Desh Deshantar : ट्राइब्यूनल पर सवाल | SC on tribunal functioning

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  • Опубліковано 24 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 33

  • @prem-zk4zn
    @prem-zk4zn 5 років тому +11

    आज कल जो मीडिया में किसी विषय पर चर्चा होती है वो सिर्फ राजनीतिक फायदों के लिए परन्तु आरएसटीवी पे चर्चा ज्ञानवर्धक के साथ साथ शांतिपूर्वक होती है सुकरिया आरएसटीवी .......

  • @IasPcs_Aspirant.
    @IasPcs_Aspirant. 5 років тому +3

    वाकई में अगर ट्रिब्यूनल्स को स्वतंत्र और पारदर्शी बनाना है तो इसमें सुधारों की शीघ्र आवश्यकता है जिसके तहत एक नोडल एजेंसी होनी चाहिए , पदों को जल्द से जल्द भरा जाना चाहिए ताकि लोगों का इन ट्रिब्यूनल पर भरोसा कायम रहे और लोगों की न्याय की उम्मीद बनी रहे ।।
    धन्यवाद राज्यसभा टीवी

  • @servitorofkrishna4263
    @servitorofkrishna4263 5 років тому +5

    Each and every aspect of tribunalization of justice Very well explained ...Thank you Rstv

  • @ASHISHGUPTA-ot7tm
    @ASHISHGUPTA-ot7tm 5 років тому +9

    Ur show is very good and useful
    Ur all panelists are having lots of information
    But Shri P K MALHOTRA represents every topic very simply and clearly.

  • @NagendraParmar
    @NagendraParmar 5 років тому +1

    रिटायरमेंट के बाद बेरोजगारी काटने का माध्यम न बने ये ट्रिब्यूनल। लेकिन sc के जज इसी लालच में ही हैं।

  • @lokeshsingh5869
    @lokeshsingh5869 5 років тому +9

    ट्रिब्यूनल्स की कार्यप्रणाली को और अधिक बेहतर बनाने के लिए जरूरी है क़ि समुचित इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो, नियुक्ति प्रक्रिया में निहित कमियों को दूर किया जाए, सर्विस कंडीशन्स में एकरूपता लाई जाए। सबसे जरूरी यह है क़ि इनको एक ही नोडल एजेंसी के अधीन किया जाए।
    ऐसा करने से जिन प्रगतिशील उद्देश्यों की प्रप्ति हेतु ट्रिब्यूनल्स की स्थापना की जाती है, उनको ससमय , सुगमतापूर्वक और प्राकृतिक न्याय का पालन करते हुए प्राप्त किया जा सकेगा।

    • @prashantbanker1040
      @prashantbanker1040 5 років тому +1

      Bhot dino baad intjaar khatam hua aaj comment aa hi gya

  • @naveensharma4474
    @naveensharma4474 5 років тому +2

    Bilkul tribunals may sudharo ki jarurat hay.
    Thanks for rajya sabha tv.

  • @rakeshpandey458
    @rakeshpandey458 5 років тому +6

    Tribunal की अवधारणा भारतीय न्याय व्यवस्था के विकेन्द्रीकरण पर आधारित है ताकि न्याय व्यवस्था को केस की भिन्नताओं के आधार पर वर्गीकृत कर न्याय में तेजी लायी जाए । लेकिन Tribunals में समय पर नियुक्ति ना होना इनकी भूमिका पर सवाल खड़ी करती है । हाल के वर्षों में NGT और CAT की कार्यप्रणाली और निर्णय Tribunals की सफलता को बताती है , अत: जरुरत है कि Tribunals में प्रशासनिक सुधार किये जाए , नियुक्तियों को सरकारी दखल से दूर रखकर सभी Tribunal एक ही केन्द्रीय संस्था के अन्तर्गत होने चाईये ।

    • @kumarrajdubey721
      @kumarrajdubey721 5 років тому

      Ye kya hota h ? Tribunal

    • @rakeshpandey458
      @rakeshpandey458 5 років тому +1

      @@kumarrajdubey721 विशेष न्‍यायालय जो विशेष प्रकार के विवाद निपटाता है; अधिकरण न्‍यायाधिकरण ( Tribunal ) कहते है ।

  • @NagendraParmar
    @NagendraParmar 5 років тому +1

    मल्होत्रा जैसे चुनिंदा ऑफिसर का ही मै सम्मान करता हूं, बाकी सब IAS तो भ्रष्ट ही हैं।

  • @satishwaghmare6500
    @satishwaghmare6500 5 років тому +3

    Thanks you sir presenting simplistic understanding on tribunal systems in India

  • @bantirajput1769
    @bantirajput1769 5 років тому

    Thanx rstv

  • @SeekerOfRadiantWisdom
    @SeekerOfRadiantWisdom 5 років тому

    Rstv you people are doing awesome job.

  • @dharamveersoni7270
    @dharamveersoni7270 5 років тому +1

    Good discussion for this topic. Thanks ,Rstv

  • @yasdudidudi8288
    @yasdudidudi8288 5 років тому

    Jai ho rstv

  • @kumarrajdubey721
    @kumarrajdubey721 5 років тому

    ट्रिब्यूनल को लाने का कॉन्सेप्ट बहुत ही अच्छा था लेकिन इसे अब तक इसे उन स्तरों पर क्यों नहीं लाया गया यह सोचनीय हैं
    💐 अगर इसे नीति आयोग के अधीन लाया जाता है तो कैसा रहेगा ?
    💐 अगर नियुक्ति में हर एक तबके को शामिल किया गया तो शायद अनुभव के साथसाथ योग्यता भी बढ़ेंगी
    💐 सबसे अच्छा है की सभी high court या सुप्रीम कोर्ट में जजो की संख्या ही बढ़ा दिया जाता और हर एक नए मामले के लिए समय के अंदर सुलझाने के दिशा में आज्ञा दिया जाए सुप्रीम कोर्ट के द्वारा
    💐 पुराने मामलो की भी सुनवाई जल्द से जल्द हो इस बात पर भी जोर देने की जरूरत है क्यों समय पर न्याय नही मिलना भी तो अनन्य ही हैं

  • @rinkusinghsehjra5392
    @rinkusinghsehjra5392 5 років тому

    Change is need of time. Govt should improve tribunals service and establish a body which organizes all the tribunals.

  • @Arshi67427
    @Arshi67427 5 років тому

    Thanku

  • @compassionateappointment3616

    It's very difficult to get Justice from CAT,I m SUFFERING alot since 4 yrs Case Pending in CAT jammu

  • @AnilYadav-hw5zu
    @AnilYadav-hw5zu 5 років тому

    Thanks sir

  • @rupeshkhandekar1273
    @rupeshkhandekar1273 5 років тому

    Best channel

  • @Radhey_Shyam11
    @Radhey_Shyam11 5 років тому

    Tribunals ke members ke field ke according eligibility criteria fix Kiya Jaye or iske prabhabi roop se kaam krne ke liye alag se body ka gathan Kiya Jaye jisse free and fast trike se pending pde cases Ko kam samay me niptaya ja ske,bcoz samay ki maang ke anusaar isme badlaab ki mehti avsyakta hai,present tym m iski condition chintniye hai.......

  • @arvindjha389
    @arvindjha389 5 років тому

    Tribunal ko ek ministry's ke tahat laya jaye or samaya par nikutya ho us vishya ka jaaankar ho sarkar ko tosh kadam uthana chaiye

  • @maheshbharvad5168
    @maheshbharvad5168 5 років тому

    Justice should not be done it's appear to be done
    Es liye nyay vyavastha main retired judge ko appointment ke bare me sochna jaruri hai

  • @Travellinginssan
    @Travellinginssan 3 роки тому

    interview m kam aa gya

  • @SunilKumar-yq2ey
    @SunilKumar-yq2ey 5 років тому

    Sir include some authentic information that helps for upsc aspirant

  • @NishaKumari-kf8xi
    @NishaKumari-kf8xi 5 років тому

    ....