बहुत ही अच्छी चर्चा परिचर्चा आप लोगों ने किया इस विषय के बारे में, एक बार जो जो सबसे ज्यादा सही है वह यह है, कि , 👉 ईसाइयों का मुख्य जिम्मेदारी व कार्य उनके धर्म के अनुसार यह, या यूं कहें कि उनकी मुख्य शिक्षा यह है कि, 👉 *"खुद ही दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं से बचना काफी नहीं, परंतु औरों को भी जो दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं में हैं उन्हें भी बचाना है।"* 👉प्रभु यीशु मसीह ने कहा तथा अपने चेलों को यह आज्ञा दी है कि,👉 *' तुम ने सेंतमेंत पाया है, तो दुसरों को भी सेंतमेंत दो''* अर्थात्👉 *'जब तुमने बिना कोई कीमत चुकाए उद्धार (भलाई) मुझसे पाया है तो दूसरों को भी (बिना किसी लालच) उद्धार दो (भलाई करो)"* 👉 यहां किसी लालच की बात बिल्कुल भी नहीं बस यही है कि हमने जब भलाई पाई है तो दूसरों को भी भलाई करना मेरा कर्तव्य है यही मुख्य प्रभु यीशु एवं बाइबल की शिक्षा एवं उद्देश्य वह आजा के वजह से ही लोग ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं। 👉 यहां किसी भी लालच प्रलोभन का सवाल ही नहीं है। इतना कि; सच्चे ईसाई मिशनरियों की भावना मात्रा इतनी ही होती है कि; हमें दुखी शोषण पीढ़ी समस्याओं में पड़े हुए लोगों की बल्कि सभी की भलाई करनी है, और सब जो अंधकार में पड़े हैं उन सब को ज्योति में लाना है। वास्तविक बात तो यही है कि *"सच्चे मिशनरी मात्र इसी भावना से अपना सेवा कार्य करते हैं और कोई दूसरी भावना नहीं होती"*
बहुत ही अच्छी चर्चा परिचर्चा आप लोगों ने किया इस विषय में, एक बार जो जो सबसे ज्यादा सही है वह यह है, कि , 👉 ईसाइयों का मुख्य शिक्षा,जिम्मेदारी व कार्य उनके धर्म के अनुसार यह है कि, 👉 *"खुद ही* (दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं से) *बचना काफी नहीं परंतु औरों को *(जो दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं में हैं उन्हें) *भी बचाना है।"* प्रभु यीशु मसीह ने कहा तथा अपने चेलों को यह आज्ञा दिया है कि, 👉 *'तुम ने सेंतमेंत पाया है, दुसरों को भी सेंतमेंत दो''* अर्थात् 👉 *'जब तुमने बिना कोई कीमत चुकाए उद्धार (भलाई) मुझसे पाया है तो दूसरों को भी (बिना किसी लालच) उद्धार दो (भलाई करो)"* 👉 *यहां किसी लालच की बात बिल्कुल भी नहीं बस यही है कि 'जब हमने भलाई पाई है तो दूसरों की भी भलाई करना मेरा कर्तव्य है'* *' सिर्फ, प्रभु यीशु मसीह एवं बाइबल की इसी मुख्य शिक्षा एवं उद्देश्य तथा आज्ञा के वजह से ही सच्चे ईसाई लोग अपने धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं।'* 👉 यहां किसी भी लालच प्रलोभन का सवाल ही नहीं है। बस इतना कि; *'सच्चे ईसाई मिशनरियों की भावना मात्र इतनी ही होती है कि; "हमें दुखी शोषण पीढ़ी समस्याओं में पड़े हुए लोगों की बल्कि सभी की भलाई करनी है, और सब जो अंधकार में पड़े हैं उन सब को ज्योति में लाना है।"* वास्तविक बात तो यही है कि; *"सच्चे मिशनरी मात्र इसी भावना से अपना सेवा कार्य करते हैं और उनमें कोई दूसरी लालच या प्रलोभन की भावना बिल्कुल नहीं होती"*
बहुत ही अच्छी चर्चा परिचर्चा आप लोगों ने किया इस विषय में, एक बार जो जो सबसे ज्यादा सही है वह यह है, कि , 👉 ईसाइयों का मुख्य शिक्षा,जिम्मेदारी व कार्य उनके धर्म के अनुसार यह है कि, 👉 *"खुद ही* (दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं से) *बचना काफी नहीं परंतु औरों को *(जो दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं में हैं उन्हें) *भी बचाना है।"* प्रभु यीशु मसीह ने कहा तथा अपने चेलों को यह आज्ञा दिया है कि, 👉 *'तुम ने सेंतमेंत पाया है, दुसरों को भी सेंतमेंत दो''* अर्थात् 👉 *'जब तुमने बिना कोई कीमत चुकाए उद्धार (भलाई) मुझसे पाया है तो दूसरों को भी (बिना किसी लालच) उद्धार दो (भलाई करो)"* 👉 *यहां किसी लालच की बात बिल्कुल भी नहीं बस यही है कि 'जब हमने भलाई पाई है तो दूसरों की भी भलाई करना मेरा कर्तव्य है'* *' सिर्फ, प्रभु यीशु मसीह एवं बाइबल की इसी मुख्य शिक्षा एवं उद्देश्य तथा आज्ञा के वजह से ही सच्चे ईसाई लोग अपने धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं।'* 👉 यहां किसी भी लालच प्रलोभन का सवाल ही नहीं है। बस इतना कि; *'सच्चे ईसाई मिशनरियों की भावना मात्र इतनी ही होती है कि; "हमें दुखी शोषण पीढ़ी समस्याओं में पड़े हुए लोगों की बल्कि सभी की भलाई करनी है, और सब जो अंधकार में पड़े हैं उन सब को ज्योति में लाना है।"* वास्तविक बात तो यही है कि; *"सच्चे मिशनरी मात्र इसी भावना से अपना सेवा कार्य करते हैं और उनमें कोई दूसरी लालच या प्रलोभन की भावना बिल्कुल नहीं होती"*
@@selvinalall3031 Schai yeh hai ki Prabhuji ki UDHAR ke marg ko bataane ke liye Pabhuji ke sisya har ek desh gaye the. Aur yeh galath hai ke Apostle Thomas Yahudi logon ke khoj me aaye
नमस्कार आदरणीय डा सहाब एवं संपादक जी को सुन्दर विचारो के लिए धन्यवाद । जब संत थाॅमस भारत के दक्षिण छेत्र मे मसीह का पृचार के लिए आए तो उन्होंने क्षिछा , सेवा, एवं चंगाई पर विशेष ध्यान दिया।
Indeed. It is the truth of eternal life. Jesus came down to this earth and took on human form to give us the good news of salvation. He has signed a Covenant with us that he would be our God and saviour. It is for this reason that he has sent messengers to tell the world that we are the beneficiaries of a promise. This is the same Jesus who said heaven and earth shall pass away but my words will never pass away.
@@AnilSharma-xk7fo : Believers and followers of YESHUA were called Disciples, But outsiders called them Christian/ मसीही/ईसाई. Infact Believers are born again disciples of Christ. YESHUA walked righteously, blameless and faultless before Most High GOD. And so GOD raised him from the Dead. Now it's the Grace of GOD, who imputes the righteousness of YESHUA to them that believes in him ( Salvation through FAITH).
एक बार जो जो सबसे ज्यादा सही है वह यह है, कि , 👉 ईसाइयों का मुख्य शिक्षा,जिम्मेदारी व कार्य उनके धर्म के अनुसार यह है कि, 👉 *"खुद ही* (दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं से) *बचना काफी नहीं परंतु औरों को *(जो दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं में हैं उन्हें) *भी बचाना है।"* प्रभु यीशु मसीह ने कहा तथा अपने चेलों को यह आज्ञा दिया है कि, 👉 *'तुम ने सेंतमेंत पाया है, दुसरों को भी सेंतमेंत दो''* अर्थात् 👉 *'जब तुमने बिना कोई कीमत चुकाए उद्धार (भलाई) मुझसे पाया है तो दूसरों को भी (बिना किसी लालच) उद्धार दो (भलाई करो)"* 👉 *यहां किसी लालच की बात बिल्कुल भी नहीं बस यही है कि 'जब हमने भलाई पाई है तो दूसरों की भी भलाई करना मेरा कर्तव्य है'* *' सिर्फ, प्रभु यीशु मसीह एवं बाइबल की इसी मुख्य शिक्षा एवं उद्देश्य तथा आज्ञा के वजह से ही सच्चे ईसाई लोग अपने धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं।'* 👉 यहां किसी भी लालच प्रलोभन का सवाल ही नहीं है। बस इतना कि; *'सच्चे ईसाई मिशनरियों की भावना मात्र इतनी ही होती है कि; "हमें दुखी शोषण पीढ़ी समस्याओं में पड़े हुए लोगों की बल्कि सभी की भलाई करनी है, और सब जो अंधकार में पड़े हैं उन सब को ज्योति में लाना है।"* वास्तविक बात तो यही है कि; *"सच्चे मिशनरी मात्र इसी भावना से अपना सेवा कार्य करते हैं और उनमें कोई दूसरी लालच या प्रलोभन की भावना बिल्कुल नहीं होती"*
आप दोनों महान विद्वानों का ह्रदय से धन्यवाद कि आपने मसीहत की सच्चाई को सही ढंग से और पूरी सत्यता के साथ प्रस्तुत किया। अन्यथा ईसाइयो के प्रति कोई भी न्यूज या रिपोर्ट आती है तो हमेशा ईसाइयो के प्रति नकारात्मक बातें ही उसमें बताई जाती हैं। आज के समय में जब हमारे समाज में मसीहीयों को हीन भावना की दृष्टि से देखा जा रहा है आपकी यह रिपोर्ट मसीही लोगों को हिम्मत देने का काम करेंगी।
@@AmitKumar-ld7kokayi Christian journalists ne Taliban ko qareeb se dekha aur jaana. Usse mutasir hokar woh journalists musalman ho gaye. Islam is the best religion in the world. But Christianity is more better than Hinduism. There are so many andhwishwas, agyanta, paakhand, kuprathayen in Hinduism. I have lot of knowledge about Hinduism.
@@rizwanalisalam1057 you Said Right Christianity is better than hinduism and Sanatan Dharma is The Best of All . Bharat Mata ki Jai Vande Mataram . May Maa Bhavani Bless you and your family .
आप लोगों ने कितने सरल तरीके से हम cristiono के बारे में बताया सचमुच बहुत अच्छा लगा परमेश्वर पिता आप लोगों को बहुत आशीष दे यीशु मसीह इस पृथ्वी पर धर्म बदलने नहीं आए, वो हमारे जीवन जीने के तरीके, हमारे सोच विचार और मन को बदलने को आएं ताकि हमारे पापों से हमारा उद्धार हो और पापों की क्षमा पाके नया जीवन प्राप्त करे और विश्वास से अनन्त जीवन में प्रवेश करें धन्यवाद ❤
प्रेम, दया और शांती ये येशू की सीख थी उन्होने सेवा करनेके लिये प्रोत्साहित किया. ना ही धरमके बारेमे. ईश्वरके उपर विश्वास रखना यह भी उन्होने सिखाया. इसीलिये ईसाई धर्म का प्रचार या प्रसार नही करते
Pope Francis has endorsed same-sex civil unions as pope for the first time, departing from the position of the Vatican’s doctrinal office and his predecessors on the rights of gay people. The remarks came in a documentary called Francesco that was released on Wednesday.10/21/2020
@@nazeerpasha2075 Na..He has not endorsed any such thing.. and he cannot do it alone.. There is a council of bishops who can make changes to the rules.. What Pope Francis said is that priest can bless gays n lesbians... This blessing is a general blessing i forgot the term used.. I can go to church and ask for father to bless me.. I am a sinner but the father has to bless me even though i am in a state of sin.. A murdere can go n ask father to bless him n the father cant deny.. Theses are general blessings... The blessing you get during the marriage is a ritualistic blessing.. This blessing cannot be granted to same sex union.. Stop spreading lies..
Ulluo ko keval ek hi way dikhai deta hai jinke akhe khuli hoti hai unhe sabhi raste dikhte hain. To wo kitab jo ye kahti hai ki bas ek hi rasta hai wo kitab bevkoofo dwara bevkoofo ke liye hai
मैं धन्यवाद करता हूं माननीय अंकल आदरणीय पुनियानी जी का जिन्होंने ईसाईयत की वास्तविकता को नजदीक से सच सच रुबरु कराया यही सत्य है पर हमारे देश में अपनी रोटी सेंकने के लिए या अपनी दुकान चलाने के लिए उलुलजुलुल बात किया जाता है भैया आपका आभार व्यक्त करता हूं कि आपने आदरणीय पुनियानी जी का संदेश सुनवाया। इस संदेश को देश के हरेक नागरिक को सुनना चाहिए।
प्रो. मुकेश कुमार जी आप बहुत शानदार पॉइंट लेकर विश्लेषण करते रहते हैं! बहुत बहुत धन्यवाद! डॉ. रामपुनियानी sir का विश्लेषण बहुत अच्छा लगता है! 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
Charity is just a byproduct of love that Christ taught us to practice. Without telling them of the good news iit would not be fair to those who have not heard of God's saving grace. The day we are born is the day we are destined to die on this earth. This fact clearly brings out the truth that life on earth is temporary and utterly useless. No matter what material gains you achieved and acquired your death will totally nullify it. The reason why the earth is a holding area is because we are being given one more chance to prove on whose side we are. Satan's or God's. While living on this earth we will automatically show our calibre and true nature by our deeds and behaviour. The same people who rebelled against God in heaven will be the same people who rebel against God while living on this earth. There is no greater good deed than practicing the charity of saving a soul. The soul that is you is permanent. The body is just like the jail clothes we wear while serving a sentence. Once you have served your sentence you will not longer require your jail clothes. You will be judged and accordingly given the new clothes (the spiritual body like the one Jesus rose in. By this we know that Jesus is God who will give us this new heaven and a new earth and a new body. Hence there is no greater charity than to save a person who is considered a brother/sister and return to God.
Galat baat hai. Africa mein dekho, Europe ke isayiyon ne Africans ko barbad kar diya. India mein bhi yeh loot karne hi aaye the. Karodon logon ko bhukmari se marwa diya.
Once I was against Christianity But now I fellow Jesus with my sister.realy we love it's prayer; fellowship, service..though our society is against us.thanks for sharing real truth in this video.
@@jacinthafernandes2562 dear sir / ma'am, what type of Christian you are? What is your christian cast? Are you Methodist? Or Catholic Or Pentecostal Or Anglican Or Immanuel? Why do different casts in christianty have different Churches, Different grave yards, Different prists ? Do christians have intercast marriages ? I beg you please let me know.
@@Jrjen369 what type of Christian you are.? What is your christian cast ? Are you a lower class Christian Or Higher class Christian? Which christian are good Christian?
@@harshadpandit5797 there is only 2 section of christianity. First is Catholic and second is Protestant. There is no boundary for marriage but only some formalities done.
I'm Hindu no one forse me to believe Or received to Lord Jesus Christ I know the truth and now I'm follower of Lord Jesus Christ VERY SOON HE WILL RETURN
सबसे पहले आप दोनो के लिए इस विषय पर चर्चा करने के लिए धन्यवाद। भारत मे थोमा, साधु सुंदर सिंह, पंडिता रमा वाई, विलियम कैरी, वक्त सिंह और ग्रेम स्टेन इन लोगो ने प्रभु येशु के प्रेम को फैलाने के लिए अपने जीवन को कुरवान किया। इसके लिए परमेश्वर का धन्यवाद। वर्तमान में कुछ मिशनरियों और मिशन संस्थाओं ने इस महान प्रेम को व्यापार में बदल डाला है।
Sir I am not agreed with you last lines you said some changed it to business but on the contrary some people who get spirtual and physical healing they pay thanksgiving offering and that offering is used in the service of Lord Jesus and expand the ministry.
@@NitinKumarGK कैथलिक के बारे में मुझे मालूम नही है, लेकिन कुछ प्रोटेस्टेंट मिशनरी ने बाहर से भेड़ की खाल पहनी है और अंदर से भेड़िए है। मुंह में येशु का नाम और हृदय में युहदा iskriyoti को संजोए रखा है। ये लोगो को येशु के चेले तो नही,बल्कि अपने चले बनाते है। लोगो से मीठे मीठे बोल से उनको शुगर की बीमारी लगा देते है। परमेश्वर ऐसे भेड़िए से लोगो को बचाए।
i myself is a Muslim ☪️ but i like christain community and i think its world 🌎 best community.. missionaries indeed took care in education abd health. in meghalaya there is a village which is know as Asia's cleanest village it s a christain village, northeast christain communities are aware of cleanliness than any other community.. some european 🇪🇺 missionaries came from rich and influencntion families like st Francis xeviors, Florence nightingale, mother Teresa etc.. their love ❤️ for christ and christainity lead them to farest end of the world..
Itna hi kahna hai ki Hamara ye Sharir ham ne jo marke marke khaye vo mare huye janvaro ka kabristan ban jata hai Mai hindu hun fir bhi likhta hun Satya Ahinsa Daya Pem Karuna ka Sandes Buddh or Mahavir ne diya Or vishva ka sab se purana marga Buddha ka hai Sabut ke Sath
It's wonderful you like christianity. Because of their cleanness and their education. But you can't understand stand Jesus and the purpose of JESUS coming to the world. And you couldn't understand the life after death.
@@TrikamlalParmar-qg8xp you want to say only nonviolence , love ❤️ and peace are taught by Buddha and Mahavir... First gain knowledge on Semitic religions and then comment.. why there is no large Buddhist population in India and for that don't blame muslims.. you First 2 lines I fail to understand..
I am very happy that my forefathers converted to Christianity. I am proud to be an Indian Christian. The no of schools we Christians have built in every village, towns, cities has led to the development of India.
Excellent analysis. Thank you sirs! Thank you Dr. Ram Punyani. India needs a lot more persons like you, honest, clear and courageous to lead the nation on the path of truth and justice May God bless you and always!
खैर, आमतौर पर हर कोई कहता है, ईसाइयों का विकास शिक्षा और अस्पतालों के बारे में है, लेकिन कई लोगों ने यीशु की शिक्षा से ईसाई धर्म का पालन किया, उन्होंने कहा "मेरा राज्य पृथ्वी का नहीं है, बल्कि अनन्त जीवन पाने के लिए स्वर्ग का है", जिसने कई लोगों को परमेश्वर के राज्य की तलाश करने और सांसारिक खजाने को त्यागने के लिए प्रेरित किया।
I am thankful to you sir ji for explaining the spread of Christianity I tell you that Christianity is not a Religion but it's a Relationship those who are interested in making relationship with God they have found the real way
सत्य हिन्दी channel वाले सच में सत्य की खोज करके सत्य ही दिखाते हैं. आपका यह काम देख कर सच में मन बहुत आनंदित हुआ कि सच को प्यार करने वाले लोग अभी भी हैं. परमेश्वर पिता आपको आशीष दे.
Thank you, Dr. Mukesh Kumar and Dr. Ram Puniyani, for this wonderful conversation. The Christianity in India is not intended to convert individuals from one religion to another, but rather to transform their hearts, minds and lives through our services of education, humanitarian aid, health and hygiene, and the dissemination of the Good News of our Lord Jesus Christ. This is the manifesto of our Lord Jesus, “The Spirit of the Lord is on me, because he has anointed me to preach good news to the poor. He has sent me to proclaim freedom for the prisoners and recovery of sight for the blind, to release the oppressed, to proclaim the year of the Lord’s favour, the day of vengeance of our God.” Luke 4: 14-30.
बहुत अच्छी चर्चा l ईसाई धर्म का शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान रहा है जिसे नकारा नहीं जा सकता है l विशेषकर दलितों के बीच मिशनरियों की सेवा उल्लेखनीय है l भारतीय समाज में जातिवाद जैसी कुरीतियों से दलित और आदिवासियों का सशक्तिकरण मे बड़ा योगदान रहा l RSS-BJP ईसाईयों को बदनाम करके राजनैतिक लाभ के लिए दलित एकता को तोड़ना चाहती है l
@@amritadebra How to follow Christianity ? Protestant or Catholic or Methodist or Evangelist or Immanual ... . . ? which christians are good christians ? which cast of Christianity do you follow ? how to choose a cast in christianity ? Is that true that there are over 50 casts in Christian Religion ? which Christians are "the best . "
@@harshadpandit5797 follow Christ, putting trust in relegion isn't biblical. and it's very obvious case because christianity spread over whole World it's very natural to see variation in culture. (you can't expect an adivasi guy From chhatisgarh to sit on chair and pray like orthodox tradition no he'll express his faith through dancing and all Just like he's made, ; both is accepted from God)
@@premshalom5109hello, will please tell me what what type of Christian you are? Born christian? Converted to Christian? Pentecostal? Armenian? Anglican? Methodist? Syrian? Catholic? Protestant? Immanuel? Believer? Non believer? Aethist ? Ex christian? I beg you please tell me which christian cast is the best.
@@premshalom5109 sir/ ma'am, hello Will you please tell me Why did God made non christian people. Why don't God destroy Non christian people? Does God equally care and love to non christian people As Hello love and care for christians ?
One of my best friends is a catholic missionary and he has worked almost all his life in the tribal areas of Odisha. He is one of the most unselfish persons I have ever known
क्रिश्चियनस की और बाइबल की जो खूबसूरत बात है प्रेम सेवा दया करुणा क्षमा। प्रेम से बढ़कर कुछ नही। प्रेम घृणा नही करता झुंझलाता नही छल कपट नही करता। सारी बुराइयों को ढांप देता है।
आप का बात सही है ईसा मसीह ने भारत का काश्मीर से बुद्ध मे बुद्ध मठ में बुद्ध धर्म का ज्ञान प्राप्त किया था सत्य अहिंसा दया प्रेम करूणा का संदेश लेकर वापस गये थे और ये ही संदेश दिया ईसा मसीह और माता मेरी का मृत्यु भी काश्मीर में हुवा था
ईसाई धर्म का आधार येशु मसीह हैं जिनकी उच्च स्तरीय शिक्षा लोगो को मानवता सिखाती है, क्षमा, सेवा प्रेम इसका मुख्य आधार है. जीसस के जैसा कोई गुरु नहीं और ना जीसस की तरह कोई निष्कलंक, उनमें कोई दोष नहीं निकाल सकता, इसीलिए लोग ईसाई धर्म से प्रभावित होते हैं. शिक्षा, अस्पताल, चैरिटी इसी का हिस्सा है जहाँ बाइबल पहुँचती वहां शिक्षा भी पहुँचती है और मानवता भी पहुँचती है. जय मसीह की 🙏✝️
प्रभु ईसा मसीह ने बौद्ध साधुओ से शिक्षा लिया था पहला बार जोर्डन वेली का डेसीथियोस मठ और बाद में लद्दाख का हेमिस मठ बोधगया का द चन्द मठ में कुमराना मठ में आठ सप्ताह तपश्या किया था
भारत में पहली बार मुकेश कुमार जी और राम पूनिया जी द्वारा प्रस्तुत इस रिपोर्ट में ईसाई समाज के विषय में सत्य को उजागर किया गया है अन्य था अभी तक जितनी भी रिपोर्ट देखीं वो सब राजनीति से प्रेरित तथा झूठी साबित हुईं.
हमने लुटेरे इसाई भी देखे है हमने माफीया इसाई भी देखे है । हमने Fraudulant इसाई भी है । हमने फुटीरतावादी - अलगाववादी इसाई भी देखे है । हमने देशद्रोही इसाई भी देखे है । हमने ऐसे इसाई भी देखे है जो उधारी में माल तो लेते है पर कीमत चुकाते नही है । हमने एहसान फरामोश इसई भी देखे है । हमने बलात्कारी इसाई भी देखे है। हमने Serial killer इसाई भी देखे है। हमने Psyco killer इसाई भी देखे है। हमने नफरती इसाई भी देखे है । हमने ऐसे भी इसाई देखे है जो मजूर से काम तो करवाते मगर मजूरी नही देते । हमने सार्वजनीक नीयमो का उलंघन करने वाले इसाई भी देखे है । हमने दूसरों की Property हथियाने करने वाले इसाई भी देखे है । हमने मक्कार इसाई भी देखे है । हमने Naxalite इसाई भी देखे है। हमने माओ वादी इसाई देखे है । हमने बच्चो का यौन शोषण करने वाले इसाई भी देखे है। हमने बच्चो को गलत राह पर ढकलने वाले इसाई भी देखे है । हमने चरसी इसाई भी देखे है । हमने मंदीरो को मूर्ती यो को तोडने वाले इसाइ भी देखे है। हमने Drug Smuggler Mafia इसाई भी देखे है । हमने देश के दुश्मन इसाई भी देखे है । हमने मिलावट खोर इसाई भी देखे है। हमने प्रसादम को अपवित्र करने वाले इसाई भी देखे है। हमने भ्रम फैलाने वाले इसाइ भी देखे है । हमने बिना मेहनत पैसा कमाने वाले इसाई भी देखे है। हमने money laundering करने वाले इसाई माफीया भी देखे है । हमने गुंडागिरी - दादागीरी करने वाले इसाई भी देखे है। हमने बीना टीकट प्रवास करने वाले इसाई भी देखे है। हमने Tax चोरी करने वाले इसाई भी देखे है। हमने जातीयवादी - रुढीवादी - मूलतत्त्व वादी - छूत अछूत करने वाले इसाई भी देखे है। हमने दलीत इसाइयों से भेद भाव करने वाले द्वेषभावना पालने वाल इसाई भी देखे है । हमने गरीबो को लूटने वाले इसाई भी देखे है। हमने साधू संतो का खून करने वाले इसाई भी देखे है। कोई शक ?
St. Thomas के द्वारा ज्यादातर ब्राहमण लोग ईसाई बनाए गये थे और आज भी उनका अपना अलग पूजन पद्धति है जो लैटिन पद्धति से अलग है लेकिन सभी को पोप की अनुमति है
All praises to the Lord of lords, King of kings, Jesus Christ!! The Messiah!!! Every knee shall now, every tongue will confess that Jesus Christ is Lord!!!Hallelujah!!!All glory to Him alone!!!
पहले तो पता नहीं पर आज दलित समाज के लोग बड़ी संख्या में ईसाई धर्म अपनाते हैं,इसके लिए जाति प्रथा जिम्मेदार है क्योंकि उच्च जातियों से सम्बंधित बहुत कम लोग धर्म परिवर्तन करते हैं।
अमेरिका और पूरा यूरोप लगभग 70℅ लोग नास्तिक हो गये ईसाईयत छोड़कर क्या कारण है?! कहलाते ईसाई ही है लेकिन ईसाइयत को फॉलो नही करते?? क्योंकि उन्हें इतिहास पता है कि चर्च क्या क्या और कैसे कैसे सबकुछ कंट्रोल करता था??
@@harshadpandit5797 ये तो आप एकदम अलग बात कर रहे हो। आप क्या कहना चाहते हो कि दलितों के चर्च कब्रिस्तान अलग होते हैं । यदि ये असमानता और भेदभाव उनको यहां मिलेगा तो वो इस धर्म से जुड़ेंगे ही क्यों । पहले किसी धर्म के समाज के बारे में गहरा अध्ययन कर लो फिर उसपर बोलो।।
जो आदरणीय डॉक्टर पुनियानी जी बताया कि प्रभु यीशु के शिष्य थोमा का आगमन भारत में हुआ , उन्हीं के आने से ही ईसा मसीह पर लोग विश्वास करने लगे थे। पुनियानी जी बहुत सटीक जानकारी दी है। शिक्षा, चिकित्सा के विस्तार में मसीही सेवकों का बड़ा योगदान रहा है। देखा जाए तो धर्मांतरण कोई मुद्दा है ही नहीं।
बहुत सुंदर व्याख्या के लिये धन्यवाद! ❤ ईसाई धर्म ईसा मसीह को मानने वालों को कहा जाता है। ईसा मसीह यानि यीशु मसीह को मानने का मुख्य करण सेवा से भी ऊपर है और वह यह है कि यीशु मसीह मानव के “पापों से मुक्ति” दिलाने के लिए Cross पर बलिदान हुए और तीसरे दिन जीवित हो स्वर्ग में उठाये गए । जो फिर आने वाले हैं। ईसा मसीह के इस “मानव मुक्ति के सुसमचार” को सारी मानव जाति को सुनाने की ज़िमेदारी हर एक विश्वासी की है। और इसी के साथ मानवता सेवा भी जुड़ी है! ❤
*✝️🌼🌷🌾💐🕯❤❤ कृषचियनटी, धर्म जाति व पंथ से परे, स्वर्गीय सौंदर्य और सुगंध है इसमें प्रेम, सत्य, विनम्रता, कोमलता, माफी, आत्मिक जुनून, मानवता, पवित्रता, धर्मपरायणता,और सभी आध्यात्मिक उपहार शामिल हैं। आमीन🙏*
बहुत बहुत धन्यवाद आप दोनो विद्वान विभूतियों को, आपने ईसाई धर्म को पूरी सत्यता और जिम्मेदारी के साथ प्रस्तुत किया। दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। मुझे आशा है कि इससे जन जन में एक सकारात्मक संदेश जाएगा, और नफरत समाप्त होने में मदद होगी। वाकई मसीहत नंबर बढ़ाने में नहीं है, इतना आसान नहीं है एक मसीही होना। क्योंकि हर दिन हर मसीही को प्रभु यीशु की शिक्षाओं पर चलना होता है। जिसमें आत्मा के नौ फलों प्रेम, आनंद, मेल, धीरज,कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, और संयम हैं।जय यीशु मसीह की।🙏
I am a Christian, not because somebody forced me. But because Jesus the true God Loved me. I have greatly experienced the love of LORD Jesus. And he is True.
ईसाई की असल वजह सेवा और एक दूसरे से प्रेम रखना ही है आपने ईसाइयों के बारे में बहुत अच्छा चर्चा की है आप दोनो sir को दिल से 🙏 धन्यवाद god bless you sir .
इस देश के ST SC किसी और भगवान को पूजे या न पूजे christian missionaries को पूजना चाहिए.उनकी त्यागमय सेवा से यहाँ के SCST s के जिंदगियों मे रौशनी आगयी. हिन्दुधर्म मे वे जो गुलामी झेल रहे थे वे उस से बाहर निकले थे.
Prof Mukesh kumarji and Dr. Ram punyaniji thank you for this truth about the Christianity and its Gospel preaching. The christian missionaries have done very good job by establishing hospitals and schools among the poor and down troden, poor people.
बाइबल में कहीं भी ईसाई धर्म नही लिखा हुआ , मसीहत और ईसाईयत में बहुत फर्क है । आज लोग ईसाईयत को देखाते और जानते हैं, ना कि मसिहयत को जब जिस दिन लोग मसीहियत को जानने लगेंगे उस दिन उनको सचाई पता लगेंगी।
ईश्वर पिता आप दोनो विद्वान संपादक को बहुत बहुत अशिस दे और क्रिसचन समाज के बारे में जानकारी अच्छा से बताने के लिए आप दोनो को बहुत बहुत धन्यवाद आप दोनो को ईश्वर सकुशल रखें यही दुवा है ❤❤❤❤
Taliban captives to Shiberghan. "It was awful. They crammed us into sealed shipping containers," a 24-year-old survivor, Irfan Azgar Ali, told the Guardian. "We had no water for 20 hours. We banged on the side of the container. There was no air and it was very hot. "There were 300 of us in my container. By the time we arrived in Shiberghan, only 10 of us were still alive." The prisoners still in Shiberghan - half of them Afghans, and half Pakistanis - estimate that about 400 people suffocated to death during the journey. Other sources say the figure is between 900 and 1,000
Pope Francis has endorsed same-sex civil unions as pope for the first time, departing from the position of the Vatican’s doctrinal office and his predecessors on the rights of gay people. The remarks came in a documentary called Francesco that was released on Wednesday.10/21/2020
Yes britshor rulling two hundred year Christianity two carore but muslim rulling six hundre year the got two nations and left in india twenty carore more
Know that many confuses. Vertically, Christianity is divided into Orthodox and liberal and Roman Catholic Christians and Protestants. Here, Roman Catholic is political as well as religious organization. In fact, it controls the world.
DhanyvadPuniya Sir Kafi Had tak Apne Sachaie Batayi, Aaj Bhee 36 Ghad, Or jharkhand Me Jo Jamindar He Voh Christian Ka Daman Kar Rahe Sirf Adivasi Kee Sampaty Loot Ne Ke Liye.
I have been in Yeshua for 24 years. Our Lord is the truth and no religion. The Roman catholic was ruling over Jerusalem at the time when Yeshua was preaching the kingdom of heaven. Nobody attracted me. It was Yeshua who called me. Today I am so blessed and I am truly proud to be a disciple of Yeshua.
@@immoran9001 You need to question that to yourself. God bless you. End with one question who died for your sins and where will you go after leaving the world?
ये बात तो सच है कि इसाई मिशनरीयो ने दलित और पिछडे लोगों के बीच शिक्षा और स्वास्थ्य के छेतर में सेवा दिया, यहाँ के कुछ लोगों ने उन्हें अपना व्यक्तिगत सेवा में उनका स्तेमाल किया , शिक्षा के द्वारा उनका दिमाग खुला हक अधिकार को पहचानने लगे ,जिनको पिछड़े लोगों से सेवा मिलना कम हुआ तो आरोप लगाने लगे कि इसाई मिशनरीयो ने प्रलोभन दे कर ईसाई बना रहे हैं।
@@ViewsNews369 बाइबल में लिखा ही हुआ है लोग तुम्हें सताएंगे जो यीशु मसीह के पीछे चलेगा वो सब सताए जाएंगे जैसे यीशु मसीह से सब बैर रखे वैसे ही हमारे साथ बैर रखेंगे परंतु हमसब को धीरज रखना है
@@mahendraamen9433 हाँ लेकिन हैरानी की बात ये है ईसाई बनने के बाद भी इन लोगो ने ब्राह्मणबाद नहीं छोड़ा ये लोग ईसाई बनने के बाद भी भेदभाव और छुआछत करते हैं
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री साय जी आज गुलामी में जी रहे होते जैसा उनके क्षेत्र में पुर्वज थे ( राजा के गुलाम) उस जंगली जगह पर अच्छी मिशनरी स्कूल में पढ कर आज मुख्यमंत्री है।
Mai mission school me padh ke Vishnu Sai jaisa to nai ban paya.. par apne dimag ko enhance jaroor kar liya 😂😂😂... Mission school nahi hota to pata nai education system ka kya hota... Thanks to all of them ❤❤
कोई किसि का धर्म नही बदलता पवित्र शास्त्र बाइबल को ध्यान से पढ़े तो उसमें कहि भी यशु मसीह ने नही कहा कि मैं किसी को ईसाई बनाने आया या धर्म बदलने आया प्रभु यशु ने कहा मैं पापियों के उद्धार के लिए आया ओर इंसान को कैसे जीना बो सिखाता है परमेश्वर ने कहा कि मैं प्रेम हुन इसलिए हम सब आपस मे प्रेम रखे न कि किसी के प्रति विरोध लड़ाई झगडा बैर रखे प्रभु यशु दुनिया को शांति का संदेश देते हैं और प्रेम का भी क्योंकि 16 क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उस ने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। यूहन्ना 3:16
जिन लोगों ने मसीही धर्म अपनाया उन्होंने बाइबिल पढ़ कर सच्चाई को जाना और प्रभु यीशु मसीह को अपना उद्धार कर्ता माना, वचन कहता है, कोई कर्मकांड की ज़रूरत नहीं है, सिर्फ अपने पापों को मानलेना है और उसको त्याग देना है बस यही मसीह धर्म है, आप बाइबिल ज़रूर पढ़लेँ, समझ आ जावेगा
भारत में न कि सिर्फ दलित और आदिवासी समाज के लोगों ने हिन्नाहीन बल्कि ब्राह्मण से आदिवासी जाती के सब लोग प्रभु यीशु मसीह को स्वीकार कर रहे हैं। क्योंकि यीशु मसीह ही एक मात्र पापों से उद्धार करनेवाला परमेश्वर है।
सच्चाई बताने के लिए आदरणीय पुनियानी जी के लिए प्रभु यीशु का धन्यवाद
बहुत ही अच्छी चर्चा परिचर्चा आप लोगों ने किया इस विषय के बारे में, एक बार जो जो सबसे ज्यादा सही है वह यह है, कि ,
👉 ईसाइयों का मुख्य जिम्मेदारी व कार्य उनके धर्म के अनुसार यह, या यूं कहें कि उनकी मुख्य शिक्षा यह है कि,
👉 *"खुद ही दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं से बचना काफी नहीं, परंतु औरों को भी जो दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं में हैं उन्हें भी बचाना है।"*
👉प्रभु यीशु मसीह ने कहा तथा अपने चेलों को यह आज्ञा दी है कि,👉 *' तुम ने सेंतमेंत पाया है, तो दुसरों को भी सेंतमेंत दो''*
अर्थात्👉 *'जब तुमने बिना कोई कीमत चुकाए उद्धार (भलाई) मुझसे पाया है तो दूसरों को भी (बिना किसी लालच) उद्धार दो (भलाई करो)"*
👉 यहां किसी लालच की बात बिल्कुल भी नहीं बस यही है कि हमने जब भलाई पाई है तो दूसरों को भी भलाई करना मेरा कर्तव्य है यही मुख्य प्रभु यीशु एवं बाइबल की शिक्षा एवं उद्देश्य वह आजा के वजह से ही लोग ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं।
👉 यहां किसी भी लालच प्रलोभन का सवाल ही नहीं है।
इतना कि; सच्चे ईसाई मिशनरियों की भावना मात्रा इतनी ही होती है कि; हमें दुखी शोषण पीढ़ी समस्याओं में पड़े हुए लोगों की बल्कि सभी की भलाई करनी है, और सब जो अंधकार में पड़े हैं उन सब को ज्योति में लाना है।
वास्तविक बात तो यही है कि
*"सच्चे मिशनरी मात्र इसी भावना से अपना सेवा कार्य करते हैं और कोई दूसरी भावना नहीं होती"*
बहुत ही अच्छी चर्चा परिचर्चा आप लोगों ने किया इस विषय में,
एक बार जो जो सबसे ज्यादा सही है वह यह है, कि ,
👉 ईसाइयों का मुख्य शिक्षा,जिम्मेदारी व कार्य उनके धर्म के अनुसार यह है कि,
👉 *"खुद ही* (दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं से) *बचना काफी नहीं परंतु औरों को *(जो दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं में हैं उन्हें) *भी बचाना है।"*
प्रभु यीशु मसीह ने कहा तथा अपने चेलों को यह आज्ञा दिया है कि, 👉 *'तुम ने सेंतमेंत पाया है, दुसरों को भी सेंतमेंत दो''*
अर्थात् 👉 *'जब तुमने बिना कोई कीमत चुकाए उद्धार (भलाई) मुझसे पाया है तो दूसरों को भी (बिना किसी लालच) उद्धार दो (भलाई करो)"*
👉 *यहां किसी लालच की बात बिल्कुल भी नहीं बस यही है कि 'जब हमने भलाई पाई है तो दूसरों की भी भलाई करना मेरा कर्तव्य है'*
*' सिर्फ, प्रभु यीशु मसीह एवं बाइबल की इसी मुख्य शिक्षा एवं उद्देश्य तथा आज्ञा के वजह से ही सच्चे ईसाई लोग अपने धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं।'*
👉 यहां किसी भी लालच प्रलोभन का सवाल ही नहीं है।
बस इतना कि; *'सच्चे ईसाई मिशनरियों की भावना मात्र इतनी ही होती है कि; "हमें दुखी शोषण पीढ़ी समस्याओं में पड़े हुए लोगों की बल्कि सभी की भलाई करनी है, और सब जो अंधकार में पड़े हैं उन सब को ज्योति में लाना है।"*
वास्तविक बात तो यही है कि;
*"सच्चे मिशनरी मात्र इसी भावना से अपना सेवा कार्य करते हैं और उनमें कोई दूसरी लालच या प्रलोभन की भावना बिल्कुल नहीं होती"*
बहुत ही अच्छी चर्चा परिचर्चा आप लोगों ने किया इस विषय में,
एक बार जो जो सबसे ज्यादा सही है वह यह है, कि ,
👉 ईसाइयों का मुख्य शिक्षा,जिम्मेदारी व कार्य उनके धर्म के अनुसार यह है कि,
👉 *"खुद ही* (दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं से) *बचना काफी नहीं परंतु औरों को *(जो दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं में हैं उन्हें) *भी बचाना है।"*
प्रभु यीशु मसीह ने कहा तथा अपने चेलों को यह आज्ञा दिया है कि, 👉 *'तुम ने सेंतमेंत पाया है, दुसरों को भी सेंतमेंत दो''*
अर्थात् 👉 *'जब तुमने बिना कोई कीमत चुकाए उद्धार (भलाई) मुझसे पाया है तो दूसरों को भी (बिना किसी लालच) उद्धार दो (भलाई करो)"*
👉 *यहां किसी लालच की बात बिल्कुल भी नहीं बस यही है कि 'जब हमने भलाई पाई है तो दूसरों की भी भलाई करना मेरा कर्तव्य है'*
*' सिर्फ, प्रभु यीशु मसीह एवं बाइबल की इसी मुख्य शिक्षा एवं उद्देश्य तथा आज्ञा के वजह से ही सच्चे ईसाई लोग अपने धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं।'*
👉 यहां किसी भी लालच प्रलोभन का सवाल ही नहीं है।
बस इतना कि; *'सच्चे ईसाई मिशनरियों की भावना मात्र इतनी ही होती है कि; "हमें दुखी शोषण पीढ़ी समस्याओं में पड़े हुए लोगों की बल्कि सभी की भलाई करनी है, और सब जो अंधकार में पड़े हैं उन सब को ज्योति में लाना है।"*
वास्तविक बात तो यही है कि;
*"सच्चे मिशनरी मात्र इसी भावना से अपना सेवा कार्य करते हैं और उनमें कोई दूसरी लालच या प्रलोभन की भावना बिल्कुल नहीं होती"*
@@selvinalall3031 Schai yeh hai ki Prabhuji ki UDHAR ke marg ko bataane ke liye Pabhuji ke sisya har ek desh gaye the. Aur yeh galath hai ke Apostle Thomas Yahudi logon ke khoj me aaye
नमस्कार आदरणीय डा सहाब एवं संपादक जी को सुन्दर विचारो के लिए धन्यवाद । जब संत थाॅमस भारत के दक्षिण छेत्र मे मसीह का पृचार के लिए आए तो उन्होंने क्षिछा , सेवा, एवं चंगाई पर विशेष ध्यान दिया।
Christianity is not a religion, it is the truth of Eternal life
Those who believed in Christ and followed Him were called Christians
Indeed. It is the truth of eternal life. Jesus came down to this earth and took on human form to give us the good news of salvation. He has signed a Covenant with us that he would be our God and saviour. It is for this reason that he has sent messengers to tell the world that we are the beneficiaries of a promise. This is the same Jesus who said heaven and earth shall pass away but my words will never pass away.
@@AnilSharma-xk7foJesus came to restore the relationship that mankind lost through sin
@@AnilSharma-xk7fo : Believers and followers of YESHUA were called Disciples, But outsiders called them Christian/ मसीही/ईसाई. Infact Believers are born again disciples of Christ. YESHUA walked righteously, blameless and faultless before Most High GOD. And so GOD raised him from the Dead. Now it's the Grace of GOD, who imputes the righteousness of YESHUA to them that believes in him ( Salvation through FAITH).
@@nirmala7march yes 100 parcent
Proud to be Indian Christian.. 🎉❤
What is India. India is not an identity. You must be Punjabi Gujarati Hindi Marathi Malyalam etc Christian
एक बार जो जो सबसे ज्यादा सही है वह यह है, कि ,
👉 ईसाइयों का मुख्य शिक्षा,जिम्मेदारी व कार्य उनके धर्म के अनुसार यह है कि,
👉 *"खुद ही* (दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं से) *बचना काफी नहीं परंतु औरों को *(जो दु:ख, पीड़ाओं, समस्याओं में हैं उन्हें) *भी बचाना है।"*
प्रभु यीशु मसीह ने कहा तथा अपने चेलों को यह आज्ञा दिया है कि, 👉 *'तुम ने सेंतमेंत पाया है, दुसरों को भी सेंतमेंत दो''*
अर्थात् 👉 *'जब तुमने बिना कोई कीमत चुकाए उद्धार (भलाई) मुझसे पाया है तो दूसरों को भी (बिना किसी लालच) उद्धार दो (भलाई करो)"*
👉 *यहां किसी लालच की बात बिल्कुल भी नहीं बस यही है कि 'जब हमने भलाई पाई है तो दूसरों की भी भलाई करना मेरा कर्तव्य है'*
*' सिर्फ, प्रभु यीशु मसीह एवं बाइबल की इसी मुख्य शिक्षा एवं उद्देश्य तथा आज्ञा के वजह से ही सच्चे ईसाई लोग अपने धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं।'*
👉 यहां किसी भी लालच प्रलोभन का सवाल ही नहीं है।
बस इतना कि; *'सच्चे ईसाई मिशनरियों की भावना मात्र इतनी ही होती है कि; "हमें दुखी शोषण पीढ़ी समस्याओं में पड़े हुए लोगों की बल्कि सभी की भलाई करनी है, और सब जो अंधकार में पड़े हैं उन सब को ज्योति में लाना है।"*
वास्तविक बात तो यही है कि;
*"सच्चे मिशनरी मात्र इसी भावना से अपना सेवा कार्य करते हैं और उनमें कोई दूसरी लालच या प्रलोभन की भावना बिल्कुल नहीं होती"*
Praise the lord brother. Grace be upon you. 🙏
@@SatpalVerma000😂 bro humans make religion
❤ Shalom
आप दोनों महान विद्वानों का ह्रदय से धन्यवाद कि आपने मसीहत की सच्चाई को सही ढंग से और पूरी सत्यता के साथ प्रस्तुत किया। अन्यथा ईसाइयो के प्रति कोई भी न्यूज या रिपोर्ट आती है तो हमेशा ईसाइयो के प्रति नकारात्मक बातें ही उसमें बताई जाती हैं। आज के समय में जब हमारे समाज में मसीहीयों को हीन भावना की दृष्टि से देखा जा रहा है आपकी यह रिपोर्ट मसीही लोगों को हिम्मत देने का काम करेंगी।
I am Punjabi and I believe in Jesus Christ I know many others who receive Jesus as a saviour and this process is going on very rapidly
@@rajeevkhanna696 I'm a Sikkimese and proud to be a followers of Jesus Christ.
Ekdam sahi bole
Rajeev ji ap practicing Christian hain ya Christmas day ke din Jesus ke statue ke samne nariyal todne wale Hindu hn? 😂😂😂 No offence please. 🙏
@@neyazahmad76 Tum tumhara dekhuna bhaijan, kayku ungli kartu nako tikda. Hum kuch bole Toh tumhara offence hill jainga
@@pritsm7605 apne kam se kam rakh. This question is not concerned to u. I don’t argue bhakts and hatemongers. Bansuriwala.
I am a proud Christian. Jesus bless you all. Hallelujah 🙏🙏🙏🙏
@@kpantonyantony
Hare Krishna
Hare Ram 🙏🙏
Thank Lord for bringing me , a former Hindu , to him... Praise Lord
क्या जीसस ही परमात्मा है? जीसस कब इस दुनिया में आये थे ???
@@user.DeepBrar wo duniya k banane se pehele se h
@@user.DeepBrar जीजस का धरम कौनसा है?
जहां जहां इसाई गएं है वह साथ में शिक्षा पहुंचे है।
क्योंकि येशु संसार का ज्योति है।
Taalibaan me iraak me siriyaa
@@AmitKumar-ld7kokayi Christian journalists ne Taliban ko qareeb se dekha aur jaana. Usse mutasir hokar woh journalists musalman ho gaye.
Islam is the best religion in the world. But Christianity is more better than Hinduism.
There are so many andhwishwas, agyanta, paakhand, kuprathayen in Hinduism.
I have lot of knowledge about Hinduism.
शिक्षा का ज्योति ही पहुंचाते । बाईबल नहीं पकड़ाना था। धर्म परिवर्तन नहीं करना था। ❤
@@fuldeobhagat2294 Christianity is better than Hinduism.
@@rizwanalisalam1057 you Said Right
Christianity is better than hinduism
and
Sanatan Dharma is
The Best of All .
Bharat Mata ki Jai
Vande Mataram .
May Maa Bhavani Bless you and your family .
आप लोगों ने कितने सरल तरीके से हम cristiono के बारे में बताया सचमुच बहुत अच्छा लगा परमेश्वर पिता आप लोगों को बहुत आशीष दे
यीशु मसीह इस पृथ्वी पर धर्म बदलने नहीं आए, वो हमारे जीवन जीने के तरीके, हमारे सोच विचार और मन को बदलने को आएं ताकि हमारे पापों से हमारा उद्धार हो और पापों की क्षमा पाके नया जीवन प्राप्त करे और विश्वास से अनन्त जीवन में प्रवेश करें धन्यवाद ❤
प्रेम, दया और शांती ये येशू की सीख थी
उन्होने सेवा करनेके लिये प्रोत्साहित किया. ना ही धरमके बारेमे. ईश्वरके उपर विश्वास रखना यह भी उन्होने सिखाया.
इसीलिये ईसाई धर्म का प्रचार या प्रसार नही करते
Not because of British rule people's covert in Christianity for the love of jesus christ is everlasting love jesus is the only way❤
Yes, we know tat but these people who are debating dont know tat 🎉
Pope Francis has endorsed same-sex civil unions as pope for the first time, departing from the position of the Vatican’s doctrinal office and his predecessors on the rights of gay people.
The remarks came in a documentary called Francesco that was released on Wednesday.10/21/2020
@@nazeerpasha2075 Na..He has not endorsed any such thing.. and he cannot do it alone.. There is a council of bishops who can make changes to the rules.. What Pope Francis said is that priest can bless gays n lesbians... This blessing is a general blessing i forgot the term used.. I can go to church and ask for father to bless me.. I am a sinner but the father has to bless me even though i am in a state of sin.. A murdere can go n ask father to bless him n the father cant deny.. Theses are general blessings...
The blessing you get during the marriage is a ritualistic blessing.. This blessing cannot be granted to same sex union.. Stop spreading lies..
@@nazeerpasha2075 Just google the following "Fiducia Supplicans" . the detail document is available on the website of the Holy See..
Ulluo ko keval ek hi way dikhai deta hai jinke akhe khuli hoti hai unhe sabhi raste dikhte hain. To wo kitab jo ye kahti hai ki bas ek hi rasta hai wo kitab bevkoofo dwara bevkoofo ke liye hai
मैं धन्यवाद करता हूं माननीय अंकल आदरणीय पुनियानी जी का जिन्होंने ईसाईयत की वास्तविकता को नजदीक से सच सच रुबरु कराया यही सत्य है पर हमारे देश में अपनी रोटी सेंकने के लिए या अपनी दुकान चलाने के लिए उलुलजुलुल बात किया जाता है भैया आपका आभार व्यक्त करता हूं कि आपने आदरणीय पुनियानी जी का संदेश सुनवाया। इस संदेश को देश के हरेक नागरिक को सुनना चाहिए।
प्रो. मुकेश कुमार जी आप बहुत शानदार पॉइंट लेकर विश्लेषण करते रहते हैं! बहुत बहुत धन्यवाद! डॉ. रामपुनियानी sir का विश्लेषण बहुत अच्छा लगता है! 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
प्रोफेसर मुकेश जी आपको धन्यवाद सर,, आपने Dr. राम पुनियानी सर को बुलाकार सच्चायी लोगोतक पहुचाही.. आप दोनो को सॅल्यूट सर ❤❤ God bless you 💐
Saint Thomas Apostle Brought Christianity to South India
Amen 🙏
Right
@@lourdesrodrigues4389 The Churches built by St. Thomas exist and so does the Saint Thomas Basilica exists in Chennai
He didn't bought Christianity but Christ to people
The only good news of salvation
@@SandeepsinghSandy893 Wow, that's the effect of light(God's word). God Bless You
हम ये मानता हैं कि सारे विश्र्व में दबे कुचले लोगों का सेवा ईसाई मिशनरीयों ने सबसे ज्यादा किया
🙏🙏🙏🙏🙏वंदन 🙏🙏🙏
Charity is just a byproduct of love that Christ taught us to practice. Without telling them of the good news iit would not be fair to those who have not heard of God's saving grace.
The day we are born is the day we are destined to die on this earth. This fact clearly brings out the truth that life on earth is temporary and utterly useless. No matter what material gains you achieved and acquired your death will totally nullify it.
The reason why the earth is a holding area is because we are being given one more chance to prove on whose side we are. Satan's or God's. While living on this earth we will automatically show our calibre and true nature by our deeds and behaviour. The same people who rebelled against God in heaven will be the same people who rebel against God while living on this earth.
There is no greater good deed than practicing the charity of saving a soul. The soul that is you is permanent. The body is just like the jail clothes we wear while serving a sentence. Once you have served your sentence you will not longer require your jail clothes. You will be judged and accordingly given the new clothes (the spiritual body like the one Jesus rose in. By this we know that Jesus is God who will give us this new heaven and a new earth and a new body.
Hence there is no greater charity than to save a person who is considered a brother/sister and return to God.
सिर्फ ईसाई धर्म ही नहीं शिक्षा और स्वास्थ्य का भी विस्तार किया अगर मिशनरी नही होता तो एसटी और एससी का उत्थान नही होता।
100% true.
Christianity hin Bharat se andhabiswas tutaya.
1000% राइट
@@gabrielmarandi7926 aj bhi sagar (m.p) ke aa jao , st sc walo pe thukte h log sirf missionaries school me Equality h , sach h to hai bhai
Babasaheb pagle the
Hai na jo budhist hue
Lakin isai nahi
पहिली बार मिडिया में क्रिश्चनिटी पर सटीक वेश्लासन 👏👏
Bhsi🎉❤❤
Yes thats very true
ईसाई समाज धर्म नहीं जीवन बदलता है और सुकून हे उसमे
@@anthonysamara8582 true
जीवन बदल गया तब आरक्षण की जरूरत नहीं है तुम लोग को।
Tujhe kitna bag rice mila
Galat baat hai. Africa mein dekho, Europe ke isayiyon ne Africans ko barbad kar diya. India mein bhi yeh loot karne hi aaye the. Karodon logon ko bhukmari se marwa diya.
@@anthonysamara8582 aap koi bhi dharm apna lo vo apka jivan badal dega.
Once I was against Christianity
But now I fellow Jesus with my sister.realy we love it's prayer; fellowship, service..though our society is against us.thanks for sharing real truth in this video.
Way better than Brahman made religion Hinduism ?
I am Proud INDIAN CHRISTIAN
I am too ❤
@@jacinthafernandes2562 dear sir / ma'am,
what type of Christian you are?
What is your christian cast?
Are you Methodist?
Or
Catholic
Or
Pentecostal
Or
Anglican
Or
Immanuel?
Why do different casts in christianty have
different Churches,
Different grave yards,
Different prists ?
Do christians have intercast marriages ?
I beg you please let me know.
I don’t follow Christian you are naming it , I love Jesus and His teachings and I am so happy 😁
@@Jrjen369 what type of Christian you are.?
What is your christian cast ?
Are you a lower class Christian
Or
Higher class Christian?
Which christian are good Christian?
@@harshadpandit5797 there is only 2 section of christianity. First is Catholic and second is Protestant. There is no boundary for marriage but only some formalities done.
I'm Hindu no one forse me to believe Or received to Lord Jesus Christ I know the truth and now I'm follower of Lord Jesus Christ VERY SOON HE WILL RETURN
Praise the Lord God bless you friend ✝️
@@suratratha7376 yes I agree with you fully
He will rise a second time and the world will be with him
Jai Jishu 🙏🏻🙏🏻💙🙏🏻
@@suratratha7376 AMEN
सबसे पहले आप दोनो के लिए इस विषय पर चर्चा करने के लिए धन्यवाद। भारत मे थोमा, साधु सुंदर सिंह, पंडिता रमा वाई, विलियम कैरी, वक्त सिंह और ग्रेम स्टेन इन लोगो ने प्रभु येशु के प्रेम को फैलाने के लिए अपने जीवन को कुरवान किया। इसके लिए परमेश्वर का धन्यवाद। वर्तमान में कुछ मिशनरियों और मिशन संस्थाओं ने इस महान प्रेम को व्यापार में बदल डाला है।
Sir I am not agreed with you last lines you said some changed it to business but on the contrary some people who get spirtual and physical healing they pay thanksgiving offering and that offering is used in the service of Lord Jesus and expand the ministry.
@@lukejalal3168 its your view, I'm stand my point. no problem🙏
@@tekchandthakur907 All have liberty to express their views. Anyway thanks for responding.
Sahi baat hai bahut se catholic missionaries business bna diye hain dharm ko.
@@NitinKumarGK कैथलिक के बारे में मुझे मालूम नही है, लेकिन कुछ प्रोटेस्टेंट मिशनरी ने बाहर से भेड़ की खाल पहनी है और अंदर से भेड़िए है। मुंह में येशु का नाम और हृदय में युहदा iskriyoti को संजोए रखा है। ये लोगो को येशु के चेले तो नही,बल्कि अपने चले बनाते है। लोगो से मीठे मीठे बोल से उनको शुगर की बीमारी लगा देते है। परमेश्वर ऐसे भेड़िए से लोगो को बचाए।
I myself a Christian from Assam & proud for it.
I bless my ancestors who converted everyday so I could be born into this beautiful faith 💕💕💕💕
❤ 5th generation ❤
Bless you
My too 5th generation
Puniyani साहब आपने जो नमक और चिरौंजी का उदाहरण दिया वो बिलकुल सही हैं क्योंकि मै एक आदिवासी हूँ और और इस चीज का मै साक्ष्य हूँ. .. .. ..
i myself is a Muslim ☪️ but i like christain community and i think its world 🌎 best community.. missionaries indeed took care in education abd health. in meghalaya there is a village which is know as Asia's cleanest village it s a christain village, northeast christain communities are aware of cleanliness than any other community.. some european 🇪🇺 missionaries came from rich and influencntion families like st Francis xeviors, Florence nightingale, mother Teresa etc.. their love ❤️ for christ and christainity lead them to farest end of the world..
Itna hi kahna hai ki Hamara ye Sharir ham ne jo marke marke khaye vo mare huye janvaro ka kabristan ban jata hai
Mai hindu hun fir bhi likhta hun Satya Ahinsa Daya Pem Karuna ka Sandes Buddh or Mahavir ne diya
Or vishva ka sab se purana marga Buddha ka hai
Sabut ke Sath
It's wonderful you like christianity.
Because of their cleanness and their education. But you can't understand stand Jesus and the purpose of JESUS coming to the world. And you couldn't understand the life after death.
@@TrikamlalParmar-qg8xp you want to say only nonviolence , love ❤️ and peace are taught by Buddha and Mahavir... First gain knowledge on Semitic religions and then comment.. why there is no large Buddhist population in India and for that don't blame muslims.. you First 2 lines I fail to understand..
@@shaheennawaz5390 Hinsa Or Ahinsa Aaryo ne Hinsa se nas kiya mai hingis kam samjhta hun
You tube me peter Akbar ki testimony dekhiye.
I am very happy that my forefathers converted to
Christianity. I am proud to be an Indian Christian. The no of schools we Christians have built in every village, towns, cities has led to the development of India.
Sad haters can' see this
Well said and the quality of education provided by them is way better than madarsa and gobar schools
Excellent analysis. Thank you sirs! Thank you Dr. Ram Punyani. India needs a lot more persons like you, honest, clear and courageous to lead the nation on the path of truth and justice
May God bless you and always!
प्रेम, दया, करुणा, क्षमा, शिक्षा, स्वस्थ, सेवा ये इसाईयत के मूल है। भारत की सामाजिक व्यवस्था जिम्मेदार है
खैर, आमतौर पर हर कोई कहता है, ईसाइयों का विकास शिक्षा और अस्पतालों के बारे में है, लेकिन कई लोगों ने यीशु की शिक्षा से ईसाई धर्म का पालन किया, उन्होंने कहा "मेरा राज्य पृथ्वी का नहीं है, बल्कि अनन्त जीवन पाने के लिए स्वर्ग का है", जिसने कई लोगों को परमेश्वर के राज्य की तलाश करने और सांसारिक खजाने को त्यागने के लिए प्रेरित किया।
I am thankful to you sir ji for explaining the spread of Christianity I tell you that Christianity is not a Religion but it's a Relationship those who are interested in making relationship with God they have found the real way
सत्य हिन्दी channel वाले सच में सत्य की खोज करके सत्य ही दिखाते हैं. आपका यह काम देख कर सच में मन बहुत आनंदित हुआ कि सच को प्यार करने वाले लोग अभी भी हैं. परमेश्वर पिता आपको आशीष दे.
धन्यवाद प्रभु, आप का पवित्र वचन पूरी दुनिया में फैले , आमेन !
Christianty is not a religion
It is a relationship ❤️
Truly said
Relationship with real God
@@celinamanuel3912 🙏
Thank you, Dr. Mukesh Kumar and Dr. Ram Puniyani, for this wonderful conversation. The Christianity in India is not intended to convert individuals from one religion to another, but rather to transform their hearts, minds and lives through our services of education, humanitarian aid, health and hygiene, and the dissemination of the Good News of our Lord Jesus Christ. This is the manifesto of our Lord Jesus, “The Spirit of the Lord is on me, because he has anointed me to preach good news to the poor. He has sent me to proclaim freedom for the prisoners and recovery of sight for the blind, to release the oppressed, to proclaim the year of the Lord’s favour, the day of vengeance of our God.” Luke 4: 14-30.
Hallelujah
There is no doubt that Christianity have played a major role in Indian education and service to the down trodden praise the lord
❤
परमेश्वर सबसे पहले था सबसे अन्त में भी परमेश्वर रहेगा परमेश्वर था वो है और वही सदा तक रहेगा परमेश्वर ही सृष्टि करता है
बहुत अच्छी चर्चा l
ईसाई धर्म का शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान रहा है जिसे नकारा नहीं जा सकता है l विशेषकर दलितों के बीच मिशनरियों की सेवा उल्लेखनीय है l भारतीय समाज में जातिवाद जैसी कुरीतियों से दलित और आदिवासियों का सशक्तिकरण मे बड़ा योगदान रहा l
RSS-BJP ईसाईयों को बदनाम करके राजनैतिक लाभ के लिए दलित एकता को तोड़ना चाहती है l
First time I heard the TRUTH about Christianity in India. God bless both of you
The message of Jesus touched the hearts of people and they chose to follow Christ. This is happening today. Forceful conversion doesn't exist.
@@amritadebra How to follow Christianity ?
Protestant
or
Catholic
or
Methodist
or
Evangelist
or
Immanual ... . . ?
which christians are good christians ?
which cast of Christianity do you follow ?
how to choose a cast in christianity ?
Is that true that there are over 50 casts in Christian Religion ?
which Christians are
"the best . "
@@harshadpandit5797 follow Christ, putting trust in relegion isn't biblical.
and it's very obvious case because christianity spread over whole World it's very natural to see variation in culture.
(you can't expect an adivasi guy From chhatisgarh to sit on chair and pray like orthodox tradition no he'll express his faith through dancing and all Just like he's made, ; both is accepted from God)
Yes, Maam
Many people don't know tat
@@premshalom5109hello, will please tell me what what type of Christian you are?
Born christian?
Converted to Christian?
Pentecostal?
Armenian?
Anglican?
Methodist?
Syrian?
Catholic?
Protestant?
Immanuel?
Believer?
Non believer?
Aethist ?
Ex christian?
I beg you please tell me which christian cast is the best.
@@premshalom5109 sir/ ma'am, hello
Will you please tell me
Why did God made non christian people.
Why don't God destroy
Non christian people?
Does God equally care and love to non christian people
As
Hello love and care for christians ?
One of my best friends is a catholic missionary and he has worked almost all his life in the tribal areas of Odisha. He is one of the most unselfish persons I have ever known
क्रिश्चियनस की और बाइबल की जो खूबसूरत बात है प्रेम सेवा दया करुणा क्षमा।
प्रेम से बढ़कर कुछ नही। प्रेम घृणा नही करता झुंझलाता नही छल कपट नही करता। सारी बुराइयों को ढांप देता है।
आप का बात सही है ईसा मसीह ने भारत का काश्मीर से बुद्ध मे बुद्ध मठ में बुद्ध धर्म का ज्ञान प्राप्त किया था सत्य अहिंसा दया प्रेम करूणा का संदेश लेकर वापस गये थे और ये ही संदेश दिया
ईसा मसीह और माता मेरी का मृत्यु भी काश्मीर में हुवा था
@@TrikamlalParmar-qg8xp kuch bhi
@@shrutikajackson8643 Isa Masih ne Sadi bhi India me kiya ek Beta bhi Tha Eli jo
Bodha Sadhu ban gaya tha
@@shrutikajackson8643 accha ji to aap Sahiba Isai ho
Ji maine jutha nahin kaha sab kush Sach kaha hai ji
🙏🙏Pranam🙏🙏💕
British have given prizes to Indians here,in their rule in India.
प्रभु का संदेश दबे कुचले हुए लोगों के लिए है क्योंकि प्यारा मसीह यीशु है
ईसाई धर्म का आधार येशु मसीह हैं जिनकी उच्च स्तरीय शिक्षा लोगो को मानवता सिखाती है, क्षमा, सेवा प्रेम इसका मुख्य आधार है. जीसस के जैसा कोई गुरु नहीं और ना जीसस की तरह कोई निष्कलंक, उनमें कोई दोष नहीं निकाल सकता, इसीलिए लोग ईसाई धर्म से प्रभावित होते हैं. शिक्षा, अस्पताल, चैरिटी इसी का हिस्सा है जहाँ बाइबल पहुँचती वहां शिक्षा भी पहुँचती है और मानवता भी पहुँचती है. जय मसीह की 🙏✝️
मेरा नाम मस्तान वलि है मै एक मुस्लिम हू इस दुनिया में सच्चा खुदा ऐसु मसीहा हि है
@MasthanMarupuri God bless you bro
@@dikshamore5700 THANK YOU SIR
May god bless you brother
प्रभु ईसा मसीह ने बौद्ध साधुओ से शिक्षा लिया था पहला बार जोर्डन वेली का डेसीथियोस मठ और बाद में लद्दाख का हेमिस मठ बोधगया का द चन्द मठ में कुमराना मठ में आठ सप्ताह तपश्या किया था
@@TrikamlalParmar-qg8xp ji thoda aur acche se khojbeen kare fir comment kare
आप दोनों का सलाम!
Hazrat isa ali salam ki jai ❤...
भारत में पहली बार मुकेश कुमार जी और राम पूनिया जी द्वारा प्रस्तुत इस रिपोर्ट में ईसाई समाज के विषय में सत्य को उजागर किया गया है अन्य था अभी तक जितनी भी रिपोर्ट देखीं वो सब राजनीति से प्रेरित तथा झूठी साबित हुईं.
इसाई ईमानदार होते हैं
इसाई मेहनती होते हैं
इसाई में सेवा की भावना होती है।
हमने लुटेरे इसाई भी देखे है
हमने माफीया इसाई भी देखे है ।
हमने Fraudulant इसाई भी है ।
हमने फुटीरतावादी - अलगाववादी इसाई भी देखे है ।
हमने देशद्रोही इसाई भी देखे है ।
हमने ऐसे इसाई भी देखे है जो उधारी में माल तो लेते है पर कीमत चुकाते नही है ।
हमने एहसान फरामोश इसई भी देखे है ।
हमने बलात्कारी इसाई भी देखे है।
हमने Serial killer इसाई भी देखे है।
हमने Psyco killer इसाई भी देखे है।
हमने नफरती इसाई भी देखे है ।
हमने ऐसे भी इसाई देखे है जो मजूर से काम तो करवाते मगर मजूरी नही देते ।
हमने सार्वजनीक नीयमो का उलंघन करने वाले इसाई भी देखे है ।
हमने दूसरों की Property हथियाने करने वाले इसाई भी देखे है ।
हमने मक्कार इसाई भी देखे है ।
हमने Naxalite इसाई भी देखे है।
हमने माओ वादी इसाई देखे है ।
हमने बच्चो का यौन शोषण करने वाले इसाई भी देखे है।
हमने बच्चो को गलत राह पर ढकलने वाले इसाई भी देखे है ।
हमने चरसी इसाई भी देखे है ।
हमने मंदीरो को मूर्ती यो को तोडने वाले इसाइ भी देखे है।
हमने Drug Smuggler Mafia इसाई भी देखे है ।
हमने देश के दुश्मन इसाई भी देखे है ।
हमने मिलावट खोर इसाई भी देखे है।
हमने प्रसादम को अपवित्र करने वाले इसाई भी देखे है।
हमने भ्रम फैलाने वाले इसाइ भी देखे है ।
हमने बिना मेहनत पैसा कमाने वाले इसाई भी देखे है।
हमने money laundering करने वाले इसाई माफीया भी देखे है ।
हमने गुंडागिरी - दादागीरी करने वाले इसाई भी देखे है।
हमने बीना टीकट प्रवास करने वाले इसाई भी देखे है।
हमने Tax चोरी करने वाले इसाई भी देखे है।
हमने जातीयवादी - रुढीवादी - मूलतत्त्व वादी - छूत अछूत करने वाले इसाई भी देखे है।
हमने दलीत इसाइयों से भेद भाव करने वाले द्वेषभावना पालने वाल इसाई भी देखे है ।
हमने गरीबो को लूटने वाले इसाई भी देखे है।
हमने साधू संतो का खून करने वाले इसाई भी देखे है।
कोई शक ?
@@nirdoshtoppo7883 सब को सबसे पहले बाईबिल के नीतिवचन को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए।
Baki sab chor hote hain kayu
@@nirdoshtoppo7883 मैने भी इसाइ चोर देखे है
@@nirdoshtoppo7883 मैने fraud फरेब वाले इसाइ भी देखे है।
यीशु मसीह ने कहा है सब बोझ से दबे सब लोग मेरे पास आओ मैं तुम्हें विश्राम दंगा, ओर तुम मन में विश्राम पाओगे।
St. Thomas के द्वारा ज्यादातर ब्राहमण लोग ईसाई बनाए गये थे और आज भी उनका अपना अलग पूजन पद्धति है जो लैटिन पद्धति से अलग है लेकिन सभी को पोप की अनुमति है
True,and those christians ,they thinks that there higher class Christians,unlike education of Bible😂
सचाई को बोलने के लिये सत्य news को बहुत बहुत धन्यवाद आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं
Puniya ji is a great historians
Puniya ji honge great historians but mere khuda khud history hai jo pabitratma ka samarth se hi unke vedh ko jan painge
Professor Mukesh ji and Puniani ji , you both have revealed the truth. God will bless you both and your channel.
प्रोफ़ेसर पुनियानी जी का विश्लेषण और जानकारी बहुत वास्तविक और बढ़िया 👍
Satya btane walo ko ab tak barkrar rkhne K liye dhanyawad prabhu yesu.... Inhe hmesha surakshit rkhen.. Ameen.. Halleluiya
All glory to our lord Jesus Christ 🙏
Proud to be Christian❤ sacchai batane ke liye Aap donon mahan vidwan ko koti koti Dhanyvad🙏🙏 nd God bless you 🥰
For the first time someone talked about Christianity
@@jacinthafernandes2562 In positive way 😊 this need to share with Christianity haters.
All praises to the Lord of lords, King of kings, Jesus Christ!! The Messiah!!! Every knee shall now, every tongue will confess that Jesus Christ is Lord!!!Hallelujah!!!All glory to Him alone!!!
पहले तो पता नहीं पर आज दलित समाज के लोग बड़ी संख्या में ईसाई धर्म अपनाते हैं,इसके लिए जाति प्रथा जिम्मेदार है क्योंकि उच्च जातियों से सम्बंधित बहुत कम लोग धर्म परिवर्तन करते हैं।
ऊसका कारण अत्याचार है उच्च लोगो का अभी भी कई गांवो में पानी भी नहीं लेने देते
लेकीन
दलीत इसाईयो के
पादरी
चर्च
व
कब्रस्तान
भी दूसरे इसाईयों से अलग होते है ।
@@harshadpandit5797 ये अभी पता नहीं हमको
अमेरिका और पूरा यूरोप लगभग 70℅ लोग नास्तिक हो गये ईसाईयत छोड़कर
क्या कारण है?!
कहलाते ईसाई ही है लेकिन ईसाइयत को फॉलो नही करते??
क्योंकि उन्हें इतिहास पता है कि चर्च क्या क्या और कैसे कैसे सबकुछ कंट्रोल करता था??
@@harshadpandit5797 ये तो आप एकदम अलग बात कर रहे हो। आप क्या कहना चाहते हो कि दलितों के चर्च कब्रिस्तान अलग होते हैं । यदि ये असमानता और भेदभाव उनको यहां मिलेगा तो वो इस धर्म से जुड़ेंगे ही क्यों ।
पहले किसी धर्म के समाज के बारे में गहरा अध्ययन कर लो फिर उसपर बोलो।।
जो आदरणीय डॉक्टर पुनियानी जी बताया कि प्रभु यीशु के शिष्य थोमा का आगमन भारत में हुआ , उन्हीं के आने से ही ईसा मसीह पर लोग विश्वास करने लगे थे। पुनियानी जी बहुत सटीक जानकारी दी है। शिक्षा, चिकित्सा के विस्तार में मसीही सेवकों का बड़ा योगदान रहा है। देखा जाए तो धर्मांतरण कोई मुद्दा है ही नहीं।
बहुत सुंदर व्याख्या के लिये धन्यवाद! ❤
ईसाई धर्म ईसा मसीह को मानने वालों को कहा जाता है। ईसा मसीह यानि यीशु मसीह को मानने का मुख्य करण सेवा से भी ऊपर है और वह यह है कि यीशु मसीह मानव के “पापों से मुक्ति” दिलाने के लिए Cross पर बलिदान हुए और तीसरे दिन जीवित हो स्वर्ग में उठाये गए । जो फिर आने वाले हैं। ईसा मसीह के इस “मानव मुक्ति के सुसमचार” को सारी मानव जाति को सुनाने की ज़िमेदारी हर एक विश्वासी की है। और इसी के साथ मानवता सेवा भी जुड़ी है! ❤
I think, Christians have always done good for our country. We should respect them and treat them as our family.
I’m born as a Christian but it took me 50 years to know Jesus as my Lord and Saviour who is way truth and life.
Thank you
Proud to be a Christian. ❤❤❤Thank you Lord for every thing.
परमेश्वर ने सारे जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र अर्थात यीशु मसीह को दे दिया ताकि जो कोई विश्वास करे वो नाश न हो परन्तु अनंत जीवन पाए
*✝️🌼🌷🌾💐🕯❤❤ कृषचियनटी, धर्म जाति व पंथ से परे, स्वर्गीय सौंदर्य और सुगंध है इसमें प्रेम, सत्य, विनम्रता, कोमलता, माफी, आत्मिक जुनून, मानवता, पवित्रता, धर्मपरायणता,और सभी आध्यात्मिक उपहार शामिल हैं। आमीन🙏*
Christianity came to India in 52 A.D, when the Apostle of Jesus ,St.Thomas came to India and preached the Gospel.
This is a historical fact.
बहुत बहुत धन्यवाद आप दोनो विद्वान विभूतियों को, आपने ईसाई धर्म को पूरी सत्यता और जिम्मेदारी के साथ प्रस्तुत किया। दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। मुझे आशा है कि इससे जन जन में एक सकारात्मक संदेश जाएगा, और नफरत समाप्त होने में मदद होगी। वाकई मसीहत नंबर बढ़ाने में नहीं है, इतना आसान नहीं है एक मसीही होना। क्योंकि हर दिन हर मसीही को प्रभु यीशु की शिक्षाओं पर चलना होता है। जिसमें आत्मा के नौ फलों प्रेम, आनंद, मेल, धीरज,कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, और संयम हैं।जय यीशु मसीह की।🙏
ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बहुत ही अच्छा विश्लेषण, धन्यवाद सर🎉
I am a Christian, not because somebody forced me. But because Jesus the true God Loved me.
I have greatly experienced the love of LORD Jesus.
And he is True.
बाइबिल के अनुसार चलने पर उद्धार मिलना संभव है
मिशनरियों की बुराई करने वाले खुद मिशनरी स्कूल में पढ़े हैं😂
ईसाई की असल वजह सेवा और एक दूसरे से प्रेम रखना ही है आपने ईसाइयों के बारे में बहुत अच्छा चर्चा की है आप दोनो sir को दिल से 🙏 धन्यवाद god bless you sir .
Glat bat bol rahe ho bhai hindu hi biyatnam ma 1 karod bom kon girya ta esai log
राम पुनियानी जी काफ़ी अच्छी नॉलेज है आपकी
इस देश के ST SC किसी और भगवान को पूजे या न पूजे christian missionaries को पूजना
चाहिए.उनकी त्यागमय सेवा से यहाँ के SCST s के जिंदगियों मे रौशनी आगयी. हिन्दुधर्म मे वे
जो गुलामी
झेल रहे थे वे उस से बाहर निकले थे.
हमे गर्व है सर आप दोनों सच्चे इंडिया विद्वान के लिए। ईश्वर आप दोनों को आशीष दे।😂😂😂जय जय भीम
Prof Mukesh kumarji and Dr. Ram punyaniji thank you for this truth about the Christianity and its Gospel preaching. The christian missionaries have done very good job by establishing hospitals and schools among the poor and down troden, poor people.
I’m Proud to be Indian Christian
I am too. I am proud to be Indian Christian.
Thank you both sir Kumar & Ram to brought the real truth about Christian in India.
Aadarneey Punyani Sir & Mukesh Sir , aap dono bilkul purity ke saath baat karte huwe sachchai batate hain. Thank you both of you & God bless you
बाइबल में कहीं भी ईसाई धर्म नही लिखा हुआ ,
मसीहत और ईसाईयत में बहुत फर्क है । आज लोग ईसाईयत को देखाते और जानते हैं, ना कि मसिहयत को जब जिस दिन लोग मसीहियत को जानने लगेंगे उस दिन उनको सचाई पता लगेंगी।
ईश्वर पिता आप दोनो विद्वान संपादक को बहुत बहुत अशिस दे और क्रिसचन समाज के बारे में जानकारी अच्छा से बताने के लिए आप दोनो को बहुत बहुत धन्यवाद आप दोनो को ईश्वर सकुशल रखें यही दुवा है ❤❤❤❤
Christian never mixed religion and politics. But Muslim always mix religion and Politics.
Hindu also
Taliban captives to Shiberghan. "It was awful. They crammed us into sealed shipping containers," a 24-year-old survivor, Irfan Azgar Ali, told the Guardian. "We had no water for 20 hours. We banged on the side of the container. There was no air and it was very hot.
"There were 300 of us in my container. By the time we arrived in Shiberghan, only 10 of us were still alive."
The prisoners still in Shiberghan - half of them Afghans, and half Pakistanis - estimate that about 400 people suffocated to death during the journey. Other sources say the figure is between 900 and 1,000
Pope Francis has endorsed same-sex civil unions as pope for the first time, departing from the position of the Vatican’s doctrinal office and his predecessors on the rights of gay people.
The remarks came in a documentary called Francesco that was released on Wednesday.10/21/2020
Yes britshor rulling two hundred year Christianity two carore but muslim rulling six hundre year the got two nations and left in india twenty carore more
Know that many confuses. Vertically, Christianity is divided into Orthodox and liberal and Roman Catholic Christians and Protestants. Here, Roman Catholic is political as well as religious organization. In fact, it controls the world.
Thank you, Sir Puniyani , what you said is exactly what I know about the Origin of Christianity in India.
सब धर्मों का सम्भाव मेरे प्यारे देश में अगर मेरे देश का प्रधानमंत्री भगवान का अवतार छोड़कर सच का सामना कर ले तो बाहरे न्यारे हो जै मेरे प्यारे देश के
मै भी आदिवासी हूं लेकिन ईसाई धर्म को मानता हूं ईसाई धर्म में किसी को उकसाना भड़काना यह सब नहीं सीखाते चर्च जाने से मन को सुकून और शांति मिलता है
DhanyvadPuniya Sir Kafi Had tak Apne Sachaie Batayi, Aaj Bhee 36 Ghad, Or jharkhand Me Jo Jamindar He Voh Christian Ka Daman Kar Rahe Sirf Adivasi Kee Sampaty Loot Ne Ke Liye.
Hallelujah hallelujah hallelujah hallelujah hallelujah
I have been in Yeshua for 24 years. Our Lord is the truth and no religion. The Roman catholic was ruling over Jerusalem at the time when Yeshua was preaching the kingdom of heaven. Nobody attracted me. It was Yeshua who called me. Today I am so blessed and I am truly proud to be a disciple of Yeshua.
@@aneetabanerjee4178 God bless you dear sister. Be bold about your wonderful faith
You were brahmin ?
What do you think was wrong with Hinduism ?
@@immoran9001 Yes I am still a Brahmin but, that won't take me to heaven. The only truth will deliver me to my actual home where my Abba Father is.
@@immoran9001 You need to question that to yourself. God bless you. End with one question who died for your sins and where will you go after leaving the world?
ये बात तो सच है कि इसाई मिशनरीयो ने दलित और पिछडे लोगों के बीच शिक्षा और स्वास्थ्य के छेतर में सेवा दिया, यहाँ के कुछ लोगों ने उन्हें अपना व्यक्तिगत सेवा में उनका स्तेमाल किया , शिक्षा के द्वारा उनका दिमाग खुला हक अधिकार को पहचानने लगे ,जिनको पिछड़े लोगों से सेवा मिलना कम हुआ तो आरोप लगाने लगे कि इसाई मिशनरीयो ने प्रलोभन दे कर ईसाई बना रहे हैं।
ईसाई समुदाय पर हो रहे हमलों से पूरा ईसाई समुदाय बहुत दुखी है।
@@ViewsNews369 बाइबल में लिखा ही हुआ है लोग तुम्हें सताएंगे जो यीशु मसीह के पीछे चलेगा वो सब सताए जाएंगे जैसे यीशु मसीह से सब बैर रखे वैसे ही हमारे साथ बैर रखेंगे परंतु हमसब को धीरज रखना है
Kerala main to dalit logo ne nahi swikar kiya lekin brahmin logo ne jesus ko swikar kiya
@@mahendraamen9433 हाँ लेकिन हैरानी की बात ये है ईसाई बनने के बाद भी इन लोगो ने ब्राह्मणबाद नहीं छोड़ा ये लोग ईसाई बनने के बाद भी भेदभाव और छुआछत करते हैं
Yes
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री साय जी आज गुलामी में जी रहे होते जैसा उनके क्षेत्र में पुर्वज थे ( राजा के गुलाम) उस जंगली जगह पर अच्छी मिशनरी स्कूल में पढ कर आज मुख्यमंत्री है।
@@user-if5wc8kt6x आपने बिल्कुल सही कहा सर
इसके बावजूद ईसाईयों पर अत्याचार कम नहीं हो रहे
आपने बिल्कुल सही कहा है।।
Mai mission school me padh ke Vishnu Sai jaisa to nai ban paya.. par apne dimag ko enhance jaroor kar liya 😂😂😂... Mission school nahi hota to pata nai education system ka kya hota... Thanks to all of them ❤❤
ज़बरदस्ती धर्म परिवर्तन शायद नहीं हुआ होगा क्योंकि अगर ज़बरदस्ती होती तो केवल दलित, शोषित आदि का ही धर्म परिवर्तन क्यों होता ?
कोई किसि का धर्म नही बदलता पवित्र शास्त्र बाइबल को ध्यान से पढ़े तो उसमें कहि भी यशु मसीह ने नही कहा कि मैं किसी को ईसाई बनाने आया या धर्म बदलने आया प्रभु यशु ने कहा मैं पापियों के उद्धार के लिए आया ओर इंसान को कैसे जीना बो सिखाता है परमेश्वर ने कहा कि मैं प्रेम हुन इसलिए हम सब आपस मे प्रेम रखे न कि किसी के प्रति विरोध लड़ाई झगडा बैर रखे प्रभु यशु दुनिया को शांति का संदेश देते हैं और प्रेम का भी क्योंकि
16 क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उस ने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।
यूहन्ना 3:16
जिन लोगों ने मसीही धर्म अपनाया उन्होंने बाइबिल पढ़ कर सच्चाई को जाना और प्रभु यीशु मसीह को अपना उद्धार कर्ता माना, वचन कहता है, कोई कर्मकांड की ज़रूरत नहीं है, सिर्फ अपने पापों को मानलेना है और उसको त्याग देना है बस यही मसीह धर्म है, आप बाइबिल ज़रूर पढ़लेँ, समझ आ जावेगा
हर एक घुटना टिकेगा हर एक जुबां कहेगी कि यीशु ही प्रभु है आमीन
भारत में न कि सिर्फ दलित और आदिवासी समाज के लोगों ने हिन्नाहीन बल्कि ब्राह्मण से आदिवासी जाती के सब लोग प्रभु यीशु मसीह को स्वीकार कर रहे हैं। क्योंकि यीशु मसीह ही एक मात्र पापों से उद्धार करनेवाला परमेश्वर है।
All ST/SC/OBCs should convert to Christianity for equality and betterment of Life.
Jesus is only way and truth and life
Very good Explanation
❤❤❤❤❤❤
God bless this channel for more truth and awareness
Dalits aur Adivasiyon me siksha aur health care ke Kshetra me vikash Christianiti ji den hai North Eastern India eske examples hai