मन्दिर जाने से मन शांत रहता है और मन शांत रहेगा तो तनाव कम रहेगा और तनाव कम रहेगा तो वाॅडी हार्मोंस अच्छे से काम करेंगे और वाॅडी हार्मोंस अच्छे से काम करेंगे तो शरीर स्वस्थ रहेगा इसलिए सारी पुजा और इबादते करने के तरीकों से केवल शरीर को फायदा होगा
हिंदू धर्म नही है संस्कृति है, वेद धर्म नही है संस्कृति है ,,,,, फिर वेदिक कालीन राम और कृष्ण किस धर्म को मानते थे और वे किस धर्म की बात करते थे ? और उन्होंने किस धर्म की स्थापना की ? वेद, रामायण, महाभारत, पुराण किस धर्म की बात करते हैं ? सच्चाई तो यह है की भारत का जो प्राचीनतम और मुल धर्म है वह सनातन वेदिक धर्म है तथा वेदिक धर्म का पालन पोषण ब्रामणो ने किया इसमें भी मजेदार बात यह है की जो लोग ब्रामणो से चिढ़ते थे, कुंठित थे उन्होंने अपने नये नये पंथ/धर्म स्थापित किये ।😂😊
सत्य कहा । भगवान शिव को दिगम्बर वेश धारण करने वाला बताया गया है और आदिनाथ भी भगवान शिव का ही नाम है। नग्न ध्यान करते हुए मिली हुई मूर्तियाँ शिवजी की है । कभी सुना है नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय । नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नमः शिवाय। ..ये जैन चोर लोग तो आजकल सात्विक भोजन का नया नाम निकाले हैं जिसे जैन भोजन नाम दिया गया है। कैलाश पर्वत की नग्न मूर्तियों को भी शिवजी की ना बताकर जैन मूर्ति बोलते हैं। अहिंसा परमो धर्म को जैन सूचक बनाकर सनातनियों को कमजोर बना दिया जबकि पूरा वाक्य "अहिंसा परमो धर्म,धर्म हिंसा तथैव च" है । स्वास्तिक सनातन का भाग है जिसे जैन बताते रहते हैं बेशर्म। आदिनाथ शिवजी को कहते हैं इनके पास 1 भी प्राचीन ग्रंथ नही जो दिगम्बर का सम्बन्ध जैन से बतादे जबकि हमारे पास सैंकड़ों है। ..सारे के सारे नाम चुराकर copy paste करते हो।
@@Ggngame अरे भाई कोई तो मिला जो इनको जवाब दे रहा है अरे भाई एक @Savejainism नामका चैनल है उसकै जाकर पोस्ट देखो भयंकर नफरती लिख रहा कोई कुछ नहीं कह रहा मे जवाब देने की कोशिश कि पर मे जवाब देने मे असमर्थ हु जाकर चेक करो कोई भी हिंदु उसके पोस्ट नहीं देख रहा इसलिये लिख रहा जो मन में आए ओ
Kyuki hindu word indu(indus valley) se bna h or hind mahasagar se.. ye ek geographical identity h na ki religious.. Bharat me kbhi koi dharm nhi tha, or na hi jain dharm, yha sb insan the phle na ki dharmo me bate huye
@@aseekeroflife963chomu phle bhe log dhram ko mante the or ab bhe likin ab religion bhe aagya h ab log dhram se jyda religion ko follow krne lge h Note - dhram or religion bhot bhot jyda alag h english me dhram k equivalent koi word nhi h Jse pani ka agni ka dhram hota h religion nhi manavta ek dhram h religion nhi Jb hm kise ko pani deti h to bolte hna ya dhram ka Kam h likin it has nothing to do with religion.... Phle Jake dhram or religion me difference pta kro ....
सनातन धर्म से जैन निकला है सारे जैन हिंदू हैं क्योंकि सबके पूर्वज हिंदू थे राष्ट्र में सभी लोग एक समान हिंदू हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
@@AminaBegomChoudhury hindu dharm sabse old religion hain adam gaya maa ch@dane 1 billion saal puarana satya sanatan dharm sabka baap hain jai shree ram ❤
प्रणाम मुनि जी , आप इस विषय पर कुछ सत्य तो अधिक गलत हो , ऋषभदेव के पिता नाभी थे उन्हे कोई पुत्र नहीं था तब दान यज्ञ हवन सेवा पुरोहित ब्राह्मणों करके आपने बहुत यत्न उपाय किए, तब जा कर विष्णु ने दर्शन दिए और राजा नाभि ने पुत्र मांगा आप जैसा इसलिए विष्णु के अवतार ही ऋषभदेव का जन्म हुआ।और नाभी के पिता आग्नीध्र और उनके पिता प्रियव्रत थे और उनके पिता स्वयाम्भु मनु थे। और मनु जी के पिता ब्रह्मा जी थे। आपने भागवत अधूरी पढ़ी है इसलिए हम भी जैन है किन्तु अंध भक्त नाही। प्रणाम
Ye guru ji abhi tk bachhe he samjh hi nhi paye ki jivan kya dharm kya he... Yadi samjhe hote to in lafda me padte hi nhi...apni adhyatmik or aatmik unnati par dhyan dete Mera dil bada he chlo chordo hindu dharm bada nhi... Lekin hum jis dhara me beh rhe he wo to sanatan dhara he ye to mante ho guruji Ab suno mere sanatan ki bat 1) aap kese keh sakte ho ki aap jain ho , aap boddh ho, aap hindu ho, aap muslim ho 2) aatma ajar amar he wo ek sarir ka rup leti he na jane hamare abhi tk kitne janam ho chuke, aap batao ki kya har janam aapne jain pariwar me liya he kya 3) aap bat karte he ki jain hindu dharm se nhi nikla to matlb aap kattar ho ki aap jain ho, aap hinduo se nhi nikle ho, yhi chig Sikh bhi kehte he jo ki dono hi apni apni jaghe galat he 4) hinduo ka dil hamesha se bada rha he wo sabhi ko prem karte he wo sab jaghe matha takte he...bashrete unhe pareshan na kiya jaye Ab itna samjh lene ke bad aap batao aapka agla janam kis pariwar me hone wala he Sirf tapswi ki trah sikhne matr se moksh ki prapti nhi ki ja sakti Uske liye premanand maharaj jesa ban na padta he... Jo janam maran ke niyam ko samjh gya wo dharm ke janjal me nhi padta.. Sawal ye he apni adhyatmik unnati ke liye sab dharmo , Sanskriti, dharao ko sath lekar chlna...or ye Kam vastav me sirf sanataniyo ne kiya he . Chahe Sikh ho, boddh ho, jain ho muslim ho, parsi ho sabko apna bhai mana he....
आप जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी के प्रवचन सुने उन्होंने वेदों से उपनिषदो पुराणों से प्रूफ किया है हिंदू शब्द का लिखा हुआ हजारों जगह आप हर कुछ नहीं बोले बिना पढ़े ।
Yaar ajeeb baat hindu jain darm dalito. Ko adi vasiyo both ko ligayato ko hindu batati hai... Aur yh sb apne hindu kehne per bura mante hai... Agar yh hinduo se nikal gye to kattar hinduo ki tattee nikal jaye gyee
न महाभारत में न ही रामायण में जैनो का उल्लेख है और हा भारत नाम शकुंतला के पुत्र के नाम पर पड़ा था। जैन कम्युनिटी बहुत अच्छी है लेकिन जबरदस्ती प्राचीन बनने की कोशिश न करे ऋषभदेव के पिता किस धर्म को मानते थे वो भी बता दो
No it's not correct.... Sabhi dharm achhe hai sabhi dharmon ki sikh achhe hai agar hm positive way say follow kare to .... Kuch monks compair karte hai which is not good or mere according jo log kisi bhi dharm ko compair karte hai vo dharmik ho hi nahi sakte .... Agar ham philosophically dekhe to ham sab kuch bhi nahi hai ....bas bhram hai..... So please kisi bhi religion ko compair mat kare ways alag alag ho sakte hi but at the end of the day hame sabhi ko bhagwan ke pass hi Jana hai - Chetan adiwal (Love's philosophy)
Sanatan koi dharm nahi hai ye Brahman Dharm hai...agar iss dharm se jatiwadi, Brahman ka varchasva aur mandir me daan dena band kar de ye to dharm 5 saal me khatam ho jayega.
@@ABmr.360 Okkk to suno ...... If we talk about this topic philosophically to ham insan ek bhram hai or es duniya me jo bhi hai ek illusion hai..... Nahi koi dharm tha nothing ye sab logone banaye haii philosophically dekha jaaye to yahi final hai in so called sadhu muni vagero ne isko utha ke rakha hai.....but ha jine ka sahi Marg agar kaha jaye to hamare religion hi manual ki tarah kaam karte hai so don't compare religion with each other Agar aap ase karte ho to aap adharmik ho.....aap ko aap ke dharm ki respect nahi hai iska matlab yahi hota hai
जैन एक दर्शन है जो नास्तिक दर्शन पर है । श्रमण वेद का हिस्सा है जिसे अंग्रेज ने आप पर जैन और बुद्ध दर्शन पर थोपा । हिंदू शब्द मेरु तंत्र , वेद से जुड़े बृहस्पति आगम ,शब्द कल्पद्रुम , भविष्य पुराण ,महाभारत में भी है
जैन धर्म के आगम प्राकृत भाषा में लिखे गए और हिंदू धर्म के संस्कृत और ऐतिहासिक प्रमाण है कि प्राकृत भाषा संस्कृत भाषा से प्राचीन है इसलिए जैन धर्म भी प्राचीन है और तीर्थंकर का जन्म क्षत्रिय कुल में होता है क्षत्रिय का मतलब हिंदू नहीं होता क्षत्रिय का मतलब राजपूत नहीं होता
@ankit jain...... भगवान शिव को दिगम्बर वेश धारण करने वाला बताया गया है और आदिनाथ भी भगवान शिव का ही नाम है। नग्न ध्यान करते हुए मिली हुई मूर्तियाँ शिवजी की है । कभी सुना है नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय । नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नमः शिवाय। ..ये जैन चोर लोग तो आजकल सात्विक भोजन का नया नाम निकाले हैं जिसे जैन भोजन नाम दिया गया है। कैलाश पर्वत की नग्न मूर्तियों को भी शिवजी की ना बताकर जैन मूर्ति बोलते हैं। अहिंसा परमो धर्म को जैन सूचक बनाकर सनातनियों को कमजोर बना दिया जबकि पूरा वाक्य "अहिंसा परमो धर्म,धर्म हिंसा तथैव च" है । स्वास्तिक सनातन का भाग है जिसे जैन बताते रहते हैं बेशर्म।अग्रवाल जो कि सनातन को मानते हैं उन्हे भी जैन बोलते हैं बड़े बड़े व्यापारी धनी लोग अग्रवाल,गुप्ता,मित्तल बनिया हैं जो सनातन को मानते हैं जिन्हे जैन बोलते हैं ये छपड़गंजू। आदिनाथ शिवजी को कहते हैं इनके पास 1 भी प्राचीन ग्रंथ नही जो दिगम्बर का सम्बन्ध जैन से बतादे जबकि हमारे पास सैंकड़ों है। ..सारे के सारे नाम चुराकर copy paste करते हैं।
क्यों जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव जी भगवान शिव के अवतार थे जिन्हें आप पहले तीर्थंकर माना और जैन सम्प्रदाय की नींव पड़ी। जो महावीर स्वामी के बाद जैन सम्प्रदाय आजाद भारत मे जैन धर्म कहलाया। और गुरुजी लगे हाथ जे भी बता दिए होते जब श्रमण सँस्कृति नही थी भगवान ऋषभदेव का जन्म नही हुआ था तो उस समय उनके पिता और प्रजा किस धर्म का पालन करती थी? गुरुजी उनके पिता नाभिराय और माता मरुदेवी थी जो वैदिक सँस्कृति का पालन करते थे जो सनातन धर्म का एक अंग है बाद में जब ऋषभदेव का जन्म हुआ तो वे दिगम्बर साधु बन गए और उनके मानने वाले लोग आगे जाकर "जिन" कहलाये जिससे कालांतर में जैन शब्द की उतपत्ति हुई और महावीर के बाद जैन सम्प्रदाय सनातन शाखा से कटकर एक नया सम्प्रदाय बन गया जो आगे आधुनिक काल में जैन धर्म कहलाया। जैसे , यहूदी, ईसाई और इस्लाम एक मजहब है न कि धर्म। ठीक उसी प्रकार जैन, बुद्ध ,सिख एक सम्प्रदाय(पंथ) है न कि धर्म। धर्म तो केवल एक है सत्य सनातन वैदिक धर्म।
@@Dhammo_Sanantano09 अरे गधो ज्ञान मिलता है,जो मुहं पर जाबा लगाकर अपनी दो नली खोले रहते है ,मुहं से तो हवा के छोटे छोटे जीव मर जाते है लेकिन दो नली की गर्म गैस जीवो को तरो ताजा कर देते है। बेवकुफ पंथ😂😂😂
Hmare rishabhdev ji tumhare shiv ke avtar nhi the Vishnu puran me likha he ki vo Vishnu ke avtar the shiv puran me likha ki vo shiv ke avtar the har koi apne app ko upar btane ke lie juth bol rha he or jutha jaino se bda nhi ho skta 😂😂😂 or fir Jain dharam avtar me nhi Manta or baki sab kahani man ghanat he bas apne aap ko upar btane ke lie Jain dharam anant adi he isilye rishabhdev ji ke pita bhi Jain dharam hi follow karte the bas sampradayikta failate ho tum jese log andhbhakt kahike
Sir with due respect,jains in India follow their religion without any restrictions because the majority is Hindu and for me Shri Ram and Mahavir Jain amd even Gautam buddha are one and the part of same consciousness that belongs to Bharat.
Pahile to hindu shabd pure bharat desh ke logo keliye kaha gaya.iss logic se pure hindu hue but ye mughalo se aya shabd apko bhot payara hai q ki app brahmno ka pakhand ke alva khch nahi hai. App jab kahte hai ki hindu ki vajh se jain jivit hai tab app ye q bhul jate hai ki hidu shabd to pure deh ke logo keliye kaha gaya tha, par app ye isliye khate q ki apko apni supremacy dikhani hoti or app brhamn Vedic Sanskrit se nahi hindu ki aad me dikhate ho. Sach to ye hai ki brahman Mughal ko bap mante the or unke dalve chatte the same Britishers ke bhi. Buddha ke time pe bhi unko koi dikkat na aye isliye unki raksha karne vale koi Brahmin nahi the o unke anuyai the or buddha ke followers the warrior ka koi dhram nahi hota uska ek hi dharam hota hai o hai apne logo ki raksha karna o kisi bhi cast ka religion ka ho sakta hai. Chatrapati Shivaji Maharaj ko bhi Brahman virodh karte the unka rajyabhisek karne se inkar kar rahe the manuvadi brhaman.
पहीली बात तो यह है की हिंदु नाम का कोणी धर्म नही . दुसरी बात यह है की आर्य इस देश के मुलनिवासी नही है. आर्य पुर्व इस भारत के मुलनिवासी धर्म जैन , बुद्ध, और शैव, है.
क्षमा चाहता हूं लेकिन आप को धर्म शब्द का अर्थ पता नही है और दूसरा जैन इस धर्म का ही हिस्सा है । श्रमण वेद का हिस्सा है , जैन एक अलग दर्शन है लेकिन वो धर्म पर टिका है ।
प्रणाम मुनि जी , आप इस विषय पर कुछ सत्य तो अधिक गलत हो , ऋषभदेव के पिता नाभी थे उन्हे कोई पुत्र नहीं था तब दान यज्ञ हवन सेवा पुरोहित ब्राह्मणों करके आपने बहुत यत्न उपाय किए, तब जा कर विष्णु ने दर्शन दिए और राजा नाभि ने पुत्र मांगा आप जैसा इसलिए विष्णु के अवतार ही ऋषभदेव का जन्म हुआ।और नाभी के पिता आग्नीध्र और उनके पिता प्रियव्रत थे और उनके पिता स्वयाम्भु मनु थे। और मनु जी के पिता ब्रह्मा जी थे। आपने भागवत अधूरी पढ़ी है इसलिए हम भी जैन है किन्तु अंध भक्त नाही। प्रणाम
Kya bola bhagwan se pehle rishabh dev the are Kitni Saal pehle paida hua tha rishabh dev 1000,2000,3000 ,4000 usse pehle to rishabh dev ka baap bhi sanatani tha ye mat bhulna nhi proof kar Jai sanatan 🚩
भगवान शिव को दिगम्बर वेश धारण करने वाला बताया गया है और आदिनाथ भी भगवान शिव का ही नाम है। नग्न ध्यान करते हुए मिली हुई मूर्तियाँ शिवजी की है । कभी सुना है नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय । नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नमः शिवाय। ..ये जैन चोर लोग तो आजकल सात्विक भोजन का नया नाम निकाले हैं जिसे जैन भोजन नाम दिया गया है। कैलाश पर्वत की नग्न मूर्तियों को भी शिवजी की ना बताकर जैन मूर्ति बोलते हैं। अहिंसा परमो धर्म को जैन सूचक बनाकर सनातनियों को कमजोर बना दिया जबकि पूरा वाक्य "अहिंसा परमो धर्म,धर्म हिंसा तथैव च" है । स्वास्तिक सनातन का भाग है जिसे जैन बताते रहते हैं बेशर्म। आदिनाथ शिवजी को कहते हैं इनके पास 1 भी प्राचीन ग्रंथ नही जो दिगम्बर का सम्बन्ध जैन से बतादे जबकि हमारे पास सैंकड़ों है। ..सारे के सारे नाम चुराकर copy paste करते हो।
@@GgngamePandit log paise lekar tum logo ko jo gyan bata deta he vahi gyan jad raha he yaha aakar tere mandir se dus guna shastra hote he Jain mandiro me jakar dekh
जय गुरुदेव जय जिनेन्द्र चाहे कोई हो सब हिन्दू कहलाते जय श्री राम जय श्री राम भगवान नेमिनाथ तिर्थंकरर्ओर भगवान श्री कृष्ण सगे चचेरे भाई है जय हो सनातन संस्कृती धर्म की जय श्री राम 🕉️🙏🌹
रुको जरा सफर करो हरिश्चंद्र के समय में तुम कहां थे राम के समयमें तुम कहां थे और कृष्णाके समय में तुम कहां थे सतयुग में तुम कहां थे द्वापर युग में तुमकहां थे त्रेता युग में तुम कहां थे जब तुम नहीं थे तब भी सनातन हिंदू धर्मतो था औरउनका तिथि वार और वर्ष के साथ हमारे सनातन हिंदू धर्म केग में प्रमाण है
Jain dharam hi follow karte the kuki jain dharam anadi nidhan h..... Hamesha se tha hamesha rahega jain dharam na hi ise kisi ne banaya h.....1st aadinath bhagvan se lekar 24 th Mahaveer bhagvan ne jain dharam ka apne apne samay me prachar kiya h banaya nahi h
सनातन धर्म से ही जैन सिक्ख बौद्ध धर्म निकला है सनातन के अभिन्न हिस्सा हैं ये तीनों ,ऋषभदेव तो भागवत में निरूपित हैं उनका पूजन दर्शन कर सभी धन्य होते हैं भारत भूमि के हैं मानवता के आधार है समाज को भ्रमित नहीं होना चाहिए
Jain kabhi ye nahi kehata aap ki tarah ki dusare dharm ham se nikale he is bat ka ghunta ghamand aap log lekar firate ho har jagah ki sab dharm hindu se nikale he
Ego? Me hate nahi karta but ego ki baat aap klog to mat hi kariye since history pata hai hame bhi. Aur dusri baat moksha ka koi lalach nahi hai vo to har jeev ka end target hai
किमीहः किङ्कायः स खलु किमुपायस्त्रिभुवनम्। किमाधारो धाता सृजति किमुपादान इति च॥ अतक्यैश्वर्ये त्वय्यनवसरदुःस्थो हतधियः। कुतर्कोऽयं कांश्चिन्मुखरयति मोहाय जगतः॥5॥ अर्थ: हे महादेव ! मूर्ख लोग अक्सर तर्क करते रहते है कि ये सृष्टि की रचना कैसे हुई, किसकी इच्छा से हुई, किन वस्तुओं से उसे बनाया गया इत्यादि। उनका उद्देश्य लोगों में भ्रांति पैदा करने के अलावा कुछ नहीं है। सच पूछो तो ये सभी प्रश्नों के उत्तर आपकी दिव्य शक्ति से जुड़े हैं और मेरी सीमित शक्ति से उसे व्यक्त करना असंभव है
शास्त्रों में एक श्लोक है कि "हिंसस्य दूयते ह्रदयम् तस्य हिन्दू :" हिन्दू का अर्थ है जिसके हृदय में हिंसा से पीड़ा हो वह हिन्दी है । इसलिए सनातन की दो शाखा है एक हिंदू और एक जैन ।🕉️❤
Both Buddhism and Jainism don’t believe in God. Both are atheistic man made religion. Last Tirthankar Mahavir never experienced God in his life that is why he forcibly denied existence of God, but accepted the existence of Atma (Self). That is why God is not worshipped in Jain Temples. But a temple is a special spiritual place where God is worshipped through Pujaris and there are regular aartis, prashadam, discourses on God etc. None of these are allowed in Jain Temples. Then why it is called a temple and copied like a Hindu temple in appearance? Due to this similarity of outer structures of Hindu and Jain Temples the majority of Jainis and Hindus believe that Jainism believes in God. Is not a contradiction? Will anybody clarify it? Reply
Haan sahi kaha Guruwarya aapne. Mai Theravada Buddhism ko follow krta hu. Ye sab sanskriti hai. Jain Buddhism etc. Hindu koi dharm nhi hai. Ek bht sare Sanskrutiyon ka ek jod hai.
😂Jaino ko ye pta hai but hindu ko kaun samjhaiye Oldest is sraman sanskriti Rigved or Yajurved mae bhagwaan Rishabhdev,Ajitath,or Arishtnemi ka varanan hai khud Sarvapalli radhakrishna ne kaha hai Jainism was one of oldest philosophy existed even before vedas were composed Hinduo ke bhagwat puran me rishabhdev ko vishnu ka avatar bta diya gya taki ve old dharm lge 😂Or wahi dusri jagah shiv puran mae unhe shiv ka avatar btataya gya hai Or tisri jagah unko brahman ka Succseor btaya hai 😂 Khud unke grantho mae Sabhi bhagwaan ikshvaku dynasty ke btaye gye hai Jo ki ek srahman dynasty thi jiske founder bhagwaan rishabhdev hai Phir bhi ve Hinduism is oldest kehete rhenge
HUMKO AAPAS ME NHI LADNA CHAHIYE, ESI KA FAYEDA TO MUSLIM INVADERS NE UTHAYA H , HUM SAB , HINDU, JAIN, BUDH OR SIKH ONE FAMILY H , PLEASE AAPAS ME MAT LADO
@@Pawan123-e8v ji gyani baba (dongi baba) 😌😌🤣🤣🤣...dharam... dharam kerne se kuch nahi hone wala .....palana kerte ho purnatah....to Mane ...chahae koi sa bhi dharam ho ....mai saf saf bol raha mai nahi ker pata🥲🥲 ....kosis kerta.... To jyda uchlane ki jrurat nahi hai....sabko pata hai dharam ke nam per kya kya ho raha....isme se iski utapati Hui hai Falana Falana...iss se hoga kya ye batow.......sab apne apne tark dete bas ...kya puri tarah sach na kisi ko pta hai na hi Sayed kabhi lagega ........ palana koi nahi kerta ...badi baat to wo hai .....🤨🤨😏😏
JAY SHREE RAM
Jay shree Ram Jai Jinendra 🙏🏻🙇🏻 🚩
Jai Shri ram jai jinendra bhai
Jai Shri Ram Jai jinendra..
જય શ્રી રામ
Hindu jaisa koi dharm nai he
I Agree
Hindu attendance ❤❤
यह सच सब जैनों को पता होना चाइए और गर्व करना चाइए अपने धर्म पर ❤
😂😂
मन्दिर जाने से मन शांत रहता है और मन शांत रहेगा तो तनाव कम रहेगा और तनाव कम रहेगा तो वाॅडी हार्मोंस अच्छे से काम करेंगे और वाॅडी हार्मोंस अच्छे से काम करेंगे तो शरीर स्वस्थ रहेगा
इसलिए सारी पुजा और इबादते करने के तरीकों से केवल शरीर को फायदा होगा
ये सच्चाई ही नही जो गुरुजी बता रहे है गुरुजी से पूछो ऋषभदेव के पिता किस धर्म का पालन करते थे जब जैन सम्प्रदाय ही नही था।
@@abhisheksoni8317sanatan dharm
@@abhisheksoni8317 Jainism existed before Hinduism !
हिंदू धर्म नही है संस्कृति है, वेद धर्म नही है संस्कृति है ,,,,, फिर वेदिक कालीन राम और कृष्ण किस धर्म को मानते थे और वे किस धर्म की बात करते थे ? और उन्होंने किस धर्म की स्थापना की ? वेद, रामायण, महाभारत, पुराण किस धर्म की बात करते हैं ? सच्चाई तो यह है की भारत का जो प्राचीनतम और मुल धर्म है वह सनातन वेदिक धर्म है तथा वेदिक धर्म का पालन पोषण ब्रामणो ने किया इसमें भी मजेदार बात यह है की जो लोग ब्रामणो से चिढ़ते थे, कुंठित थे उन्होंने अपने नये नये पंथ/धर्म स्थापित किये ।😂😊
Are Hindu ek Lootero ka diya Shabd hai,
Hum Sanatani hain Hindu nhi
सत्य कहा ।
भगवान शिव को दिगम्बर वेश धारण करने वाला बताया गया है और आदिनाथ भी भगवान शिव का ही नाम है। नग्न ध्यान करते हुए मिली हुई मूर्तियाँ शिवजी की है ।
कभी सुना है नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय
भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय
तस्मै नकाराय नमः शिवाय।
..ये जैन चोर लोग तो आजकल सात्विक भोजन का नया नाम निकाले हैं जिसे जैन भोजन नाम दिया गया है।
कैलाश पर्वत की नग्न मूर्तियों को भी शिवजी की ना बताकर जैन मूर्ति बोलते हैं। अहिंसा परमो धर्म को जैन सूचक बनाकर सनातनियों को कमजोर बना दिया जबकि पूरा वाक्य "अहिंसा परमो धर्म,धर्म हिंसा तथैव च" है । स्वास्तिक सनातन का भाग है जिसे जैन बताते रहते हैं बेशर्म।
आदिनाथ शिवजी को कहते हैं इनके पास 1 भी प्राचीन ग्रंथ नही जो दिगम्बर का सम्बन्ध जैन से बतादे जबकि हमारे पास सैंकड़ों है।
..सारे के सारे नाम चुराकर copy paste करते हो।
@@Ggngame जय श्रीराम
@@asprtube166 जय श्री राम
@@Ggngame अरे भाई कोई तो मिला जो इनको जवाब दे रहा है अरे भाई एक @Savejainism नामका चैनल है उसकै जाकर पोस्ट देखो भयंकर नफरती लिख रहा कोई कुछ नहीं कह रहा मे जवाब देने की कोशिश कि पर मे जवाब देने मे असमर्थ हु जाकर चेक करो कोई भी हिंदु उसके पोस्ट नहीं देख रहा इसलिये लिख रहा जो मन में आए ओ
Its true I read Vedas there is no mention of Hindu there.
Kyuki hindu word indu(indus valley) se bna h or hind mahasagar se.. ye ek geographical identity h na ki religious..
Bharat me kbhi koi dharm nhi tha, or na hi jain dharm, yha sb insan the phle na ki dharmo me bate huye
@@aseekeroflife963chomu phle bhe log dhram ko mante the or ab bhe likin ab religion bhe aagya h ab log dhram se jyda religion ko follow krne lge h
Note - dhram or religion bhot bhot jyda alag h english me dhram k equivalent koi word nhi h
Jse pani ka agni ka dhram hota h religion nhi manavta ek dhram h religion nhi
Jb hm kise ko pani deti h to bolte hna ya dhram ka Kam h likin it has nothing to do with religion....
Phle Jake dhram or religion me difference pta kro ....
सनातन धर्म से जैन निकला है सारे जैन हिंदू हैं क्योंकि सबके पूर्वज हिंदू थे राष्ट्र में सभी लोग एक समान हिंदू हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
Nohoy aaponar dewta Adam(as) aasil aaru Adam ek isor maanuh aasil.
@@AminaBegomChoudhuryduniya ke sabse pahle insaan Mnu aur satRupa the samjha
@@AminaBegomChoudhury hindu dharm sabse old religion hain adam gaya maa ch@dane 1 billion saal puarana satya sanatan dharm sabka baap hain jai shree ram ❤
प्रणाम मुनि जी , आप इस विषय पर कुछ सत्य तो अधिक गलत हो , ऋषभदेव के पिता नाभी थे उन्हे कोई पुत्र नहीं था तब दान यज्ञ हवन सेवा पुरोहित ब्राह्मणों करके आपने बहुत यत्न उपाय किए, तब जा कर विष्णु ने दर्शन दिए और राजा नाभि ने पुत्र मांगा आप जैसा इसलिए विष्णु के अवतार ही ऋषभदेव का जन्म हुआ।और नाभी के पिता आग्नीध्र और उनके पिता प्रियव्रत थे और उनके पिता स्वयाम्भु मनु थे। और मनु जी के पिता ब्रह्मा जी थे।
आपने भागवत अधूरी पढ़ी है इसलिए हम भी जैन है किन्तु अंध भक्त नाही।
प्रणाम
Ye guru ji abhi tk bachhe he samjh hi nhi paye ki jivan kya dharm kya he...
Yadi samjhe hote to in lafda me padte hi nhi...apni adhyatmik or aatmik unnati par dhyan dete
Mera dil bada he chlo chordo hindu dharm bada nhi...
Lekin hum jis dhara me beh rhe he wo to sanatan dhara he ye to mante ho guruji
Ab suno mere sanatan ki bat
1) aap kese keh sakte ho ki aap jain ho , aap boddh ho, aap hindu ho, aap muslim ho
2) aatma ajar amar he wo ek sarir ka rup leti he na jane hamare abhi tk kitne janam ho chuke, aap batao ki kya har janam aapne jain pariwar me liya he kya
3) aap bat karte he ki jain hindu dharm se nhi nikla to matlb aap kattar ho ki aap jain ho, aap hinduo se nhi nikle ho, yhi chig Sikh bhi kehte he jo ki dono hi apni apni jaghe galat he
4) hinduo ka dil hamesha se bada rha he wo sabhi ko prem karte he wo sab jaghe matha takte he...bashrete unhe pareshan na kiya jaye
Ab itna samjh lene ke bad aap batao aapka agla janam kis pariwar me hone wala he
Sirf tapswi ki trah sikhne matr se moksh ki prapti nhi ki ja sakti
Uske liye premanand maharaj jesa ban na padta he...
Jo janam maran ke niyam ko samjh gya wo dharm ke janjal me nhi padta..
Sawal ye he apni adhyatmik unnati ke liye sab dharmo , Sanskriti, dharao ko sath lekar chlna...or ye Kam vastav me sirf sanataniyo ne kiya he .
Chahe Sikh ho, boddh ho, jain ho muslim ho, parsi ho sabko apna bhai mana he....
Sanatan dharm ki jay 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Hindu naam hi koi chiz nhi hai yeh sun
नमोस्तु गुरुदेव
Jai shree Ram 🚩🚩
गुरुजी के शब्दोमें आत्मज्ञान शब्द आया तो फिर ए धर्म का मूल सनातन ही होगा।
आप जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी के प्रवचन सुने उन्होंने वेदों से उपनिषदो पुराणों से प्रूफ किया है हिंदू शब्द का लिखा हुआ हजारों जगह आप हर कुछ नहीं बोले बिना पढ़े ।
Woh toh khud Andha hai 😅
@@ankitjain2113kam se kam nanga to nahi 🤣
Sharam aani chahiye jain hokar AAP Vani se hinsa kar rahe kisi ki majburi ko andha kehkar aap bhi paap hi kar rahe
@@ankitjain2113 Tu jain kehlane ke layak nahi hai yahi sikha hai tu mahaveer se
Jain aise hi hote hai
Bilkul sahi.. ham hindu nahi
सनातनी है❤❤
Sahi kaha 👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
Yaar ajeeb baat hindu jain darm dalito. Ko adi vasiyo both ko ligayato ko hindu batati hai... Aur yh sb apne hindu kehne per bura mante hai... Agar yh hinduo se nikal gye to kattar hinduo ki tattee nikal jaye gyee
न महाभारत में न ही रामायण में जैनो का उल्लेख है
और हा भारत नाम शकुंतला के पुत्र के नाम पर पड़ा था।
जैन कम्युनिटी बहुत अच्छी है लेकिन जबरदस्ती प्राचीन बनने की कोशिश न करे ऋषभदेव के पिता किस धर्म को मानते थे वो भी बता दो
Namostu Muniraj 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sanatan hi satya hai jaha jaha jaoge waha pe sanatan ki pratima paoge
Jai shree ram 🙏
Tu ja apne sanatan tanatan jhute dharm main pagal andhbhakt
No it's not correct....
Sabhi dharm achhe hai sabhi dharmon ki sikh achhe hai agar hm positive way say follow kare to .... Kuch monks compair karte hai which is not good or mere according jo log kisi bhi dharm ko compair karte hai vo dharmik ho hi nahi sakte ....
Agar ham philosophically dekhe to ham sab kuch bhi nahi hai ....bas bhram hai.....
So please kisi bhi religion ko compair mat kare ways alag alag ho sakte hi but at the end of the day hame sabhi ko bhagwan ke pass hi Jana hai
- Chetan adiwal (Love's philosophy)
Sanatan koi dharm nahi hai ye Brahman Dharm hai...agar iss dharm se jatiwadi, Brahman ka varchasva aur mandir me daan dena band kar de ye to dharm 5 saal me khatam ho jayega.
@@ABmr.360
Okkk to suno ......
If we talk about this topic philosophically to ham insan ek bhram hai or es duniya me jo bhi hai ek illusion hai..... Nahi koi dharm tha nothing ye sab logone banaye haii philosophically dekha jaaye to yahi final hai in so called sadhu muni vagero ne isko utha ke rakha hai.....but ha jine ka sahi Marg agar kaha jaye to hamare religion hi manual ki tarah kaam karte hai so don't compare religion with each other
Agar aap ase karte ho to aap adharmik ho.....aap ko aap ke dharm ki respect nahi hai iska matlab yahi hota hai
Thank you bachhaaa........
Sorry philosophically kaha jaye to
Thank you bhram (illusion)
Namostu gurudev
Namostu gurudev 🙏
Hindu Dharma 🚩🚩🚩
ek shudra hokar hindu dharam ka prachar kr rha h?
@@mittusharma3824 और तू ब्राह्मण के नाम की फर्जी id बनाकर हिदुत्व को बिखेर रहा है है कौन तू
Fake I'd hai ,yehi khud koi shudra hoga ,nila kabutar@@GajendrasinghSisodiya-nf8se
Yadav bhi shudra aur achhoot hai 😅
गुरुदेव के चरणों में बारंबार नमन
जैन एक दर्शन है जो नास्तिक दर्शन पर है । श्रमण वेद का हिस्सा है जिसे अंग्रेज ने आप पर जैन और बुद्ध दर्शन पर थोपा । हिंदू शब्द मेरु तंत्र , वेद से जुड़े बृहस्पति आगम ,शब्द कल्पद्रुम , भविष्य पुराण ,महाभारत में भी है
Ved Irani bhasha me likhe gaye hai or a yuhudio ka dharm
@nehabhadarwara2315 😂😂 मुर्ख , वेद 1 संहिता 2 ब्राह्मण 3आरण्यक 4उपनिषद संस्कृत भाषा में है
🎉
जैन धर्म के आगम प्राकृत भाषा में लिखे गए और हिंदू धर्म के संस्कृत और ऐतिहासिक प्रमाण है कि प्राकृत भाषा संस्कृत भाषा से प्राचीन है इसलिए जैन धर्म भी प्राचीन है और तीर्थंकर का जन्म क्षत्रिय कुल में होता है क्षत्रिय का मतलब हिंदू नहीं होता क्षत्रिय का मतलब राजपूत नहीं होता
Sanatan Samiksha pe aa jaiye bhai aapki galat fahmi door ho jayegi Prakrat kahin se Sanskrit se purani language nahin hai.
Teri Maa ne kaha ya tere baap ne? Likh ke dikha kuch prakruthi bhasa me.
pali me khatiya likha hua hai ye bat acha kaha apne❤
Lipi pata hai murkh? 😂 Sanskrit ki padu lipi batau? 3000saal puraani or usse jyaada hai
@ankit jain......
भगवान शिव को दिगम्बर वेश धारण करने वाला बताया गया है और आदिनाथ भी भगवान शिव का ही नाम है। नग्न ध्यान करते हुए मिली हुई मूर्तियाँ शिवजी की है ।
कभी सुना है नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय
भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय
तस्मै नकाराय नमः शिवाय।
..ये जैन चोर लोग तो आजकल सात्विक भोजन का नया नाम निकाले हैं जिसे जैन भोजन नाम दिया गया है।
कैलाश पर्वत की नग्न मूर्तियों को भी शिवजी की ना बताकर जैन मूर्ति बोलते हैं। अहिंसा परमो धर्म को जैन सूचक बनाकर सनातनियों को कमजोर बना दिया जबकि पूरा वाक्य "अहिंसा परमो धर्म,धर्म हिंसा तथैव च" है । स्वास्तिक सनातन का भाग है जिसे जैन बताते रहते हैं बेशर्म।अग्रवाल जो कि सनातन को मानते हैं उन्हे भी जैन बोलते हैं बड़े बड़े व्यापारी धनी लोग अग्रवाल,गुप्ता,मित्तल बनिया हैं जो सनातन को मानते हैं जिन्हे जैन बोलते हैं ये छपड़गंजू। आदिनाथ शिवजी को कहते हैं इनके पास 1 भी प्राचीन ग्रंथ नही जो दिगम्बर का सम्बन्ध जैन से बतादे जबकि हमारे पास सैंकड़ों है।
..सारे के सारे नाम चुराकर copy paste करते हैं।
Namostu Namostu Namostu
Namostu Gurudev 🙏🙏🙏
Yes hindu sikh jain boudh are good religion❤only gyani not chuchundar❤😊😊😊😊
क्यों जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव जी भगवान शिव के अवतार थे जिन्हें आप पहले तीर्थंकर माना और जैन सम्प्रदाय की नींव पड़ी।
जो महावीर स्वामी के बाद जैन सम्प्रदाय आजाद भारत मे जैन धर्म कहलाया।
और गुरुजी लगे हाथ जे भी बता दिए होते जब श्रमण सँस्कृति नही थी भगवान ऋषभदेव का जन्म नही हुआ था तो उस समय उनके पिता और प्रजा किस धर्म का पालन करती थी?
गुरुजी उनके पिता नाभिराय और माता मरुदेवी थी जो वैदिक सँस्कृति का पालन करते थे जो सनातन धर्म का एक अंग है बाद में जब ऋषभदेव का जन्म हुआ तो वे दिगम्बर साधु बन गए और उनके मानने वाले लोग आगे जाकर "जिन" कहलाये जिससे कालांतर में जैन शब्द की उतपत्ति हुई और महावीर के बाद जैन सम्प्रदाय सनातन शाखा से कटकर एक नया सम्प्रदाय बन गया जो आगे आधुनिक काल में जैन धर्म कहलाया।
जैसे , यहूदी, ईसाई और इस्लाम एक मजहब है न कि धर्म।
ठीक उसी प्रकार जैन, बुद्ध ,सिख एक सम्प्रदाय(पंथ) है न कि धर्म।
धर्म तो केवल एक है सत्य सनातन वैदिक धर्म।
Ye nai bataenge inke guru
Mai khud jain hu pr khudko sanatani hi Manta hu .
abe milta kya tum logo ko ye sab bolke 😂
@@Dhammo_Sanantano09 अरे गधो ज्ञान मिलता है,जो मुहं पर जाबा लगाकर अपनी दो नली खोले रहते है ,मुहं से तो हवा के छोटे छोटे जीव मर जाते है लेकिन दो नली की गर्म गैस जीवो को तरो ताजा कर देते है।
बेवकुफ पंथ😂😂😂
Hmare rishabhdev ji tumhare shiv ke avtar nhi the Vishnu puran me likha he ki vo Vishnu ke avtar the shiv puran me likha ki vo shiv ke avtar the har koi apne app ko upar btane ke lie juth bol rha he or jutha jaino se bda nhi ho skta 😂😂😂 or fir Jain dharam avtar me nhi Manta or baki sab kahani man ghanat he bas apne aap ko upar btane ke lie Jain dharam anant adi he isilye rishabhdev ji ke pita bhi Jain dharam hi follow karte the bas sampradayikta failate ho tum jese log andhbhakt kahike
जैन धर्म भागवत महापुराण ग्रंथ में ऋषभदेव राजा जो जैन धर्म के पहले तीर्थंकर हैं ये वोही हैं वहीं से जैन धर्म की शुरुआत हुई हैं
Sir with due respect,jains in India follow their religion without any restrictions because the majority is Hindu and for me Shri Ram and Mahavir Jain amd even Gautam buddha are one and the part of same consciousness that belongs to Bharat.
Pahile to hindu shabd pure bharat desh ke logo keliye kaha gaya.iss logic se pure hindu hue but ye mughalo se aya shabd apko bhot payara hai q ki app brahmno ka pakhand ke alva khch nahi hai. App jab kahte hai ki hindu ki vajh se jain jivit hai tab app ye q bhul jate hai ki hidu shabd to pure deh ke logo keliye kaha gaya tha, par app ye isliye khate q ki apko apni supremacy dikhani hoti or app brhamn Vedic Sanskrit se nahi hindu ki aad me dikhate ho. Sach to ye hai ki brahman Mughal ko bap mante the or unke dalve chatte the same Britishers ke bhi. Buddha ke time pe bhi unko koi dikkat na aye isliye unki raksha karne vale koi Brahmin nahi the o unke anuyai the or buddha ke followers the warrior ka koi dhram nahi hota uska ek hi dharam hota hai o hai apne logo ki raksha karna o kisi bhi cast ka religion ka ho sakta hai. Chatrapati Shivaji Maharaj ko bhi Brahman virodh karte the unka rajyabhisek karne se inkar kar rahe the manuvadi brhaman.
Jai shree ram ❤🚩hindu 🤝jain ekta 💪🫂
Namoustu gurudev Namoustu Namoustu Namoustu
Jainism is oldest religion and separate from hindu ,but samy similarities
Rishab was sanathani later he become guru started his own religion
Hindu is not religion
Namostu namostu namostu bhagwan
bhai itna mat uchal samje
पहीली बात तो यह है की हिंदु नाम का कोणी धर्म नही . दुसरी बात यह है की आर्य इस देश के मुलनिवासी नही है. आर्य पुर्व इस भारत के मुलनिवासी धर्म जैन , बुद्ध, और शैव, है.
Jai Sanatan 🚩🕉️
Jay shree Ram 🕉️
Jai shree ram ❤️
Jay Mahavir swami ki Jay😊
Jay shree ram ❤
Jai siya Ram 🚩🕉️🕉️🕉️🚩🚩🚩
क्षमा चाहता हूं लेकिन आप को धर्म शब्द का अर्थ पता नही है और दूसरा जैन इस धर्म का ही हिस्सा है । श्रमण वेद का हिस्सा है , जैन एक अलग दर्शन है लेकिन वो धर्म पर टिका है ।
Jain dharam hindu dharam se bahut purana hai
Namostu munishree
🙏🙏
जब सभी पुराण हिंदू है तो फिर जैन हिंदू हुआ कि नहीं
Jay Shree Ram ❤ Jay Jinendra ❤
जैन धर्म भारत का है,इसका पूरा पुरातत्व प्रमाण है, वैदिक का सिरया में प्रमाण मिला है,
प्रणाम मुनि जी , आप इस विषय पर कुछ सत्य तो अधिक गलत हो , ऋषभदेव के पिता नाभी थे उन्हे कोई पुत्र नहीं था तब दान यज्ञ हवन सेवा पुरोहित ब्राह्मणों करके आपने बहुत यत्न उपाय किए, तब जा कर विष्णु ने दर्शन दिए और राजा नाभि ने पुत्र मांगा आप जैसा इसलिए विष्णु के अवतार ही ऋषभदेव का जन्म हुआ।और नाभी के पिता आग्नीध्र और उनके पिता प्रियव्रत थे और उनके पिता स्वयाम्भु मनु थे। और मनु जी के पिता ब्रह्मा जी थे।
आपने भागवत अधूरी पढ़ी है इसलिए हम भी जैन है किन्तु अंध भक्त नाही।
प्रणाम
🙏🙏🙏
Sahi Kaha Sanatan Dharm Hai Hamara
What a joke 😅🤣🤣🤣🤣
I didn't heard of this in shivpuran, no mention in shivpuran
Aapko sun k dil khush ho gya mahraj ji 🙏🏻🙏🏻
Charan sparsh
सनातन संस्कृति ❤
Kya bola bhagwan se pehle rishabh dev the are Kitni Saal pehle paida hua tha rishabh dev 1000,2000,3000 ,4000 usse pehle to rishabh dev ka baap bhi sanatani tha ye mat bhulna nhi proof kar
Jai sanatan 🚩
Bhai ye sabcthik he par ye comment se jain hindu divide hoga na
भगवान शिव को दिगम्बर वेश धारण करने वाला बताया गया है और आदिनाथ भी भगवान शिव का ही नाम है। नग्न ध्यान करते हुए मिली हुई मूर्तियाँ शिवजी की है ।
कभी सुना है नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय
भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय
तस्मै नकाराय नमः शिवाय।
..ये जैन चोर लोग तो आजकल सात्विक भोजन का नया नाम निकाले हैं जिसे जैन भोजन नाम दिया गया है।
कैलाश पर्वत की नग्न मूर्तियों को भी शिवजी की ना बताकर जैन मूर्ति बोलते हैं। अहिंसा परमो धर्म को जैन सूचक बनाकर सनातनियों को कमजोर बना दिया जबकि पूरा वाक्य "अहिंसा परमो धर्म,धर्म हिंसा तथैव च" है । स्वास्तिक सनातन का भाग है जिसे जैन बताते रहते हैं बेशर्म।
आदिनाथ शिवजी को कहते हैं इनके पास 1 भी प्राचीन ग्रंथ नही जो दिगम्बर का सम्बन्ध जैन से बतादे जबकि हमारे पास सैंकड़ों है।
..सारे के सारे नाम चुराकर copy paste करते हो।
@@Ggngamechor aur aparadhi tum log hote ho jailo me tum log jyada bhare pade ho
@@GgngameJa muslimo ko bhi bol tumare allah bhi shiv ji he itana marenge tuje chipata phirega 😂😂😂
@@GgngamePandit log paise lekar tum logo ko jo gyan bata deta he vahi gyan jad raha he yaha aakar tere mandir se dus guna shastra hote he Jain mandiro me jakar dekh
💯💯💯
जय गुरुदेव जय जिनेन्द्र चाहे कोई हो सब हिन्दू कहलाते जय श्री राम जय श्री राम भगवान नेमिनाथ तिर्थंकरर्ओर भगवान श्री कृष्ण सगे चचेरे भाई है जय हो सनातन संस्कृती धर्म की जय श्री राम 🕉️🙏🌹
भारत में वैदिक ब्राह्मण धर्म मुगलों काल में आया उससे पहले भारत भूमि में कोई वैदिक परंपरा नहीं रही है
रुको जरा सफर करो हरिश्चंद्र के समय में तुम कहां थे राम के समयमें तुम कहां थे और कृष्णाके समय में तुम कहां थे सतयुग में तुम कहां थे द्वापर युग में तुमकहां थे त्रेता युग में तुम कहां थे जब तुम नहीं थे तब भी सनातन हिंदू धर्मतो था औरउनका तिथि वार और वर्ष के साथ हमारे सनातन हिंदू धर्म केग में प्रमाण है
Jai gurudev ji jai sree ram
Lado apas mein aur failayo duniya mein hinsa
Sabka mool jad sanatan h 🕉️🕉️🕉️🚩
Mahavir swami kei father kaunsa religion follow karte the maharaj hi yeh bhi bata do kaunsu sanskriti folliw karte the
Jain dharam hi follow karte the kuki jain dharam anadi nidhan h..... Hamesha se tha hamesha rahega jain dharam na hi ise kisi ne banaya h.....1st aadinath bhagvan se lekar 24 th Mahaveer bhagvan ne jain dharam ka apne apne samay me prachar kiya h banaya nahi h
There is no jain or hindu in history its all philosophy 😊
Sanatan hi Satya hai
Hum hindu hai babbar sher ❤️
Aur jativadi chuachut per sab ke sab ther
ओम् जय सनातन
सनातन धर्म से ही जैन सिक्ख बौद्ध धर्म निकला है सनातन के अभिन्न हिस्सा हैं ये तीनों ,ऋषभदेव तो भागवत में निरूपित हैं उनका पूजन दर्शन कर सभी धन्य होते हैं भारत भूमि के हैं मानवता के आधार है समाज को भ्रमित नहीं होना चाहिए
Truth
Jain me ego hai ki wo hi sabse mahaan hain😅
Ek baat batao aapko bhi lalach hai moksha prapti ka?
Jain kabhi ye nahi kehata aap ki tarah ki dusare dharm ham se nikale he is bat ka ghunta ghamand aap log lekar firate ho har jagah ki sab dharm hindu se nikale he
Ego? Me hate nahi karta but ego ki baat aap klog to mat hi kariye since history pata hai hame bhi. Aur dusri baat moksha ka koi lalach nahi hai vo to har jeev ka end target hai
This is true !
🇮🇳🙏🏻🪔🙏🏻🇮🇳
सब जानते हैं हर धर्म का आदमी अपने ही संकीर्ण मानसिकता का परिचय देते हुए अपने ही देवी देवता धर्म को सर्वोच्च बताता है....
Om Namah Shivay
संत होकर झूठ बोलना उचित नहीं।
किमीहः किङ्कायः स खलु किमुपायस्त्रिभुवनम्।
किमाधारो धाता सृजति किमुपादान इति च॥
अतक्यैश्वर्ये त्वय्यनवसरदुःस्थो हतधियः।
कुतर्कोऽयं कांश्चिन्मुखरयति मोहाय जगतः॥5॥
अर्थ:
हे महादेव ! मूर्ख लोग अक्सर तर्क करते रहते है कि ये सृष्टि की रचना कैसे हुई, किसकी इच्छा से हुई, किन वस्तुओं से उसे बनाया गया इत्यादि। उनका उद्देश्य लोगों में भ्रांति पैदा करने के अलावा कुछ नहीं है। सच पूछो तो ये सभी प्रश्नों के उत्तर आपकी दिव्य शक्ति से जुड़े हैं और मेरी सीमित शक्ति से उसे व्यक्त करना असंभव है
Shiv ka bhi naam ved me hai toh wo pahle huye ki nahi
नंगा रहना भी भला कोई धर्म है
Ha because tere tarah lobhi nahi hai koi samjha jain is besttt,🙏🙏
@@mahi_rockingstar05 isme lobh vali baat kaha se aa gyi.
Or baki tumhari language sab bata rhi h kitni
शास्त्रों में एक श्लोक है कि "हिंसस्य दूयते ह्रदयम् तस्य हिन्दू :"
हिन्दू का अर्थ है जिसके हृदय में हिंसा से पीड़ा हो वह हिन्दी है ।
इसलिए सनातन की दो शाखा है एक हिंदू और एक जैन ।🕉️❤
Okk ji hum hindu hone pe Garv karte he ❤❤❤bas..
तोह पुराण, उपनिषद और वेद क्या जैन संस्कृति ने मानव जाति को दिए है?
Sanatan sanskriti ne dia hai, Sanatan sanskriti ko vaidik Sanskriti bola jata hai..
Sanatan ko Hindu bolte hai log..
Excellent 👌👌👌
Super 🎉🎉🎉
May Hindu words is not used in Ramayan and Mahabharat but SANATAN is used at the place of Hindu
गणेश पूजा करते हो लक्ष्मी पूजा करते हो सरस्वती पूजा करते हो और कहते हो हम हिंदू नहीं है
Agar Jain dharam nahi hain to minority status kyu hain
Jain hamare bhai h lkn sanatan se bada koi dharm nhi h
I'm an Atheist but Sikhism, Jainism & Buddhism are wholly aligned with Hinduism
Both Buddhism and Jainism don’t believe in God. Both are atheistic man made religion. Last Tirthankar Mahavir never experienced God in his life that is why he forcibly denied existence of God, but accepted the existence of Atma (Self). That is why God is not worshipped in Jain Temples. But a temple is a special spiritual place where God is worshipped through Pujaris and there are regular aartis, prashadam, discourses on God etc. None of these are allowed in Jain Temples. Then why it is called a temple and copied like a Hindu temple in appearance? Due to this similarity of outer structures of Hindu and Jain Temples the majority of Jainis and Hindus believe that Jainism believes in God. Is not a contradiction? Will anybody clarify it?
Reply
Aab ye hamare dharm ke bare main kahenge Jai shree ram jai Sanatan Dharm 🔱🔱🚩🚩🚩🚩
Satyavachan
Ved 1000 sal v purani nhi hai aap sahi kah rahe hai
Rishabhdev Ko hamari Bhagwat Geeta mein naam hai aap kaise mana kar sakte ho
Bhai bhagwan rishabantha started jainism unke mom and dad were following sanatana dharma
Haan sahi kaha Guruwarya aapne. Mai Theravada Buddhism ko follow krta hu. Ye sab sanskriti hai. Jain Buddhism etc. Hindu koi dharm nhi hai. Ek bht sare Sanskrutiyon ka ek jod hai.
महाराज जी थोड़े हिंदू ग्रंथ पढ़े फिर कहे ।मेदनी तंत्र,पूरी शंकरचार्य जी का ग्रंथ हे गर्व से कहो हिंदू उसे पढ़ो।
Ek shravak bhi aap se hazar guna granthko padthe he ....muniyo ki to bahot door ki bath he !
😂Jaino ko ye pta hai but hindu ko kaun samjhaiye
Oldest is sraman sanskriti
Rigved or Yajurved mae bhagwaan Rishabhdev,Ajitath,or Arishtnemi ka varanan hai khud Sarvapalli radhakrishna ne kaha hai Jainism was one of oldest philosophy existed even before vedas were composed
Hinduo ke bhagwat puran me rishabhdev ko vishnu ka avatar bta diya gya taki ve old dharm lge
😂Or wahi dusri jagah shiv puran mae unhe shiv ka avatar btataya gya hai
Or tisri jagah unko brahman ka Succseor btaya hai 😂
Khud unke grantho mae Sabhi bhagwaan ikshvaku dynasty ke btaye gye hai Jo ki ek srahman dynasty thi jiske founder bhagwaan rishabhdev hai
Phir bhi ve Hinduism is oldest kehete rhenge
sabse ourana mana jane wala dharm vedik dharm ke strot ved bhi 22 ve teerthankar ke baad ke he.
Rigveda me jo Rishabh hai uska matlab ox 🐂 hai 😂 ,,,vaise Rigveda me mere dost ka naam bhi aata hai
Lagta hai tune vedon ki jagah kuch aur padh liya firr 😄😂
Lekin bhai jain aur hindu karoge to ye desh me to Muslim raaj karenge
@yogitadubey9696Haan tabhi lakshi ji vishnu ji ke per dabati rahti Hai 😂 phle apne girebaan me jhaank
नमोस्तु भगवान
HUMKO AAPAS ME NHI LADNA CHAHIYE, ESI KA FAYEDA TO MUSLIM INVADERS NE UTHAYA H , HUM SAB , HINDU, JAIN, BUDH OR SIKH ONE FAMILY H , PLEASE AAPAS ME MAT LADO
Jb bol diye hindu koi dharam nhi to jain bhi koi dharam Nhi hona chahiye
Maharaj bhi ye hi bole dyan se suno😏😌🥲🙃🙃
@@sumitjain264 hindu sanatan dharam hi satya h jo sanatan ke khilaf hain unka vinash nischit hai sanatan dharam aur hindu dharam ek hi hai
हिन्दु धर्म हि मात्र एक धर्म है जिससे तुम सबकी उत्पति हुई है
@@Pawan123-e8v ji gyani baba (dongi baba) 😌😌🤣🤣🤣...dharam... dharam kerne se kuch nahi hone wala .....palana kerte ho purnatah....to Mane ...chahae koi sa bhi dharam ho ....mai saf saf bol raha mai nahi ker pata🥲🥲 ....kosis kerta.... To jyda uchlane ki jrurat nahi hai....sabko pata hai dharam ke nam per kya kya ho raha....isme se iski utapati Hui hai Falana Falana...iss se hoga kya ye batow.......sab apne apne tark dete bas ...kya puri tarah sach na kisi ko pta hai na hi Sayed kabhi lagega ........ palana koi nahi kerta ...badi baat to wo hai .....🤨🤨😏😏
@@sumitjain264Bhai apse baat ho sakti hai Jain Dharm ke baare me kuch Jaana hai
ऋषभ देव राजपूत थे यही सत्य है सनातन
Nahi Iswaku Jat the.pahli sadi main hue .Jat sudra the.
Raja ke bete rajput hain kisi jati ka raja ho uska beta rajput hai.😂😂😂😂
Sanatan dharm ke Rishi acharyo ki bhasha copy karke bol rahe ho😂🚩
Arey...yeh tak nahi jante tum ki Sanatan dharm is Jain Baudh Hindu and Sikh Sanskriti ka Mel. Sahi se history pado na tumlog
Bo kaun see sanskrati h jisme jayni-arasamaj-boudh ya phir sanatani sab ek hi ghhande neeche ate ho krapa karke esi sanskrati ka nirmad kare
Satya Sanatan Dharm naam hai
bhagvat katha mein bagvan visnu ke avtar hai bhagvan rishabdev
Khud rishabdev ne avtarvaad ka virodh Kiya hai jain shastra padho
@@niragjain1896ye log jian buddh mandiro kabja kar liya hai iske liye inko avtar batane ki naubat aa gayi hai
@@Dhammo_Sanantano09 exactly same ye log isliye buddh ko bhi avatar batate hai