संविधान के 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सभी भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. अगर संविधान ना होता तो हमारा अस्तित्व ना होता संविधान की वजह से हम लोग कहीं भी दाखिला कहीं रोजगार और देश में कहीं आ जा सकते हैं साथ में हमको पुलिस प्रोटेक्शन भी मिलता है इसी वजह से हम लोग निर्भीक और खुशहाल वातावरण में जीवन यापन कर रहे हैं संविधान के निर्माण मैं योगदान देने वाले समस्त बुद्धिजीवी का मैं आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने कुछ पिछड़े तमा से वंचित लोगों के लिए भी संविधान में कुछ प्रावधान किए हैं जिससे उनके साथ जो कालांतर में भेदभाव होता था उससे निजात मिला है.
I love to watch this channel' s where reasonable discussion are discussed about ST and SC but I'm very sorry to that we the " Chakmas ", despite the two supreme court judgement, have not given citizenship rights in Arunachal Pradesh India.
देश मे संविधान लागू होने के बाद भी आज देश मे समानता नही है पर इतना तो है कि राजनीतिक रूप से सबको समान अधिकार है बड़ी बात एक दूसरे का सममान होना चाहिए जय हिंद
🇮🇳हमारे भारत मे एक हि एसा महामानव थे बाबा साहेब🇮🇳 👉जो सभी को समानता ओर freedom ओर सभी को धमॅ की सूट छटा दी ओर जो सभी को एक वोट एक वेल्यू ली । जो वगॅ हजारों वषँ उत्पीडित हुते आये हे उनको समानता का हक दीया ओर शिक्षा लेने का हक दीया। धन्यवाद हे बाबा साहेब जो आपने एसे हम sc st को हक दीया । जो आप 20 सदी हे आप न हो तो हमें इतना हक नहीं मील ता ओर आप सबको बता दु की हमे संविधान मे हमे एसा हक नही मिलते तो हम सब को काट के रख देते ओर सवर्ण को काटके रख देते जिस तरा 1818 भीमा कोरेगाव का युध्ध था एसा दूसरी बार होता।
एससी एसटी के लिए संविधान 5वी और 6वी अनुसूची में दिया गया है लेकिन कोई भी राज्य में लागू नहीं है , मै झारखंड से हूँ ,झारखंड आदिवासी राज्य है, लेकिन यहाँ पर आदिवासियों का शौशन हो रहा है ।आदिवासियों का सुनने वाला कोई नहीं है
संविधान की 70वीं वर्षगाँठ पर बहुत ~बहुत बधाई हमे गर्व है कि हमे ऐसा संविधान प्राप्त हुआ । भारती जी का कहना बिल्कुल सही है हमे उनके अधिकारों का हनन न करके उनके लिए कुछ अलग प्रावधान कर सकते है।जो उसका लाभ नही ले पा रहे है, क्योंकि अभी कुछ SC|ST को शायद संविधान का अर्थ ही नही पता ।। हमे जरूरत है इस विषय पर बात करने की।।
कल देश संविधान के 70 वर्ष पूरे होने पर कार्यक्रम मनाने जा रहा है sc st समुदाय संविधान में दिए गए अधिकारों से कहाँ तक सफल हुआ ये समीक्षा का वक्त है । संविधान में sc st हेतु मुख्य प्रावधान अनुछेद 14 15 16 17 सामाजिक शैक्षणिक रूप से मजबूत करने के साथ ही राजनीति में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है । हाल ही में 10 % आर्थिक आरक्षण को भी लागू किया गया है । क्या sc st की स्थिति में सुधार हुआ सुधार तो हुआ लेकिन अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है । देश मे जैसे जैसे शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है समानता बढ़ रही है और पुरातन कुप्रथाएं छूट रही है । क्या sc st में भी क्रिमीलेयर का प्रावधान कर देना चाहिए । किया जा सकता है हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि ये एक प्रकार का प्रचारत्मक विचार है क्योंकि sc st का आज भी सरकारी सेवाओं में उचित प्रतिनिधित्व नहीं है । भारत मे आरक्षण एक उचित व्यवस्था है लेकिन हमें आवश्कयता है प्रगतिशील आरक्षण की दिशा में बढ़ने की । जिस तेजी से देश मे शैक्षिक जागरूकता आएगी और अर्थव्यवस्था प्रगतिमय होगी तो निश्चित रूप से सभी को उसका लाभ मिलेगा । सरकार ने जो हाल में आर्थिक रूप में आरक्षन की व्यवस्था की वह उचित प्रतीत नहीं होता। देश की अधिकांश जनसंख्या98 प्रतिशत इसके दायरे में आ रही है । फिर हमें आवश्यकता है देश मे रोजगार के अन्य क्षेत्र विकसित करने की। क्योंकि भारत युवा देश तो है लेकिन उसका लाभ शायद ही मिल रहा है अधिकांश युवा सरकारी सेवाओं की तैयारी में व्यस्त हैं जबकि अवसर सीमित हैं उदाहरण के लिए सिविल सेवा में प्रतिवर्ष 1000 सीटें हैं लेकिन तैयारी करने वाले 10 लाख तक होते हैं । आवश्यकता है शिक्षा व्यवस्था में सुधार कर उसे रोजगार उन्मुख बनाने की जो कि सरकारी सेवा के समान लाभप्रद रोजगार हों।
Yes sawidhan ko khokhala Kiya ja RHA hai or SC ,St se to bilkul hi unke adhikar chhinte ja rhe hai . Sochane wali bat to ye hai ki aaj bhi SC,St par atyachar ho rhe hai .sarm aani chahiy ki hum aaj sawindhan ke 70 year complete ho rhe hai
Ooo j&k ke dalit aur unke bacho ko keval tatti saf karne Ka adhikar tha tab to kuch nhi bole jta pta Kar unko adhikar kisne dilya aur kab. Saalo ko Apne dada Ka naam pta nhi chle h 5000 Ka etihas btane.
*131. SC/ST: WELFARE & EMPOWERMENT* SC/ST & Constitutional empowerment: • The constituent assembly was aware of the economic & social conditions of India at the time of independence hence, provisions were made to protect the interests of SC/ST. • Preamble: Social, Economic & Political Justice & equality of opportunity & status. • Article 14: right to equality, Article 15(4) special provision for advancement of socially & educationally backward classes of citizens, Article 16(4) empowers government for exceptions in education & employment. • Article 17: Abolition of untouchability. • Article 32: citizen can approach Supreme Court in case there is any violation of FR. • DPSP - • Fifth & Sixth schedule provides for the administration & control of Scheduled areas & Scheduled tribes. • Reservation in Panchayat, assemblies & parliament. • NCSC & NCST - advice to government. Legislative acts: • Prevention of atrocities act, 1989 • Kelkar committee & Mandal Commission suggested economic criteria for reservation which were rejected then but now through constitutional amendment in Article 15(4) - 10% reservation is provided for economically weaker sections. Concerns or debates: • lax implementation • Benefits only to a particular group in SC/ST - debates to implement creamy layer in SC/ST should be from within. • Generational reservation - • Reservation in promotion. • SC/ST constitute about 23% of all central government employees, they occupy more than 45 per cent of the safai karmachari posts but less than 10 per cent posts in the higher tiers of government Way forward: • Awareness of rights for SC/ST communities among all. • Economic opportunity must expand. Constitution as a living document has ensured the rights to SC/STs. It has come a long way in realizing political, social & economic justice to every sections of the society however, much more needs to be done for inclusive & sustainable growth.
*संविधान का असली निर्माता * बेनगुल नरसिम्हा राव (बी एन. राव) का जन्म 26 फ़रवरी 1887, मंगलौर में हुआ। इन्होंने केनरा हाई विद्यालय (1901), ट्रिनिटी कॉलेज, और मद्रास विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। बेनगुल नरसिम्हा राव (बी एन. राव) अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय मेंन्यायाधीश थे, इससे पहले वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। इन्होंने भारतीय संविधान निर्माण में सहलाकर के रूप में भूमिका अदा की थी, तथा भारतीय संविधान निमार्ण के समय संवैधानिक सलाहकार थे। इन्होंने भारतीय संविधान का प्रथम प्रारूप इनके द्वारा तैयार किया था। इनका योगदान भारतीय संविधान में योगदान - भारतीय संविधान का मूल प्रारूप श्री बी. एन. राव ने तैयार किया था, इसके अलावा संविधान निर्माण के लिए सारी सामग्री राव ने ही उपलब्ध करवाई थी। संविधान निर्मात्री सभा ने डॉ भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में जिस प्रारूप की जांच की उसे बी एन. राव ने ही तैयार किया था। जब संविधान अंगीकार किया उस वक्त सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बी एन राव को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। बर्मा (म्यांमार) के संविधान में योगदान - भारतीय संविधान निर्माण में सलाहकार की भूमिका निभाने के अतिरिक्त इन्होंने इससे पूर्व (1945-1947) बर्मा के संविधान निर्माण में भी सलाहकार की भूमिका निभाई थी। इसके लिए उस वक्त के बर्मा के प्रधानमंत्री यू आंग सान ने विशेष रूप से आमंत्रित किया था। भारतीय संविधान को अंगीकार करते समय सभा अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद ने राव को धन्यवाद देते हुए कहा उनका काम ज्ञानपूर्वक था, जिससे संविधान बना। इसके अलावा आप यह भी कह सकते हैं कि इनको संविधान निर्माण का अधिकारिक सलाहकार नियुक्त करने का कारण इनके पास संविधान निर्माण का अनुभव था, जो बर्मा का संविधान बनाते हुए हासिल हुआ। इनके बारे में यह भी कहा जाता है कि इन्होंने संविधान सभा को प्रदान की गई सलाह और सामग्री के बदले में किसी प्रकार की राशि प्राप्त नहीं की थी। आजाद और लोकतांत्रिक भारत में इनका और इनके परिवार का राजनीति में प्रवेश नहीं किए जाने के कारण इनको किसी प्रकार का पुरस्कार भी नहीं दिया गया। कुल मिलाकर इनकी भूमिका सर्वाधिक रही किन्तु राजनीति के कारण इनको वो स्थान प्राप्त नहीं हो सका, जो होना चाहिए। पर इन्हें भारतीय संविधान का पितामह कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होनी चाहिए। धन्यवाद
ये मनुवादी सोच का है जिसे अम्बेडकर से दिक्कत है लेकिन ये ऐसे ही रोते रहेंगे। दुनियां जानती है कि बाबा साहब क्या थे कितनी मेहनत की और संविधान में जो 7 सदस्य थे उनमें से 1 की डेथ हो गयी थी और बाकी बीमारी और अन्य कारण से ज्यादा कुछ नही किया। सारा काम बाबा साहब ने किया था इसलिए सभी सदस्यों ने भी बोला था इसके निर्माता आप ही हैं और बाबा साहब को father of constitution कहा गया।
Ratan Kumar Nigam rightly said that this is the time to think about the dark side of so called upper caste Because there are also deprived peoples still fighting for their living. aren't they deserve?
समाज मे बदलाब तो हुआ है मगर इतना भी पूर्ण रूप से नहीं हुआ है , व्यवहारिक भेदभाव बदला है मगर पुरी तरह नहीं लेकिन मानसिक भेदभाव भाव अभी भी वैसे ही है जैसे पहले था
संविधान के 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सभी भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं.
अगर संविधान ना होता तो हमारा अस्तित्व ना होता संविधान की वजह से हम लोग कहीं भी दाखिला कहीं रोजगार और देश में कहीं आ जा सकते हैं साथ में हमको पुलिस प्रोटेक्शन भी मिलता है इसी वजह से हम लोग निर्भीक और खुशहाल वातावरण में जीवन यापन कर रहे हैं
संविधान के निर्माण मैं योगदान देने वाले समस्त बुद्धिजीवी का मैं आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने कुछ पिछड़े तमा से वंचित लोगों के लिए भी संविधान में कुछ प्रावधान किए हैं जिससे उनके साथ जो कालांतर में भेदभाव होता था उससे निजात मिला है.
Thnx for watching Desh deshantar nd ur valuable feedback and suggestions
I love to watch Rajya Sabha TV Kavindra Sachan sir.
I love to watch this channel' s where reasonable discussion are discussed about ST and SC but I'm very sorry to that we the " Chakmas ", despite the two supreme court judgement, have not given citizenship rights in Arunachal Pradesh India.
Yes.sir
👍👍👍👌👌👌💐💐💐💐
Your channel debates are outstanding nd i think every upsc aspirant must watch this.
world largest & papular India sambhidhan or great ambeadkar sahab
Sc And St Kế Reservetion ko Bhahut Must Hai, Jai Bhim Jai Indian Constitution
SC/ST, OBC के भागीदारी से तकलीफ सिर्फ उन्हें होती है,
जिन्हें हमारा हक छीनकर खाना पसंद है।
General category valo ki Achhi lifestyle se Taklif sirf unhe hoti hein jo Bina mehnat ke chhinke kehne me yakin rakhte ho
@@yszala budhu
@@amritneti750 tera baap budhu
@@yszala lower mind ke tera soch tumhare pass rakh ok
@@amritneti750 lower mind ke tu tera soch apne pass rakh thik hein
देश मे संविधान लागू होने के बाद भी आज देश मे समानता नही है पर इतना तो है कि राजनीतिक रूप से सबको समान अधिकार है बड़ी बात एक दूसरे का सममान होना चाहिए
जय हिंद
संविधान में अभी भी राजनीतिक समानता नहीं है।
Constitution apna jagah sahi hai Magar implement ki Jagah hi isko jabardasti impost Kar Diya hai
जय भीम जय संविधान
Jay bhim Jay savidhan
अशोक भारती की बातों को समर्थन
Jai valmiki jai bhim jai savidhan
बहुत महत्वपूर्ण और मूल्यवान जानकारी देने के लिए राज्यसभा tv को दिलसे धन्यवाद देता हूँ ।
Jai ho baba bhim rav Ambedkar ji
Malhotra sir ke pass boht acche gyan hai thanks sir
🇮🇳हमारे भारत मे एक हि एसा महामानव थे बाबा साहेब🇮🇳 👉जो सभी को समानता ओर freedom ओर सभी को धमॅ की सूट छटा दी ओर जो सभी को एक वोट एक वेल्यू ली । जो वगॅ हजारों वषँ उत्पीडित हुते आये हे उनको समानता का हक दीया ओर शिक्षा लेने का हक दीया। धन्यवाद हे बाबा साहेब जो आपने एसे हम sc st को हक दीया । जो आप 20 सदी हे आप न हो तो हमें इतना हक नहीं मील ता ओर आप सबको बता दु की हमे संविधान मे हमे एसा हक नही मिलते तो हम सब को काट के रख देते ओर सवर्ण को काटके रख देते जिस तरा 1818 भीमा कोरेगाव का युध्ध था एसा दूसरी बार होता।
Jia bhim Jai bhart hamar adhikar baba sahab ka den hai
Babasaheb is great ever 🙏🙏
Jai BHiM Namo budhay Jay samvidhan Jay mulnivasi jay Bharat Jay nagvanshi Jay Maurya vansh Ki jay
एससी एसटी के लिए संविधान 5वी और 6वी अनुसूची में दिया गया है लेकिन कोई भी राज्य में लागू नहीं है , मै झारखंड से हूँ ,झारखंड आदिवासी राज्य है, लेकिन यहाँ पर आदिवासियों का शौशन हो रहा है ।आदिवासियों का सुनने वाला कोई नहीं है
Mai bhi jharkhand se hun
Sahi bole aap
भेद भाव अभी v खत्म नहीं हुआ जब तक राजनीति में गंदे लोग होंगे तब तक sambidhan का गलत use होगा
Good 👍 Jay Bheem namo buddhay sar ji
आज तक कोई भी सरकार संविधान के तहत पालन नही किया है खासकर आदिवासी समाज के लिए तो कोई भी सरकार कुछ काम नहीं किया संविधान के हिसाब से
संविधान की 70वीं वर्षगाँठ पर बहुत ~बहुत बधाई
हमे गर्व है कि हमे ऐसा संविधान प्राप्त हुआ ।
भारती जी का कहना बिल्कुल सही है हमे उनके अधिकारों का हनन न करके उनके लिए कुछ अलग प्रावधान कर सकते है।जो उसका लाभ नही ले पा रहे है, क्योंकि अभी कुछ SC|ST को शायद संविधान का अर्थ ही नही पता ।।
हमे जरूरत है इस विषय पर बात करने की।।
Ekdum carrect kaha hai 💯 ashok bharti sir ne thanks sir 🙏
Exact point put by Bharti sir
Jay Bheem 😊
सुपर बाबासाहेब आंबेडकर जय भीम जय संविधान
Ashok bharti is absolutely right....
Ashok bharti ji ko naman
हरजन एक्ट से कितने गरीब ही दलित होता है तो मुस्लिम हो या हिंदू हो ये येकट एक बहुत बड़ा धन्धा बना दिया मोदी ने
mujhe ashok bharti ka speech bahut achhha laga unhone bahut achhe clearyfy kiye hai.....
जय संविधान ✒️✒️👏 👏
SC, ST me bhi creamy layer ka pravdhan hona chahiye... Taki ek jaruratmand logo ko hi reservation mile...
Jai Bhim🙏🙏🙏
Nigam sir ka speech . Prtek nagrik ko mukhydhara m lane ke liye sbse best speech thi
jai bheem jai savindhan
नाईc
Bharti sahab ko naman.
भेदभाव to अभी भी होता है sahab
Hoga kyu nhi
Pehle to classroom me enter nhi Karne dete the
Bahut Hota Hai Aaj Bhi Hamar Rajasthan Or Gaanv Me
Great bharati ji
Jai jawan Jai kisan Jai sanvidhan
Wah! Bharti ji
Right sir well done sir, ok
Sir good marning thankyou sir
Thanku कवींद्र G
कल देश संविधान के 70 वर्ष पूरे होने पर कार्यक्रम मनाने जा रहा है sc st समुदाय संविधान में दिए गए अधिकारों से कहाँ तक सफल हुआ ये समीक्षा का वक्त है ।
संविधान में sc st हेतु मुख्य प्रावधान
अनुछेद 14 15 16 17 सामाजिक शैक्षणिक रूप से मजबूत करने के साथ ही राजनीति में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है ।
हाल ही में 10 % आर्थिक आरक्षण को भी लागू किया गया है ।
क्या sc st की स्थिति में सुधार हुआ
सुधार तो हुआ लेकिन अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है । देश मे जैसे जैसे शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है समानता बढ़ रही है और पुरातन कुप्रथाएं छूट रही है ।
क्या sc st में भी क्रिमीलेयर का प्रावधान कर देना चाहिए ।
किया जा सकता है हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि ये एक प्रकार का प्रचारत्मक विचार है क्योंकि sc st का आज भी सरकारी सेवाओं में उचित प्रतिनिधित्व नहीं है ।
भारत मे आरक्षण एक उचित व्यवस्था है लेकिन हमें आवश्कयता है प्रगतिशील आरक्षण की दिशा में बढ़ने की । जिस तेजी से देश मे शैक्षिक जागरूकता आएगी और अर्थव्यवस्था प्रगतिमय होगी तो निश्चित रूप से सभी को उसका लाभ मिलेगा ।
सरकार ने जो हाल में आर्थिक रूप में आरक्षन की व्यवस्था की वह उचित प्रतीत नहीं होता। देश की अधिकांश जनसंख्या98 प्रतिशत इसके दायरे में आ रही है । फिर हमें आवश्यकता है देश मे रोजगार के अन्य क्षेत्र विकसित करने की। क्योंकि भारत युवा देश तो है लेकिन उसका लाभ शायद ही मिल रहा है अधिकांश युवा सरकारी सेवाओं की तैयारी में व्यस्त हैं जबकि अवसर सीमित हैं उदाहरण के लिए सिविल सेवा में प्रतिवर्ष 1000 सीटें हैं लेकिन तैयारी करने वाले 10 लाख तक होते हैं ।
आवश्यकता है शिक्षा व्यवस्था में सुधार कर उसे रोजगार उन्मुख बनाने की जो कि सरकारी सेवा के समान लाभप्रद रोजगार हों।
Every body want to civil servant . U fool .
Har kisi ko reservation chahiye abe lowdo desh pe kyu bojh ban rhe ho apne pero pe to chlna seekho
👍
Ashok bharti sir aap bahut aachha kiye hai.nice thought
Super channel Rajya sabha tv
Jabardast bharti sir...
Bharati ji aap sahi kah rahe ho
संविधान रचना के ७० साल बाद भी जब लोग आरक्षण की बात करते हैं, तो फ़िर बराबरी equality कहाँ रह गयी।।
Hamara samvidha jativat ko batane vala hai jo kisi country me nahi hai
@@vineettiwari1577 savidhan nahi ved purana Or caste based marriages bhadava deti h jatiwad ko
thank you sir for sc/st muda pe bat karne ke liye.
isase logo me jagrukta aayegi
SC ST OBC Bharat ke mulnivasi hai
Answer it
How many years requirement for equality between sc&st/general?
75year wasn't sufficient then how much time required?
भारती जी को💐💐💐❤️❤️❤️
Nigam sir aap bhi sahi bol rahe hai jo sabse niche vali line vale ko koi jaker nahi batate hai o vanchit hi hai
Jai bheem
ये वीडियो दलित आदिवासी लोग अवश्य देखना चाहिए
Ashok bharti ji super nice thaugt
Discrimination By Caste & Religion Is Increased After 2014..When BJP Came In Power..& It Continuously Increasing..!!
Ha 10 % reservation de diya general walo ko...teri jalni sahi he
Yes sawidhan ko khokhala Kiya ja RHA hai or SC ,St se to bilkul hi unke adhikar chhinte ja rhe hai .
Sochane wali bat to ye hai ki aaj bhi SC,St par atyachar ho rhe hai .sarm aani chahiy ki hum aaj sawindhan ke 70 year complete ho rhe hai
Ooo j&k ke dalit aur unke bacho ko keval tatti saf karne Ka adhikar tha tab to kuch nhi bole jta pta Kar unko adhikar kisne dilya aur kab. Saalo ko Apne dada Ka naam pta nhi chle h 5000 Ka etihas btane.
@@cmaamitsoni2208 bhai...ae Ambedkar British agent ne sabka brainwash kardiye he....tabhi to tukde tukde chillate rahte hai..aur tax payer ka paisa barbad karte he...salo kam kre koi..aur mufta me aish kre koi
Thankss rstv
भारती जी का आखिरी का वाक्य पर आज भी प्रश्न वाचक चिन्ह (प्रासंगिक) बना हुआ है।
पहले जातिवाद खत्म कीजिए आरक्षण अपने आप खत्म हो जाएगा !!
काश आप थोड़ा इस जातिवाद जैसे जहर पर भी एक दो शब्द कहते तो अच्छा होता
Reverse jatiwad kon kar raha.
Pehle apni soch badaliye
हमारी सोच तो बिल्कुल सकारात्मक है बस ऊंची कम्युनिटी वाले लोग ही ऐसा करते हैं. !!!
Jati ke nam pe reservation ka galat fayda lete he...aur dusro ko jatiwad ka lecture dete ho ..saram nam ki chij hi nai he...
Bilkul sahi
भाई मंदिरों में कौन सा आरक्षण होता है और कौन सी जाति के लोग हैं यह भी बता दो अब
Hamare Baba Sahab gira hai usko कोटि-कोटि sanvidhan likhane ke liye dhanyvad Jay Bheem
@Ashok bharti ji ek dum badhiyaaaaaa
Jai bheem lal salaam
Bro you should try to improve English
@@shubhammeena9116
meri English weak hai but my expression reach up to you that's enough for me
My favourite news channel
हरजन एक्ट देश का बहुत बड़ा मुद्दा है हिन्दुस्तान की कोई भी पार्टी संकल्प लेकर मैदान मे उतरे मैं ये कानून खत्म करेंगे तो उसकी जीत तय है
*131. SC/ST: WELFARE & EMPOWERMENT*
SC/ST & Constitutional empowerment:
• The constituent assembly was aware of the economic & social conditions of India at the time of independence hence, provisions were made to protect the interests of SC/ST.
• Preamble: Social, Economic & Political Justice & equality of opportunity & status.
• Article 14: right to equality, Article 15(4) special provision for advancement of socially & educationally backward classes of citizens, Article 16(4) empowers government for exceptions in education & employment.
• Article 17: Abolition of untouchability.
• Article 32: citizen can approach Supreme Court in case there is any violation of FR.
• DPSP -
• Fifth & Sixth schedule provides for the administration & control of Scheduled areas & Scheduled tribes.
• Reservation in Panchayat, assemblies & parliament.
• NCSC & NCST - advice to government.
Legislative acts:
• Prevention of atrocities act, 1989
• Kelkar committee & Mandal Commission suggested economic criteria for reservation which were rejected then but now through constitutional amendment in Article 15(4) - 10% reservation is provided for economically weaker sections.
Concerns or debates:
• lax implementation
• Benefits only to a particular group in SC/ST - debates to implement creamy layer in SC/ST should be from within.
• Generational reservation -
• Reservation in promotion.
• SC/ST constitute about 23% of all central government employees, they occupy more than 45 per cent of the safai karmachari posts but less than 10 per cent posts in the higher tiers of government
Way forward:
• Awareness of rights for SC/ST communities among all.
• Economic opportunity must expand.
Constitution as a living document has ensured the rights to SC/STs. It has come a long way in realizing political, social & economic justice to every sections of the society however, much more needs to be done for inclusive & sustainable growth.
निगम साहब& पी के मल्होत्रा 👌👌👌
Dhanayabad sir
राष्ट्रीय आयोग की शाखाओं का बड़ा ढुलमुल रवैया रहता है, शाखाएं तुरत कार्रवाई न कर, बाद को लंबित रखते हैं,
Gono..banra....khuntpani ..❤😊❤
Jay samvidhan
Jai bhim jai sanvidhan
Jai bhim
*संविधान का असली निर्माता *
बेनगुल नरसिम्हा राव (बी एन. राव) का जन्म 26 फ़रवरी 1887, मंगलौर में हुआ। इन्होंने केनरा हाई विद्यालय (1901), ट्रिनिटी कॉलेज, और मद्रास विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। बेनगुल नरसिम्हा राव (बी एन. राव) अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय मेंन्यायाधीश थे, इससे पहले वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। इन्होंने भारतीय संविधान निर्माण में सहलाकर के रूप में भूमिका अदा की थी, तथा भारतीय संविधान निमार्ण के समय संवैधानिक सलाहकार थे। इन्होंने भारतीय संविधान का प्रथम प्रारूप इनके द्वारा तैयार किया था।
इनका योगदान
भारतीय संविधान में योगदान - भारतीय संविधान का मूल प्रारूप श्री बी. एन. राव ने तैयार किया था, इसके अलावा संविधान निर्माण के लिए सारी सामग्री राव ने ही उपलब्ध करवाई थी। संविधान निर्मात्री सभा ने डॉ भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में जिस प्रारूप की जांच की उसे बी एन. राव ने ही तैयार किया था। जब संविधान अंगीकार किया उस वक्त सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बी एन राव को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
बर्मा (म्यांमार) के संविधान में योगदान - भारतीय संविधान निर्माण में सलाहकार की भूमिका निभाने के अतिरिक्त इन्होंने इससे पूर्व (1945-1947) बर्मा के संविधान निर्माण में भी सलाहकार की भूमिका निभाई थी। इसके लिए उस वक्त के बर्मा के प्रधानमंत्री यू आंग सान ने विशेष रूप से आमंत्रित किया था।
भारतीय संविधान को अंगीकार करते समय सभा अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद ने राव को धन्यवाद देते हुए कहा उनका काम ज्ञानपूर्वक था, जिससे संविधान बना।
इसके अलावा आप यह भी कह सकते हैं कि इनको संविधान निर्माण का अधिकारिक सलाहकार नियुक्त करने का कारण इनके पास संविधान निर्माण का अनुभव था, जो बर्मा का संविधान बनाते हुए हासिल हुआ। इनके बारे में यह भी कहा जाता है कि इन्होंने संविधान सभा को प्रदान की गई सलाह और सामग्री के बदले में किसी प्रकार की राशि प्राप्त नहीं की थी। आजाद और लोकतांत्रिक भारत में इनका और इनके परिवार का राजनीति में प्रवेश नहीं किए जाने के कारण इनको किसी प्रकार का पुरस्कार भी नहीं दिया गया।
कुल मिलाकर इनकी भूमिका सर्वाधिक रही किन्तु राजनीति के कारण इनको वो स्थान प्राप्त नहीं हो सका, जो होना चाहिए। पर इन्हें भारतीय संविधान का पितामह कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होनी चाहिए।
धन्यवाद
Nice bro....
Bhai जरा ये भी बताये कि इसमे अम्बेडकर की क्या भूमिका है
👍
👌👌
मानक हिंदी से निवेदन है कि आम्बेडकर की भूमिका के बारे मे बताये
ये मनुवादी सोच का है जिसे अम्बेडकर से दिक्कत है लेकिन ये ऐसे ही रोते रहेंगे। दुनियां जानती है कि बाबा साहब क्या थे कितनी मेहनत की और संविधान में जो 7 सदस्य थे उनमें से 1 की डेथ हो गयी थी और बाकी बीमारी और अन्य कारण से ज्यादा कुछ नही किया। सारा काम बाबा साहब ने किया था इसलिए सभी सदस्यों ने भी बोला था इसके निर्माता आप ही हैं और बाबा साहब को father of constitution कहा गया।
Ji sir
Right Malhotra sir
Excellent discussion 🙏👌
very good discusion anker sir
Very good rstv
Thanks RS TV
jai hin desh ratan sir ji veri use full for poors sc,st
Authentic News
Sir jangana kab hogi 🙏
thank you very much for this message
Maja aa gaya nice discussion ye he panel ko fir bulaye please request
Ratan Kumar Nigam rightly said that this is the time to think about the dark side of so called upper caste Because there are also deprived peoples still fighting for their living. aren't they deserve?
Great 👍
Good topic for discussion.
Thanks RSTV
सही बात सर एसटी एससी के कोई भी आईएएस अधिकारी नहीं है
Super
जय आदिवासी ❤❤❤
के,वी राव जी ने कहा था बाबा साहब केवल सविधान के जनक ही नहीं जननी का दर्जा भी बाबा साहब अम्बेडकर को ही है
राजनीतिक स्तर पर हम सब एक हैं एक वोट है हर व्यकित का, लेकिन आर्थिक-सामाजिक स्तर पर क्यो नही है?????
सही बोल रहा आपने
Jail bhim all friends
समाज मे बदलाब तो हुआ है मगर इतना भी पूर्ण रूप से नहीं हुआ है , व्यवहारिक भेदभाव बदला है मगर पुरी तरह नहीं लेकिन मानसिक भेदभाव भाव अभी भी वैसे ही है जैसे पहले था
ये तो मैं बोलना चाहता था
Congratulations....... to all Indians people for Indian constitution 70th birth anniversary celebrated today....
Wah re wahh
Pk ji 👌👌