सर नमस्कार , मैं mohd asif gonda U P से ये डेवेट बहुत है अच्छी थी इस को सुनने से SC ST कानून की कमी और अच्छाई के बारे में बहुत है बारीकी से पता चला बहुत बहुत धन्यबाद rstv और कवीन्द्र सर आप को
किसी के ऊपर ऊंगली उठाने से पहले ये देखना बेहद आवश्यक है कि वो व्यक्ति ही उस घटना को अंजाम देने वाला है या उसको (शिकायत कर्ता) को उकसावा देकर व्यक्ति विशेष के ऊपर ऊंगली उठाई गयी है सुप्रीम कोर्ट की राय उपयुक्त थी की जांच के बाद ही आरोपी साबित हो हर किसी का अपना सामाजिक सम्मान होता है चाहें वह एससी हो एसटी हो या सवर्ण जाति का (क्योंकि इज्जत से पैसे कमाये जा सकते हैं पैसे से इज्जत नहीं ) धन्यावाद राज्यसभा टीवी को ऐसे महत्वपूर्ण लोगों को चर्चा में शामिल करने के लिए
सबसे पहले तो मैं राज्य सभा tv का धन्यवाद करता हु की आप लोग इतनी अच्छी अच्छी टॉपिक पर चर्चा करते है इससे हम सभी श्रोताओ को बहुत जानकारी मिलती है । जहाँ तक इस प्रोग्राम sc ,st एक्ट की बात इस पर सभी वक्ता काफी अच्छी जानकारी दिए । और मेरा मानना है कि कानून बनाने से फर्क तो पड़ता है लेकिन ग्राउंड लेबल पर प्रॉब्लम बनी रह जाती है । क्योंकि जानकारी का अभाव होता है ।
Sc st par debate karne ke liye rstv ka dhanyawad. Sc st act ko kamjor karne ka wakt abhi nahi aaya kyuki aaj bhi kamjor tabke ke logon ke upar bahut atyachar hota hai jab tak logon ki mansikta nahi badalti tab tak sc st act ki jarurat rahegi. Rstv se ke request hai ki aap india's world ki tarah hi ek hindi program banaiye jisme world ke baare me charcha ki jaay.
राज सभा टीवी का भसूत बशुत धन्य वाद , सभी बुधिग्जिबो ने सभी पकछो को स्पष्ट किया और st/sc act में जबतक दबे कुचले लोगो को समाज में पूर्ण रूप से act 15 के द्वारा जाती व्हेडभाव मिटाया नहीं जाता तब तक तत्काल एक्ट sc/st को लागू रहना चाहिए।
SC/ST Act के प्रावधानों में चरम की परिणति दिखाई देती है।। इस तरह के प्रावधानों में समाज मे समानता कम नफरत ज्यादा फैलती है।। जो लोग आज तक दबाये गए है क्या उनकी मानसिकता भी बदल जाएगी कि वो सामान्य या अन्य वर्गों के साथ समानता का व्यवहार करेंगे या फिर वो भी दबाने की कोशिश करेंगे।। क्रिया की प्रतिक्रिया को ही समाप्त कर दिया गया है।। अगर कोई Sc/st आपके साथ अन्याय करता है तो सामान्य वर्ग को सुरक्षा के लिए क्या करना पड़ेगा।। तात्कालिक प्रतिक्रिया अगर देता है तो उसे तुरंत जेल हो जाएगी।।
Suprim court ka fesla sarv manya hai isme sansodhan ki koi jarurat hai nahi yadi koi SC st Wala galat kam kare ya general wale ko hani pahunchata hai to is act ke dar se to general Wala Mara jayega
KAVINDRA SACHAN सर् यह किस तरह का कानून है।। कोनसे दिशा निर्देश sc के गलत थे जिसे बदलना जरूरी पड़ गया।। Sc ने खुद कहा है कि75 % केस फाल्स होते है।। फिर बेगुनाह को जेल भेज कर के कोनसे लोकन्त्र को आगे रख रहे है जब हत्या रेप जैसे मामलों में अग्रिम जमानत मिल जाती है तो इस काननु में क्यों नही।। यह काला कानून है ।। बिना जांच के गिरफ्तारी क्यों।।
ye galat ho rha sir desh me....vote dene ka mnn ni karta ab sach batai toh... government apni nakamyabi chhupane ke liye aise kannon bana deti hai...general wale bhi bhukhe mar rhe wo kisi ko nhi dikhta...abki baar nota pe vote daalunga..
+Dinesh Rajpurohit sir akde thode sahi batiye 75% nahi.. 15 % case sirf galat hote hai.. or baki case conviction nahi ho pate. kyu ki police bhi investigation karke proof nahi deti..toh kahi FIR darj nahi karti..bohot sare male hai..jad tak jao toh pata chla jayega... ya Supreme Court ka Judgment deklo...nahit.. NCR....National criminal record chieck karlo..statistics pata chal jyagi... kitne case false hai...kitno ko justice mila hai... kis kanoon ka mis use nahi hota..jar ye batado...sirf sc/st kyu?.
+PS ss casteism khtam karne keliye koi andolan nahi karte..desh me pehle casteism finish karo.. sab apn ap band hoyega... ajbhi humare yaha...MATRIMONIAL WEBSITE. .CAST OR RELIGIONS K NAM pr he chlte hai..
RajyaSabha TV Ka bhut bhut Dhanyabad is suchnapurna karyakram ke liye. Yadi hum Babasaheb Ambedkar ji ki bat ko mankar aage chalen to ho sakta hai ki bahut hi sheeghra hmara desh ekta ke naye sutra me bandh jayega aur in sab kanuno ki jarurat hi nahi pdegi!... Jat-Pat sab khal ne banai, Hum to sab hain Bhai-Bhai! Dhayabad.
Rstv का महत्वपूर्ण विषय पर सारगर्भित चर्चा के लिये धन्यवाद । सभी का एकमत ये है कि हमारे समाज को अपना रवय्या बदलना ही इस समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है किसी को दवा के रखना उसके मानवीय अधिकारों की हत्या करना होता है ।
Thank you RSTV iss important information hamare tak pahuchane k liye. aj ki SC/ ST act ki bat kare to hamare samaj ki soch ko badlane ki badi Hi jarur hai. India aj bhi is se bahar nahi aaya hai.aj bhi yeh SC/ST caste rural area mai badi muskile mai ji rahi hai.society ko yeh samaj ne ki jarurat hai ki yeh bhi usi bhagvan ne bansye bande hai,jisne Hume banata hai. society mai divine brotherhood ki bat jis din samaj mai aa jayegi ,us din sayad yeh ST/SC act ki jarurat nahi rahegi. And Kavindra sir, yeh bat sahi hai ki legal provisions temporary hai, asal mai socially thinking ko upar aane ki jarurat hai, Is incredible India ko jatipat se bahar aane ki jarurat hai. " Vashudhaiv kutumbkam " ko apne jivan mai lane se Bharat ek ho sakata hai or bahut aage ja sakta hai.
संसद का यह विधेयक बहुत खास है,हम इसका स्वागत करते हैं,क्योंकि इस से sc/st के अधिकारों को संरक्षण एवं सुरक्षा मिलेगी। लेकिन क्या हम इस पर पूर्ण सहमत है कि इसका पालन ठीक प्रकार से होगा या फिर sc/st के लोगों के द्वारा इसका निजी स्वार्थ के लिए इसका दुरुपयोग नही किया जायेगा।
गैर दलितों इस कानून से निपटने का जमीन पर एक ही तरीका है अगर कोई भी दलित आप पर झूठा मुकदमा या आरोप लगाए हैं तो आप भले ही हरिश्चंद्र बन कर रही है सत्यवान बनी है आपको 6 महीने तक जेल में रहना है क्यों ना दूसरे मुकदमे से भविष्य में निपटने के लिए पहली बार लगने वाले एक ही आरोप में भविष्य का रास्ता साफ कर लिया जाए इसका एक ही तरीका है अगर कोई झूठा मुकदमा कायम करे तो जेल जाने के बजाय उस दलित फरियादी को लाठी डंडे से इस तरह मारो कि उसकी मौत ना हो उसके हाथ-पैर ना कटे दिल को उसके एक एक हाथ और पैर को चार चार जगह से फैक्चर कर दो चारों हाथ पैरों में कम से कम 20 पिक्चर कर दो ताकि ना वह भोजन कर सके नंबर सके ना वो बाथरूम जाकर अपनी गांड दो सके कोई भी कार्य न कर सके और वह मरे भी नहीं ऐसा ही दंड दो उसको ताकि बाकी कोई दलित झूठा मुकदमा ना लगाएं और मैं दावे के साथ कह ता हूं इस अपराध में धारा 324 25 की धारा लगेगी उसमें सिर्फ 2 साल की सजा होती हैं 6 महीना तो पहले ही आप बिना अपराध किए ही भुगतने वाले थे अगर 2 साल की सजा हो गई तो 14 महीने में आप छूट कर बाहर आ जाएंगे लेकिन मैं दावा करता हूं आप पर तो क्या आपके आने वाली दो वीडियो पर भी कोई झूठा मुकदमा दलित दर्ज नहीं कराएगा और जिस दलित को आप मारेंगे कम से कम उस गांव या मोहल्ले के 100 दलित आने वाले 50 साल तक याद रखेंगे और किसी और के ऊपर झूठा मुकदमा नहीं लगाएंगे यही जमीन पर लड़ने का एकतरफा उपाय है और गैर दलितों से मैं आग्रह करता हूं कि इसी तरह से पूरे देश में दलितों के झूठे आरोपों से निपटा जाए यही हमारे लिए हितकर है यही न्याय और यही धर्म है वर्तमान परिस्थिति में और नेता लोगों से निपटने का एक ही रास्ता है उनको वोट ही मत दो किसी पार्टी को वोट मत दो ऐसे लुच्चे लफंगे बदमाश और राजद्रोही को वोट दो जो सिर्फ सिर्फ हमारे ऊपर अत्याचार न करें चाहे किसी भी चोर डाकू को वोट दे दो लेकिन इन पार्टियों को वोट मत दो यही न्याय कर और हितकर है इस जमाने में
Very good discussion. But Sir, aaj sirf 21 minutes ki hi discussion hui. Agar discussion between 25 min to 30 min ki hoti to or bahut achhe points janane ko milte... Thanks RSTV...
सर्वप्रथम मेरा नमस्कार कविन्द सचांग जी। आपके तथा राज्य सभा TV के यथक प्रयास का ही नतीजा है कि हम यूपीएससी कैंडिडेटस कर्रेंट टॉपिक्स के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं को प्रभावी ढंग से समझ पा रहें हैं। इस लंबे सफ़र में देश-देशांतर कार्यक्रम कृष्ण की भूमिका निभा रहा है। आपका जितना भी धन्यवाद किया जाए कम ही होगा। धन्यवाद देश की कोयला राजधानी धनबाद से मैं प्रणव
Arrest without investigation is the most dangerous thing. Protection of SC/ST is required but not in the cost of violating the fundamental right of other. We have to work on these issues on the social level. And need to make the police department more efficient to handle such cases.
Rstv pr is behad aham charcha ke liye Rstv ka dhanyawad. Iske jariye hame bht si cheezo ko samajhne me madad milti h aur last me main kahunga ki piyush sir I think right.
आर्थिक आधार पर आरक्षण देकर गरीबों का सशक्तिकरण किया जाना चाहिए फ़िर चाहे वो किसी भी जाति अथवा धर्म का ही क्यों न हो यही जरूरतमंद दलितो के हित में है और इस देश के हित में भी सरकार का दायित्व है कि वो मूल समस्या को समझे जो कि गरीबी है जिसमें सभी जातियाँ एवं वर्ग के लोग आते हैं पंकज शर्मा
कवींद्र सर प्रणाम, सर मै इस कानून के दुरुपयोग का एक किस्सा बताना चाहता हूँ,मेरे गाँव मे दो दोस्त थे एक सवर्ण दूसरे अनुसूचित जाति के। प्रधान का चुनाव होने वाला था तो सवर्ण दोस्त ने अपने sc दोस्त से कह कर अपने विरोध मे चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार पर sc/st act के कानून के तहत झुठा आरोप लगवा दिया जिससे वो जेल चला गया और चुनाव नही लड़ पाया । और बहुत सारे प्रकरण इस तरह के जिसमे कई sc/st समाज के लोगों ने sc/st act को धन्धा बना लिया है । सर,मै आप से जानना चाहता हूँ क्या किसी को इतनी शक्ति देना उचित है जिसमे समाज के अन्य वर्गों के अधिकारों का हनन हो?
Bikas Darjee beta दया आ रही है कि तुम जैसे लोग कानून का सहारा लेकर आम आदमी को उकसा रहे हो. अगर कानून ना मजबूत होता तो ये farzi की दया तुम्हें ना आती और समान्य वर्ग का मजाक ना उड़ाते।
gaurav mishra yes sahi bhagwa aatankwad hamare he hamare sarkar btakr gay ki aad me katleaam mob lynchng sab hamare kiya dhra he....UNA kand bhi hamne hi karwaya....man li shanti mil gayi chinta dur kar apni... N is bharat k itihas me samanya varg ko kab paresani hui bhai ye batade mughe... Julm or paresani to asamnya varg means Dalito k saath hua... Kun ghamand ka chasma pehn k bkwas kr raha he...rehne de....discussion lambi ho jaegi...bhai stop...
Keshav nigam ji बिल्कुल नही लेकिन किसी में बिना जांच किये गिराफ्तारी नही होती ये तो खुला मानवाधिकार का हनन है। चलो यदि यही सही है तो ऐसा ही कानून समाज के सभी वर्गों के लिये बना दो। क्या आपको नही लगता की इस कानून ने कितनी खाई बढा दी है? आज कल नरे गांव के चौराहे पर चर्चा होती है की अब यदि किसी दलित को आधी रात को किसी के मदद की जरुरत पड़ती है तो कोई भी उसकी मदद के लिये नही जायेगा। आज कल ब्राह्मणों का दलितों से बोल चाल बंद है तब जबकि एक दुसरे की सबसे ज्यादा जरुरत है।
Amindra Singh ha bhai ganral walo k sath atyachar ho usme koi shkti nahi h na kanoon barabri ka hona chahiye or bese vi is act ka use rajneta or iska galat upyog karne wale hi iska payda uthate hai kanoon wahi tha bd police in sab ki jach karegi ye sb tm logo ko hajam nahi ho ra tha isliye sadko pe apni takat dikhai or bolte ho dalit lachar hai
Asharam ho ya raam raheem sb sc st me hi kyu fase itne samajhdar hone k baad ek bar sochna jo hota hai kavi kabhar wo sirf ek bhram banaya jata hai kya pta isi act ka sahara le ki in logo ko fasaya ho manata hu baba log harami hai but sc st k kanoon k tym hi ye kyu hua ye vi sochne wala sub hai bhai
एक्सटोर्शन की एक पूरी इंडस्ट्री चल रही है इसके अंदर। जिस तरह हिन्दू मेरेज एक्ट में दहेज़ उत्पीड़न के मामलों में फर्जी मुकदमों में विदेश में रह रही नंद और और परिवार से सरोकार न रखने वाले अन्य सदस्यों तक को घसीट कर जेल में बंद करवा कर लाखों रुपए की मांग सिर्फ़ नाम हटवाने के लिए की जा रही है उसी तरह ST SC act को ek revange tool की तरह इस्तेमाल कर 30-40 लाख रुपए की मांग की जाती है। ये कानूनी बाते टीवी पर बोलने के लिए तो सही है पर जब एक सामान्य आदमी इन सब से जुझता है तो उसके साथ उसकी परिवार का हाल बुरा हो जाता है। इसका असर ये होगा कि लोग लेन देन और काम काज का व्यव्हार भी जात पात के आधार पर देने लगेंगे और फिर दोनों तरफ़ से पीसने वाल कोई गरीब और सामान्य आदमी ही होगा।
इस कानून पर संसद में एक व्यापक बहस की आवश्यकता थी और सभी समुदायों की चिंताओं के निवारण की जरूरत थी इस कानून के कारण आपसी वैमनस्य बढेगा हो सकता है कानून के डर से दलितों पर अत्याचार कम हों लेकिन आज भी देश में ज्यादातर रोजगार प्रदाता समान्य एवं पिछड़े वर्ग के लोग हैं और इस कानून के डर से लोग दलित समुदाय के लोगों को रोजगार देने से डरेंगे साथ ही जो अत्यंत गरीब तबका है दलितों का ग्रामीण अंचलों में उसकी मदद करने से भी लोग कतराएंगे सरकार को इन सभी पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए था
S.court dwara sc,st pe diya gya decision samaj me ho rahe sc,st act ke durupyog ko dhyan me rakh kar diya gya tha aaj uske nirnay ko aasan sabdo rstv ke painlist dawara behatar dang se samghya gya tha iske dono paksho ko darsako ke samksh behtar dang se rakha gya jiske liye rstv ki team ko dhanywad
ये कानून दलितो और सवर्ण के बीच की खाई को पाटने की बजाय दोनों के बीच दूरियो को और बड़ाने का कार्य कर रहा है सशक्तिकरण गरीबों का किया जाना चाहिए जिससे निश्चित रूप से जरूरत्मन्दो तक न्याय भी पहुँचेगा और देश का विकास भी होगा पंकज शर्मा
Yha ek balance approach apnana hoga taki samaj mein ashanti na faile. S.C ke faisle ko sahi tarike se hr tabke tk pahuchaya jaye taki confusion dur ho. Thnks to RSTV for intellectual debate.
ये अत्याचार है...न्याय का नियम सबके लिए नहीं... बल्कि न्याय का नियम वोट बैंक के लिए है.. इस मुद्दे पर सरकार और बिपक्ष अपनी राजनीति फायदा देख रही है ना कि इंसान को न्याय दिलाने मे दिलचस्पी है.. एक समुदाय को न्याय नहीं दे कर बल्कि उनकी मांग मान कर दूसरे समुदाय के लोगों के साथ अन्याय जरुर हो गया है... हमारे देश की न्यायपालिका सबसे ज्यादा करपट और लचीला है,,सिर्फ झूठ ही झूठ है.. किसी को डर नहीं है.. रोड जाम कर के कुछ भी करवा लो...
Sir, kripya 4-5 minute aur samay badhayein. Chuki Kai visheshag sahi se bol nahi pate hain.aur samay apke pas 30 minute hai , lekin aksar charcha 25 minute ke lagbhag hi hoti hai
Appreciating Act, should be welcomed. And the most important thing is the implied meaning of the Act, that is Equality in society and it is necessary, people can't be separated.
Iss amendment k positive or negative points dono h ..jaha ek trf aaj ye SC/ST ko empower krta h wahi aaj k mahual ko dekhte hue long term k liye phir se ek aaj k mahual wali situation Create krta h ..fark Sirf itta Hoga ki aaj k ye SC/ST tb empower ho gy honge n tb do empower sections k beech koi dusra issue Hoga..to eventually chizen phir repeat ho hongi .. isiliye iss amendment k sath hi humari society ki mentality ko ground face pe jakr samjh kr fraternity badhane ki baat samjhni hogi ..this will be the only ultimate solution .
i am already belongs to st caste we need proper respect in society when this discrimination eradicate completely no need such type of laws and acts so i request all the member of general caste and other who are opposite this act they should understand the situation of tribes not argument but work for taking step to abolish discrimination
Protective laws for any section shouldn't be made in such way that snatches liberty & basic fundamental rights of others. Decision of supreme court was more practical.
St/sc act me. Basic safeguard sabhi ko milne chahiye. Isse jaha conviction rate me ijafa hoga vhi is kanun ka durupayog ghatega. Jisse logo me kanun ke prati aadar bhi badega
Such extreme laws prejudiced to a certain class are injurious to an inclusive society. I belong to a rural area and I know how much hatred has now been evolved after the reversal of SC order automatically. Now general categories who are even lower middle class and peasant now don't like even to stay next to an SC just due to a discrimination of general categories in the book of laws....
Honourable SC has just tried to create a balance between protecting rights of weaker sections and rights of innocents. Article 21 is for ALL. While ensuring safety of one, rights of another should not be compromised....and also the act should not be politicise...
Law should be used as tool to maintain a balance not to give any one extreme power.Sc hasn't changed any thing but the pre procedure process Ko tik kiya h.jo ki hona hi chaiye tha.but this msg has gone to sc and St in different way..This amendment should go to SC and SC should take the action According to basic structure of the constitution.. Moreover parliament should not form such law which voilates the liberty n dignity of individual...
सर नमस्कार ,
मैं mohd asif gonda U P से
ये डेवेट बहुत है अच्छी थी इस को सुनने से SC ST कानून की कमी और अच्छाई के बारे में बहुत है बारीकी से पता चला बहुत बहुत धन्यबाद rstv और कवीन्द्र सर आप को
राज्यसभा टीवी को मेरी तरफ से धन्यवाद मैं यह कहना चाहूंगा कि जितने भी गेस्ट ने जानकारी दिया वह अच्छा लगा। सुप्रीम कोर्ट वकील का
No bullshit..no drama..only news analysis..
Thank u rajya sabha tv...👌👌
किसी के ऊपर ऊंगली उठाने से पहले ये देखना बेहद आवश्यक है कि वो व्यक्ति ही उस घटना को अंजाम देने वाला है या उसको (शिकायत कर्ता) को उकसावा देकर व्यक्ति विशेष के ऊपर ऊंगली उठाई गयी है सुप्रीम कोर्ट की राय उपयुक्त थी की जांच के बाद ही आरोपी साबित हो हर किसी का अपना सामाजिक सम्मान होता है चाहें वह एससी हो एसटी हो या सवर्ण जाति का (क्योंकि इज्जत से पैसे कमाये जा सकते हैं पैसे से इज्जत नहीं )
धन्यावाद राज्यसभा टीवी को ऐसे महत्वपूर्ण लोगों को चर्चा में शामिल करने के लिए
सबसे पहले तो मैं राज्य सभा tv का धन्यवाद करता हु की आप लोग इतनी अच्छी अच्छी टॉपिक पर चर्चा करते है इससे हम सभी श्रोताओ को बहुत जानकारी मिलती है । जहाँ तक इस प्रोग्राम sc ,st एक्ट की बात इस पर सभी वक्ता काफी अच्छी जानकारी दिए । और मेरा मानना है कि कानून बनाने से फर्क तो पड़ता है लेकिन ग्राउंड लेबल पर प्रॉब्लम बनी रह जाती है । क्योंकि जानकारी का अभाव होता है ।
Sc st par debate karne ke liye rstv ka dhanyawad.
Sc st act ko kamjor karne ka wakt abhi nahi aaya kyuki aaj bhi kamjor tabke ke logon ke upar bahut atyachar hota hai jab tak logon ki mansikta nahi badalti tab tak sc st act ki jarurat rahegi.
Rstv se ke request hai ki aap india's world ki tarah hi ek hindi program banaiye jisme world ke baare me charcha ki jaay.
राज सभा टीवी का भसूत बशुत धन्य वाद , सभी बुधिग्जिबो ने सभी पकछो को स्पष्ट किया और st/sc act में जबतक दबे कुचले लोगो को समाज में पूर्ण रूप से act 15 के द्वारा जाती व्हेडभाव मिटाया नहीं जाता तब तक तत्काल एक्ट sc/st को लागू रहना चाहिए।
Satya prakash have a great knowledge of constitution and law
Good discussion..everything explained clearly.thanks to rajya sabha tv.
बहूत अच्छा किया स्वागत योग्य कदम सराहनिय कदम
very well spoken and i fully agree with Piyush Singh
Thanks rstv team
SC/ST Act के प्रावधानों में चरम की परिणति दिखाई देती है।। इस तरह के प्रावधानों में समाज मे समानता कम नफरत ज्यादा फैलती है।। जो लोग आज तक दबाये गए है क्या उनकी मानसिकता भी बदल जाएगी कि वो सामान्य या अन्य वर्गों के साथ समानता का व्यवहार करेंगे या फिर वो भी दबाने की कोशिश करेंगे।। क्रिया की प्रतिक्रिया को ही समाप्त कर दिया गया है।। अगर कोई Sc/st आपके साथ अन्याय करता है तो सामान्य वर्ग को सुरक्षा के लिए क्या करना पड़ेगा।। तात्कालिक प्रतिक्रिया अगर देता है तो उसे तुरंत जेल हो जाएगी।।
Suprim court ka fesla sarv manya hai isme sansodhan ki koi jarurat hai nahi yadi koi SC st Wala galat kam kare ya general wale ko hani pahunchata hai to is act ke dar se to general Wala Mara jayega
सत्या सर्,,,, बहुत संतुलित दृश्टिकोण पेश करते हैं,,,,
सत्य प्रकाश जी की कानूनी समझ बहुत व्यापक है, लेकिन लगा कि समय की मर्यादा उसके प्रसार को सीमित कर रही है।।
Thank you rstv
Debate is very productive and gives very good understanding of a sc/st bill and it's various phases.
RStv is programme ka time increase kar dijiye pls. One comment not sufficient from each person
thanks for watching Desh-Deshantar and ur valuable suggestion nd feedback .
KAVINDRA SACHAN thanks sir
KAVINDRA SACHAN
सर् यह किस तरह का कानून है।। कोनसे दिशा निर्देश sc के गलत थे जिसे बदलना जरूरी पड़ गया।।
Sc ने खुद कहा है कि75 % केस फाल्स होते है।। फिर बेगुनाह को जेल भेज कर के कोनसे लोकन्त्र को आगे रख रहे है जब हत्या रेप जैसे मामलों में अग्रिम जमानत मिल जाती है तो इस काननु में क्यों नही।।
यह काला कानून है ।।
बिना जांच के गिरफ्तारी क्यों।।
ye galat ho rha sir desh me....vote dene ka mnn ni karta ab sach batai toh... government apni nakamyabi chhupane ke liye aise kannon bana deti hai...general wale bhi bhukhe mar rhe wo kisi ko nhi dikhta...abki baar nota pe vote daalunga..
+Dinesh Rajpurohit
sir akde thode sahi batiye 75% nahi..
15 % case sirf galat hote hai..
or baki case conviction nahi ho pate.
kyu ki police bhi investigation karke proof nahi deti..toh kahi FIR darj nahi karti..bohot sare male hai..jad tak jao toh pata chla jayega...
ya Supreme Court ka Judgment deklo...nahit..
NCR....National criminal record chieck karlo..statistics pata chal jyagi...
kitne case false hai...kitno ko justice mila hai...
kis kanoon ka mis use nahi hota..jar ye batado...sirf sc/st kyu?.
+PS ss
casteism khtam karne keliye koi andolan nahi karte..desh me pehle casteism finish karo..
sab apn ap band hoyega...
ajbhi humare yaha...MATRIMONIAL WEBSITE. .CAST OR RELIGIONS K NAM pr he chlte hai..
Very good
RajyaSabha TV Ka bhut bhut Dhanyabad is suchnapurna karyakram ke liye.
Yadi hum Babasaheb Ambedkar ji ki bat ko mankar aage chalen to ho sakta hai ki bahut hi sheeghra hmara desh ekta ke naye sutra me bandh jayega aur in sab kanuno ki jarurat hi nahi pdegi!...
Jat-Pat sab khal ne banai, Hum to sab hain Bhai-Bhai!
Dhayabad.
SS जोधका जी ने सही कहा ...bilkul deeply explain kiya .....
आज देश के स्वर्ण लोगों को अपना मानसिकता बदलना पड़ेगा तब इस तरह का कानून बनाने का जरूरत नहीं पड़ेगा अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश कभी आगे नहीं बढ़ सकता ।
Thik bola bhai
Rstv का महत्वपूर्ण विषय पर सारगर्भित चर्चा के लिये धन्यवाद ।
सभी का एकमत ये है कि हमारे समाज को अपना रवय्या बदलना ही इस समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है किसी को दवा के रखना उसके मानवीय अधिकारों की हत्या करना होता है ।
Thank you RSTV iss important information hamare tak pahuchane k liye.
aj ki SC/ ST act ki bat kare to hamare samaj ki soch ko badlane ki badi Hi jarur hai. India aj bhi is se bahar nahi aaya hai.aj bhi yeh SC/ST caste rural area mai badi muskile mai ji rahi hai.society ko yeh samaj ne ki jarurat hai ki yeh bhi usi bhagvan ne bansye bande hai,jisne Hume banata hai.
society mai divine brotherhood ki bat jis din samaj mai aa jayegi ,us din sayad yeh ST/SC act ki jarurat nahi rahegi.
And Kavindra sir,
yeh bat sahi hai ki legal provisions temporary hai, asal mai socially thinking ko upar aane ki jarurat hai, Is incredible India ko jatipat se bahar aane ki jarurat hai.
" Vashudhaiv kutumbkam " ko apne jivan mai lane se Bharat ek ho sakata hai or bahut aage ja sakta hai.
संसद का यह विधेयक बहुत खास है,हम इसका स्वागत करते हैं,क्योंकि इस से sc/st के अधिकारों को संरक्षण एवं सुरक्षा मिलेगी।
लेकिन क्या हम इस पर पूर्ण सहमत है कि इसका पालन ठीक प्रकार से होगा या फिर sc/st के लोगों के द्वारा इसका निजी स्वार्थ के लिए इसका दुरुपयोग नही किया जायेगा।
गैर दलितों इस कानून से निपटने का जमीन पर एक ही तरीका है अगर कोई भी दलित आप पर झूठा मुकदमा या आरोप लगाए हैं तो आप भले ही हरिश्चंद्र बन कर रही है सत्यवान बनी है आपको 6 महीने तक जेल में रहना है क्यों ना दूसरे मुकदमे से भविष्य में निपटने के लिए पहली बार लगने वाले एक ही आरोप में भविष्य का रास्ता साफ कर लिया जाए इसका एक ही तरीका है अगर कोई झूठा मुकदमा कायम करे तो जेल जाने के बजाय उस दलित फरियादी को लाठी डंडे से इस तरह मारो कि उसकी मौत ना हो उसके हाथ-पैर ना कटे दिल को उसके एक एक हाथ और पैर को चार चार जगह से फैक्चर कर दो चारों हाथ पैरों में कम से कम 20 पिक्चर कर दो ताकि ना वह भोजन कर सके नंबर सके ना वो बाथरूम जाकर अपनी गांड दो सके कोई भी कार्य न कर सके और वह मरे भी नहीं ऐसा ही दंड दो उसको ताकि बाकी कोई दलित झूठा मुकदमा ना लगाएं और मैं दावे के साथ कह ता हूं इस अपराध में धारा 324 25 की धारा लगेगी उसमें सिर्फ 2 साल की सजा होती हैं 6 महीना तो पहले ही आप बिना अपराध किए ही भुगतने वाले थे अगर 2 साल की सजा हो गई तो 14 महीने में आप छूट कर बाहर आ जाएंगे लेकिन मैं दावा करता हूं आप पर तो क्या आपके आने वाली दो वीडियो पर भी कोई झूठा मुकदमा दलित दर्ज नहीं कराएगा और जिस दलित को आप मारेंगे कम से कम उस गांव या मोहल्ले के 100 दलित आने वाले 50 साल तक याद रखेंगे और किसी और के ऊपर झूठा मुकदमा नहीं लगाएंगे यही जमीन पर लड़ने का एकतरफा उपाय है और गैर दलितों से मैं आग्रह करता हूं कि इसी तरह से पूरे देश में दलितों के झूठे आरोपों से निपटा जाए यही हमारे लिए हितकर है यही न्याय और यही धर्म है वर्तमान परिस्थिति में और नेता लोगों से निपटने का एक ही रास्ता है उनको वोट ही मत दो किसी पार्टी को वोट मत दो ऐसे लुच्चे लफंगे बदमाश और राजद्रोही को वोट दो जो सिर्फ सिर्फ हमारे ऊपर अत्याचार न करें चाहे किसी भी चोर डाकू को वोट दे दो लेकिन इन पार्टियों को वोट मत दो यही न्याय कर और हितकर है इस जमाने में
Piyush Singh ,ur great point
miss us ho rha h
बिना प्रारंभिक जाँच fir दर्ज नहो झूँठ मुकदमे ना बने अग्रिम जमानत का प्रावधान हो सुप्रिम कोर्ट का फैसला सही है सरकार गलत विधेयक ला रही है
सभी कानूनो को हटा कर केवल मनुस्मरती लागु कर दिया जाय । लोकतंत्र हित मे
Information about sc st act was very good thank u sir
thanku rajysbha TV and kavindra sachaan sir
Very good discussion. But Sir, aaj sirf 21 minutes ki hi discussion hui. Agar discussion between 25 min to 30 min ki hoti to or bahut achhe points janane ko milte... Thanks RSTV...
सर्वप्रथम मेरा नमस्कार कविन्द सचांग जी।
आपके तथा राज्य सभा TV के यथक प्रयास का ही नतीजा है कि हम यूपीएससी कैंडिडेटस कर्रेंट टॉपिक्स के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं को प्रभावी ढंग से समझ पा रहें हैं।
इस लंबे सफ़र में देश-देशांतर कार्यक्रम कृष्ण की भूमिका निभा रहा है।
आपका जितना भी धन्यवाद किया जाए कम ही होगा।
धन्यवाद
देश की कोयला राजधानी धनबाद से
मैं प्रणव
Arrest without investigation is the most dangerous thing. Protection of SC/ST is required but not in the cost of violating the fundamental right of other. We have to work on these issues on the social level. And need to make the police department more efficient to handle such cases.
Jai.bhim.jai.babasaheb jai dalit bhaiyon aapka aandolan rang la diya..hil.gaya indian democracy
Saty prakash. Sir is always. Talking. Very politely. And very logical
Piyush shingh sir ne sahi btaya h...
Thank you sir and Rajya sabha
Thanku so much sir ,very nice debate,koi bhi law ko effect me lane se pehle jaroori hai society me equality ko bhi follow kiya jaye.
Kalpana Singh wahhh medam sc/st k galat use k karan jo logo ki zindgiya kharab ho ri hai unka kuch nahi h na
कल्पना सिंह जी आपने सही कहा
U r right
V. K. Chaturvedi ji
Nice thought about sc st act
thnq Rstv
all private channle needs to learn from rstv
टोपिक महत्वपूर्ण था अच्छा डिस्कसन हुआ ।
Rstv pr is behad aham charcha ke liye Rstv ka dhanyawad. Iske jariye hame bht si cheezo ko samajhne me madad milti h aur last me main kahunga ki piyush sir I think right.
Satya प्रकाश sir has made most substantial points
Thanks...
.
Very ..... Good thought.. Piyush sir..
Prakhes ji very right
Sukriya RStv
Bhut acha sir 👍
st act me kitne dharay aate hai
आर्थिक आधार पर आरक्षण देकर गरीबों का सशक्तिकरण किया जाना चाहिए फ़िर चाहे वो किसी भी जाति अथवा धर्म का ही क्यों न हो यही जरूरतमंद दलितो के हित में है और इस देश के हित में भी सरकार का दायित्व है कि वो मूल समस्या को समझे जो कि गरीबी है जिसमें सभी जातियाँ एवं वर्ग के लोग आते हैं
पंकज शर्मा
I agree with Satya Prakash's arguments.
S.S jodka sir thank for your good commitment.
कवींद्र सर प्रणाम,
सर मै इस कानून के दुरुपयोग का एक किस्सा बताना चाहता हूँ,मेरे गाँव मे दो दोस्त थे एक सवर्ण दूसरे अनुसूचित जाति के।
प्रधान का चुनाव होने वाला था तो सवर्ण दोस्त ने अपने sc दोस्त से कह कर अपने विरोध मे चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार पर sc/st act के कानून के तहत झुठा आरोप लगवा दिया जिससे वो जेल चला गया और चुनाव नही लड़ पाया ।
और बहुत सारे प्रकरण इस तरह के जिसमे कई sc/st समाज के लोगों ने sc/st act को धन्धा बना लिया है ।
सर,मै आप से जानना चाहता हूँ क्या किसी को इतनी शक्ति देना उचित है जिसमे समाज के अन्य वर्गों के अधिकारों का हनन हो?
ashutosh mishra daya aa raha pehli baar ki Dalit k alawa kabhi kisi aur k adhikaro ka hanan hua ho...bdw thnks
Bikas Darjee beta दया आ रही है कि तुम जैसे लोग कानून का सहारा लेकर आम आदमी को उकसा रहे हो. अगर कानून ना मजबूत होता तो ये farzi की दया तुम्हें ना आती और समान्य वर्ग का मजाक ना उड़ाते।
gaurav mishra yes sahi bhagwa aatankwad hamare he hamare sarkar btakr gay ki aad me katleaam mob lynchng sab hamare kiya dhra he....UNA kand bhi hamne hi karwaya....man li shanti mil gayi chinta dur kar apni...
N is bharat k itihas me samanya varg ko kab paresani hui bhai ye batade mughe...
Julm or paresani to asamnya varg means Dalito k saath hua...
Kun ghamand ka chasma pehn k bkwas kr raha he...rehne de....discussion lambi ho jaegi...bhai stop...
ashutosh mishra जी दुरुपयोग के किस्से तो सभी कानूनों के होते हैं क्या इस आधार पर आप इसे खारिज कर सकते हैं?
Keshav nigam ji बिल्कुल नही लेकिन किसी में बिना जांच किये गिराफ्तारी नही होती ये तो खुला मानवाधिकार का हनन है।
चलो यदि यही सही है तो ऐसा ही कानून समाज के सभी वर्गों के लिये बना दो।
क्या आपको नही लगता की इस कानून ने कितनी खाई बढा दी है? आज कल नरे गांव के चौराहे पर चर्चा होती है की अब यदि किसी दलित को आधी रात को किसी के मदद की जरुरत पड़ती है तो कोई भी उसकी मदद के लिये नही जायेगा।
आज कल ब्राह्मणों का दलितों से बोल चाल बंद है तब जबकि एक दुसरे की सबसे ज्यादा जरुरत है।
Nice debate no bajar like Arnav
Thanks modi ji
Very good debate
Satya prakash best...
very nice sir
sc st लोगो पर जो हर रोज अत्याचार होते है उस पर कुछ हद तक रोक लगेगी ये बहुत ज़रूरी भी था क्योंकि आशाराम जैसे बाबा की असलियत भी इसी कानून की वजह आयी
Amindra Singh ha bhai ganral walo k sath atyachar ho usme koi shkti nahi h na kanoon barabri ka hona chahiye or bese vi is act ka use rajneta or iska galat upyog karne wale hi iska payda uthate hai kanoon wahi tha bd police in sab ki jach karegi ye sb tm logo ko hajam nahi ho ra tha isliye sadko pe apni takat dikhai or bolte ho dalit lachar hai
Asharam ho ya raam raheem sb sc st me hi kyu fase itne samajhdar hone k baad ek bar sochna jo hota hai kavi kabhar wo sirf ek bhram banaya jata hai kya pta isi act ka sahara le ki in logo ko fasaya ho manata hu baba log harami hai but sc st k kanoon k tym hi ye kyu hua ye vi sochne wala sub hai bhai
एक्सटोर्शन की एक पूरी इंडस्ट्री चल रही है इसके अंदर। जिस तरह हिन्दू मेरेज एक्ट में दहेज़ उत्पीड़न के मामलों में फर्जी मुकदमों में विदेश में रह रही नंद और और परिवार से सरोकार न रखने वाले अन्य सदस्यों तक को घसीट कर जेल में बंद करवा कर लाखों रुपए की मांग सिर्फ़ नाम हटवाने के लिए की जा रही है उसी तरह ST SC act को ek revange tool की तरह इस्तेमाल कर 30-40 लाख रुपए की मांग की जाती है। ये कानूनी बाते टीवी पर बोलने के लिए तो सही है पर जब एक सामान्य आदमी इन सब से जुझता है तो उसके साथ उसकी परिवार का हाल बुरा हो जाता है। इसका असर ये होगा कि लोग लेन देन और काम काज का व्यव्हार भी जात पात के आधार पर देने लगेंगे और फिर दोनों तरफ़ से पीसने वाल कोई गरीब और सामान्य आदमी ही होगा।
It is good and it is the victory of Indian democracy
सभी GEN/OBC के महानुभावो से निवेदन किया जाता हैं कि अब हमारे हक मे लडने के लिए कोई पार्टी नही बची 2019 मे नौटा दवाके के अपने हक कि लडाई लडेंगे
इस कानून पर संसद में एक व्यापक बहस की आवश्यकता थी और सभी समुदायों की चिंताओं के निवारण की जरूरत थी
इस कानून के कारण आपसी वैमनस्य बढेगा हो सकता है कानून के डर से दलितों पर अत्याचार कम हों लेकिन आज भी देश में ज्यादातर रोजगार प्रदाता समान्य एवं पिछड़े वर्ग के लोग हैं और इस कानून के डर से लोग दलित समुदाय के लोगों को रोजगार देने से डरेंगे
साथ ही जो अत्यंत गरीब तबका है दलितों का ग्रामीण अंचलों में उसकी मदद करने से भी लोग कतराएंगे
सरकार को इन सभी पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए था
S.court dwara sc,st pe diya gya decision samaj me ho rahe sc,st act ke durupyog ko dhyan me rakh kar diya gya tha aaj uske nirnay ko aasan sabdo rstv ke painlist dawara behatar dang se samghya gya tha iske dono paksho ko darsako ke samksh behtar dang se rakha gya jiske liye rstv ki team ko dhanywad
Nice discussions
ये कानून दलितो और सवर्ण के बीच की खाई को पाटने की बजाय दोनों के बीच दूरियो को और बड़ाने का कार्य कर रहा है सशक्तिकरण गरीबों का किया जाना चाहिए जिससे निश्चित रूप से जरूरत्मन्दो तक न्याय भी पहुँचेगा और देश का विकास भी होगा
पंकज शर्मा
pankaj sharma Are Pandit, Are Pandit.. Are Pandit
Sahi baat hai bhai lekin iske liye comment nahi apne haq k liye awaz uthani hogi bhai yaha koi kisi ki nahi sunta
Pankaj Sharma जी इस खाई को पाटने का काम दलितों के जिम्मे नही है बल्कि उन लोगों के जिम्मे है जो जाति के आधार पर समाज को बांटते हैं।
Yha ek balance approach apnana hoga taki samaj mein ashanti na faile. S.C ke faisle ko sahi tarike se hr tabke tk pahuchaya jaye taki confusion dur ho. Thnks to RSTV for intellectual debate.
ये अत्याचार है...न्याय का नियम सबके लिए नहीं... बल्कि न्याय का नियम वोट बैंक के लिए है..
इस मुद्दे पर सरकार और बिपक्ष अपनी राजनीति फायदा देख रही है ना कि इंसान को न्याय दिलाने मे दिलचस्पी है..
एक समुदाय को न्याय नहीं दे कर बल्कि उनकी मांग मान कर दूसरे समुदाय के लोगों के साथ अन्याय जरुर हो गया है...
हमारे देश की न्यायपालिका सबसे ज्यादा करपट और लचीला है,,सिर्फ झूठ ही झूठ है..
किसी को डर नहीं है..
रोड जाम कर के कुछ भी करवा लो...
ravi mani awaz uthao bhai me tmhare sath hu yaha gyan mat chodo
Sir, kripya 4-5 minute aur samay badhayein. Chuki Kai visheshag sahi se bol nahi pate hain.aur samay apke pas 30 minute hai , lekin aksar charcha 25 minute ke lagbhag hi hoti hai
satya prkash g apka kewal nam hi satya h baki kuch nahi
Piyush's last argument is very good...dalits cudnt afford legal support ..hence conviction rate in sc/st act is low
Thanks so much
Time must be increased
hello sir....please make episode on DATA PRIVACY/ BN Srikrishna commitee Report....
Kavindra sir, satya prakash sir ko or time diya kijiye please.
Satya sir ki legal knowledge gajab ki hai...Muje lagta hai ki m unhe hi sunti rahu...
Thanks sir
Appreciating Act, should be welcomed. And the most important thing is the implied meaning of the Act, that is Equality in society and it is necessary, people can't be separated.
All politicians must on same
Plateform on india NCR
Iss amendment k positive or negative points dono h ..jaha ek trf aaj ye SC/ST ko empower krta h wahi aaj k mahual ko dekhte hue long term k liye phir se ek aaj k mahual wali situation Create krta h ..fark Sirf itta Hoga ki aaj k ye SC/ST tb empower ho gy honge n tb do empower sections k beech koi dusra issue Hoga..to eventually chizen phir repeat ho hongi .. isiliye iss amendment k sath hi humari society ki mentality ko ground face pe jakr samjh kr fraternity badhane ki baat samjhni hogi ..this will be the only ultimate solution .
i am already belongs to st caste we need proper respect in society when this discrimination eradicate completely no need such type of laws and acts so i request all the member of general caste and other who are opposite this act they should understand the situation of tribes not argument but work for taking step to abolish discrimination
Sahi hain desion ...jai ho..
piyushsinh is very very right.
right to equality shrif nam ka hai.
कौन कहता की भारत आजाद है आजाद होता तो हर इंशान एक सामान होता
#नौटा only
R.S. RAJPUT ek no. bahi nota only
St and sc act and reservation for only poor sc and st people because money is big power to deal with any problem.in society
SC/st act Bhai jaruri hai
Protective laws for any section shouldn't be made in such way that snatches liberty & basic fundamental rights of others.
Decision of supreme court was more practical.
sc/st logo pr hemesa atyachar hote rahte hai or jab unki sthiti me thoda sudhar aaya h to use dbane ki koshis ki ja rahi hai.
St/sc act me. Basic safeguard sabhi ko milne chahiye. Isse jaha conviction rate me ijafa hoga vhi is kanun ka durupayog ghatega.
Jisse logo me kanun ke prati aadar bhi badega
Such extreme laws prejudiced to a certain class are injurious to an inclusive society. I belong to a rural area and I know how much hatred has now been evolved after the reversal of SC order automatically. Now general categories who are even lower middle class and peasant now don't like even to stay next to an SC just due to a discrimination of general categories in the book of laws....
Honourable SC has just tried to create a balance between protecting rights of weaker sections and rights of innocents. Article 21 is for ALL. While ensuring safety of one, rights of another should not be compromised....and also the act should not be politicise...
nice discussion
The point is confidence will develop from that law but miss use is there
sir amendment bill 123 par bhi video bnaie
Ye Desh hai Sala ! Kahta hai ki Sab ke sath ek saa kanun hai per hum Generals per ab bahut "atyachar" ho reha hai !!!! Hume kisi ki madat chahiye 😭😭😭
Jai bhim
Aaj bhi hamare Desh me SC ST surakshit nahi hai 😂😂😂😂.hamlog 21 century me hai aaj.
Sir this bill is approximately the same as the previous act.
Great discase
Supreme Court ke nirnaya ko dhyan mai rakhte hue ek balance amendment kiya jana chahiye tha jo sabhi ke hit mai ho. Jisse sabhi ke adhikar safe ho
Law should be used as tool to maintain a balance not to give any one extreme power.Sc hasn't changed any thing but the pre procedure process Ko tik kiya h.jo ki hona hi chaiye tha.but this msg has gone to sc and St in different way..This amendment should go to SC and SC should take the action According to basic structure of the constitution.. Moreover parliament should not form such law which voilates the liberty n dignity of individual...