An excellent qualified explanation of Urdu poetry of the legendary "Daag Delhvi". Thank you for the uploading such an comprehensive tribute and appreciation of Urdu poetry/language. How we are in debt today to such legends of the development of the Urdu language, and its departure from the dominance of the Persian language. Ranjit Singh London. UK
नज़रिए की बात है । द़ाग दहलवी जिस सरज़मी में पैदा हुए वहाँ हजारों साल से पूरा अदब ज़मी को औरत व आसमाँ को मर्द कहता है। उनकी शायरी को अव्वल दर्जे की दार्शनिक भी कह सकते हैं। जिस्म और रूह एक ही बात है। *रूह जबसे,मेरे इस जिस्म में आई है।* *रूमानी रौशनी,सारे जहाँ में समाई है।*
मुझे मंज़ूर है हर फैसला तेरा, दिया जो कुछ भी उसका शुक्रिया तेरा! मुहब्बत हमसे मिलना ग़ैर लोगों से, बताओगी मुझे क्या मसअला तेरा!! लगेगा वक़्त सब कुछ ठीक होने में, सुनाएगी ये दुनिया वाक़ि'आ तेरा!!! #swrachit
Jab baat mahir r zubaan Dagh ki ho to video ka title sahi karna zaruri hai, garam ka sahi talaffuz garm hai, Rekhta se guzarish hai ke title sahi kar le
*Dagh ka sabse pasandida sher comment karein!*
*Ghazab kiya tere wade par aitbaar kiya*
*Tamaam raat qayamat ka intezar kiya*
ले चला जान मेरी रूठ के जाना तेरा
ऐसे आने से तो बेहतर था न आना तेरा
__ दाग धलवी ❤️
An excellent qualified explanation of Urdu poetry of the legendary "Daag Delhvi". Thank you for the uploading such an comprehensive tribute and appreciation of Urdu poetry/language. How we are in debt today to such legends of the development of the Urdu language, and its departure from the dominance of the Persian language. Ranjit Singh London. UK
یہ مباحثہ نہیں بلکہ تین تقاریر کا مجموعہ ہے۔ ناظم جلسہ کو اس گفتگو کو دلچسپ مباحثہ بنانا چاہئے تھا
नज़रिए की बात है ।
द़ाग दहलवी जिस सरज़मी में पैदा हुए वहाँ हजारों साल से पूरा अदब ज़मी को औरत व आसमाँ को मर्द कहता है। उनकी शायरी को अव्वल दर्जे की दार्शनिक भी कह सकते हैं। जिस्म और रूह एक ही बात है।
*रूह जबसे,मेरे इस जिस्म में आई है।*
*रूमानी रौशनी,सारे जहाँ में समाई है।*
मुझे मंज़ूर है हर फैसला तेरा,
दिया जो कुछ भी उसका शुक्रिया तेरा!
मुहब्बत हमसे मिलना ग़ैर लोगों से,
बताओगी मुझे क्या मसअला तेरा!!
लगेगा वक़्त सब कुछ ठीक होने में,
सुनाएगी ये दुनिया वाक़ि'आ तेरा!!!
#swrachit
इक अदा मस्ताना सर से पाँव तक छाई हुई
उफ़ तिरी काफ़िर जवानी जोश पर आई हुई
Great! Great! and Great!!
Bahut shandaar 💐
1:03:25
👏👏
Jab baat mahir r zubaan Dagh ki ho to video ka title sahi karna zaruri hai, garam ka sahi talaffuz garm hai, Rekhta se guzarish hai ke title sahi kar le
Farhat Ehsas ki guftagoo intehai purmaghz hai.
اس قدر طویل سوانحی تعارف کی کیا ضرورت تھی
کھیل نہیں اے داغ یارو سے کہدو
کے آتی ہے اردو زبان آتے آتے
احباب ! داغ کے بارے میں یہ گفتگو بھی سننے والی ہے:
ua-cam.com/video/Zo59ecm9P5A/v-deo.htmlsi=PcSLYVjzaUJN0S68
Thoda sa, halka rha... Range se bahar hua...