मैं अपने कान्हा जी एवं गान्डीवधारी अर्जुन तथा पांचों पांडवों को कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं उन्होंने वीरता, नम्रता, भाई प्रेम की मिशाल कायम कर समाज को एक आदर्श प्रदान किया है---श्री राधे ऊ
भाइलोग पूरा पढ़ो यदि पढ़ सको तो- वाह जिसका ek नाम विजय bhi था, "पांडवों ke अतिरिक्त aise kaun hai जो aajtak kisi se पराजित नहीं हुये" Shree Krishna ne Karn se uski pahchan ke wakt kaha ये वाक्य. And कर्ण ने अर्जुन को शूरवीर भी कहा. Shree Krishna ji ne kaha Rukmini haran ke wakt अर्जुन ke bare me kaha - महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे युद्ध में हराने को सोच भी सके. महान और अद्भुत कथन. Br Chopra Mahabharata me dekho. Har jagah Arjun ko hi सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर kaha gaya hai. Wo chahe Virat yudh, Jaydradh wadh, Guru दक्षिणा me Drupad ko bandi banana , Draupadi स्वयंबर, Ya Shree Krishna ka aakar Draupadi ke पूर्वजन्म की रहस्य बताना कि उसने महादेव जी से क्या मांगी जो यह है कि एक ऐसा पति मिले कि jo परशुराम ji jaisa धनुर्धर, हनुमान ji jaisa Balwan धर्म ka ज्ञाता, सहनशीलता and बुद्धिमान and सुन्दर aisa ki samaya bhi dekhta rahe ka, चित्रांगदा ko mili wardan jo ki yah ki use only one person his named Arjun dwara धनुर्धर विद्या me parajit hona, and अर्जुन का चित्रागंदा ke लक्ष्य भेदे huye बाण ko बीचोबीच चीरना aur चित्रांगदा ko अचंभित करना इत्यादि ka उदाहरण लेकर देख लो BR Chopra Mahabharata me तब आपलोगों को पता चलेगा कि अर्जुन कौन था. धर्म की ही सदैव जीत होती है. परशुराम जी ने कहा - विजय पर पांडवो का अधिकार है सूर्यपुत्र कर्ण. यह भी सत्य है कि अर्जुन को ब्रह्मास्त्र,पशुपातास्त्र सहित संपूर्ण दिव्यास्त्रों का भी ज्ञान था जिसका प्रयोग अर्जुन ने युद्ध में किया भी नहीं. उसे भगवान् शिव, श्री कृष्ण, अग्निदेव, इंद्र, हनुमान और स्वयं आदिशक्ति माँ दुर्गा जी का भी आशिर्वाद प्राप्त था. श्री कृष्ण के बाद अर्जुन ही परमवीर थे. महाभारत के प्रारंभ में ही लिखे श्लोक में भगवान श्री कृष्ण(नारायण) के साथ ही अर्जुन(ॠषि नर जी के अवतार) को भी नमस्कार किया गया है.
विराट युद्ध अपने आप में ये साबित करता है कि अर्जुन कौन थे और क्यों कौरव सेना पूरे पांडव शीविर में श्री कृष्ण के अलावा सिर्फ अर्जुन से भय खाती थी 🚩🚩 जय श्री कृष्ण 🌹🙏🙏
सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन तो कभी भी किसी से पराजित नहीं हुए। विराट युद्ध में केवल अकेले ही पूरी हस्तिनापुर को जिसमें भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य, अश्वत्थामा, कर्ण जैसे योद्धा थे जिनमें से प्रत्येक अकेले ही एक सेना के समान थे को परास्त किये दो दो बार सभी को। द्रुपद जिसे कर्ण पूरी हस्तिनापुर सेना के साथ मिलके भी नहीं हरा पाए उसे केवल पांच पांडव ही विशेषकर अर्जुन ने बंदी बनाकर अपने गुरु को सौंप दिए। यह है सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन की वीरता। जयद्रथ वध के समय पूरी कौरव सेना मिलकर भी एक अर्जुन को नंही रोक सके जयद्रथ वध से और अर्जुन ने अपनी प्रतिज्ञा भी पूरी कर ली, ऐसा बाण चलाये जिससे जयद्रथ का सिर उसके पिता की ही गोद में जा गिरा और अर्जुन के प्राण भी बच गए। ♥ अर्जुन की वीरता का ऐसा भय था सब में कि जयद्रथ रात में ही हस्तिनापुर छोड़ अपने राज्य भागने लगा, द्रोणाचार्य, कर्ण के रहते हुए भी, यह है सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन का पराक्रम। ♥ B.R Chopra महाभारत देखिए उसमें इस बात का वर्णन कहीं नहीं है कि हनुमान जी अर्जुन के रथ पर विराजमान थे, यह बात केवल नये वाले महाभारत में दिखाया गया है कलयुग में अर्जुन को कमजोर साबित करने के लिए। अर्जुन निहत्थे कर्ण पर बाण नहीं चला रहे थे परन्तु श्री कृष्ण जी के ये कहने पर की आज धर्म की बात करने वाले यह अंगराज कर्ण ने कैसे सबके साथ (8-8 महारथियों के साथ) मिलके एक अकेले अभिमन्यु वध किया, तब वो भी पैदल ही था और इसी की भांति निहत्था भी। तब जाके नर अर्जुन ने कर्ण पर बाण चलाये। भीष्म पितामह इच्छा मृत्यु के वरदान का कवच लेके युद्ध में उतरे तो क्या यह उचित था, उनका वध तो कोई देवता भी नहीं कर पाते, फिर भी अर्जुन उनके वध का कारण बने। ● द्रोणाचार्य जी को भी यह वरदान प्राप्त था कि स्वयं उनके अतिरिक्त उन्हें कोई और नहीं हरा सकता था, फिर भी अर्जुन ने उन्हें कई बार परास्त किये। भला वो अपने गुरु का वध तो नहीं न करते, उन्होंने तो धृष्टद्युम्न को भी रोका अपने गुरु का वध करने से। अपने गुरु का वध उनके लिए तो महापाप था, इसलिए तो उन्होंने नहीं किया। पूरे महाभारत में केवल एक अर्जुन के पास ही सभी दिव्यास्त्रों सहित अमोघ अस्त्र पशुपातास्त्र था जिसके प्रयोग से पूरी सृष्टि का विनाश संभव था, फिर भी उन्होंने उसका प्रयोग मानवों जैसे कर्ण, भीष्म, द्रोणाचार्य पर नहीं किए। उसे बचा कर रखें और महाभारत युद्ध के बाद उसका प्रयोग अमोघ अस्त्र सुदर्शन चक्र के विरुद्ध किए अपनी बचाव में श्री कृष्ण जी के विरुद्ध। फिर श्री कृष्ण जी से भी वह परास्त न हो सके। अतः महादेव के अतिरिक्त और किसी के लिए अर्जुन को परास्त करना सरल नहीं था।🙏
@@subhrajeetbiswal6942 Actually, arjun ne Shri krishna ko chuna tha pandav ki taraf se yudh karne. Shri Krishna phir arjun ke saarthi banne. Woh wala part padho jaha arjun aur duryodhan shri krishna se help mangne jaate hai.
किसीको वरदान प्राप्त थे तो किसी के साथ प्रभु श्रीकृष्ण खड़े थे लेकिन विराट युद्ध ये साबित करता है की बिना इन सब चीजों के भी अर्जुन सबसे उत्तम धनुर्धर थे
@@abhayjoshi179Kurukshetra mein Karn ke paas Vijay dhanush tha, Vijay dhanush Shiv ji ka dhanush hai jo ki parshuram ne Karn ko diya tha, Vijay dhanush jjske paas hota usko harana asambhav tha, Vijay Dhanush agar Dushasan ke paas hota to usko bhi harana sambhav nhi tha, to kya Dushasan kya shreshth dhanurdhar ho jata.
Nahi bhai bina shree Krishna ke aashirwad ke Arjun Har yudh me adhura thha..Arjun ne jitne bhi mahan yudh lare bhagwan Krishna ki chhaya me lare..Arjun to Krishna ke aashirwad ke bina tinka matra bhi nahi..ek yodha bina shree hari ke ashirwad ke bina kuchh bhi nahi 🧡🙏
@PREM VAGHELA; PREM BHAI, Ramayan se katil Ram mila, Hinduism is a hypocritical religion. It claims to follow the Hindu doctrine of Ahinshs parmo dharma,' while worshiping KATILS and KALPANIC devi devtas. Hindus worship Sri Ram and Krishna, claiming them to be avatars of Vishnu without presenting any evidence in the last 5000+yrs. WHY? It is FALSE. Valmiki Ramayan narrates that Sri Ram murdered Ravan and Khumbhkaran for Sita haran with the help of a monkey, Hanuman, that failed to pluck out a plant growing at the foot of the parvat, yey the monkey, Hanuman, broke apart the parvat. LOL. Hanuman without wings flew across Bharat carrying the parvat like a cargo plane to light a fire to Lanka with its flamming tail to burn the inhabitants to death, committing the world's first genocide. Prem Ji, Ramayan gave you KATIL, Ram, and a kalpanic flying monkey, Hanuman, to worship. Mahabharath gave a CHORE, PERVERT, and a KATIL. Krishna, who stole 'makhan from the neighbors, lusted at their women bathing at the Yamuna ghats, frequently hiding their clothes to lust longer at their wet, partially nude bodies like a pervert. Krishna intervenes in the Mahabharat ydh encouraging Arjun to do his dharma as a Kshatriya and personally assists as the charioteer in murdering 100 Kauravas to resolve their family feud over the inheritance. Katil Shiva beheaded his son and covered it with a large head of a slaughtered elephant, creating a composite MURDA Ganpathi gave to you and Hindu Samaj to worship for Good Luck and removing life obstacles. Good luck, Premji. Hindu dharm gave you Vicious and kalpanic Durga with eight 8 hands riding a lion, LOL, to worship for strength. Hindu dharm also gave you Kali, the witch, with blood dripping from her tongue. Premji, Hindu dharm, gave you a truckload of KATILS to worship and Gita, FALAELY, claiming to be the verbal discourse between Arjun and Krishna. Facts lead to the truth, and the truth shall set you, Premji, free. Satyemeva Jayete.
@@saurabhsharma5115wohi nahi. Abhi to aur hai. Lakshagriha me karna bachane bhi jaa raha tha panodovo ko. Bas thori der ho gaya. Varna bacha hi leta - source sonyputra karna
इससे भी अधिक खतरनाक युद्ध तो Mahabharat के 14ve दिन arjun ne lada था. 5 अक्षौहिणी सेना एक दिन मैं मार दी थी. Jabki सामने द्रोण-karan-aswatthama-kritverma - कृपाचार्य इत्यादि महारथी थे.
@@LalitshrivastavvAur tere Karn ne b dhokhe se mara tha Abhimanyu ko... Abhimanyu nihattha tha jab usko mara.. Aur btau Karn ne kitna adharm kiya tha???? Tv serials dekhne ke bajay ek bar Mahabharat book padh le.. phir pta chalega ki kaun mahan h.. Arjun ya karn
वाह अर्जुन वाह, तुम्हारी वीरता को मेरा प्रणाम। तुमने अकेले ही पूरी कौरव सेना को परास्त कर दिया जिसमें कैसे बड़े बड़े यौदधा थे। इस समय तो भगवान श्री कृष्ण भी आपके साथ नहीं थे और ना ही अंगराज कर्ण को ये पता था कि तुम उसके भाई हो । और कर्ण के कवच और कुंडल भी उसके पास थे। तुम्हें देख कर मुझ जैसे अकेले व्यक्ति में भी साहस आया कि अगर दृढ़ निश्चय हो तो अकेला आदमी भी बहुत कुछ कर सकता है। हिम्मत ए मर्दा मदद ए खुदा।
@@jhalawartecnoshobharam5004 भगवान श्री कृष्ण ने कर्ण को कोई धोखा नहीं दिया था। जो व्यक्ति पापी और अधर्मी का साथ देता है उसके हिस्से निराशा और पराजय ही आती है फिर चाहे वो कर्ण जैसा दानवीर ही क्यों न हो। कर्ण ने कवच और कुंडल दान किए तो बदले में उसे अमोघ शक्ति अस्त्र प्राप्त हुआ जिसे वो अर्जुन पर चलाना चाहते थे जबकि उसे पता था कि अर्जुन उसका भाई है। कर्ण जीवन भर अर्जुन से नफ़रत करता रहा और नफ़रत किसी को महान नहीं बना सकती ।
अर्जुन वो नर था जो महाभारत युद्ध को मात्र एक पल में एक तिनके से समाप्त कर देता सभी योद्धा उसके सामने तुच्छ थे यदि विश्वास नहीं होता तो पूर्व इतिहास से ज्ञान प्राप्त करे
Arjun vs Drupad Army Arjun vs Kuru Army (virat war) Arjun vs Trigad Army (Sushrma Attacked virat Nagar on 13th day if war) Arjun vs Nishad kavach (more then 3 cr) Arjun vs kuru army (14th of Kurukchetra) Arjun vs 🐍 Army (khandav Van) Arjun vs others (drupadi Savambhar) Or kitne example chahiye. Jb arjun ne akele puri army ko hraya ho.
@@shomachakraborty2690 Bhai Virat Yudh is almost complete Gau Grihan Parva of Mahabharata, ab ek pure पर्व को interpolated kaise bol dete hai samjh nahi aata
@@anuradhaanu1513 Yes! Krishna-Arjuna❣️ Lord Krishna Said that "Those who loves Arjun then they also loves me and those who hates Arjun then they also hates me" They Both Are Nar-Narayan ❣️
❤❤कर्ण तो कभी धर्म का मार्ग चुना ही नहीं। जिसे एक सती वेश्या लगे भला वो कैसे धर्मी हो सकता है। वह बहुत घमंडी था जो हमेशा अर्जुन से जलता, प्रतिस्पर्धा रखता था श्रेष्ठ धनुर्धर बनने की इच्छा में, पर आजतक कभी भी उसे सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर की उपाधि किसी ने नहीं दी। इस सब से विपरीत अर्जुन किसी से प्रतिस्पर्धा नहीं रखते थे। उन्हें तो पूरा संसार ही सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर की उपाधि दे दी थी। उन्हें तो स्वयं परशुराम शिष्य द्रोणाचार्य जी ने ही सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर की उपाधि दे दी। जिनकी वीरता की प्रसंशा करते भीष्म, द्रोणाचार्य, कुलगुरु कृपाचार्य,श्री कृष्ण जी मैं कितना प्रसन्न हूं कि मेरी मृत्यु संसार के सबसे महान योद्धा के हाथों हुई। यदि अंगराज कर्ण को तुम्हारे सिवा कोई और मारता तो उसे अपने जीवन से भी दुःख होता और अपनी मृत्यु से भी। यह है अर्जुन की वीरता, पराक्रम, शौर्य। श्री कृष्ण जी ने सुभद्रा हरण के समय कहा-"महादेव के अतिरिक्त कौन है जो उसे युद्ध में हराने को सोच भी सके। अर्जुन जैसा सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर,अपराजित योद्धा आज तक कोई दूसरा जन्म ही नहीं लिया। वे एक आदर्श, चरित्रवान महामानव थे। उनकी वीरता का कोई ओर अंत ही नहीं था जिसे सारे दिव्यास्त्र, स्वयं महादेव, आदिशक्ति मां, श्री कृष्ण, इन्द्र और अग्नि देवों का आशीर्वाद प्राप्त हो। महाभारत युग में केवल अर्जुन नाम से ही शत्रुओं की रात की नींद उड़ जाती थी। अर्जुन नाम से ही शत्रु के चेहरे की मुस्कान गायब हो जाती थी। BR Chopra Mahabharat स्वयं इसका प्रमाण है जहां हर पहलू में अर्जुन नाम का प्रश्नचिन्ह सबके चेहरे पर एक खौफ बनकर विद्यमान था। कलयुग में धर्म,सत्य(अर्जुन) को छोड़कर अधिकांशतः अधर्म (कर्ण) का पक्ष लेंगे पर महाभारत की भांति ही ईश्वर सदैव सत्य,धर्म का ही साथ देंगे चाहे भले ही कोई भीष्म/द्रोणाचार्य/कर्ण ही क्यों ना हो।❤❤भाइलोग पूरा पढ़ो यदि पढ़ सको तो- वाह जिसका ek नाम विजय bhi था, "पांडवों ke अतिरिक्त aise kaun hai जो aajtak kisi se पराजित नहीं हुये" Shree Krishna ne Karn se uski pahchan ke wakt kaha ये वाक्य. And कर्ण ने अर्जुन को शूरवीर भी कहा. Shree Krishna ji ne kaha Rukmini haran ke wakt अर्जुन ke bare me kaha - महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे युद्ध में हराने को सोच भी सके. महान और अद्भुत कथन. Br Chopra Mahabharata me dekho. Har jagah Arjun ko hi सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर kaha gaya hai. Wo chahe Virat yudh, Jaydradh wadh, Guru दक्षिणा me Drupad ko bandi banana , Draupadi स्वयंबर, Ya Shree Krishna ka aakar Draupadi ke पूर्वजन्म की रहस्य बताना कि उसने महादेव जी से क्या मांगी जो यह है कि एक ऐसा पति मिले कि jo परशुराम ji jaisa धनुर्धर, हनुमान ji jaisa Balwan धर्म ka ज्ञाता, सहनशीलता and बुद्धिमान and सुन्दर aisa ki samaya bhi dekhta rahe ka, चित्रांगदा ko mili wardan jo ki yah ki use only one person his named Arjun dwara धनुर्धर विद्या me parajit hona, and अर्जुन का चित्रागंदा ke लक्ष्य भेदे huye बाण ko बीचोबीच चीरना aur चित्रांगदा ko अचंभित करना इत्यादि ka उदाहरण लेकर देख लो BR Chopra Mahabharata me तब आपलोगों को पता चलेगा कि अर्जुन कौन था. धर्म की ही सदैव जीत होती है. परशुराम जी ने कहा - विजय पर पांडवो का अधिकार है सूर्यपुत्र कर्ण. यह भी सत्य है कि अर्जुन को ब्रह्मास्त्र,पशुपातास्त्र सहित संपूर्ण दिव्यास्त्रों का भी ज्ञान था जिसका प्रयोग अर्जुन ने युद्ध में किया भी नहीं. उसे भगवान् शिव, श्री कृष्ण, अग्निदेव, इंद्र, हनुमान और स्वयं आदिशक्ति माँ दुर्गा जी का भी आशिर्वाद प्राप्त था. श्री कृष्ण के बाद अर्जुन ही परमवीर थे. महाभारत के प्रारंभ में ही लिखे श्लोक में भगवान श्री कृष्ण(नारायण) के साथ ही अर्जुन(ॠषि नर जी के अवतार) को भी नमस्कार किया गया है.❤❤ थकते उसके समान भला दूसरा कौन हो सकता।
❤💙🙏🙏वभ्रुवाहन अर्जुन का पुत्र था, यह बात अर्जुन को ज्ञात नहीं था।फिर भी रक्त,रक्त को पहचान ही लेता है। पहले ही मिलन में वभ्रुवाहन को देखकर न जाने क्यों अर्जुन का प्यार उसपर उमड़ने लगा। अर्जुन का उसे देखकर उसपर पर पुत्र जैसा प्यार उमड़ने लगा। अतः अर्जुन उसका वध नहीं करना चाहते थे। ❤❤"तु अर्जुन को गदा युद्ध में परास्त नहीं कर सकता वभ्रुवाहन,तुझे किसी और सस्त्र का प्रयोग करना होगा"❤❤अर्जुन से गदा युद्ध में न जीत पाने पर ये बात वभ्रुवाहन ने स्वयं से कहा। फिर उसने भाला युद्ध किया,उसमें भी वह अर्जुन से न जीत सका,फिर उसने तलवार युद्ध किया,उसमें भी वह अर्जुन से न जीत सका, फिर उसने धनुष-बाण युद्ध किया, उसमें भी वह अर्जुन को परास्त नहीं कर सका।❤ अंत में उसने "मां गंगा का दिया हुआ "अर्जुन वध" के लिए" वो बाण का प्रयोग किया किंतु उसने सोचा- मैं अपनी माता को क्या मुंह दिखाऊंगा क्योंकि चित्रांगदा ने अर्जुन को केवल परास्त करने को कहा था उसका वध करने को नहीं। अर्जुन की मृत्यु के बाद चित्रांगदा ने रोते हुए वभ्रुवाहन से कहा- मैंने उनको केवल परास्त करने को कहा था पुत्र,उनका वध करने को नहीं; ❤💙 🙏🙏तो फिर वभ्रुवाहन ने कहा- माते -"अर्जुन आपके वर्णन और मेरी कल्पना से कहीं अधिक वीर था" ❤"यदि मैं उसका वध नहीं करता (मां गंगा का दिया हुआ अर्जुन से उनकी प्रतिशोध के कारण वो बाण द्वारा) तो वो मेरा वध कर देता। "❤ 🙏🙏 ❤💙अर्जुन को वभ्रुवाहन ने नहीं अपितु मां गंगा ने मारा क्षल से उसके पुत्र के रूप में क्योंकि अर्जुन अपने पुत्र का वध तो नहीं न करते। ❤💙अन्यथा ॐपशुपतास्त्र भी था केवल उनके पास पूरे महाभारत युग में जिसके फलस्वरूप श्री कृष्ण जी भी नहीं हरा सके अर्जुन को एक युद्ध में (अर्जुन का एक राजा का प्राण बचाने के युद्ध में) ❤💙🙏🙏अतः मेरे अनुसार अर्जुन को केवल भगवान महादेव ही परास्त कर सकते थे। ❤❤ये बात स्वयं श्रीकृष्ण जी ने भी कहा सुभद्रा हरण के समय-♥️💙"महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे(अर्जुन) युद्ध में हराने को सोच भी सके"; अद्भुत वाक्य ❤❤🙏🙏 जय श्री कृष्ण🙏🙏
Arjun Karn dono barabar ke yodha they isme koi Shak nhi hai Mahabharat Mai likha hai 13 varsho tak Karn ke dar se yudhishthir so nhi paya padavo ne Arjun ko lekar yudh lada kaurav ne Karn ko lekar yudhishthir kha rhe ye sb Mahabharat stri parav Karn ka sataya Mai likha hai
@@manishfuleriya549 अर्जुन का पुत्र नहीं, अर्जुन supporter, Puri duniya Arjun ka supporter hai. आज भी अर्जुन का नाम आपको अर्जुन पुरस्कार के रूप में एवं द्रोणाचार्य पुरस्कार के रूप में मिलेगा परंतु कर्ण पुरस्कार कहीं नहीं है
अर्जुन की युद्ध कुशलता को देखकर ऐसा लगता है कि स्वयं महादेव चाहे उसे रोक सके बाकी तो महाभारत में ऐसा कोई सा बी र नहीं है जो अर्जुन को प्राषत कर सके सके
Nobody could have done the role of Arjuna better than Firoz Khan ....so much so that it kind of feels like Arjuna would surely be like this ...Firoz Khan ji salute from my side 🙏🙏
@@karanbhela2590 no bro there was a famous celebrity feroz khan due to this confusion were there with him so he on suggestion of br Chopra changed it to arjun
@@DeepakKumarShukla-xe4ku they killed two birds with one stone. One, his name being same as Feroz Khan. Two, his religion. People had an objection on writer of this serial also because writer was Muslim. Arjun was a central character to this epic.
@@286sam mere hisab se missile. tir kaman ka bada rup h ...yadi vigyan ko sukhsam rup esme dala zaye missile dhanush rupi parkhsyepatr per aa sakti h...Dost es bare me maine zo soch vichar kiya tha usko likhkar DRDO me bheza tha...unka koi zawab to nahi aaya...lekin mere likhane ke bad unhone Dhanush missile lonch ki thi....Dost apun dono zo sapana drkh rahe h wo pura ho sakta h ...kyonki aaz mujhe pata chala ki es duniya me koi ak zana aur bhi h zo meri tarah sochta .maine es bare me gahan addyan kare 25_30 page me mere vichar bheze the....kya apun dono fir se surwat kare...tirandazi ke bare me apne vichar sanjha kare
Bhai yeh possibe h...kyonki apke alawa ak aur bhai ne meri soch ka support kiya h...kalam ne kaha tha ki kisi renovation. ki yyadi. .0001 sambhawana ho to us per kam karne me lag zana chiye...sir maine tirndazi per kafi kuchh soch rakha h ki ye kaise chalti thi...chalo milkar kuchh achha kare...sabhi apne vichar bataye aur unko telli kare
वाह अर्जुन आपका सम्मान और बढ़ गया मेरे हृदय में क्योंकि आप हारे हुए को भी सम्मान देते है और दूसरों को भी हमेशा वही बात कहते है कि जिसे अगर हरा दिया उसका अपमान मत करना उत्तर। क्या बात कही है आप ने अर्जुन
Aisa MAHABHARATA Koi bana hi Nhi sakta, What a true dedication each Actor given to their role, Hats off to the BR Chopra team for creating history 🙏🙏🙏 .
एक दासी भी नारी होती है आत्मसम्मान पर किसी दासी का किसी महारानी से अधिकार कम नही होता.. दासी होना दुर्भाग्यपूर्ण हो सकता है.. किन्तु केवल दुर्भाग्य के कारण किसी को तिरस्कृत करना स्वयम विधाता को तिरस्कृत करना है. इसलिए अपने दास और दासियों के प्रति सदेव अच्छा व्यवहार करो... अर्जुन.... ❤ कितने महान विचार थे.. सर्वश्रेष्ठ अर्जुन के... अर्जुन जेसे योद्धा को ये भारत वर्ष सदेव याद रखेगा.. अर्जुन वास्तव मे महान थे.. ❤❤
@@khattimeethithings3915 अपने पता नहीं क्या पढ़ लिया। क्युकी कर्ण को जन्म से ही सूर्य देव की शक्ति प्राप्त की थी। जबकि अर्जुन ने सब कुछ सिखा था। और अर्जुन और कर्ण 3 बार युद्ध करते है, और हर बार वोही हारता है। कर्ण अभिमन्यु को दोखे से मरता है, उसका पाप ही उसके मरने की वजह बनता है।
Aur karn ko shrap b mila tha jiski wajah se wo hara bhale hi use peda hote se hi vardan mile ho, lekin wo vardan b kis kam k aaye. Aur na hi maa baap ka sath.
@@gagangagansira1298 and u know that better 🤣 ... Arjun was unbeatable greatest of all.. he was born to fight and also a great student ! Karan was about defeating Arjun, while Arjun was fighting for his family n brothers. Imagine he was jus fighting for alone... ,How destructive he would have been...
अत्यंत सुंदर धारावाहिक ना सिर्फ इसकी कहानी अच्छी है बल्कि ज्ञान की बातें भी इस धारावाहिक में प्रचुर मात्रा में भरी हुई है। ऐसा धारावाहिक कभी आगे बन नहीं सकता है। इतना सुंदर हर एक पात्र का अभिनय 🙏🙏
@@rabishdubeyom9771 to tv serial chodke mahabahrat pd arjun ne virat yudh me karan bheshm dron sabko kai baar haraya tha 14 vr din ke mahabharat yudh me bhi kai baar bheeshm ko chhodke sab ko haraya tha
Adhura gyan dukh deta hai kabhi Geeta padhna .....kuch bhi nhi tha Arjun ya pandav ek din ka yud chod 1 dhanta nhi pakd pate sab kripya us bansi wale ki thi ...... Hai ek yodha aesa bhi tha but usse bhi gyan hai is yud ka veejeta kon hai kya dekha .....jai shree krishna
@@rahulwadhwa5366 😂😂 लगता है तू कर्ण अंधभक्त है इस लिए पांडव को नीचा दिखाने के लिए ऐसा बोल रहा है और मूर्ख भगवान की कृपा भी जो उसके लायक हो उसको ही मिलती है थोड़ा सोच समझ कर बोला कर कृष्ण सिर्फ गीता ज्ञान देने के लिए अर्जुन के साथ थे क्योंकि वो युद्ध लड़ता ही नही सामने अपने स्वजन को देख कर पांडवों को हलवा समझ रक्खा है क्या अगर अर्जुन पूरे मन से युद्ध करता तो १ दिन में युद्ध खत्म कर देता
@@yashraj9739 m kon hota hu kissi ko nicha dikhane wala jo hakikat thi wahi bataya hai bhismbitama karn or pandavo ke guru vo vo insan tha shyad unke Siva unhe koi Hara nhi sakta tha ......jab yudh me barbarik ji jisse hum khatursham ke name bhi jante hai vo chahate tho 2 he tir se yudh khtam kar sakte tha ....jinse bhagwan shree krishna ne shish ka dhan managa tha .....or last me jab yudh khtam hua tha tho pandavo me m ae gayi thi 5oh bhai apne aap ki yudh ka nayak samjh Raha tha ......tab barbarik ji se karish ne pucha apne yudh me kya dekha or kon nayak hai is yudh ka ......tab barbarik ji ne bataya tha mujhe tho yudh me sirf perbhu ka chaker chalte dikha .....tho yahi hai is yudh ke nayak... Or hai sabhi he yodha mahan tha m kissi ko nicha ya ucha nhi bata raha ...
@@abhishekkushwaha7759 पाँचाली का वस्त्र हरण इतना सहज नहीं था। क्योंकि पाँचाली याज्ञसैनी थी, पावकः पवित्रोस्मि। अर्थात पवित्र करने वालों में अग्नि है। यह तो एक लीला था। जयतु श्रीजानकीराघवेन्द्रं।।
Jis virat yudh me arjun ne akele teen teen maharthiyo ko hara diya .... aur kuruksretra ke yudh me pure 5 pandav krishna hanuman sabhi milke bhi un teeno maharathiyo ko kapat karke harana pada... thoda logic laga diya bhai aur kuch nahi 😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Mohammad Ali, Myc tyson bhi uski saat hara tha, jisku unone ek e panch main hara diya tha. Kurukshetra yudh main Jivon lena tha. Yudh ki pehele 13 din tok Bheeshma or Guru Dron Pandava ku behi marne chahata, Pandava bhi un duno ko marne nehi chaha. Ye tha main reason.
Everyone focused on Virat war of Best Archer Arjuna. But the conversation between Arjuna and Uttar was too much learn able. A maid has not less right on respect than a queen. How adorable line.
Many Great Titles given to Arjuna : Partha -> Descendant of Pritha Lineage Dhananjaya -> Acquirer of Great Wealth Vijaya -> The Undefeated in Battle Gudakesha -> One who has conquered Sleep (He could stay awake for Days in Battle) Savya Sachi -> One who can wield and use a Bow in Both Arms (Right or Left Handed) Kaunteya -> Son of Great Kunti, Who recieved blessings from the Gods Jishnu -> Second Vishnu on Earth
भाईयों जिन लोगो ने ये किरदार किये है दिल जीत लिया.. पूरी कायनात का... आज कल के इन गधो ने पुरे महाकाव्यों की मिट्टी कर दि है... पितामह भीष्म का किरदार दुनियां मे मुकेश खन्ना जैसा कोई माई का लाल नहीं कर सकता... सही कहा ना मेने
बचपन मे अधुरा देखा हुआ महाभारत आज लक डाउन मे देखने का अवसर मिला आज मै 35 बर्ष का हु पूरा महाभारत देख रहा हु हर एपिसोड। कुन्ती पुत्र अर्जुनका तिर चलाने के अन्दाज के लिये एक लाइक किजिये 🙏🙏
❤💙🙏🙏वभ्रुवाहन अर्जुन का पुत्र था, यह बात अर्जुन को ज्ञात नहीं था।फिर भी रक्त,रक्त को पहचान ही लेता है। पहले ही मिलन में वभ्रुवाहन को देखकर न जाने क्यों अर्जुन का प्यार उसपर उमड़ने लगा। अर्जुन का उसे देखकर उसपर पर पुत्र जैसा प्यार उमड़ने लगा। अतः अर्जुन उसका वध नहीं करना चाहते थे। ❤❤"तु अर्जुन को गदा युद्ध में परास्त नहीं कर सकता वभ्रुवाहन,तुझे किसी और सस्त्र का प्रयोग करना होगा"❤❤अर्जुन से गदा युद्ध में न जीत पाने पर ये बात वभ्रुवाहन ने स्वयं से कहा। फिर उसने भाला युद्ध किया,उसमें भी वह अर्जुन से न जीत सका,फिर उसने तलवार युद्ध किया,उसमें भी वह अर्जुन से न जीत सका, फिर उसने धनुष-बाण युद्ध किया, उसमें भी वह अर्जुन को परास्त नहीं कर सका।❤ अंत में उसने "मां गंगा का दिया हुआ "अर्जुन वध" के लिए" वो बाण का प्रयोग किया किंतु उसने सोचा- मैं अपनी माता को क्या मुंह दिखाऊंगा क्योंकि चित्रांगदा ने अर्जुन को केवल परास्त करने को कहा था उसका वध करने को नहीं। अर्जुन की मृत्यु के बाद चित्रांगदा ने रोते हुए वभ्रुवाहन से कहा- मैंने उनको केवल परास्त करने को कहा था पुत्र,उनका वध करने को नहीं; ❤💙 🙏🙏तो फिर वभ्रुवाहन ने कहा- माते -"अर्जुन आपके वर्णन और मेरी कल्पना से कहीं अधिक वीर था" ❤"यदि मैं उसका वध नहीं करता (मां गंगा का दिया हुआ अर्जुन से उनकी प्रतिशोध के कारण वो बाण द्वारा) तो वो मेरा वध कर देता। "❤ 🙏🙏 ❤💙अर्जुन को वभ्रुवाहन ने नहीं अपितु मां गंगा ने मारा क्षल से उसके पुत्र के रूप में क्योंकि अर्जुन अपने पुत्र का वध तो नहीं न करते। ❤💙अन्यथा ॐपशुपतास्त्र भी था केवल उनके पास पूरे महाभारत युग में जिसके फलस्वरूप श्री कृष्ण जी भी नहीं हरा सके अर्जुन को एक युद्ध में (अर्जुन का एक राजा का प्राण बचाने के युद्ध में) ❤💙🙏🙏अतः मेरे अनुसार अर्जुन को केवल भगवान महादेव ही परास्त कर सकते थे। ❤❤ये बात स्वयं श्रीकृष्ण जी ने भी कहा सुभद्रा हरण के समय-♥️💙"महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे(अर्जुन) युद्ध में हराने को सोच भी सके"; अद्भुत वाक्य ❤❤🙏🙏 जय श्री कृष्ण🙏🙏
♥️♥️🙏🙏 सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन तो कभी भी किसी से पराजित नहीं हुए। ♥️💙विराट युद्ध में केवल अकेले ही पूरी हस्तिनापुर को जिसमें भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य, अश्वत्थामा,कर्ण जैसे योद्धा थे जिनमें से प्रत्येक अकेले ही एक सेना के समान थे को परास्त किये दो दो बार सभी को। ♥️💙द्रुपद जिसे कर्ण पूरी हस्तिनापुर सेना के साथ मिलके भी नहीं हरा पाए उसे केवल पांच पांडव ही विशेषकर अर्जुन ने बंदी बनाकर अपने गुरु को सौंप दिए।यह है सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन की वीरता। ♥️💙जयद्रथ वध के समय पूरी कौरव सेना मिलकर भी एक अर्जुन को नंही रोक सके जयद्रथ वध से और अर्जुन ने अपनी प्रतिज्ञा भी पूरी कर ली,ऐसा बाण चलाये जिससे जयद्रथ का सिर उसके पिता की ही गोद में जा गिरा और अर्जुन के प्राण भी बच गए। ♥️💙 अर्जुन की वीरता का ऐसा भय था सब में कि जयद्रथ रात में ही हस्तिनापुर छोड़ अपने राज्य भागने लगा, द्रोणाचार्य, कर्ण के रहते हुए भी,यह है सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन का पराक्रम। ♥️💙B.R Chopra महाभारत देखिए उसमें इस बात का वर्णन कहीं नहीं है कि हनुमान जी अर्जुन के रथ पर विराजमान थे, यह बात केवल नये वाले महाभारत में दिखाया गया है कलयुग में अर्जुन को कमजोर साबित करने के लिए। ♥️💙अर्जुन निहत्थे कर्ण पर बाण नहीं चला रहे थे परन्तु श्री कृष्ण जी के ये कहने पर की आज धर्म की बात करने वाले यह अंगराज कर्ण ने कैसे सबके साथ (8-8 महारथियों के साथ) मिलके एक अकेले अभिमन्यु वध किया,तब वो भी पैदल ही था और इसी की भांति निहत्था भी। तब जाके नर अर्जुन ने कर्ण पर बाण चलाये। ♥️💙 भीष्म पितामह इच्छा मृत्यु के वरदान का कवच लेके युद्ध में उतरे तो क्या यह उचित था,उनका वध तो कोई देवता भी नहीं कर पाते,फिर भी अर्जुन उनके वध का कारण बने। ♥️💙द्रोणाचार्य जी को भी यह वरदान प्राप्त था कि स्वयं उनके अतिरिक्त उन्हें कोई और नहीं हरा सकता था, फिर भी अर्जुन ने उन्हें कई बार परास्त किये। भला वो अपने गुरु का वध तो नहीं न करते, उन्होंने तो धृष्टद्युम्न को भी रोका अपने गुरु का वध करने से।अपने गुरु का वध उनके लिए तो महापाप था, इसलिए तो उन्होंने नहीं किया। ♥️💙 पूरे महाभारत में केवल एक अर्जुन के पास ही सभी दिव्यास्त्रों सहित अमोघ अस्त्र पशुपातास्त्र था जिसके प्रयोग से पूरी सृष्टि का विनाश संभव था, फिर भी उन्होंने उसका प्रयोग मानवों जैसे कर्ण,भीष्म, द्रोणाचार्य पर नहीं किए। उसे बचा कर रखें और महाभारत युद्ध के बाद उसका प्रयोग अमोघ अस्त्र सुदर्शन चक्र के विरुद्ध किए अपनी बचाव में श्री कृष्ण जी के विरुद्ध। फिर श्री कृष्ण जी से भी वह परास्त न हो सके। ♥️💙 अतः महादेव के अतिरिक्त और किसी के लिए अर्जुन को परास्त करना सरल नहीं था।
❤️💙गांडीव धनुष अर्जुन की वीरता नहीं थी ,उनके सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर होने का सबसे बड़ा कारण उनकी सीखने,अभ्यास करने की अद्भुत लगन थी। ❤️💙 उनके 10 नाम हैं जिनमें एक नाम उनका विजय भी है, एक सव्यसाची जिसका अर्थ है जो दोनों हाथों से समान बाण चलाता हो, एक गुडाकेश जिसका अर्थ है जिसने निद्रा पर विजय पा ली हो। ❤️💙अर्जुन ऋषि नर श्री कृष्ण नारायण के अवतार थे, महाभारत के प्रारंभ में लिखे श्लोक में श्री कृष्ण जी के साथ साथ अर्जुन(ऋषि नर) को भी प्रणाम किया गया है इससे बड़ा अब क्या चाहिए। ❤️💙हनुमान जी के अर्जुन के रथ पर होने का प्रमाण,रथ के 10 कदम पीछे हटने वाली बात ये सभी BR Chopra महाभारत में कहीं नहीं है इसका जिक्र नये वाले महाभारत अर्जुन को कमजोर साबित करने के लिए बनाया गया है जबकि BR Chopra Mahabharat पूर्ण सत्य एवं प्रामाणिक है। ❤️💙कर्ण भगोड़ा था एक पूरी हस्तिनापुर के सेना के साथ मिलके भी एक अकेले द्रुपद को नहीं हरा सका जिसे केवल पांच पांडव ही विशेषकर अर्जुन ने बंदी बनाकर अपने गुरु को सौंप दिये। ❤️💙अर्जुन का सामना जब भी कर्ण से हुआ तो हमेशा कर्ण अर्जुन से परास्त हुआ ये बात उसने स्वयं भीष्म पितामह से कही और इसका कारण भी जानना चाहा। ❤️💙जयद्रथ वध के समय पूरी कौरव सेना मिलकर भी अर्जुन को जयद्रथ वध करने से न रोक पाए जिसमें कर्ण,द्रोणाचार्य,अश्वत्थामा भी शामिल थे और अर्जुन ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी भी की और अर्जुन जीवित बच गये। ❤️💙आचार्य द्रोण जब ब्रह्मास्त्र की शिक्षा दे रहे थे तब उसमें अर्जुन ही केवल ब्रह्मास्त्र के सीखने योग्य पाए गए एवं कर्ण अयोग्य पाया गया। ❤️💙सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन को आदि शक्ति जगदंबा, भगवान शंकर,देवराज इंद्र एवं स्वयं नारायण भगवान का आशीर्वाद प्राप्त था भला उसे कोई कैसे हरा सकता था जिसके पास पाशुपतास्त्र था। ❤️💙स्वयं भगवान शंकर ने भी अर्जुन की वीरता की प्रशंसा की है एवं उनकी वीरता से संतुष्ट हुए और उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पाशुपतास्त्र भी दिया। ❤️💙जब सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन पाशुपतास्त्र के लिए तपस्या कर रहे थे तब उन्होंने कहा कि मेरी यह दशा केवल भगवान शंकर,आचार्य द्रोण,पितामह भीष्म,देवराज इंद्र के अतिरिक्त कोई और नहीं कर सकता था अर्थात उन्होंने कर्ण का नाम नहीं लिया, अर्थात अर्जुन का वध करने की क्षमता केवल इन्ही व्यक्तियों में ही था❤️💙 इसके विपरीत जब सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन ने करण का धनुष तोड़ा द्रौपदी स्वयंवर में तो कारण ने अर्जुन के गुरु को प्रणाम किया एवं कहा- कर्ण का धनुष केवल गुरु परशुराम,आचार्य द्रोण,पितामह भीष्म, देवराज इंद्र एवं अर्जुन के अतिरिक्त कोई नहीं तोड़ सकता था अर्थात उसने अर्जुन का भी नाम लिया परंतु अर्जुन उस समय कर्ण का नाम नहीं लिये। ❤️💙सुभद्रा हरण के समय श्री कृष्ण जी अर्जुन के बारे में बलराम जी से कहते हैं कि- महादेव के अतिरिक्त कौन है जो उसे युद्ध में हारने को सोच भी सके। ❤️💙राजकुमारी असांवरी स्वयंवर के समय कर्ण ने दुर्योधन से कहा - संसार में अर्जुन के सिवाय और कोई मेरे सामने टिक नहीं सकता था मित्र स्वयं उसने यह बात कही परंतु अर्जुन ऐसा कभी नहीं कहे जिसमें कर्ण का जिक्र हो। ❤️💙श्री कृष्णा जी कर्ण के जन्म का रहस्य उन्हें बताते हुए कहे कि पांडवों के अतिरिक्त ऐसे कौन है जिन्होंने आज तक पराजय का स्वाद नहीं चखा। ❤️💙द्वापर युग में श्री कृष्णा जी ने पहले ही कह दिया है कि ऐसा कलयुग आएगा सब लोग अर्जुन छोड़ कर कर्ण कर्ण चिल्लायेगा। ❤️💙मैं जानता हूं कलयुग में लोग अर्जुन को छोड़कर कर्ण अर्थात अधर्म को मानेंगे एवं स्वीकार करेंगे।
।❤❤भाइलोग पूरा पढ़ो यदि पढ़ सको तो- वाह जिसका ek नाम विजय bhi था, "पांडवों ke अतिरिक्त aise kaun hai जो aajtak kisi se पराजित नहीं हुये" Shree Krishna ne Karn se uski pahchan ke wakt kaha ये वाक्य. And कर्ण ने अर्जुन को शूरवीर भी कहा. Shree Krishna ji ne kaha Rukmini haran ke wakt अर्जुन ke bare me kaha - महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे युद्ध में हराने को सोच भी सके. महान और अद्भुत कथन. Br Chopra Mahabharata me dekho. Har jagah Arjun ko hi सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर kaha gaya hai. Wo chahe Virat yudh, Jaydradh wadh, Guru दक्षिणा me Drupad ko bandi banana , Draupadi स्वयंबर, Ya Shree Krishna ka aakar Draupadi ke पूर्वजन्म की रहस्य बताना कि उसने महादेव जी से क्या मांगी जो यह है कि एक ऐसा पति मिले कि jo परशुराम ji jaisa धनुर्धर, हनुमान ji jaisa Balwan धर्म ka ज्ञाता, सहनशीलता and बुद्धिमान and सुन्दर aisa ki samaya bhi dekhta rahe ka, चित्रांगदा ko mili wardan jo ki yah ki use only one person his named Arjun dwara धनुर्धर विद्या me parajit hona, and अर्जुन का चित्रागंदा ke लक्ष्य भेदे huye बाण ko बीचोबीच चीरना aur चित्रांगदा ko अचंभित करना इत्यादि ka उदाहरण लेकर देख लो BR Chopra Mahabharata me तब आपलोगों को पता चलेगा कि अर्जुन कौन था. धर्म की ही सदैव जीत होती है. परशुराम जी ने कहा - विजय पर पांडवो का अधिकार है सूर्यपुत्र कर्ण. यह भी सत्य है कि अर्जुन को ब्रह्मास्त्र,पशुपातास्त्र सहित संपूर्ण दिव्यास्त्रों का भी ज्ञान था जिसका प्रयोग अर्जुन ने युद्ध में किया भी नहीं. उसे भगवान् शिव, श्री कृष्ण, अग्निदेव, इंद्र, हनुमान और स्वयं आदिशक्ति माँ दुर्गा जी का भी आशिर्वाद प्राप्त था. श्री कृष्ण के बाद अर्जुन ही परमवीर थे. महाभारत के प्रारंभ में ही लिखे श्लोक में भगवान श्री कृष्ण(नारायण) के साथ ही अर्जुन(ॠषि नर जी के अवतार) को भी नमस्कार किया गया है.❤❤ थकते उसके समान भला दूसरा कौन हो सकता।
Yudhishthir had great level of tolerance & patience. Kitna kuch saha already without complaining, and that pawns thrown at his teeth, would have hurt & led to retaliation, but he still took that in his stride. Hats off to Yudhishthir 👏👌👍
parshuram is a overrated warrior who was clowned by bhishma many times fairly parshuram also lost to 11 year old bacha shri ram who was not fully grown or at his maximum capability this parshuram is a joke
Arjun was the Greatest Warrior Because his father was lord Indra (King of God's) plus He was Rishi Nar Avatar ( Lord Vishnu's Incarnation) He was portion of Indra as well as Part of Lord Vishnu 💯 Arjun = Indra's Power+ Vishnu's Power Karn = Surya's power+ demon Saharskavach who had 1000 kavachs, in those 1000 kavachs, 999 kavach destroyed by Nar Narayan (Krishna Arjuna). Only one left
@@knowledgeispower5035 I am not saying Arjuna was Vishnu's incarnation but Arjuna's previous birth rishi Nar was incarnation of Lord Vishnu. So indirectly, Arjuna was also part of lord Vishnu, I am not saying incarnation here, I said that he was ansh of lord Vishnu. Nar-Narayan were the twin incarnation of lord Vishnu in satyuga. There is Nar-Narayan Temple in Badrinath. Arjun was Nar And Shri Krishna was Narayan That's why Arjuna was Dearest to Shri Krishna ❣️
According to Shiva Dhanurved, Arjun was the Third Best Archer after Lord Shiva and lord Ram. According to Vedvyas, Who wants to learn archery must takes 10 names of Arjun before practicing it. Plz don't compare him with karn 🙏 Arjuna The Mighty Archer👑🏹
आपने बिलकुल सही नोटिस किया, जहा जानबूझकर कर conflict generate किया जा रहा है। ये नया तरह का जिहाद है। कर्ण, अर्जुन, अश्वथामा, भीष्म और कृपाचार्य सारे बराबर के ताकतवर थे, ओर सबकी महारथ अलग अलग चीजों मे थी , फिर भी जान बूझ कर conflict पैदा किए जा रहे हैं। और अगर सवाल यही बनाना है, की सबसे ताकतवर इंसान कोन था, तो इसका जवाब इनमे से कोई नहीं होगा। ताकतवर बर्बरीक था ताकतवर का comparison इसलिए नही किया जाता है क्योंकि सभी लगभग बराबर ताकतवर होते हैं, लेकिन उनमें सब के पास कुछ न कुछ ऐसी खासियत होती है जो बाकियों से अलग एवं ताकवर बनाती है । दूसरा बात, कुछ छद्म जिहादी अर्जुन को फिरोज खान से जोड़ रहे हैं, उनको जवाब मिल रहा है वो भी अर्जुन ही थे, तो भी बेशर्मी के साथ इसको लिखे जा रहे हैं। ।,
Karna was better archer than Arjun... Arjuna was able to win only because Lord Krishna (supreme power) was with Arjuna. because Arjuna was on dharma side.
@@pchandrashekhar3122 no karn was not better Archer than Arjun, he lost to Satyaki, Bheem, Gandharvs, Abhimanyu and Mahanayak Arjun many times. He couldn't save his son from Arjun and also he couldn't save jayadrath. Karn was 1/4th of Arjun. Arjun killed 7 ashkauni sena alone on 14th day. He killed abhimanyu cowardly. Arjun was known as "Savyasachi" because he can shot arrows with both the hands with equal speed. Karn was not Savyasachi. Arjun knows 5 modes of archery, karn doesn't knows.
@@HeartistMurali like any kingdom there is a rise and fall of an empire. India is no different. Change is the universal rule. However, we did not upgrade ourselves with time and were out of technology upgrades to say the least in addition to mutiny and treason by our own people. It also needs to be noted that mughals also had to face stiff resistance from marathas, south indian kings and they were unable to conquer north east region, parts of south india and maratha kingdom. They ruled a large part of subcontinent but not complete :)
Padhaya gya h ma jab 7 me that tab Hindi ki 2 book hoti thi aur abhi bhi hoti h jinme ek Baal Mahabharata ki h aur ye books cbse me h me delhi me rehta hu pr mujhe yeh nhi pta ki state board me ye books h ki nhi so,you are wrong shivam D
Just see the war well.. Bhisma Pitamah and the Acharyas don't want to kill arjun and the question about Krishna? Krishna is always with Arjun. Just sometimes he is shown and sometimes not
Not only Arjun but aslo no one can defeat Bhisma Pitamah, Guru Dron and Kripacharya but with the blessings of Shree Krishna and on the path of Dharma Arjun defeated them Arjun won because he was on the path of Dharma
@@chanchreekgunjan4255 Jao lauda apne tv k suryaputra karn serial apka pratiksha kar raha hain 😂😂 Der mat karo .. Karn ne shayad arjuna ka badh kar diya .. jaldi utsab karo 😂😂
@@shubhranilnag6733 ha ousme sirf karn ki hi bat ki matlab sirf karn hai our koi nhi hai mana karn accha youdha tha lekin arjun jitna nhi woh ek asabhye youdha tha usne panchali ko vaisha kha our nihathe abhimanyu ko mara ye asabhye nhi toh kya tha our koi ye nhi khe sakta ki arjun ne ne bhi chal se mara woh arjun ne dharm ke liye mara our dharam ke bich me karn aya mana karn ke sath bohot anaye hua lekin woh ek samay ke bad matured ho gya tha fir bhi karn ne bohot annaye kiye karn ne adharm ka sath diya isliye uske sath yesa hua agar woh bhagwan shri krishna ki mann leta toh esa nhi hota.
Karan ke fan apni mummy ko bhi karan ke pas bhejte hoge fir durodhan ke sath milkar karan uska rape karta hoga yahi to h asli karan ki aukat aur uske tattu fans ki bhi
Aapne sahi kahan magar aaj kal ke bache jo english kitabe parr kar apne aap ko gyani mante hain we vastav main mahabharat ka gyan nhi rakhte aur karne jaise abhimani aur asabhaya yodha arjun se shreshth btatae hain aur samjhte hain ki karn asli nayak tha parantu satya toh yeh hain ki arjun ji sabse shrestth the jabhhi swayam bhawan shri krishna ji ne unka saath diya hamare nav yuvakon ko itihas ka gyan hona chahiye main aapke saath hun kshitiz indraguru ji
@@AkashSingh-ko9wx Mai Arjun Ko sresth manta Hun lakin Karan bhism aur Dronacharya bhi mahan purush the kyuki Bhagwan Shree Krishn bhi unka Samman karte the ye baat samgho . Jay janradan
watch: भगवान कार्तिकेय की उत्पत्ति कैसे हुई? | विघ्नहर्ता गणेश | Vighnaharta Ganesh Full Episode
ua-cam.com/video/wzNddzrlywQ/v-deo.html
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@@JhadiyadayJhadiyadav-he1zg
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@@JhadiyadayJhadiyadav-he1zgff😅 SC sß my j9 my
@@jugutramchauhan3419
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मैं अपने कान्हा जी एवं गान्डीवधारी अर्जुन तथा पांचों पांडवों को कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं उन्होंने वीरता, नम्रता, भाई प्रेम की मिशाल कायम कर समाज को एक आदर्श प्रदान किया है---श्री राधे ऊ
भाइलोग पूरा पढ़ो यदि पढ़ सको तो- वाह जिसका ek नाम विजय bhi था, "पांडवों ke अतिरिक्त aise kaun hai जो aajtak kisi se पराजित नहीं हुये" Shree Krishna ne Karn se uski pahchan ke wakt kaha ये वाक्य. And कर्ण ने अर्जुन को शूरवीर भी कहा. Shree Krishna ji ne kaha Rukmini haran ke wakt अर्जुन ke bare me kaha - महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे युद्ध में हराने को सोच भी सके. महान और अद्भुत कथन. Br Chopra Mahabharata me dekho. Har jagah Arjun ko hi सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर kaha gaya hai. Wo chahe Virat yudh, Jaydradh wadh, Guru दक्षिणा me Drupad ko bandi banana , Draupadi स्वयंबर, Ya Shree Krishna ka aakar Draupadi ke पूर्वजन्म की रहस्य बताना कि उसने महादेव जी से क्या मांगी जो यह है कि एक ऐसा पति मिले कि jo परशुराम ji jaisa धनुर्धर, हनुमान ji jaisa Balwan धर्म ka ज्ञाता, सहनशीलता and बुद्धिमान and सुन्दर aisa ki samaya bhi dekhta rahe ka, चित्रांगदा ko mili wardan jo ki yah ki use only one person his named Arjun dwara धनुर्धर विद्या me parajit hona, and अर्जुन का चित्रागंदा ke लक्ष्य भेदे huye बाण ko बीचोबीच चीरना aur चित्रांगदा ko अचंभित करना इत्यादि ka उदाहरण लेकर देख लो BR Chopra Mahabharata me तब आपलोगों को पता चलेगा कि अर्जुन कौन था. धर्म की ही सदैव जीत होती है. परशुराम जी ने कहा - विजय पर पांडवो का अधिकार है सूर्यपुत्र कर्ण. यह भी सत्य है कि अर्जुन को ब्रह्मास्त्र,पशुपातास्त्र सहित संपूर्ण दिव्यास्त्रों का भी ज्ञान था जिसका प्रयोग अर्जुन ने युद्ध में किया भी नहीं. उसे भगवान् शिव, श्री कृष्ण, अग्निदेव, इंद्र, हनुमान और स्वयं आदिशक्ति माँ दुर्गा जी का भी आशिर्वाद प्राप्त था. श्री कृष्ण के बाद अर्जुन ही परमवीर थे. महाभारत के प्रारंभ में ही लिखे श्लोक में भगवान श्री कृष्ण(नारायण) के साथ ही अर्जुन(ॠषि नर जी के अवतार) को भी नमस्कार किया गया है.
🙏🙏🙏
@@puranbhatt3088 A
@@સમરગણડઞ p)kllkkllll ol
🙏🕉️🙏🚩🚩Jai Shri Radhe Krishna 🙏 🕉 🙏🚩!!!!!!!!!
तनिक भी घमंड नहीं था अपने बल पर तभी तो धर्म उसके साथ था जय हो वासुदेव श्रीकृष्ण
Arjun never fought any war with his full strength
@@abhiraj7736Bhai yeh full nhi tha toh kaun sa tha. Main Arjun ke baare mein jaanna chahta hoon.
@@saurabhsharma5115 full means he didn't use pashupatastra Or any divine weapon
Only one time he use bhamshir against drone son
@@saurabhsharma5115bhai Arjun ke paas 12 divyastra the but kabhi unhone saare use nahi kie
Ek pashupatastra se hi pura yudh khatm ho sakta tha
@@ChessDaily-op9eo Kaal Dand,Yam Dand Varun Pash Bramhshir Astra bhi tha.
विराट युद्ध अपने आप में ये साबित करता है कि अर्जुन कौन थे और क्यों कौरव सेना पूरे पांडव शीविर में श्री कृष्ण के अलावा सिर्फ अर्जुन से भय खाती थी 🚩🚩 जय श्री कृष्ण 🌹🙏🙏
सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन तो कभी भी किसी से पराजित नहीं हुए।
विराट युद्ध में केवल अकेले ही पूरी हस्तिनापुर को जिसमें भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य, अश्वत्थामा, कर्ण जैसे योद्धा थे जिनमें से प्रत्येक अकेले ही एक सेना के समान थे को परास्त किये दो दो बार सभी को।
द्रुपद जिसे कर्ण पूरी हस्तिनापुर सेना के साथ मिलके भी नहीं हरा पाए उसे केवल पांच पांडव ही विशेषकर अर्जुन ने बंदी बनाकर अपने गुरु को सौंप दिए। यह है सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन की वीरता।
जयद्रथ वध के समय पूरी कौरव सेना मिलकर भी एक अर्जुन को नंही रोक सके जयद्रथ वध से और अर्जुन ने अपनी प्रतिज्ञा भी पूरी कर ली, ऐसा बाण चलाये जिससे जयद्रथ का सिर उसके पिता की ही गोद में जा गिरा और अर्जुन के प्राण भी बच गए।
♥ अर्जुन की वीरता का ऐसा भय था सब में कि जयद्रथ रात में ही हस्तिनापुर छोड़ अपने राज्य भागने लगा, द्रोणाचार्य, कर्ण के रहते हुए भी, यह है सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन का पराक्रम।
♥ B.R Chopra महाभारत देखिए उसमें इस बात का वर्णन कहीं नहीं है कि हनुमान जी अर्जुन के रथ पर विराजमान थे, यह बात केवल नये वाले महाभारत में दिखाया गया है कलयुग में अर्जुन को कमजोर साबित करने के लिए।
अर्जुन निहत्थे कर्ण पर बाण नहीं चला रहे थे परन्तु श्री कृष्ण जी के ये कहने पर की आज धर्म की बात करने वाले यह अंगराज कर्ण ने कैसे सबके साथ (8-8 महारथियों के साथ) मिलके एक अकेले अभिमन्यु वध किया, तब वो भी पैदल ही था और इसी की भांति निहत्था भी। तब जाके नर अर्जुन ने कर्ण पर बाण चलाये।
भीष्म पितामह इच्छा मृत्यु के वरदान का कवच लेके युद्ध में उतरे तो क्या यह उचित था, उनका वध तो कोई देवता भी नहीं कर पाते, फिर भी अर्जुन उनके वध का कारण बने।
● द्रोणाचार्य जी को भी यह वरदान प्राप्त था कि स्वयं उनके अतिरिक्त उन्हें कोई और नहीं हरा सकता था, फिर भी अर्जुन ने उन्हें कई बार परास्त किये। भला वो अपने गुरु का वध तो नहीं न करते, उन्होंने तो धृष्टद्युम्न को भी रोका अपने गुरु का वध करने से। अपने गुरु का वध उनके लिए तो महापाप था, इसलिए तो उन्होंने नहीं किया।
पूरे महाभारत में केवल एक अर्जुन के पास ही सभी दिव्यास्त्रों सहित अमोघ अस्त्र पशुपातास्त्र था जिसके प्रयोग से पूरी सृष्टि का विनाश संभव था, फिर भी उन्होंने उसका प्रयोग मानवों जैसे कर्ण, भीष्म, द्रोणाचार्य पर नहीं किए। उसे बचा कर रखें और महाभारत युद्ध के बाद उसका प्रयोग अमोघ अस्त्र सुदर्शन चक्र के विरुद्ध किए अपनी बचाव में श्री कृष्ण जी के विरुद्ध। फिर श्री कृष्ण जी से भी वह परास्त न हो सके।
अतः महादेव के अतिरिक्त और किसी के लिए अर्जुन को परास्त करना सरल नहीं था।🙏
Arjun to fhir Arjun hai ❤
महान धनुर्धर श्री अर्जुन को कोटि कोटि नमन
इस वीडियो में एक एक शब्द बहुत ही अनमोल है।🙏🙏
जो मनुष्य अपनी निंदा सह लेता है,
उसने मानो सारे जगत
पर विजय प्राप्त कर ली।
Lakin Ninda ukai kisi parivar ki nahi honi chahiya
Aap ke pass narayana ka aashirwad h kyuki Aisi baat dusra koi bol hi nahi sakta
Satya bachan bandhu
Sahi kaha Shri krishna ko ranchod bhi kaha jata hai.
Aur Shri Krishna ne uus naam ko bhi swikar kar liya.
बी. आर. चोपड़ा जी जैसी महाभारत आज कोई नहीं बना सकता ❤
RIGHT 👍, Jai shree Krishna 🙏🚩
किस किस की प्रशंसा करू? शब्द नहीं है। 🙏🙏🙏🙏🙏
धन्य भारतभूमि!!!🙏🙏🙏🙏🙏
🙏
महाभारत में अर्जुन जैसा सर्वश्रेष्ठ ना तो कोई हुआ है ना ही आगे कभी होगा
भाई साहब अगर एकलव्य और बर्बरीक से छोटे ही थे अर्जुन
@@pkpal4467 Dinge to Karn bhi karta tha sarvashrest hone ka kya hua uska
Abhimanyu was the greatest warrior in The Jay Sahinta I like him very much.
@@pkpal4467 बर्बरीक भी पांडव ही था भीमसेन का पौत्र जय श्री कृष्णा जय श्री श्याम
Jay Jay shree Krishna Radhe Radhe ❤😊
इतिहास में जब भी सबसे सुरमा योद्धा का नाम लेगा तो सबसे पहले अर्जून ही होगा ❤🚩💪
करण
@@pardesiboysRanveerSingh arjun mere laal sony tv se mahabharat dekhna band kr de
Arjun to Phir Arjun hai 🙏🙏🙏
@@rockstargamingpranav440 😂 op reply
@@pardesiboysRanveerSingh❤
अर्जुन ने ठीक ही कहा है जिसकी सारथी सभी विद्या निपुण हो तो उसे कोई नहीं हरा सकता है🚩🚩🚩 इसीलिए अर्जुन ने भगवान कृष्ण को अपना सारथी चुना है🙏🙏🙏
Mankigati to 2:14 😮
krishna ne oonko chuna na ki arjun ne
Nhi bhagwan shree krishna ne Arjun ko chuna ❤
@@subhrajeetbiswal6942 Actually, arjun ne Shri krishna ko chuna tha pandav ki taraf se yudh karne.
Shri Krishna phir arjun ke saarthi banne.
Woh wala part padho jaha arjun aur duryodhan shri krishna se help mangne jaate hai.
मुझे तो कभी कभी लगता है की ये सारे सच में ही अर्जुन दुर्योधन कर्ण थे।
फिरोज खान जैसा कोई अर्जुन ना हुआ ना होगा❤❤❤❤❤❤
Ji
Ryt bhai
Nhi dost...mahabharat padho...
Aaj kal ke serial aur reel wale kuch bhi dikha le... Lekin Arjun to phir Arjun hai ♥️ He is the greatest 🙏🔥
P
tab karn un sabka jesth mahan dhanurdhari divy astro ka gyata tha
Correct
@@BJP123RAMmodi Bhagat yha bhi Aa gya tu Phale pad k Aa 😂😂😂
To ya kya serial to h 😂😂 har serial me Pala tere aurjun ko or real life me bhi geeta pad लाना 😂😂😂😂😂
अर्जुन ने अपनी विरता के श्रेय उत्तर को दे दिया धन्य है अर्जुन
फिर भी अर्जुन तो अर्जुन है
वीर पराक्रमी धनुर्धारी अर्जुन
किसीको वरदान प्राप्त थे तो किसी के साथ प्रभु श्रीकृष्ण खड़े थे
लेकिन विराट युद्ध ये साबित करता है की बिना इन सब चीजों के भी अर्जुन सबसे उत्तम धनुर्धर थे
Na na ye sab false h samjaa
@@avinashsinghyt7597han tu karnbhakt 🤣😂😂😂 karn is fake samjhan arjuna is best ❤❤❤❤ all time
Acha verat yudh me ye sab kiya tha to kurukshetra me kya ho gya tha verat yudh intarpolison hai
@@abhayjoshi179Kurukshetra mein Karn ke paas Vijay dhanush tha, Vijay dhanush Shiv ji ka dhanush hai jo ki parshuram ne Karn ko diya tha, Vijay dhanush jjske paas hota usko harana asambhav tha, Vijay Dhanush agar Dushasan ke paas hota to usko bhi harana sambhav nhi tha, to kya Dushasan kya shreshth dhanurdhar ho jata.
Nahi bhai bina shree Krishna ke aashirwad ke Arjun Har yudh me adhura thha..Arjun ne jitne bhi mahan yudh lare bhagwan Krishna ki chhaya me lare..Arjun to Krishna ke aashirwad ke bina tinka matra bhi nahi..ek yodha bina shree hari ke ashirwad ke bina kuchh bhi nahi 🧡🙏
गीता से ज्ञान मिल्या !! रामायण से राम !! भाग्य से हिन्दू धर्म मिल्या !! और किस्मत से हिंदुस्तान !! हर हर महादेव
@PREM VAGHELA; PREM BHAI, Ramayan se katil Ram mila, Hinduism is a hypocritical religion. It claims to follow the Hindu doctrine of Ahinshs parmo dharma,' while worshiping KATILS and KALPANIC devi devtas. Hindus worship Sri Ram and Krishna, claiming them to be avatars of Vishnu without presenting any evidence in the last 5000+yrs. WHY? It is FALSE. Valmiki Ramayan narrates that Sri Ram murdered Ravan and Khumbhkaran for Sita haran with the help of a monkey, Hanuman, that failed to pluck out a plant growing at the foot of the parvat, yey the monkey, Hanuman, broke apart the parvat. LOL. Hanuman without wings flew across Bharat carrying the parvat like a cargo plane to light a fire to Lanka with its flamming tail to burn the inhabitants to death, committing the world's first genocide.
Prem Ji, Ramayan gave you KATIL, Ram, and a kalpanic flying monkey, Hanuman, to worship. Mahabharath gave a CHORE, PERVERT, and a KATIL. Krishna, who stole 'makhan from the neighbors, lusted at their women bathing at the Yamuna ghats, frequently hiding their clothes to lust longer at their wet, partially nude bodies like a pervert. Krishna intervenes in the Mahabharat ydh encouraging Arjun to do his dharma as a Kshatriya and personally assists as the charioteer in murdering 100 Kauravas to resolve their family feud over the inheritance. Katil Shiva beheaded his son and covered it with a large head of a slaughtered elephant, creating a composite MURDA Ganpathi gave to you and Hindu Samaj to worship for Good Luck and removing life obstacles. Good luck, Premji. Hindu dharm gave you Vicious and kalpanic Durga with eight 8 hands riding a lion, LOL, to worship for strength. Hindu dharm also gave you Kali, the witch, with blood dripping from her tongue. Premji, Hindu dharm, gave you a truckload of KATILS to worship and Gita, FALAELY, claiming to be the verbal discourse between Arjun and Krishna. Facts lead to the truth, and the truth shall set you, Premji, free. Satyemeva Jayete.
No doubt
Absolutely right
अदभुत शब्दो का संयोग है
Bilkul sahi kaha apne.
मैं बहुत भाग्यसाली हु जो महाभारत, रामायण देखने को मिली
बी.आर चोपड़ा जी और सभी कलाकारों (पात्रों ) का दिल से शुक्रिया 🙏🙏
❤❤
You are great women comments
Aisa Siriyal Mhabharat Jaisa Kabhi nhi bnega aur Na Aise Patr *Chopdaji ko Naman
ये ही ओरिजनल महाभारत.....sony Wale कुच्छ भी दिखा रहे ही।।।❤
Krishna jab Pandavon ko lekar Jarasandh ka Vadh karne gaye the tab Karn Jaan gaya tha aur Shishupal aur Karn ka Yudh hua tha. Source- Sony Putra Karn.
😂😂
@@saurabhsharma5115🤣🤣
@@saurabhsharma5115wohi nahi. Abhi to aur hai. Lakshagriha me karna bachane bhi jaa raha tha panodovo ko. Bas thori der ho gaya. Varna bacha hi leta - source sonyputra karna
O to cartoon banaya hai
36:22 नारायण के अतिरिक्त कोई ऐसा नहीं, जिसने पराजय का स्वाद ना चखा हो🙏
अर्जुन का इतना खतरनाक युद्ध यह पहला है जो किसी के रूके नही रूका 👌👌🙏🙏
इससे भी अधिक खतरनाक युद्ध तो Mahabharat के 14ve दिन arjun ne lada था.
5 अक्षौहिणी सेना एक दिन मैं मार दी थी.
Jabki सामने द्रोण-karan-aswatthama-kritverma - कृपाचार्य इत्यादि महारथी थे.
Please kindly send your resume on your work and all that is why you not coming today to discuss about it in a
GOOD EVENING
kyuki mahadev ne arjun se vchan liya tha ki wo apni power ka 25% bhag hi use kre isliye uska wo sb samna kr pare the
Bhai Arjun nei to akele hi 33 bevtao ko bhi haraya tha
वाह अर्जुन ,वाह भीष्म,वाह गुरु द्रोणाचार्य,आप सभी महान योद्धा को प्रणाम!साथ ही महाभारत बनाने वाले को प्रणाम !
Tabhi toh dhoke se Mara tha karan ko😂
@@LalitshrivastavvAur tere Karn ne b dhokhe se mara tha Abhimanyu ko... Abhimanyu nihattha tha jab usko mara.. Aur btau Karn ne kitna adharm kiya tha???? Tv serials dekhne ke bajay ek bar Mahabharat book padh le.. phir pta chalega ki kaun mahan h.. Arjun ya karn
@@LalitshrivastavvChutiye Pehle Mahabharat pad Jake u lugaio ki tarah natak dekh ke mt aayo
Arjun ne tho sbko hila diya karan bhi bahta hua najar aaya
Karan tho arjun k नाखुन बराबर भी nhi
Arjuna never fought any war with his full strength
⏬️⏬️🗿🌼🌼🌼
वाह अर्जुन वाह, तुम्हारी वीरता को मेरा प्रणाम। तुमने अकेले ही पूरी कौरव सेना को परास्त कर दिया जिसमें कैसे बड़े बड़े यौदधा थे।
इस समय तो भगवान श्री कृष्ण भी आपके साथ नहीं थे
और ना ही अंगराज कर्ण को ये पता था कि तुम उसके भाई हो ।
और कर्ण के कवच और कुंडल भी उसके पास थे।
तुम्हें देख कर मुझ जैसे अकेले व्यक्ति में भी साहस आया कि अगर दृढ़ निश्चय हो तो अकेला आदमी भी बहुत कुछ कर सकता है।
हिम्मत ए मर्दा मदद ए खुदा।
Lakhan Singh dhoka Diya Krishna ne Karan ko
@@jhalawartecnoshobharam5004 भगवान श्री कृष्ण ने कर्ण को कोई धोखा नहीं दिया था। जो व्यक्ति पापी और अधर्मी का साथ देता है उसके हिस्से निराशा और पराजय ही आती है फिर चाहे वो कर्ण जैसा दानवीर ही क्यों न हो।
कर्ण ने कवच और कुंडल दान किए तो बदले में उसे अमोघ शक्ति अस्त्र प्राप्त हुआ जिसे वो अर्जुन पर चलाना चाहते थे जबकि उसे पता था कि अर्जुन उसका भाई है।
कर्ण जीवन भर अर्जुन से नफ़रत करता रहा और नफ़रत किसी को महान नहीं बना सकती ।
@@jhalawartecnoshobharam5004 kya dhokha diya bta
🔥
Agar karan ke kavach aur kundal uske pass the toh usse koi teer kaise lag sakta hai explain krega koi kya bakwaas hai
अर्जुन: युद्ध में पराजित होने वाला भी आदरणीय होता है 🙏🙏🙏🙏
इसमें कुछ भी नहीं दिखाया अर्जुन को
महाभारत पढ़ने पर पता चलता है कि वास्तव में अर्जुन कितना महान था
Right bro .
Correct
Arjun ne aag laga dii thii iss yudh main, bahut khukhaar thai iss yudh main. Par isme bo dikha nahi paaye
😂
Shri Krishna devay namah Om Shri Krishna devay namah Radhe Radhe
अर्जुन वो नर था जो महाभारत युद्ध को मात्र एक पल में एक तिनके से समाप्त कर देता सभी योद्धा उसके सामने तुच्छ थे यदि विश्वास नहीं होता तो पूर्व इतिहास से ज्ञान प्राप्त करे
One Side Arjun verses other Side Whole Kuri Army ..
It itself proves everything
Now some karna fans will come and say virat war is an interpolation 😂😂😂
Kuri nahi kuru hota hai
Arjun vs Drupad Army
Arjun vs Kuru Army (virat war)
Arjun vs Trigad Army (Sushrma Attacked virat Nagar on 13th day if war)
Arjun vs Nishad kavach (more then 3 cr)
Arjun vs kuru army (14th of Kurukchetra)
Arjun vs 🐍 Army (khandav Van)
Arjun vs others (drupadi Savambhar)
Or kitne example chahiye. Jb arjun ne akele puri army ko hraya ho.
@@shomachakraborty2690 😂😂😂😂
@@shomachakraborty2690 Bhai Virat Yudh is almost complete Gau Grihan Parva of Mahabharata, ab ek pure पर्व को interpolated kaise bol dete hai samjh nahi aata
Arjun was arjun😎😎😎
अपने घाव से निकले रक्त को प्रणाम करो युवराज ..आज तुम तरुण हो गए❤
एक अकेला कितनो पर। भारी पड़ रहा है
एक अकेला 100 ।100 पर भारी
अर्जुन फिर अर्जुन है ❤
गुरु द्रोणाचार्य
श्री अर्जुन से बड़ा धनुर्धर कोई नहीं होगा आगे आने वाली पीढ़ियों में,,,,,,,❤️🙏🏼🙏🏼
Tau ram ram 😂😂
@@sachinjaatnehwal2929 😂😂
Nhi Karn h
@@kakandihjuniors4462dekha ki kaise bhaaga tha karn
@bollywoodsongs4700 abe chtuiye vo krishna he unke bhagne me bhi karan hota he
Arjun ❤️ my favourite from my childhood 😊
Same ❤
भारतवर्ष तो योद्धाओं का देश है 👌👌
सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन के लिए like kro
The Son of Lord Indra👑
An Avatar of Lord Vishnu 🌀
With The Grace of Lord Shiva 🔱
The Undefeated Warrior Prince
Mahanayak A R J U N🔥👑🎯🏹
❤ he was nar and krishna was narayan ❤
Jai Nar-Narayan
He is not avatar of lord vishnu 😂😂
@jatinrajput6449 He is Nara
@@itsentertainment5166 yes exactly
@@jatinrajput6449he is nar(ansh of Vishnu)
Kalyug makes Karn famous🤪
But Dwaparyuga ruled by This Man 🤩❣️
A R J U N🔥👑😌🚩🏹🤫
Dwaparyug 's hero was Sri Krishna ji
@@anuradhaanu1513 Yes! Krishna-Arjuna❣️
Lord Krishna Said that "Those who loves Arjun then they also loves me and those who hates Arjun then they also hates me"
They Both Are Nar-Narayan ❣️
No kidding. I do find Karna interesting, but he is overrated and glorified nowadays. Krishna and Arjuna are the best.
Yes! Arjun toh arjun hai ❣️
Mahabharat:-
Nayak - arjun
Mahanayak - krishna
❤❤कर्ण तो कभी धर्म का मार्ग चुना ही नहीं। जिसे एक सती वेश्या लगे भला वो कैसे धर्मी हो सकता है। वह बहुत घमंडी था जो हमेशा अर्जुन से जलता, प्रतिस्पर्धा रखता था श्रेष्ठ धनुर्धर बनने की इच्छा में, पर आजतक कभी भी उसे सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर की उपाधि किसी ने नहीं दी। इस सब से विपरीत अर्जुन किसी से प्रतिस्पर्धा नहीं रखते थे। उन्हें तो पूरा संसार ही सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर की उपाधि दे दी थी। उन्हें तो स्वयं परशुराम शिष्य द्रोणाचार्य जी ने ही सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर की उपाधि दे दी। जिनकी वीरता की प्रसंशा करते भीष्म, द्रोणाचार्य, कुलगुरु कृपाचार्य,श्री कृष्ण जी मैं कितना प्रसन्न हूं कि मेरी मृत्यु संसार के सबसे महान योद्धा के हाथों हुई। यदि अंगराज कर्ण को तुम्हारे सिवा कोई और मारता तो उसे अपने जीवन से भी दुःख होता और अपनी मृत्यु से भी। यह है अर्जुन की वीरता, पराक्रम, शौर्य। श्री कृष्ण जी ने सुभद्रा हरण के समय कहा-"महादेव के अतिरिक्त कौन है जो उसे युद्ध में हराने को सोच भी सके। अर्जुन जैसा सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर,अपराजित योद्धा आज तक कोई दूसरा जन्म ही नहीं लिया। वे एक आदर्श, चरित्रवान महामानव थे। उनकी वीरता का कोई ओर अंत ही नहीं था जिसे सारे दिव्यास्त्र, स्वयं महादेव, आदिशक्ति मां, श्री कृष्ण, इन्द्र और अग्नि देवों का आशीर्वाद प्राप्त हो। महाभारत युग में केवल अर्जुन नाम से ही शत्रुओं की रात की नींद उड़ जाती थी। अर्जुन नाम से ही शत्रु के चेहरे की मुस्कान गायब हो जाती थी। BR Chopra Mahabharat स्वयं इसका प्रमाण है जहां हर पहलू में अर्जुन नाम का प्रश्नचिन्ह सबके चेहरे पर एक खौफ बनकर विद्यमान था। कलयुग में धर्म,सत्य(अर्जुन) को छोड़कर अधिकांशतः अधर्म (कर्ण) का पक्ष लेंगे पर महाभारत की भांति ही ईश्वर सदैव सत्य,धर्म का ही साथ देंगे चाहे भले ही कोई भीष्म/द्रोणाचार्य/कर्ण ही क्यों ना हो।❤❤भाइलोग पूरा पढ़ो यदि पढ़ सको तो- वाह जिसका ek नाम विजय bhi था, "पांडवों ke अतिरिक्त aise kaun hai जो aajtak kisi se पराजित नहीं हुये" Shree Krishna ne Karn se uski pahchan ke wakt kaha ये वाक्य. And कर्ण ने अर्जुन को शूरवीर भी कहा. Shree Krishna ji ne kaha Rukmini haran ke wakt अर्जुन ke bare me kaha - महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे युद्ध में हराने को सोच भी सके. महान और अद्भुत कथन. Br Chopra Mahabharata me dekho. Har jagah Arjun ko hi सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर kaha gaya hai. Wo chahe Virat yudh, Jaydradh wadh, Guru दक्षिणा me Drupad ko bandi banana , Draupadi स्वयंबर, Ya Shree Krishna ka aakar Draupadi ke पूर्वजन्म की रहस्य बताना कि उसने महादेव जी से क्या मांगी जो यह है कि एक ऐसा पति मिले कि jo परशुराम ji jaisa धनुर्धर, हनुमान ji jaisa Balwan धर्म ka ज्ञाता, सहनशीलता and बुद्धिमान and सुन्दर aisa ki samaya bhi dekhta rahe ka, चित्रांगदा ko mili wardan jo ki yah ki use only one person his named Arjun dwara धनुर्धर विद्या me parajit hona, and अर्जुन का चित्रागंदा ke लक्ष्य भेदे huye बाण ko बीचोबीच चीरना aur चित्रांगदा ko अचंभित करना इत्यादि ka उदाहरण लेकर देख लो BR Chopra Mahabharata me तब आपलोगों को पता चलेगा कि अर्जुन कौन था. धर्म की ही सदैव जीत होती है. परशुराम जी ने कहा - विजय पर पांडवो का अधिकार है सूर्यपुत्र कर्ण. यह भी सत्य है कि अर्जुन को ब्रह्मास्त्र,पशुपातास्त्र सहित संपूर्ण दिव्यास्त्रों का भी ज्ञान था जिसका प्रयोग अर्जुन ने युद्ध में किया भी नहीं. उसे भगवान् शिव, श्री कृष्ण, अग्निदेव, इंद्र, हनुमान और स्वयं आदिशक्ति माँ दुर्गा जी का भी आशिर्वाद प्राप्त था. श्री कृष्ण के बाद अर्जुन ही परमवीर थे. महाभारत के प्रारंभ में ही लिखे श्लोक में भगवान श्री कृष्ण(नारायण) के साथ ही अर्जुन(ॠषि नर जी के अवतार) को भी नमस्कार किया गया है.❤❤ थकते उसके समान भला दूसरा कौन हो सकता।
❤💙🙏🙏वभ्रुवाहन अर्जुन का पुत्र था, यह बात अर्जुन को ज्ञात नहीं था।फिर भी रक्त,रक्त को पहचान ही लेता है।
पहले ही मिलन में वभ्रुवाहन को देखकर न जाने क्यों अर्जुन का प्यार उसपर उमड़ने लगा। अर्जुन का उसे देखकर उसपर पर पुत्र जैसा प्यार उमड़ने लगा। अतः अर्जुन उसका वध नहीं करना चाहते थे।
❤❤"तु अर्जुन को गदा युद्ध में परास्त नहीं कर सकता वभ्रुवाहन,तुझे किसी और सस्त्र का प्रयोग करना होगा"❤❤अर्जुन से गदा युद्ध में न जीत पाने पर ये बात वभ्रुवाहन ने स्वयं से कहा। फिर उसने भाला युद्ध किया,उसमें भी वह अर्जुन से न जीत सका,फिर उसने तलवार युद्ध किया,उसमें भी वह अर्जुन से न जीत सका,
फिर उसने धनुष-बाण युद्ध किया, उसमें भी वह अर्जुन को परास्त नहीं कर सका।❤ अंत में उसने "मां गंगा का दिया हुआ "अर्जुन वध" के लिए" वो बाण का प्रयोग किया किंतु उसने सोचा- मैं अपनी माता को क्या मुंह दिखाऊंगा क्योंकि चित्रांगदा ने अर्जुन को केवल परास्त करने को कहा था उसका वध करने को नहीं।
अर्जुन की मृत्यु के बाद चित्रांगदा ने रोते हुए वभ्रुवाहन से कहा- मैंने उनको केवल परास्त करने को कहा था पुत्र,उनका वध करने को नहीं;
❤💙 🙏🙏तो फिर वभ्रुवाहन ने कहा-
माते -"अर्जुन आपके वर्णन और मेरी कल्पना से कहीं अधिक वीर था"
❤"यदि मैं उसका वध नहीं करता (मां गंगा का दिया हुआ अर्जुन से उनकी प्रतिशोध के कारण वो बाण द्वारा) तो वो मेरा वध कर देता। "❤
🙏🙏 ❤💙अर्जुन को वभ्रुवाहन ने नहीं अपितु मां गंगा ने मारा क्षल से उसके पुत्र के रूप में क्योंकि अर्जुन अपने पुत्र का वध तो नहीं न करते।
❤💙अन्यथा ॐपशुपतास्त्र भी था केवल उनके पास पूरे महाभारत युग में जिसके फलस्वरूप श्री कृष्ण जी भी नहीं हरा सके अर्जुन को एक युद्ध में (अर्जुन का एक राजा का प्राण बचाने के युद्ध में)
❤💙🙏🙏अतः मेरे अनुसार अर्जुन को केवल भगवान महादेव ही परास्त कर सकते थे। ❤❤ये बात स्वयं श्रीकृष्ण जी ने भी कहा सुभद्रा हरण के समय-♥️💙"महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे(अर्जुन) युद्ध में हराने को सोच भी सके"; अद्भुत वाक्य ❤❤🙏🙏
जय श्री कृष्ण🙏🙏
Arjun Karn dono barabar ke yodha they isme koi Shak nhi hai Mahabharat Mai likha hai 13 varsho tak Karn ke dar se yudhishthir so nhi paya padavo ne Arjun ko lekar yudh lada kaurav ne Karn ko lekar yudhishthir kha rhe ye sb Mahabharat stri parav Karn ka sataya Mai likha hai
Lo ek or arjun ka Putra mil gya 😂😂
@@manishfuleriya549 अर्जुन का पुत्र नहीं, अर्जुन supporter, Puri duniya Arjun ka supporter hai. आज भी अर्जुन का नाम आपको अर्जुन पुरस्कार के रूप में एवं द्रोणाचार्य पुरस्कार के रूप में मिलेगा परंतु कर्ण पुरस्कार कहीं नहीं है
Tu karn ka hai andhbhakt 😂😂😂 pura dekh or aa kr comment me tati kr😂😂
अर्जुन की युद्ध कुशलता को देखकर ऐसा लगता है कि स्वयं महादेव चाहे उसे रोक सके बाकी तो महाभारत में ऐसा कोई सा बी र नहीं है जो अर्जुन को प्राषत कर सके सके
पहली बार शाहरुख ना आकार सिद्ध महाभारत परिचय आया। दिल खुश हो गया
Wo hakla hamesha mazaa kirkira kar deta hai
@@Rahul-rajput439dharm aur prem sikhaane waale shows dekhte huye bhi nafrat hi sikhi
you're like duryodhana
एकदम सही ❤🔥❤🚩
Nobody could have done the role of Arjuna better than Firoz Khan ....so much so that it kind of feels like Arjuna would surely be like this ...Firoz Khan ji salute from my side 🙏🙏
He was changed his name to Arjun then why you are calling firoz
He had to change his name to Arjun because people would object a Muslim actor playing a Hindu warrior
@@karanbhela2590 no bro there was a famous celebrity feroz khan due to this confusion were there with him so he on suggestion of br Chopra changed it to arjun
@@DeepakKumarShukla-xe4ku they killed two birds with one stone. One, his name being same as Feroz Khan. Two, his religion. People had an objection on writer of this serial also because writer was Muslim. Arjun was a central character to this epic.
@@karanbhela2590 jo bhi ho lekin sony wale se bahut better banayi thi iss mahabharat ko
अर्जुन तो आखिर अर्जुन है 👌👌👌
kya arzun ki tarah es yug me tirandazi nahi sikhi za sakti..
wo bhi vigyan tha aur ab bhi vigyan h
@@dyaramchoudhary9563 mere mann ki baat boli bhai tumane main bhi yehi baat sochata hu hamesha
Paramveer arjun
@@286sam mere hisab se missile. tir kaman ka bada rup h ...yadi vigyan ko sukhsam rup esme dala zaye missile dhanush rupi parkhsyepatr per aa sakti h...Dost es bare me maine zo soch vichar kiya tha usko likhkar DRDO me bheza tha...unka koi zawab to nahi aaya...lekin mere likhane ke bad unhone Dhanush missile lonch ki thi....Dost apun dono zo sapana drkh rahe h wo pura ho sakta h ...kyonki aaz mujhe pata chala ki es duniya me koi ak zana aur bhi h zo meri tarah sochta .maine es bare me gahan addyan kare 25_30 page me mere vichar bheze the....kya apun dono fir se surwat kare...tirandazi ke bare me apne vichar sanjha kare
Bhai yeh possibe h...kyonki apke alawa ak aur bhai ne meri soch ka support kiya h...kalam ne kaha tha ki kisi renovation. ki yyadi. .0001 sambhawana ho to us per kam karne me lag zana chiye...sir maine tirndazi per kafi kuchh soch rakha h ki ye kaise chalti thi...chalo milkar kuchh achha kare...sabhi apne vichar bataye aur unko telli kare
Ye hai real mahabharat
Yes bhai. Yahi asli Mahabharat hai 🫸🫷
Aajkal kr serial me bas karan ko mahan aur powerful dikhate hai. Ye bhool jate hai. Ki Shri Krishna kiske saarthi bane the 🫸🫷
Right bhai
वाह अर्जुन आपका सम्मान और बढ़ गया मेरे हृदय में क्योंकि आप हारे हुए को भी सम्मान देते है और दूसरों को भी हमेशा वही बात कहते है कि जिसे अगर हरा दिया उसका अपमान मत करना उत्तर।
क्या बात कही है आप ने अर्जुन
Bhai mera coment pad le video par mat ja geeta pad le ja kar arjun dar kar bhag gaya tha youdh me se
@@divanshchauhan3907 Ha tera karn baap ne aake bola tha arjun bhag gaya tha 😆🤣🤣🤣😂
@@divanshchauhan3907 konsi serial me🤣🤣
@@divanshchauhan3907 ye sayad suryaputra karn serial se gyan liya he 😂🤣🤣🤣🤣🤣🤣
@@10swastiksai37 Sony putra karna hai vo😂
Aisa MAHABHARATA Koi bana hi Nhi sakta, What a true dedication each Actor given to their role, Hats off to the BR Chopra team for creating history 🙏🙏🙏 .
Ha fake virath judh hain isliye 😂😂
@@boss9495 Virat yudh fake tuje kon kaha re sale. Ho tu to pagal hai. issley Virat yudh ko fake keye raha hai sale. Vagora karn ka vagora vakth.
@@boss9495Haan kyunki yaha adharmi Sonyputra ka mahanta Jo dikhai nahi di 😂😂.
Pure goosebumps 🔥🔥🔥 in every dialogue and every scene💪 ❤️ hats off to creater of this masterpiece
Kapduejm😅
Dr.Rahi masoom reja
@@foysalkhannijhum5168 þ
एक दासी भी नारी होती है आत्मसम्मान पर किसी दासी का किसी महारानी से अधिकार कम नही होता.. दासी होना दुर्भाग्यपूर्ण हो सकता है.. किन्तु केवल दुर्भाग्य के कारण किसी को तिरस्कृत करना स्वयम विधाता को तिरस्कृत करना है. इसलिए अपने दास और दासियों के प्रति सदेव अच्छा व्यवहार करो... अर्जुन.... ❤ कितने महान विचार थे.. सर्वश्रेष्ठ अर्जुन के... अर्जुन जेसे योद्धा को ये भारत वर्ष सदेव याद रखेगा.. अर्जुन वास्तव मे महान थे.. ❤❤
Karn's fan base and Daily soaps make u realise that we are in the dark age of Kalyug
you are right brother
But No One Change the Reality bro
That Arjun was is and will be the Mahabharata Hero🤏
@@nikhil_1998 sony effect
@@biswadeepkangsabanik5183 no bro, It's Kalyug effect
People likes evil more than Good
@@nikhil_1998 Yes of course I agree with u...
अर्जुन एक महान योद्धा थे। नमन है ऐसे योद्धा पे जय श्री कृष्ण🚩
@@akashrathod_2005 kaise 😂
@@akashrathod_2005 karn koi yoddha nahi tha usme toh ego aur envy bhara hua tha. arjun ek mahan yodha aur mahan bhakt tha🙏
@@akashrathod_2005 🤭😂😂😂😂😂😂 bs kr bhai marega kya hansa hansa k😂😂 aur aisi slaah kon deta h😂😂😂
बिलकुल
@@bimalsheel5707
Ggye6g.
YWwswwswhwh
Arjun was on Fire in this Battle .. Dominated the entire Kaurava Army ..
And some people think Karna was better 🤦♂️🤦♂️
vo log sony putra corona dekhkr aaye hote hai
@@khattimeethithings3915 to aap galati kiye
Karn ki jindgi me itna bhi dukh nahi tha 🙏🙏🙏
🙏🕉️🙏🚩🚩Jai Shri Radhe Krishna 🙏 🕉 🙏🚩!!!!!!!!!
@@khattimeethithings3915 अपने पता नहीं क्या पढ़ लिया। क्युकी कर्ण को जन्म से ही सूर्य देव की शक्ति प्राप्त की थी। जबकि अर्जुन ने सब कुछ सिखा था। और अर्जुन और कर्ण 3 बार युद्ध करते है, और हर बार वोही हारता है। कर्ण अभिमन्यु को दोखे से मरता है, उसका पाप ही उसके मरने की वजह बनता है।
Aur karn ko shrap b mila tha jiski wajah se wo hara bhale hi use peda hote se hi vardan mile ho, lekin wo vardan b kis kam k aaye. Aur na hi maa baap ka sath.
गायो की रक्षा करता हुवा ऐक राजपूत योधा 💯💯😈😈🗿🗿
कर्ण कर्ण है तो अर्जुन अर्जुन हैं । सर्वश्रेष्ठ धनुधारी अर्जुन को सत सत नमन।🙏
आप भूल गए कर्ण को हराना नामुमकिन था
@@bakeelgurjar556 tab bhi har gya
@@4AIM108 उसके पास दिग्विजय धनुष नही था कर्ण नशे में भी था,वापस भी आया था,,आप भूल गए शायद
@@bakeelgurjar556 pahli baat to ye virat war me karna nashe me nai tha jak concept clear kro
Arjun is great warrior 🙏🏿🙏🏿
Everybody is Gangster Till You See The MONSTER (A R J U N)🤙👑🔥🏹🦁
Karan was the better (monster) 💀
@@gagangagansira1298 and u know that better 🤣 ... Arjun was unbeatable greatest of all.. he was born to fight and also a great student ! Karan was about defeating Arjun, while Arjun was fighting for his family n brothers. Imagine he was jus fighting for alone... ,How destructive he would have been...
@@gagangagansira1298 Sony tv दिमाग चबा जाने वाला और सोच समझ का अपहरण कर लेने वाला monster है, अर्जुन से भी प्रबल monster sony tv
Yahan Koi picture ki baat nahin chal rahi
Maha Yodha Shri Krishna bhagwan Hamara Itihaas Hamare ist hai hay aur Rahenge
That' why there is Arjun award given in archery 🏹💪🏻
In whole over sports in India.
Not only archery....this award given to all sports
मुझे गर्व है कि में एक सनातन हु
Arjun is unstoppable 🔥🚩
Pubg
Uttara is so lucky to have learnt dance from her own father in law ❤️
अत्यंत सुंदर धारावाहिक ना सिर्फ इसकी कहानी अच्छी है बल्कि ज्ञान की बातें भी इस धारावाहिक में प्रचुर मात्रा में भरी हुई है। ऐसा धारावाहिक कभी आगे बन नहीं सकता है। इतना सुंदर हर एक पात्र का अभिनय 🙏🙏
Best
Fuuuy
AA l kol no bhi ci
🙏🕉️🙏🚩🚩Jai Shri Radhe Krishna 🙏 🕉 🙏🚩!!!!!!!!!
🙏🙏🙏
कोन कोन महाभारत सच्ची घटना मानता है जो की अटल सत्य है यह कहानी नही अकीकत हैं 🎉🎉
अर्जुन का सामर्थ्य विराट युद्ध 100% बयान करता है ❤️❤️
Vxfgnjvb ओचबैओ
Arjun me Etna saamrthya nhi tha guru dron,bhismpithamh,karna ka dhanush kaat sake bas mix kar diya gya hai
@@rabishdubeyom9771 mahabharat pd
@@harsh312harshh padho bhai
@@rabishdubeyom9771 to tv serial chodke mahabahrat pd arjun ne virat yudh me karan bheshm dron sabko kai baar haraya tha 14 vr din ke mahabharat yudh me bhi kai baar bheeshm ko chhodke sab ko haraya tha
Yadi iss yudh me Arjun sbka vadh kr dete to..kurushetra yudh hota hi nhi...dhanya hai vo Arjuna....jisne kbhi apni maryada nhi bhula...😇🙏
Adhura gyan dukh deta hai kabhi Geeta padhna .....kuch bhi nhi tha Arjun ya pandav ek din ka yud chod 1 dhanta nhi pakd pate sab kripya us bansi wale ki thi ......
Hai ek yodha aesa bhi tha but usse bhi gyan hai is yud ka veejeta kon hai kya dekha .....jai shree krishna
yadi aap arjun ko aisa krne ke suggestion dete toh shayad arjun aap ke baat maan jate😂😂😂😂😂😂
एस@@@@@@
@@rahulwadhwa5366 😂😂 लगता है तू कर्ण अंधभक्त है
इस लिए पांडव को नीचा दिखाने के लिए ऐसा बोल रहा है
और मूर्ख भगवान की कृपा भी जो उसके लायक हो उसको ही मिलती है
थोड़ा सोच समझ कर बोला कर
कृष्ण सिर्फ गीता ज्ञान देने के लिए अर्जुन के साथ थे क्योंकि वो युद्ध लड़ता ही नही सामने अपने स्वजन को देख कर
पांडवों को हलवा समझ रक्खा है क्या
अगर अर्जुन पूरे मन से युद्ध करता तो १ दिन में युद्ध खत्म कर देता
@@yashraj9739 m kon hota hu kissi ko nicha dikhane wala jo hakikat thi wahi bataya hai bhismbitama karn or pandavo ke guru vo vo insan tha shyad unke Siva unhe koi Hara nhi sakta tha ......jab yudh me barbarik ji jisse hum khatursham ke name bhi jante hai vo chahate tho 2 he tir se yudh khtam kar sakte tha ....jinse bhagwan shree krishna ne shish ka dhan managa tha .....or last me jab yudh khtam hua tha tho pandavo me m ae gayi thi 5oh bhai apne aap ki yudh ka nayak samjh Raha tha ......tab barbarik ji se karish ne pucha apne yudh me kya dekha or kon nayak hai is yudh ka ......tab barbarik ji ne bataya tha mujhe tho yudh me sirf perbhu ka chaker chalte dikha .....tho yahi hai is yudh ke nayak...
Or hai sabhi he yodha mahan tha m kissi ko nicha ya ucha nhi bata raha ...
युद्धस्थिर - अगर लहू की एक बूंद भी धरती पर गिर जाती तो इस राज्य की सीमा मिट जाती ( अर्जुन अपने भाई का लहू देख लेता तो) 🙏🙏
🙏🙏🙏
युधिस्टिर महाराज धर्म की ध्वजा थे इसलिए लहु नही गिरने दिया,अनथ्र हो सकता था
😂😂 or jb arjun ki wife panchali ko bina kpdo ke kr rha tha tb kaha tha arjun ka tej 😅😅
@@abhishekkushwaha7759 पाँचाली का वस्त्र हरण इतना सहज नहीं था। क्योंकि पाँचाली याज्ञसैनी थी, पावकः पवित्रोस्मि। अर्थात पवित्र करने वालों में अग्नि है। यह तो एक लीला था। जयतु श्रीजानकीराघवेन्द्रं।।
@@abhishekkushwaha7759 aa gye gandgi krne vale 😀
युद्ध में हारने वाला भी आदरणीय होता है.... अर्जुन ❤
हे महान धनुर्धर अर्जुन...आप स्वयं ही शत्रुओं के लिए काल समान हो. सभी योद्धाओं को सम्मान कैसे देना है कोई आपसे सीखे...
O bhai maro mujhe maro
karn se bada dhanurdhan koi nahi
@@vikashkumar-mz2tv w̤a̤h̤ r̤e̤ s̤e̤r̤i̤a̤l̤ g̤y̤a̤a̤n̤i̤ k̤b̤h̤i̤ b̤o̤o̤k̤ p̤d̤h̤i̤ b̤h̤i̤ h̤a̤i̤ l̤a̤w̤d̤ṳ
I will
O
The way Arjuna is striking each arrow is commendable. No one can play better Arjuna then him.
Doh
It's serial
Hii
@@mohitrathore1513 yes that a topic in which we can debate. I too love Karna more than Arjuna but we must not compare each other. Both were GOAT.
@@ishanpant55 yes but I just wanna let u know that ur statement is not correct.
कर्ण की पहली बार में फाड़ कर रख दिया कुंती पुत्र अर्जुन ने 🙏🙏🤓
🌝🌚
आपकी भाषा शैली तो बहुत गंदी है । पूर्वजों के लिए ऐसी भाषा बोलना तुम्हारे गलत संस्कारों का परिचय दे रहा है।
Ryt
Haa lekin hisda roop me kash aise hi Mahabharat yudhh ke time lad leta bina kisi dhokha k 😂😂 tb fat jati abhi to vo apne kavach ka use hi nhi kiya😂😂😂
Itna mahan tha phir bhi karn se isko bachane ke liye itna dhokha😂😂😂 ye kya h budhhu 😂😂😂
जय श्री कृष्णा वासुदेवाय नमः ॐ 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩⛳
Legend Arjun was greatest warrior in Mahabharata, no one can beat this beast 🙏🙏🙏🙏
Arjun akela baki sabko hara diya this is real yodha legend arjuna
Jis virat yudh me arjun ne akele teen teen maharthiyo ko hara diya .... aur kuruksretra ke yudh me pure 5 pandav krishna hanuman sabhi milke bhi un teeno maharathiyo ko kapat karke harana pada... thoda logic laga diya bhai aur kuch nahi 😂😂😂😂😂😂😂😂😂
3jodhdha apne mon se hara
@@Giabimks wrong fact vyas mahabharat padho TV wali mahabharat dekh ke gyan na do
@@Giabimks agar us din mne logic lga Lia hota toh aaj tu na hota
Mohammad Ali, Myc tyson bhi uski saat hara tha, jisku unone ek e panch main hara diya tha.
Kurukshetra yudh main Jivon lena tha. Yudh ki pehele 13 din tok Bheeshma or Guru Dron Pandava ku behi marne chahata, Pandava bhi un duno ko marne nehi chaha. Ye tha main reason.
Yudhirtistir is a symbol of "DHArMA",!!! ❤️❤️❤️
Arjuna always second hero in Mahabharat after Krishna vasudev yadav 🔥🔥🔥
So this is the only mahabharat where we see Arjun winning
Nowadays directors have no guts to show karn loosing a single battala
Exactly,I don't know why Karn is shown is a hero nowadays
Modi is OBC. So they show Sooth Putr Karn winning always😁.
@@HeartistMurali Sad ( but truth) nowadays 😓
It's not guts it's for TRP!!!!
@@HeartistMurali Not due to modi they have an agenda even there ws a serial abt ekalavya usko bhi mahan banadiya
Everyone focused on Virat war of Best Archer Arjuna. But the conversation between Arjuna and Uttar was too much learn able. A maid has not less right on respect than a queen. How adorable line.
But best archer surely can't win against so many second best archers😁😁
@@HeartistMurali Who are they??? 🤔🤔🤔
@@subhankarsahu980a tiger can beat a group of lion bheeshma, leopard drona, panther ashwatthama, barking dog Karna and puppy Duryodhana.
Many Great Titles given to Arjuna :
Partha -> Descendant of Pritha Lineage
Dhananjaya -> Acquirer of Great Wealth
Vijaya -> The Undefeated in Battle
Gudakesha -> One who has conquered Sleep (He could stay awake for Days in Battle)
Savya Sachi -> One who can wield and use a Bow in Both Arms (Right or Left Handed)
Kaunteya -> Son of Great Kunti, Who recieved blessings from the Gods
Jishnu -> Second Vishnu on Earth
❤
Kiriti, Vibhastu, Parantap,Mahabaho,Madhyam Pandav,Matrunandan
Aap logo ke comment dhekhke may bahut khus hun❤❤
Arjun was , is and will always remain as the greatest warrior of mahabharata
Faltu me Bhisma ko chhal se mara , Dronacharya ko aur Karna ko
sharm aani chahiye Arjun to kahi muh dikhane layak nhi
@@AshokKumar-pn5pz abe faltu me nhi mara tha
Hello
@@reshabhjauhari1427 Jab apne kabiliyat se nhi mara to kaha ka best ???
@@Dipeshchauhan10 Bilkul sahi apart from Elder of Panadvas he was far mre than that.
Mera toh dil ro pada jab Yudhishtir apna blood dhone lage 😢
Iska parinaam uttra Kumar and.apna praan Dekar.chukaya mats naresh ne ( in final war)
भाईयों जिन लोगो ने ये किरदार किये है दिल जीत लिया.. पूरी कायनात का... आज कल के इन गधो ने पुरे महाकाव्यों की मिट्टी कर दि है... पितामह भीष्म का किरदार दुनियां मे मुकेश खन्ना जैसा कोई माई का लाल नहीं कर सकता... सही कहा ना मेने
Realty njr aati h is Mahabharat m
Kumar Amit Shastri Bhajan Singer Jaipur ha vai thik aa kaha.
Ajkal to mahabharat nehi uske nam pe director ka man garan kahani banti hai
Sach mochh bro
Haaa bilkul mukesh khanna ki baat to alag hai
sahi bat hai
बचपन मे अधुरा देखा हुआ महाभारत आज लक डाउन मे देखने का अवसर मिला आज मै 35 बर्ष का हु पूरा महाभारत देख रहा हु हर एपिसोड। कुन्ती पुत्र अर्जुनका तिर चलाने के अन्दाज के लिये एक लाइक किजिये 🙏🙏
सही बात है ।
New Bali dekho💯
@@ankurop2633 itni jyada khaas nahi
Good
Yes sahi baat hai
❤❤कर्ण गुरु परशुराम जी कौरवों की सभा में कहते हैं -त्रिलोक में ऐसी कोई सेना नहीं जो उस सेना को हरा सके जिसमें स्वयं गुडाकेश अर्जुन हों❤❤
❤💙🙏🙏वभ्रुवाहन अर्जुन का पुत्र था, यह बात अर्जुन को ज्ञात नहीं था।फिर भी रक्त,रक्त को पहचान ही लेता है।
पहले ही मिलन में वभ्रुवाहन को देखकर न जाने क्यों अर्जुन का प्यार उसपर उमड़ने लगा। अर्जुन का उसे देखकर उसपर पर पुत्र जैसा प्यार उमड़ने लगा। अतः अर्जुन उसका वध नहीं करना चाहते थे।
❤❤"तु अर्जुन को गदा युद्ध में परास्त नहीं कर सकता वभ्रुवाहन,तुझे किसी और सस्त्र का प्रयोग करना होगा"❤❤अर्जुन से गदा युद्ध में न जीत पाने पर ये बात वभ्रुवाहन ने स्वयं से कहा। फिर उसने भाला युद्ध किया,उसमें भी वह अर्जुन से न जीत सका,फिर उसने तलवार युद्ध किया,उसमें भी वह अर्जुन से न जीत सका,
फिर उसने धनुष-बाण युद्ध किया, उसमें भी वह अर्जुन को परास्त नहीं कर सका।❤ अंत में उसने "मां गंगा का दिया हुआ "अर्जुन वध" के लिए" वो बाण का प्रयोग किया किंतु उसने सोचा- मैं अपनी माता को क्या मुंह दिखाऊंगा क्योंकि चित्रांगदा ने अर्जुन को केवल परास्त करने को कहा था उसका वध करने को नहीं।
अर्जुन की मृत्यु के बाद चित्रांगदा ने रोते हुए वभ्रुवाहन से कहा- मैंने उनको केवल परास्त करने को कहा था पुत्र,उनका वध करने को नहीं;
❤💙 🙏🙏तो फिर वभ्रुवाहन ने कहा-
माते -"अर्जुन आपके वर्णन और मेरी कल्पना से कहीं अधिक वीर था"
❤"यदि मैं उसका वध नहीं करता (मां गंगा का दिया हुआ अर्जुन से उनकी प्रतिशोध के कारण वो बाण द्वारा) तो वो मेरा वध कर देता। "❤
🙏🙏 ❤💙अर्जुन को वभ्रुवाहन ने नहीं अपितु मां गंगा ने मारा क्षल से उसके पुत्र के रूप में क्योंकि अर्जुन अपने पुत्र का वध तो नहीं न करते।
❤💙अन्यथा ॐपशुपतास्त्र भी था केवल उनके पास पूरे महाभारत युग में जिसके फलस्वरूप श्री कृष्ण जी भी नहीं हरा सके अर्जुन को एक युद्ध में (अर्जुन का एक राजा का प्राण बचाने के युद्ध में)
❤💙🙏🙏अतः मेरे अनुसार अर्जुन को केवल भगवान महादेव ही परास्त कर सकते थे। ❤❤ये बात स्वयं श्रीकृष्ण जी ने भी कहा सुभद्रा हरण के समय-♥️💙"महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे(अर्जुन) युद्ध में हराने को सोच भी सके"; अद्भुत वाक्य ❤❤🙏🙏
जय श्री कृष्ण🙏🙏
♥️♥️🙏🙏 सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन तो कभी भी किसी से पराजित नहीं हुए।
♥️💙विराट युद्ध में केवल अकेले ही पूरी हस्तिनापुर को जिसमें भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य, अश्वत्थामा,कर्ण जैसे योद्धा थे जिनमें से प्रत्येक अकेले ही एक सेना के समान थे को परास्त किये दो दो बार सभी को।
♥️💙द्रुपद जिसे कर्ण पूरी हस्तिनापुर सेना के साथ मिलके भी नहीं हरा पाए उसे केवल पांच पांडव ही विशेषकर अर्जुन ने बंदी बनाकर अपने गुरु को सौंप दिए।यह है सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन की वीरता।
♥️💙जयद्रथ वध के समय पूरी कौरव सेना मिलकर भी एक अर्जुन को नंही रोक सके जयद्रथ वध से और अर्जुन ने अपनी प्रतिज्ञा भी पूरी कर ली,ऐसा बाण चलाये जिससे जयद्रथ का सिर उसके पिता की ही गोद में जा गिरा और अर्जुन के प्राण भी बच गए।
♥️💙 अर्जुन की वीरता का ऐसा भय था सब में कि जयद्रथ रात में ही हस्तिनापुर छोड़ अपने राज्य भागने लगा, द्रोणाचार्य, कर्ण के रहते हुए भी,यह है सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन का पराक्रम।
♥️💙B.R Chopra महाभारत देखिए उसमें इस बात का वर्णन कहीं नहीं है कि हनुमान जी अर्जुन के रथ पर विराजमान थे, यह बात केवल नये वाले महाभारत में दिखाया गया है कलयुग में अर्जुन को कमजोर साबित करने के लिए।
♥️💙अर्जुन निहत्थे कर्ण पर बाण नहीं चला रहे थे परन्तु श्री कृष्ण जी के ये कहने पर की आज धर्म की बात करने वाले यह अंगराज कर्ण ने कैसे सबके साथ (8-8 महारथियों के साथ) मिलके एक अकेले अभिमन्यु वध किया,तब वो भी पैदल ही था और इसी की भांति निहत्था भी। तब जाके नर अर्जुन ने कर्ण पर बाण चलाये।
♥️💙 भीष्म पितामह इच्छा मृत्यु के वरदान का कवच लेके युद्ध में उतरे तो क्या यह उचित था,उनका वध तो कोई देवता भी नहीं कर पाते,फिर भी अर्जुन उनके वध का कारण बने।
♥️💙द्रोणाचार्य जी को भी यह वरदान प्राप्त था कि स्वयं उनके अतिरिक्त उन्हें कोई और नहीं हरा सकता था, फिर भी अर्जुन ने उन्हें कई बार परास्त किये। भला वो अपने गुरु का वध तो नहीं न करते, उन्होंने तो धृष्टद्युम्न को भी रोका अपने गुरु का वध करने से।अपने गुरु का वध उनके लिए तो महापाप था, इसलिए तो उन्होंने नहीं किया।
♥️💙 पूरे महाभारत में केवल एक अर्जुन
के पास ही सभी दिव्यास्त्रों सहित अमोघ अस्त्र पशुपातास्त्र था जिसके प्रयोग से पूरी सृष्टि का विनाश संभव था, फिर भी उन्होंने उसका प्रयोग मानवों जैसे कर्ण,भीष्म, द्रोणाचार्य पर नहीं किए। उसे बचा कर रखें और महाभारत युद्ध के बाद उसका प्रयोग अमोघ अस्त्र सुदर्शन चक्र के विरुद्ध किए अपनी बचाव में श्री कृष्ण जी के विरुद्ध। फिर श्री कृष्ण जी से भी वह परास्त न हो सके।
♥️💙 अतः महादेव के अतिरिक्त और किसी के लिए अर्जुन को परास्त करना सरल नहीं था।
❤️💙गांडीव धनुष अर्जुन की वीरता नहीं थी ,उनके सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर होने का सबसे बड़ा कारण उनकी सीखने,अभ्यास करने की अद्भुत लगन थी।
❤️💙 उनके 10 नाम हैं जिनमें एक नाम उनका विजय भी है, एक सव्यसाची जिसका अर्थ है जो दोनों हाथों से समान बाण चलाता हो, एक गुडाकेश जिसका अर्थ है जिसने निद्रा पर विजय पा ली हो।
❤️💙अर्जुन ऋषि नर श्री कृष्ण नारायण के अवतार थे, महाभारत के प्रारंभ में लिखे श्लोक में श्री कृष्ण जी के साथ साथ अर्जुन(ऋषि नर) को भी प्रणाम किया गया है इससे बड़ा अब क्या चाहिए।
❤️💙हनुमान जी के अर्जुन के रथ पर होने का प्रमाण,रथ के 10 कदम पीछे हटने वाली बात ये सभी BR Chopra महाभारत में कहीं नहीं है इसका जिक्र नये वाले महाभारत अर्जुन को कमजोर साबित करने के लिए बनाया गया है जबकि BR Chopra Mahabharat पूर्ण सत्य एवं प्रामाणिक है।
❤️💙कर्ण भगोड़ा था एक पूरी हस्तिनापुर के सेना के साथ मिलके भी एक अकेले द्रुपद को नहीं हरा सका जिसे केवल पांच पांडव ही विशेषकर अर्जुन ने बंदी बनाकर अपने गुरु को सौंप दिये।
❤️💙अर्जुन का सामना जब भी कर्ण से हुआ तो हमेशा कर्ण अर्जुन से परास्त हुआ ये बात उसने स्वयं भीष्म पितामह से कही और इसका कारण भी जानना चाहा।
❤️💙जयद्रथ वध के समय पूरी कौरव सेना मिलकर भी अर्जुन को जयद्रथ वध करने से न रोक पाए जिसमें कर्ण,द्रोणाचार्य,अश्वत्थामा भी शामिल थे और अर्जुन ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी भी की और अर्जुन जीवित बच गये।
❤️💙आचार्य द्रोण जब ब्रह्मास्त्र की शिक्षा दे रहे थे तब उसमें अर्जुन ही केवल ब्रह्मास्त्र के सीखने योग्य पाए गए एवं कर्ण अयोग्य पाया गया।
❤️💙सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन को आदि शक्ति जगदंबा, भगवान शंकर,देवराज इंद्र एवं स्वयं नारायण भगवान का आशीर्वाद प्राप्त था भला उसे कोई कैसे हरा सकता था जिसके पास पाशुपतास्त्र था।
❤️💙स्वयं भगवान शंकर ने भी अर्जुन की वीरता की प्रशंसा की है एवं उनकी वीरता से संतुष्ट हुए और उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पाशुपतास्त्र भी दिया।
❤️💙जब सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन पाशुपतास्त्र के लिए तपस्या कर रहे थे तब उन्होंने कहा कि मेरी यह दशा केवल भगवान शंकर,आचार्य द्रोण,पितामह भीष्म,देवराज इंद्र के अतिरिक्त कोई और नहीं कर सकता था अर्थात उन्होंने कर्ण का नाम नहीं लिया, अर्थात अर्जुन का वध करने की क्षमता केवल इन्ही व्यक्तियों में ही था❤️💙 इसके विपरीत जब सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन ने करण का धनुष तोड़ा द्रौपदी स्वयंवर में तो कारण ने अर्जुन के गुरु को प्रणाम किया एवं कहा- कर्ण का धनुष केवल गुरु परशुराम,आचार्य द्रोण,पितामह भीष्म, देवराज इंद्र एवं अर्जुन के अतिरिक्त कोई नहीं तोड़ सकता था अर्थात उसने अर्जुन का भी नाम लिया परंतु अर्जुन उस समय कर्ण का नाम नहीं लिये।
❤️💙सुभद्रा हरण के समय श्री कृष्ण जी अर्जुन के बारे में बलराम जी से कहते हैं कि- महादेव के अतिरिक्त कौन है जो उसे युद्ध में हारने को सोच भी सके।
❤️💙राजकुमारी असांवरी स्वयंवर के समय कर्ण ने दुर्योधन से कहा - संसार में अर्जुन के सिवाय और कोई मेरे सामने टिक नहीं सकता था मित्र स्वयं उसने यह बात कही परंतु अर्जुन ऐसा कभी नहीं कहे जिसमें कर्ण का जिक्र हो।
❤️💙श्री कृष्णा जी कर्ण के जन्म का रहस्य उन्हें बताते हुए कहे कि पांडवों के अतिरिक्त ऐसे कौन है जिन्होंने आज तक पराजय का स्वाद नहीं चखा।
❤️💙द्वापर युग में श्री कृष्णा जी ने पहले ही कह दिया है कि ऐसा कलयुग आएगा सब लोग अर्जुन छोड़ कर कर्ण कर्ण चिल्लायेगा।
❤️💙मैं जानता हूं कलयुग में लोग अर्जुन को छोड़कर कर्ण अर्थात अधर्म को मानेंगे एवं स्वीकार करेंगे।
।❤❤भाइलोग पूरा पढ़ो यदि पढ़ सको तो- वाह जिसका ek नाम विजय bhi था, "पांडवों ke अतिरिक्त aise kaun hai जो aajtak kisi se पराजित नहीं हुये" Shree Krishna ne Karn se uski pahchan ke wakt kaha ये वाक्य. And कर्ण ने अर्जुन को शूरवीर भी कहा. Shree Krishna ji ne kaha Rukmini haran ke wakt अर्जुन ke bare me kaha - महादेव के अतिरिक्त और कौन है जो उसे युद्ध में हराने को सोच भी सके. महान और अद्भुत कथन. Br Chopra Mahabharata me dekho. Har jagah Arjun ko hi सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर kaha gaya hai. Wo chahe Virat yudh, Jaydradh wadh, Guru दक्षिणा me Drupad ko bandi banana , Draupadi स्वयंबर, Ya Shree Krishna ka aakar Draupadi ke पूर्वजन्म की रहस्य बताना कि उसने महादेव जी से क्या मांगी जो यह है कि एक ऐसा पति मिले कि jo परशुराम ji jaisa धनुर्धर, हनुमान ji jaisa Balwan धर्म ka ज्ञाता, सहनशीलता and बुद्धिमान and सुन्दर aisa ki samaya bhi dekhta rahe ka, चित्रांगदा ko mili wardan jo ki yah ki use only one person his named Arjun dwara धनुर्धर विद्या me parajit hona, and अर्जुन का चित्रागंदा ke लक्ष्य भेदे huye बाण ko बीचोबीच चीरना aur चित्रांगदा ko अचंभित करना इत्यादि ka उदाहरण लेकर देख लो BR Chopra Mahabharata me तब आपलोगों को पता चलेगा कि अर्जुन कौन था. धर्म की ही सदैव जीत होती है. परशुराम जी ने कहा - विजय पर पांडवो का अधिकार है सूर्यपुत्र कर्ण. यह भी सत्य है कि अर्जुन को ब्रह्मास्त्र,पशुपातास्त्र सहित संपूर्ण दिव्यास्त्रों का भी ज्ञान था जिसका प्रयोग अर्जुन ने युद्ध में किया भी नहीं. उसे भगवान् शिव, श्री कृष्ण, अग्निदेव, इंद्र, हनुमान और स्वयं आदिशक्ति माँ दुर्गा जी का भी आशिर्वाद प्राप्त था. श्री कृष्ण के बाद अर्जुन ही परमवीर थे. महाभारत के प्रारंभ में ही लिखे श्लोक में भगवान श्री कृष्ण(नारायण) के साथ ही अर्जुन(ॠषि नर जी के अवतार) को भी नमस्कार किया गया है.❤❤ थकते उसके समान भला दूसरा कौन हो सकता।
2024 में कौन-कौन महाभारत देख रहा है
Bharta ka log he bhai ❤❤
Ek to bhai aap dekh rahe ho aur dusra Mai baki ka pata nahi
Me😂😂
Yes
Mai 😊
Ab महाभारत कोई नही देखता अब सूर्य पुत्र कर्म वाले हीरो बताते हैं कर्ण को 😂😂😂
Sahi kaha😂😂
Pehle Suryaputra Karn ke bare me padh ke aao ,Aghyani balak
Pehle last yudh dekh karn Arjun ko chhor diya or agli baar. Arjun ne Karan ko kapat se mara
@ramkishanahirwar6072 Source : Sonyputa 😂corona 😂
@@Desi_adda_in_canadachal bhag Sonyputa corona fan. Mahabharat padd ke aja
Yudhishthir had great level of tolerance & patience. Kitna kuch saha already without complaining, and that pawns thrown at his teeth, would have hurt & led to retaliation, but he still took that in his stride. Hats off to Yudhishthir 👏👌👍
ua-cam.com/users/shortshSmDB5dvU_g?feature=share
Isiliye toh bhagwaan krishna ne unhe Samrat chuna tha
Ji ha
yudhisthir is made from two words Yudh and Sthir means who can control himself in condition of war that is Yudhistir
🙏🕉️🙏🚩🚩Jai Shri Radhe Krishna 🙏 🕉 🙏🚩!!!!!!!!!
Even while playing Brihannala, the masculinity and the handsomeness is highlighted ten folds. What a great actor Arjun .
parshuram is a overrated warrior who was clowned by bhishma many times fairly
parshuram also lost to 11 year old bacha shri ram who was not fully grown or at his maximum capability
this parshuram is a joke
🙏🕉️🙏🚩🚩Jai Shri Radhe Krishna 🙏 🕉 🙏🚩!!!!!!!!!
@Abhi-shek TI. no
@@redspirit5885 Shri Ram is God u fool
True
Arjun was the Greatest Warrior
Because his father was lord Indra
(King of God's) plus He was Rishi Nar Avatar ( Lord Vishnu's Incarnation)
He was portion of Indra as well as Part of Lord Vishnu 💯
Arjun = Indra's Power+ Vishnu's Power
Karn = Surya's power+ demon Saharskavach who had 1000 kavachs, in those 1000 kavachs, 999 kavach destroyed by Nar Narayan (Krishna Arjuna). Only one left
Itne bhi bhakt na ho jawo ki Arjun ko naryan manane lgo lord Vishnu k sare incarnation me Arjun ka naam kahi ni aata check kro phir bolo
@@knowledgeispower5035
I am not saying Arjuna was Vishnu's incarnation but Arjuna's previous birth rishi Nar was incarnation of Lord Vishnu. So indirectly, Arjuna was also part of lord Vishnu, I am not saying incarnation here, I said that he was ansh of lord Vishnu.
Nar-Narayan were the twin incarnation of lord Vishnu in satyuga.
There is Nar-Narayan Temple in Badrinath.
Arjun was Nar
And Shri Krishna was Narayan
That's why Arjuna was Dearest to Shri Krishna ❣️
@@knowledgeispower5035 sahi me bro kuch v bol rha h krishn ji the vishnu ji ke avtar na ki arjun
@@nikhilraj1812 mere bhai arjun Avatar nahi the lekin ansh the Vishnu ke kyunki arjun Rishi Nar ke avtaar the aur Rishi Nar Vishnu ke Avtaar the.
🙏🕉️🙏🚩🚩Jai Shri Radhe Krishna 🙏 🕉 🙏🚩!!!!!!!!!
Arjun phir bhi Arjun hai 💪 Arjun jesa koi nhi 🙏
This episode has a separate fanbase😍!!!
According to Shiva Dhanurved,
Arjun was the Third Best Archer after Lord Shiva and lord Ram.
According to Vedvyas,
Who wants to learn archery must takes 10 names of Arjun before practicing it.
Plz don't compare him with karn 🙏
Arjuna The Mighty Archer👑🏹
🙏🙏
आपने बिलकुल सही नोटिस किया, जहा जानबूझकर कर conflict generate किया जा रहा है।
ये नया तरह का जिहाद है।
कर्ण, अर्जुन, अश्वथामा, भीष्म और कृपाचार्य
सारे बराबर के ताकतवर थे, ओर सबकी महारथ अलग अलग चीजों मे थी , फिर भी जान बूझ कर conflict पैदा किए जा रहे हैं।
और अगर सवाल यही बनाना है, की सबसे ताकतवर इंसान कोन था, तो इसका जवाब इनमे से कोई नहीं होगा। ताकतवर बर्बरीक था
ताकतवर का comparison इसलिए नही किया जाता है क्योंकि सभी लगभग बराबर ताकतवर होते हैं, लेकिन उनमें सब के पास कुछ न कुछ ऐसी खासियत होती है जो बाकियों से अलग एवं ताकवर बनाती है ।
दूसरा बात, कुछ छद्म जिहादी अर्जुन को फिरोज खान से जोड़ रहे हैं, उनको जवाब मिल रहा है वो भी अर्जुन ही थे, तो भी बेशर्मी के साथ इसको लिखे जा रहे हैं।
।,
@@yourquest2291 ये भड़वे कभी आए तो ।
बहुत हुआ इनका नाटक ।
कभी रावण को राम से बड़ा , दिखाते हैं, कभी किसी और को
Karna was better archer than Arjun... Arjuna was able to win only because Lord Krishna (supreme power) was with Arjuna. because Arjuna was on dharma side.
@@pchandrashekhar3122 no karn was not better Archer than Arjun, he lost to Satyaki, Bheem, Gandharvs, Abhimanyu and Mahanayak Arjun many times. He couldn't save his son from Arjun and also he couldn't save jayadrath. Karn was 1/4th of Arjun. Arjun killed 7 ashkauni sena alone on 14th day. He killed abhimanyu cowardly.
Arjun was known as "Savyasachi" because he can shot arrows with both the hands with equal speed. Karn was not Savyasachi.
Arjun knows 5 modes of archery, karn doesn't knows.
Look at the grace of prince uttar. He could have taken the credit easily. True kshatriya ! India is a land of great warriors.
Yes 🙏
But all Hindu kings lost to Mughals. Forgot? 😁
@@HeartistMurali like any kingdom there is a rise and fall of an empire. India is no different. Change is the universal rule. However, we did not upgrade ourselves with time and were out of technology upgrades to say the least in addition to mutiny and treason by our own people. It also needs to be noted that mughals also had to face stiff resistance from marathas, south indian kings and they were unable to conquer north east region, parts of south india and maratha kingdom. They ruled a large part of subcontinent but not complete :)
@@HeartistMurali Maratha Empire defeated Mughals. From which world you're living in???
@@harryjamespotter9437 also read about bappa Rawal he defeated muslim invaders and captured land till Iran
Arjun in Mahabharat is like Sachin Tendulkar in cricket ❤❤❤
And the other one is Vinod Kambli 😂.. Maine kisi ka naam nahi liya.. nahi to Sony Wale aaa jayenge 😂😂
भारत के इस महान इतिहास को
स्कूलों में पढ़ाया नही जाता ये बड़े
दुर्भाग्य की बात है
मै इस महान इतिहास को नमन करता हूँ
Aaj tak hume galat itihas ke alava aur kuch sikhaya nahi
Padhaya gya h ma jab 7 me that tab Hindi ki 2 book hoti thi aur abhi bhi hoti h jinme ek Baal Mahabharata ki h aur ye books cbse me h me delhi me rehta hu pr mujhe yeh nhi pta ki state board me ye books h ki nhi so,you are wrong shivam D
Humne pdha h Bhai
Hamare pass bchpn m mahabharat ki book hoti thi
Humme bhi iss mahaan Mahabharata ko school mai padhaya gaya tha . Parikhsa mai hamesha avval aata tha mai mahabharata ke prashno mai.
Mahan itihas yahi hai ki jaydat ke liye ek he khandan ke chachere bhaiyon ke bich aapas me he ladayi huyi thi.
Ab suryaputra karna jesa serial dekh kr kuch log aayenge...aur Virat war ko jutha btayenge😂
Sach baat yaar
Karan, Arjun se bara beer tha..or karan ke pass kaboj tha, vishma ne kinnar ke sath yudh nehi ki.. Ish virat parb me..
@@amitavapatra7933uncle Mahabharat padho
Nahi bhai galat bol rhe ho
Suryaputra karn dekh ke nhi ayenge sonyputra karn dekh ke atte hai ye log 😂
Bhai Karna ke paas Vijay Dhanush nhi tha, usne Bina Vijay Dhanush ke Arjun ke Gandiv ka kuchh baan kaat diye.
Arjun.. the one man army... 🔥🔥🔥
Hi
Nothing without Shree Krishna
@@anirbanghosal5030 see.. This was virat yudh without shri krishna... One man army arjun🔥
Just see the war well.. Bhisma Pitamah and the Acharyas don't want to kill arjun and the question about Krishna? Krishna is always with Arjun. Just sometimes he is shown and sometimes not
Not only Arjun but aslo no one can defeat Bhisma Pitamah, Guru Dron and Kripacharya but with the blessings of Shree Krishna and on the path of Dharma Arjun defeated them
Arjun won because he was on the path of Dharma
Arjun to phir Arjun hai ❤
Arjun what a Legend...🔥🔥🔥🔥
Ghanta
@@chanchreekgunjan4255 ekta kapoor ka serial dekhoge To ghanta hi bologe
@@chanchreekgunjan4255 Jao lauda apne tv k suryaputra karn serial apka pratiksha kar raha hain
😂😂 Der mat karo .. Karn ne shayad arjuna ka badh kar diya .. jaldi utsab karo 😂😂
@@shubhranilnag6733 😂😂👍👍
@@shubhranilnag6733 ha ousme sirf karn ki hi bat ki matlab sirf karn hai our koi nhi hai mana karn accha youdha tha lekin arjun jitna nhi woh ek asabhye youdha tha usne panchali ko vaisha kha our nihathe abhimanyu ko mara ye asabhye nhi toh kya tha our koi ye nhi khe sakta ki arjun ne ne bhi chal se mara woh arjun ne dharm ke liye mara our dharam ke bich me karn aya mana karn ke sath bohot anaye hua lekin woh ek samay ke bad matured ho gya tha fir bhi karn ne bohot annaye kiye karn ne adharm ka sath diya isliye uske sath yesa hua agar woh bhagwan shri krishna ki mann leta toh esa nhi hota.
Ussain Bolt - Fastest Runner of Kalyug
Sonyputra Corona - Fastest Runner of Dwapar Yug
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🙏🕉️🙏🚩🚩Jai Shri Radhe Krishna 🙏 🕉 🙏🚩!!!!!!!!!
यह युद्ध सिद्ध करता है कि अर्जुन कर्ण, द्रोण,पितामह भीष्म आदि धनुर्धरों से भी श्रेष्ठ है।
जय श्री कृष्णा।
Karan ke fan apni mummy ko bhi karan ke pas bhejte hoge fir durodhan ke sath milkar karan uska rape karta hoga yahi to h asli karan ki aukat aur uske tattu fans ki bhi
Aapne sahi kahan magar aaj kal ke bache jo english kitabe parr kar apne aap ko gyani mante hain we vastav main mahabharat ka gyan nhi rakhte aur karne jaise abhimani aur asabhaya yodha arjun se shreshth btatae hain aur samjhte hain ki karn asli nayak tha parantu satya toh yeh hain ki arjun ji sabse shrestth the jabhhi swayam bhawan shri krishna ji ne unka saath diya hamare nav yuvakon ko itihas ka gyan hona chahiye main aapke saath hun kshitiz indraguru ji
You can never compare Krishna with anyone.
@@AkashSingh-ko9wx Mai Arjun Ko sresth manta Hun lakin Karan bhism aur Dronacharya bhi mahan purush the kyuki Bhagwan Shree Krishn bhi unka Samman karte the ye baat samgho .
Jay janradan
Shivam Dwivedi ha bhai
अर्जुन अकेले सबपे वारी, बीर योध्य अर्जुन ❤