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आचार्य जी समझाते तो अच्छा हैं ही और इतनी सुंदर ,इतनी अच्छी हिंदी बोलते हैं कि मन आनंदित हो जाता है l प्रेम हो गया है आचार्य जी के ज्ञान से , उनके द्वारा बोली गई हिंदी से 🙏🙏❤️❤️ वैसे आचार्य जी को मैंने अंग्रेज़ी में भी सुना है l ऐसे बहुत बहुत कम लोग मैंने देखे हैं जिनकी हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों ही भाषाओं पर ज़बरदस्त पकड़ हो l कोटि कोटि नमन मेरे गुरुवर प्रशांत को 🙏🙏❤️❤️
Acharya prashant has really caught the nerve of our tradition...people are full of confusion of punarjanma and karma concepts....people like us were running away because it was not at all seemed logical ..when we superficially heard from our forefathers(though did not read scriptures )...
*जन्म-मरण के चक्र से बाहर आने का अर्थ हुआ-* जो होना है अभी हो जाओ फिर आगे कुछ होने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। फिर भविष्य नाम की उम्मीद ही तुम्हारे लिए अप्रासंगिक हो जाएगी। अब तुम्हारे लिए भविष्य नहीं बचा अगला पल ही अगला जन्म है। इस पल को ठीक जियोगे तो अगले पल में कोई गलत जन्म नहीं लेना पड़ेगा। इस पल को ठीक जीना ही एकमात्र ताकत है, विकल्प है जो आपके हाथ में है। उसी का सही इस्तेमाल करना है उसके सीखने को अध्यात्म कहते हैं। अभी जो आप हैं, अभी जो आप कर रहे हैं वही आप सही कर ले गये तो आगे फिर दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। और अभी अगर कुछ गलत किया तो उसका फल फिर अगले पल में आपको भुगतना पड़ेगा। -आचार्य प्रशांत
साधना में बैठने से पूर्व किताबो का अध्ययन जरूरी हैं... क्योंकि ओशो ने एक लाख से अधिक किताबो का अध्ययन किया । लेकिन कबीर साहब तो अनपढ़ थे उनके अन्दर से इस तरह के उपदेश कहा से आए। प्लीज जरूर बताएं 🙏🙏🙏
Tum bhi paglet hi ho bhartiy darshan thik se padho darshan ke kramik vikas me sbse pehla swal hi yhi se ata h ki kya me keval sharir hu.charvak darshan ka koi granth koi kitab nhi h bas sbse pehla swal yhi se ata h
आचार्य जी प्रणाम। इस संसार जीव जन्तुओ ,पेड़ पौधों न ब्रम्हांड को चलाने बाली सत्ता को चलाने बाले निराकार ब्रम्ह या प्रक़ति को किसी ने देखा है? क्या हम उस सत्ता को देख सकते है,महसूस कर सकते है।
आचार्य जी। क्या ऐसा नही हो सकता कि मरीज को डॉक्टर के ऊपर पूरा भरोसा हो, इसलिए वो अभी की नहीं ठीक होने के बाद कि चिंता कर रहा हो? साथ ही एक अनुरोध है 'यथा पिण्डे तथा ब्रह्माण्डे' का मूल अर्थ समझाने की कृपा करें। सादर प्रणाम।
समंदर मे लहर उठी फिर वो लहर समंदर मे समा गयी, इसमें आत्मा कहाँ से आएगा?? हम सब प्रकृति के तल पर जीव मात्र पैदा होते है पंच भुत से, ये आत्मा घुसाने का काम किसका है थोड़ा उसका पता करो | पहले आत्मा को जानो फिर बोलो की आत्मा कहाँ रहता है और कहाँ जाता है और आता है...
🙏🏻 आचार्य जी नमस्ते यदि मैं उपनिषद पढ़ना शुरू करना चाहता हूं तो सर्वप्रथम कौन सा उपनिषद पढ़ना चाहिए कृप्या मदद करिए। मैंने पहले कभी भी कोई उपनिषद नहीं पढ़े हैं।
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Thanks
18:45 अगला पल ही , अगला जन्म है। 💯❤️
अद्भुत 🙏🏻✨
जिसका वर्तमान दुखद होता है, वही भविष्य की बात करता है.🙏🙏
❤❤ Acharya ji 🙏
Bharat ka yahi gyan bharteeyo se chheen liya gaya..... hamari shiksha paddhati mei ese shamil karna hi hoga❤
आचार्य जी समझाते तो अच्छा हैं ही और इतनी सुंदर ,इतनी अच्छी हिंदी बोलते हैं कि मन आनंदित हो जाता है l प्रेम हो गया है आचार्य जी के ज्ञान से , उनके द्वारा बोली गई हिंदी से 🙏🙏❤️❤️ वैसे आचार्य जी को मैंने अंग्रेज़ी में भी सुना है l ऐसे बहुत बहुत कम लोग मैंने देखे हैं जिनकी हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों ही भाषाओं पर ज़बरदस्त पकड़ हो l
कोटि कोटि नमन मेरे गुरुवर प्रशांत को 🙏🙏❤️❤️
"अगला पल ही अगला जन्म है।" अद्भुत ज्ञान🙏🙏
शरीर में चर्बी जमी हो तो सर्जरी की जरूरत है पर मन में चर्बी जम रही है तो सावधान हो जाइए अचार्य श्री गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🙏
Acharya ji looking tired ,please take care sir
I think he is tired of same questions put by person of which he answered in his previous video very nicely ,bt.....
Acharya prashant has really caught the nerve of our tradition...people are full of confusion of punarjanma and karma concepts....people like us were running away because it was not at all seemed logical ..when we superficially heard from our forefathers(though did not read scriptures )...
जो भी है, बस ये ही एक पल है, आगे भी जाने ना तू पीछे भी जाने ना तू.🙏🙏👍👍
*जन्म-मरण के चक्र से बाहर आने का अर्थ हुआ-*
जो होना है अभी हो जाओ
फिर आगे कुछ होने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
फिर भविष्य नाम की उम्मीद ही
तुम्हारे लिए अप्रासंगिक हो जाएगी।
अब तुम्हारे लिए भविष्य नहीं बचा
अगला पल ही अगला जन्म है।
इस पल को ठीक जियोगे
तो अगले पल में कोई गलत जन्म
नहीं लेना पड़ेगा।
इस पल को ठीक जीना ही
एकमात्र ताकत है, विकल्प है
जो आपके हाथ में है।
उसी का सही इस्तेमाल करना है
उसके सीखने को अध्यात्म कहते हैं।
अभी जो आप हैं, अभी जो आप कर रहे हैं
वही आप सही कर ले गये
तो आगे फिर दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा।
और अभी अगर कुछ गलत किया
तो उसका फल फिर अगले पल में
आपको भुगतना पड़ेगा।
-आचार्य प्रशांत
साधना में बैठने से पूर्व किताबो का अध्ययन जरूरी हैं...
क्योंकि ओशो ने एक लाख से अधिक किताबो का अध्ययन किया ।
लेकिन कबीर साहब तो अनपढ़ थे उनके अन्दर से इस तरह के उपदेश कहा से आए।
प्लीज जरूर बताएं 🙏🙏🙏
@@lakshaybauddh1650 कबीर साहब की वाणी में कहे तो ढाई अक्षर प्रेम के पढ़े सो पंडित होय।।😇😍
यदि कोई व्यक्ति अंत समय तक केवल उसी की संगति करे जो यथार्त नही हैं तब क्या होता है?
प्रणाम आचार्यजी, अगला पल ही अगला जन्म है से वर्तमान को समझना अधिक स्पष्ट हुआ।
Thanks!
चार्वाक दर्शन पर आपकी व्याख्या बिल्कुल सटीक है
सादर प्रणाम
Acharyaji please take care of your health. I hope everything is alright .
वृतियाँ वापस जनम लेती है वो इंसान भले ही दोबारा जनम न ले इसलिए जरूरी है अध्यात्म की वो वृतिया खतम हो जाए ताकि उन वृतियो का दोबारा जनम न हो पाए।
जब तक जीओ सुख से जीओ
कर्जा लेकर घी पीओ---चार्वाक
इस दर्शन से चलें तो कर्जा देने वाला कौन बचेगा।।
Tum bhi paglet hi ho bhartiy darshan thik se padho darshan ke kramik vikas me sbse pehla swal hi yhi se ata h ki kya me keval sharir hu.charvak darshan ka koi granth koi kitab nhi h bas sbse pehla swal yhi se ata h
चार्वाक कहते है जन्म जन्मांतर मुक्ती ऐसा कुछ नहीं। जिसके लिए अधात्म को लेकर चलना चाहिए । जबांब दो सारे सबस्क्राइबर मिलकर।
Satyagraha, Ahinsa and veganism is spirituality and prosperity, love and knowledge 🙏🌍🙏🌎
धन्यवाद आचार्य जी
आचार्य जी आपको धन्यवाद 🙏
आखों मे बहुत थकान दिख रहा है, कृपया धयान दें
Aaj Acharya je ki tabeyat Kuch theek nhi lag Rahi hai, plz apna dhyan rakheye🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
1 mahine pehle record hua tha aaj ka nhi h...Sirf upload aaj kiya gya h
Kya baat hai acharyji!! Insaan is janam me dukh se mukt nhi hona chahte, agle janm me jada ruchi hai !!
But thanks for explaining it logically!
Big fan acharya prashant
Jay shree ram ♥️
Thank you aacharya ji mujhe aaj vartaman pal me karj utarane ki sikh mili bajae isake ki me bhog vilas karu.
😊🙏🙏🙏बहोत बहोत। धन्यवाद जीवन को बदलने के लिए।।।
सादर प्रणाम आचार्य जी 🙏
pranam achharya ji.
Life changing seminar 🙏🙏🙏. Thanks guruji 🙏🙏
Achraya ap salamatt rahiye ap hamare lifeline hai plz take care of him
Acharya ji, Pranam.
Thank you so much satguru 🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿
आचार्य जी को प्रणाम🙏🙏🙏
रिया धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏❤️
Your logic are genuinely too good👍
Govinda...bhaj govinda...Hare Krishna
प्रणाम आचार्य श्री🙏🙏🙏🙏🙏
धन्य धन्य।
Acharya ji agle 20 saal aur jeeye aur apna kam karte rahe to shayad kranti hi la de logo ki Chetana me.
Aap sahi kah rahe hai aacharya ji
Namostu gurudev 🙏
our guru is looking very weak , please allow him to take some rest for a week or so.
We cannot afford ill health of our guru
Right
pranam Guruvar !
Pranam Acaryaji
Adhyatm apni brain ki aise programming h jo apka jivan m isvar tatv ko prkat kare,
Pranam aacharya ji dhanybad
7:52 बिल्कुल 🙏🏻🌸
Thank you
Pranam 🙏
रिया नमन आचार्य जी 🙏🙏
आचार्य जी प्रणाम।
इस संसार जीव जन्तुओ ,पेड़ पौधों न ब्रम्हांड को चलाने बाली सत्ता को चलाने बाले निराकार ब्रम्ह या प्रक़ति को किसी ने देखा है? क्या हम उस सत्ता को देख सकते है,महसूस कर सकते है।
बिलकुल
अध्यात्म तो अभी सुधार के लिए होता है।
Sadar parnam, acharya shri.
प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙌🙌🙌🙌आचार्य❤❤❤ श्री
प्रणाम आचार्य जी
स्वभाव क्या है और इसे कैसे पाया जा सकता है
और यह मुझे कैसे बदल सकता .
क्या यह एक आदत है ।
कृपया कुछ समझाइये ।🙏
Thanku sir
Pahle pashuo ki sanghya jyada tha
Ab manushyo ki ho gai
अगला पल ही अगला जन्म है ♥️
🙏🙏☹️☹️ acharya ji apne khyaal rakhiye
Thanks acharyaji for help🙏
AP❣️🔥
Amazing👍
❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Great sir❤❤❤
इस पल को जीना ही एकमात्र विकल्प है तुम्हारे पास।।।।
जय हो
Looking tried
Please take care sir
Naman
❤😊
Maja aa gaya thanku, isse achi aur kya programming hogi hui h
🌷
👍👍🙏
Thanks 🙏🙏
🙏🌹
Charwak is good philosophy
आचार्य जी। क्या ऐसा नही हो सकता कि मरीज को डॉक्टर के ऊपर पूरा भरोसा हो, इसलिए वो अभी की नहीं ठीक होने के बाद कि चिंता कर रहा हो?
साथ ही एक अनुरोध है 'यथा पिण्डे तथा ब्रह्माण्डे' का मूल अर्थ समझाने की कृपा करें।
सादर प्रणाम।
🙏प्रणाम आचार्य जी
Agar punar janam ( rebirth) nahi hota to fir marne k baad aatma kaha jati hai uska kya hota hai
आत्मा होती क्या है पहले ये बताओ?
समंदर मे लहर उठी फिर वो लहर समंदर मे समा गयी, इसमें आत्मा कहाँ से आएगा??
हम सब प्रकृति के तल पर जीव मात्र पैदा होते है पंच भुत से, ये आत्मा घुसाने का काम किसका है थोड़ा उसका पता करो | पहले आत्मा को जानो फिर बोलो की आत्मा कहाँ रहता है और कहाँ जाता है और आता है...
❤️❤️❤️❤️❤️❤️
भूतो ने भविष्यत❤️❤️
Ghee mat pina ...its animal product.... Satyagraha, Ahinsa and veganism is spirituality and prosperity, love and knowledge 🙏🌍🙏🌎
❤❤
🙏🙏🚩🌍🌿
❤️🙏
कृपया अपनी सेहत का खयाल रखिए ।
Acharya ji please take care yourself you looks tired
🙏🌷🙏
Jisa jiwan se hi neha lagalo yaha pal pal bita jata hai.
Good
21:00:00
Vandan
🙏🏻 आचार्य जी नमस्ते
यदि मैं उपनिषद पढ़ना शुरू करना चाहता हूं तो सर्वप्रथम कौन सा उपनिषद पढ़ना चाहिए कृप्या मदद करिए। मैंने पहले कभी भी कोई उपनिषद नहीं पढ़े हैं।
आचार्य जी का उपनिषद कोर्स से आपको सभी जानकारिया मिल जाएगी।
@@rohit3818 धन्यवाद भाई।
Acharya Prashant god level roast
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Saval puchna hi nahi araha hai
..🌹❤🙏