৭ বছরের সন্ত ঘীসা দাস জি, গ্রাম খেখড়া (মেরাঠ জেলা, উত্তর প্রদেশ)। ১৮১৩ সালে সন্ত দাদূ জি ও সন্ত গরীবদাস জির মতো তাঁকেও কবীর পরমেশ্বর জিন্দা মহাত্মা রূপে মেলেন এবং সতলোকের দর্শন করান। 7 वर्षीय संत घीसा दास जी गाँव खेखड़ा (जिला मेरठ, उत्तरप्रदेश) को सन् 1813 में संत दादू जी, संत गरीबदास जी की तरह कबीर परमेश्वर जिंदा महात्मा के रूप में मिले व उन्हें सतलोक दिखाया।
Sant Rampal Ji Maharaj ki likhi pustak jine ki rah parha kar nam diksha lekar maryada me rahkar bhakti karne se pure parivar ko labh huaa aur moksha prapt karne ka tarika mila sat saheb ji ❤❤❤❤❤
The biggest doctor is God by doing the complete devotion of the Supreme God as told by Sant Rampal Ji Maharaj Ji even fetal diseases like Cancer, asthma and AIDS are cured.
পরমাত্মার দর্শন পেলো শেখ ফরিদ। হঠ যোগ করতে কুয়োতে উল্টে ঝুলে থাকা শেখ ফরিদকে কবীর পরমাত্মা জী জীবন্ত মহাত্মার রূপে এসে দর্শন দেন এবং তাকে আসল জ্ঞানের সাথে পরিচিত করান। शेख फरीद को मिले परमात्मा हठ योग करते हुए कुएं में उल्टे लटके हुए शेख फरीद को कबीर परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले और उन्हें वास्तविक ज्ञान से परीचित करवाया।
सूक्ष्मवेद में कहा है कि :- वही मोहम्मद वही महादेव, वही आदम वही ब्रह्मा। दास गरीब दूसरा कोई नहीं, देख आपने घरमा॥ मुसलमान धर्म के प्रवर्तक हजरत मुहम्मद जी भगवान शिव के लोक से आए, पुण्यकर्मी आत्मा थे जो परंपरागत साधना ही एक गुफा में बैठकर किया करते थे। शिव जी का एक गण जो ग्यारह रूद्रों में से एक है, वह मुहम्मद जी से उस गुफा में मिले। उन्हीं की भाषा (अरबी भाषा) में काल प्रभु अर्थात् ब्रह्म का संदेश सुनाया। उसी रूद्र को मुसलमान जबरिल फरिश्ता कहते हैं जो नेक फरिश्ता माना जाता है।
পূর্ণ গুরু দ্বারাই জন্ম মৃত্যুর রোগ থেকে মুক্তি পাওয়া সম্ভব।অসম্পূর্ণ গুরু দ্বারা নয়। বর্তমানে,পূর্ণ গুরু হলেন সন্ত রামপাল জী মহারাজ। पूर्ण गुरु से ही जन्म मरण के रोग से छुटकारा पाया जा सकता है। अधूरे गुरु से नहीं। वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
পরমাত্মা কবীর জি জীবন্ত মহাত্মার রূপে এসে শ্রী নানক দেবের সাথে সাক্ষাৎ করেন।তিনি কবীর পরমেশ্বর জির মহিমা লিখেছেন: গুরুগ্রন্থ সাহেবের ৭২১ পৃষ্ঠা, নিজ আমৃতবাণী মহলা ১ এ শ্রী নানক দেব বলেন: "হক্কা কবীর করিম তু, বেএব পরবরদিগার।" परमात्मा कबीर जी जिंदा महात्मा के रूप में श्री नानक जी को मिले। उन्होंने कबीर परमेश्वर जी की महिमा इस प्रकार लिखी है। गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कहा है कि - “हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार।
ত্রেতা যুগে কবীর সাহেব জী রাবণের স্ত্রী মন্দোদরী ও ভাই বিভীষণের কল্যাণ করেন। ত্রেতা যুগে মুনীন্দ্র ঋষি নামে প্রকট পরমাত্মা কবীর জী, রাবণের স্ত্রী মন্দোদরী এবং তার ভাই বিভীষণকে মোক্ষ দায়ক জ্ঞান দিয়ে মুক্তির পথ দেখান। त्रेता युग में कबीर साहेब जी ने रावण की पत्नी मंदोदरी और भाई विभीषण का कल्याण किया त्रेता युग में मुनीन्द्र ऋषि नाम से आए परमात्मा कबीर जी ने रावण की पत्नी मंदोदरी और उनके भाई विभीषण को मोक्ष दायक ज्ञान देकर मुक्ति का मार्ग दिखाया।
পূর্ণ গুরু দ্বারাই জন্ম মৃত্যুর রোগ থেকে মুক্তি পাওয়া সম্ভব।অসম্পূর্ণ গুরু দ্বারা নয়। বর্তমানে,পূর্ণ গুরু হলেন সন্ত রামপাল জী মহারাজ। पूर्ण गुरु से ही जन्म मरण के रोग से छुटकारा पाया जा सकता है। अधूरे गुरु से नहीं। वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
পরমাত্মা কবীর জি জীবন্ত মহাত্মার রূপে এসে শ্রী নানক দেবের সাথে সাক্ষাৎ করেন।তিনি কবীর পরমেশ্বর জির মহিমা লিখেছেন: গুরুগ্রন্থ সাহেবের ৭২১ পৃষ্ঠা, নিজ আমৃতবাণী মহলা ১ এ শ্রী নানক দেব বলেন: "হক্কা কবীর করিম তু, বেএব পরবরদিগার।" परमात्मा कबीर जी जिंदा महात्मा के रूप में श्री नानक जी को मिले। उन्होंने कबीर परमेश्वर जी की महिमा इस प्रकार लिखी है। गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कहा है कि - “हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार।
ত্রেতা যুগে কবীর সাহেব জী রাবণের স্ত্রী মন্দোদরী ও ভাই বিভীষণের কল্যাণ করেন। ত্রেতা যুগে মুনীন্দ্র ঋষি নামে প্রকট পরমাত্মা কবীর জী, রাবণের স্ত্রী মন্দোদরী এবং তার ভাই বিভীষণকে মোক্ষ দায়ক জ্ঞান দিয়ে মুক্তির পথ দেখান। त्रेता युग में कबीर साहेब जी ने रावण की पत्नी मंदोदरी और भाई विभीषण का कल्याण किया त्रेता युग में मुनीन्द्र ऋषि नाम से आए परमात्मा कबीर जी ने रावण की पत्नी मंदोदरी और उनके भाई विभीषण को मोक्ष दायक ज्ञान देकर मुक्ति का मार्ग दिखाया।
৭ বছরের সন্ত ঘীসা দাস জি, গ্রাম খেখড়া (মেরাঠ জেলা, উত্তর প্রদেশ)। ১৮১৩ সালে সন্ত দাদূ জি ও সন্ত গরীবদাস জির মতো তাঁকেও কবীর পরমেশ্বর জিন্দা মহাত্মা রূপে মেলেন এবং সতলোকের দর্শন করান।
7 वर्षीय संत घीसा दास जी गाँव खेखड़ा (जिला मेरठ, उत्तरप्रदेश) को सन् 1813 में संत दादू जी, संत गरीबदास जी की तरह कबीर परमेश्वर जिंदा महात्मा के रूप में मिले व उन्हें सतलोक दिखाया।
सत भक्ती से चमत्कार
সন্ত রামপাল জি মহারাজ পৃথিবীর একমাত্র পূর্ণ সাধক।
सत भक्ती से चमत्कार हुआ
Sat saheb 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
সন্ত রামপাল জি মহারাজের অনুগামীরা যে পূজা করছেন তা থেকে প্রচুর সুবিধা পাচ্ছেন।
संत रामपाल जी महाराज विश्व के पूर्ण संत है
সৎসঙ্গ হল মুক্তির ধারা, কেউ রামের প্রেম বোঝে...। 💞 💞
Sat sahab 🙏🙏🙏
Jay Bandi chhod satguru Rampal Maharaj ki Jay Ho
খুব খুব সুন্দর সাক্ষাৎকার
Sant Rampal ji maharaj is spiritual leader in this World
সৎ ভক্তি সাধনা করলে পরমাত্মা সাধকের সব সমস্যা ঠিক করে দেয়। সৎগুরু দেবের কাছ থেকে নাম দীক্ষা নিয়ে মানব জীবন সাফল্য অর্জন করুন
Sat saheb
ঈশ্বর কবীর প্রকৃত আধ্যাত্মিক জ্ঞান দিয়েছেন
True spiritual guru Saint Rampal Ji Maharaj 🙏
সদ ভক্তির প্রভাব 🙏
Sant Rampal Ji Maharaj ki Jay Ho
Very nice satsang
Sant Rampal ji maharaj ki joi ho
Ek matry tatdarshi Sant Rampal Ji Maharaj achhen🙏🙏🙏🙏
Kabir is Supreme God 🙏🙏🙏
Best jankari huaa nice 👍👍
Sant Rampal Ji Maharaj ki likhi pustak jine ki rah parha kar nam diksha lekar maryada me rahkar bhakti karne se pure parivar ko labh huaa aur moksha prapt karne ka tarika mila sat saheb ji ❤❤❤❤❤
Satshib 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Great information
Truth story
Very nice and authentic video 🙌🏻✨ Must Watch Satsang of Sant Rampal Ji Maharaj ji 🌸
Jagat Guru tatwe darsi sant rampalji maharaj
Supreme God is kabir
Supreme God Kabir
True story
Kabir is Supreme God
Sant Rampal ji maharaj puran parmatma ka Awtar hai
🙏🙏
❤🎉🎉🎉🎉
ভক্তি দ্বারা সমস্ত রোগ নিরাময় করা যায়।
Sadbhakti kebal Tatwadarshi Sant Rampalji Maharaj ji Tanr Bhaktader Karan ,Bhaktara Labhban haye thake.
संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा दी सतभक्ति से चमत्कार होते हैं
Kabir is SUPREME GOD
Sant rampal ji maharaj hi vagaban ha
Kabir is God
The biggest doctor is God by doing the complete devotion of the Supreme God as told by Sant Rampal Ji Maharaj Ji even fetal diseases like Cancer, asthma and AIDS are cured.
0:08
हंस गमन करते नही, मान सरोवर छाड़
कौए उड़ _उड़ जाते है, ये खाते मांसाहार
👆🪴🪴🪴🪴🪴🙏
সর্বশক্তিমান ঈশ্বর হলেন কবির
ঈশ্বর দৈহিক এবং একটি ভৌতিক শরীর আছে (ঈশ্বর একজন রাজার মত দৃশ্যমান)
যজুর্বেদ অধ্যায় 5, মন্ত্র 1, 6, 8, যজুর্বেদ অধ্যায় 1, মন্ত্র 15, যজুর্বেদ অধ্যায় 7 মন্ত্র 39, ঋগ্বেদ মণ্ডল 1, সূক্ত 31,
পরমাত্মার দর্শন পেলো শেখ ফরিদ।
হঠ যোগ করতে কুয়োতে উল্টে ঝুলে থাকা শেখ ফরিদকে কবীর পরমাত্মা জী জীবন্ত মহাত্মার রূপে এসে দর্শন দেন এবং তাকে আসল জ্ঞানের সাথে পরিচিত করান।
शेख फरीद को मिले परमात्मा
हठ योग करते हुए कुएं में उल्टे लटके हुए शेख फरीद को कबीर परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले और उन्हें वास्तविक ज्ञान से परीचित करवाया।
सूक्ष्मवेद में कहा है कि :-
वही मोहम्मद वही महादेव, वही आदम वही ब्रह्मा।
दास गरीब दूसरा कोई नहीं, देख आपने घरमा॥
मुसलमान धर्म के प्रवर्तक हजरत मुहम्मद जी भगवान शिव के लोक से आए, पुण्यकर्मी आत्मा थे जो परंपरागत साधना ही एक गुफा में बैठकर किया करते थे। शिव जी का एक गण जो ग्यारह रूद्रों में से एक है, वह मुहम्मद जी से उस गुफा में मिले। उन्हीं की भाषा (अरबी भाषा) में काल प्रभु अर्थात् ब्रह्म का संदेश सुनाया। उसी रूद्र को मुसलमान जबरिल फरिश्ता कहते हैं जो नेक फरिश्ता माना जाता है।
পূর্ণ গুরু দ্বারাই জন্ম মৃত্যুর রোগ থেকে মুক্তি পাওয়া সম্ভব।অসম্পূর্ণ গুরু দ্বারা নয়। বর্তমানে,পূর্ণ গুরু হলেন সন্ত রামপাল জী মহারাজ।
पूर्ण गुरु से ही जन्म मरण के रोग से छुटकारा पाया जा सकता है। अधूरे गुरु से नहीं।
वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
পরমাত্মা কবীর জি জীবন্ত মহাত্মার রূপে এসে শ্রী নানক দেবের সাথে সাক্ষাৎ করেন।তিনি কবীর পরমেশ্বর জির মহিমা লিখেছেন:
গুরুগ্রন্থ সাহেবের ৭২১ পৃষ্ঠা, নিজ আমৃতবাণী মহলা ১ এ শ্রী নানক দেব বলেন:
"হক্কা কবীর করিম তু, বেএব পরবরদিগার।"
परमात्मा कबीर जी जिंदा महात्मा के रूप में श्री नानक जी को मिले।
उन्होंने कबीर परमेश्वर जी की महिमा इस प्रकार लिखी है।
गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कहा है कि -
“हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार।
Sant Rampal ji Maharaj er theke num dikha nie kallyan karun.
ত্রেতা যুগে কবীর সাহেব জী রাবণের স্ত্রী মন্দোদরী ও ভাই বিভীষণের কল্যাণ করেন।
ত্রেতা যুগে মুনীন্দ্র ঋষি নামে প্রকট পরমাত্মা কবীর জী, রাবণের স্ত্রী মন্দোদরী এবং তার ভাই বিভীষণকে মোক্ষ দায়ক জ্ঞান দিয়ে মুক্তির পথ দেখান।
त्रेता युग में कबीर साहेब जी ने रावण की पत्नी मंदोदरी और भाई विभीषण का कल्याण किया
त्रेता युग में मुनीन्द्र ऋषि नाम से आए परमात्मा कबीर जी ने रावण की पत्नी मंदोदरी और उनके भाई विभीषण को मोक्ष दायक ज्ञान देकर मुक्ति का मार्ग दिखाया।
Kabir is Supreme God
Kabir is God
পূর্ণ গুরু দ্বারাই জন্ম মৃত্যুর রোগ থেকে মুক্তি পাওয়া সম্ভব।অসম্পূর্ণ গুরু দ্বারা নয়। বর্তমানে,পূর্ণ গুরু হলেন সন্ত রামপাল জী মহারাজ।
पूर्ण गुरु से ही जन्म मरण के रोग से छुटकारा पाया जा सकता है। अधूरे गुरु से नहीं।
वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
পরমাত্মা কবীর জি জীবন্ত মহাত্মার রূপে এসে শ্রী নানক দেবের সাথে সাক্ষাৎ করেন।তিনি কবীর পরমেশ্বর জির মহিমা লিখেছেন:
গুরুগ্রন্থ সাহেবের ৭২১ পৃষ্ঠা, নিজ আমৃতবাণী মহলা ১ এ শ্রী নানক দেব বলেন:
"হক্কা কবীর করিম তু, বেএব পরবরদিগার।"
परमात्मा कबीर जी जिंदा महात्मा के रूप में श्री नानक जी को मिले।
उन्होंने कबीर परमेश्वर जी की महिमा इस प्रकार लिखी है।
गुरुग्रन्थ साहेब पृष्ठ 721 पर अपनी अमृतवाणी महला 1 में श्री नानक जी ने कहा है कि -
“हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदीगार।
ত্রেতা যুগে কবীর সাহেব জী রাবণের স্ত্রী মন্দোদরী ও ভাই বিভীষণের কল্যাণ করেন।
ত্রেতা যুগে মুনীন্দ্র ঋষি নামে প্রকট পরমাত্মা কবীর জী, রাবণের স্ত্রী মন্দোদরী এবং তার ভাই বিভীষণকে মোক্ষ দায়ক জ্ঞান দিয়ে মুক্তির পথ দেখান।
त्रेता युग में कबीर साहेब जी ने रावण की पत्नी मंदोदरी और भाई विभीषण का कल्याण किया
त्रेता युग में मुनीन्द्र ऋषि नाम से आए परमात्मा कबीर जी ने रावण की पत्नी मंदोदरी और उनके भाई विभीषण को मोक्ष दायक ज्ञान देकर मुक्ति का मार्ग दिखाया।