ झूठ बोलकर,भ्रम बयानी कर हिंदूकरण करने में लगे हैं । ये जनजातीय लोग वनवासी नहीं है । बल्कि आदि निवासी (aboriginals) हैं। और प्रथम आदम के ही वंशज है। जो क्षेत्र/ Territory में रह रहे हैं। यह उनको परमेश्वर की ओर से बपौती में मिला है।
इस देश का असली मालिक तो आदिवासी ही है।
True
सही बात है भाई
True
ये देश का असली मालिक काले अफ्रीकन है क्योंकि प्रायदिपीय भारत अफ्रीका का हिस्सा है
@@technicalhimanshu7468 सही कहा, भारत गोंडवाना लैंड का एक हिस्सा था.
आगर किसी धर्म मे छुआछूत भेदभाव अपमान होगा। दूसरे धर्म मे प्यार सम्मान मिलेगा तो अपनाएगे लोग।
दूसरे धर्म से प्यार उनकी जमीन कब्जा करके मिलता??? क्या बे हरामी
सही है ।
मै आदिवासी...और मै खुश हूं मसीह मे ✝️
जो धरम हमे शिक्षा और रोजगार देता हैं, सम्मान और समानता देता हैं ओ धरम स्विकार करने में बुद्धिमानी हैं ।
Right cmt sir .
Dhrm see rojgar ?? That's the problem !! It's never meant to be a source of earnings but the way of life !!! Itne ignorant ?
@@rajanandmeshram7736 education and employment government degi... religion nahin... ignorant person 😅
You can do it I can't I am birthly hindu
@@Truth_had_to_comeout tumharey kitne baba dhaba ne dalit aur adivasi ke liye english medium schools aur vocational school khola hai ye bata do...
आरएसएस की सरकार का तीसरा कार्यकाल है फिरभी हिंदू खतरे में है। सोचने वाली बात है
Because this coerced conversion has been systematically being done over last 800-1000 years.. first by Muslim invaders then by Christian missionaries... Not in last 10-15 years
हिन्दू नहीँ बीजेपी ख़तरे में है।
Tu bhi converted lagta hai naam se
@@CurvyPrincess-wj7tl ये भी बताने के लिए विदेशी भाषा ।😂😂😂😂
RSS is just Zionism terr0rist ideology, they're not hindu or have any morals of Hinduism, and majority of indian population (80-90% ) are uneducated when its come to religion and these wicked terr0rist use few words to manipulat/brainwash them to do hideous crimes for them !!!
विचारक, चिंतक, उद्धोषक, पत्रकार विश्लेषक श्री मुकेश जी के प्रति हार्दिक शुभकामनाएँ और धन्यवाद।
भारत में सबको अपने पसंद के धर्म में धर्मांतरण करने, अपने धर्म का पालन करने और उसके प्रचार करने का अधिकार भारत का संविधान देता है
Dafinetly सब को अधिकार है। यह लोग भारत के संविधान को मानते नहीं। इतनी इतनी उम्रें हो गई, कूट कूट कर others धर्म के लिए नफ़रत भरी है। क्या। लोगो की अगवाई करेंगे।
अगर किसी को किसी धर्म में सम्मान एवम आत्मसम्मान मिलेगा तो क्यों नही अपनाएगा
hindu dharm to khud ek gulami ka naam hai, konse samman ki bat kar rahe ho ..??
ईसाइयत में सम्मान और आत्मा सम्मान केलिए जा रहे हैं तो वह ग़लत है। मरणोपरांत अनन्त जीवन स्वर्ग में देने का वायदा है यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो को। जिसको इस बात पर यकीन है तो विश्वास कर के वह ईसाई धर्म स्वीकार करते हैं। उस को अपने मरणोपरांत जीवन को नरक से बचाने केलिए कुछ भी करना उसका व्यक्तित्व मामला है।
भारतीयों को जबरन हिंदू बनाया गया ये सबसे बड़ा धर्मपरिवर्तन
जबरन धर्मांतरण किया गया। कैसे तलवार के नोक पर, या मार देने के दम पर, हाथ पैर बांध के कूछ अंग को काट दिए कि मजबूरन ईसाई होना ही पड़ेगा?
लालच कि बात समझ में आता है कि यदि यीशु मसीह पर विश्वास करोगे तो मरणोपरांत स्वर्ग में जायेगा नहीं तो नर्क में तड़प तड़प कर जीयेंगे। धर्मान्तरण करने से नहीं मन को बदलना होगा। क्यों कि मन नहीं बदला और धर्म बदल गया तो कोई फायदा नहीं।
हिन्दू से ईसाई मिशनरियों बन रहा है इसमें आप का कया राये है
@@TitusHerenze ऊनसे पूछो
हिंदू धर्म का शास्त्र वर्णित नाम है वर्णाश्रम धर्म।
धर्म परिवर्तन का सच्चा अर्थ है जन्म आधारित वर्णाश्रम धर्म से मुक्ति।
"भारतीयों को जबरन हिंदू बनाया गया" आप ने लिखा है। कैसे परिभाषित करे।
Aadivasi is not hindu
Adivasi is not christian as well by birth
Yes but not hindu also adivasi are losing their god tradition we won't read any mantra for puja all god are related to nature and anybody can become pujari in tribal tradition not only brahmin kantara movie shows actual tribal culture the god was found in jungle and performed rituals you see after lead character hero father dies another person become they what say pujari not hero after he died again hero become pujari any body can become pujari in tribal tradition there is different between advasi culture and Hinduism we don't have any purana or mantra have only natural related god for good crop good rain for safety from wild animals for fertile land to have good jungle for good fruit and leaves we won't believe in punar janam ect@@saurabhsharma3280
@@Bhagya.Solanki if a god who killed mahisasur is fictional but mahisasur is not fictional same for Hirankasyap according to u. And go u read Mr converted missionary Adivasis are called Vanvasi and not asura. Asura were different but this will not resolve ur missionary purpose. Thank ur kismat that due to politics u r safe in India. If u have been writing these things for majority in other countries u would have been burnt alive.
@@saurabhsharma3280 हां जी शर्मा आदीवासी ईसाई नहीं है ये तुम कैसे सर्टिफिकेट बांट रहे हो ।
वो टनाटनी मूल तुमलोगों से नहीं छूटता है ना कि ब्राह्मण सबसे उपर बाकी नीचे ,
कैसे ढोल गंवार शूद्र पशु नारी सकल ताडना के हैं अधिकारी ।
तू मेरा धर्म डिसाईड नहीं करेगा।
तेरेको मानना है कि वानर सूर्य निगल गया तो ये बात तू मान ले मैं नहीं मानूंगा । समझा ना ।
सूर्य 16 लाख वर्ग कि मी जितना बडा है ।
तब वानर भी 17 लाख वर्ग कि मी जितना बडा हुआ होगा सवाल तो यहां यह पनपता है कि दूसरे देश वाले इतने बडे वानर को सूर्य निगलते काहे नहीं देख नाऐ
Adibasi is pure Sanatani.. follow pure Sanatani.. Nature worship..
ब्राह्मण धर्म से तो अच्छा ही है क्रिस्टन बौद्ध फुल सपोर्ट 🤣🤣sc st bhai ko
चावल चीनी वाला है क्या बे
जब आदिवासी हिन्दू हैं ही नहीं तो हिन्दू दल क्यों आदिवासियों के मामले में धर्म परिवर्तन की बात कर रहे हैं ये मुझे समझ नहीं आता है!
ईसाई क्या कर रहे हे
ईसाई धर्मांतरण नहीं करते न करने की जरूरत है. हाँ यदि किसी का मन परिवर्तन होता है
Sahi Kaha apne koi kisi ka dharam pariwartan nahi Kara raha @@Olem8907
@@maheshsinghmunnusingh5494tum bhi unhe khilao padhao😂😂wo to yahi krte hai hindu bna lo
@@samratmaurya033 हिन्दू ही हे । क्या आदिवासी पेड़ की पूजा नहीं करते
मसीही मिशनरियों ने शिक्षा को बढ़ावा दिया आज आदिवासी ऊँचे पदों पर शिक्षित होने के कारण हैं
And hindu leaders r jelous of it that adhavashis r now in the post of Director, SDM, BDO, Doctors, Engineers etc etc....
@@luvall293 not Adivasis but christian are in post of directors
@@luvall293 अपने पूर्वजों के सरना धर्म की भी सम्मान करें,, ना भूले, ना मिटाएं,
वीर बुद्धू भगत, बिरसा मुंडा जैसे महान लोगों को याद कीजिए पढ़िए ,,, कैसे क्रूर अंग्रेजों से लड़े बलिदान दिया
@@luvall293 bdo sdm बनने से कैरेक्टर ठिक हो जाता की,,,, करप्शन कानूनी रूप से करने की हक मिल जाता
कौन सा धर्म ईमानदार बना रहा व्यक्ति को?
@@saurabhsharma3280 not only advashi Christians but also those non Christian adhavashi r also served with health, medical, shelter and education facalities by the christion missionaries and today all types of adhivashis r officers doctors and engineers....this is what hindu leaders don't want...
आदिवासी ही नही बल्कि अब तो ब्राह्मण समाज भी ईसाई धर्म अपना रहे हैं
अब नहीं भाई साहब शुरू से ही ब्रह्मण लोग ईसाईयत को ग्रहण कर रहे हैं।
Main sahu hu aur ek Christian hu.
ब्राह्मण जैन राजपूत सब अब तो सच्चाई जान गये है ओर यीशु को फॉलो कर रहे है।। सत्य रुकने वाला नही है।।
@@Vimladevi-fr1mxbewkuf bhi ho
Good man pavitra hona chahiye bhedbhav nhi
आदिवासी धर्म नहीं है बल्कि जाति है और जाति कभी नहीं बदलती है।एक जीवन पद्धति है,धर्म तो ईश्वर को मन में धारण करने का विषय है। जाति धर्म का आपस में कोई लेना देना।
तु पहले ये समझ जा कि आदिवासी हिंदू नहीं है...
हिंदू धर्म की घटिया मानसिकता या विचारधारा आदिवासियों में नहीं है जैसे छुआछूत, भेदभाव, पाखंड, धोखाधड़ी ये सब हिंदू धर्म का गुण है
@@mukeshrawatkgh.5109 बिलकुल सत्य लाइन
आदिवासी हिंदू नही है। जो धर्म सबको समता स्वतंत्र और न्याय बराबर देता है। वही धर्म को लोग अपनाएंगे। हिंदू कोई धर्म नहीं है। जो धर्म एक को ऊंच और अन्य को नीच कहे वो धर्म नहीं गुलाम बना कर रखने कि षडयंत्र है।
Hindu koi darm nahi hindu is civilization
Adivasiyon ki civilization kyu khatam kar di ??????
आदिवासी समाज कभी भी हिन्दू नहीं रहा है
विघटनकारी संस्थाएं कभी भी धार्मिक हो ही नहीं सकती। धर्म का आधार ही प्रेम है।
Actually those tribals who accepted christianity are more educated and well settled . This truth you cant deny.
Many are beaten up too and liars like you
बाइबल वाचन मैं जीवन की शिक्षा मिलाता है
क्या आदिवासी हिंदू है ? अगर नहीं तो उनको हिन्दू कह कर वरगलाना क्या कन्वर्शन नहीं ???
बिल्कुल कन्वर्शन है।
Right
@user-rr7qf4ne7k the way adhavasi worship nature r different and not the same that of hindu...
@user-rr7qf4ne7k how it sounds Adhavisis worshiping non adbhasi 33crores of gods and goddesses by superseding their way of worship?
@user-rr7qf4ne7k don't u think there is a difference between common and the original?
आदिवासी हिंदू नही है
Musalman aur Christian Hain 😂
We are one ..we are neither Hindu, Muslim nor Chrustain but human being..brothers and sisters
True❤
दुर्गम आदिवासी क्षेत्रों में मिशनरियों ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया। परिणामस्वरूप कुछ आदिवासी स्वेच्छा से इसाई धर्म स्वीकार किया। आर एस एस गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के बजाय विभाजनकारी नीति अपनाती है। इनका असल मकसद आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन को लूटना है। 5 जनवरी 2011 के मा उच्चतम न्यायालय के फैसले में जब ये कहा गया कि आदिवासी ही भारत के मूल निवासी हैं, उसके बाद से आदिवासियों को हिन्दू धर्म में धर्मान्तरित करने का जोरों से कोशिश कर रहे हैं।
@@bindupahan688 Right
Adivasis.
Christian missionaries gave them schools, clinics, food, and CROSS.
Brahmans tried to improve their DNA.
In Kerala a rule was that the first child of a married woman of any class must be fathered by a Namboodiri Brahman and after that she could beget children by her husband. M.S. Golwalkar cited in Organizer, January 2, 1961, p. 5.]
मास्टर शिक्षा देता है ,डॉक्टर स्वास्थ्य ठीक करता है, तो लोग डॉक्टर - मास्टर बन जाते😅😅
अगर आप संविधान को सर्वोच्च मानते हैं तो किसी व्यक्ति को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए l कोई भी व्यक्ति कोई भी धर्म को स्वीकार कर सकता है l कोई लालच देकर, जबरदस्ती प्रताडित करता है तो ये गलत है
अब तो आदिवासी ज्यादातर अपने धर्म प्रकृति में ही विश्वास करने लगेहैं और भगवान बड़ा देव की कृपा से एक दिन पूरा समाज प्राकृतिक धर्म को बड़े धूमधाम से बड़े हर्ष के साथ मानने लगे हैं अब आदिवासी समाज जाग चुका है पढ़ लेख गया है जय बड़ा देव जय सेवा जय आदिवासी जय मूलनिवासी
Har adivasi samaj ka alag alag dev hai.
@@AshMiz-x1eMusalman aur Christian ban Rahe Hain 😢😢😢
इस कार्यक्रम को बहुत बहुत समर्थन करते हैं जय भीम जय भारत छ ग
अगर कोई ईसाई धर्म अपनाना चाहते तो उनका विरोध नहीं करना चाहिए, क्योंकि ईसाई धर्म ही मार्ग सत्य जीवन है, मैं खुद ईसाई बन गया है, जीवन में सुख शांति छुटकारा पाने के लिए यीशु मसीह को अपनाओ ✝️💞✝️💞✝️💞✝️💞
Bewkuf ban gaye 😊.. Manipur mein kya hua jhoote
यीशु मसीह को अपनाना व्यक्तिगत मामला है
Jisko jo achha lage vo dharam apnae
आदिवासियों को आरक्षण 258 रियासत भारत में विलय होने के कारण मिला है न कि खैरात में
लालच पढाई का नही है सर सच्चाई की है जो आज लोग जानने लगे जिस सच्चाई को छोड़ कर कोई दूसरे राष्ते मे नही चलना चाहता
Mai hindu hoon aur mera adhikaar hai mai kisi bhi dharm ko maan sakta hoon
जय आदिवासी,
ईसाई धर्म के कारण ही आज आदिवासी शिक्षित हो रहा हैं।
@@AndhaBhakt3198 chup chamar saale aadiwasi ka koi dharm nahi tum issai
Kya fayda..😊.. jhooth bolkar ghoomte hai
We wish long and healthy life for Dr.Ram Puniyani
आरएसएस और पंडितों का ध्येय ये है कि जनता हमारी गुलामी से फिसलकर कहीं और न जाए, फिर आखिर हम दोहन किसका करेंगे ! उन्हे तो सत्ता और पत्ते पर भत्ता दोनो चाहिए ही चाहिए।
सही कहा!
@@israrahmad4623 100% सही
Asal me ye sab satta ke liye ho rha hai,
सच
दोहन कौन कर रहा है सरकारी लाभ का सबको पता है,बच्चा अल्लाह की देन गरीबी मोदी की देन।
नही तो मै मुसलमान हू नही मैं इसाई हूं नहीं मैं हिंदू हू फिर भी मुझे कागदपत्री मे मुझे हिंदू कन्व्हर्ट किया जा रहा है मेरा कल्चरल मेरी पूजा पद्धती सबसे निराली है मुझे जबरदस्ती ही धर्म मे खीचा जा रहा है मेरा धर्म मेरा माता पिता ही प्रकृती ही है हम सबको बचना है हमे मार्ग दिखाइए जय आदिवासी जय बिरसा जय जोहार जय मूलनिवासी यही है मेरी पहचान इस पहचान को मिठाया जा रहा है माय किसी भी धर्म को नही स्वीकारता माय मूलनिवासी हूं आदिवासी हू यही मेरी पहचान है
ST are neither Muslims nor Christians. Nature is God. It's Hinduism
प्रो मुकेश कुमार और डॉ राम पुणयानी दोनों को बधाई। जो की आप जैसे विषलेशक ने आदिवासी मुद्दा पर चर्चा रखे हैं। निश्चित ही आदिवासी समुदाय को लिए सभी धर्मों के लोगों ने ठगा है। चाहे हिन्दू,हो ईसाई या इस्लाम हो।
Aadivasi want aadivasidharm Column 💪💪
Adivasis . Name change
Out-caste - untouchable--- lower caste --- harijans---- Dalits
Sugar coated words. Even today they cannot enter temples.
Real good speech
आदिवासी लोग धर्म परिवर्तन करके ईसाई बन रहे हैं लेकिन वे रुढ़िवादी परम्परा को छोड़कर अब शिक्षित हो रहे हैं,जागरुक बन रहे हैं और इससे वे उनके लिए क्या गलत है क्या सही है समझ पा रहे हैं इसलिए अब उनके लिए परेशानी का बिषय बन गया है जो कभी नही चाहते कि आदिवासी लोग बढ़े और वे वैसे ही बने रहें जैसे आदिम जमाने में रहे, बरना वो किसपर राज करेंगे।
ब्राह्मणवाद चल रहा हिंदुत्व के नाम पर बामन का दक्षिणा कम न हो भाई आप लोग जब दलित को समानता नहीं दे सकते अपने से कम रखना चाहते है तो गुलाम क्यों रखना चाहते हो आपको क्यों पैसा दे वो दक्षिणा कमाना है उनसे
Jay Bheem, salute sir
आदिवासी सरना धर्म की मांग कर रहे है उनका धर्म सरना धर्म है
They are making Muslims and Christians.
आदिवासी लोग हिंदू नहीं है लेकिन सबसे ज्यादा आदिवासियों का हिन्दू धर्म में धर्मांतरण हुआ है...
आदिवासियों को हिंदू क्यों बनाया जा रहा है इसमें भी बात करें
ऑनर आफ इंडिया आदिवासी ही है जागो आदिवासीयों
SC, ST, OBC हिंदू नही है.. हिंदू नाम का कोई धर्म नही है... लोगो को ब्राम्हण धर्म बिल्कुल पसंद नही है...
हम आदिवासी है। जय जोहार
मुकेश सर आपने सही कहा मैं भी एक हो मुंडा समाज से आते हैं जो हमारे यहां आजकल अगर कोई धर्म परिवर्तन करता है तो पहले तो उसको बहिष्कार करते हैं और सरकारी योजना से भी बंचित किया जाता है।
Jo log bahishkar kar rahe hain, unko ja kar bolo ki wapas jungle mein ja kar bina kapdo ke rahe.
Kyunki aaj jo bhi technology, education, hospital, woh istemal kar rahe hain woh sab christian ki di hui hai..
Truth is very bitter.
Bahut achha jaankari
सबसे ज्यादा धर्मांतरण को आर एस एस ने ही किया है।
Who is responsible for the conversion ??? They have taken right decision .
धन्यवाद आप सच्चाई को बोलने की कोशिश कर हे हैं
Crypto christian
@@CurvyPrincess-wj7tllindu
MUKESH JI AUR RAM JI...BAHUT BADHIYA INFORMATION
लेकिन सरकार को दिक्कत है की उनको वोट देने वाले लोग मतातरित हो गया है
Blessed be to Adhibashi brothers and sisters. May our Almighty God be blessed you abundantly. Praise to the Lord.
नमो बुदधाय जयभीम जय संविधान जय भारत सत्यमेव जयते साधु साधु साधु
आदिवासियों का अन्य धर्मों में जाना उनकी मूल संस्कृति व प्रकृति पूजा से दूर होना है, जो कि यह भारत के मूल लोगों की पहचान पर खतरा बन गया है।
आदिवासी धर्म पूर्वी हैं और उनका कोई धर्म है तो वह प्रकृति धर्म है।
Adiwasi hindu nhi hai.😡😡😡
@@dugasoren6386 Tu kyun ho muslim☪️️
@@RajkumarYadav-fd7thयादव ब्राह्मण का गुलाम क्यों है
@@RajkumarYadav-fd7thतू खुद शुद्र है भाई कभी किसी गांव के बामन से अपनी बेटी बेटे की शादी कराना तेरी जाति को कैसे निकलेंगे देखना कम बता बता कर
Yadav किसी का गुलाम नहीं h
केवल dada Kishan के अलावा
Jai जगन्नाथ
@@vivekyadav9644 shendiwale ki Najayaj aulad hone sabut na de shudra hone ka garv na kar Bhai dharm bachane kon log marte hai kiske bachhepadh likh ke 90% prashan me nokari kar rahe hai samzo andhbhakt bane raho hak mat mango ye policy khud hi swikar kiye ho to Karo dusaro pe mat thopo Bhai sahab
True God lives in Christianity
Sahi bat ki jankari dene ke liye bahut badhai❤🎉
धर्म चुनने का अधिकार संवैधानिक और मौलिक है
❤❤❤❤❤ good job sir
जब गरीब आदिवासी भूखा होता है कोई आता है क्या कोई बाबा करोड़ो कमाने वाला नहीं बड़ी जाति छोटी जाति करता है पर जब दूसरे धर्म वाले फायदा उठाते है तब ये आते है जब आप उनको नीचे ही रखना चाहते हो अपने से तो उससे अच्छा छोड़ दो सिर्फ दक्षिणा की लालसा है आपको बस
हजारों वर्षों से आदिवासी समाज का शोषण हो रहा था उसका कारण था उनका अशिक्षित होना ईसाई मिशनरी ने आदिवासी और दलित के बीच शिक्षा कीअलख जगाई आज यह वर्ग समाज की मुख्य धारा से जूड़कर तेजी से विकास कर रहा है
ये काम युक्ति पूर्वक किया जाता है , मन मानी भी की जाती हे, उसके बाद एक दूसरे की देखा देखी।
Thanks dear for raising voice for truth
Bahut achhi sikcha diya aapne..
आदिवासियों को प्राकृतिक पुजक कहा जाता है जब वे हिन्दू रीति में शामिल होते हैं तो कोई कुछ नही बोलता और वे इसाई रीति में जाते हैं तो धर्मांतरण का आरोप लकता है जबकि हिन्दू रीति में जाने को भी धर्मांतरण कहा जाना चाहिए, हिन्दू रीति में जात पात का भेद भाव है,इसाई रीति में यह भेद भाव नहीं है यही कारण है इसाई रीति में निचले तबके लोग जाते हैं।
यह लोगों को कुछ नही पता चैनल नाम सत्ते है, but फला छूट रहे है😂
Adivasis.
Christian missionaries gave them schools, clinics, food, and CROSS.
Brahmans tried to improve their DNA.
In Kerala a rule was that the first child of a married woman of any class must be fathered by a Namboodiri Brahman and after that she could beget children by her husband. M.S. Golwalkar cited in Organizer, January 2, 1961, p. 5.]
@@nazeerpasha2075 correct.
@@robertmasih9634 dhang se dobara video dekh le.
भारत में बुद्धिज़्म के अलावा हर धर्म में जातिवाद है।
आदिवासी प्रकृति पूजक रहा है और रहेगा, आदिवासी धर्म पूर्वी है।
Sarna Dharm code is a congregation of people who are worshipers of nature or you could say जल जंगल और जमीन | The word Adivasi means who are original and the oldest setllers (अन्ना-आदि वास करने वाला). The demand for a separate religious identity i.e Sarna religious code has been there since ages. There are mainly 6 religion noted as major religions as per census report. i.e
1) Hindu
2) Muslim
3) Sikhism
4) Christianity
5) Buddhism
6) Jain
These are the only 6 major religion as per census of 2011, but in the same year of 2011 we have recorded Sarna as a separate religion in column of (Other) religions. The Population of Jain people all over INDIA is 44 lakhs as per census, 2011 and we have recorded ourselves round about 50 lakhs. By that annology we are more then the Population beliving or following Jainism. In such a case Central Government is duty bound to allot us a separate religious Identity of Sarna Dharm Code. 🇦🇹 And as per RSS explanation of all adivasi' s are Hindu, then in that case where do we lie in the Caste System of Hindu community nowhere to be found. There are certain practices to be followed by Hindus for considering themselves as Hindu like, Birth ceremony, Marriage ceremony and Death Ceremony. These are day and night Apart from Sarna followers and believers. We are strict followers of Nature, we are not sculpture worshipers (मूर्तिपूजक). So there is a high demand of Sarna as a separate religion. There N number of points still to be addressed but in such a short space everything can't be included. Sarna Dharm Code lekar rahegay. ✊ Jai Sarna 🇦🇹🙏
Thanks.
I was a Shiva Bhakt, and since I read ZOROASTRIANISM 📚, Dasaratha Jataka Tales, Ghat Vasudev Jataka Tales, Hanuman Jataka Tales, Zend Avesta, Deva-Asur Sangram, Devi Bhagvad Puran Katha Aryan Invasion, I have adopted back to the original faith of Indus Valley Civilization Culture of Humanity 2020 AD.
Bharatiye Brothers and Sisters please stop sleeping 😴 💤 for 432,000 years miscalculated mahayuga (Kalpanic Kaliyuga by Tulsi Krit Ramayan 1631AD) please wake ⏰️ up and protect our Future Generations Welfare from Mitanni Manuvadi Eurasians.
Jay Bheem Namo Buddhaye, Jay SAMVIDHAN, Bandagi Saheb
Bhut achha interview de rhe h 🎉
जिस धर्म मे सम्मान नही उसे त्यागना हि अच्छी बात है
Prevention better than cure
जो धर्म ऊँच नींच में बाँटे श्रेष्ट शूद्र अछूत का भेद करे उसे लोग क्यों मानें
पुनियनी जी भारत देश केखाश और बिषेश व्याति है। सविघान के रक्षक है।
आदिवासी जाती है धर्म नहीं, जाती खून से अति है धर्म मानने से नहीं, 😊😊😊
Adivasi People are native aboriginal people of India, they are worshipers of Mother nature and its components since time unknown. They are followers of ancient Prakrit Puja Dharma and still having their own ancient "Sarna Dharma ".They are continuesly demanding for their Sarna Dharma Code .Government must consider this demand sympathetically and provide Sarna Dharma Code, as early as possible. Adivasi culture, traditions, heritage, languages and their other legacies should be protected & their Jal, Jungles and Jameen should be protected from any type of encroachment, as they are ancient Native aboriginal people & true son of India , simultaneously , their positive development must be ensured & every type of effort should be done for their betterment , other wise, ultimately they will lost their native identity, because of this conversion etc.
1971 ke census ke anusaar Arunachal Pradesh mein Christian population ek percent se bhi kam,par aaj majority mein . Ye kaise hua . Adivasi apni pahchan chipate hain reservation ka faeda jari rahe .Log kah rahe hain ki punjab mein das percent log Christian ban gaye hain. Panch states mein Christian majority kaise ho gayi .
@@imteyazkhan1723tumhe kya dikkat hai reservation unki faith alag cheez hai reservation unka haq hai desh mai muslim ko seprate country mil.juki hai to reservation pe Gyan kyu de raho ho phir tum unki Marzi vo Christian hone reservation le to kya tumhe dikkat hai kuch
आदिवासी ईसाई और मुस्लिम में जा रहे है आप इसे क्या कहेंगे।भारत तो धर्मनिरपेक्ष देश हैँ। तो विरोध क्यू हो रहा हैँ।
Constitution gives the freedom of following any religion . Politicians aur BJP ko kyon takleef ho Rahi hai
It was good analysis thank you for this video and information
According to the Indian constitution there is no any restriction of religion for tribal people they can accept any religion as they like
में आदिवासी ईसाई हु। मुझे गर्व हैं। में आदिवासी ईसाई हु। आदिवासी एक जनजाति है। और आदिवासी का कोई धर्म नहीं हैं। आदिवासी हिंदू नहीं है।
चाहे कोई भी धर्म अपना हो एक अच्छा मनुष्य बनके जीवन बिताओ।
Jo dharm kamjor hota hai aur jisme nafrat hota hai ye log hamesha dartey hain
Lekin maar kha kar rokar jhooth bolkar convert tum karthe ho.. victim card khelo protest karo
Ardha Satya.
Excellent explanation of hidden fact. Thank you vary much
1.Euroasian2.Mogul3.English4.Portugee5 French6.Dutch sab videshu hai,akramanikari hai,8%Indian citizens jo adivasi hai,aha ke mulmalik,mulnivasi hai,60000years bc se es dhariti mai base hai to adivasi,brahmanbadi,hindu,manusmiriti kaise ho sakta hai,ahi Euroasian log adivasi logo ko Indus valley civilisation se mar bhagaya tha,bechare log jungle mai rahne ko majbur ho gaye
Aadivasi Hindu Nahi hai 🙏
Humlog hamesha apke sache ache khabr dekhta hu.
आदिवासी सभी धर्म वालों से पहले के निवासी हैं।इनका अपना धर्म है।ये अपने धर्म में बने रहकर किसी भी धर्म को अपना सकता है।जो उसे ठीक लगे।जिसे हथियार,बलि चढ़ाना,नशा,हिंसा पसंद है वो उसी धर्म को माने,जिसे अहिंसा पसंद है वो उसी धर्म को माने।आपका स्वभाव ही आपको उस धर्म का अनुयायी बनाता है। मैं तो कहता हूं सभी धर्म को मानो समय समय पर काम आयेगा।
आदिवासी न हिन्दू था और न कभी हिन्दू होगा, आदिवासी प्रकृति के पूजक हैं, जिस आदिवासी को दूसरा धर्म अपनाना है तो कोई भी धर्म अपना लो लेकिन आर्यन सनातनी मनुवादी ब्राह्मण हिन्दू धर्म कभी मत अपनाओ।
Say that to your president 😂
हिंदू धर्म को खतरा मुस्लिम, आदिवासी और दलितों से ही क्यों है और ये खतरा 2014 के बाद से ही है उसके पहले हिंदू धर्म सुरक्षित था इसका मतलब सरकार नकारा है।
Bahut achha analysis
Adivasi n tribals do not belong to any religious group. If at all they join any religious group they look to a.peaceful n truthful n charitable n caring religious group..
Great sirji God bless you and your family and friends 🙏 ❤️ and wish you all the best 👍 👌 Jai hind bhai 🙏 ❤️ 👍 👌 Allah hafiz
भाई साहब धर्मांतरण का बकवास नहीं ,ये जीवनान्तरण है और मौक्छ का मार्ग है और आज जिसको जो मार्ग सूझ रहा है वो अपना रहा है , बिना विचारे कि उसका कौन सा धर्म है या उसके कौन सा कर्म है , यीशु मसीह ही सच्चा खुदा है ।
झारखंड के आदिवासीयों को सरना धर्म को मानने वाले माने जाते हैं। उनके धर्म का कोई नाम नहीं दिया गया था। जनगणना में जाति का तथा धर्म का कालम है। सरना एक स्थल है जहां अपने ईश्वर सिंगबोंगा के लिए पशुओं की बलि दी जाती है। केडा/भैंसों की बलि चढ़ाई जाती है। लेकिन यह महंगी पड़ती है इसलिए बकरे की बलि और अब मुर्गा की बलि चढ़ाते हैं। वे हिन्दू कभी नहीं थे। इनकी पारंपरिक व्यवस्था यहुदियों से मिलती जुलती है। वे मुर्दों को गाड़ते हैं और उसकी पहचान के लिए पत्थर का स्लैब गाड़ते हैं या क़ब्र के ऊपर रखते हैं। ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य तो नहीं मानते कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। धर्म सनातन कहलाता है। ईसाई धर्म को लोगों ने इसलिए स्वीकार किया कि उसमें जितनी भी ब्यवस्थाएं हैं उनके ब्यवस्था से मिलती जुलती हैं।
येसु मशीह में बहुत ही आनंद है, पहले हमारे साथ भेदभाव होता था अभी कोई हमे आँख नहीं देखा सकता।
ये बहुत अफसोस की बात है कि संघ झूठ बोलकर,भ्रम बयानी कर हिंदूकरण करने में लगे हैं । ये जनजातीय लोग वनवासी नहीं है । बल्कि आदि निवासी (aboriginals) हैं। और प्रथम आदम के ही वंशज है। जो क्षेत्र/ Territory में रह रहे हैं। यह उनको परमेश्वर की ओर से बपौती में मिला है।