कब्बन मिर्झा साहब जैसा पहाडी और अनोखा आवाज मैने आज तक नही सुना! मै हमेशा उनके रजिया सुलतान के दो गीत सुनता हूं! शायद उनके जैसी आवाज और किसी से सुनाई ना दे! अल्लाह उन्हे हमेशा जन्नत में रखे यही दुवा करता हूं!
कब्बन मिर्जा जी बुलंद आवाज और महान शख्सियत के धनी थे, आपने जितनी भी जानकारी दी सुनकर मन प्रफुल्लित हुआ! राजिया सुलतान के ये दोनों गाने अपनी अलग पहचान से सब पर भारी हैं व किसी और पहचान के मोहताज नहीं, पहचान छोटी ही सही मगर सबसे हटकर लोकप्रिय है ! कब्बान जी अपने प्रशंसकों के दिलों में हमेशा अमर रहेंगे 🙏❤️🤗
Dear sir , I am not an Indian ,but from south American, I still Admire sir Kabban Mirza songs, I know that from the movie Razia Sultan, it's still in my heart I salute him. My language is Dutch, but learn from Hindi Cinema. I Admire Khayyam sir.
Nice information. He should have got more opportunities I believe. His songs sung in Razia Sultan are just fantastic. His voice touched my heart a lot.
हम विविध भारती के चाहनेवाले श्रोता क़ब्बन मिर्ज़ा की आवाज़ भी पहचानते हैं औद रज़िया सुलतान के ये दो गीतों से भी वाक़िफ़ हैं | आपसे ये एकमात्र नई जानकारी मिली कि, वो इससे पहले कैप्टन आज़ाद नामक फ़िल्म में गीत गा चुके थे | धन्यवाद |
Masha Allah, achi lagi mai khud mumbra se hun, unke intekal ki khabar mujhko bhi na hui, Allah unki magfirat farmaye, aur janatul firdos me makam ata farmaye,,
'खुदा खैर करे' गीत बचपन से सुनते आए है पर मिर्जा साहब के बारे मे फेसबुक पर मनीष रीबोर्न की पोस्ट से आज ही पता चला।आपकी विडियो इन्हे सच्ची श्रद्धांजलि है।
Thank You, Dear - For The putting the name (Kabban Mirza) to the voice of Vivid Bharti from 60s & 70s, grew up listening to - Mausiki melodies in 10 pm slot for Chaaya Geet and Hawa Mahal and few others. I will make a point to revisit Razia Sultan 2 songs sung by Mirzaa ji!
आप अपनें इल्म में इज़ाफ़ा करें कब्बन मिर्ज़ा साहब हापुड़ नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सिटी स्टेशन के सामनें बाग़ शेरजँग के रहनें वाले थे।
🌹Kabban mirza sahab se mere chacha ne taaruf karai the.kabban sahab hamare ghar ke nake par 1974 ke darmian bohri mohallah musafir khana mein pahele manzile par rahete the. Allah unki magfirat kare.aamin.🌹
कब्बन मिर्जा की गायी हुई कव्वाली ''आज उनके पायनाज पे सिजदा करेंगे हम____________ उनके बगैर जी के भला क्या करेंगे हम_____________'' फिल्म कैप्टन आजायद की मशहूर कवाली है। मै बहुत छोटी उम्र का ठा , उस समय मैंने यह फिल्म देखी थी । यकीनन यह कव्वाली कुछ अधिक लंबी थी और मेरे ख्याल से यह लगभग 8 से 12 मिनट लंबी होगी, यही सुनने के लिए फिल्म देखने गया था। क्योंकि इस कव्वाली मे एकदम नइ अवआवाज सुनने को मिल रही थी जो उस समय के established गायक नहीं थे । खनकते हुए स्वरों मे गाई हुई ऐसी नइ कव्वाली की आवाज के सुरों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया था। हलाकी फिल्म केपटन आजाद एक स्टंट फिल्म थी, लेकिन यह apne sangIt ke kaaraN lokpriy huI. jo shayad kavvan mirzaa kI aavaaj ke kaaraN anuthe sangit ki vajah se samajh me aataa hai. आकाश वानी मे उनके कार्यक्रम काफी बाद मे आए थे और नाटकों मे उनकी आवाज सुनाई देती थी। अब मेरी उम्र 79+ साल की है लेकिन काभी काभी कैप्टन आजाद की कव्वाली सुनता रहता हु। इसे भाग्य का खेल कहीये की चुनिंदा कलाकारों को वह सम्मान नहीं मिलता जिसके वह हकदार होते है। यही कुदरत का कमाल है। --------------------------------------The qawwali sung by Kabban Mirza, "Aaj unke payanaaz pe sijda karenge hum ____________ unke bina ji ke bhala kya karenge hum _____________" is a famous qawwali from the film Captain Azad. I was very young when I saw this film. This qawwali was definitely quite long and I think it must be about 8 to 12 minutes long, I went to see the film to listen to this. Because in this qawwali, a completely new voice was being heard which was not of the established singers of that time. The tunes of such a new qawwali sung in a tinkling voice attracted the attention of the people. Although the film Captain Azad was a stunt film, but it became popular because of its music. Which is probably understood because of the unique music because of the voice of Kabban Mirza. His programmes in Akashvani came much later and his voice was heard in dramas. Now I am 79+ years old but sometimes I keep listening to Captain Azad's qawwali. Call it a game of fate that selected artists do not get the respect they deserve. This is the wonder of nature.
कब्बन मिर्ज़ा के बारे में बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध है, काफी रिसर्च करने के बाद यही पता चला था कि वह हापुड़ के रहने वाले थे. उनके विषय में आपको और जानकारी हो तो साझा कीजिये जैसे लखनऊ में वह कहाँ के थे.
Bade Afsaus ki baat hai, itni khoobsoorat anokhi awaaz joh aik baar sunli, kabhie nahin bhool-paiye, iss gaiyak ka naam bahut hi ooncha hota magar hindi Cinema iss kalakaar ki kaddar nahin ki, magar mein Khaiyam saab ko salaam karta- hoon ke joh geet unho-ne compose kiye the koi bhi kami- nahin chhodi, kya shaandhar sangeet diya iss film ka, ke aaj bhi unhi geeton ke chharchey hote-hain. Kabban Mirza aap shaayid hamare beech-mein hai magar aap ki anmol nishani hamesha zinda reheghi, Allah aap ko jannat naseeb farmaiye.
३५ साल पुराने फिल्म के माहौल की कहानी पसंद नहीं आई,, वो डिस्को और मसाला फिल्मों का दौर था बहुत स्लो भी थी पर उस दौर की हर शादी की वीडियो रिकार्डिंग में "हरियाला बन्ना आया रे" जरूर मिक्स किया जाता था।
Film ka vishay bhi kafi bold tha... Film ke flop hone ke kai aur reason the...urdu ke dialogues aam bol chal ki bhasha me nahi the... Film ka sangeet aala darje ka tha..
Bilkul sir. In geeton mein jo rawness hai wahin inke dono geeton ko unique banati hai. Khayyam sahab ki yahi khoobi thi ki wo non singers se bhi geet gawa lete the.
A truly spiritual tribute to a beautiful soul........ really destiny deprived music lovers of a soulful and painful voice.......but i believe from the depth of my soul it is a blessing for Mirza sahab, from Imam Hussain for rendering the painful and spiritual Nuahas and Marsiyas during Moharram.....what people achieve in 20/30 years or even during their lifetimes IMAM HUSSAIN BLESSED MIRZA SAHAB IN JUST 2 SONGS..... This is truly a blessing of Imam Hussain to his lover for rendering his pain in Karbala..... when Khayyam sahab auditioned Mirza sahabs voice he requester him to sing Moharram Nauhas to test his voice....... rest is history but this is pure Spiritual blessing for Mirza sahab......
मेरे दो सबसे पसंदीदा गीत तेरा हिज्र और ऐ दिले नादां इसी फिल्म से थे। कब्बन साहब को विविध भारती पर काफी सुना है। वो जहांकहीं भी हो खुदा उनको शांति और सुकून दे।
कब्बन मिर्झा साहब जैसा पहाडी और अनोखा आवाज मैने आज तक नही सुना! मै हमेशा उनके रजिया सुलतान के दो गीत सुनता हूं!
शायद उनके जैसी आवाज और किसी से सुनाई ना दे!
अल्लाह उन्हे हमेशा जन्नत में रखे यही दुवा करता हूं!
अमीन
Mohanbapat545 Kabban mirza Hazrat Bilal ra ke bhai the unme wohi Sahabi Hazrat Bilal ra wala jazbat tha jayse Bilal ki azan ho ta tha
🎉
इसगाने को ऐसी गहराई से मिर्ज़ा साहब ने गाया जेसे बहुत गहरी प्रेम कहानी में प्रेमी अपनी प्रेमिका से अपनी मजबूरी बया कर रहा हो बहुत शानदार
कब्बन मिर्जा जी बुलंद आवाज और महान शख्सियत के धनी थे, आपने जितनी भी जानकारी दी सुनकर मन प्रफुल्लित हुआ! राजिया सुलतान के ये दोनों गाने अपनी अलग पहचान से सब पर भारी हैं व किसी और पहचान के मोहताज नहीं, पहचान छोटी ही सही मगर सबसे हटकर लोकप्रिय है ! कब्बान जी अपने प्रशंसकों के दिलों में हमेशा अमर रहेंगे 🙏❤️🤗
ये हम दुनिया वालो की खुशनसीबी है कि जो कब्बान मिर्जा जैसे महान गायक को सुनने का मौका मिला इतनी मधुर वाणी दिल की गहराइयों तक पहुंच जाती है
Sahi kaha aapne...
@@Filmi-Khan shukriya ji 🙏🙏
🙏🙏
सही कहा सहाब.
ऐसा लगता है, खुदा ने कब्बन मिर्जा साब को, धरती पर ये दो सुनहरे न भूलने वाले अमर गाने गाने की लिए भेजा था।
Lagta to aisa hi hai 😊
बहुत अच्छे गीत गाए राजिया सुलतान फिल्म में , रूह तक मीठे रस में सराबोर हो जाती है
इस फ़िल्म का संगीत ही सबसे अच्छा पहलु था. क़ब्बन मिर्ज़ा की आवाज़ सोने पर सुहागा. लता जी की आवाज़ इतनी खूबसूरती के साथ इस्तेमाल किया गया था.
I am a big fan of kabban Mirza , I have listen thousand times Razia Sultan gazals
Dear sir , I am not an Indian ,but from south American, I still Admire sir Kabban Mirza songs, I know that from the movie Razia Sultan, it's still in my heart I salute him. My language is Dutch, but learn from Hindi Cinema. I Admire Khayyam sir.
Thank you so much sir. 😍❤️
Wow
There are many many mindblowing songs
Like you my language is also Dutch 😊 and to understand Hindi or Urdu is pretty difficulr
Nice information. He should have got more opportunities I believe. His songs sung in Razia Sultan are just fantastic. His voice touched my heart a lot.
Dill ..me bahut sary geet or bahut sary singar ki awaaz hai lkn Rooh tak sirf aap ki awaz or aap ky 2 geet.hmesha rahngy..
Shukriya unhone apni zindagi mein sirf 3 gane hi gaye...lekin Razia Sultan film ke gaane gaakar aap amar ho gaye...
Mirza Sahab Ke Bare Me Jaankari Saanjha karne ke liye dhanyawaad .....unke baare me jaanane ki tamanna thi jo aapne Puri kar di
Bahut shukriya sir 😊
jane kown meri roohko chookar gujara is line ko baar baar sunta hun fir bhi man nahi bharta
Yah Bat Ustad Ji Jai Vivid -Bharati
MashaAllah...Rooh tak pahuch ne wali aawaaz thi
Adbhut inke ye do geet bar bar sunta hoon
He was an extraordinary singer...Jannatul firdaus to Kabban Sahab💐🙏
Ji shukriya lekin afsos sirf 3 hi geet gaye unhone
Rooh tak pahunch jati hai Qabban Mirza ki awaz
हम विविध भारती के चाहनेवाले श्रोता क़ब्बन मिर्ज़ा की आवाज़ भी पहचानते हैं औद रज़िया सुलतान के ये दो गीतों से भी वाक़िफ़ हैं | आपसे ये एकमात्र नई जानकारी मिली कि, वो इससे पहले कैप्टन आज़ाद नामक फ़िल्म में गीत गा चुके थे | धन्यवाद |
Shukriya ❤️
Bhut hi bdia awaz hai
Sabse alag
Shukriya :)
Masha Allah, achi lagi mai khud mumbra se hun, unke intekal ki khabar mujhko bhi na hui, Allah unki magfirat farmaye, aur janatul firdos me makam ata farmaye,,
आमीन भाई
Thanku very much for educating on d voice of these 2 songs.. I had always been searching about it.. 🙏🙏🙏Great Kabban Mirza.. 🙏
'खुदा खैर करे' गीत बचपन से सुनते आए है पर मिर्जा साहब के बारे मे फेसबुक पर मनीष रीबोर्न की पोस्ट से आज ही पता चला।आपकी विडियो इन्हे सच्ची श्रद्धांजलि है।
Ji bahut shukriya ❤️😀
અદભુત ગાઈકી,🎉 અદભુત ગીત, અદભુત સંગીત, અંદાજે ૩૦ જુનું ગીત, આજે પણ એટલીજ પ્રિય,એજ અનુભુતી❤
कब्ब्न मिर्जा जी के चरणों में कोटि कोटि नमन वंदन आभार धन्यवाद जी
Shukriya sir
Shukriya aapka sir ji 🙏🙏
Bahut sunder
🙏🙏 💕💕💕💕💕🙏🙏
Thank you for this invaluable information, God bless you
My favourat singer
अच्छा लगा जानकर की वो हापुड़ से थे, मैं भी हापुड़ के पास से ही हूं।
Thank You, Dear - For The putting the name (Kabban Mirza) to the voice of Vivid Bharti from 60s & 70s, grew up listening to - Mausiki melodies in 10 pm slot for Chaaya Geet and Hawa Mahal and few others. I will make a point to revisit Razia Sultan 2 songs sung by Mirzaa ji!
Shandar vlog shandar Mirza Sab
Shukriya ❤️
आप अपनें इल्म में इज़ाफ़ा करें कब्बन मिर्ज़ा साहब हापुड़ नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सिटी स्टेशन के सामनें बाग़ शेरजँग के रहनें वाले थे।
Shukriya izafa karne ke liye janab..
Ye dono song Maine 300 se jyada baar sune hogain.
कब्बन मिर्झा साहब की यह कहानी हमे बहुत अच्छी लगी.
Lajawab aawaj ki dhani kabban mirja the naman h unko unki paida hone n fot hone ki jankari bhale hi n ho but vo 2 song ga kar hi amar ho gye
Ji bilkul
Unbelieveable Voice Salute Sir
@@TribuwanJaiswal Shukriya
अच्छा लगा । सराहनीय कार्य है आपका ।
Bahut bahut Shukriya
Unka Gaya hua gaana aayee zanzeer ki jhankar band karne ko man nahi karta zindi me itni bajandar aur khoobsurat aawaj dunniya ae fani se chali gayei
V nice voice i love you karban Mirza
Shukriya 😊
I closed my eyes...and felt this soul of song..
आपको बहोत खूब धन्यवाद जो कहानी हमें बताई.
आपको कहानी पसंद आयी हमारी मेहनत सफल हो गयी। बहुत बहुत शुक्रिया आपका ❤️
उनका आखरी दिन मुंब्राके कौसा गावमे गुजरा ईतनी जानकारी मुझे मिल गयी .
@@vasudevvedarkar7393 please share kijiye
Best two songs of the the world’s 🫡
Thanks 😊
रज़िया सुल्तान का संगीत तो अच्छा था , खय्याम साहब अच्छे संगीतकार थे। उनका यह प्रयोग भी सफल रहा पर रफी साहब को कमाल साहब कैसे भूल गए ?
रफ़ी साहब जैसा ना कोई सिंगर आया है और ना आएगा, लेकिन रज़िया सुल्तान के यक़ूत के लिए उन्हे एकदम अलग आवाज़ चाहिए थी क़ब्बन मिर्ज़ा ने निराश बिल्कुल नहीं किया।
Rafi Sahab 1980 ko duniya e faani se rukhsat kar gaye the aur Razia Sultana 1983 ki film thi
Rafi Saheb was no more when Razia Sultan was in shooting ..
56Ji hj
1983 rafisab nahi the
रूह तक असर करती आवाज
Thanks...for this episode ❤
Qabban Mirza ..ki ik alag aawaz thi..ye sun kr bhot achvha k wo hapur k they...mein bhi khass hapur ka hoon ...
Mola pajtak pak un ko nohoo k sadke janat tl firdoos mai jaga de ameen.
🌹Kabban mirza sahab se mere chacha ne taaruf karai the.kabban sahab hamare ghar ke nake par 1974 ke darmian bohri mohallah musafir khana mein pahele manzile par rahete the.
Allah unki magfirat kare.aamin.🌹
Thanku very much for educating on d voice of these 2 songs.. I had always been searching about it.. 🙏🙏🙏
Thanks 😊
Ek allag si kashish hai awaaz me ❤❤❤❤
विनम्र श्रद्धांजलि 🙏
Very excellent... Beautiful...
Shukriya
Bahout khoob
Aallah kabban mirza Sahab ki magfirat farmaye Aameen.
कब्बन मिर्जा की गायी हुई कव्वाली ''आज उनके पायनाज पे सिजदा करेंगे हम____________ उनके बगैर जी के भला क्या करेंगे हम_____________'' फिल्म कैप्टन आजायद की मशहूर कवाली है। मै बहुत छोटी उम्र का ठा , उस समय मैंने यह फिल्म देखी थी । यकीनन यह कव्वाली कुछ अधिक लंबी थी और मेरे ख्याल से यह लगभग 8 से 12 मिनट लंबी होगी, यही सुनने के लिए फिल्म देखने गया था। क्योंकि इस कव्वाली मे एकदम नइ अवआवाज सुनने को मिल रही थी जो उस समय के established गायक नहीं थे । खनकते हुए स्वरों मे गाई हुई ऐसी नइ कव्वाली की आवाज के सुरों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया था। हलाकी फिल्म केपटन आजाद एक स्टंट फिल्म थी, लेकिन यह apne sangIt ke kaaraN lokpriy huI. jo shayad kavvan mirzaa kI aavaaj ke kaaraN anuthe sangit ki vajah se samajh me aataa hai. आकाश वानी मे उनके कार्यक्रम काफी बाद मे आए थे और नाटकों मे उनकी आवाज सुनाई देती थी। अब मेरी उम्र 79+ साल की है लेकिन काभी काभी कैप्टन आजाद की कव्वाली सुनता रहता हु। इसे भाग्य का खेल कहीये की चुनिंदा कलाकारों को वह सम्मान नहीं मिलता जिसके वह हकदार होते है। यही कुदरत का कमाल है। --------------------------------------The qawwali sung by Kabban Mirza, "Aaj unke payanaaz pe sijda karenge hum ____________ unke bina ji ke bhala kya karenge hum _____________" is a famous qawwali from the film Captain Azad. I was very young when I saw this film. This qawwali was definitely quite long and I think it must be about 8 to 12 minutes long, I went to see the film to listen to this. Because in this qawwali, a completely new voice was being heard which was not of the established singers of that time. The tunes of such a new qawwali sung in a tinkling voice attracted the attention of the people. Although the film Captain Azad was a stunt film, but it became popular because of its music. Which is probably understood because of the unique music because of the voice of Kabban Mirza. His programmes in Akashvani came much later and his voice was heard in dramas. Now I am 79+ years old but sometimes I keep listening to Captain Azad's qawwali. Call it a game of fate that selected artists do not get the respect they deserve. This is the wonder of nature.
Bahut Bahut Shukriya. agar apke pas wo Qawwali ho ya film ho to sajha kijiye. :)
Thanks for the documentary
First time know about Kappan Mirza.
Thanks to upload
Thank you sir 😊
आमीन
Heavenly voice
Mirza Sahab ki bhut Kum jankari ka afsos hai
Ji jitni jankari ikatha kar sakta tha. Sari information collect karke video bana di.
Achi lagi
Shukriya 😀
बहुत सटीक सही जानकारी अपने उपलब्ध करवाई है धन्यवाद ,मगर आपके एक कमेंट के अंदर यह भी बताया जाए कि कब्बन मिर्जा हापुड़ के नहीं बल्कि लखनऊ के निवासी थे
कब्बन मिर्ज़ा के बारे में बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध है, काफी रिसर्च करने के बाद यही पता चला था कि वह हापुड़ के रहने वाले थे. उनके विषय में आपको और जानकारी हो तो साझा कीजिये जैसे लखनऊ में वह कहाँ के थे.
Both are my favourite songs that too due to Mirza Saab .
Both songs are still super dooper hit songs.
Indeed 😊
Bade Afsaus ki baat hai, itni khoobsoorat anokhi awaaz joh aik baar sunli, kabhie nahin bhool-paiye, iss gaiyak ka naam bahut hi ooncha hota magar hindi Cinema iss kalakaar ki kaddar nahin ki, magar mein Khaiyam saab ko salaam karta- hoon ke joh geet unho-ne compose kiye the koi bhi kami- nahin chhodi, kya shaandhar sangeet diya iss film ka, ke aaj bhi unhi geeton ke chharchey hote-hain. Kabban Mirza aap shaayid hamare beech-mein hai magar aap ki anmol nishani hamesha zinda reheghi, Allah aap ko jannat naseeb farmaiye.
Bahut Shukriya ☺️
Awesome
Nice presentation 👏
Thanks janab
Very very interesting
Aap ka shukriya❤❤❤Dil se
Shukriya ❤️
Kya kahun Charno me Charan asparsh asankh koti koti Pranam 🙏.....🦪🦪.....🛕🚩🌹🌷🥀🌺💐..............🎂 ( KABBAN MIRZA SHAHEB )
Thanks lots.
Kabban Sahab Ko Dil sey ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
३५ साल पुराने फिल्म के माहौल की कहानी पसंद नहीं आई,, वो डिस्को और मसाला फिल्मों का दौर था बहुत स्लो भी थी पर उस दौर की हर शादी की वीडियो रिकार्डिंग में "हरियाला बन्ना आया रे" जरूर मिक्स किया जाता था।
Film ka vishay bhi kafi bold tha... Film ke flop hone ke kai aur reason the...urdu ke dialogues aam bol chal ki bhasha me nahi the... Film ka sangeet aala darje ka tha..
Immortal voice.. 🌹🌹
Assalamalekum Kabban Mirza Sahab Humesha hamare dilio rahenge ❤❤❤
Walekumassalam ji beshak 😊
Bahut badhiya awaz the
Jub se jawan huwa... Yeh hi do geet dimaag men ghumte rahe.
Ab 60/61 runing men aur jyada pyare aur haseen lag rahe hain.
Bilkul sir. In geeton mein jo rawness hai wahin inke dono geeton ko unique banati hai. Khayyam sahab ki yahi khoobi thi ki wo non singers se bhi geet gawa lete the.
Bilkul sahi❤
A truly spiritual tribute to a beautiful soul........ really destiny deprived music lovers of a soulful and painful voice.......but i believe from the depth of my soul it is a blessing for Mirza sahab, from Imam Hussain for rendering the painful and spiritual Nuahas and Marsiyas during Moharram.....what people achieve in 20/30 years or even during their lifetimes IMAM HUSSAIN BLESSED MIRZA SAHAB IN JUST 2 SONGS..... This is truly a blessing of Imam Hussain to his lover for rendering his pain in Karbala..... when Khayyam sahab auditioned Mirza sahabs voice he requester him to sing Moharram Nauhas to test his voice....... rest is history but this is pure Spiritual blessing for Mirza sahab......
Indeed 😊
Unke padhe huye nohe , marsiye ka koi link ho to share kijiye plz 🙏🎉🎉❤❤❤
❤❤❤❤
कमाल की आवाज ह काश ?
Kabban mirza sahab hamesha jinda rahenge
Kabban mirza ji ka record vividh bharti ke sangrahalay me mil jayega sir hamne suna hai❤
Ji mil sakta hai I think... But they won't share with anyone in my point of view.
Mere paas lafz hi nahi is mahan kalakar ke liye bolne ke liye hayat hote to kuch bolne ki kosish karta😢❤
Very nice
Thanks 😊
Nice
Shukriya
Kitna dard he mithi awaz he❤❤❤❤
Thank you
Qabban mirza was the only good thing in Razia Sultan movie.
Ji kah sakte hain...😊
Shabash dear. Achi lugi
Old is Gold👍
Ji
Good 🎉🎉🎉🎉🎉
Aameen Summa ameen 🌹🌹😊🙏😊
Kabban saheb the great voice.
Ok
🙏🙏🙏
Nice nachral
Khuda aap ki ruh ko saqoon bakshe
Ameen
Kabban mirza lucknow ke thy
Ye nahi pata tha..
dard ke Lamhe audio mohharam ka khabar Mirza Ji ka mere sath hua hua tha jismein commentary music craft company se release Kiya gaya tha dard ke Lamhe
@@parveenkhan980 Inshallah check karte hain. Aapke pas link ho to baraye meherbani share kijiye
Unke padhe huye koi noha ya marsiya ho to plz upload kijiye ,,ya link de dijiye 🎉🎉❤
मेरे दो सबसे पसंदीदा गीत तेरा हिज्र और ऐ दिले नादां इसी फिल्म से थे। कब्बन साहब को विविध भारती पर काफी सुना है। वो जहांकहीं भी हो खुदा उनको शांति और सुकून दे।
Shukriya
Kabban Mirza Saheb ki Aawaj ko aap ne zinda kiya
Chhoti si koshish hai...