CHARWAK चार्वाक दर्शन PHILOSOPHY | लोकायत LOKAYAT (2) | Dr HS SINHA | विस्तृत विवेचना | The Quest
Вставка
- Опубліковано 23 чер 2020
- #indianphilosophy, #drsinha
डॉ सिन्हा के लेक्चर्स की नई श्रृंखला हम अब शुरू कर रहे हैं। पहले भी भारतीय आस्तिक, नास्तिक दर्शनों पर उनके लेक्चर हुए थे, और फिर हज़ारो ने उन्हें सुना, पर वो बहुत विस्तार में न थे। अबके ये पर्याप्त विस्तार मे एक - एक दर्शन पर प्रस्तुति आती जाएगी
चार्वाक एक वैज्ञानिक सोच थी परलोक में विश्वास नहीं करते थे
भारत की दुर्दशा के लिए धार्मिक पाखंड ही जवाबदेह है।
चाणक्य, व्यास, हेगल, कांट, अरस्तू, स्पेन्सर, मार्क्स, आदि सभी विद्वानों के पूर्व ही चार्वाक ने भौतिकता के कई बातों को बताया था, अफसोस है कि चार्वाक दर्शन के सभी ग्रंथ नष्ट कर दिए गए। इससे ब्राह्मणो की दुकान बंद हो जाती। उस समय जनता में ये दर्शन बहुत लोकप्रिय दर्शन था।
Beta brahmno ne nahi apko jaise logo ko convert krne wale muslims ne bharat ke bahut se grantho ko nast kr diya tha..padhai kro to pta lge ye sab
Mughals ne nasht kiye to baaki darshan kaise bach gye? 7th century se pehle ka koi hindu mandir milte kyun nhin? Baudh jo Bharat mein hi shuru hua uska astitva Bharat se hi kaise khtm ho gya?
इस तरह के बुजुर्गो की बोहोत जरूरत है समाज में न कि आजकल के बूढो की तरह जिनका दिमाग सिर्फ घर की बहुओं के घूंघट या बच्चे कही प्यार में न पड जाए बस इन्ही बातों में रहता है ।
इनको कौनसा कोई देख कर आया है हो सकता है ये भी अपने घर में पकाते हों!😂😂
@@creativefunwithyash8050 aisa sochna bhi pap hai
jee bhai
Sir se philosophy ke Professor hai
Sir is great scholar, sadar Vandan, Use 'Bujurg' word For him is not proper. They are the real brain of Bharatvarsh. You are right for other comment.
आज तक सिर्फ चार्वाक की negative बाते सुनी थी. सही दृष्टी आज समझ गाये
इस वीडियो को देखने से पहले तक में समझ नहीं पा रहा था कि मेरी सोच किस दर्शन से मैल खाती हैं पर अब मुझे मेरे सवाल का जवाब मिल गया।
मेरी सोच बहुत हद तक चार्वाक दर्शन से मैल खाती है।
धन्यवाद , आपने मुझे खुद से मिला दिया।
🙏🙏
Congrats.....😂😂😂
मैल नहीं मेल होता है, अर्थ का अनर्थ हो जाता है
@@rrrajan2009 भावनाओं को समझो, शब्दों में क्या रखा है...।
फिर भी धन्यवाद आपको, मुझे correct करने के लिए... 🙏😌
जब तक जियो सुख में जियो, जीवन ही सत्य उसके बाद सब मिथ्या
Satya watchan🙏🙏🙏
कर्मकाण्ड का देश मे प्रचार-प्रसार की आड़ मे वैज्ञानिक सोच और शारीरिक बल पर ग्रहण न लगे यह दायित्व है बुद्धि जीवियों का है चार्वाक को सही रूप मे इमानदारी से पेश करना । गर्व होना चाहिए सभी लोगों को चार्वाक पर गर्व होना चाहिए।
ऐसे ही वेदों व उपनिषद, पुराण को भी सही समझें तों वो भी बढ़िया लगेंगी।
@@mahendrachaudhary4992 वेदों में जन्म ही मुंह से और गर्भधारण भी मुंह से?
@@Gayansagarchaman पहलें पढ़ो फिर अपना ज्ञान पेलो, फालतू का ज्ञान अच्छा नहीं।
@@Gayansagarchaman pdle pehle, or haan fir bakio, vedo me karam kaand k sth gyan kaand b hai, vo b pdleta, puranas symbolism ka kaam krte h smjhane k liye, mahabharat and ramayan itihas me ati h, chaman tera naam h or harkate b chaman wali.
सभी लोगो को नही सिर्फ स्वार्थी लोगो को ,,,,जिनकी बुद्धि सिर्फ खाने पीने में लगी हो ,,,,पशु बुद्धि जिनकी है चार्वाक उनके लिए है 🙏
Sach me humare sikshan sansthav me yahi dershan ase hi padana chaiye jisse hum is sansar ko swarg bana sake
जो स्वर्ग और नर्क की अवधारणा को मानते हैं उन्हें चार्वाक दर्शन समझ नहीं आ सकता।
चार्वाक के विचार "वर्तमान" में इंसान बनकर जीने का सिद्धांत है।
कोई स्वर्ग या जन्नत ऐसी कोई चीज नही होगी...ये सिर्फ कल्पना होगी।
yahi par jannat hai bharat ko swarg banao apane ghar se suruaat karo
Right sir
@@sachinsingh-bl6wz ...भारत को स्वर्ग बनाने की जिम्मेदारी भारत मे राहनेवाले सभी की है.
@@India-Bharath
Ekdum sahi
Aur sirf bharat hi nhi
Puri prithivi
Sidhanto se kuch nahi hota... Keh dene ko to bachpan se sabhi jaante hain ki imaandar rehna chahiye par last mein sab beimaan hi bante hain... Sidhant bekar ki chiz hoti hai
पुरोहितों और सत्तालोलुपतों ने दुनिया को हमेशा गुमराह किया है।
चार्वाक दर्शन बहुत अच्छा है
आजकल सभी विकसित राष्ट्र जीडीपी यानि ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट को नकार कर ग्रॉस डॉमेस्टिक हैप्पीनेस करने लगे हैं ।चार्वाक दर्शन एक असाधारण दर्शन है और हमें अपने जीवन में इसके सिद्धांतों को उतारना चाहिए । प्रोफेसर सिन्हा को मेरा नमन ।
चार्वाक दर्शन को फिर से जिवित करने के लिए डाॅ. साहब को बहुत बहुत बधाई.
चार्वाक दर्शन यथार्थ जीवन को जीना सिखाता है, और काल्पनिक जीवन (स्वर्ग नरक) जिसका किसी ने अनुभव नहीं किया है, उसकी कटु वास्तविकता से अवगत कराते हुए मनुष्य जीवन को धन्य बनाने की प्रेरणा देता है।
चार्वाक दर्शन मुख्यतः अर्थ व काम के सिद्धांत पर टिका है, जो जीवन का मूल आधार है। डॉ साहब को कोटि कोटि वन्दन व अभिवादन कि वे उम्र के इस पड़ाव में भी अनेकों अनेक के प्रेरणास्त्रोत हैं।
Himacha ki traf aana kabhi yaaha bade bhkti waale bajurg aate swarg ghumkar .
Beta chawaaak chutiya tha
But it's not good for well functioning of society..
Charvak darshan insaan ko swarthi banata hai... Sab charvak ke siddhant par chalne lage to social structure hi tabah ho jayega...aur hum wapas janwaro ki tarah ho jayenge...
@@sulusukta3935 kuch factors missing hi is philosophy me but hume jo achi chize mile khi se bhi unko accept krna chahiye
@@relaxingandpeacefullattitu4662 Can I know which factors are missing ??
सौभाग्य ....🙏🙏
जिस तरह प्रेम की असली कहानियां सिनेमा टीवी स्क्रीन्स पर नही होतीं... वे दुर किसी शान्त आशियाने मे चुपचाप लिखी जाती हैं...
उसी तरह विश्व के असली शिक्षक और गुरु आज के स्कूलों और विश्वविद्यालयों मे कतई नही हैं...
वे आपकी ही तरह.. दुर किसी कोने मे हैं..बेतहाशा ज्ञान से लबालब ...
सौभाग्य कि आपको सुनने का अवसर मिला...आभार🙏🙂🙇♂️
Bilkul...🙏🙏
सुखी इंसान बनो
भूखा,प्यासा, कमजोर,बीमार,गरीब अभावग्रस्त कभी खुश नहीं हो सकता
इसलिए इसी दुनिया मे इसी जीवन मे अपने अभाव समाप्त करो शक्तिशाली बनो धनी बनो सम्पनता हासिल करो और मौज मस्ती करो।
मरने के बाद मोक्ष ओर स्वर्ग/जन्नत की कामना से बेहतर है इसी जीवन को सुंदर और संम्पन्न बनाओ
इसी दुनिया को बेहतर बनाओ।
आत्मा की शुद्धि के चक्कर मे पड़ने से पहले शरीर को स्वस्थ बनाओ।
वेदिक दर्शन काल्पनिक है और चार्वाक दर्शन वास्तवीक है। मानव वास्तवीक है और वर्तमान में विश्वास करते हैं और उनका परिवार और जीवन वर्तमान में रहता हूं।
दोनो ॠगवेद में अता है। कोई काल्पनिक नही। दोनो आपने जगह पर सही। हमे दोनो से क्या आच्चा है वह लेना है।
चार्वाक दर्शन को आपने बहुत ही अच्छी तरह से समझाया है इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं और आगे ऐसे ही चार्वाक दर्शन का प्रचार प्रसार आप आगे ऐसे ही करते रहिए धन्यवाद गुरुजी ❤️❤️🙏🙏
पोगा पंडितो से चार्वाक् सिधांत कही अच्छा है। चार्वाक मतलब खुशी से जियो बस यही बात है।
ਬਹੁਤ ਬਹੁਤ ਧੰਨਵਾਦ ਜੀ ਰਿਸ਼ੀ ਚਾਰਵਾਕ ਦੇ ਬਾਰੇ ਵਿਸਥਾਰ ਨਾਲ ਵਿਆਖਿਆ ਕਰਨ ਦਾ
चारवाक दर्शन वर्तमान मे प्रासंगिक हैं इसे और आगे बढ़ाने की जरूरत हैं
ऐसे ज्ञानी पुरुष इस देश में अभी मौजूद हैं, इनके गुणों का आत्म सात करें।ब्यर्थ की सीरियल्स देखकर समय नष्ट न करें । इन्हें मेरा कोटि कोटि प्रणाम।__तात्विक दशरथ बड़ाईक, रांची।
Serials dekh kar hi ghar ghar me ashanti fael gayi. Saas bahu ke jhagde, pati ka parstreegaman wagehra dekh dekh kar mahilao me kutilta bhar rahi hai. Jo cheez vastavik nhi usko bhi log vastavik maan kar apne hi logo par sandeh karne lagte hain. Kuchh serials toh tanaav badhane wale hote hain. Aur kuchh serials apne hi mahapurusho ki lampat-ta dikhane me lage hain. Jaise Radha Krishna ka serial (Srinivas aur bhargavi ka extramarital affair). Pata nhi ki ye sab kisse kahani aate kaha se hain? Jarur Gupt kaal ki rachna hogi.
@@Dave_en sahi bat
❤चार्वाक दर्शन स्वार्थी है यहा एक के लिए ठीक हो सकता है लेकिन सामाजिक रूप मे नैतिकता नष्ट करेगा
Wastavik anubhav (practical experience) sabse behtar hai 😊😊
Apna karm ko guru maan kar aage chalna hai..
4 वाक्यों का दर्शन, सुखमय जीवन, नास्तिक दर्शन वास्तविक जीवन जीना सिखाता है। किसी भी चीज को बढ़िया ढंग से प्रस्तुत करने वाले विचार बुद्धिमान मनुष्य में ही होता है आप को शत-शत प्रणाम।।
सर आपके द्वारा दिया गया चार्वाक दर्शन का सही पक्ष बहुत अच्छे से समझ आया इससे पहले हम सिर्फ ऋण लेकर घी पीने तक ही सीमित थे। सर आपका हृदय से धन्यवाद।
यावज्जीवेत्सुखं जीवेत् ऋणं कृत्वा घृतं पिबेत् ।
भस्मीभूतस्य देहस्य पुनरागमनं कुतः ।।
त्रयोवेदस्य कर्तारौ भण्डधूर्तनिशाचराः ।
perhaps, the best philosophy India has produced 🙏
*"चार्वाक दर्शन" भारतीय परंपरा का प्रमुख अंग है लेकिन मनुष्य जाति का यह दुर्भाग्य भाग्य है कि हमने चारबाक महान ग्रंथ संपन्नता को गलत समझ कर नष्ट कर दिया।❤❤❤❤❤*
हम बहुत भाग्यशाली है जो चार्वाक दर्शन जैसे हमारे पूर्वज है,,,ये विचार धारा भारतीय लोग आजमाते तो विश्व में हम सबसे आगे नंबर 1होते, में समझता हूं नास्तिक सच में आस्तिक और वास्तविक है,,, जय चार्वाक लोकायत दर्शन विचार धारा,,, जय सर्वोत्तम भूमिपुत्र गौतम बुद्ध जय शिवराय जय जिजाऊ जय शंभूराजे संत तुकाराम जय गुरु नानक,, जय संत रोहिदास,,, डॉ शहा आपको प्रणाम करते हैं।
I am Tibetan bhudhist. Watch every upload. Lots of respect.
Lots of thanks dear...
🌺
I am Hindu yogi. You will reach highest goal because of your own beautiful mind. Mind which accept everything and everyone and analyse the reality, is bound to become Buddha.
@@anandisingh117 Even our Upnishads says same thing..
@@anandisingh117 थे
Anandi where are you from?
देखिए जीव से एक कनेक्शन है।
जैसे एक बिजली के बल्ब का कनेक्शन।
अगर बल्ब से कनेक्शन हट जाय वह बेकार हो जाता । वही जीव के शरीर का है।
और जो भी सुख, दुःख, त्याग,तप, राजनीति, रिस्ते यह एक फिल्म है।या एक घटना।
इसमें अपना रोल उच्च कोटि का करना है वह स्वतंत्रता है।
चाहे आस्तिक हो या नास्तिक। इत्यादि
परम आदरणीय Dr. HS Sinha
आपने इस discourse के द्वारा जीवन के सत्य को उजागर किया है,इससे ये पुख्ता हो गया है कि चार्वाक सिधांत phylosphy को स्वार्थवश भारत देश से समाप्त करने वालों ने देश को बहुत पीछे ढकेल दिया है और सज़ा उनको मिलनी ही चाहिये परंतु सजा राज देता हैं?
दुनियादारी के हिसाब से चार्वाक दर्शन ही सही है गुरुदेव,,,🙏
Duniya me kya hamesha rahna hai.
Dhirubhai ambani jaisa mahaseth nahi raha, to duniya ka sukh aur aish bakwas aur dhokha hai.
@@rizwanalisalam1057 toh kya dukhi rehna achhi baat hai? Jitna bhi time ye bade bade seth jiya, logo ko naukriya mili, sab ka ghar chala. Duniya ke liye bahut se log apne tarah se contribute kiya. Sab ko ek na ek din jana hi hai lekin hum duniya ko kya de kar jaa rahe hain ye bhi maayne rakhta hai.
Bhagat Singh, Chandrashekhar aazaad ke jaise log bhi duniya se chale gaye lekin aaj bhi unke liye kaafi izzat hoti hai. Koi duniya me aa kar aise hi chala jaay toh log bhi usko bhula denge marne ke baad.
चार्वाक दर्शन का बोध कराने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद सर्🙏
Charvak दर्शन बहुत अच्छा लगा आपका वीडियो सम्पूर्ण भारत को charvak सिद्धांत जानना चाहिए ताकि लोग इस जग में सुख पूर्वक जीवन यापन कर सके, जय बृहस्पति जय चार्वाक
Sirf badan ka sukh hi kaafi nahi hai, balki man ka aur atma ka sukh sabse mahan hai.
Isliye charwak darshan ke dhokhe me punjiwadi, bhautikwadi, anaitikwadi nahi banna chahiye.
चार्वाक दर्शन के विशद्, विषम वर्णन के लिए हार्दिक धन्यवाद. बेहद की परम शांति.
Maine apni life me pehli bar itne oldman se inta important philosophy sikhi, may you live long
सकारात्मक और नकारात्मक दोनों विचार सृष्टि में उपलब्ध है. अपनी अपनी सोच से लोग विचार ग्रहण करते हैं. यही ईश्वरीय लीला है जिससे जीवों का छुटकारा नहीं
आपके विचार निश्चित ही श्रेष्ठ हैं। किन्तु स्मरण रहे ये बात केवल भारतीय दर्शन सनातन व उसकी शाखाओं तक ही सत्य है। अब्राहमिक दर्शन ऐसे नहीं। उन्हें हमारे जैसा समझने की त्रुटि न करें। सहस्त्र वर्ष का इतिहास इसका प्रमाण है।
@@thakurshouryapratapsingh3506 atleast charwak darshan abrahamic faiths se far better hai. Vastavikta me vishwas karta hai, naa ki 72 hooro wale jannat aur jahannum ki aag me. Aaj tak kisi ne 72 hooro ka bhog kar ke batane nhi aaya ki kitna maza aaya. Ye sab bas kisse kahani manoranjan ke liye sunaya jata raha hai. Ved me bhi aise koi sthaan ka varnan nhi, bas moksh ki baat milti hai. Ved ka logic infallible hai. Agla janm kaisa milega woh toh ab tak ke karmo se decide hoga lekin abhi ke time hum kya kar rahe hain wo jyada important hai. Iss drishti se dharti ko hi swarg banane ki koshish bahut achhi baat hogi.
Bat sahi but,,,,
@@Dave_en darshan ka matalab pata hai? Jiski tum baat kr rhe ho vo sab religious stories hai vo humare dharm mai bhi hai purano mai, swarg apsaraye etc, western philosphy doesnt imply Christianity and Islam.
@@romilmahant2971 darshan ka matlab point of view. Stories ki baat nhi kar raha hu. Purano me metaphysical stories milengi, darshan nhi. 6 darshan hain vedic fold me. Non vedic fold me budd, jain, charwak, ajeevika etc. Sab ka aim hai suffering ko kam karna.
गुरू जी आपके द्वारा दर्शन सुनना बहुत ही अच्छा लगता है ।
🙏🙏🙏
I pay my respect to Doctor Sahab as I understood for the first time the principles of Charvak Darshan. Long live Doctor Sahab!
Practical philosophy but need to look into future also with proper planning.It seems CHARWAK is against planning
@@jt.dhsgolaghat9549 charwak philosophy doesnt oppose drinking and prostitution which is morally wrong. Also diving into luxuries by borrowing money from someone else is a kind of irresponsibility. So when they say "yavat jeevet, sukham jeevet" that should be taken with a pinch of salt because whatever makes you happy doesnt imply that the act is morally right or wrong.
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी आपने चार्वाक दर्शन के बारे बहुत अच्छी जानकारी दी है ।
!!! जय संविधान !!! जय भारत !!! जय विज्ञान !!!
@@Dave_en hmm.. True of everyone follow then the society will end
@@sulusukta3935 indeed most of the people around the world are unknowingly following it. There are bollywood songs which have similar lyrics as charwak philosophy. There are programs which ask participants to beg, borrow or steal (Roadies). This philosopy supports incest with blood relatives as long as there is no pregnancy. If anyone follows such atheism, they are sure to fall into the abyss of darkness.
ये भारत की वेदांत परंपरा बड़ा रहे है आचार्य जी को साधुवाद , भारतीय और पश्चिम दर्शन बहुत अच्छे से समझ आ रहा है । धन्यवाद सर ।।
शायद अल इकलौते शख्स है जिनके ज्ञान से मैं प्रभावित हुआ हूँ
आपको नमन है
कहा जाता है कि चार्वाक के दर्शन का कुछ अंश मेगास्थनीज के इंडिका मे है।मेगास्थनीज का इंडिका रोम के लाईब्रेरी मे जर्जर हालत मे हैं। मुझे लगता है कि हर जागरूक व्यक्ति कभी न कभी चार्वाक की तरह जीव,आत्मा और ब्रह्म के बारे मे सोचता अवश्य होगा।
यावत् जीवेत्, सुखम् जीवेत।
कुछ इसी तरह मिलता जुलता Epicurus का Hedonism philosophy है।
दादा साहब प्रणाम बहुत ज्ञानी हो
महापुरुष हो आप 🎉❤
Charvak was an extremely rational & erudite person & his philosophy is really great!
charvak was not a person, it was a philosophy believed to be derived by Brihaspati.
@@kaushikkashyap9534😂😂
@@pojha5is he wrong?
@@rudraveerpratapsingh4359 yes dear. Charwak is philosophy...not philosopher
@@pojha5 do you have a thorough knowledge on ANY Indian philosophy? ANYY???
चार्वाक दर्शन के अनुसार
प्रत्यक्ष ही सत्य है
चार्वाक दर्शन सुखवादी दृष्टिकोण पर बल देता हे अर्थात
जब तक "जियो सुख से जियो और ऋण लेकर घी पियो "
मैं पूरा हिल चुका हूं ,, अब प्रकृति के इशारे का इंतजार है मुझे..
अति सुन्दर व्याख्या गुरुजी! आज तक चार्वाकों की सिर्फ बुराई सुनी थी, आपने स्पष्ट किया की चार्वाक भी प्रशंसनीय है बशर्ते की उनकी व्याख्या आपके जैसी प्रभावी होनी चाहिए!🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
शानदार प्रस्तुति
सादर वंदे गुरूदेव! आपकी पुस्तक -"धर्मदर्शन की रूपरेखा " बहुत वर्षों पहले पढ़ी थी. आज आपके दर्शन हुए धन्य हुआ मैं! यह पुस्तक स्नातक के अंतिम वर्ष में दर्शनशास्त्र का एक पेपर था. इस वीडियो में आपने लोकायत की चर्चा की है, यह पुस्तक भी मैने पढ़ रखी है जो कि देवीप्रसाद चटर्जी ने लिखी हैं.
-भंवरलाल महरिया भंवरो, ढाकाळी (सीकर) राजस्थान.
बहुत अच्छा विश्लेषण प्रस्तुत किया है sir आपने। मैं गणपति की यही कल्पना करता था जो आपने बताया है बृहस्पति शास्त्र के माध्यम से। बहुत सुंदर और सटीक ज्ञान दिया है Dr। Sinha Sir धन्यवाद 🙏
अत्यंत महत्वपूर्ण वार्ता। कोटि कोटि धन्यवाद।
दो बातों की ओर ध्यान आकर्षित करूँगा:
१. चार्वाक निःसंदेह वृहस्पति सूक्त से प्रभावित रहे होंगे; परन्तु वृहस्पति सूक्त को चार्वाक सूक्त कहना हो सकता है जल्दबाजी न हो जाय। मुख्यतः वृहस्पति स्वयं वैदिक ऋषि हैं।
२. चाहे डेकार्ट (René Descartes) का जेसुइट (Jesuit) विद्यालय के माध्यम से हो, या हेगल (G. W. F. Hegel) का स्वयं संस्कृत से सीधा सम्बन्ध हो; यह कहना आश्चर्यजनक नहीं होगा कि उनके विचार इन्ही शास्त्रों से प्रभावित हुए हों।
चार्वाक दर्शन की अति सुन्दर व्याख्या।
प्रणाम गुरुजी। इतना सुंदर तरीके के से आप समझाते हैं की कठिन विषय भी आसानी से समझ में आ जाता है।
चार्वाक दर्शन के बारे में पहली बार सुना। बहुत सुंदर।
चार्वाक के बारे में सुना था पर पता नहीं था और आज पता लगा बहुत-बहुत धन्यवाद आपका साहब
चार्वाक के इस सिद्धांत के दोष भी बहुत दिख रहें हैं। मनुष्य जीवन में कर्म का बहुत महत्व है, यह आप अपने जीवन में देख भी सकते।
चार्वाक दर्शन का बहुत सुंदर विश्लेषण किया डाक्टर सिन्हा जी ने। सहज और सरलता से। आज भी प्रासंगिक है। इस पर चर्चा होनी चाहिए। 🙏 🙏
Real hero.. 90 sal ka noujawan ise kahte hai 🙏🙏🙏🙏🙏
I like charvak philosophy.
चार्वाक दर्शन अब तक का सबसे अकल्पनीय वर्णन
सभी बातें सबकी समझ में नहीं आ सकती है. चार्वाक भी एक दर्शन है जो साधारण मानव को भी समझ में आता है और लोग इसको आज भी अनजाने में ही मानते हैं.
Charwak philosophy is only truth
बहुत सुंदर विवेचना की है आपने
महोदय, चार्वाक जी की एक एक बात सत्य है, लेकिन जो अन्य भारतीय दर्शन के प्रवर्तक है शायद उन्हें भली भाति ज्ञात है की ज्ञान मे किये गये सदाचार बेमन और मजबूरी मे होते है क्योंकि उन्हें सब बातो का ज्ञान है और भक्ति मे किये गये सदाचार मे सदैव बस भाव निहित होता है, जो दिमाग़ से नहीं दिल से होता है, इसलिए चार्वाक जी को नहीं स्वीकार किया जाता है 🙏🙏🙏🙏🙏
नमन है आपको चार्वाक जी के दर्शन को जन जन मे प्रसारित करने के लिए
चार्वाक दर्शन पर यदि हम चलते तो आज हम पूरे संसार पर छा जाते और देश शत प्रतिशत शिक्षित होता औरं जातपात नहीं होती ।
Right sir 🙏🙏 nmobuddhay 🙏🙏🙏🙏🙏
Khatam they udhar leke ghee piye to vo chori krne se rukega
Aur RBI diwaliya ho Jata...🤣🤣🤣
@@dineshmanav3756 ìì
@@surajthakur401 udhar le kar pina ek metaphor hai iska matlab hai take care of your precious body and this wonderful life
चार्वाक ग्रंथों को अगर नष्ट नहीं किया गया होता तो हमारा देश सुखी और समृद्ध होता और शायद इस देश के लोगों की स्थिति इतनी दयनीय नहीं होती।
तो तथाकथित उच्च वर्ग की मनमानी कैसे चलती ?
आपने फिर पढ़ा ही क्या?? आपका प्रश्न और तर्क दोनों गलत है। आप पहले चार्वाक को पढ़े फिर दूसरे दर्शन शास्त्रों को भी पढ़े तब तर्क करे। कोई भी चीज़ गलत या सही पूर्ण नहीं होती आपका नज़रिया उसको सही गलत के पैमाने पर नापता है।।
@@MehraSDMlove
महोदय ,
आप स्वयं अपने आप को गलत साबित कर रहे हैं. चार्वाक दर्शन अगर मिथ्या या गलत हैं तो उसे नष्ट करने की क्या जरुरत थी.
चार्वाक मिमांसा और उपनिषद साथ साथ विराजमान रह सकते थे.
चुंकी चार्वाक मिमांसा स्वार्थ हित साधने मे बहुत बडी बाधा थी इसलीये उसका नष्ट होना अतीआवष्यक था और उस परंपरा या विचारधारा को मूल से नष्ट कर दिया गया.
मूर्ख कभी किसी दर्शन देखा व सुना भी है?
@@AshokKumar-zg8xf
आज के इस दौर मे शब्द:शह अर्थ लेनेवालो को महामूर्ख की संज्ञा दिगयी हैं.
या फिर हमारे पडोसी मुल्क की भाषा मे उन्हे शेखचिल्ली कहते हैं.
Mai khushkismat hu kya jo mujhe ye channel mila ..parnam guru ji 🙏
विज्ञान (Since) का अद्भुत शोध...
और हम जैसे तुच्छ प्राणी (मनुष्य) जातिय भेदभाव, सम्प्रदाय, धर्म विषमता, छुआछूत, गोरे काले में भेद, असमानता और अमानवीय कृत्य में न सिर्फ समल्लित हैं बल्कि इस धरती के दूसरे अन्य प्राणियों को भी जीने के हक से वंचित कर रहें हैं... अर्थात असंतुलन पैदा करने पर तुले हैं सिर्फ अपनी सुख भोग समृद्धि आनंद और निजी स्वार्थ के लिए। सबसे बड़ी बात स्त्रियों के प्रति भी दुराग्रह जिनके गर्भ से पुरुष नौ महिने बाद पैदा होते हैं उन्हें भी शोषण का शिकार बनाते हैं। इस धरती पर जन्म लेने वाले हर प्राणी के लिए प्रकृति ने तमाम संसाधन दिए फिर भी मनुष्य संतुष्ट नहीं है। इसी का संघर्ष युगों युगों से कम्युनिस्ट (नाम चाह कुछ भी रख लें) करते रहें हैं...
ua-cam.com/video/IzTId_PDJic/v-deo.html
6:52 किसी ने Verify नही किया शंकराचार्य मुक्त हो गए 😕😁😁
😂😂
Thanku so much apka....... Really a great.... Session....
I thought that charwak were negative but after watching this..... I understand they were realistic..... ❤️
मैं चारवाक दर्शन को ठीक से समझना चाहता था और मेरे पास कोई स्रोत नहीं था। अपने कैंसर से उबरने के बाद सोचा था चरवाक दर्शन पर किताब लिखूँ आज छह महीने बाद मुझको आपके माध्यम से चरवाक दर्शन पर प्रकाश मिला है, आपका शुक्रिया। कविता की किताब तो लिखी है पर अब सोच रहा जैसे आपने समझाया कोई नहीं समझा सकता, तो इस पर नहीं लिखूंगा।
Quest ka boht boht dhanewaad..for this timeless knowledge
💐प्रणाम आदरणीय गुरुजी💐
चार्वाक दर्शन बहुत बढ़िया जानकारी
डॉ. साहेब अपने बहुत ही सरल भाषा मे चार्वाहक के बारे मे बताया धन्यवाद
चार्वाक दर्शन को भारत ने नही अपनाया परंतु पश्चिम दर्शन पूरा का पूरा ऐसा ही है!
अपने सुख की चिंता करो, बाकी सब जाए भाड़ में!
Great explanation. Previously I thought that charvaks were negative people. Now I have learnt that they were great philosophers.
Yeah they are portrayed negatively
Us time bhi ek dusre school of thought sampradaya ek dusre ke khilaf baate likhte the sramana vedic logo ke khilaf adaivt vedanta kamakhya ke khilaf aajivika jain ke khilaf
बहुत सुन्दर व्याख्याता है. आसान भाषा में समझाया
Aapko hme charvak darshan sarlta se samghhane k liye Sadar nmn🙏🙏🙏🙏🙏aapka aabhar🙏🙏🙏🙏🙏 nmobuddhay 🙏🙏🙏🙏🙏
गुरु जी सादर प्रणाम
आपके वीडियोस से मैं बहुत ज्यादा लाभान्वित होती हूं।
आदि गुरु शंकराचार्य जी को स्वयं दुर्गा मां ने लाल कपड़ा ओढ़ाया
कृपया इस बारे में कुछ जानकारी दीजिएगा
Radhe Krishna Hari Krishna Laxmi Narayan shiv parvati ram sita
श्री युक्तेश्वर जी ने समाधी लेने के बाद दुबारा प्रकट हो कर प्रमाण दिया है। ""योगीकथामृत""
बहुत बढ़िया एवं सुन्दर विश्लेषण।👍👍👌👌🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 प्रणाम गुरु जी।
डाॅक्टर सिन्हा जी कृपा बताने का कष्ट करेंगे जिन्दा कोई स्वर्ग-नरक जा नहीं सकता और मरे हुए वापस आकर बता नहीं सकता फिर स्वर्ग और नरक की खोज किसने की हैं ?
जनता से जनता की संपत्ती और स्त्री से दूर व्यवहार करोगे तो जनता अने वाले समय में सत्ता में बदलाव लायेगी.
या नी की बहोत ही जल्द सत्ता बदलणे वाली है, जनता का सरा धन लुटा जा रहा है.
देश में धनानांद का शासन चल रहा है.
भगवान इनकी आयु लम्बी करे ज्ञान प्राप्त करते रहे
bhagvan ko nahi mante 😃
सुन्दरतम् सरल विवेचन
प्रणाम 🙏
कर्मकांड को मानने वालों ने चारबाग दर्शन साहित्य को चुन चुन कर खत्म किया है
Sir yhi baat main dusro ko samjhana cha rha tha mere bhi yhi sabd hain meri maansikta bilkul charwak se hi milti hai aur mujhe unke baare main aaj hi pta lga jab mai mere aadarsh BHAGAT SINGH ❤️ ki book Why I Am An Atheist padh rha tha to us book main charwak ka jikr tha to main uske madhyam se aap tak pauccha aapne bahut acche se explain kiya
गुरु जी एक वीडियो ज्योतिष शास्त्र पर भी बनाएं तो आपकी कृपा होगी
bahut bhaut jaroor banaye 🙏🙏🙏
Jotish koi darshan nahi hai ! Yeh ek biygaan hai ...
सिन्हा सर प्रणाम, चार्वाक दर्शन नीति का दर्शन है जानकारी के लिए धन्यवाद।
सिन्हा साहेब आपको शिर साष्टांग प्रणिपात ......धन्यवाद.
मौजूदा दौर का विकास मॉडल ही वैश्विक स्तर पर विनाश का कहर ढा रहा है।
आपका बहुत बहुत हृदय से आभार बहुत ही सुंदर ढंग से आपने समझाया ..💐💐
ज्ञान के धनी हैं डा. साहब | शत -शत नमन ....
Bharat ki sanskruti ko todne ke liye aise kitne hi darshan paida kiye gaye
Magar satya ki hamesha jeet hoti he
Satya mev jayte 🙏🙏
धन्य हो प्रभु आज पहली बार शुद्ध और शाश्वत और सत्य ज्ञान सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ धन्य हो आप तो परम ज्ञान के भंडार है
a sophisticated person along with wisdom and consciousness
I’ve become your fan listening to your critical analysis of Charvak philosophy vis a vis other scriptures of Indian & Greek philosophy !!
सर आपके सारे वीडियो बहुत ही अनुकरणीय हैं।
Halaki is philosophy me bhi kuch factors missing lgte hai mujhe but fir bhi I appreciate ki hamare rishi muni aise the ki alag alag mindset aur philosophy k baad bhi sarve bhawantu sukhina hi maksad tha.. Hats off to my Indian philosophy. Aaj kal ke log jo apni selfishness ke liye Athiest ban jate hai aur Charwak ko badnaam karte hain unko ye video dekhni chahiye