भूपाळी - स्वामी स्वरूपानंद पावस | bhupali | prabhat jhali swarupnatha
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- Опубліковано 16 жов 2024
- भूपाळी - प्रभात झाली स्वरूपनाथा या हो मम अंतरी
अल्बम : अण्णांची गाणी
रचयिता: श्रीराम बाळकृष्ण आठवले
गायक : श्री चारुदत्त आफळे
ध्वनीमुद्रण : साउंड व्हिजन स्टुडीओ, पुणे
प्रभात झाली स्वरूपनाथा या हो मम अंतरी
सोऽहम् घोषचि घुमत रहावा मानस गाभारी ॥ ध्रु.
माझे माझे लोप पावु दे तुझे तुझे उगवु दे
कोण असे मी? तो मी, तो मी सहजपणे कळु दे
प्रसन्नतेची प्रभा सदोदित झळको वदनावरी
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानसगाभारी ।१
दृष्टि निवळु दे तिमिर जाऊ दे आशीर्वाद हवा
अभ्यासाचा या भजनाचा छंद जडु दे जिवा
सुमने सु-मने अर्पण व्हावी कृपा करा सत्वरी
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानसगाभारी ।२
रामकृष्ण तुम्ही, रामतीर्थ तुम्ही, तुम्ही ज्ञानदेव
करुणाकर तुम्ही, कृपावंत तुम्ही, तुम्ही वासुदेव
हरिमय होउन अम्हां जाणवो हरिमय नरनारी
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानसगाभारी ।३
उदात्त उन्नत पावन मंगल जीवन हे व्हावे
सोऽहम् सोऽहम् म्हणता म्हणता ममत्व संपावे
सोऽहम् फुंकर भरा बनू द्या या देहा बासरी
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानसगाभारी ।४
जवळ घेउनी शिकवा गीता ओढ अशी लागली
घास सानुले करुनी भरवा आम्हा गुरुमाउली
राम कृष्ण हरि राम कृष्ण हरि जपो सदा वैखरी
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानसगाभारी ।५
द्वंद्व न उरले दु:ख संपले अनुभव हा यावा
तिमिर मावळे गगन उजळले जाणवु दे गारवा
चित्ती वचनी कृतीत यावी सहज सुधा माधुरी
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानसगाभारी ।६
स्वागत करतो सद्गुरुराया उमलो जीवनि उषा
कृपाप्रसादे स्वामी आपुल्या शमु दे सगळी तृषा
भक्तवृंद हा प्रसन्न वदने विनम्र वंदन करी
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानसगाभारी ।७
प्रभात झाली स्वरूपनाथा या हो मम अंतरी
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानसगाभारी ।
ॐ ॐ
प्रभात झाली स्वरूपनाथा या हो मम अंतरी ॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानस गाभारी ॥ ध्रु.॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा मानस गाभारी ॥
माझे माझे, लोप पावु दे, तुझे तुझे उगवु दे ॥
कोण असे मी, तो मी, तो मी, सहजपणे कळु दे ॥
प्रसन्नतेची प्रभा सदोदित, झळको वदनावरी,
स्वामी झळको वदनावरी ॥1॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥ ध्रु.॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
दृष्टी निवळु दे, तिमिर जाऊ दे, आशीर्वाद हवा ॥
अभ्यासाचा, या वचनाचा, छंद जडु दे जिवा ॥
सुमने सुमने अर्पण व्हावी, सुमने सुमने अर्पण व्हावी,
कृपा करा सत्वरी, स्वामी कृपा करा सत्वरी ॥२॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥ ध्रु.॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
रामकृष्ण तुम्ही, रामतीर्थ तुम्ही, तुम्ही ज्ञानदेव,
स्वामी तुम्ही ज्ञानदेव ॥
करुणाकर तुम्ही, कृपावंत तुम्ही, तुम्ही वासुदेव ।
हरिमय होउन आम्हा जाणवो, हरिमय नरनारी ॥३॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥ ध्रु.॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
उद्दात उन्नत, पावन मंगल, जीवन हे व्हावे ॥
सोऽहम् सोऽहम् म्हणता म्हणता, ममत्व संपावे ॥
सोऽहम् फुंकर भरा, बनु द्या या देहा बासरी,
स्वामी या देहा बासरी ॥४॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
जवळ घेऊनि शिकवा गीता, ओढ अशी लागली ॥
घास सानुले करुनि भरवा, आम्हा गुरु माऊली ।
राम कृष्ण हरि, राम कृष्ण हरि,
जपो सदा वैखरी, स्वामी जपो सदा वैखरी ॥५॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥ ध्रु. ॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
द्वंद्व न उरले, दु:ख संपले, अनुभव हा यावा ॥
तिमिर मावळे, गगन उजळले, जाणवु दे गारवा ॥
चित्ति वचनी कृतित यावी, सहज सुधा माधुरी,
यावी सहज सुधा माधुरी ॥६॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥ ध्रु.॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
स्वागत करतो सद्गुरुराया, उमलो दे मनि उषा ॥
कृपाप्रसादे जावी आपुल्या शब्दे सगळी तृषा ॥
भक्तवृंद हा प्रसन्न वदने, विनम्र वंदन करी,
स्वामी विनम्र वंदन करी ॥७॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
प्रभात झाली स्वरूपनाथा, या हो मम अंतरी,
स्वामी, या हो मम अंतरी ॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
सोऽहम् घोषची घुमत रहावा, मानस गाभारी ॥
ध्यान साधनेची सुरवात आणि ध्यान साधनेची योग्य अनुभुति या संपुर्ण गायनातील गीतातुन कमलदला प्रमाणे एक एक पाकळी ने सुंदर रित्या उमलते ....सुंदर धयाना आनंदाची गाण्यातून होते. खुप खुप धन्यवाद
चारुदत्त आफळे बुवा यांच्या आवाजात ही भुपाळी खूप गोड वाटते.
आवाज,शब्दरचना,स्वररचना सर्वच अप्रतिम.ऐकून मन प्रसन्न होते.
खूप छान भूपाळी परत परत ऐकाविशी वाटते
खूप सुंदर.गायन आवाज संगीत साथ.स्वामी स्वरुपानंद🚩🚩🌹🙏
धन्यवाद सुयोगजी, ती अण्णांची फार छान अर्थवाही शब्दरचना, सुंदर संगीत, श्री आफळे बुवांचा सुस्वर. सर्वच एकंदर फार परिणामकारक ! बासरीच्या कडव्यात कोरस ऐवजी बासरीची धून वापरायची कल्पना अतिशय सुंदर आहे तुमच्या सर्व चमुचे अभिनंदन आणि पुन्हा आभार.
Excellent ! Pratyek Shabda an Shabda Bhavpurn ! Aaple charni vinamra Abhivadan Aafleji. Pramod Potnis. JAT.
खूपच प्रसन्नता येते मनाला ही भूपाळी ऐकुन. शब्द आणि स्वर दोन्ही अप्रतिम.🙏 ॐ राम कृष्ण हरी 🙏🌹
तूच आहे तुझ्या जीवनाचा शिल्पकार.
विठ्ठल विठ्ठल माऊली विठ्ठल विठ्ठल...👣👏 अप्रतिम!
गीताचा अर्थ अतिशय सुंदर. गायले आहे अतिशय सुंदर.ऐकताना शांत व प्रसन्न वाटते. मी पावसला येऊन गेले आहे. मी परमहंस सद्गुरू श्री स्वामी माधवनाथ यांची अनुगृहित आहे.
Thank u so much . रोजची पहाट आणि दिवस प्रसन्न करणारी भूपाळी. शब्द अप्रतिम and आवाज शास्त्रीय संगीत अधिक भाव यांचा संगम. सुंदर.
खूपच छान चाल आहे. आणि सुंदर गायिले आहे.राम कृष्ण हरी।
पुन्हा पुन्हा ऐकतच राहावा असे वाटते. धन्यवाद .
धन्यवाद.
अतिशय अप्रतिम ! शब्द चाल आवाज सर्वचं
दैवी !!
प्रविण राजपूत ठाणे
श्री स्वामी माउलींना वंदन.
🌹🙏🏻स्वामी स्वरूपानंद महाराज की जय
स्वामी विद्यानंद महाराज की जय🙏🏻🌹
मुळात रचना च इतकी अप्रतिम आहे की, ह्या सुमधुर स्वरानि सदा श्रवण करा वे
खूप अप्रतिम शब्द आणि तेवढाच सुरेख आवाज
Excellent ! Kiti Bhavpurn Hi Bhupali gavi yacha ek aadarshach Aaflejini norman KELA aahe. Pramod Potnis. Jat.
अतिशय सुरेख सुरेल पवित्र अप्रतीम गायक आदरणीय चारुदत्त बुवांना सादर प्रणाम काव्य तर साक्षात ईश्वरी प्रसाद ,धन्यवाद पावन झालो ऐकून स्वामींना वंदन
Diode but I'm sure
रोज सकाळी ऐकावयास आवडते.....
🌹🌹🙏🏻🙏🏻‼️‼️श्रीमत सच्चिदानंद सद्गुरु स्वामी स्वरुपानंद महाराज की जय. 🙏🙏 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!!‼️‼️🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🏻🙏🏻‼️‼️श्रीमत सच्चिदानंद सद्गुरु स्वामी स्वरुपानंद महाराज की जय. 🙏🙏 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!!‼️‼️🙏🙏🌹🌹🌹🌹🙏🏻🙏🏻‼️‼️श्रीमत सच्चिदानंद सद्गुरु स्वामी स्वरुपानंद महाराज की जय. 🙏🙏 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृ 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!! 🕉 राम कृष्ण हरी!!‼️‼️🙏🙏 🌹
Jay. Swami. Swarupanand
Pranam. Lakho Pranam 🙏🙏🙏🙏
Shravaniy,&Bhavsparshi I OmShanti
श्री स्वामीस्वरूपा नं द
महाराज कीं जयं 🙏🙏🌹🌹
Kaliyug's impact: Only 35k views compared to other marathi songs! Nobody knows what games maya would play! May Swami Swarupanand guide us across bhavsagar! Shriram! Soham!
@@rajmata4deshpande188
9 j
It is ok. We should do our duty, uploading here and sharing as much possible. पूर्वजन्मीचे सुकृत लागते ना. मला सुद्धा आताच लाभले.
😮😮😮😮😅😊😊😊😊
🙏खूप सुंदर 🙏
🙏🙏 ॐ राम कृष्ण हरि🙏🙏
रामकृष्णहरी👌👌👍
खूप सुंदर गायली आहे
खूप छान 🙏🙏
🙏🙏
10 जनेवारी ला पावसला या ओ राम कुष्ण हरी 🙏🙏🙏🙏🙏
अप्रतिम.
छान गायले 🎉🎉❤❤ !
अतिशय सुरेख. मन प्रसन्न झाले.अप्रतिम सूंदर ॐ रामकृष्ण हारि
ऐकतच राहवं असे वाटते आहे.
नितांत सुंदर, अवर्णनीय,.
स्वयंघोषची घुमत राहावा, मानस गाभारी.
खूपच सुंदर..... अर्थपूर्ण👌👌
सुंदर श्रवणीय सादरीकरण
🙏
Om Swami Swarupanand Maharaj Ki Jay!He is the Creator of This World.I Om Shanti!.
Very nice and DIVINE swar & immotions r created 🙏
Shree gurudev
❤
❤
khup prasann vatale 🙏
ॐ राम कृष्णा हरी 🙏🙏
सुंदर
जय जय राम कृष्ण हरी!👌💐👌
ॐ रामकृष्ण हारि
छान आहे
अप्रतिम ... शब्दातीत ... देशातीत ... कालातीत 🙏🙏🙏
Sundar
🙏🌺ॐ राम कृष्ण हरि🌺🙏
Atishy prasnn vatl mast
jotish Karmarkar धन्यवाद
खुपचं सुंदर 🙏🙏
🙏🙏🙏🌹🌹🙏🙏🙏
अप्रतिम
Soham Swami Swarupananda Ramakrishna Hary Govinda
खूप सुंदर आवडले
Sundar! Paramhansa sadguru swami swarupanand maharaj ki jai!
Very nice
👌👌🙏🙏
अतिशय सुरेख. मन प्रसन्न झाले.
Shekhar Abhyankar धन्यवाद.
अप्रतिम सूंदर Prakash sanas Panchgani..
फारच सुंदर
खूपच छान !!!
Very Nise
Ha parayan scholarship atyant Paribas Karam vachan zala
Can someone please explain the meaning of this.
I would like to know what this means.
Mesmerising!
धन्यवाद.
Faarach sundar.....
Khoopach sundar
keval apratim. man prasanna karnare kavya.
धन्यवाद.
Full of sanctity..Lovely bhajan..Om Guruji
Khup mast ....
👌👌👌
Sunder,
Ram krishna hare sri swami swarupanad swami bhakta dombivli sunde aprtem
@@dilipmukadam1811 Jainana 🙏🙏
Far far sunder shabda nashir. 👌👌🙏🙏🙏🙏.
कृपया मला ही संपूर्ण शब्दरचना माझ्या व्हाॅटस्ॲपवर पाठविण्याची मेहेरबानी करणार काय ? खूप खूप उपकार होतील .
@@mukundpol2243 message from wasudeshmukh, the vdo of bhajan sung by shamika bhide contains the words of Bhajan.. Pahat zali swarupnatha..
@@mukundpol2243 पूर्ण भूपाळी स्क्रिप्ट discription box मध्ये आहे.
जय जय राम कृष्ण हरी!
Mh hejg
Ddibd
ॐ रामकृष्णहरि
🙏
अप्रतिम