नेगी जी बहुत महान विचारक है, उन्होंने केवल गाने नहीं गाए बल्कि उत्तराखंड के दशा और दिशा को भी विश्व पटल पर एक प्लेटफार्म दिया है, वह एक बहुत महान इंसान हैं।
पलायन पर नेगी दा का मार्मिक गीत. मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को इस मुद्दे पर अपनी चिंता से अवगत कराकर उन्होंने व्यवस्था को बेनक़ाब किया है. जिसके लिये वो बधाई के पात्र हैं. शुभकामनाएं नेगी दा के दीर्घ और स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ जीवन के लिए.
नरेन्द्र सिंह नेगी जी को मेरा प्रणाम नेगी जी के कोई भी गीत हो वो उत्तराखंड की संस्कृति रीति रिवाज पर आधारित होते हैं नरेन्द्र सिंह नेगी जी के गीतों में उत्तराखंड की पीढ़ा रहती हैं नेगी जी स्वस्थ रहें मस्त रहें और गाते रहें❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
गढ़ रत्न श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने अपने गानों और गायकी के माध्यम से समूचे उत्तराखंड की संस्कृति और सांस्कृतिक विविधता को एक पटल पर रखकर एक सुंदर सी माला को पिरोकर और उसे समेटकर, संजोकर रखने वाले नेगी जी को आज तक उत्तराखंड सरकार या भारत सरकार की ओर से कोई विशिष्ट सम्मान अभी तक नही मिला जिसके वे सही मायने में हकदार थे बस उम्मीद करते हैं कि वो दिन जल्दी से उनकी जिंदगी में आए जिसका उनके लाखों चाहने वाले भी इंतजार कर रहे हैं साथ ही ईश्वर उन्हें लंबी आयु दे🎉🎉❤❤
मैं भी गढ़ रत्न श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी का बहुत बड़ा फैन हूं परंतु ए गीत आज पहली बार सुन रहा हूं, दर्द भरा गीत धन्य हो नेगी जी, हमारा प्रणाम स्वीकार करें।
नेगी जी को मेरा प्रणाम। आपके गीत सदाबहार हैं कभी भी सुन लो आपके गीतों में पहाड़ की पीड़ा है, वास्तविकता है।लेकिन उसके पश्चात भी पहाड़ खाली होते जा रहे हैं ये बडे़ दुःख की बात है।
नेगी दाजी को हमारे हृदय से नमन करती हूँ मन में अजीब सी टीस हो रही है गीत को सुनकर हमने अपनी जडे छोड दी है कुछ नहीं कर सकते हैं हम न घर के रहे न घाट के नेगी दाजी अपनी आवाज़ से जादू करदे कि लोग फिर से अपने गढवाल को आबाद दे
यहां हर भावना का आदर है, किंतु आज के तथाकथित विकासशील दौर में भी जिस प्रकार सरकारों ने इस विषय को दरकिनार करके अनन्य अनवांछित क्षेत्रों को प्राथमिकता दी और यहां तक कि उन में गलत ढंग से भी लिप्त पाए गए हमारे विभिन्न पार्टियों के नेताओं द्वारा अपनी छोटी और संकीर्ण विषय व्यापारी सोच का जो परिचय दिया ,वह हास्यास्पद और घृणित है।राज्य की भोली जनता से वोट लेकर जिस प्रकार स्वार्थ में लिप्त रहे वह समाज में यही जताता है कि पलायन जैसे संवेदनशील विषय पर एऐसे लोगों से अपेक्षा करना मूर्खतापूर्ण होगा।
हमारे उत्तराखंड के सरताज नरेंद्र सिंह नेगी जी को मेरा प्रणाम आपकी इस उत्तराखंड की पीड़ा को हर समाज और राजनेताओं के बारे में आपने जो अपने गीतों में संजोया है आने वाली पीढ़ी आप को याद करेंगे🎉
नेगी दा के गीतों में यथार्थता की झलक एवं माटी से जुड़े होने के कारण सीधे दिल को छूते हैं ऐसा महान कलाकार सदियों में पैदा होते हैं। इनके गीतों में मार्मिकता,अपनत्व, करूणा भाव की स्पष्ट झलक दिखाई देती है। लेकिन रही बात पलायन की सरकारों की विफलता है, कोई नहीं रोक सकता हां इतना जरूर है कि यदि सरकारें चाहे तो पहाड़ियों के लिए कुछ विशेष नीति, रोजगार जंगली जानवरों के आतंक आदि को फोकस कर,पर ये नहीं कि तुम देहरादून में रहो और लाभ ले ने के लिए पहाड़ आ जाओ कुछ ठोस करना होगा नहीं तो तुम लाख कोशिश करो कुछ नहीं होने वाला जिसकी आंतें फास्ट फूड की आदि हो चुकी हैं ओ कोदा झंगोरा कहां पचा पायेगा।
नेगी दा आप हज़ारों हजार साल जिओ ताकि आपके गीतों के माध्यम से हमारी संस्कृति जिन्दा रहे और हमारी भावी पीढ़ीयों को आपके गीतों को सुनने को मौका मिलता रहे.. ❤️
नेगी जी ने हमेसा उत्तराखंड की संस्कृति पलायन एवं पहाड़ की कठिन जीवन शैली महिलाओ की भावनाओ उत्तराखंड की समस्याओ पर सुन्दर गढ़वाली भाषा का उपयोग किया हैँ हर गाने मे हमारे समाज के लिए सबक भरा सन्देश रहता हैँ
बड़े भाई मनु पनवार जी को मेरा सादर प्रणाम !!आपका इस कार्यक्रम में संबोधन इस बात को प्रमाणित करता है कि आप कितने बड़े संस्कृति प्रेमी है और नेगी जी के गीतों के प्रति आपका कितना प्यार है बस एक बार आपसे बात करने की इछा है 🙏🙏🙏🙏
आदरणीय नेगी जी के गाने हरेक पहाड़ी की पीड़ा को बयां करते है सिर्फ प्रिय नेताओं को छोड़कर। गाने में बहुत ही सच और हकीकत वर्णित है। ये वही सच्चाई भी है कि हमारे ही नेताओं ने कैसे पलायन करने को विवश किया और पहाड़ की अनदेखी करके विनाश की ओर धकेला है। धन्य हो मेरे नेताओं,कब तक अपनी ही झोली देखोगे।कभी तो ऊपर वाले के सामने भी हिसाब तो दोगे ही। जनता भी क्या खूब कि उन्हें ही अपना नेता चुन पाती है जो दाल भात मुर्गा का व्यवस्था करें। खैर!यही सब पहाड़ के भाग्य की व्यवस्था होगी? धन्यवाद
लोगो के हृदय पर निरंतर शासन करने वाले श्री मन नरेंदर सिँह नेगी जी के इस ह्रदय विदारक गीत का असर हमारी आज की व पुरानी पीढ़ी पर जरूर होगा ऐसा मेरा विश्वास है ❤से
नेगी जी अद्वितीय कवि एवं गीतकार हैं। कोई और उनके आस पास भी नहीं ठहरता है। किसी अन्य के एक दो गाने हिट हो सकते हैं। परंतु नेगी जी का हर एक गीत अतुलनीय है। इतनी उम्र में भी उनके गले से जो सरस्वती निकलती है उसका कोई सानी नहीं है। रही बात पुरस्कार की तो *देर होली अबेर होली,* *एक दिन त युकी आंखी खुलली।*
सच में कई बार नेगी जी के गाने रोने को मजबूर कर देते हैं मैने इस गीत को कई बार सुना लेकिन पहाड़ों की दशा ओर दिशा पर रोना आ गया..... गीत के शब्द और जादुई गायन....…अद्भुत नेगी जी को नमन🎉🎉🎉🎉❤❤👍👍👌👌
मैंने भी इस गीत को एक बार तब सुना जब किसी और ने UA-cam पर किसी पहाड़ के वीडियो के साथ इस गाने की कुछ पंक्तियां डाली थी लेकिन इस गाने को सर्च करने के बाद भी मुझे नेगीज़ी का ये पलायन का गीत नही मिला लेकिन अब पूरा गाना सुन कर मन प्रसन्न तो हुआ लेकिन साथ ही व्यथित भी हुआ की पहाड़ों के इस पलायन के लिए आखिर कौन जिम्मेदार हैं
waah negi ji bahut hi jeewant udhghosh Kia aapne pahado ki durdasa par, par Gaon mai rahne wale log bhi ab moble ki chakachondh mai itne mantramugdh ho Gaye hain ki agar ham unko milne ki kosis kartey hain to o ignor kar dete hain issliye man nahi karta, kewalhawa paanee rah gaya bas aur Pata nahi ye cheese bhi kab Badal jayengi ye to Pata nahi par kisi haad tak dusit jaroor ho chuki hain
वाह वाह वाह कितना प्यारा गीत है। सचमुच आज ऐसी स्थिति आन पड़ी है कि कई गांवों में मात्र दो चार बुजुर्ग ही रह गये हैं गांव के गांव खाली हो गये हैं पहाड़ों से पलायन एक गम्भीर विषय बन गया है । सचमुच ,नेगी जी ने उन परिस्थितयों का शानदार शब्दों में इसका व्याखान किया है।❤❤❤
🌹🙏🙏🌹 आदरणीय नेगी जी एक उच्चस्तरीय समाज सेवक के रुप में अपने गीतों एवं बिचारों के माध्यम से समाज को और राजनेताओं को एक साथ सामूहिक रुप से जागृत करने का सराहनीय कार्य अनवरत करते रहे हैं परंतु गौर न समाज ने किया और ना ही शाशन प्रशासन ने और आज परिस्थित यह है कि स्वयं नेगी जी शासन प्रशासन के इतने नजदीक आ गये कि तब भी कोई उत्तराखंड की दिशा और दशा के बिषय में चिंतन मंथन करने वाला नहीं दिख रहा. नेगी जी को साधुवाद. कोटि कोटि प्रणाम. 🙏🙏🙏
नेगी जी के गीत फिर अपने गाँव को जाने के लिए प्रेरित करते हैं, एक दिन जरुर वह समय आएगा जब पहले की भांति गाँव में रौनक आएगी...नेगी जी ऐसे सुंदर गीत रचते रहें, भगवान उनका स्वस्थ रखे l
ये गीत नही पहाड़ की ब्यथा और उससे गुजरने वाले हर गांव हर घर की पीड़ा है, पलयान की मार रोजगार की भूख और नई पीढ़ी की आधुनिकता से आज पूरा उत्तराखंड इस दुख से अपने आप को पीड़ित कर रहा है। कोई भी इस पहाड़ की असल पीड़ा को नहीं समझ सकता
श्री नेगी जी मैं आपका बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ, आपके गीत सुनते सुनते ही बड़े हुए हैं, रेडियो के जमाने से लेकर आज यूट्यूब के दौर तक आपके गीत सुनते आ रहे हैं आपके गीतों में दर्द है पीड़ा है प्रेम है बिरह है मिलन है , मैं अपने बच्चों को कहता हूँ और अपने आस पास के बच्चों को कहता हूँ कि यदि उत्तराखंड करीब से जानना और समझना है तो नेगी जी के गीतों को सुनों। लेकिन साथ ही इसे विडम्बना कहिए या अफसोस कहिए पलायन के गीत गाते गाते आप भी पलायन कर गए और आप भी "देरादूण वाले" हो गए।
कितने नादान लोग हैं हमारे. जिस आदमी ने अपनी पूरी उम्र पहाड़ में बिता दी. पहाड़ के दुःख सुख के गीत गाये. जिसने उम्र के 75 बरस में से 70 बरस पहाड़ में बिताए. अब जब जीवन की ढलान पर उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ होने लगीं तो कुछ लोग उन पर ताने कसने लगे. कितने कृतघ्न लोग हैं. बहुत लोगों ने मुझसे कहा, हमारे पहाड़ियों की मति मारी गई है. ठीक ही कह रहे थे.
GREATEST OF GREAT LGENDS . AUSPICIOUS GEM OF OUR UTTRAKHAND. LONG LIVE SIR NARANDER SINGH NEGI. WE ALL UTTRAKHANDI ARE VERY VERY GREATFULL TO YOU SIR. THAT YOU BORN IN OUR BABA KEDAR AUSPICIOUS DEVBHOOMI UTTRAKHAND. AND SERV OUR DEVBHOOMI. BABA KEDAR WILL FLOURISH HIS BLESSING ALWAYS ON YOU ABD YOUR FAMILY SIR. JAI KEDAR BABA JAI BADRI VISHAL JAI UTTRAKHAND JAI DEVBHOOMI. 🎉🎉🎉.
शासन में बैठे लोग नेगी जी की प्रतिभा को कब समझेंगे और पहचानेंगे। केवल मंच शियर करने से कुछ नहीं होता है। राजनीतिकरण से बचना चाहिए। नेगी जी को इंसाफ मिलेगा कब?❤
बहुत सुंदर सभी को प्रणाम सभी का सम्मान लेकिन सत्यता यह है कि नरेंद्र सिंह नेगी जी भी मुख्यमंत्री जी भी मुख्य सचिव जी सभी देहरादून शिफ्ट हो गए और वहीं से खूब पलायन का ज्ञान दे रहे हैं ।कटाक्ष नहीं सत्यता है। किसी को बुरा लगे तो क्षमा प्रार्थी है।
सुनाहै जीवनचक्र फिर से घूमकर वापस आता है।ऐसा ही अपने पहाड़ों के बारे में भी होने वाला है।आजकल शोसल मीडिया पर जिस प्रकार अपनी छोटी २खाने पीने की चीजें नाम कमा रहीं हैं और गुगल पर सर्च की जा रही हैं,लगता हैदिन दूर नहीं जब लोग वहां रहना भी पसंद करें और वहां की जमीन ,पानी की महत्ता का सम्मान करेंगे।आजश्रतो होलि डे होम का चलन आया है अब अगला चरण अपने घर यानी निजगृह सुधार का भी आयेगा।
नेगी जी बहुत महान विचारक है, उन्होंने केवल गाने नहीं गाए बल्कि उत्तराखंड के दशा और दिशा को भी विश्व पटल पर एक प्लेटफार्म दिया है, वह एक बहुत महान इंसान हैं।
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
जय श्रीराम
जी आपको प्रणाम 🎉 बहुत सुंदर प्रस्तुति
आंखों में आंसू आ गए इस गीत को सुनकर नेगी जी को दिल से कोटी कोटी प्रणाम
सच मै भाई
पलायन पर नेगी दा का मार्मिक गीत. मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को इस मुद्दे पर अपनी चिंता से अवगत कराकर उन्होंने व्यवस्था को बेनक़ाब किया है. जिसके लिये वो बधाई के पात्र हैं. शुभकामनाएं नेगी दा के दीर्घ और स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ जीवन के लिए.
नेगी जी ने जितने भी गाने गाए हर गाने में जमीन से जुड़े हुए हकीकत और पारदर्शिता होती है जो समाज में सुंदर संदेश और प्रेरणा दर्शाती है ❤❤❤❤❤
नेगी जी के गाने में मिठास हैं पहाड़ों का दर्द है
नरेन्द्र सिंह नेगी जी को मेरा प्रणाम नेगी जी के कोई भी गीत हो वो उत्तराखंड की संस्कृति रीति रिवाज पर आधारित होते हैं नरेन्द्र सिंह नेगी जी के गीतों में उत्तराखंड की पीढ़ा रहती हैं नेगी जी स्वस्थ रहें मस्त रहें और गाते रहें❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
गढ़ रत्न श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने अपने गानों और गायकी के माध्यम से समूचे उत्तराखंड की संस्कृति और सांस्कृतिक विविधता को एक पटल पर रखकर एक सुंदर सी माला को पिरोकर और उसे समेटकर, संजोकर रखने वाले नेगी जी को आज तक उत्तराखंड सरकार या भारत सरकार की ओर से कोई विशिष्ट सम्मान अभी तक नही मिला जिसके वे सही मायने में हकदार थे बस उम्मीद करते हैं कि वो दिन जल्दी से उनकी जिंदगी में आए जिसका उनके लाखों चाहने वाले भी इंतजार कर रहे हैं साथ ही ईश्वर उन्हें लंबी आयु दे🎉🎉❤❤
मैं भी गढ़ रत्न श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी का बहुत बड़ा फैन हूं परंतु ए गीत आज पहली बार सुन रहा हूं, दर्द भरा गीत धन्य हो नेगी जी, हमारा प्रणाम स्वीकार करें।
नेगी जी को मेरा प्रणाम। आपके गीत सदाबहार हैं कभी भी सुन लो आपके गीतों में पहाड़ की पीड़ा है, वास्तविकता है।लेकिन उसके पश्चात भी पहाड़ खाली होते जा रहे हैं ये बडे़ दुःख की बात है।
नेगी दाजी को हमारे हृदय से नमन करती हूँ मन में अजीब सी टीस हो रही है गीत को सुनकर हमने अपनी जडे छोड दी है कुछ नहीं कर सकते हैं हम न घर के रहे न घाट के नेगी दाजी अपनी आवाज़ से जादू करदे कि लोग फिर से अपने गढवाल को आबाद दे
यहां हर भावना का आदर है, किंतु आज के तथाकथित विकासशील दौर में भी जिस प्रकार सरकारों ने इस विषय को दरकिनार करके अनन्य अनवांछित क्षेत्रों को प्राथमिकता दी और यहां तक कि उन में गलत ढंग से भी लिप्त पाए गए हमारे विभिन्न पार्टियों के नेताओं द्वारा अपनी छोटी और संकीर्ण विषय व्यापारी सोच का जो परिचय दिया ,वह हास्यास्पद और घृणित है।राज्य की भोली जनता से वोट लेकर जिस प्रकार स्वार्थ में लिप्त रहे वह समाज में यही जताता है कि पलायन जैसे संवेदनशील विषय पर एऐसे लोगों से अपेक्षा करना मूर्खतापूर्ण होगा।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति बधाई हो ❤❤
शानदार नेगी दा की बात ही निराली है
90 ki yaad aa gayi is gaane ko sunkar wow negi ji bahut dhanyavaad aapko is gaane banane ki liye kya baat hai
हमारे उत्तराखंड के सरताज नरेंद्र सिंह नेगी जी को मेरा प्रणाम आपकी इस उत्तराखंड की पीड़ा को हर समाज और राजनेताओं के बारे में आपने जो अपने गीतों में संजोया है आने वाली पीढ़ी आप को याद करेंगे🎉
कालजयी रचनाओं के रचनाकार, आदरणीय नेगी जी को सत सत नमन।
नेगी दा के गीतों में यथार्थता की झलक एवं माटी से जुड़े होने के कारण सीधे दिल को छूते हैं ऐसा महान कलाकार सदियों में पैदा होते हैं। इनके गीतों में मार्मिकता,अपनत्व, करूणा भाव की स्पष्ट झलक दिखाई देती है। लेकिन रही बात पलायन की सरकारों की विफलता है, कोई नहीं रोक सकता हां इतना जरूर है कि यदि सरकारें चाहे तो पहाड़ियों के लिए कुछ विशेष नीति, रोजगार जंगली जानवरों के आतंक आदि को फोकस कर,पर ये नहीं कि तुम देहरादून में रहो और लाभ ले ने के लिए पहाड़ आ जाओ कुछ ठोस करना होगा नहीं तो तुम लाख कोशिश करो कुछ नहीं होने वाला जिसकी आंतें फास्ट फूड की आदि हो चुकी हैं ओ कोदा झंगोरा कहां पचा पायेगा।
नेगी जी आप धन्य है आप जियो हजारो साल
नेगी दा आप हज़ारों हजार साल जिओ ताकि आपके गीतों के माध्यम से हमारी संस्कृति जिन्दा रहे और हमारी भावी पीढ़ीयों को आपके गीतों को सुनने को मौका मिलता रहे.. ❤️
नेगी जी ने हमेसा उत्तराखंड की संस्कृति पलायन एवं पहाड़ की कठिन जीवन शैली महिलाओ की भावनाओ उत्तराखंड की समस्याओ पर सुन्दर गढ़वाली भाषा का उपयोग किया हैँ हर गाने मे हमारे समाज के लिए सबक भरा सन्देश रहता हैँ
उत्तराखंड रत्न को कोटि कोटि प्रणाम .
शब्दों की मार्मिकता को पढाने वाले उत्तराखण्डी शिक्षक .
Bahut sunder Negi ji sadabahar voice God give you long life
बड़े भाई मनु पनवार जी को मेरा सादर प्रणाम !!आपका इस कार्यक्रम में संबोधन इस बात को प्रमाणित करता है कि आप कितने बड़े संस्कृति प्रेमी है और नेगी जी के गीतों के प्रति आपका कितना प्यार है बस एक बार आपसे बात करने की इछा है 🙏🙏🙏🙏
आदरणीय नेगी जी के गाने हरेक पहाड़ी की पीड़ा को बयां करते है सिर्फ प्रिय नेताओं को छोड़कर।
गाने में बहुत ही सच और हकीकत वर्णित है।
ये वही सच्चाई भी है कि हमारे ही नेताओं ने कैसे पलायन करने को विवश किया और पहाड़ की अनदेखी करके विनाश की ओर धकेला है।
धन्य हो मेरे नेताओं,कब तक अपनी ही झोली देखोगे।कभी तो ऊपर वाले के सामने भी हिसाब तो दोगे ही।
जनता भी क्या खूब कि उन्हें ही अपना नेता चुन पाती है जो दाल भात मुर्गा का व्यवस्था करें।
खैर!यही सब पहाड़ के भाग्य की व्यवस्था होगी?
धन्यवाद
लोगो के हृदय पर निरंतर शासन करने वाले श्री मन नरेंदर सिँह नेगी जी के इस ह्रदय विदारक गीत का असर हमारी आज की व पुरानी पीढ़ी पर जरूर होगा ऐसा मेरा विश्वास है ❤से
वास्तविकता पर हैं , श्रीमान नेगी जी के उत्तराखंड से समन्धित गीत। बधाई।
आवाज में ही जादू है श्ररधेय नेगी जी के , रुह झर हो जाती है रुला देतें है गीत
Negi ji is not only a great singer but also a great human. May God bless him with good health.
❤❤❤🎉🎉🎉my फैवरेट gayak negi ji❤.....ko meri तरफ से प्रणाम 😢😢❤
Anupam adbhut vaani hai hmare negi g ki❤❤
परम श्रद्धेय नेगी जी को कोटि कोटि नमन 🙏
अवसरवादी राजनीति, सुविधाओं का घोर अभाव और जंगली जानवरों का आतंक पलायन की ख़ास वज़ह.....
बहुत हि सुंदर गढवाली गीत ऑर गुड कलाकार गुड गायक नरेन्द्र सिह नेगी जी को सत नमन् करते है जी जय उत्तराखंड देव भूमि 🙏🙏🙏🙏🙏🙏😀😀😀😀😀😀👍👍👍👍👍👍👍❤❤❤❤❤❤
नेगी जी अद्वितीय कवि एवं गीतकार हैं। कोई और उनके आस पास भी नहीं ठहरता है। किसी अन्य के एक दो गाने हिट हो सकते हैं। परंतु नेगी जी का हर एक गीत अतुलनीय है। इतनी उम्र में भी उनके गले से जो सरस्वती निकलती है उसका कोई सानी नहीं है।
रही बात पुरस्कार की तो *देर होली अबेर होली,* *एक दिन त युकी आंखी खुलली।*
नेगी जी आपके गीतों मे वो बात है की हम बिना प्रसंसा किये रह नि पाते और हम तो उस काबिल भी नही है की आपकी प्रसंसा के बया कर सके अपने शब्दों के माध्यम से
Wah negi ji 🙏 fir se rula Diya aapke siree charno ma koti koti parnam 🙏😭
M bhi aapko bhut sunti hu m kumauni hu lekin fir bhi aapke sare song bhut achhe hote h .... Apke sath anuradha nirala ji ko aap dono best ho ....
सच में कई बार नेगी जी के गाने रोने को मजबूर कर देते हैं मैने इस गीत को कई बार सुना लेकिन पहाड़ों की दशा ओर दिशा पर रोना आ गया..... गीत के शब्द और जादुई गायन....…अद्भुत नेगी जी को नमन🎉🎉🎉🎉❤❤👍👍👌👌
मैंने इस गीत को live utbe पर देखा था उस दिन से ढूंढ रहा हूं कि ये कौनसा गीत है जो मैने नहीं सुना
मैंने भी इस गीत को एक बार तब सुना जब किसी और ने UA-cam पर किसी पहाड़ के वीडियो के साथ इस गाने की कुछ पंक्तियां डाली थी लेकिन इस गाने को सर्च करने के बाद भी मुझे नेगीज़ी का ये पलायन का गीत नही मिला लेकिन अब पूरा गाना सुन कर मन प्रसन्न तो हुआ लेकिन साथ ही व्यथित भी हुआ की पहाड़ों के इस पलायन के लिए आखिर कौन जिम्मेदार हैं
@@chandangusain3588 मुझे पता चला है कि ये गीत बथौं - 2 फिल्म का है जो अभी किसी भी प्लेटफार्म में उपलब्ध नहीं है लेकिन जल्द ही आएगा ।
Bhai ....kyuki...ye gaana release nhi hai...pehli bar he Gaya h . negi ji ne
Bahut hi sundar git hai bhai ji
Ye ek suchana hai pahad walo ke liye
waah negi ji bahut hi jeewant udhghosh Kia aapne pahado ki durdasa par, par Gaon mai rahne wale log bhi ab moble ki chakachondh mai itne mantramugdh ho Gaye hain ki agar ham unko milne ki kosis kartey hain to o ignor kar dete hain issliye man nahi karta, kewalhawa paanee rah gaya bas aur Pata nahi ye cheese bhi kab Badal jayengi ye to Pata nahi par kisi haad tak dusit jaroor ho chuki hain
❤❤❤❤बहुत ही मार्मिक गीत।हृदय को छू गया🙏🙏🙏🙏
वाह वाह वाह कितना प्यारा गीत है। सचमुच आज ऐसी स्थिति आन पड़ी है कि कई गांवों में मात्र दो चार बुजुर्ग ही रह गये हैं गांव के गांव खाली हो गये हैं पहाड़ों से पलायन एक गम्भीर विषय बन गया है । सचमुच ,नेगी जी ने उन परिस्थितयों का शानदार शब्दों में इसका व्याखान किया है।❤❤❤
🌹🙏🙏🌹
आदरणीय नेगी जी एक उच्चस्तरीय समाज सेवक के रुप में अपने गीतों एवं बिचारों के माध्यम से समाज को और राजनेताओं को एक साथ सामूहिक रुप से जागृत करने का सराहनीय कार्य अनवरत करते रहे हैं परंतु गौर न समाज ने किया और ना ही शाशन प्रशासन ने और आज परिस्थित यह है कि स्वयं नेगी जी शासन प्रशासन के इतने नजदीक आ गये कि तब भी कोई उत्तराखंड की दिशा और दशा के बिषय में चिंतन मंथन करने वाला नहीं दिख रहा.
नेगी जी को साधुवाद. कोटि कोटि प्रणाम. 🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर भैजी❤❤नेगी भेजी को हमारा कोटि कोटी प्रणाम भगवान उनकी लम्बी उम्र करे हमेशा खुश रखे आयुष्मान रखे ❤❤🎉🎉🙏🙏🙏🙏💐💐
Negi da 🙏
Ky bonn Garhwaal k dishaa ar dashaa dwee k durgati ch🙏
Bahut sundar geet negi ji❤❤❤❤❤❤❤
आपको कोटि कोटि प्रणाम नेगी जी❤❤
pahad de dard ko negi ji se jyada koi nahi samjh sakta
आपकी रचना धर्मिता को नमन ।।
पहाड़ की पीडा़ को स्वर देती यह रचना दिल को छूने वाली है
आपको सादर प्रणाम
garwal ki budiya bhi English word bolti hai, ji, bhad me jaye ye desh, bhasa, ji
वक्त बदला लोग बदले मौसम बदले मगर नही बदला तो नेगी दा का अंदाज..... हमेशा की तरह अपना दर्द बयाँ करती उनकी ये रचना....
श्रद्धेय हमारे सरताज नरेंद्र सिंह नेगी को कोटि-कोटि नमन 🙏
आदरणीय मनु पंवार भाई आप को सादर प्रणाम आप महान हो भाई🙏💐
बहुत सुंदर उत्तराखंड सरकार को जंता कि आवाज सुननैचाहिऐ
इस बार नेगी जी को पद्म श्री सम्मान मिलना चाहिए इसके लिए हम सबको एक होकर आवाज उठानी चाहिए
नेगी जी को ❤से नमशकार आप जैसा कलाकार कोई ना हुवा है ना होगा
बहुत ही सुंदर गीत है भाई जी 🎉🎉🎉
नेगी जी के गीत फिर अपने गाँव को जाने के लिए प्रेरित करते हैं, एक दिन जरुर वह समय आएगा जब पहले की भांति गाँव में रौनक आएगी...नेगी जी ऐसे सुंदर गीत रचते रहें, भगवान उनका स्वस्थ रखे l
आदरणीय नेगी जी को ❤❤,🙏🙏
ये गीत नही पहाड़ की ब्यथा और उससे गुजरने वाले हर गांव हर घर की पीड़ा है, पलयान की मार रोजगार की भूख और नई पीढ़ी की आधुनिकता से आज पूरा उत्तराखंड इस दुख से अपने आप को पीड़ित कर रहा है। कोई भी इस पहाड़ की असल पीड़ा को नहीं समझ सकता
Is umar me bhi dekho kyaa awaaj hai legends Muhammad Rafi kishore kumar manna Dey hai vaise usi line me Narendra Singh Negi ji hai bharat ratna hai ❤
नेगी जी के स्वर अभी भी ज्यों के त्यों हैं आवाज पर उम्र का कोई असर नहीं पड़ा।❤❤❤
Great Negida. Pranam.
नेगी जी हमारे साथ मे बीच मे 100 साल और जिये
Bahut dundar rulany wala geet cha.
श्री नेगी जी मैं आपका बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ, आपके गीत सुनते सुनते ही बड़े हुए हैं, रेडियो के जमाने से लेकर आज यूट्यूब के दौर तक आपके गीत सुनते आ रहे हैं आपके गीतों में दर्द है पीड़ा है प्रेम है बिरह है मिलन है , मैं अपने बच्चों को कहता हूँ और अपने आस पास के बच्चों को कहता हूँ कि यदि उत्तराखंड करीब से जानना और समझना है तो नेगी जी के गीतों को सुनों।
लेकिन साथ ही इसे विडम्बना कहिए या अफसोस कहिए पलायन के गीत गाते गाते आप भी पलायन कर गए और आप भी "देरादूण वाले" हो गए।
कितने नादान लोग हैं हमारे. जिस आदमी ने अपनी पूरी उम्र पहाड़ में बिता दी. पहाड़ के दुःख सुख के गीत गाये. जिसने उम्र के 75 बरस में से 70 बरस पहाड़ में बिताए. अब जब जीवन की ढलान पर उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ होने लगीं तो कुछ लोग उन पर ताने कसने लगे. कितने कृतघ्न लोग हैं. बहुत लोगों ने मुझसे कहा, हमारे पहाड़ियों की मति मारी गई है. ठीक ही कह रहे थे.
सुन्दर रचना पहाड़ का हवा पानी तो ठंडा ही है वो नही बदला लेकिन लोग बहुत बदल गए
नेगी जी यकीनन पहाड़ को जीते हैं।
सादर प्रणाम नेगी जी।।
GREATEST OF GREAT LGENDS . AUSPICIOUS GEM OF OUR UTTRAKHAND. LONG LIVE SIR NARANDER SINGH NEGI. WE ALL UTTRAKHANDI ARE VERY VERY GREATFULL TO YOU SIR. THAT YOU BORN IN OUR BABA KEDAR AUSPICIOUS DEVBHOOMI UTTRAKHAND. AND SERV OUR DEVBHOOMI. BABA KEDAR WILL FLOURISH HIS BLESSING ALWAYS ON YOU ABD YOUR FAMILY SIR. JAI KEDAR BABA JAI BADRI VISHAL JAI UTTRAKHAND JAI DEVBHOOMI. 🎉🎉🎉.
पहाड़ की पीड़ा बहुत सुंदर
ये ही तो हमारे पहाड़ की बिडंबाना बन गयी है पहाड़ पलायन 🙏
गढ़ रत्न नेगी जी को भारत रत्न मिलना चाहिए
Negi ji ke geeto se wastivikta ka pata chal jata Negi ji ke geet sun kar aanshu nikal jate hai❤
Aap ka kaary sarahaniy hai negi bhaeji.
Namskar negi da...mere baap saman........miss u papa...aaj sab kuch h par papa nhi ....
Love u devbhumi
❤❤❤❤❤ Ram Ram ji 🙏 Happy
बहुत ही सुंदर संगीत के नायक हैं आप हमारे आपको भारत रत्न से सम्मानित करना जय हिन्द जय श्री राम
बहुत सुन्दर
बहुत सुन्दर प्रस्तुत
नेगी जी आपके सबद नहीं है। आपकी जिब्बा पर सरस्वती मां हैं।
Negi ji
❤❤❤
My u live long.
वाह शानदार भावनात्मक
गढ़ शिरोमणि को सादर नमन। पलायन के गीत ने मन को झकझोर दिया है।
जय हो नेगी जी की
गधरतन को राम राम❤
ज्ञान के भंडार,
❤से प्रणाम सच मे आप महान हैँ 🙏
great जी
Bahaut hi sundar negi dha Ki to baat hi kuch aur hai 🙏🙏🙏
नेगी जी बहुत महान विचारक
शासन में बैठे लोग नेगी जी की प्रतिभा को कब समझेंगे और पहचानेंगे। केवल मंच शियर करने से कुछ नहीं होता है। राजनीतिकरण से बचना चाहिए। नेगी जी को इंसाफ मिलेगा कब?❤
Great great great great negi ji 🎉🎉🎉🎉
Negi je ko marea namskar dhnya h app bhaut Sundar 🤔🔥🎉❤️❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩
Negi ji ne sahi darsaya hai Bharat sarkar aur Uttrakhand khand sarkar ki yahi udasinta rahi to pahar ek Din Khali ho jayenge
बिल्कुल सही बात बोल रहे हैं नेगी जी, बहुत सुंदर नेगी जी ❤❤🎉🎉
बहुत सुंदर सभी को प्रणाम सभी का सम्मान लेकिन सत्यता यह है कि
नरेंद्र सिंह नेगी जी भी मुख्यमंत्री जी भी मुख्य सचिव जी सभी देहरादून शिफ्ट हो गए और वहीं से खूब पलायन का ज्ञान दे रहे हैं ।कटाक्ष नहीं सत्यता है।
किसी को बुरा लगे तो क्षमा प्रार्थी है।
Super song 😍😍
;live long negi
Bahut hi Sunder as always.. SRI NEGI JI KO BHARAT SARKAR DWARA SARVOCH SAMMAN MILNA CHAHIYE .OR UTTRAKHAND RATN GHOSIT KIYA JAANA CHAHIYE .
धन्य नेगी दा।
आज से पहले शायद 1985के आसपास गाना सुना था न दैड न दैड ऊं दारा का बांटा
सुनाहै जीवनचक्र फिर से घूमकर वापस आता है।ऐसा ही अपने पहाड़ों के बारे में भी होने वाला है।आजकल शोसल मीडिया पर जिस प्रकार अपनी छोटी २खाने पीने की चीजें नाम कमा रहीं हैं और गुगल पर सर्च की जा रही हैं,लगता हैदिन दूर नहीं जब लोग वहां रहना भी पसंद करें और वहां की जमीन ,पानी की महत्ता का सम्मान करेंगे।आजश्रतो होलि डे होम का चलन आया है अब अगला चरण अपने घर यानी निजगृह सुधार का भी आयेगा।
Aap mahan geetkar Or rachnakae hai
नेगी जी का स्टेज शो देखना सौभाग्य वाले होते है।