भारत के असली इतिहास के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह जी को धन्यवाद।आप भाषा वैज्ञानिक के साथ बहुजनों के सही इतिहास जिस पर पर्दा डाल हुआ था,उसे उजागर कर प्रमाणित किया है कि भारत बुद्ध भूमि रही है"!
शेखचिल्ली के हसीन सपने कभी सच नहीं होती सनातन धर्म की ही शाखा से निकला हुआ यह धर्म है क्योंकि आपके पासकुछ है ही नहीं सब कुछ सनातन कहीं ज्ञानचुरा लिया है और ढींन डोर इसे पीते हो की बहुत बड़ा ज्ञान तुम्हारे पास तुम खुद तुम्हारे बौद्ध के मार्ग से भटकगए हो दूसरों को क्या ज्ञान सिखाओगे 😂😂😂
@@rpsingh6861 Buddhist logon mein mandir ka use meditation, buddha vandana, vagairah ke liye hota hai. Yuan chewang ya itsing aadi ke notes padhen, jo nalanda mein aake study kiye the aur Buddhism ke bare mein likhe the. Hope it helps. ☺
@@rpsingh6861 tu to कहता है कि वाल्मीकि रामायण मैं पुष्पक विमान गरुड़ पक्षी से चलता था तो तेरे हिसाब से तो होगे ही तो पूछ क्यूँ रहा है ?? भाग यहां से 😂
सर में उत्तराखंड राज्य के कोटद्वार शहर से हु यहां पर एक ऐतिहासिक स्थान है जिसका नाम, कणव ऋषि के नाम पर कण्वाश्रम है, यहां पर राजा दुष्यंत और शकुंतला का पुत्र भरत पैदा हुआ था, जिसके नाम पर भारत देश का नाम पड़ा, लेकिन 1991 और 2012 की भारी बरसात के बाद यहां की नदी और नालों में कुछ मूर्तियां और पिलर /स्तंभ मिले जिसको विशेषज्ञों ने 12 वीं शताब्दी का बताया , लेकिन पहली ही नजर में वो बुद्ध की माता तारा देवी की है, जो एक बच्चे / राक्षस के ऊपर पैर रखकर नाच रही है और हथियार पकड़े है, us मूर्ति के अगल बगल और भी मूर्तियां बनी है, एक मूर्ति बंदर रूपी मूर्ति भी है, ये आजतक रहस्य ही है इसका कभी सर्वे पर उत्खनन नही किया गया, पूरी बात दबा दी गई सर pls आप कोटद्वार उत्तराखंड आइए और उन्हें देखिए,
धन्यवाद सिंग सर एक और बुद्ध मंदिर एवं असोक शीलालेख के बारे में जानकारी देने के लिये । बुद्ध मंदिर के असोक के शिलालेख पूरे भारत में मिल रहे है / मिलते है ।हिंदुओं ने वहीं पर देवी देवताओं की स्थापना कर दी । पूरे भारत में यही किया गया । नमोबुद्धाय । जय सम्राट असोक महान की ।
सर नमो बुद्धाय, नमो ध्धम्माय , नमो संघात लगता हैं बाबा साहेब डॉ भिमराव आंबेडकर जी का भारत बौद्धमय करने का सपना नजदीक के भविष्य काल में आने वाली नेस्ले भारत भुमी पुनः बौद्धमय करेगी
महात्मा बुद्ध ने बहुत ही सख्ती से अपना मंदिर बनाने और मूर्ति पूजा करने को मना किया था ।जो इस बात का सबूत है कि बुद्ध के पहले से मंदिर और मूर्ति पूजा भारत में हो रही थी ।। महावीर स्वामी बुध से बड़े थे और समकालीन भी । लगभग 250 साल बाद बुद्ध की पूजा के साक्ष्य मिलते हैं वो भी चैत्य के रूप में ।।तो मनगढ़ंत कहानियां सुना कर अपनी ही कम्युनिटी को भ्रमित करो । दूसरों को नहीं
@@y.g.409 अरे । तो जा ले ले ।।।🤣🤣🤣 बुद्ध के पहले भारत में अंधेरा था भारत में सबकुछ बुद्ध के आने के बाद शुरू हुआ यहां तक कि उनके समकालीन महावीर स्वामी जो उनसे उम्र में बड़े तू वो भी बुद्ध के बाद ही पैदा हुए 🤣🤣🤣🤣
@@goswamiyogeshwar2028 baat reality ki he actually historical places ki safety nahi ki ja rahi kuch jagah kind asoka aur Samrat budhha ke murtiya avashesh mile he...
बहुत बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी मिली है प्राचीन काल बुद्ध का काल था कोई जाति वाद और छूआ छूत नहीथा वैज्ञानिक युग था बोध धर्म पुनः उत्थान होना चाहिए जय भीम नमोबुधाय
Mai Kaimur (Bihar) se hu aur hamare Kaimur ki pahadi pe mundeshawari mandir hai par mai dave ke sath kahta hun ki mundeshwaari boudh bihar hai our waha par Budh ki murti hai par hamare yaha ke pandito dwara ese mundeshwaari mandir bataya jata hai 🙏🙏🙏🙏 aapse anurodh hai ki es par bhi ek detail video banaiye 🙏
मूलनिवासी 🤣🤣🤣🤣🤣🤣कल प्रयागराज में रेलवे के खोदे गढ्डे में 125 भेड़ें गिर गई । जिसमें से 27 मर गई । चरवाहे ने बताया कि कुछ भेड़ों के गड्ढे में गिरने के बावजूद बाकी उसमें कूदती गई ।जब तक वो अपने बेटे के उन को निकालता तब तक सभी भेड़ें उसमें कूद चुकी थी । गूगल सर्च कर लें । वही हाल तुम लोगों का भी है ।
@@madhavalalkushvaha6935 सुनी सुनाई कहानी पर भेड़ों को भरोसा होता है तथाकथित मूलनिवासी।🤣🤣🤣 पुरातत्व के विद्यार्थी को नहीं ।।।वो घटना स्थल पर मिले साक्ष्यों को विज्ञान की कसौटी पर कस कर ही विश्वास कर पाता है । वैसे सुना है महात्मा बुद्ध मूलनिवासी नहीं थे ।। महावीर स्वामी भी भारत के आर्यवंशी थे । जिन्होंने अपने जीवन काल में एक बार मुलाकात भी की थी ।🤣🤣🤣 कभी कभी सोचता हूं । समकालीन दो महानायकों में सिर्फ एक ही मूलनिवासी कैसे निकले । दूसरे क्यों नहीं 🤣🤣🤣🤣🤣
माननीय राजेन्द्र जी, हमारे महान देश भारत के गौरवशाली इतिहास की सच्ची तस्वीर दिखाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद, आपकी ये सराहनीय कोशिश चलती रहे, आप खुश रहे, ये हमारी शुभकामनायें हैं
जब देश और संविधान पे खतरा मंडरा रहा हो तो पार्टी को नहीं देखा जाता सारी मनुवादी ताकतों ने एकसाथ संविधान पे हमला बोल दिया खुलेआम संविधान बदलने की बात कर रहे थे तब बहन जी वो जोश नहीं दिखाया अकेले चुनाव लडने की मांग की तो हम क्या करते बहुजन अपने सो संगठन बना रहे हैं कोई साथ नहीं आना चाहता बाबासाहेब जी ने कहा संगठीत हो और ये अपने संगठन बना रहे हैं और सबको लिडर बनना है
गुरु जी, बौद्ध चैत्य,और विहार का इतना बड़ा विस्तार होने के बावजूद इनका विध्वंश क्यु, कैसे और किसने किया होगा ? इस पर एक वीडियो बनायें। आप इस देश की विकसित सभ्यता को पुनर्जीवित कर रहे हैं, इसके लिए आप को बहुत बहुत साधुवाद।
बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी ❤ भारत वर्ष मे अधिकांश मंदिर बौद्ध मंदिरो और बौद्ध मठो पर कब्जा कर स्थापित किए गए है ये ऊसी का सबूत है। आखिरकार सम्राट अशोक द्वारा बनवाए गये 84 हजार बौद्ध विहार और मठ कहां गये ❤
कर्कोटक नाग काठमाण्डौं नेपाल मे बसते है । उन्हे भगवान मञ्जुश्रीने काठमाण्डौंके 'टौ-दह' मे बसने को दिया था । भगवान मञ्जुश्री ने एक ह्रद (आजका काठमाण्डौ उपत्यका) से पानी बहा कर हमे बसाकर कृषि और शिल्प ज्ञान देकर चीन चले गये थे । उस बखत पानीके साथ सारे नाग-महानागों भी बहकर चलगये । यह देखकर अन्तिमके कर्कोटकको यहिं बसमे और नेपालले निवासियोंको सुरक्षा और बर्षा देनेको जिम्मेवारी दिये थे । (स्वयम्भू पुराण)
जापान एक बुद्धिस्ट देश है। वहां आज भी लोगों के नाम osaka पाए जाते है। एक टेनिस खिलाड़ी भी है जिसका नाम है नाओमी ओसाका नाओमी का मतलब नमन करना ओसाका मतलब अशोक हो सकता है ।
मगध क्षेत्रों में अनेकों मंदिरों में भगवान बुद्ध की खंडित मूर्तियां देखेंगे आज भी है। लेकिन कोई संगठन इसपर कानूनी दावा नहीं किया है
Mere ganv me bhi mila h
@@Deepakkumar-fp7yg hame hi bachana hoga.
@@Deepakkumar-fp7ygAb nai murti lagana chahiye.
भारत के असली इतिहास के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह जी को धन्यवाद।आप भाषा वैज्ञानिक के साथ बहुजनों के सही इतिहास जिस पर पर्दा डाल हुआ था,उसे उजागर कर प्रमाणित किया है कि भारत बुद्ध भूमि रही है"!
डा.राजेन्द्रप्रसाद सिंह जी आप का जवाब नहीं।आप संघर्ष को सलाम,धन्यवाद एवं आभार।
जय भीम। जय विज्ञान। जय सम्राट अशोक महान।
चोरी चोरी कब तक चेलेगा दुनियाके सब लोग इन पाखंडी लोगोको हंस रहे हैं डा राजेंद्रप्रसाद जी का बहुत बहुत धन्यवाद
भारत में मंदिरों की अगर ईमानदारी से जांच हो जाय तो लगभग 90 से 95% बौद्ध विहार ही निकलेंगे और सारी मूर्तियां भगवान बुद्ध की ही निकलेगी
Budhha to nashtik they. Mandir ka kya kaam hai.
शेखचिल्ली के हसीन सपने कभी सच नहीं होती सनातन धर्म की ही शाखा से निकला हुआ यह धर्म है क्योंकि आपके पासकुछ है ही नहीं सब कुछ सनातन कहीं ज्ञानचुरा लिया है और ढींन डोर इसे पीते हो की बहुत बड़ा ज्ञान तुम्हारे पास तुम खुद तुम्हारे बौद्ध के मार्ग से भटकगए हो दूसरों को क्या ज्ञान सिखाओगे 😂😂😂
@@rpsingh6861 Buddhist logon mein mandir ka use meditation, buddha vandana, vagairah ke liye hota hai. Yuan chewang ya itsing aadi ke notes padhen, jo nalanda mein aake study kiye the aur Buddhism ke bare mein likhe the. Hope it helps. ☺
@@redronn1031 Kya Budhha ke samaya brahman hote they.
@@rpsingh6861 tu to कहता है कि वाल्मीकि रामायण मैं पुष्पक विमान गरुड़ पक्षी से चलता था तो तेरे हिसाब से तो होगे ही तो पूछ क्यूँ रहा है ?? भाग यहां से 😂
सर में उत्तराखंड राज्य के कोटद्वार शहर से हु यहां पर एक ऐतिहासिक स्थान है जिसका नाम, कणव ऋषि के नाम पर कण्वाश्रम है, यहां पर राजा दुष्यंत और शकुंतला का पुत्र भरत पैदा हुआ था, जिसके नाम पर भारत देश का नाम पड़ा,
लेकिन 1991 और 2012 की भारी बरसात के बाद यहां की नदी और नालों में कुछ मूर्तियां और पिलर /स्तंभ मिले जिसको विशेषज्ञों ने 12 वीं शताब्दी का बताया , लेकिन पहली ही नजर में वो बुद्ध की माता तारा देवी की है, जो एक बच्चे / राक्षस के ऊपर पैर रखकर नाच रही है और हथियार पकड़े है, us मूर्ति के अगल बगल और भी मूर्तियां बनी है, एक मूर्ति बंदर रूपी मूर्ति भी है,
ये आजतक रहस्य ही है इसका कभी सर्वे पर उत्खनन नही किया गया, पूरी बात दबा दी गई
सर pls आप कोटद्वार उत्तराखंड आइए और उन्हें देखिए,
bodisattva channel, khoji channel, science journey channel par bhi batao ye baat.
ऊपर बताये गए चैनल के क्रम में एक 👉 NEWS 7 भारत. इस चैनल पर भी अपना बात से अवगत करे..
सभी सुनने वाले साथियों को जय भीम जय बुद्ध।
इस देश में जो भी मंदिर मस्जिद है जो 1600शताबदी के पहले के वह 99% बौद्ध बिहारो पर बने है 🎉🎉🎉🎉🎉
मूर्तिकला का विकाश बौद्ध लोगो द्वारा किया गया था बाद में अन्य लोगो द्वारा इन पर कब्जा कर लिए गया
🦚🦚🦚🙏🙏
@@BabuRam-bn5pw आ गया नवबौद्ध भीमटा
@@goswamiyogeshwar2028 आ गया नवसनातनी संतरा
@@PRSINGH2572 मैं नव सनातनी कैसे हो सकता हूं जब सनातन का मतलब ही जिसका न आदि है न अंत है । अपना चेकअप करवा कहीं जेहादी वायरस तो नहीं घुस गया
धन्यवाद सिंग सर एक और बुद्ध मंदिर एवं असोक शीलालेख के बारे में
जानकारी देने के लिये । बुद्ध मंदिर के असोक के शिलालेख पूरे भारत में मिल रहे है / मिलते है ।हिंदुओं ने वहीं पर देवी देवताओं की स्थापना कर दी । पूरे भारत में यही किया गया ।
नमोबुद्धाय । जय सम्राट असोक महान की ।
सर नमो बुद्धाय, नमो ध्धम्माय , नमो संघात
लगता हैं बाबा साहेब डॉ भिमराव आंबेडकर जी का भारत बौद्धमय करने का सपना नजदीक के भविष्य काल में आने वाली नेस्ले भारत भुमी पुनः बौद्धमय करेगी
मनुवादियों द्वारा हमारे मूल इतिहास को बहुत हद तक डुबाने की कोशिश की गयी जो अब आपके द्वारा सच के रूप में सामने आ रहा है। आपको शत शत नमन सर।
फुल प्रूफ के साथ आप जो व्हिडिओ बनाते है बहुत सटीक जानकारी मिलती है अच्छा लगता है देखने के लिए❤❤❤ आप ऐसेही काम करते रही ये
गुरुदेव सादर जय भीम नमो बुद्धाय🙏🙏🙏🙏🙏
जम्मू दीप बुद्ध की धरती है और 28 बुद्ध की धरती थी है और रहेगी
भारत में जितने भी मंदिर है वह सब के सब बौद्ध मंदिर हैं
महात्मा बुद्ध ने बहुत ही सख्ती से अपना मंदिर बनाने और मूर्ति पूजा करने को मना किया था ।जो इस बात का सबूत है कि बुद्ध के पहले से मंदिर और मूर्ति पूजा भारत में हो रही थी ।। महावीर स्वामी बुध से बड़े थे और समकालीन भी । लगभग 250 साल बाद बुद्ध की पूजा के साक्ष्य मिलते हैं वो भी चैत्य के रूप में ।।तो मनगढ़ंत कहानियां सुना कर अपनी ही कम्युनिटी को भ्रमित करो । दूसरों को नहीं
Mujhe to kedarnath aur badrinath bhi bodhh mandir lgta hai
@@y.g.409 अरे । तो जा ले ले ।।।🤣🤣🤣 बुद्ध के पहले भारत में अंधेरा था भारत में सबकुछ बुद्ध के आने के बाद शुरू हुआ यहां तक कि उनके समकालीन महावीर स्वामी जो उनसे उम्र में बड़े तू वो भी बुद्ध के बाद ही पैदा हुए 🤣🤣🤣🤣
@@goswamiyogeshwar2028 baat reality ki he actually historical places ki safety nahi ki ja rahi kuch jagah kind asoka aur Samrat budhha ke murtiya avashesh mile he...
आपकी बात सही है।
इनकी बाते बुलेट प्रूफ है शत प्रतिशत सत्य जय भीम जय बुद्ध
बहुत बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी मिली है प्राचीन काल बुद्ध का काल था कोई जाति वाद और छूआ छूत नहीथा वैज्ञानिक युग था बोध धर्म पुनः उत्थान होना चाहिए जय भीम नमोबुधाय
जय मूलनिवासी, बहुजन इतिहास कायम है🙏💕
सभी प्राचीन मंदिरों को खोदा जाय या मूर्तियों की पहचान की जाय तो सब बुधिज्म शिलालेख या मूर्तियां ही मिलेगी
मूल इतिहास बताने के लिए बारंबार प्रणामर
जय भीम नमो बुद्धाय
बहुत अच्छी जानकारी है। नमो बुद्धाय
भारत बोद्धो का देश है।
बौद्ध इतिहास से रूबरू कराने वाले प्रोफेसर साहब आपको नमो बुद्धाय जय भीम
जय मूलनिवासी
भभुआ के मुण्डेश्वरी पर भी जानकारी दें सर।
यह है अपना इतिहास!
नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत जय विज्ञान जय संविधान बहुत अच्छी जानकारी है सर जी हम आप के साथ है अशोक कुशवाहा कन्नौज
Mai Kaimur (Bihar) se hu aur hamare Kaimur ki pahadi pe mundeshawari mandir hai par mai dave ke sath kahta hun ki mundeshwaari boudh bihar hai our waha par Budh ki murti hai par hamare yaha ke pandito dwara ese mundeshwaari mandir bataya jata hai 🙏🙏🙏🙏 aapse anurodh hai ki es par bhi ek detail video banaiye 🙏
Wah budh ka hi mandir h
बहुत सुन्दर प्रस्तुती है। नमो बुद्धाय
Aap jaise is duniya me bahut kam aadami h sir jo aap log din rat ak kar ke satya dikhate h aap ko sath sath naman sir
इसका मतलब यह है कि शाक्तों ने बुद्ध चैत्य पर कब्जा कर लिया है। आठवें शतक के बाद की घटना होगी।
सोच कर देखिए जब बौद्ध धर्म आखिरी सांस लें रहा था उस समय के मंजर क्या होगा साधुवाद 🙏
Kala Ashok may be converted into Kali devi.
🙏🙏🙏, नमो बुधाय, जय सम्राट, जय मूलनिवासी।
मूलनिवासी 🤣🤣🤣🤣🤣🤣कल प्रयागराज में रेलवे के खोदे गढ्डे में 125 भेड़ें गिर गई । जिसमें से 27 मर गई । चरवाहे ने बताया कि कुछ भेड़ों के गड्ढे में गिरने के बावजूद बाकी उसमें कूदती गई ।जब तक वो अपने बेटे के उन को निकालता तब तक सभी भेड़ें उसमें कूद चुकी थी । गूगल सर्च कर लें । वही हाल तुम लोगों का भी है ।
@@goswamiyogeshwar2028 चोर के दाढ़ी में तिनका, सुना है न, दर्द है, जगह सही है।
@@goswamiyogeshwar2028 Burnol lagao Aaram milega 😜😂😂😂😂😂😂😂
@@madhavalalkushvaha6935 सुनी सुनाई कहानी पर भेड़ों को भरोसा होता है तथाकथित मूलनिवासी।🤣🤣🤣 पुरातत्व के विद्यार्थी को नहीं ।।।वो घटना स्थल पर मिले साक्ष्यों को विज्ञान की कसौटी पर कस कर ही विश्वास कर पाता है । वैसे सुना है महात्मा बुद्ध मूलनिवासी नहीं थे ।। महावीर स्वामी भी भारत के आर्यवंशी थे । जिन्होंने अपने जीवन काल में एक बार मुलाकात भी की थी ।🤣🤣🤣 कभी कभी सोचता हूं । समकालीन दो महानायकों में सिर्फ एक ही मूलनिवासी कैसे निकले । दूसरे क्यों नहीं 🤣🤣🤣🤣🤣
@@crante8357 भेड़ों को बस हलाल होने की जल्दी रहती है उन्हें सही गलत कुछ समझना और देखने की कोई जरूरत नहीं होती
आदरणीय डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद सिंह जी आपको और सभी सुनने वालों को जय भीम नमोबुद्धाय,,,🎉❤
हिंदू ओ को आपना असली और पुराना धर्म का इतिहास समझना चाहिए
Bharat ki dharohar ❤❤❤❤
Buddh he Antim satya hai.... namo Buddhay jai mahan samrat asok jai bhim sirji....
माननीय राजेन्द्र जी, हमारे महान देश भारत के गौरवशाली इतिहास की सच्ची तस्वीर दिखाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद, आपकी ये सराहनीय कोशिश चलती रहे, आप खुश रहे, ये हमारी शुभकामनायें हैं
@@sanghpriyagautam979 ❤❤❤
Namo sukiti buddhay.
Etana mhan gauravshali etihas hai hmara bodhoka lok kese bhul gye
☸️👌💯%✔️धरती से बुध्द ही निकलते है क्योंकी बुध्द ही भारतीयो की असली ऐतिहासिक विरासत है !👍🔄🇮🇳❤🙏
आदरणीय साहब जी सादर 🙏जयभीम💙 नमोबुद्धाय🌹🌹बहुत सुंदर जानकारी☸️❤️
Jai bheem. Namo budhha💐💐
@@rpsingh6861 Jai bheem. Namo budhha💐💐
सच्चा इतिहास, सामने आना चाहिये
समाज को इतिहास से परिचित कराने के लिए बहुत बहुत साधुवाद।।
@@shankerdprasad4951 evidence पर आधारित सटीक और सचोट इतिहास 🔥
@@shankerdprasad4951 Evidence पर आधारित सटीक और सचोट इतिहास 🔥
👌🙏🙏🙏
मां तारा की मूर्ति है जो भाई दृष्टियों की देवी है
सम्राट अशोक का वृहद शिलालेख स्पष्ट रूप से ही है, सर जी शिलालेख पर लिखावट का वर्णन जरूर करें अपकी किर्पा होगी। नमो बुधा
BSP aisi Party thi jisne Bahujan movement ko UP me Jamin ke uper sthapit kiya.
पर इसबार हमसबो से सरस भाव में महंगा भूल हुआ हैं...
जब देश और संविधान पे खतरा मंडरा रहा हो तो पार्टी को नहीं देखा जाता सारी मनुवादी ताकतों ने एकसाथ संविधान पे हमला बोल दिया खुलेआम संविधान बदलने की बात कर रहे थे तब बहन जी वो जोश नहीं दिखाया अकेले चुनाव लडने की मांग की तो हम क्या करते बहुजन अपने सो संगठन बना रहे हैं कोई साथ नहीं आना चाहता बाबासाहेब जी ने कहा संगठीत हो और ये अपने संगठन बना रहे हैं और सबको लिडर बनना है
प्रकृति ने संदेश दिया है कि भारत बुद्ध की बुद्ध की भूमि है,भारत के लोगों आंखें खोलो।
Jay Chakravarti Samrat Chandragupt Maurya Jay Chakravarti Samrat Bindusar Maurya Jay Chakravarti Samrat Ashok Mahan
गुरु जी, बौद्ध चैत्य,और विहार का इतना बड़ा विस्तार होने के बावजूद इनका विध्वंश क्यु, कैसे और किसने किया होगा ? इस पर एक वीडियो बनायें। आप इस देश की विकसित सभ्यता को पुनर्जीवित कर रहे हैं, इसके लिए आप को बहुत बहुत साधुवाद।
सर के इस खोज के लिए सर को भारत रत्न से सम्मानित होना चाहिए
आज भी समाज को पूरे सबुत के साथ जानकारी अवगत करणे के लिए मूलतः संसाधन की पोक्त उपलब्धी न होणे के कारण इस बात के खिलाप आवज उठाणा मुश्कील हो रहा है.
Budghamm,sarnamm,charnamm,gachhami,,,,,,, g menon advocate Bareilly up india
Buddha.... ही बुद्ध है..... namo namo
बहुत अच्छी जानकारी दी है अपने सर बुद्ध के बारे में 🎉🎉🎉
बहुत ही सुंदर व्याख्या करते हैं आप
Emperor Asok built 84000 Stupas in dedication for Dhamma. It’s in scriptures. We are missing our real history. 😢
❤🎉
हमारे प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और तमाम सांसदों को इसे विश्व पटल पर लाना चाहिए ।
Dr saheb aap ko bahut bahut sadhuwad
@@jagdish673 ❤❤❤❤
Great job professor ji..
Congratulations
🙏🙏🙏🙏🙏👍👍
A very rich history of India i.e. Budhism during Samrat Ashoka period🎉
सर, बहोत अच्छी जानकारी. ये बुद्ध की धरती है. जय भीम, नमो बुध्दाय, भवतुसब्ब मंगलम. 👍🌹🙏
आप का काज सराहनीय है जो मौका मिलने पर नया इतिहास लेखन में सहायक होगा
Right h
My.Dear.v.good.jay.bhim.namo.budha.ok.mathura.up.Apki.meahnat.rang.Laya.ok.
नमो बुद्धाय ।आपका यह काम बहुत महत्वपूर्ण और सराहनीय है ।युग क्रांति की ओर बढ़ते कदम 🎉🎉🎉
Abhi v pata nahi kitne mandir mein aisa hoga💙☸️
sannati and kangannhali are big buddhist site we feel so proud of it thank you sir
बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी ❤
भारत वर्ष मे अधिकांश मंदिर बौद्ध मंदिरो और बौद्ध मठो पर कब्जा कर स्थापित किए गए है ये ऊसी का सबूत है।
आखिरकार सम्राट अशोक द्वारा बनवाए गये 84 हजार बौद्ध विहार और मठ कहां गये ❤
Ab kuch Pakistan mein bhi hai
कर्कोटक कर्नाटक टक, तक्षक प्रिय! नाग।
सनत्ती कनगनहल्ली प्रियवर बौद्ध प्रभाग।
बुद्ध की सभ्यता को कोई खत्म नहीं कर सकता सत्य की ही जीत होती है
Dhanyavad sir 🙏
Budhha ji ki nai murti ko banana chahiye. Har ashthan par.
@@rpsingh6861 right jai bhim🙏
@@AnitaYadav-gn3jl Good morning🌞. Jai bheem💐💐
Best work of the earth ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Samrat Ashok 💯👑🔥⚔️👹👹🔥🔥💪💪
Apko Sir Kotdwar Uttarakhand bhee jana chaheye
कर्कोटक नाग काठमाण्डौं नेपाल मे बसते है । उन्हे भगवान मञ्जुश्रीने काठमाण्डौंके 'टौ-दह' मे बसने को दिया था । भगवान मञ्जुश्री ने एक ह्रद (आजका काठमाण्डौ उपत्यका) से पानी बहा कर हमे बसाकर कृषि और शिल्प ज्ञान देकर चीन चले गये थे । उस बखत पानीके साथ सारे नाग-महानागों भी बहकर चलगये । यह देखकर अन्तिमके कर्कोटकको यहिं बसमे और नेपालले निवासियोंको सुरक्षा और बर्षा देनेको जिम्मेवारी दिये थे । (स्वयम्भू पुराण)
Namo budhhay sir
Bharat Boddha Bhumi hai, Namo Buddhaya
Namo budhye jai bhim jai mulnivasi
भगवान बुद्ध और उनकी विरासत को किस प्रकार खत्म करने का प्रयास किया गया, यह उसका एक छोटा सा उदाहरण है।
🙏🙏 नमो बुद्धाय 🙏🙏
Jay Mauryavansh Jay Mauryavanshi
Jai bhim namo buddhay Jai bharat Jai samvidhan Jai mulnivasi Jai rastra Jai vigyan Jai gyan
बहुत बहुत हार्दिक साधुवाद ❤❤❤❤❤❤
Jai Samrat Chandragupt Maurya ki Jai Samrat Ashok Mahan ki jai Mauryavansh 👍✌️🇮🇳
@@sandeepsinghmaurya9769 भारत के महान सम्राट असोक की जय 🔥☸
Bahut achchha dikhalaya hai aapne Jay bhim Namo budhay Jay sanvidhan Jay bharat Jay moolnivasi Jay johar
शुक्रिया सर,
आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है।
❤🎉🙏
@@rajeshpatel4198 बिल्कुल 😌
Sir pl App kotdwaruttarakhand jaeye
Jay bhim nmobha sivaji sbhaji sahuji Maraj
जय हो
Excellent Professor Saheb, Keep it up !!!!!! You are the real Indian Historian who is bringing the hidden ancient history of Ancient India !!!!!!
Lajawab. Jai Bhim
Namo.budhay.....good. news
too good and informative sir...
Great Ashoka ❤ Great Budha ❤ Jai Bhim
@@pawankumar-ui7ck महान सम्राट असोक की जय 🔥☸
जापान एक बुद्धिस्ट देश है।
वहां आज भी लोगों के नाम osaka पाए जाते है।
एक टेनिस खिलाड़ी भी है जिसका नाम है
नाओमी ओसाका
नाओमी का मतलब नमन करना
ओसाका मतलब अशोक हो सकता है ।