"इतिहास के पन्नों से". EP 4, जानिए विश्व की सबसे उन्नत प्राचीन और नगरीय भारतीय सभ्यता के बारे में।

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  • Опубліковано 21 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 4

  • @Rajesh_Pal777
    @Rajesh_Pal777 6 днів тому

    जाति गत असर हमेसा देखने को मिलता है ये सभ्यता पूरी तरह से एक बौद्ध सभ्यता थी
    1- योगी की सील बिल्कुल तथागत बुद्ध की तरह पदमसना और भूमि स्पर्स मुद्रा में मिलना
    2- पुजारी का बौद्ध बिक्षु ki तरह पहनावा
    3-स्तूप ka मिलना और स्तूप के टीक सामने स्नागार ka मिलना जो की वोएसा hi जैसे आसोक के समय बौद्ध बिहारो मे मिलते हैं
    4 -साँड़ की सील का मिलना उसी साँड़ का असोक् के पिलर पर मिलना
    5- मिट्टी के बर्तनो पर पीपल के पत्तों का मिलना और पूरी दुनिया जानती हैं की पीपल के पेड़ का बौद्धों मे क्या महत्ता हैं
    Note- अब यहाँ पर कुछ चुन मुंगे (जो जाति ब्योस्था me अपने ब्रह्म के मुह से पैदा)मानने वालों के प पीछे खुजली मचने के लिए माफ़ी

    • @ravikanttripathi-youthmedi7871
      @ravikanttripathi-youthmedi7871  5 днів тому

      @@Rajesh_Pal777 लेकिन बोद्ध धर्म का आरम्भ ही हड़प्पा सभ्यता के अवसान के डेढ़ हजार वर्ष के बाद हुआ ऐसे में हड़प्पा सभ्यता को बौद्ध सभ्यता कैसे कहेंगे, महात्मा बुद्ध ने वैदिक सभ्यता को ही बौद्ध सभ्यता का आधार बनाया। बिना कुछ समझे बूझे वक्तव्य मत दो अपने आप को पहले अपडेट कर लो।

    • @Rajesh_Pal777
      @Rajesh_Pal777 5 днів тому

      @ravikanttripathi-youthmedi7871 आपने बुदाइसम् को ठीक न ही पढ़ा और ना ही समझा हैं तथागत बुध से पहले भी 28 बुद्धो के सबूत मिले है बरहूत स्तूप पर 28 बुद्धो की मूर्तिया मिले हैं

    • @ravikanttripathi-youthmedi7871
      @ravikanttripathi-youthmedi7871  5 днів тому

      ​@@Rajesh_Pal777महाशय,इसका कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिलता और जितने भी बुद्ध हैं जिनका आप उल्लेख कर रहे हैं वो सभी महात्मा बुद्ध के बाद के हैं।