अयमात्मा ब्रह्मः | आध्यात्मिक गान | हरि मञ्जुश्री | Ayamatma Brahma | Hari Manjushree Song 4
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- Опубліковано 26 кві 2024
- शब्द, सङ्गीत र स्वर - हरि मञ्जुश्री
निर्माण - सकुल थापा
प्रस्तुति - इ. रोशन मञ्जुश्री अधिकारी
वाद्यसंयोजन - बालकृष्ण सेवाचार्य
स्वराङ्कनस्थल - फ्लटर स्टुडियो, बनेपा, काभ्रेपलान्चोक
कति राम्रो जय जय होस् सर हजुरको
Sarai chitta bujhyo Malai ta ramro vajan record KO Lagi congratulations Hari daju Jaya hos
sundar combination of 3
बहुमुखी प्रतिभा कर्मवीर शब्द साधकको सुमधुर स्वरमा चैतन्य बाणी सुनेर आनन्दविभोर भइयो। हार्दिक बधाई तथा शुभकामना मित्र।