Higher court use bail de hi dega... because for judiciary every woman is victim and abused even if she does a crime and every guys are evils...thars why We still have gender biased laws..🎉agar female judge hui to definitely mil bhi jayega even if her crime is serious..🎉I have seen many such cases 🎉
संलग्न पुलिस अधिकारी जो अभियुक्त के खिलाफ विवेचना किया था, नाबालिग पिड़िता और न्यायिक अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जिन्होंने ने निर्दोष पर झूठा मुकदमा चलाया।
लड़की से ज्यादा सजा उन लोगों को मिलनी चाहिए जिन लोगों ने साबित कर दिया कि लड़के ने रेप किया है ! किस तरह से सबूत जुटाए कि जो हुआ ही नहीं वो साबित कर दिया ! जबकि जो हुआ होता है उसको साबित करना भी काफी मुश्किल है तो जो नहीं हुआ उसको हुआ साबित करने के लिए तो कृत्रिम साक्ष्य गढ़े गए होंगे !
सही कहा .. 👍👍, रेप हुआ ही नही तो लड़की का मेडिकल रिपोर्ट मे रेप कैसे साबित हुआ? याने की ये सब बनी बनाई साजिश हो सकती है और इसमे लड़की की माँ, लड़की की जाँच करनेवाला डॉक्टर और पुलिसवाले शामिल होंगे ।
Higher court use bail de hi dega... because for judiciary every woman is victim and abused even if she does a crime and every guys are evils...thars why We still have gender biased laws..🎉agar female judge hui to definitely mil bhi jayega even if her crime is serious..🎉I have seen many such cases 🎉
एकदम न्याय संगत सजा सुनाई गई हैं ऐसे निर्णय लेकर भारतीय न्यायालय से खेलने वाले लोगो को सीख मिलेगी व माननीय न्यायमूर्ति जी का दिल से धन्यवाद प्रकट करता हूं 🇮🇳 जय हिन्द
यदि देखा जाए तो यह निर्णय सही और सराहनीय लगता है ।लेकिन गहराई मे जाकर देखेंगे तो पाएंगे कि एक निर्दोष लडके को सजा कैसे दी गई ? क्या यह उस न्यायालय की विफलता नहीं है जो पर्याप्त विवेचना किये बगैर एक निर्दोष को सजा दे गई । भले ही इस गलती को ढांकने के लिए उतनी सजा लड़की को दे दी गई । पर क्या न्यायालय उस लडके और उसके परिवार को वह मान सम्मान, समय और वह संत्रास लौटा पाएगा जो उसने झेला है । मै सिर्फ इस निर्णय से संतुष्ट नहीं हूं । ऐसे देश में और भी हजारों प्रकरण है जिनमे फर्जी केस दायर किए गये है । न्याय पालिका और पुलिस भी मानती है कि 60-70% फर्जी केस.है ।
मैं आपसे पूर्णतः सहमत हू क्या उस लड़की के साथ न्यायालय और पुलिस कर्मी भी दोषी नहीं है जिन्होंने बिना साक्ष्य और जांच के किसी निर्दोष व्यक्ति को सजा दिया जिससे उस व्यक्ति के मान सम्मान पर गहरा प्रभाव पड़ा क्योंकि हम एक सभ्य समाज के अभिन्न अंग है और समाज इस प्रकार के कृत्य के लिए चाहे वो झूठा ही आरोप क्यों न हो कभी स्वीकार नही करती अगर न्यायालय ने इतना उस लड़की को सजा दिया भी है तो न्याय न्यायपूर्ण नही है
बिता हुआ समय और जो अपमान उस लड़के और उसके परिवार ने सहा और मानसिक दबाव,,वो कभी नही बदल सकते। कंपनसेशन दे कर भी उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। ऐसे केसेज में compensation सिर्फ उसके आगे की जीविका कमाने में मदद कर सकता हैं और कुछ नही। झूठे केस करने वालो को कानून सख्त सजा नही देगी तो रोक कैसे लगेगी। इसमें सिर्फ झूठा केस करने वाला ही नहीं बल्कि जो भी उसमे भागीदार हैं , उन्हें भी वही सजा मिलनी चाहिए , बिना ये सोचे कि इसकी भागीदारी कम थी या ज्यादा। ऐसे सख्त कदम से ही फर्जी केस की गिनती कम हो सकती हैं।
श्री मान न्याय कर्ता को बहुत बहुत धन्यवाद🙏🙏🙏 सही मायने मे यही पे" समानता " के अधिकार का अहसास हुआ है, अब यहां पर " लड़का -लड़की " एक समान वाला नारा सही बैठता है😊😊
कानून का दुरुपयोग करने वालो को ऐसे ही सजा मिलनी चाहिए। झूठा केस करने वाले को वही सजा मिलनी चाहिए जो आरोप सिद्ध होने पर आरोपी को मिलती। तभी ये सब रुक सकता है ।
तो हमे बताइए क्या यह न्याय न्यायसंगत या तर्क संगत है क्या सच में उस व्यक्ति को न्याय मिला जिसने अपने जीवन के 4 - 5 वर्ष बिना अपराध जेल में व्यतीत किया हो अगर न्याय मिला भी तो क्या उसको वो मान सम्मान और उसका सबसे बहुमूल्य समय उसे मिल सकेगा विचार जरूर कीजियेगा मेरा तात्पर्य हमारे न्याय व्यवस्था से है क्या पुलिस प्रशासन ने उचित रूप से कार्य किया था क्या उस केस का उचित रूप से जांच हुआ था जिससे व्यक्ति को निरपराध सजा दिया गया
पीड़ित ने जो समय गवाया, जो उसने और उसके परिवार ने अपमान सहा, मानसिक यातना झेली, उसकी कोई भरपाई नहीं हैं। वो बदला नही जा सकता। कंपनसेशन देकर सिर्फ उसकी आगे की जीविका कमाने में मदद हो सकती हैं, जो गलत हुआ उसकी भरपाई नहीं। लेकिन ये भी सच हैं की जब तक ऐसे लोगो को सख्त सजा नही मिलेगी, ये रुकेगा नही। इसमें न सिर्फ फर्जी केस करने वाले बल्कि जो भी भागीदार ही उन्हें वही सजा मिले जो आरोपी को मिलती, वो भी बराबर। ये नही की इसकी भागीदारी कम थी तो कम सजा, जो होता भी हैं। क्योंकि वो सब मिल कर किसी और को वो सजा दिलाना चाहते थे, उन्हें अच्छे से पता था कि क्या हो सकता हैं , फिर भी किया, तो खुद भी भुगते।
@@Kanha-rd4ke जो बीत गया और जो कुछ निर्दोष ने सहा और उसके परिवार वालो ने, उसकी तो कोई भरपाई नहीं। सजा देकर या कंपनसेशन देकर, कोई भी पास्ट को नही बदल सकता, जो उस लड़के और उसके परिवार ने सहा। एक तरह से ये उस परिवार की बरबादी हुई। उसकी क्या भरपाई। लेकिन फर्जी केस में तभी कमी आएगी जब सख्त सजा हो। और सजा वही मिलनी चाहिए जो उस आरोपी को मिलती। चाहे इसमें झूठा केस करने वाला हो या उसकी मदद करने वाले। सबको बराबर सजा मिलनी चाहिए। क्योंकि उन लोगो को अच्छे से पता होता ह की जो केस उन्होंने किया ह उसका क्या परिणाम हो सकता ह। तो कोई रियायत नहीं । लेकिन जब बात आती ह इस तरह के केस की, जिसमे लड़किया ऐसे इल्जाम लगाए , तो सजा ज्यादा होनी चाहिए।
सही लोगों को सजा देने पर न्यायालय को भी सजा होनी चाहिए..इतना सब कुछ बदल रहा है तो ये क्यों नहीं..कौन से ऐसे जज़ बैठे है जिनसे ढंग से न्याय भी नही हो रहा ... ( पहले लोगों को झूठे केस में फसाते हैं फिर पैसा लेकर छोड़ देते है) अब से कोई गलत जजमेंट दे तो उसी पर कार्यवाही होनी चाहिए..जैसे पुलिस या कोई आला अफसर बर्खास्त कर दिए जाते है..तो ये जज क्यों नहीं
माननीय न्यायाधीश ने बिलकुल सही फैसला दिया है, कानून का दुरपयोग कर किसी को भी झुठे आरोप में फंसाने पर यही सज़ा सबसे उत्तम है साथ ही सारा कानूनी खर्च व पीड़ित के किमती समय की बरबादी के लिए अतिरिक्त मुआवजा भी मिलना चाहिए।
सही निर्णय। केवल जितने के लिए झूठ नही बोल सकते। लड़कियोको खास। पर इसमें पोलिस पे और मां पे भी कारवाही होनी चाहिए अगर दोषी है तो। लड़की पे शायद मां का प्रेशर था
हमने पुरानी किताबों से पढ़ा है जिसमें कहा गया है कि करने वाले से ज्यादा दोषी करवाने वाला होता है। मैं इस निर्णय से पूर्णतया संतुष्ट नहीं हूं क्योंकि जिस समय की यह बात थी बालिका की महज 15साल की आयु थी। ऐसे निर्णयों से ही हमारा समाज इस स्थिति पर पहुंचा है। वह समय दूर नहीं है जब न्यायालय का भी सम्मान नहीं रह पायेगा।
When the girl gave the false statement, she was a minor. so why was she punished Why was his mother not given punishments? 🤔 I don't understand this case 😬
हम पूरी लड़की जाति से हाथ जोड़कर यह निवेदन करते है कि आप किसी के भाई, किसी के बेटे या किसी के पिता पर झूठा आरोप न लगाए ऐसे मे सबकी प्रतिष्ठा पर आंच आती है और जिसके साथ ऐसा हादसा होता है तो लोग उस पर संदेह करने लगते हैं की लड़की झूठ बोल रही हैं, आपको कानून ने छूट दे रखी हैं तो इसका मतलब ये नही की आप किसी को सजा दिलाने के लिए इतना नीचे गिर जाए, अगर आप पुरष वर्ग से सम्मान चाहती हैं तो पुरष का भी सम्मान करना आपको आना चाहिए
हां सर मानता हूं प्लीज शो में कुछ परसेंट केसेस फर्जी होते हैं पर कुछ कुछ केशव पर इतना दबाव डाल दिया जाता है कि वह असली होते हुए हकीकत होते हुए भी प्रशासन के सामने प्रत्यक्ष रूप से रख नहीं सकते हैं जबकि गवर्नमेंट इतना सपोर्ट करती है ऐसा प्रशासनिक इतना सपोर्ट करता है फिर भी कुछ दिग्गजों की वजह से होने वाले हजारों बहू बेटियों के साथ दुष्कर्म के अभी भी दवा दिया जाता है जो प्रशासन तब ना तो पहुंच आती है ना उनको अपनी बातें बता पाती हैं sirf Apne hi apni Parivar ko bachane ke chakkar mein
सजा सिर्फ लड़की को ही नही ,
उसकी मां,
पुलिस वाले
और उस जज जिसने पूर्व में अजय राघव को सजा सुनाई थी इन सभी को जेल होना चाहिए।
😂😂😂😂
Bilkul sahi kaha
लड़की के साथ सजा मां को भी मिलनी चाहिए थी क्योंकि यह सब मां के कहने पर ही हुआ था
Yes
Yes
Only maa ko Laski ka isme koyi does nahi hai
Her mother is Abettor..
Higher court use bail de hi dega... because for judiciary every woman is victim and abused even if she does a crime and every guys are evils...thars why We still have gender biased laws..🎉agar female judge hui to definitely mil bhi jayega even if her crime is serious..🎉I have seen many such cases 🎉
यह तो बहुत अच्छा निर्णय दिया हैं जज साहब ने, सभी जज साहब ने इसी तरह से जजमेंट देने चाहिये 💐👌🙏
संलग्न पुलिस अधिकारी जो अभियुक्त के खिलाफ विवेचना किया था, नाबालिग पिड़िता और न्यायिक अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जिन्होंने ने निर्दोष पर झूठा मुकदमा चलाया।
😂😂😂😂
लड़की से ज्यादा सजा उन लोगों को मिलनी चाहिए जिन लोगों ने साबित कर दिया कि लड़के ने रेप किया है !
किस तरह से सबूत जुटाए कि जो हुआ ही नहीं वो साबित कर दिया ! जबकि जो हुआ होता है उसको साबित करना भी काफी मुश्किल है तो जो नहीं हुआ उसको हुआ साबित करने के लिए तो कृत्रिम साक्ष्य गढ़े गए होंगे !
सही कहा .. 👍👍, रेप हुआ ही नही तो लड़की का मेडिकल रिपोर्ट मे रेप कैसे साबित हुआ? याने की ये सब बनी बनाई साजिश हो सकती है और इसमे लड़की की माँ, लड़की की जाँच करनेवाला डॉक्टर और पुलिसवाले शामिल होंगे ।
ऐसे ही निर्णय व जजों की जरूरत है।
Very good
Exactly
Lol ,cheap justice
This Judge deserves to be called as Your Honor 😊😊😊
Higher court use bail de hi dega... because for judiciary every woman is victim and abused even if she does a crime and every guys are evils...thars why We still have gender biased laws..🎉agar female judge hui to definitely mil bhi jayega even if her crime is serious..🎉I have seen many such cases 🎉
Mummy ko bhi saja milni chahiye और बेटी se jyada
Right
एकदम न्याय संगत सजा सुनाई गई हैं ऐसे निर्णय लेकर भारतीय न्यायालय से खेलने वाले लोगो को सीख मिलेगी व माननीय न्यायमूर्ति जी का दिल से धन्यवाद प्रकट करता हूं 🇮🇳 जय हिन्द
यदि देखा जाए तो यह निर्णय सही और सराहनीय लगता है ।लेकिन गहराई मे जाकर देखेंगे तो पाएंगे कि एक निर्दोष लडके को सजा कैसे दी गई ? क्या यह उस न्यायालय की विफलता नहीं है जो पर्याप्त विवेचना किये बगैर एक निर्दोष को सजा दे गई । भले ही इस गलती को ढांकने के लिए उतनी सजा लड़की को दे दी गई । पर क्या न्यायालय उस लडके और उसके परिवार को वह मान सम्मान, समय और वह संत्रास लौटा पाएगा जो उसने झेला है । मै सिर्फ इस निर्णय से संतुष्ट नहीं हूं । ऐसे देश में और भी हजारों प्रकरण है जिनमे फर्जी केस दायर किए गये है । न्याय पालिका और पुलिस भी मानती है कि 60-70% फर्जी केस.है ।
मैं आपसे पूर्णतः सहमत हू क्या उस लड़की के साथ न्यायालय और पुलिस कर्मी भी दोषी नहीं है जिन्होंने बिना साक्ष्य और जांच के किसी निर्दोष व्यक्ति को सजा दिया जिससे उस व्यक्ति के मान सम्मान पर गहरा प्रभाव पड़ा क्योंकि हम एक सभ्य समाज के अभिन्न अंग है और समाज इस प्रकार के कृत्य के लिए चाहे वो झूठा ही आरोप क्यों न हो कभी स्वीकार नही करती अगर न्यायालय ने इतना उस लड़की को सजा दिया भी है तो न्याय न्यायपूर्ण नही है
Bhai police kuch nahi maanti hai police apni jeb garam krti hai police wale hai sbse jyada dosi
😊😅😊
जितना समय उसने जेल में बिताया, उसके काम पर असर पड़ा, सेहत पर असर पड़ा, ओर इज्जत पर भी उस सब के अनुसार लड़के को Compensation मिलना चाहिए
बिता हुआ समय और जो अपमान उस लड़के और उसके परिवार ने सहा और मानसिक दबाव,,वो कभी नही बदल सकते। कंपनसेशन दे कर भी उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। ऐसे केसेज में compensation सिर्फ उसके आगे की जीविका कमाने में मदद कर सकता हैं और कुछ नही। झूठे केस करने वालो को कानून सख्त सजा नही देगी तो रोक कैसे लगेगी। इसमें सिर्फ झूठा केस करने वाला ही नहीं बल्कि जो भी उसमे भागीदार हैं , उन्हें भी वही सजा मिलनी चाहिए , बिना ये सोचे कि इसकी भागीदारी कम थी या ज्यादा। ऐसे सख्त कदम से ही फर्जी केस की गिनती कम हो सकती हैं।
श्री मान न्याय कर्ता को बहुत बहुत धन्यवाद🙏🙏🙏
सही मायने मे यही पे" समानता " के अधिकार का अहसास हुआ है, अब यहां पर " लड़का -लड़की " एक समान वाला नारा सही बैठता है😊😊
एकदम सही फैसला है ,लड़की की संपत्ति बेच कर रुपया लड़का को दिया जाना चाहिए
सजा तो सही दी,,, डबल सजा देते तो और अच्छा होता,,, कोई झूठा आरोप लगाने से पहले,,, सौ बार लोग सोचते
वाह बहुत सराहनीय निर्णय। इसे सही मायने में इन्साफ कहा जा सकता है 🙏
कानून का दुरुपयोग करने वालो को ऐसे ही सजा मिलनी चाहिए। झूठा केस करने वाले को वही सजा मिलनी चाहिए जो आरोप सिद्ध होने पर आरोपी को मिलती। तभी ये सब रुक सकता है ।
तो हमे बताइए क्या यह न्याय न्यायसंगत या तर्क संगत है क्या सच में उस व्यक्ति को न्याय मिला जिसने अपने जीवन के 4 - 5 वर्ष बिना अपराध जेल में व्यतीत किया हो अगर न्याय मिला भी तो क्या उसको वो मान सम्मान और उसका सबसे बहुमूल्य समय उसे मिल सकेगा विचार जरूर कीजियेगा मेरा तात्पर्य हमारे न्याय व्यवस्था से है क्या पुलिस प्रशासन ने उचित रूप से कार्य किया था क्या उस केस का उचित रूप से जांच हुआ था जिससे व्यक्ति को निरपराध सजा दिया गया
पीड़ित ने जो समय गवाया, जो उसने और उसके परिवार ने अपमान सहा, मानसिक यातना झेली, उसकी कोई भरपाई नहीं हैं। वो बदला नही जा सकता। कंपनसेशन देकर सिर्फ उसकी आगे की जीविका कमाने में मदद हो सकती हैं, जो गलत हुआ उसकी भरपाई नहीं। लेकिन ये भी सच हैं की जब तक ऐसे लोगो को सख्त सजा नही मिलेगी, ये रुकेगा नही। इसमें न सिर्फ फर्जी केस करने वाले बल्कि जो भी भागीदार ही उन्हें वही सजा मिले जो आरोपी को मिलती, वो भी बराबर। ये नही की इसकी भागीदारी कम थी तो कम सजा, जो होता भी हैं। क्योंकि वो सब मिल कर किसी और को वो सजा दिलाना चाहते थे, उन्हें अच्छे से पता था कि क्या हो सकता हैं , फिर भी किया, तो खुद भी भुगते।
@@Kanha-rd4ke जो बीत गया और जो कुछ निर्दोष ने सहा और उसके परिवार वालो ने, उसकी तो कोई भरपाई नहीं। सजा देकर या कंपनसेशन देकर, कोई भी पास्ट को नही बदल सकता, जो उस लड़के और उसके परिवार ने सहा। एक तरह से ये उस परिवार की बरबादी हुई। उसकी क्या भरपाई। लेकिन फर्जी केस में तभी कमी आएगी जब सख्त सजा हो। और सजा वही मिलनी चाहिए जो उस आरोपी को मिलती। चाहे इसमें झूठा केस करने वाला हो या उसकी मदद करने वाले। सबको बराबर सजा मिलनी चाहिए। क्योंकि उन लोगो को अच्छे से पता होता ह की जो केस उन्होंने किया ह उसका क्या परिणाम हो सकता ह। तो कोई रियायत नहीं । लेकिन जब बात आती ह इस तरह के केस की, जिसमे लड़किया ऐसे इल्जाम लगाए , तो सजा ज्यादा होनी चाहिए।
Sir, आपको अजीबोगरीब तो लगना ही है, आपकी महिला के खिलाफ जो फैसला आ गया, हिंदुस्तान.में पहली बार फैसला आया है,
बहुत ही शानदार निर्णय दिया, जज साहब ने, उस बेगुनाह लड़के को न्याय देर से मिला पर मिला, ।।
काफी समय बाद कुछ अछा निर्णय सुनने को मिला है... 🎉🎉
सही लोगों को सजा देने पर न्यायालय को भी सजा होनी चाहिए..इतना सब कुछ बदल रहा है तो ये क्यों नहीं..कौन से ऐसे जज़ बैठे है जिनसे ढंग से न्याय भी नही हो रहा ... ( पहले लोगों को झूठे केस में फसाते हैं फिर पैसा लेकर छोड़ देते है) अब से कोई गलत जजमेंट दे तो उसी पर कार्यवाही होनी चाहिए..जैसे पुलिस या कोई आला अफसर बर्खास्त कर दिए जाते है..तो ये जज क्यों नहीं
माननीय न्यायाधीश ने बिलकुल सही फैसला दिया है, कानून का दुरपयोग कर किसी को भी झुठे आरोप में फंसाने पर यही सज़ा सबसे उत्तम है साथ ही सारा कानूनी खर्च व पीड़ित के किमती समय की बरबादी के लिए अतिरिक्त मुआवजा भी मिलना चाहिए।
ऐसा ही होना चाहिए था आने वाले वक्त में कोई भी झूठा केस दर्ज करने से पहले सोचेगा। जो महिलाएं कानून का दुरुपयोग करती है उनको ऐसे ही सजा देना चाहिए
Bahut badiya nirnay Sir
👌👌👍👍🙏🇮🇳
सही निर्णय। केवल जितने के लिए झूठ नही बोल सकते। लड़कियोको खास। पर इसमें पोलिस पे और मां पे भी कारवाही होनी चाहिए अगर दोषी है तो। लड़की पे शायद मां का प्रेशर था
Good Judgement by Hon'ble court.
जज ने सही न्याय किया है और न्यायिक क्षेत्र में नयी शुरुआत है
ये। निर्णय निश्चित तौर पर तारीफ के काबिल है। अफसोस कि ऐसे जजों का प्रमोशन नहीं होता है।
Ise kahte Hain justice hats off to judge saahb
आज कल लड़किया झूठा मुकदमा करवा रही है।। पुलिस वाले जानबूझ कर फसाती है।। लड़के के 4 साल 6 महीने 8 दिन कौन लौटेगी।
लड़की जब आरोप लगाई तो वो नाबालिक थी, तो आरोपी का मेडिकल होने में इतना समय क्यों?
Actual culprit got saved n two innocent got punished.
Sir punishment un police walo ko bhi melne chahiye jesni pressure se banyaan darj karwaya tha.
अगर ठीक से जांच होती तो ये नौबत न आती इसमें कोर्ट भी बराबर की जिम्मेदार है उसके जज को भी सजा होनी चाहिए।
Sahi kahan..
Saza suna dena hi bs court ka kaam h kya
Jimmedari bhi to bnti h. Kisi k life kharab ho jati h
शुभ संध्याकाळ 🙏
आरोप लगने के तुरन्त बाद जेल क्यो जाना पड़ता है,,,,निर्दोष को भी।
This time justice truly delivered
Court ke द्वारा बहुत अच्छा निर्णय diya gya (मै इसके पक्ष में हू)
हमने पुरानी किताबों से पढ़ा है जिसमें कहा गया है कि करने वाले से ज्यादा दोषी करवाने वाला होता है।
मैं इस निर्णय से पूर्णतया संतुष्ट नहीं हूं क्योंकि जिस समय की यह बात थी बालिका की महज 15साल की आयु थी। ऐसे निर्णयों से ही हमारा समाज इस स्थिति पर पहुंचा है। वह समय दूर नहीं है जब न्यायालय का भी सम्मान नहीं रह पायेगा।
Nyay. 🙏👋
Maa ko bhi jail dalna chahiye.
ਸਜਾ ਪੁਲਸ ਤੇ ਉਸ ਜੱਜ ਨੂੰ ਵੀ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਐ ਜਿਸ ਨੇ ਮੁੰਡੇ ਨਾਲ ਧੱਕਾ ਕਰਿਆ
Ji sir absolutely right
Vidhi sabhi ke liy saman hai
Ladka ya ladki dekh kr law decision nai leta
Jo koi crime karega use punishment de jaygi
Aisa kanoon bana dena chahiye
Great job by Court ❤❤❤
कोन कोन इस निर्णय से सहमत है😊
जय हिन्द 🙏💐
आदरणीय सर
Very much informative video ❤.
Jai Hind Sir 🙏
सही रहा अब लड़की सही हो या गलत जो उसको मिलना चाहिए था मिल गया🤣🤣 अगर उसने पहले झूठ बोला तब भी ठीक और बाद में भी झूठ बोल रही तब भी सजा तो जरूर हुई
ये हुई न बात।।
Equal justice should be served.
Fake allegation must be same punishment.
Thank you sir for share this knowledge 🙏🙏🙏
True justice delivered... Hats off honourable court😊
गवाहों को भी सज़ा होनी चाहिए कुछ गवाह भी इस केस में होगा 193 आईपीसी
Very nice decision
Esa hi hona chahiye
Bahut adhbhut 😊
Judge Sahab ko Salaam hai Mera , Jai Hind
Ye bilkul sahi nayay hai
Bilkul sahi nirnay diya h na jane kitane pariwaro ko har din jhuthe case me phasya jata h
Sach bolne pe saja mili,zhoot pe kayam rahti to Bach jati.
काश ऐसा हर मामले मे हो पता
Great....
अब पुलिस वाले झठ को सच मे बदल देंगे जेल के अंदर और अब वो झूठी रिपोर्ट लिखवाने वाली लड़की रोज रोज होने वाली सच्ची घटना की भी रिपोर्ट नहीं लिखवाएगी
Accha h ki ldki ne sach bola itni accha hi dikhayi atleast
Bahut badia and logical reasoning hai.
Sir ye case mai 1month pahle hi padh chuka hu❤
Thank you Sir 🙏
When the girl gave the false statement, she was a minor.
so why was she punished
Why was his mother not given punishments? 🤔
I don't understand this case 😬
Bahut badhiya
Yahi Hona Chahiye Girls k sath Justice Hua
झूठा आरोप सच मै करो...
ये सजा दो 🫡🫡
Bahut sundar ye faisla kewal ek faisla nahi hai ye zamane walon k liye ek example bhi hai jisse ki samaj me iska prabhav padega
Sir hum bhi Bareilly se h or aap ki sb videos dekhte h
Issme police wale or maa ko bhi milna chaiye tha
Right
Accha hai kanoon ke durupyog karne valo ke liye
Good evening sir 🙇🙇🙇
Now the law has taken it's real roots keep it up judge sab..
बहुत शानदार
Aaccha nirnay h, baki sare judges Aisa krenge jaruri nahi
Danyavad sir achi jankari dene ke liye🎉
सही हुआ फैसला सही है
Un logo par bhi saza honi chahia thi jinhonay jhuti fir likhi aur us ladki ko Aisa karnay k lia uksaya
Verry nice dono barabar hai
In ths issue real culprits are Indian legal & Police systems
Very good judgement
Bahut hi sunder
Sahi baat hai aur ye sahi judgement hai
Thank you sir. Good give me education sir.
Kis kanun ki baat ki aapne jaha maa baap se bina puche bachchon ko utha lete h🥹
Aapka hi student hu guru ji❤
Kanoon ka dur upyog ho rha h bahot jyada
Jise nyat milna chahiye use mil nhi rha nirdosh jail ja rha h eske durupyog se
Bahut hi acha hua..
Sahi निर्णय
यहां सजा लड़की की मा ओर उन पुलिस वालों को देनी चाहिए थी जीनका ये सब किया धरा है
हम पूरी लड़की जाति से हाथ जोड़कर यह निवेदन करते है कि आप किसी के भाई, किसी के बेटे या किसी के पिता पर झूठा आरोप न लगाए ऐसे मे सबकी प्रतिष्ठा पर आंच आती है और जिसके साथ ऐसा हादसा होता है तो लोग उस पर संदेह करने लगते हैं की लड़की झूठ बोल रही हैं, आपको कानून ने छूट दे रखी हैं तो इसका मतलब ये नही की आप किसी को सजा दिलाने के लिए इतना नीचे गिर जाए, अगर आप पुरष वर्ग से सम्मान चाहती हैं तो पुरष का भी सम्मान करना आपको आना चाहिए
Koi koi log badmash aur chaalbaaj hote hai aise log hi balaatkaar ko hthiyar ki tarah use krte hai muze vo ladke se puri hamdardi hai
Bahut sahi
Jhute case ki bhi sja honi chahiye
Bilkul sahi saza mila 1 dam sahi nazir banega
Bohot hi accha decision Diya hai.
Jitne din nahi balki jitni saja ghosit huyi utni hi saja ladki aur uske sahyogiyo ko milni chahiye, jitni saja kat li uska compensation to milega hi
माँ को भी सजा होनी चाहिए वो भी दुगनी सजा
क्योंकि लड़की तो उस वक़्त 15 साल की थी और अपनी माँ के कहने पर आरोप लगाई और गवाही दी
हां सर मानता हूं प्लीज शो में कुछ परसेंट केसेस फर्जी होते हैं पर कुछ कुछ केशव पर इतना दबाव डाल दिया जाता है कि वह असली होते हुए हकीकत होते हुए भी प्रशासन के सामने प्रत्यक्ष रूप से रख नहीं सकते हैं जबकि गवर्नमेंट इतना सपोर्ट करती है ऐसा प्रशासनिक इतना सपोर्ट करता है फिर भी कुछ दिग्गजों की वजह से होने वाले हजारों बहू बेटियों के साथ दुष्कर्म के अभी भी दवा दिया जाता है जो प्रशासन तब ना तो पहुंच आती है ना उनको अपनी बातें बता पाती हैं sirf Apne hi apni Parivar ko bachane ke chakkar mein