आजकी चर्चा बहुत ही बढ़िया,ज्ञानवर्धक थी।आदरणीय सर शाम मानवजी ने हमारा पूर्व इतिहास क्या था यह कम समय में, बहुत ही बढ़िया तरीकेसे समझाया।धन्यवाद सर।ऐसी चर्चा हमेशा होती रहनी चाहिए।
Hamare Desh se jaati vyavastha khatm nahin ki Ja sakti hamen sab jaatiyon ka Samman karna chahie chhoti jatiyan Vikas ke Aadhar Hain Nirman karya unke hi dwara kiye jaate Hain
Caste kyun khatam nahi kiya ja sakta ?Castism hi sabse bada reservation hai.Upper caste castism a reservation ka maja le rahe hain.Castism k karan hindunon kmein unity nahi hai.
*खुल्ले मन के इन्सान को संविधान और मनुस्मृति को पढ़ेंगे तो, इस बीच में कितना अंतर है वो समझ में आयेगा! आदरणीय श्री प्रो.श्याम मानव और आयु.अमन काम्बले जी आप दोनों को मेरा तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हुए बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद।
धन्यवाद मानव सर.आज आपल्या ह्या विचारांची नित्तान्त गरज आहे.मी अ.भा.अ.नि.सची कार्यकर्ती आहे.मीही माझ्या लहानशा भाषणात हेच सांगत असते,जरी मी बौऊ समाजाची आहे तरी.
आदरणीय श्याम मानव जी के साथ जो चर्चा आपकी थी बहुत अच्छी लगी और इस तरह की चर्चा समाज में होती रहनी चाहिए इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद जय हिंद जय भारत जय श्री कृष्णा
, बहुत सुन्दर प्रस्तुति समाज के लिए प्रमाण के साथ मिल रहा है जो समझ में आता है और जियान को बढ़ावा देता है जय भीम जय संविधान जय विज्ञान जय मूलनिवासी नमो बुद्ध जय भारत
श्याम मानव जी आपने इतना अच्छे से समझाया बहुत बहुत धन्यवाद और मैं आपका यह सब सुनता रहता हूं और शेर भी करता रहता हूं जो लोग समझाना चाहेंगे वह समझेंगे जिनको भारत से प्यार होगा जो समझ सकते हैं पढ़े लिखे एजुकेटेड लोग
Excellent speech on manusmurti realize all sc st obc Nt. Sbc and remember Dr. B.R.Ambedkar for Constitution thanks prof. Shyam Manawji best wishes for future 💐💐🙏🙏👍👍👍👌
श्याम मानव जी से मै बहुत प्रभवित हु,, मै जाट हु, राजस्थान से लेकिन पूरी तरह redical changes का पक्षधर हु! मनुवाद के खिलाफ हु, मेरा पूरा जाट कम्युनिटी भी 👍🏻🙏🏻
राजस्थान में तो जबरदस्त तरीके से मनुवाद हावी होता जा रहा है आज श्याम मानव जी जैसे वैज्ञानिक सोच वाली स्थिति राजस्थान से खत्म होती जा रही और हर सामाजिक जातियों ने अपने अपने संगठन बनकर आर एस एस की मनुवादी सोच को बढ़ावा दे रहे हैं।
@@AKASHKUMAR-tl8ev ग्रामीण अंचलों में जाकर महसूस करके देंख लीजिए जातिवाद, ऊंच-नीच, यहां तक दलित समूह में भी कितनी ऊंच-नीच की भावनाएं काम करती हैं। क्योंकि मैं खुद राजस्थान से हूं और मैंने ग्रामीण जीवन भी जीया है और शहरी वातावरण में भी रहा हूं। मेरे सामाजिक बंधु, यहां तक मेरे परिवार में भी आर एस एस में आर एस एस के सक्रिय सदस्य कार्यकर्ता मौजूद है जब उनसे सामाजिक राजनीतिक बहस हमारे बीच छिड़ जाती है तो माहौल कैसा होता होगा आप कल्पना करना भी सरदर्दी मोल लेना जैसा होता है।
@@AKASHKUMAR-tl8ev अक्षय कुमार जी ग्रामीण अंचलों में जाकर महसूस कीजिये क्योंकि मैं खुद राजस्थान से ही हूं और वहां कितना जातिवाद है और यहां तक दलित समूह में में भी ऊंच-नीच की भावनाएं काम करती है।
Excellent discussions presented by Shri Shyam Manav covering all topics with analysis and criticizing how does the india suffered due to manusmurti and castism covering all the topics since developments of bhuddhism ,Warkari ,shiwaji Maharaj, Gadage Maharaj Dr Babasaheb and pandit Jawaharlal etc ..very effective discussions and the people should wake up and take scientific education bhudhism the hindu code bill and constitutions covering the topics and how does gets the brahmins have benefited .
आदरणीय श्याम मानव जी, जिन्दाबाद, जिन्दाबाद जिन्दाबाद, जय जगत, जयभीम। आप हम जे पी मूवमेंट के साथी हैं, जे पी से बहुत बड़ी भूल हुई कि उन्होंने आर एस एस को साथ लिया। हम सभी साथियों को अब तो एकदिन प्रायश्चित करना ही चाहिए, इस दिशा में आपको विशेष सक्रिय प्रयास करने की जरूरत है। कोटिशः वंदन, अभिनंदन।
मा.शाम मानव जी आपका विश्लेषण, विचार बहुत प्रभावळीत करते है, मैं आपका शुक्रगुजार हूं... आपको में धन्यवाद करता हूं. जय शिवराय, जय फुले जी,जय संविधान जय भीम
मां श्याम मानव जी आप बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी दी है परंतु सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों से है आप हमेशा धर्म के विपरीत बोलते हैं ईश्वर आपको धर्म विरुद्ध में भड़काने में सफलता प्राप्त हो जय श्रीराम
श्याम महाराज जी आपको तहे दिल से धन्यवाद आप जिस तरह से समझते हैं सच में तारीफ के काबिल है आपकी तार्किक वैज्ञानिक सोच भटके लोगों को सही रास्ते पर लाने के लिए बहुत जरूरी है
बहुत बहुत नमन आपको जो जीवन के बारे में बताएं,सभी मानव एक समान,आज से मैं भी अपना उपजाति हटाकर ,मानव रखता हूं। तर्क के आधार पर एवम साइंस के आधार पर सोचने की कोशिश करूंगा ।❤
🙏आदरणीय श्याम मानव जी🌹 आप आज के राजा राममोहन राय हैं l आप कुरीतियों और पाखंड से लड़ने वाले महान योद्धा हैं l आपके व्यक्तित्व कृतित्व को कोटि- कोटि प्रणाम एवं नमन l समाज और मानवता को समर्पित आपका जीवन सतत अनवरत प्रेरणास्पद है l आप प्रार्तदर्शनीय और स्मरणीय हैं l🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳
🔎संविधान ने ब्राह्मणों को क्या दिया❓🔍 से अधिक जरूरी यह जानना और समझना है कि- "संविधान से ब्राह्मणों को क्या नहीं मिला❓" बताये कोई कि क्या नहीं मिला? अपनी समझ से जितना दिखता है- "सब कुछ तो मिला है l सब कुछ उन्हीं के हाथ में तो है l सब जगह वही तो हैं l सब उनके ही अनुदेश, निर्देश से निर्देशित और नियंत्रित है l जिस तरह मनुस्मृति में उनके लिये भारी भरकम रिजर्वेशन और मनोवांछित स्वतंत्रतायें हैं, उस हिसाब से तो ब्राह्मण कभी कोई अपराध या गलत कार्य करता ही नहीं l अर्थात वह किसी पाप या दंड का भागीदार ही नहीं होता l तभी तो यह संदर्भ दर्ज है कि --- "पुजहिं विप्र सकल गुण हीना l शूद्र न पूजो यदि पूर्ण प्रवीणा ll" 🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳
संविधान ने ब्रहमनो को सबकुछ दिया लेकिन ब्रहमनो ने संविधान को क्या दिया। संविधान को अपमान के शिवा कुछ नही दिया। संविधान की प्रतियां जलाने का कार्य किया। जो देश द्रोह के श्रेणी मे आता है।
दोनों के दोनों कुतर्क व्याख्यान कर रहे हैं आज आवश्यकता है एक रहोगे तो सेफ रहोगे। वक्फ बोर्ड समाप्त करने का समय है। जय हिन्द वन्देमातरम जय सनातन जय हिंदुत्व जय भारत माता जय हिन्दू राष्ट्र।
श्याम मानव का विचार मेनुप्लेटेड कीताबो ओर मेनुप्लेटेड ईतिहास का प्रदर्शन मात्र है । सत्य सनातन ज्ञान का अभाव एवं प्रेज्युडाइझ माइन्ड सेट का प्रदर्शन मात्र है। हमारे देश का दुर्भाग्य यह है की अंग्रेज शिक्षा पध्धति ने श्याम मानव जैसे गुलाम विद्वान ही पैदा कीया है। सत्य सनातन की खोज के लिए वेद विज्ञान का अभ्यास की आवश्यकता है। कली युग मे विक्रृत ज्ञान का प्रभाव माया सभ्यता का आधार है। त्तकालीन समय बहस का नही है ,युग परिवर्तन शुरु हो चुका है। आनेवाला परिवर्तन सभी आत्मा की चेतनामे बदलाव देखा जा रहा है।ओर तेजी से सभीकी चेतनामे बदलाव आरहा है।सभी.मान्यताए ढह जायेगी। बहुत जल्द सत्य प्रकट होने जा रहा है। कीसी की आलोचना या विरोध मेरा मकसद नही है ।सभी अपनी चेतना के अनुकूल विचार ओर ज्ञान प्रसार करते रहे है। सभी का कल्यान हो। आप सभी का आभार धन्यवाद।
shammanav sir is a great philosopher and he always considers humanity. he has touched all concepts ie social, economical and and political. shammanav sir is right that evey caste/ subcaste feels superior to the caste below in four varna system. we observe from the analysis and discussion, that professionals and intellectual practice " andhashradha and pakhand" as far as india is concerned, there is no concrete solution so long as four varnas and caste system is there except giving prabodhan. we expect from shammanav sir that he ought have suggested a way like legislation abolishing four varnas and caste systeme by act of parliament. further we expect that he ought to have suggested like the way samrat ashoka followed. india was a" soneki chidya" every one quotes constitution of india that will prevail ; but, no one talks about the removal of manu statue infront of rajastan high court. sir we want india as a nation where all people belonging to different religions , castes and laguages living together peacefully. jaybhim namobuddhay jaybharat.
मा.शाम मानव सर सविनय क्रांतिकारक जयभिम, समता, स्वतंत्र, बंधुता,न्याय, आणि शिक्षा हे सर्व मुद्दे युरोपियन राष्ट्रानी बुध्द तत्वज्ञानातून घेतले आहे. इंग्लंडने बाराव्या शतकात लोकशाही राज्य संकल्पना स्वीकारली आहे.
इसको कहते पढा लिखा मुर्ख पूरी तरह से कुतर्को से भरी चर्चा काग्रेसी विचारधारा के लोग विदेशी टूल किट का हिसा एक तरफ सविधान जात पात को मिटाने की बात करता दूसरी तरफ वही सविधान हर सात जाति प्रमाण पत्र देने की जरूरत होती है इन्होने मूल मनुस्मृति को नही पढा है जो मिलावटी मनुस्मृति जिसको अग्रेजो आदि विदेशी शासको द्वारा लिखवाया गया उसका प्रचार कर रहे विदेशी ताकतो के हाथो की कठपुतलिया अंग्रेजो ने तो 50 से 60 हिंदु जातियो को कानुनी अपराधी घोषित कर रखा था उसके बारे मे ये नही बोलेगे
Wow 100 % beautiful honest factual truthful right discourse by Sriman Shyam Manab ji .......Jai Bheem Jai sambidhan Jai mulnibashi bahujan social medias Jai Bharat 🎉❤.
श्याम साहब आप ने नितिन गडकरी का उदाहरण दिया कि संविधान नहीं होता तो नितिन गडकरी इतने सम्मान के अधिकारी नहीं होते और उन्हें देश दुनिया नहीं जानती, पर मेरा मानना है की चाणक्य को लोग 2000 साल बाद आज भी जानते शायद नितिन जी के साथ ऐसा ना हो पाये, और क्या पेशवाओ को दर-किनार करना आसान हैं ... ये सत्य है कि संविधान से सभी को सरक्षण मिलता हैं बाबा साहेब के प्रयासो से हमारा संविधान मानवता वादी बन पाया मानव साहब मानववादी बनीये, अपनी मनोदशा के मुताबिक तथ्यों को मत मोड़िए... धन्यवाद
बहुत ही तार्किक विश्लेषण । देश में वर्ण व्यवस्था तथा जातीय व्यवस्था के चलते समाज में समरता असंभव है। तभी तो आरक्षण की आवश्यकता पड़ी। या तो इन व्यवस्थाओं का उन्मूलन हो या फिर "जिसकी संख्या जितनी भारी उसकी उतनी भागीदारी" का फार्मूला अपनाया जाए। जातीय समीकरणों के चलते आरक्षण अभी भी कम है। "संविधान है,तो समाधान है"।
महामानव बाबासाहेब म्हणाले रक्ताचे एकत्रीकरण झाल्याशिवाय जातीभेद नष्ट होणार नाही. त्यासाठीच आन्तरजातीय विवाहबद्ध होणे आवश्यक आहे. जयभीम जयसविधान सत्यमेव जयते.Jaybhim India.
मनुस्मृति की उचित व्याख्या पूरी पीठ के शंकराचार्य के साथ होनी चाहिए। प्रोफेसर साहब को इस ग्रंथ की अपनी व्याख्या करने की संविधान पूरी अनुमति देती है। तत्कालीन सामाजिक व्यवस्था में मनुस्मृति मान्य थी। कर्मकांडी ब्राह्मण आज भी याचक हैं। तीर्थ पुरोहित भी याचक हैं। मंदिरों की आय सरकार धार्मिक न्यास के माध्यम से वसूल कर मौलवियों एवं पादरियों को तनख्वाह बांट रही है। तीर्थ क्षेत्रों में पंडे पुजारियों को आप भीख मांगते देख सकते हैं। उन्हें कोई तनख्वाह नहीं मिलती। बौद्धिकता ब्राह्मणों को कितना भी दबा लें वे श्रेष्ठ ही रहेंगे। वे देश और काल से परे हैं रहेंगे। कोई भी सामान्य व्यक्ति किसी भी जाति का क्यों न हो ब्राह्मण बन सकता है। वर्ण व्यवस्था सामाजिक उन्नति के लिए सही था अंग्रेजों ने इसे जाति व्यवस्था में बदल दिया था। हमारे सारे वेद एवं उपनिषद गैर ब्राह्मणों ने लिखा है। हमारे भगवान श्री राम एवं श्री कृष्ण ब्राह्मण कुल से नहीं हुए। लेकिन वे सर्वश्रेष्ठ हैं।🙏🙏
सर जी को आज विडियो के माध्यम से आज मैंने देखा, जय भीम सर जी, बहुत अच्छा लगा मुझे प्रो. श्याम मानव सर जी आपको विडियो के माध्यम से देखने और विचार सुनने को मिला, जय भीम 🇪🇺 सर जी
❤❤❤❤❤ आप को कोटि कोटि नमामि अभिनंदन आभार सच्चाई बताकर ओबीसी एससी एसटी आदिवासी बहुजन मूलनिवासियों को जागरूक करने ke लिए। नमो बुद्धा बुद्धमय भारतवर्ष जय संविधान जय भीम जय किसान जय जवान जय विज्ञान जागो जागो ओबीसी एससी एसटी आदिवासी बहुजन मूलनिवासियों एक हो जाओ मनुवादी बीजेपी आरएसएस को हटाओ देश प्रदेश संविधान आरक्षण शिक्षा रोजगार इतिहास बचाओ
आयुष्यमान माननिय आदरणीय शाम मानवजजी जयभीम. मेरा सवाल है की बामन लडकी मुन्ज होती है लेकीन बामन लडकी की मुन्ज क्यो नही होती है.जयभीम जयसविधान जय जवान जय किसान जय शिवाजी जय जिजाऊ जय शाहुजी जय महात्मा फुलेजी.सत्यमेव जयते सविघान वाचविने भारतीयांचे आढ्य सत्यमेव कर्तव्य आहे. Jaybhim India.
आप के द्वारा बहुत बेहतर परिणाम देने वाली विचारों को साझा किया जो मनुस्मृति और मनु विधान की अमानवीय व्यवहार और विचारों की सही जानकारी दी है। जो ब्रह्मण धर्म जो आज हिंदू धर्म है इस पर बड़ी सवाल पैदा करती है।
आजकी चर्चा बहुत ही बढ़िया,ज्ञानवर्धक थी।आदरणीय सर शाम मानवजी ने हमारा पूर्व इतिहास क्या था यह कम समय में, बहुत ही बढ़िया तरीकेसे समझाया।धन्यवाद सर।ऐसी चर्चा हमेशा होती रहनी चाहिए।
Hamare Desh se jaati vyavastha khatm nahin ki Ja sakti hamen sab jaatiyon ka Samman karna chahie chhoti jatiyan Vikas ke Aadhar Hain Nirman karya unke hi dwara kiye jaate Hain
Caste kyun khatam nahi kiya ja sakta ?Castism hi sabse bada reservation hai.Upper caste castism a reservation ka maja le rahe hain.Castism k karan hindunon kmein unity nahi hai.
बहुत शानदार व्याख्या.वैसे मैं बहुत पहले से श्याम मानव जी के व्याख्यानों का प्रशंसक हूं. धन्यवाद.
बहुत अच्छा इंटरव्यू जय भीम जोहार sir जी
*खुल्ले मन के इन्सान को संविधान और मनुस्मृति को पढ़ेंगे तो, इस बीच में कितना अंतर है वो समझ में आयेगा!
आदरणीय श्री प्रो.श्याम मानव और आयु.अमन काम्बले जी
आप दोनों को मेरा तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हुए बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद।
सावित्री बाई फूले को महिलाओं का धन्यवाद देना चाहिए जो महिला शिक्षा का द्वार खोला ऐसे महान आत्मा को कोटि कोटि प्रणाम
ऐसे व्यक्तियों द्वारा किए गए सामाजिक,
धार्मिक और तार्किक विचारों को प्रस्तुत
करने के लिए दिल ❤ नमन प्रणाम।
धन्यवाद मानव सर.आज आपल्या ह्या विचारांची नित्तान्त गरज आहे.मी अ.भा.अ.नि.सची कार्यकर्ती आहे.मीही माझ्या लहानशा भाषणात हेच सांगत असते,जरी मी बौऊ समाजाची आहे तरी.
A....bou..samaz...kya...hee...Tai...........Mee...a..aaz...pahlibar....sun...rahihu.....mafkarna....magar...a...saty...hee
आदरणीय श्याम मानव जी के साथ जो चर्चा आपकी थी बहुत अच्छी लगी और इस तरह की चर्चा समाज में होती रहनी चाहिए इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद जय हिंद जय भारत जय श्री कृष्णा
Kirishna ne kya kiya jay bhim bolo jay samvidhan namobudhay bolo
श्याम मानव को सुनना बहुत अच्छा लगा - बहुत ही ज्ञानवर्धन हुआ वो भी बहुत ही सरल तरीके से 🙏🙏
, बहुत सुन्दर प्रस्तुति समाज के लिए प्रमाण के साथ मिल रहा है जो समझ में आता है और जियान को बढ़ावा देता है जय भीम जय संविधान जय विज्ञान जय मूलनिवासी नमो बुद्ध जय भारत
प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए आभार ।
श्याम मानव जी आपने इतना अच्छे से समझाया बहुत बहुत धन्यवाद और मैं आपका यह सब सुनता रहता हूं और शेर भी करता रहता हूं जो लोग समझाना चाहेंगे वह समझेंगे जिनको भारत से प्यार होगा जो समझ सकते हैं पढ़े लिखे एजुकेटेड लोग
@@ayodhyaayodhya8271 देशभक्त श्याम मानव
Excellent speech on manusmurti realize all sc st obc Nt. Sbc and remember Dr. B.R.Ambedkar for Constitution thanks prof. Shyam Manawji best wishes for future 💐💐🙏🙏👍👍👍👌
Ajh ki charcha sach me gyanwardhan or soch ko viksit krne wala tha ...aap dono mahanubhawo ko pranam🙏🙏
बहुत ही सराहनीय और शिक्षाप्रद विश्लेषण
PROPH. SHYAM MANAV AND Aman kambale ji ko mai Tahedil se Sukriya karata hun jo bahut hi sundar scientific soch vala vaktabya prastut kiya.❤🎉
Manav Sir, enjoyed your logical discussions and appreciate your efforts on scientific temperament on the education system in the society.
मा. श्याम मानव जी आप का भारत के वर्ण व्यवस्था जाति व्यवस्था के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
श्याम मानव जी से मै बहुत प्रभवित हु,, मै जाट हु, राजस्थान से लेकिन पूरी तरह redical changes का पक्षधर हु!
मनुवाद के खिलाफ हु, मेरा पूरा जाट कम्युनिटी भी 👍🏻🙏🏻
Dhanyawad. Sham. Panvgi. Bhut. Badhiya
राजस्थान में तो जबरदस्त तरीके से मनुवाद हावी होता जा रहा है
आज श्याम मानव जी जैसे वैज्ञानिक सोच वाली स्थिति राजस्थान से खत्म होती जा रही और हर सामाजिक जातियों ने अपने अपने संगठन बनकर आर एस एस की मनुवादी सोच को बढ़ावा दे रहे हैं।
@@PradipKumarsharma-z7oRSS is not manuvadi… They are secular
@@AKASHKUMAR-tl8ev ग्रामीण अंचलों में जाकर महसूस करके देंख लीजिए जातिवाद, ऊंच-नीच, यहां तक दलित समूह में भी कितनी ऊंच-नीच की भावनाएं काम करती हैं।
क्योंकि मैं खुद राजस्थान से हूं और मैंने ग्रामीण जीवन भी जीया है और शहरी वातावरण में भी रहा हूं। मेरे सामाजिक बंधु, यहां तक मेरे परिवार में भी आर एस एस में आर एस एस के सक्रिय सदस्य कार्यकर्ता मौजूद है जब उनसे सामाजिक राजनीतिक बहस हमारे बीच छिड़ जाती है तो माहौल कैसा होता होगा आप कल्पना करना भी सरदर्दी मोल लेना जैसा होता है।
@@AKASHKUMAR-tl8ev अक्षय कुमार जी ग्रामीण अंचलों में जाकर महसूस कीजिये क्योंकि मैं खुद राजस्थान से ही हूं और वहां कितना जातिवाद है और यहां तक दलित समूह में में भी ऊंच-नीच की भावनाएं काम करती है।
मनु स्मृति पूरी मानव जाति के लिए है, न केवल ब्राह्मण के लिए।
श्याम मानव जी को कोटि-कोटि नमन !
श्याम मानव जी पूरे जीवन समाज को जागरूक करने के लिए नमन
आप दोनों को मेरा तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हुए बहुत बहुत धन्यवाद, साधुवाद , आदरणीय श्री प्रो श्याम मानव जी और अमन कांबले को प्रणाम
Excellent discussions presented by Shri Shyam Manav covering all topics with analysis and criticizing how does the india suffered due to manusmurti and castism covering all the topics since developments of bhuddhism ,Warkari ,shiwaji Maharaj, Gadage Maharaj Dr Babasaheb and pandit Jawaharlal etc ..very effective discussions and the people should wake up and take scientific education
bhudhism the hindu code bill and constitutions covering the topics and how does gets the brahmins have benefited .
Progressive discussion❤❤❤
आदरणीय श्याम मानव जी, जिन्दाबाद, जिन्दाबाद जिन्दाबाद, जय जगत, जयभीम। आप हम जे पी मूवमेंट के साथी हैं, जे पी से बहुत बड़ी भूल हुई कि उन्होंने आर एस एस को साथ लिया। हम सभी साथियों को अब तो एकदिन प्रायश्चित करना ही चाहिए, इस दिशा में आपको विशेष सक्रिय प्रयास करने की जरूरत है। कोटिशः वंदन, अभिनंदन।
मा.शाम मानव जी आपका विश्लेषण, विचार बहुत प्रभावळीत करते है, मैं आपका शुक्रगुजार हूं...
आपको में धन्यवाद करता हूं.
जय शिवराय, जय फुले जी,जय संविधान जय भीम
मां श्याम मानव जी आप बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी दी है परंतु सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों से है आप हमेशा धर्म के विपरीत बोलते हैं ईश्वर आपको धर्म विरुद्ध में भड़काने में सफलता प्राप्त हो जय श्रीराम
😊😊
श्याम महाराज जी आपको तहे दिल से धन्यवाद आप जिस तरह से समझते हैं सच में तारीफ के काबिल है आपकी तार्किक वैज्ञानिक सोच भटके लोगों को सही रास्ते पर लाने के लिए बहुत जरूरी है
ऐसे उत्कृष्ट analishis के लिए अमन और श्याम सर को हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं । 🙏🙏 नमो बुद्धाय 🌄🌄 जय भीम ✍️✍️
🎉
बहुत बहुत नमन आपको जो जीवन के बारे में बताएं,सभी मानव एक समान,आज से मैं भी अपना उपजाति हटाकर ,मानव रखता हूं। तर्क के आधार पर एवम साइंस के आधार पर सोचने की कोशिश करूंगा ।❤
जय भीम साथियों ✍️✍️✍️💙💙 नमो बुद्धय 🤔,,,,,
🙏आदरणीय श्याम मानव जी🌹 आप आज के राजा राममोहन राय हैं l आप कुरीतियों और पाखंड से लड़ने वाले महान योद्धा हैं l आपके व्यक्तित्व कृतित्व को कोटि- कोटि प्रणाम एवं नमन l समाज और मानवता को समर्पित आपका जीवन सतत अनवरत प्रेरणास्पद है l आप प्रार्तदर्शनीय और स्मरणीय हैं l🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳
आदरणीय सर जय मूलनिवासी, जय संविधान, जय भारत! आपले प्रबोधन एकदम बरोबर असून, हे सर्व भारतात पोहचणे अत्यंत काळाची गरज आहे. धन्यवाद सर!
beautiful deliberstion .thanks to shyam manavji.
शानदार व्यक्तित्व
मनुवाद का खुलकर विरोध
पर ब्राह्मण जाति में से भी मानवता की एसी व्याख्या बहुत ही सराहनीय
धन्यवाद मानव जी
🔎संविधान ने ब्राह्मणों को क्या दिया❓🔍 से अधिक जरूरी यह जानना और समझना है कि-
"संविधान से ब्राह्मणों को क्या नहीं मिला❓"
बताये कोई कि क्या नहीं मिला? अपनी समझ से जितना दिखता है-
"सब कुछ तो मिला है l सब कुछ उन्हीं के हाथ में तो है l सब जगह वही तो हैं l सब उनके ही अनुदेश, निर्देश से निर्देशित और नियंत्रित है l
जिस तरह मनुस्मृति में उनके लिये भारी भरकम रिजर्वेशन और मनोवांछित स्वतंत्रतायें हैं, उस हिसाब से तो ब्राह्मण कभी कोई अपराध या गलत कार्य करता ही नहीं l अर्थात वह किसी पाप या दंड का भागीदार ही नहीं होता l
तभी तो यह संदर्भ दर्ज है कि ---
"पुजहिं विप्र सकल गुण हीना l
शूद्र न पूजो यदि पूर्ण प्रवीणा ll"
🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳❤️🇮🇳
संविधान ने ब्रहमनो को सबकुछ दिया लेकिन ब्रहमनो ने संविधान को क्या दिया। संविधान को अपमान के शिवा कुछ नही दिया। संविधान की प्रतियां जलाने का कार्य किया। जो देश द्रोह के श्रेणी मे आता है।
Jay bhim Jay savidhan
श्याम मानव जी का तहे दिल से धन्यवाद बहुत अच्छा उनका मार्गदर्शन होता है हम लोग बहुत प्रभावित होते हैं उनसे
संविधान को बदलना मनु वादियों के बस की बात नहीं है
संविधान की सोच पूरे भारत में अब फैल चुकी है
हम भारत के लोग ही भारत के संविधान की रक्षा करेंगे
दोनों के दोनों कुतर्क व्याख्यान कर रहे हैं आज आवश्यकता है एक रहोगे तो सेफ रहोगे। वक्फ बोर्ड समाप्त करने का समय है। जय हिन्द वन्देमातरम जय सनातन जय हिंदुत्व जय भारत माता जय हिन्दू राष्ट्र।
श्याम मानव जी के द्वारा दी गई बातों को हर भारतवासी को समझना जय भारत जय संविधान❤❤❤❤
Excellent analysis sir thanks both of you 👍👆👌❤️🇮🇳
SHYAM MANAV SIR ❤
मानव जीवन को कोटि कोटि नमन।
आपके तर्क और विद्वत्ता के डर से एक अनपढ़ गपोड़ी कथावाचक डरकर भाग लिया था।
मानव साहेब आपल्या मुळे समाज सुधारेल असं वाटतं.नव्हे तर अपेक्षा करतौय.
जय भीम।नमो बुद्धाय।जय सावित्री बाई फुले।जय ज्योतिबा फुले।
Manaw sir Aap ke vichar sare sansar mein uthengen jagenge🙏♥️🙏🙏
मान्यवर,, 2000 साल पहले कोई हिंदू राजा नहीं हिंदू शब्द 900 पहले मुसलमान भारत में लेकर आए थे । हमारे ग्रंथो में कहीं भी हिंदू शब्द का उल्लेख नहीं है
श्याम मानव का विचार मेनुप्लेटेड कीताबो ओर मेनुप्लेटेड ईतिहास का प्रदर्शन मात्र है ।
सत्य सनातन ज्ञान का अभाव एवं प्रेज्युडाइझ माइन्ड सेट का प्रदर्शन मात्र है।
हमारे देश का दुर्भाग्य यह है की अंग्रेज शिक्षा पध्धति ने श्याम मानव जैसे गुलाम विद्वान ही पैदा कीया है।
सत्य सनातन की खोज के लिए वेद विज्ञान का अभ्यास की आवश्यकता है।
कली युग मे विक्रृत ज्ञान का प्रभाव माया सभ्यता का आधार है।
त्तकालीन समय बहस का नही है ,युग परिवर्तन शुरु हो चुका है। आनेवाला परिवर्तन सभी आत्मा की चेतनामे बदलाव देखा जा रहा है।ओर तेजी से सभीकी चेतनामे बदलाव आरहा है।सभी.मान्यताए ढह जायेगी।
बहुत जल्द सत्य प्रकट होने जा रहा है।
कीसी की आलोचना या विरोध मेरा मकसद नही है ।सभी अपनी चेतना के अनुकूल विचार ओर ज्ञान प्रसार करते रहे है।
सभी का कल्यान हो।
आप सभी का आभार धन्यवाद।
Iska matlab tretayug aur dwaparyug nahi tha us samay koi raja nahi tha?
ज्ञान विज्ञान और तार्किक सोच बढ़ाने वाली मुलाकात है।
जय संविधान ...🙏🙏🙏
श्याम मानव जी 100 प्रतिशत सच कह रहे हैं। उन्हें लाखों बार प्रणाम।
आपका तो जीवन ही सफल हो गया । लाखों बार प्रणाम करने से।आपतो मानव सर से भी ऊपर निकल चुके हैं। शायद एक बार स्वयं को भी प्रणाम करले
माननीय मानव साहेब, अपने हमारी आखे खोल दी. 👌👍🙏🙏🙏
सर बहुत बढ़िया चर्चा लगी सभी स्कूलों में संविधान पढ़ाना चाहिए।
जो लोग संविधान को नहीं मानते संविधान उनको भी हक़ और अधिकार देता है ।जय भीम जय संविधान ।
Brilliant thought and real story
shammanav sir is a great philosopher and he always considers humanity. he has touched all concepts ie social, economical and and political.
shammanav sir is right that evey caste/ subcaste feels superior to the caste below in four varna system.
we observe from the analysis and discussion, that professionals and intellectual practice " andhashradha and pakhand"
as far as india is concerned, there is no concrete solution so long as four varnas and caste system is there except giving prabodhan.
we expect from shammanav sir that he ought have suggested a way like legislation abolishing four varnas and caste systeme by act of parliament. further we expect that he ought to have suggested like the way samrat ashoka followed. india was a" soneki chidya"
every one quotes constitution of india that will prevail ; but, no one talks about the removal of manu statue infront of rajastan high court.
sir we want india as a nation where all people belonging to different religions , castes and laguages living together peacefully.
jaybhim namobuddhay jaybharat.
मा.शाम मानव सर
सविनय क्रांतिकारक जयभिम,
समता, स्वतंत्र, बंधुता,न्याय, आणि शिक्षा हे सर्व मुद्दे युरोपियन राष्ट्रानी बुध्द तत्वज्ञानातून घेतले आहे. इंग्लंडने बाराव्या शतकात लोकशाही राज्य संकल्पना स्वीकारली आहे.
बहुत ही विद्वान एवं सही विश्लेषण किया है श्याम मानव जीवन ने
शाम मानव सरजी जय भीम 💙🙏
Thank you❤🌹🙏 sir. Jai bhim. Phile, shahu, ambedkar ji., aur savitribaiji all hoble, ye sab universe ne bheje hue hamara liye log the, hamara udhhar kiya❤🎉
Very,good,thenks,अमनसर,और,मानवसर,जयभीम,नमो,बुधाय
मेहरा साहब शस्त्रों की बात तो बाद में करना पहले थैंक्स की स्पेलिंग सीखलो जीवन में बहुत बार जरूरत पड़ती है !
मुझे बड़ी खुशी हुई सुनकर की, मनुवाद विचार धारा,,ब्राह्मणों की नहीँ है,,जमीदा रो राजाओं की थी पर गाली हम ब्राह्मणों को पडती है।।
sir you are the great guider of humen,
Thank,s
May long live you
बहुत अच्छी सोच, विचार के लिए कोटिशः साधुवाद
Very good and Informative Presentation by Shyam Manawji.
Hats off to him for his LEARNED & SCIENTIFICALY THOUGHTFUL PRESENTATION.
🙏🙏🙏
Very good sentiments. A lot of regards & thanks for their views.
इसको कहते है कि नाच न आवे आंगन टेढा मनुस्मृति समझ नही पाये तो मनुस्मृति गलत मनुस्मृति को विद्वानो से समझो फिर बोलो श्याम दानव जी
इसको कहते पढा लिखा मुर्ख पूरी तरह से कुतर्को से भरी चर्चा काग्रेसी विचारधारा के लोग विदेशी टूल किट का हिसा एक तरफ सविधान जात पात को मिटाने की बात करता दूसरी तरफ वही सविधान हर सात जाति प्रमाण पत्र देने की जरूरत होती है इन्होने मूल मनुस्मृति को नही पढा है जो मिलावटी मनुस्मृति जिसको अग्रेजो आदि विदेशी शासको द्वारा लिखवाया गया उसका प्रचार कर रहे विदेशी ताकतो के हाथो की कठपुतलिया अंग्रेजो ने तो 50 से 60 हिंदु जातियो को कानुनी अपराधी घोषित कर रखा था उसके बारे मे ये नही बोलेगे
Wow 100 % beautiful honest factual truthful right discourse by Sriman Shyam Manab ji .......Jai Bheem Jai sambidhan Jai mulnibashi bahujan social medias Jai Bharat 🎉❤.
श्याम मानव जी की चर्चा बहुत तर्कपूर्ण और ज्ञानवर्धक रही ।
बहुत बहुत साधुवाद 👍
विडियो बहुत ही अच्छा लगा, बनाने के लिए आवाज इंडिया का बहुत बहुत धन्यवाद।
आंखें खोलने वाला आपका इंटरव्यू है बहुत बहुत साधुवाद❤❤❤❤❤❤
Great thinking sir 🙏🙏
Salute sir
Dhanyawad. Sham. Manvgi. Bhut bhdiya
ही मुलाखत भारतीयाना विचार करणारी आहे.
जय सर्वसंत , जय शिवराय, जय संविधान, नमो बुध्दाय, जयभिम.
श्याम साहब आप ने नितिन गडकरी का उदाहरण दिया कि संविधान नहीं होता तो नितिन गडकरी इतने सम्मान के अधिकारी नहीं होते और उन्हें देश दुनिया नहीं जानती, पर मेरा मानना है की चाणक्य को लोग 2000 साल बाद आज भी जानते शायद नितिन जी के साथ ऐसा ना हो पाये, और क्या पेशवाओ को दर-किनार करना आसान हैं ...
ये सत्य है कि संविधान से सभी को सरक्षण मिलता हैं बाबा साहेब के प्रयासो से हमारा संविधान मानवता वादी बन पाया
मानव साहब मानववादी बनीये, अपनी मनोदशा के मुताबिक तथ्यों को मत मोड़िए...
धन्यवाद
बहुत ही तार्किक विश्लेषण । देश में वर्ण व्यवस्था तथा जातीय व्यवस्था के चलते समाज में समरता असंभव है। तभी तो आरक्षण की आवश्यकता पड़ी। या तो इन व्यवस्थाओं का उन्मूलन हो या फिर "जिसकी संख्या जितनी भारी उसकी उतनी भागीदारी" का फार्मूला अपनाया जाए। जातीय समीकरणों के चलते आरक्षण अभी भी कम है। "संविधान है,तो समाधान है"।
महामानव बाबासाहेब म्हणाले रक्ताचे एकत्रीकरण झाल्याशिवाय जातीभेद नष्ट होणार नाही. त्यासाठीच आन्तरजातीय विवाहबद्ध होणे आवश्यक आहे. जयभीम जयसविधान सत्यमेव जयते.Jaybhim India.
मनु स्मृति के अनुसार, ब्राह्मण वह व्यक्ति था जो वेदों का अध्ययन और उनकी शिक्षा देता हो। बाल्मीकि जी ,सुकदेव जी
Please spread this Video in India.
Best interview by Aman Kamble best analised by prof. Manawji on manusmriti 💐🙏👍👌
Great sir 👍 selute Jai bhim jai sambidhan jai johar namo budhay
बहुत बहुत धन्यवाद श्याम मानव जी अपने आवाज इंडिया के साथ बहुत अच्छीजानकारी दी है
बहुत ही सटीक जानकारी देने के लिए धन्यवाद।
मानव सर बहुत ज्ञान कि बाते करते है।बहुत सारी ज्ञान मालुम पडता हैऔर आंखे खोल देतेहै।
ये मनुस्मृति लिखने वाला महा मूर्ख था शाम मानव जी की जय हो जय भीम जय सविधान
Isliye babadahab ne jala diya manusmruti
अगर मनुस्मृति न होती तो तुम विरोध किसका करते
तुम अपनी स्मृति क्यों नही लिख लेते
मनु स्मृति से क्या मिला गुलामी
जय भीम जय संविधान जय भारत नमो बुद्धाय
Bahut sandar jankari
मनुस्मृति की उचित व्याख्या पूरी पीठ के शंकराचार्य के साथ होनी चाहिए। प्रोफेसर साहब को इस ग्रंथ की अपनी व्याख्या करने की संविधान पूरी अनुमति देती है।
तत्कालीन सामाजिक व्यवस्था में मनुस्मृति मान्य थी। कर्मकांडी ब्राह्मण आज भी याचक हैं। तीर्थ पुरोहित भी याचक हैं। मंदिरों की आय सरकार धार्मिक न्यास के माध्यम से वसूल कर मौलवियों एवं पादरियों को तनख्वाह बांट रही है। तीर्थ क्षेत्रों में पंडे पुजारियों को आप भीख मांगते देख सकते हैं। उन्हें कोई तनख्वाह नहीं मिलती। बौद्धिकता ब्राह्मणों को कितना भी दबा लें वे श्रेष्ठ ही रहेंगे। वे देश और काल से परे हैं रहेंगे। कोई भी सामान्य व्यक्ति किसी भी जाति का क्यों न हो ब्राह्मण बन सकता है। वर्ण व्यवस्था सामाजिक उन्नति के लिए सही था अंग्रेजों ने इसे जाति व्यवस्था में बदल दिया था। हमारे सारे वेद एवं उपनिषद गैर ब्राह्मणों ने लिखा है। हमारे भगवान श्री राम एवं श्री कृष्ण ब्राह्मण कुल से नहीं हुए। लेकिन वे सर्वश्रेष्ठ हैं।🙏🙏
बहुत सुंदर जय भीम नमो बुद्धाय
अति उत्तम है श्याम मानव जी का मनुस्मृति पर विश्लेषण पूरे देश में विशेष कर ब्राह्मण संगठनों तक मानव हित में पहुंचे ।
A great & really true analysis sir Jay bheem🇮🇳🇮🇳🇮🇳 Jay samvidhan Jay phule shahu ambedkar periyar saheb kanshiram social justice warriors
सर जी को आज विडियो के माध्यम से आज मैंने देखा, जय भीम सर जी, बहुत अच्छा लगा मुझे प्रो. श्याम मानव सर जी आपको विडियो के माध्यम से देखने और विचार सुनने को मिला, जय भीम 🇪🇺 सर जी
❤❤❤❤❤ आप को कोटि कोटि नमामि अभिनंदन आभार सच्चाई बताकर ओबीसी एससी एसटी आदिवासी बहुजन मूलनिवासियों को जागरूक करने ke लिए। नमो बुद्धा बुद्धमय भारतवर्ष जय संविधान जय भीम जय किसान जय जवान जय विज्ञान जागो जागो ओबीसी एससी एसटी आदिवासी बहुजन मूलनिवासियों एक हो जाओ मनुवादी बीजेपी आरएसएस को हटाओ देश प्रदेश संविधान आरक्षण शिक्षा रोजगार इतिहास बचाओ
Naman manav ji god bless you jaishrikrishna
लोगों को संविधान और मनु स्मृति को पढ़ना बहुत जरूरी है। तभी मानव जीवन में महत्पूर्ण भूमिका को समझा जा सकता है
आयुष्यमान माननिय आदरणीय शाम मानवजजी जयभीम. मेरा सवाल है की बामन लडकी मुन्ज होती है लेकीन बामन लडकी की मुन्ज क्यो नही होती है.जयभीम जयसविधान जय जवान जय किसान जय शिवाजी जय जिजाऊ जय शाहुजी जय महात्मा फुलेजी.सत्यमेव जयते सविघान वाचविने भारतीयांचे आढ्य सत्यमेव कर्तव्य आहे. Jaybhim India.
मनुस्मृती भारतीय मानवीय सभ्यताका बहुत अच्छे विचारका संग्रह है।उसयुगका समाजका आधार लेकर विरोधमे बोल्नाअ जाननजान भ्रममे रखना है।
बहुजन समाज के लिये सराहानिय महत्त्वपूर्ण संदेश बहुत बहुत धन्यवाद सर आपका🙏💐
जय भीम जय संविधान जय मानवता जय विज्ञान सर 🙏🙏
Very good video Sir bahut bahut pranam sir.
Very nice good sir aap ne bahut achchhi baat ki hai namo buddhay jaiy bhim jaiyambetkar jaiy Bharat jaiy sanvidhan jaiy Ashok samrat
आप के द्वारा बहुत बेहतर परिणाम देने वाली विचारों को साझा किया जो मनुस्मृति और मनु विधान की अमानवीय व्यवहार और विचारों की सही जानकारी दी है। जो ब्रह्मण धर्म जो आज हिंदू धर्म है इस पर बड़ी सवाल पैदा करती है।
1001% RIGHT VERY VERY NICE METING