वार्षिकोत्सव || आर्य समाज रोहिणी सेक्टर-7 || तृतीय दिवस

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 1 жов 2024

КОМЕНТАРІ • 3

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb 22 дні тому

    वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद सिद्ध नहीं होते। वेद और गीता निराकार साकार तक सीमित है निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है।😮😮😮😮😅

  • @yashvirvedic7749
    @yashvirvedic7749 22 дні тому

    बहुत ही सुन्दर अद्भुत भजन और गायन और भी अच्छा

  • @chukkaprudhvi8054
    @chukkaprudhvi8054 22 дні тому

    Buddha Nandha Lahari Jai