स्वामीनारायण विवाद पर जगद्गुरू शंकराचार्य का स्पष्ट सन्देश।
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- Опубліковано 7 вер 2023
- आदरणीय बन्धुवों !
आपके मन में उत्पन्न धार्मिक जिज्ञासाओं के समाधान के लिए पूज्यपाद स्वामिश्रीः ने कृपा करके प्रश्नप्रबोध का क्रम शुरु किया है ताकि आपके प्रश्नों का शास्त्रीय समाधान प्राप्त हो सके ।
पूज्यपाद स्वामिश्रीः जी महाराज के नित्य प्रातः होने वाले प्रवचन को श्रवण करने से बहुत सारी शंकाओं का समाधान आपको स्वतः प्राप्त होगा और धर्माचरण में आपकी निष्ठा बढेगी ।
नित्य प्रवचन प्रातः सूर्योदय से आरम्भ होता है आप इस पेज पर उसे सुन पाएंगे 👇
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/ swaamishreeh1008
आप ट्विटर पर पूज्यपाद स्वामिश्रीः को फालो कर सकते हैं 👇
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और नित्य संवाद के लिए
पूज्य स्वामिश्रीः प्रतिदिन पूर्वाह्न 10 से 10.15 बजे तक इस टेलीग्राम समूह में प्रत्यक्ष उपस्थित होते हैं और श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं का समाधान संक्षेप में तत्काल कर देते हैं।
यदि आप चाहें तो इस समूह में आमन्त्रित हैं।
t.me/joinchat/Sr-Ushd-cJZbu-d...
समाधान प्राप्त करने के लिए श्रद्धा, निष्ठा व धैर्य के साथ-साथ समय का पालन भी जिज्ञासु करेंगे ऐसी आशा है ।
WhatsApp - 6389001008 Mob- 9670296702
छायापुरुषः
श्री गुरु भगवान शंकराचार्य 1008 अविमुक्तेश्वरनन्द जी श्री ज्योतिर्मठ के चरणों मै कोटी कोटी नमन 🙇🙇
वो जिस बात का विरोध कर रहे हैं आप वही कर रहे हैं, वो भगवान नहीं हैं
Vo hanumanji ki murti Amadabad me nahi hai.
Sarangpur gav me hai
@@joyousatul 😂 बिल्कुल उसी तरह जैसे महाराष्ट्र वाले साईं बाबा 😂 हर प्रकार से दुकान और होटल में घुसेड़ दिया है ठीक उसी तरह जैसे बांग्लादेशी घुसपैठिये हर,,,,
ऐक से ऐक पंत आऐगे ईस कलिकाल मे। पर हमरा सनातन धर्म महान है। गुरू जी हम सभी सनातनी आप के साथ है। मै न्यूज़ीलैंड से। जय श्री सीताराम, जय सनातन।
सनातन और ये सब पंत अलग-अलग है क्या?
वर्तमान में सनातन धर्म को आपको जेसे धर्म गुरूओ की सख्त आवश्यकता है। जो प्रखर होकर अपने धर्म के लिए बोल सके। सनातन धर्म से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या अपमान बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। हम आपके साथ है गुरदेव
आपके चरणों में सादर प्रणाम 👏
सारंगपुरके उस स्वामीनारायण मंदिर में जो हनुमान जी की मूर्ति है वह भगवान स्वामीनारायण के संत पूज्य गोपालानंद स्वामीने प्रतिष्ठित कि है । हनुमानजी की इस मूर्ति में ऐसा ऐश्वर्या है कि पिछले लगभग 200 सालसे संसार में जो लोग भूत प्रेत पिशाच आदि के दुखों से पीड़ित होते हैं वह वहां जाकर उन दुखों से मुक्ति पाते है। अब जब हनुमानजी खुद अपना दिव्य-ईश्वर्य वापस नहीं खिंच रहे हैं, जब हनुमान जी को खुद को कोई दिक्कत नहीं है, तो आप क्यों हनुमानजी के नाम पर अपना पापड़ सेक रहे हो ?
सारंगपुरके उस स्वामीनारायण मंदिर में जो हनुमान जी की मूर्ति है वह भगवान स्वामीनारायण के संत पूज्य गोपालानंद स्वामीने प्रतिष्ठित कि है ।
हनुमानजी की इस मूर्ति में ऐसा ऐश्वर्या है कि पिछले लगभग २०० सालसे संसार में जो लोग भूत प्रेत पिशाच आदि के दुखों से पीड़ित होते हैं वह वहां जाकर उन दुखों से मुक्ति पाते है। अब जब हनुमानजी खुद अपना दिव्य-ईश्वर्य वापस नहीं खिंच रहे हैं, जब हनुमान जी को खुद को कोई दिक्कत नहीं है, तो आप क्यों हनुमानजी के नाम पर अपना पापड़ सेक रहे हो ?
परमात्मा को कोई भी इंसान इस दुनिया में नहीं देख सकता, इस लिए वो निराकर हे, मरने के बाद उसके दर्शन होगे फिर वो साकार हे, मगर इस दुनिया में उसकी काल्पनिक मूर्ति बना कर नही पूज सकते , क्यों की उसको देखा ही नहीं , तो बनाया केसे, वो मूर्ति नही बोल सकती,नही चल सकती , अब दूसरी बात परमात्मा कण कण में नहीं बसता, क्या टॉयलेट में भी परमात्मा है? क्या शराब खाने में हे ? क्या गंदी जगह पर हे? अगर परमात्मा हर जगह हे , तो फिर आप पेसाब , टॉयलेट कहा करोगे? परमात्मा के उपर? परमात्मा हर जगह नहीं हे, । मगर उसकी ताकत, पावर, कंट्रोल, हर जगह पे हे। और वो कही भी जा सकता है,
जिस तरह से स्वामी नारायण संस्था ने स्मार्ट प्राचीन भगवा वस्त्र पहनकर लोगों को बेवकूफ बनाया है, लोगों को पता चल जाएगा कि यह हमारी मूल सनातन धारा के विपरीत अपना एजेंडा चला रहा है, उनके सभी मंदिर हमारी आस्था को चोट पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं। लोग ऐसा ही सोचेंगे लेकिन यह सच है कि उन्होंने अनंत निर्जीव भगवान शिव को अपना स्वामी दिखाने की कोशिश की है, उनका एक भक्त कलियुग के प्रभाव के कारण किस तरह से अपनी बुद्धि खो चुका है, उनके उल्टे बयान भी इस बात को साबित करते हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि भविष्य में यह लुप्त हो जाये। उन जैसे लोगों के लिए ही बाबा गोस्वामी तुलसी दास ने 500 साल पहले राम चरित मानस में ये लिखा था..की. दंभी ने अपनी मृत्यु के बाद ऐसे पंथ का निर्माण करना शुरू कर दिया है, यानी दंभी लोग अपनी कल्पना के माध्यम से अपना धर्म स्थापित करने के लिए ऐसे पंथ का निर्माण करेंगे..
अब हिन्दू जागो इन कालनेमि से
जय गौमाता
सनातन की शरण में आए सभी लोगों के लिए एक प्रार्थना, चूँकि हम ही एकमात्र भक्त हैं, हमने अपने शास्त्रों का दैनिक मार्ग सीखा है और अपने बच्चों को भी राम चरित मानस गीता श्रीमद्भागवत या उपनिषद की प्रेरणा दी है, यह हमारी शांति और भक्ति है. या फिर आप अधिक पैसा कमाएंगे और आपको सत्य और असत्य में बेहतर समाज मिलेगा, सभी को मेरा प्यार जय सियाराम राधे-राधे हर हर महादेव
@@Face426 tu पागल है क्या ???
आकाश मे ना तो हवा है ना ही कं, तो क्या वहा परमात्मा नही है ????
अनांत्कोटी भ्रहमांड का जो सरुजन करता है जो उनको पालता है, जो उनका संहार करतआ है , वे वहां भी होंगे यहां तुम सोच बी नही सकते
गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि नमन ❤❤
તારા. બાપ. ના. બાપે. ્હનુમાનજી. ને. બેસાડ્યા
તો. પછી. તું. ભગવાન. થયજા
સનાતન. વાડા. સનાતન. ના. ટાંટીયા. કાપે. છે
જય. સ્વામિનારાયણ
જય. સ્વામિનારાયણ. જય. સ્વામિનારાયણ જય. સ્વામિનારાયણ
श्री गुरुदेव के चरणों कोटि कोटि दंडवत प्रणाम
ગુરુદેવ ને કોટી કોટી વંદન 🙏
धार्मिक कुरीतियों के प्रति सावधान करना बहुत जरूरी है
सद्गुरु शरणम् 🙏
Same type like Maharashtra Shirdi Sai Baba 🤣,,,,
जय सियाराम यदि कोई धार्मिक गलतफहमी है तो उसे दूर करना चाहिए लेकिन सनातन धर्म के शांतिपूर्ण तरीके से काम करना चाहिए
श्रीराम ,,,,✅
सियाराम,,,,,,✅
लेकिन अब तो ,,,,,,
साई बाबा🧔 को साईं राम🤣 कहने लगे हैं,,,,,
चांद मियां को भी हर प्रकार से दुकान और होटल में घुसेड़ दिया है ठीक उसी तरह जैसे बांग्लादेशी घुसपैठिये,,,,,
देवी अहिल्या की कथा का वर्णन वाल्मीकि रामायण के बालकांड में मिलता है। अहिल्या अत्यंत ही सुंदर, सुशील और पतिव्रता नारी थीं। उनका विवाह ऋषि गौतम से हुआ था। दोनों ही वन में रहकर तपस्या और ध्यान करते थे। ऋषि गौतम ही न्यायसूत्र के रचयिता हैं। शास्त्रों के अनुसार शचिपति इन्द्र ने गौतम की पत्नी अहिल्या के साथ छल से सहवास किया था।
अहिल्या की सुंदरता के कारण सभी ऋषि-मुनि, देव और असुर उन पर मोहित थे। देवताओं के राजा इन्द्र तो कुछ ज्यादा ही मोहित हो चले थे। इन्द्र के मन में अहिल्या को पाने का लोभ हो आया। बस फिर क्या था। एक दिन ऋषि के आश्रम के बाहर देवराज इन्द्र रात्रि के समय मुर्गा बनकर बांग देने लगे। गौतम मुनि को लगा कि सुबह हो गई है। मुनि उसी समय उठकर प्रात: स्नान के लिए आश्रम से निकल गए। इन्द्र ने मौका देखकर गौतम मुनि का वेश धारण कर लिया और देवी अहिल्या के पास आ गया।
इधर, जब गौतम मुनि को अनुभव हुआ कि अभी रात्रि शेष है और सुबह होने में समय है, तब वे वापस आश्रम की तरफ लौट चले। मुनि जब आश्रम के पास पहुंचे तब इन्द्र उनके आश्रम से बाहर निकल रहा थे। इन्होंने इन्द्र को पहचान लिया। इन्द्र द्वारा किए गए इस कुकृत्य को जानकर मुनि क्रोधित हो उठे और इन्द्र तथा देवी अहिल्या को शाप दे दिया। देवी अहिल्या द्वारा बार-बार क्षमा-याचना करने और यह कहने पर कि 'इसमें मेरा कोई दोष नहीं है', पर गौतम मुनि ने कहा कि तुम शिला बनकर यहां निवास करोगी। अब आप ही बताओ कोई देव भगवान जो लोगो को अच्छे कार्य करने का हुक्म दे और वोही पापी, बलात्कारी, और किसी की इज्जत लूट ने वाला हो वो देव केसे हो सकता है, आपकी ही बहन बेटी मां के साथ इस तरह का काम इंद्र करे तो? भाई ये देव देवता की जूठी कहानी से बाहर आ जाव
@@drketanlimbachiya784तेरा ज्ञान नपुंसकतावादियों वाला है
महाराज जी हम सब हिंदू आपके साथ है जय श्रीराम🚩
Per shankRacharay ji aap sab sanatani jab itana pani sipper se gujar gaya tab ab ye sab bolte ho...jab Loha garam tha tab hathoda kyo nahi mara ...to itana failta hi nahi na sawami narayan ka ugane hi nahi dena tha na kyo soye rahe sab log
@@malinisaboo6414 हम दक्षिण भारत महाराष्ट्र मे रहते है हमारे यहा स्वामीनारायण संप्रदाय नही है ऊस संप्रदाय का हमारी यहा प्रचार नही हुआ और नही हमने होने दिया हमारे यहा वारकरी संप्रदाय है
परमाराध्य जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज ज्योतिष पीठाधीश्वर महाराज की जय हो। आपके श्रीचरणों में सादर प्रणाम।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
જય શ્રી કૃષ્ણ,
જય શ્રી રામ,
જય ભોલેનાથ,
જય માતાજી
સત્ય સનાતન ધર્મ કી જય હો
😂😡 *સ્વામિનારાયણ ની કુંડળી*
*જુની આખી શિક્ષા પત્રીમા ક્યાંય સ્વામિનારાયણ નો કે સંપ્રદાયનો કોઈ ઉલ્લેખ નથી આ બધુ તુત ગઢડાથી ઉભુ કર્યુ છે ઘનશ્યામભાઈ (એટલે સ્વામી) અને જેતપુર વાળા નારણભાઈ મોચી (એટલે નારણભાઈ જે ઘનશ્યામભાઈ નો જોળીયો ઉપાડનાર જે ધનશ્યામના ઉતરેલા કપડા પહેરતા ટુકમા રોટલા માટે સાથે રખડતો વ્યક્તિ જે નારાયણ બની ગ્યો) આ બન્ને ગુજરી ગયા ત્યારે બન્ને રખડતા સાધુ સમજીને લોકોએ સમાધી આપી એ જગ્યાનું નામ છે સ્વામિનારાયણની સમાધી પછી પછળથી આ તુત ઉભુ કર્યુ આયોજન પુર્વક લોકોને છેતરવાનુ બ્રેન વૉશ કરવાનુ શરુ કર્યુ સંપ્રદાયની જમાવટ જોઈ છપય્યા ખબર પડી એટલે ઘનશ્યામભાઈ ના દીકરાઓ ગુજરાતમા આવ્યા અને વારસદાર તરીકે દાવો મુક્યો ગુજરાત હાઇકોર્ટ મા વર્ષો સુધી કેસ ચાલ્યો (આ વાતમા શંકા હોય તો ખાતરી કરવાની છુટ છે)છેલ્લે ચુકાદો વારસદારના તરફેણમા આવ્યો ગાદીએ તેજેન્દ્ર બેસી ગયો પીતરાઈ ભાઈ અજેન્દ્ર હજી ગાદીમાટે લડે છે ત્યારે આ બાજુ યોગી હતો એ ગુજરી ગયો હતો પણ એના બે અંગૂઠાછાપ ચેલા હતા ચંદુભાઈ ઉર્ફ નારાયણ સ્વરૂપ એજ પરમમુર્ખ પ્રમુખ અને હરિભાઈ (સોડા હરિપ્રસાદ) બન્નેને કોર્ટે હુકમ કર્યો તમે કોઈ પણ જગ્યાએ સ્વામિનારાયણ મંદિર કે ટ્રસ્ટ નામ નહી આપીશકૉ એટલે આ બન્નેએ baps બોચાસણ વાસી અક્ષર પુરુષોત્તમ સંસ્થાન ના નામે ભગવા પહેરોને નવી દુકાન (ફ્રેન્ચાઈઝી) શરુ કરી જમાવટ જોઈ થોડાજ સમયમા ગુંડા ચંદુભાઈ એ હરિભાઈને લાતમારી ને કાઢી મોક્યો એની સામે સોખડા બનાવ્યુ અને એકે સ્ત્રીઓનુ મોઢુ ના જવુ તો બીજાએ સ્ત્રીઓ ને એન્ટ્રી આપી અને ધતિંગ ચાલે છે આ બધો પૈસાનો જ ખેલ છે ધર્મ ક્યાંય નથી ટુકમા અત્યારે સંપ્રદાય ના આઠ ફાટા છે એક્યેયને એક બીજાને જયશ્રીકૃષ્ણ કરવાનો પણ સબંધ નથી આસત્ય હકિકત છે તપાસ કરવાની છુટ છે જય સનાતન જય ભોલેનાથ હરહર મહાદેવ*
ભાઈ, ગુજરાત માં આ સ્વામિનારાયણ ના લોકો નો ભાંડો ફોડવો પડશે.
गुरुदेव प्रणाम. बिलकुल सही कहा आपने. आपने अपने शब्दों से क्षत्रिय धर्म को झकझोर दिया. धन्यवाद. धर्म गुरु ऐसा ही होना चाहिए.
ગુરુજી.. મેરા પ્રણામ સ્વીકાર કરે મૈં આપ ચરણો મે કોટી કોટી પ્રણામ કરતાહું 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼જય હો ગુરુદેવ ભગવાનકી. જય સનાતન ઘર્મ કી
A religious teacher should be understandable, peace maker and servant of servant das no das .
He is pushing for trouble by challenging instead of advising the devotees of God to live in peace and Harmony.
Should be ashamed of himself considering A Guru should be a good example to his puppils.
Keeping all Hindus united as a parivar it is the duty of Guru.
We are all sampilo parivar Hindus united irrespective of theirs believes build a bridge.
There is no humiliation in Tilak, picture of Hanuman Bhagvan bow down to swaminarayan or vice versa if your thoughts are pure as divine.
Raji Rejo
@@CRI7T whosoever yu are... You have a lot of gyaan for personal welfare, i wonder if you hv any idea or connection with Sanatan.. Your knowledge is perhaps acquired via perceptions borrowed from "poorvaagrah"... I admire you for taking time and typing such an elaborate response. Its a free and freewheeling country and you, sir, have proved it well.
Goi to the point regarding the above video stop being ignorant this what your guru teaches anger does not suit a sadhu what can we expect from their pupils.
महाराष्ट्र शिर्डी वाले साईं बाबा को भी हर प्रकार से दुकान और होटल में घुसेड़ दिया है ठीक उसी तरह जैसे बांग्लादेशी घुसपैठिये हर राज्यों में,,,,,,😂
गुरु जी की चरणों में नमन
🙏🙏 धन्यवाद शंकराचार्य जी 🙏🙏
प्रणाम गुरुदेवजी सनातन धर्म की जय आपने बिलकुल सही कहा है हम आपके साथ हैं
परम पूज्य श्री महाराज जी के श्री चरणों में सादर दंडवत प्रणाम है 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
श्री गुरुदेव के चरणों में सत सत नमन
🙏🏻🚩
जय गुरुदेव
पूज्य गुरुजी के चरणों में बारंबार प्रणाम🙏
देवी अहिल्या की कथा का वर्णन वाल्मीकि रामायण के बालकांड में मिलता है। अहिल्या अत्यंत ही सुंदर, सुशील और पतिव्रता नारी थीं। उनका विवाह ऋषि गौतम से हुआ था। दोनों ही वन में रहकर तपस्या और ध्यान करते थे। ऋषि गौतम ही न्यायसूत्र के रचयिता हैं। शास्त्रों के अनुसार शचिपति इन्द्र ने गौतम की पत्नी अहिल्या के साथ छल से सहवास किया था।
अहिल्या की सुंदरता के कारण सभी ऋषि-मुनि, देव और असुर उन पर मोहित थे। देवताओं के राजा इन्द्र तो कुछ ज्यादा ही मोहित हो चले थे। इन्द्र के मन में अहिल्या को पाने का लोभ हो आया। बस फिर क्या था। एक दिन ऋषि के आश्रम के बाहर देवराज इन्द्र रात्रि के समय मुर्गा बनकर बांग देने लगे। गौतम मुनि को लगा कि सुबह हो गई है। मुनि उसी समय उठकर प्रात: स्नान के लिए आश्रम से निकल गए। इन्द्र ने मौका देखकर गौतम मुनि का वेश धारण कर लिया और देवी अहिल्या के पास आ गया।
इधर, जब गौतम मुनि को अनुभव हुआ कि अभी रात्रि शेष है और सुबह होने में समय है, तब वे वापस आश्रम की तरफ लौट चले। मुनि जब आश्रम के पास पहुंचे तब इन्द्र उनके आश्रम से बाहर निकल रहा थे। इन्होंने इन्द्र को पहचान लिया। इन्द्र द्वारा किए गए इस कुकृत्य को जानकर मुनि क्रोधित हो उठे और इन्द्र तथा देवी अहिल्या को शाप दे दिया। देवी अहिल्या द्वारा बार-बार क्षमा-याचना करने और यह कहने पर कि 'इसमें मेरा कोई दोष नहीं है', पर गौतम मुनि ने कहा कि तुम शिला बनकर यहां निवास करोगी। अब आप ही बताओ कोई देव भगवान जो लोगो को अच्छे कार्य करने का हुक्म दे और वोही पापी, बलात्कारी, और किसी की इज्जत लूट ने वाला हो वो देव केसे हो सकता है, आपकी ही बहन बेटी मां के साथ इस तरह का काम इंद्र करे तो? भाई ये देव देवता की जूठी कहानी से बाहर आ जाव
गुरु जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम। "भगवान श्री कृष्ण की जय हो "
आपकी विनम्रता ही आपकी महानता है। आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🚩
जय माता की । जय गुरुदेव । जय शंकराचार्य महाराज की । हर-हर महादेव। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
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श्री सदगुरु चरणारविन्दो जयति। अनन्त कोटि नमन।
धन्यवाद आभार अभिनन्दन कृतज्ञता वंदन सम्मान व्यक्त करते हैं आपका।
Very true I want M No of Mr Prashant Pandya in favour of Sanatan Dharma K J Tank
सारंगपुरके उस स्वामीनारायण मंदिर में जो हनुमान जी की मूर्ति है वह भगवान स्वामीनारायण के संत पूज्य गोपालानंद स्वामीने प्रतिष्ठित कि है । हनुमानजी की इस मूर्ति में ऐसा ऐश्वर्या है कि पिछले लगभग 200 सालसे संसार में जो लोग भूत प्रेत पिशाच आदि के दुखों से पीड़ित होते हैं वह वहां जाकर उन दुखों से मुक्ति पाते है। अब जब हनुमानजी खुद अपना दिव्य-ईश्वर्य वापस नहीं खिंच रहे हैं, जब हनुमान जी को खुद को कोई दिक्कत नहीं है, तो आप क्यों हनुमानजी के नाम पर अपना पापड़ सेक रहे हो ?
सनातनी ही सनातन के विरोधी क्यों है,और क्यों हुए ..... इस पर सनातनियों को अवश्य संज्ञान लेना चाहिए।
महाराज जी की जय 🌼🌺💐🙏🙏🙏
अपने स्वार्थ के लिए। सब अपने अपने मठों में मठाधीश बनने के लिए 🙏🙏🇮🇳🇮🇳
महाराष्ट्र शिर्डी साईं बाबा 😂,,,,
गठबंधन की कमजोर सरकार,,,, और गठबंधन के भगवान,,, साईं बाबा 😂 साई ख़ान
@swadhyay भारत खंड मे अंदर ही अंदर राजा- महाराजा झगड़ रहे थे और उनकी प्रजा को भी हद से ज्यादा बहुत ही हैरान किया जा रहा था।
चारो तरफ अधर्म बढ़ रहा था।
भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है की जब अधर्म हद से ज्यादा बढ़ने लगेगा तब वो ख़ुद या फिर किसी के द्वारा धर्म की स्थापना करेंगे।
और फिर कई सालो बाद अंग्रेजों ने भी जुल्म शुरू किए तो freedom fighters के रुपमें अंग्रेजो को भी भगवन ने भगाया।
और रही बात स्वामिनारायण भगवान की तो उन्होंने उस समय के जो अच्छे अफसर थे सिर्फ उनसे ही मुलाकात की है और शिक्षापत्री दी है क्योंकी स्वामिनारायण भगवान भी धर्म की स्थापना करने हेतु ही पृथ्वी पर आए थे।
किसी को कुछभी बोलने से पहले एक बार उनका इतिहास, उनका हेतु अच्छी तरह पढ़ो और समझो।
@@user-og7ns2uv9z Jai shree Swami narayan
@swadhyay why Krishna allowed killed thousands of people on war?? How he is God?? How Ram allowed Sitta ma to Canvas and hard life?? Why Ram didn't stop Ravan of Sitaharan? How he is God?
You don't know about swaminarayan so better keep quiet and read shastra of swaminarayan... British government don't return sixapatri even offer million $$$ by samprday??? They know what is value of sixapatri
जय हो जगतगुरु शंकराचार्य जी को दंडवत प्रणाम
सारंगपुरके उस स्वामीनारायण मंदिर में जो हनुमान जी की मूर्ति है वह भगवान स्वामीनारायण के संत पूज्य गोपालानंद स्वामीने प्रतिष्ठित कि है । हनुमानजी की इस मूर्ति में ऐसा ऐश्वर्या है कि पिछले लगभग 200 सालसे संसार में जो लोग भूत प्रेत पिशाच आदि के दुखों से पीड़ित होते हैं वह वहां जाकर उन दुखों से मुक्ति पाते है। अब जब हनुमानजी खुद अपना दिव्य-ईश्वर्य वापस नहीं खिंच रहे हैं, जब हनुमान जी को खुद को कोई दिक्कत नहीं है, तो आप क्यों हनुमानजी के नाम पर अपना पापड़ सेक रहे हो ?
गुरुजी दण्डवत प्रणाम ये लोग गुरुजी को ही भगवान समझ लेते हैं। गुरु की अपनी महत्ता है और भगवान की महत्ता अलग है।🙏🙏
देवी अहिल्या की कथा का वर्णन वाल्मीकि रामायण के बालकांड में मिलता है। अहिल्या अत्यंत ही सुंदर, सुशील और पतिव्रता नारी थीं। उनका विवाह ऋषि गौतम से हुआ था। दोनों ही वन में रहकर तपस्या और ध्यान करते थे। ऋषि गौतम ही न्यायसूत्र के रचयिता हैं। शास्त्रों के अनुसार शचिपति इन्द्र ने गौतम की पत्नी अहिल्या के साथ छल से सहवास किया था।
अहिल्या की सुंदरता के कारण सभी ऋषि-मुनि, देव और असुर उन पर मोहित थे। देवताओं के राजा इन्द्र तो कुछ ज्यादा ही मोहित हो चले थे। इन्द्र के मन में अहिल्या को पाने का लोभ हो आया। बस फिर क्या था। एक दिन ऋषि के आश्रम के बाहर देवराज इन्द्र रात्रि के समय मुर्गा बनकर बांग देने लगे। गौतम मुनि को लगा कि सुबह हो गई है। मुनि उसी समय उठकर प्रात: स्नान के लिए आश्रम से निकल गए। इन्द्र ने मौका देखकर गौतम मुनि का वेश धारण कर लिया और देवी अहिल्या के पास आ गया।
इधर, जब गौतम मुनि को अनुभव हुआ कि अभी रात्रि शेष है और सुबह होने में समय है, तब वे वापस आश्रम की तरफ लौट चले। मुनि जब आश्रम के पास पहुंचे तब इन्द्र उनके आश्रम से बाहर निकल रहा थे। इन्होंने इन्द्र को पहचान लिया। इन्द्र द्वारा किए गए इस कुकृत्य को जानकर मुनि क्रोधित हो उठे और इन्द्र तथा देवी अहिल्या को शाप दे दिया। देवी अहिल्या द्वारा बार-बार क्षमा-याचना करने और यह कहने पर कि 'इसमें मेरा कोई दोष नहीं है', पर गौतम मुनि ने कहा कि तुम शिला बनकर यहां निवास करोगी। अब आप ही बताओ कोई देव भगवान जो लोगो को अच्छे कार्य करने का हुक्म दे और वोही पापी, बलात्कारी, और किसी की इज्जत लूट ने वाला हो वो देव केसे हो सकता है, आपकी ही बहन बेटी मां के साथ इस तरह का काम इंद्र करे तो? भाई ये देव देवता की जूठी कहानी से बाहर आ जाव
महात्मा जी हिंदू संप्रदाय को आपस में मत लड़ाइये जयश्रीराम।
महात्मा जी पहले चांद मियां को मंदिर से बाहर करिए फिर हिंदू मठों को कोसना।जय श्रीराम
जय माँ विंध्यवासिनी 🌸🌸🌸🙏
Har Har Mahadev ❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Swami Shree is the most appealing ; not because of his deep and vivacious style but because of his most accurate grip on Hindu shastras and Pooja padhti. He symbolises and gives vocal style to eternal truth whenever and whreesoever it is needed
Eternal truth embodied in Hindu sanatan Dharma needs manifestation and manifestation should not be in wrong direction. It is his staunch appeal and every sanatan dharmi accepts is whole heartedly.
Swami Shree is Shankaracharya and not ordinary speaker or ordinary welfare ridden personality
देवी अहिल्या की कथा का वर्णन वाल्मीकि रामायण के बालकांड में मिलता है। अहिल्या अत्यंत ही सुंदर, सुशील और पतिव्रता नारी थीं। उनका विवाह ऋषि गौतम से हुआ था। दोनों ही वन में रहकर तपस्या और ध्यान करते थे। ऋषि गौतम ही न्यायसूत्र के रचयिता हैं। शास्त्रों के अनुसार शचिपति इन्द्र ने गौतम की पत्नी अहिल्या के साथ छल से सहवास किया था।
अहिल्या की सुंदरता के कारण सभी ऋषि-मुनि, देव और असुर उन पर मोहित थे। देवताओं के राजा इन्द्र तो कुछ ज्यादा ही मोहित हो चले थे। इन्द्र के मन में अहिल्या को पाने का लोभ हो आया। बस फिर क्या था। एक दिन ऋषि के आश्रम के बाहर देवराज इन्द्र रात्रि के समय मुर्गा बनकर बांग देने लगे। गौतम मुनि को लगा कि सुबह हो गई है। मुनि उसी समय उठकर प्रात: स्नान के लिए आश्रम से निकल गए। इन्द्र ने मौका देखकर गौतम मुनि का वेश धारण कर लिया और देवी अहिल्या के पास आ गया।
इधर, जब गौतम मुनि को अनुभव हुआ कि अभी रात्रि शेष है और सुबह होने में समय है, तब वे वापस आश्रम की तरफ लौट चले। मुनि जब आश्रम के पास पहुंचे तब इन्द्र उनके आश्रम से बाहर निकल रहा थे। इन्होंने इन्द्र को पहचान लिया। इन्द्र द्वारा किए गए इस कुकृत्य को जानकर मुनि क्रोधित हो उठे और इन्द्र तथा देवी अहिल्या को शाप दे दिया। देवी अहिल्या द्वारा बार-बार क्षमा-याचना करने और यह कहने पर कि 'इसमें मेरा कोई दोष नहीं है', पर गौतम मुनि ने कहा कि तुम शिला बनकर यहां निवास करोगी। अब आप ही बताओ कोई देव भगवान जो लोगो को अच्छे कार्य करने का हुक्म दे और वोही पापी, बलात्कारी, और किसी की इज्जत लूट ने वाला हो वो देव केसे हो सकता है, आपकी ही बहन बेटी मां के साथ इस तरह का काम इंद्र करे तो? भाई ये देव देवता की जूठी कहानी से बाहर आ जाव
गुरुजी सादर दंडवत प्रणाम!
जो आततायी हमारे धर्म के प्रति अपनी जुबां से गलत बोलते हैं उनकी जिव्हा काट देनी चाहिए!
सत्यवचन 🙏🏼
इतिहास से छेड़छाड़ तथा धार्मिक प्रतीकों का अपमान अनुचित है ।
2. કૂર્મ પુરાણ, બ્રાહ્મી સંહિતા, 27.12-13
ये ब्राह्मणा वंशजाता युष्माकं वै सहस्त्रश: | तेषां नारायणे भक्तिर्भविष्यति कलौयुगे || 12
परात्परतरं यान्ति नारायणपरा जना: | न ते तत्र गमिष्यन्तियेद्विषन्ति महेश्वरम् || 13
ભગવાન શ્રી કૃષ્ણ ઋષિઓને કહે છે - જે અનેક જીવો તમારા વંશમાં ઉત્પન્ન થશે, તેમની કળિયુગમાં પ્રગટ થનાર પુરુષોત્તમ નારાયણમાં ભક્તિ ઉદય થશે. તે પરબ્રહ્મ નારાયણમાં ભક્તિ રાખનાર સર્વે જનો સર્વે ધામોથી પરનું સર્વોત્તમ પદ પ્રાપ્ત કરી લેશે. પરંતુ, જે ભગવાન શિવનો દ્રોહ કરશે, તેમને તે ધામ કદાપિ પ્રાપ્ત નહિ થાય.
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🔱🌻💐🌺🌷🏵️🕉️🥀🌼🪔🚩🌹 શિવ સ્વરૂપ જ્ઞાન સ્વરૂપ ભક્તિ સ્વરૂપ આદિ જગતગુરુ શંકરાચાર્ય સ્વરૂપ સદગુરુ ભગવાન દત્તાત્રે સ્વરૂપ શ્રી શ્રી 1008 પદ્મવિભૂષિત પરમહંસ ધર્મ સમ્રાટ સ્વામી અવિ મુક્તેશ્વર આનંદ સરસ્વતીજી મહારાજના ચરણ કમલમો કોટી કોટી દંડવત નમસ્કાર 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻💐🔱💐🔱🪔🌷🏵️ શિવ શિવ શંભુ હર હર મહાદેવ શ્રી રામ જય રામ જય જય રામ 🙏🏻💐
अति उत्तम
पूज्यनीय गुरुदेव के श्री चरणो मे सादर प्रणाम
हर हर महादेव 🙏
परमपूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ।
Sanatan dharm me Devi devatao par kisi ka koi kopy right to hai nahi. ....
@@mangalswami9378
Hanuman ji Sahajanand ji ke bhakt nhi Ram ji ke bhakt the . Ye sab shastra viruddh karya band kijiye. Nhi toh Hanuman ji hi aap log ko swayam dand denge
True...aaj swaminarayan dharm ka galat bol key usko aur auske followers JAN se marne ki baat kar rahe hey...kal muslim ko bolenge aur parso aur kisi dusare ko ...kya Hindu dharm kisi ko mar ne ki Baat karta hey??? YE MAHASAY TO SWAMINARAYAN SHant aur UNKE follower ko bhi marne ki baat kar rahe hey
Esa hindu sanatan ke GURU ho hi nai sakte jo dusare ko marne ki baat kare....
@@mangalswami9378 Yes. No one has copy right on our devatas. So no one should try to impose their sectarian symbols on our devatas. Only Tilaks that are mentioned in Puranas must be used, not anything that they wish.
🙏 संकराचार्य महाराज की जय आप जैसे स्पष्ट वादी ही धर्म की रक्षा कर सकते है
अब समय आ गया है हमें सब को छोड़ कर फिर चारों संकराचार्य के दिशा निर्देश पर चल कर ही धर्म की रक्षा कर सकते है बाकि सब तो अपनी झोली भरने मे लगे है 🙏
हरि ओम स्वामी जी प्रणाम
।।श्रीहरि: शरणं।। जय गुरुदेव।।
हर हर महेश्वरा 🙏🏻🌹
कोटि कोटि प्रणाम 🙏
जय श्री राम , हर हर महादेव 🕉️🚩
परमात्मा ब्रह्मा , परमात्मा विष्णु , परमात्मा शिव है परमात्मा त्रिदेव और परमात्मा त्रिदेवी है 🕉️🚩🙏
सनातन धर्म के रक्षक गुरुदेव के शरणों में नमन आपकी बात हमको बहुत अच्छी लगी मैं श्री कष्टभंजन देव का एक छोटा सा दास हूं जब सारंगपुर जाता हूं तो बहुत अच्छा लगता है दादा का हाथ हमेशा मेरे उपर है पर जब मैं हनुमान जी को देखता हूं तो तिलक बिल्कुल सही नहीं है ❣️
WE ARE BLESSED SHANKRACHARYAJI . TRUTH CAN'T BE CHANGED
जय सनातन सही बात है सनातन सत्य कभी बदल नहीं सकता
सारंगपुरके उस स्वामीनारायण मंदिर में जो हनुमान जी की मूर्ति है वह भगवान स्वामीनारायण के संत पूज्य गोपालानंद स्वामीने प्रतिष्ठित कि है ।
हनुमानजी की इस मूर्ति में ऐसा ऐश्वर्या है कि पिछले लगभग २०० सालसे संसार में जो लोग भूत प्रेत पिशाच आदि के दुखों से पीड़ित होते हैं वह वहां जाकर उन दुखों से मुक्ति पाते है। अब जब हनुमानजी खुद अपना दिव्य-ईश्वर्य वापस नहीं खिंच रहे हैं, जब हनुमान जी को खुद को कोई दिक्कत नहीं है, तो आप क्यों हनुमानजी के नाम पर अपना पापड़ सेक रहे हो ?
@@kobibataka8634पापड़ तो तुमने सेक रखें हैं धूर्तों, हमारे हनुमान जी महाराज को तुम्हारे तथाकथित लोगों के समक्ष शीश झुकाया हुए प्रदर्शित कर। और बेटा उसे ऐश्वर्य नहीं प्रताप कहते हैं।
देवी अहिल्या की कथा का वर्णन वाल्मीकि रामायण के बालकांड में मिलता है। अहिल्या अत्यंत ही सुंदर, सुशील और पतिव्रता नारी थीं। उनका विवाह ऋषि गौतम से हुआ था। दोनों ही वन में रहकर तपस्या और ध्यान करते थे। ऋषि गौतम ही न्यायसूत्र के रचयिता हैं। शास्त्रों के अनुसार शचिपति इन्द्र ने गौतम की पत्नी अहिल्या के साथ छल से सहवास किया था।
अहिल्या की सुंदरता के कारण सभी ऋषि-मुनि, देव और असुर उन पर मोहित थे। देवताओं के राजा इन्द्र तो कुछ ज्यादा ही मोहित हो चले थे। इन्द्र के मन में अहिल्या को पाने का लोभ हो आया। बस फिर क्या था। एक दिन ऋषि के आश्रम के बाहर देवराज इन्द्र रात्रि के समय मुर्गा बनकर बांग देने लगे। गौतम मुनि को लगा कि सुबह हो गई है। मुनि उसी समय उठकर प्रात: स्नान के लिए आश्रम से निकल गए। इन्द्र ने मौका देखकर गौतम मुनि का वेश धारण कर लिया और देवी अहिल्या के पास आ गया।
इधर, जब गौतम मुनि को अनुभव हुआ कि अभी रात्रि शेष है और सुबह होने में समय है, तब वे वापस आश्रम की तरफ लौट चले। मुनि जब आश्रम के पास पहुंचे तब इन्द्र उनके आश्रम से बाहर निकल रहा थे। इन्होंने इन्द्र को पहचान लिया। इन्द्र द्वारा किए गए इस कुकृत्य को जानकर मुनि क्रोधित हो उठे और इन्द्र तथा देवी अहिल्या को शाप दे दिया। देवी अहिल्या द्वारा बार-बार क्षमा-याचना करने और यह कहने पर कि 'इसमें मेरा कोई दोष नहीं है', पर गौतम मुनि ने कहा कि तुम शिला बनकर यहां निवास करोगी। अब आप ही बताओ कोई देव भगवान जो लोगो को अच्छे कार्य करने का हुक्म दे और वोही पापी, बलात्कारी, और किसी की इज्जत लूट ने वाला हो वो देव केसे हो सकता है, आपकी ही बहन बेटी मां के साथ इस तरह का काम इंद्र करे तो? भाई ये देव देवता की जूठी कहानी से बाहर आ जाव
जिस तरह से स्वामी नारायण संस्था ने स्मार्ट प्राचीन भगवा वस्त्र पहनकर लोगों को बेवकूफ बनाया है, लोगों को पता चल जाएगा कि यह हमारी मूल सनातन धारा के विपरीत अपना एजेंडा चला रहा है, उनके सभी मंदिर हमारी आस्था को चोट पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं। लोग ऐसा ही सोचेंगे लेकिन यह सच है कि उन्होंने अनंत निर्जीव भगवान शिव को अपना स्वामी दिखाने की कोशिश की है, उनका एक भक्त कलियुग के प्रभाव के कारण किस तरह से अपनी बुद्धि खो चुका है, उनके उल्टे बयान भी इस बात को साबित करते हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि भविष्य में यह लुप्त हो जाये। उन जैसे लोगों के लिए ही बाबा गोस्वामी तुलसी दास ने 500 साल पहले राम चरित मानस में ये लिखा था..की. दंभी ने अपनी मृत्यु के बाद ऐसे पंथ का निर्माण करना शुरू कर दिया है, यानी दंभी लोग अपनी कल्पना के माध्यम से अपना धर्म स्थापित करने के लिए ऐसे पंथ का निर्माण करेंगे..
अब हिन्दू जागो इन कालनेमि से
जय गौमाता
सनातन की शरण में आए सभी लोगों के लिए एक प्रार्थना, चूँकि हम ही एकमात्र भक्त हैं, हमने अपने शास्त्रों का दैनिक मार्ग सीखा है और अपने बच्चों को भी राम चरित मानस गीता श्रीमद्भागवत या उपनिषद की प्रेरणा दी है, यह हमारी शांति और भक्ति है. या फिर आप अधिक पैसा कमाएंगे और आपको सत्य और असत्य में बेहतर समाज मिलेगा, सभी को मेरा प्यार जय सियाराम राधे-राधे हर हर महादेव
ॐ श्री गुरुदेव नमः
ॐ नमो नारायण।।🌹🙏
प्रणाम गुरुदेव 🙏 जय द्वारकाधीश
Mahadev Mahadev aap ko koti koti charno me naman me Ahmedabad se hu aap ki iss baat se santusti mili 🧡💛🧡💛🧡💛🙏😌
It's eye opening and every Gujarati should listen this....vedo and શાસ્ત્રો વાચો
I am a devotee of swaminarayan and read Bhagvat Guita, Ramarayan, garun Puran, Mahabharat, etc
Please recommend reading vachnamrut Bhagvan swaminarayan ne vanri ,shikshapatri, hari sharithram saghar katha , Gopaland swami, explore your knowledge before going into debate 200 years have evidence of scriptures in varthal .
Be humble and educate yourself to have a good knowledge e.g.
Gopaland swami Hanuman Bhagvan me Murti pratistra kariu in Saranpur since then the tilak is there why all this controversy. now.
That is enough
@@CRI7T did I say any word out there?? ..don't preach me about knowledge gaining...rather than educating your sadhu first for quoting fake and malicious stuffs about god/goddess....mahadev
Our Sadhus always respect all you must misinterpret ir misunderstood read the scriptures of swaminarayan so you will understand clearly .
Hanuman is reincarnation if Mahadev I am also devotee of Hanuman.
Stop all non sense rubbish talk.
@@CRI7TIf your sect respects all people then why did you ban animal sacrifice and cremation ground worship in Hindu temples and cremation grounds in Gujarat? Your sect is intolerant and bigoted
@@CRI7TWhich version of Bhagvad Gita, Garud Purana etc did you read? The Swaminarayan version?
जय श्रीराम
Guru bhagwan ki charno mein koti koti pranam 🙏🏼🚩🙏🏼
जय जगननाथ। जय कल्कि भगवान। जय समस्त ऋषि मुनियों की। जय सनातन धर्म। जय आदिगुरु शंकराचार्य जी की
ધન્યવાદ ગુરુજી તમારી સચ્ચાઈ ને
Om name Narayan koti Koti vanadan Jay gurudev
Om namo Narayan
सनातन धर्म की जय हो!
Om Namo Narayana 🙏🙏
महराज जी को साष्टांग प्रणाम। बहुत ही सुन्दर समाधान
...only સ્વામિ નારાયણ
Gay chhe badha
Jay swaminarayan
जय जय श्रीराम गुरुजी सनातन धर्म की जय हो ।
हमारी हर स्वाश आपकी है आदेश कीजिये बस ऊं नमोः नारायण
प्रणाम गुरुदेव, आपका यह सन्देश श्रीधर्य है।
जय गुरु देव 🙏🌹🚩👏👏🙏👏
ૐ શ્રી આદી ગુરૂ શંકરાચાર્ય નમઃ🌹🙏🙏 💐💐🙏🏻 ૐ નમઃ શિવાય🌹🙏 ૐ તત સત
भगवान शिव को प्रणाम करें
Jay Swaminarayan
परमपूज्य गुरुदेव भगवान को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🌹🌹🙏
Guru Ji hum aapke saath hai 🙏👏
Jay mahadev🙏
नमन शंकराचार्य जी आज काल ये गुजरात मे कूच गुजराती समुदाय baps aur जैन धर्मगुरू की दादागिरी बहोत बड रही है शिवलीलामृत मे जैन धर्मगुरू को आदि शंकराचार्य जी ने वादविवाद सपर्धा मे कैसे परास्त किया था इस्का विस्तृत वर्णन हे आज इन घरभेदी धर्म की वजह से सनातन क्षतिग्रस्त हो रहा है यही लोग सरकार चला रहे है
#गौमाँ_हत्या_बन्द_करे_सरकार
#Save_Gaumata #FreeTemples
*ओम हर हर महादेव।। जय माँ।।*
🙏🏽🔱⚔️🏹🚩🌞🌳🌷🌼🌻🌺🌴🌿☘🍀🍁
हर हर महादेव, जय गुरुदेव🚩🛕🙏
Aap khul ke sach bolte he..naman apko
ऐसी सभी समस्याओं का एक। मात्र हल एकं सनातन भारत दल।। मेरा वोट इस बार एकं सनातन भारत दल को ही जायेगा।।
Mera bhi
सारंगपुरके उस स्वामीनारायण मंदिर में जो हनुमान जी की मूर्ति है वह भगवान स्वामीनारायण के संत पूज्य गोपालानंद स्वामीने प्रतिष्ठित कि है ।
हनुमानजी की इस मूर्ति में ऐसा ऐश्वर्या है कि पिछले लगभग 200 सालसे संसार में जो लोग भूत प्रेत पिशाच आदि के दुखों से पीड़ित होते हैं वह वहां जाकर उन दुखों से मुक्ति पाते है।
अब जब हनुमानजी खुद अपना दिव्य-ईश्वर्य वापस नहीं खिंच रहे हैं, जब हनुमान जी को खुद को कोई दिक्कत नहीं है, तो आप क्यों हनुमानजी के नाम पर अपना पापड़ सेक रहे हो ?
@@kobibataka8634 भाई ना तो मैं बजरंगबली जी के विरुद्ध हूं। ना मैं स्वामी नारायण जी के विरुद्ध हूं। मैं तो स्वामी नारायण जी के नाम से जो कल्ट तैयार किया गया है उसके विरुद्ध हूं। उनके तथाकथित फोलोवर जय स्वामी नारायण जी को भगवान बना दिया है। और सनातन धर्म पर आघात किया है। मैं तो अपने धर्म के साथ हूं। और धर्म की लड़ाई लड़ने के लिए एक पार्टी का गठन हुआ है जिसका नाम है एकं सनातन भारत दल उसके साथ हूं।
Bhai very true , Jay SHREE SWAMINARAYAN ❤️ @@kobibataka8634
Dhanyvad ,Guruji
Gurudev ke charno me koti koti pranam
Jay ho guruji
Jay swaminarayan
Hijda aavigya
Gujrati kutte 😂
Boliwood ni films no virodh karo aesi jijanse
Kyu nahi bole?
Jai ho guru dev bhagwan
Swamiji apko hamara pranam
200 sal pahele jis murty ko gopalanand swamine pran pratishtha ki gayi hai
Ab Tilak ki bat AJ 200 sal ke bad kyu aayi
Kyun ki 200 saal pehle tera bap dekhne nhi gya tha lekin me aaj ki murti pe dekh sakta hu jo nhi bani hai
सनातन धर्म की जय ❤❤
कोटि कोटि प्रणाम, जय हो, सनातन की जय हो।
પરમ પૂજ્ય સંત કે ચરણો મે કોટી કોટી વંદન જય શનાતન ધર્મ
हर हर महादेव
प्रणाम❤
Jay ho gurudev ki
🌺🙏🚩
पुज्य जी,
हमें तो परेशान वो कर रहा है जो अपने को सनातनी कहते हुए सनातन धर्म पर कटाक्ष करते हैं।
संभवतः विधर्मियों को लगने लगा है कि सनातन वंशजों में जागरूकता बढ़ रही है और अब उनका स्तित्व मिटने के कगार पर है 🙏
🙏राम-राम जी 🙏 🚩
Skandhpuran me swaminarayan Naam Ka ullekh Nahi, kintu Narayan mini Naam Ka Hai sahajanand swami ka ek Naam Narayan mini tha Jo Markendya rushi ne rakha Tha.....
जय सियाराम 🌹
Guruji aapko naman.sahi bataya aapne........................
जय सर्वोपरि सत्य सनातन
जय संत श्री धनश्याम पांडे
😂 महाराष्ट्र शिर्डी वाले साईं बाबा को हर प्रकार से दुकान और होटल में घुसेड़ दिया है ठीक उसी तरह जैसे बांग्लादेशी घुसपैठिये हर राज्यों,,,,,😂
चांद मियां 😂 साईं बाबा
जय श्री राम🙏🙏
Jay shree swaminarayan
प्रणाम गुरुदेव ❤❤
श्रीनाथे जानकीनाथे अभेद परमात्मने तथापि मम सर्वस्वं रामः कमल लोचनं ।
જય.શ્રિરામ.બાપુ
परम आदरणीय महाराज श्री,दंडवत प्रणाम ,,, जिस चित्रावली की बात हुई है वो अभी निकाल दी गई है,!!
Very good swamiji
जो संप्रदाय सनातन धर्म संस्कृति के खिलाफ कार्य कर रहे है उनका संपूर्ण भारत में बहिष्कार होना चाहिए।
कोटि कोटि प्रणाम
જયહો ગુરુ દેવ યોગ્ય પગલાં લેવાની જરૂર છે
गुरु जी के चरणों में वंदन 🚩🙏
Jai ho aadi shankaracharya ji ki... Jo aise shishya humare liye chhod k gye hein...
❤
Jai Swaminarayan 🙏
आपको कोटि कोटि प्रणाम।जैन संप्रदाय मेें भी ऐसी बातें चलाई जाती है कि कृष्ण अभी नर्क में है और रामने जैन दीक्षा ग्रहण की थी ।वे रावणको हीरोके रुपमे पेश करते हैं।औरभी क ई उटपटान्ग बातें करते हैं।उन्हें भी चेतावनी देनेकी कृपा करें ।
श्री गुरु जी के चरणों में प्रणाम।