Experience hoke bhi kya badal gaya.. agar aap majboor hai . Jhute case ki wajah se Delhi police aur crpf sub inspector ki naukri cheen li mujhse ...marne ka dil karta hai CRPF sapna tha Mera ..
Criminal background works in two different aspects 1. As a disqualifying agent for poor govt jobs candidates 2. As an essencial quality for our politicians to be selected.
Actually yeh ho chuka hai news mein aaya bhi tha ki ek bande ko police inspector ki job mili thi but police verification mein pata chala ki uspe FIR case hua hi aur iss bande ko pata bhi nahi tha. Baad mein verify Kiya to pata chala relatives ne fake FIR Kiya property ko leke jiske baare mein iss bande ko bhi nahi pata tha. Since ab job chali Gaye to court ke chakkar kaat Raha hai fake FIR ki wajah se. 😢
bro think... what if the paper got leaked or some other scam came out of the particular exam the victim was preparing for... joined a piece protest which might have got turned into some riot situation....
According to judge sahab "Once a criminal ,always a criminal" he cannot change his mindset..... Bullshit ! We have to bring reform in these type of laws.
This is unacceptable.Our law says a person is innocent until found guilty.And the case was no longer pending against the applicant.So on which basis his employer (police department) considered him a criminal.seriusoy I don't understand may be he is innocent or guilty.But the matter is not decided in court of law.So how he was considered like a criminal and how the court also turned down his appeal I don't understand.This is seriously unacceptable from our judicial system.
Bhai sahab the judge said that the acquittal was compromised and if you can read between line that would not be without some serious pressure .if he was innocent he should have let the judgement come out instead of settlement .and you must understand that benefit of doubt cannot be given to a police official.you must understand if he loses job it is his personal Los and if he was culprit and still gets job the loss is of entire system .
@@manoj1827 haa bhai tum sahi keh rahe hoo! 2011-12 ke aas paas lagg raha tha ki sahi Indians abb religious hatred se abb dur horaha hai aur umeed thi ki duniya mai India as example dekhi jaayegi but abhi b loog religious hatred mai aakar esse politicians ko leader banadete hai
@@srksameer3757 jaati ki raajneeti bhool gye isiliye aaj bihar me gareebi km aur jaati pr jyada chrcha ho rhi up aur bihar dono jagah jaatiyaan haawi h
अच्छे पढ़ने लिखने वाले सज्जन लोगो को जलन में झूठी केस में जानबूझ कर फसा दिया जाता है ताकि वह नौकरी न कर सके ..!! ऐसे कानून में संसोधन करना अति अति आवश्यक है..!!😢😢😢😢😢
बाहर लिखा है सत्यमेव जयते बहुत गर्व महसूस हुआ जब अंदर गया मुकदमा दर्ज किया तो अरदली महिला कर्मचारी ने सूट सलवार पहनी थी और एक फीट लंबी जेब सिलाई थी पूरे दिन रिश्वत की भीख मांगते मांगते जेब भर ली भ्रष्ट मेव जयते 🤮 🤮🤮🤮🤮 💔
जिस किसिपर क्रीम केस हो वो हर कोई गुन्हेगार नाही होता, कोही पोलिस वाले पैसे लेकर पासाते हे , अससे सामने वाले व्यक्ती की लाईफ निर्दोष हो कर खराब हो जाती है....😭😭😭😭 ये गलत हे
मैं भुखत रहा हू। सीआरपीएफ सब इंस्पिपेक्टर २०१७...दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर २०२१ बना।।।लेकिन job nahi mili। Mana kar Diya ।302...307 ke case me ..jo poora jhuta naam dala hai ..marna behtar lagta hai ..aksar raat me sochta hu
@@TheBest67812 home tutions padhata hu bhai.. option nahi mera sapna tha wo ...papa mere mujhe inspector bante dekhna chahte the..but last year cancer se mar gaye .
Ye bahut galat kanoon h neta log chahe to jail me baithkar minister ban sakta but agar kisi students par case ho jaye to uska character kharab ho jayega ......kitni ghatiya bat h ye......aise kanoon me amendment Karna chahiye or judge logo ko v sonchna chahiye.........
Agar apki behen bhai chacha mama ma pita putra ko kisi ne katl katl kr diya aur apne FIR kara di. Aur uske baad us criminal ne agar police ka form bhar kar ya kisi bhi government job ko qwalify kar liya aur power me a gaya toh kya ap chahenge ki voh power me aaye isse usko seh milegi. Same for the politician agar voh chunav ladta hai aur jeet jata hai toh public ki galti hai aise insaan ko vote na de isliye media hai ye poora ek system hai toh comment karne se pehle system ko samjhe
@@one_nation_news_channelक्रिमनल क्या सच मे एग्जाम पास कर गया जब उस क्रिमनल को पावर चाहिए तो वो एक छोटा सा पुलिस का पोस्ट ku lega वो तो नेता बने गए न पावर मे आने के लिए जब भी कोई डिफेन्स का बच्चा तैयारी करता है उसे किसी न किसी तरह से फसाया जाता है इसी इसलिए ज्यादा तर बच्चे अकेडमी मे गाँव से दूर चले जाते है
अगर आपके ऊपर क्रिमिनल केस है तो आप सरकारी नौकरी नही कर सकते पर आप चुनाव लड़ कर देश के नेता बन सकते हैं.. भारत का धन्य संविधान..🤣🤣 और हम इसके भरोसे चल रहे हैं.. जोक🤣🤣
क्यूंकि हमारे देश मे लोकतंत्र है इसलिए! हमारे संविधान ने सबसे ताकतवर जनता को माना है जो बहुत अच्छी बात है! किसी पे क्रिमिनल केस है और वो जोइनिंग नहीं कर पा रहा है और अगर वो केस गलत साबित होता है तो उसे ना केवल वो नौकरी मिलती है, बल्कि नियुक्ति वाले दिन से सैलरी दी जाती है इसके साथ ही अतरिक्त मुआवजा भी और अब रही नेताओं की बात अगर किसी व्यक्ति को झूठे केस मे जेल मे डाल दिया गया और इस वजह से वो चुनाव ना लड़ पाए तो इस बार का चुनाव तो निकल गया अब अगर 5 साल बाद निर्णय आए तो? चूंकि वो जनता decide करती है इसलिए संविधान मे नेताओं को चुनाव लड़ने देते है आरोप साबित होने तक! अगर आरोप साबित हो गया और सुप्रीम कोर्ट से भी साबित हो गया तो वो चुनाव नहीं लड़ पाएगा! उदहारण लालू यादव! Indian constitution is not a joke dear
@@kuntal714. सर आपकी बात कागज़ी तौर पर तो बिल्कुल सही दिखती है पर जरा गौर से देखें तो आप भी पाएंगे की इस संविधान में जितने छेद हैं उतने शायद मच्छरदानी में भी नही होते.. हमारे देश मे आरोप साबित होते होते कई बार लोग पहले गुजर चुके होते हैं तब जाकर पता लगता है कि फलां आदमी तो निर्दोष था तब जाकर हम 2 फूल अर्पित करके गंगा स्नान कर लेते हैं.. पर इससे क्या न्याय मिला सामने वाले को?? और रही बात नेताओ की तो क्यों न ऐसा हो कि जबतक आरोप सिद्ध न हो तबतक आप चुनाव न लड़ पाए जैसे आदमी नौकरी नही ले पाता.. फिर ये जो जस्टिस डिले वाला प्रोसेस जो हमारे देश मे फैशन में रहता है वो ये नेता लोग खुद सॉल्व कर लेंगे.. साधारण आदमी नौकरी खोजता है सर पैसे वाले तो बिजनेस करते हैं और उसी साधारण आदमी को कोई ईर्ष्यावश झूठे आरोप में फंसा कर जीवन बर्वाद कर देता है फिर शुरू होता है भारत की महान न्याय प्रक्रिया का नग्न नाच.. It is joke sir..
@@kuntal714. और एक बात सर हमारे संविधान ने जनता को अगर सबसे ताकतवर माना है तो फिर इसके लिए कोई कानून क्यों नही बनाया?? बस 5 साल में एकबार वोट देने जाइये और सोचिए हम देश बदल देंगे.. अरे सर ये तो देखिए कि इस देश का जड़ संविधान कैसा है कि अगर 90% वोट नोटा को मिल जाये और 10% किसी एक खराब कैंडिडेट को मिले तो भी वो कैंडिडेट ही जीतेगा.. फिर काहे का जनता सर्वोच्च हुआ??
@@kuntal714. और लालू यादव ने चारा घोटाला 1996 में किया था और हमारे महान न्याय प्रणाली ने इसे साबित 2013 में किया फिर कहा 11 साल तक ये चुनाव नही लड़ सकता.. ठीक है पर 1996 से 2013 तक मुख्यमंत्री पद क्यों नही छीना गया ?? और 900 करोड़ लिए क्या लालू यादव से इस महान संविधान ने?? नपुंसक संविधान बस खेतिहर मजदूर और आम जनता पर अत्याचार जानता है..
देश की सरकार को एक विनती है,जो भी मंत्री गलत मामलो में लिप्त पाए जाए,तो उन्हों जो भी लोक सेवाओं के काम पर उनके नाम हो,या आधार शिला पर भी उनका नाम हो तो तुरंत ही मिटा दिया जाए,जैसे कोई पुल,रोड,एयरपोर्ट इनके नाम पर हो,तो तुरंत वो नाम कैंसल किया जाए, घोटालेबाजों के नाम पर कोई भी योजना या स्थल नही होना चाहिए
हर कोई जन्म से criminal नहीं बनता है सर जी। हमारा समाज हमें मजबूर कर देता है। मेरा RESULT SSC CPO🔥 2022 में tier 1 क्लीयर हो गया है। पुराना झगड़ा को लेकर हमारे उपर साजिश रचा जा रहा है किसी भी तरह से इनको कैश में फसाया जाए। जो लोग हमारे comment को पढ़ रहे है उनसे हाथ जोड़ कर विनती है मै बहुत demotivate हूँ। इस तरह के situation को लेकर suggest कीजिए मै कैसे takle करूँ। Because running & mains dono होगा। मन भी नहीं लगता है डोरने मे। भाई लोग बहुत demotivate हूँ।
Bhai aap thode din bahar rhe lo. Aapko Jan Vardi milegi tab sabhi ki haalat kharab ho jaigi. Case mat krwa lena apne upar nhi to Job Nhi mil paigi aapko
Bhai situation same h , chsl ki joining aur CGL ka mains reh rha h , gao Mt jao , police verification se pehle , Mai bhi nhi Jaa rha , pehle career bna lo
@@prayatn100 bhai mera bhi same h exam nikal gya h but jhutta case lga h uski chinta mujhe khaye ja rhiii h😓😓😓,kya kru virodhi party piche pdi h ...hey bhgwan kaisi duniya h ye
सर, विद्यार्थियों और सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले बच्चों को जानबूझकर पड़ोसी फंसाते हैं कृपया बच्चों का भविष्य बर्बाद न करें और यह नियम-कानून नेताओं पर चलाएं😔
हमारी पवित्र सविधान , इंग्लिश भाषा के कारण ही निर्दोष को भी सजा मिल जाता है । ,, मातृ भाषा में बहस होना चाहिए ताकि अनपढ़ निर्दोष लोग भी अपना सही सफाई पेश कर सके ।
Logic Is simple..Our Justice System wants criminal because if there will not criminal then there will be no case and if there will be no case then judge and police will be unemployed..So he is saving his own future.. 🤣
What to do if a false case was filed by the opposition party against an innocent person? Do u know why people become criminals, only because they are not eligible for a govt job after which a person has no way except to accept as a criminal. A false case destroys the life of innocent people.The person who had done nothing but faced false and wrong charges against him what is the option he left in his life to do.
Aise me logo ke pass or crime karne ke alawa or koi choice nhi bachta. Ho sakta usne kisi ka sir fod diya ho par baad me aise log in laws ke karan uska haq nhi Milne par murder v kar sakte hai ..or iska zimmewar sirf sarkar ki hai
bhai ek jhootha case mere upar bhi laga tha jisne mera sab kuchh chheen liya, 2020 m compromise kr liya un logo ne paisa lekar... aur m preparation kar raha hu, din m km se km 14 gante, koi batayega ki agar aisa mere sath ho to mujhe kya karna chahiye?
युवाओं से अगर गलती हो गई और उसपर क्रिमिनल केस हो गया और सरकारी नौकरी हो गई तो उसको नोकरी देनी चाहिए चेतावनी देकर ताकि वो अपना कैरियर बना सके नहीं तो इंसान टूट जाता हैं और मजबूर हो जाता हैं.. और ये कानून लाचार कर देती हैं इसलिए भ्रस्टाचार बढ़ रहा हैं महाशय यह एक गंभीर मामला हैं कोई रास्ता निकला जाय..
Yuvaon ko jhuthe mukadme mein padosiyon ko यह एक मुहिम चली हुई है जिसे पड़ोसी जलने वाले आदमी के साथ में ऐसे कर रहे हैं और झूठे मुकदमे में फसाकर कर बच्चों की नौकरी नौकरी नहीं लेने दे रहे हैं यह कानून में सबसे बड़ी सबसे बड़ी कमी है इसके विरोध में युवाओं को आगे आना चाहिए
Every one must deserve a good future. Of he's got joining letter means he's something...a hardworking person and want to commit for a better change. On this basis his criminal case must be withdrawn with an approved application of swearing signed by the honorable court.
Ajib logic hai naa ...sarkar keliye jo kaam karega wespe koi criminal cases nai honi chahiye lekin Sakar k upar criminal cases hoke b wo sarkar banta hai .🙂
Politician criminal ho kr bhi desh chala rha rhe ,or jo student apni mehnat se padai krke ,exam qualify krke yha pohcha uske liye govt.job nhi ,gjb ka nyay hai ,ab to us student ko criminal field me apna carrier bnana chahiye 🙏🙏🙏
क्या घटिया सिस्टम है, सरकार में बैठा मंत्री अपने ऊपर केसों के अम्बार लेकर बैठा है, लेकिन अपने अधीन सरकारी अफसर बेदाग चाहिए। बेशक लाखों की संख्या में लोग भारत की नागरिकता छोड़ रहे हैं। क्योंकि गवाँर गुंडे संसद में बैठे हैं और पढ़े लिखे व्यक्ति झूठे केस में फँसकर घर पे बैठे हैं।
latest decision diya hai SC ne nov. me ki khali FIR ho jane par..kisi ko adhikar se banchit nahi kiya ja sakta..wo bhi police job ka case tha..lawyer ko jankari honi chahiye iski..anyay bahut bad gya hai..high court me..
Fir k baad court mai charge frame hota hai ki fir sahi hai ya nahi uske baad trail janch case shuru hota hai jab court mai case ho gaya to fir judge saab ne bata hi diya ki.
@@mathsguru4509 decision dekhlo tum..Court se bari hone par hi bat ho rhi hai..jhoota case kisi par bhi ho sakta hai..aaj kal log jalan me kisi aur se ladai me ..taiyari karne wale ka nam bhi daal dete hai..
हरे कृष्णा जी इन सर के जजमेंट बहुत-बहुत बढ़िया है को नमन है हम सबका आज तक यह बात समझ नहीं आई कि एक छोटी सी सरकारीनौकरी को पाने के लिए आप का रिकॉर्ड साफ सुथरा होना चाहिए जबकि एक नेता बनने के लिए आप का रिकॉर्ड कितना भी खराब हो आप को एकदम से टिकट मिल जाती है और फिर वह व्यक्ति जिस पर दुनिया भर केस लगे होते हैं वह व्यक्ति कई बार कानून मंत्री भी बन जाता है
Itna mushkil hai government job lena upar se ye purane laws great...insaan se agar koi galti ho jata hai toh use saza di jati hai taki aage aisi galti fir na kare, use sudhara jata hai, agar aapko lagta hai ki saza insaan sudhrta nhi hai to fir saza kyon di jati hai use, sudharne ka koi mouka hi na mile toh fir kyon banaya gaya hai ye laws...
माननीय न्यायधीश जी क्षमा कीजिएगा आप अनुशासन की बात किए हैं पुलिस के लिए किन्तु ज्यादातर पुलिस को अनुशासन का अ भी नहीं पता होता है और अनुशासन की धज्जियाँ सबसे ज्यादा कोई उड़ाता है तो वो है राज्य पुलिस खासकर बिहार की जितनी सीधी पुलिस आपके सक्षम दिखती है वो उतनी अनुशासित आम पब्लिक के बीच नहीं रहती और रही बात आचरण सर्टिफिकेट की तो आजकल पुलिस का जो रवैया है समाज पुलिस और दलालों का कि युवाओं को जान बूझकर झूठे मुकदमों में फंसाया भी जाता है कई मामलों में लोकल दलालों की मिली भगत के कारणों से और सिर्फ FIR हो जाने पर किसी का आचरण आकलन नहीं किया जा सकता और यह लिखित रूप में दे सकते हैं कोई की जिनके उपर कोई FIR नहीं है उनका आचरण सही हो ज्यादातर केसों में युवाओं को पुलिस की मनमानी एवं इगो के कारणों से फंसाया जाता है ईस वज़ह से किसी को सरकारी नौकरियों से वंचित करना कहीं से उचित नहीं है एक सरकारी नौकरी कितनी मेहनत के बाद हासिल होता है वो एक विद्यार्थी हीं समझ सकता है इसमे कृपया सुधार लाया जाए नहीं तो जो रवैया है पुलिस का आए दिन वो दिन दूर नहीं है जब युवा धीरे धीरे बदले की भावना में जलकर अपराध की दल दल में फंसते चला जाएगा
Ye sb laws change hone chahiye, or bribery ko sbse bda jurm declare krna chahiye, qki cm to bn skta h fir hone pr lekin police man nhi bn skta, or jo police bnne k bad Roz ye sb charge vale kam krte h unka kya, sb ghatiya system ki badolat h
The state of this country will soon be a shit due to biased judiciary....just like after acquital constable was not allowed to join duty..same should be applicable for politician...the word acquital means he was not found to be guilty...either a person is convicted or acquited...it cannot be in middle...his life is ruined because of this.... Just because some one has put allegations...does not mean he is guilty ...
मैं भी पढ़ता हूं, पिछले 6 महीने से घर नहीं जा पा रहा हूं, क्योंकि घर जाते ही मुझे झूठे छेड़खानी के केस में फसाने का धमकी देते हैं और फसाना भी चाहते हैं पड़ोसी ... थू है ऐसी सिस्टम पर 💔
Farji case me saja bhi ho sakta hai dusare job me nahi to police , army me hi q ye judge aaj ki society jante hi nahi,ab jab tak case chalega tab Tak joining nahi ,badi dharaon me case hai samanya hota to ho jata
देश के लिए कानून बनाने वाले सासंद आपराधिक मामलों विचाराधीन,सजायाफ्ता,दोषी बगैरह चल सकते है ....बस शिक्षित युवा के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध,विचाराधीन नही होना चाहिए । *आपराधिक न्याय प्रणाली मे सुधार किया जाना चाहिए*
Logic is good...because prisoners after freedom either live a humble life or get more arrogant thinking law cannot do more to them than what just happened.
Judge ने pointout सही किया। वकील साहब अभ्यर्थी के समर्थन में तर्क तो बढियाँ से प्रस्तुत करें। आप अपने मुवक्किल का केस ऐसे प्रेसेंट करिए की निर्णय उसके हित में हो।
Not by order of chief justice.. Chief justice roster bnate hai... Each case cannot be placed before chief justice. Registrar general ke pas Lawazima board hota hai. Wha se phir appropriate bench ke pas listing section list kr deta hai
Ghar walo ke sath mera name bhi Dhej ke case me meri bhabhi ne jhoota likhwa rakha hai or mera nvs physics lecturer ki joining me carecter certificate nahi ban paa Raha
यह कैसा सिस्टम है जहाँ ऐसे लोग भी है जिन लोगो पर क्रिमिनल केस चल रहे होते है तो भी उनमे से कई लोग नेता/MLA/MP यहाँ तक कि मंत्री तक बन जाते है लेकिन अगर किसी छात्र पर झूँठा मुकदमा भी दर्ज हो जाए तो उसका पूरा करियर ही घौपट समझीये !
एक दिन घर में एक 4 साल पुराना ज्वाइनिंग लेटर मिला। जिसमे मेरे भाई का अपॉइंटमेंट उत्तर प्रदेश की सरकारी में हो गया था। लेकिन दुर्भाग्यवश अब वह ज्वाइनिंग लेटर मिला। क्या ऐसा कोई प्रोविजन है कि उस ज्वाइनिंग लेटर के आधार पर अब ज्वाइन किया जा सके। किसी को पता हो तो जरूर बताएं।
First, the case was filed on the basis of information provided by the candidate itself. He could have lied. Second, how does FIR imply that the person is guilty ? Third, even if he did something wrong, the selection committee is totally at fault for informing this after he had cleared all written and physical exams, and compromised other opportunities under a wrong impression that he is going to get the job. The selection process takes several months, or sometimes even years. Do these people not even read the application forms before shortlisting / selecting people? The entire selection process is beyond my understanding.
Politicians shud also be included under this law. Sab law aam admi ke liye. Jab Ishvar se bhi hum maafi ki asha rakhte hai, ye toh insaano ka Kanoon hai.
इस देश में कोई भी किसिके भी उपर केस डाल सकता है. कांनून का गलत इस्तमाल करके किसिको भी सालो तक फसाया जा सकता है. अगर नेता के लिये भी ये रुल रहेगा तो इस देश में इलेक्शन ही नही हो पायेगा. झुटे केस करनेवाले को भी २ साल की सजा हो सकता है. इसिलिये केस को अखिरीतक लडना चाहिए. इसके अलवा हमारे पास कोई पर्याय नाही है.
Compromise nahi karke sidha case khatam karta to joining order court jaroor deta, compromise nahi karna chahiye tha agar innocent tha to lad ke case khatam karta
Mere pe bi case pada tha tab mein 16 Saal ka tha 2010 juvenile court mein ar mere se compromise nahi Kiya ar judge ne ek Sall ka bond fill Karva ke case Khatam Kar diya ab mein 28 years hu to koi govt job lene mein problem to nahi ayegi
मेरे खिलाफ कोर्ट में एक झूठा केस दर्ज किया गया हैं। केस एक ऐसा घटना से संबंधित हैं जिसमे मैं किसी भी प्रकार से शामिल था ही नही। मैं एक विद्यार्थी हूं और परीक्षा का तैयारी करता हूं। अब मुझे क्या करना चाहिए?
I had a brutal accident ...i was in ICU for 1 mnth... Then police lodged a case against me under section IPC 279(rash driving) of motor vehicles act... I was convicted and fined. 1000 by honourable court...and the lawyer said this won't affect your character.. Now when I cleared the SSC CGL exam....my joining is being delayed... This isn't even a criminal case 😭
Why he do not apply same logic for politician.????
neta itna pelnege na..isi liye logic nahi chalta
Exactly
@@structuraldesigner mr athavle......tab sare neta mast maja leta🤣🤣🤣🤣🤣
Here it is in the people's hand. People r wrong to elect crime politicians
Agree, they r the real root cause of all the problems
सारा नियम कानून आम आदमी और छात्रों के लिए ही है,बाकी नेता-मंत्री देश को खुब लूटे,
Bilkul sahi kaha.
vote bhi toh humlog dete hain 😅
Voh toh tum sabse bade chutiya ho jo sarkari Naukri kar rhe ho
💯
Neta mantri apne aap thode na ban jate hai. Aap aor ham jayse log hi bana ke bhejte. 🙏🙏🙏🙏🙏
बूढ़ी हो चुकी कानून व्यवस्था, बूढ़ा जज, बूढ़े नेता, बूढ़ी नीति , बूढ़ी हैं सब व्यवस्था।
बस नाम का युवा भारत।
Bolna bhut aasan h.....itni himmat h toh us post pe baith ky dekho
Sahi bat
Waha tak pauchte pahuchte aadmi budha ho hi jata hai !
Without experience no one handle this post because there get lot of experience vai 👍
Experience hoke bhi kya badal gaya.. agar aap majboor hai . Jhute case ki wajah se Delhi police aur crpf sub inspector ki naukri cheen li mujhse ...marne ka dil karta hai CRPF sapna tha Mera ..
The same rules must be applicable to our minister's
rule ki jarurat nhin .agar janta unhe cross verify karke vote dene loge to !
@@A_LoneRider to bhai bina vote diye ghar aa jao
All rules are being made by politicians, so they can make rules against thereself
@@samuelmorningstar786 true phir Nota dabana padega
True, 100% agree
Criminal background works in two different aspects
1. As a disqualifying agent for poor govt jobs candidates
2. As an essencial quality for our politicians to be selected.
Any person can destroy career of a Student just by filing an FIR and then compromise or anything. Bad judgement for that poor soul.
Mera career katam ho gya vai. 2 sal crpf me job kia tha. Ab jine ka dil nahi korta he
@@tariktarafdar4749kya hua bhai kya hua??
@@tariktarafdar4749 kya hua tha Bhai please batao
This is nothing but misutilization of judiciary power
known
*WHAT IF THIS CASE IS FAKE AND ONLY TO DEFAME A PERSON AND FOR A REVENGE ? THATS WHY I HATE THESE CRUEL LAWS IN INDIA 😡😡😡😡*
koi law h hi nahi iske liye..ye sab apni man ki thop rhe hai..
@@abhineshdubey3594 exactly
Correct
Actually yeh ho chuka hai news mein aaya bhi tha ki ek bande ko police inspector ki job mili thi but police verification mein pata chala ki uspe FIR case hua hi aur iss bande ko pata bhi nahi tha. Baad mein verify Kiya to pata chala relatives ne fake FIR Kiya property ko leke jiske baare mein iss bande ko bhi nahi pata tha. Since ab job chali Gaye to court ke chakkar kaat Raha hai fake FIR ki wajah se. 😢
bro think... what if the paper got leaked or some other scam came out of the particular exam the victim was preparing for... joined a piece protest which might have got turned into some riot situation....
कितनी बार झूठे केस मे भी लोगो को नौकरी से हाथ धोना पड़ता है
Meri jindagi barbad ho gayi jhute cash main😭
Kiya hua tha bhai naukri se hata dya plzzbtao me bi depression m hu
@@ajaykumarmehto9059 kya hua tha
According to judge sahab "Once a criminal ,always a criminal" he cannot change his mindset..... Bullshit ! We have to bring reform in these type of laws.
This is unacceptable.Our law says a person is innocent until found guilty.And the case was no longer pending against the applicant.So on which basis his employer (police department) considered him a criminal.seriusoy I don't understand may be he is innocent or guilty.But the matter is not decided in court of law.So how he was considered like a criminal and how the court also turned down his appeal I don't understand.This is seriously unacceptable from our judicial system.
Bhai sahab the judge said that the acquittal was compromised and if you can read between line that would not be without some serious pressure .if he was innocent he should have let the judgement come out instead of settlement .and you must understand that benefit of doubt cannot be given to a police official.you must understand if he loses job it is his personal Los and if he was culprit and still gets job the loss is of entire system .
Then balmiki who wrote ramayan he is a thief I'm her past
Antecedents and Police verification should be done for all, including Politicians in India before opting for a job or electing.
और नेता*नरसंहार*करवा कर मंत्री बन जाता है वाह।।।।गजब का कानून बनाया है साहब बनाने वाले ने
1 false case effect on innocent man but 1000 cases not affected politics that also criminal mindset?
Exam Saadhvi prigya bjp has been found involved in terrorist activity by supreme court still. MP
Mat do vote kyo dete ho?
@@manoj1827 haa bhai tum sahi keh rahe hoo! 2011-12 ke aas paas lagg raha tha ki sahi Indians abb religious hatred se abb dur horaha hai aur umeed thi ki duniya mai India as example dekhi jaayegi but abhi b loog religious hatred mai aakar esse politicians ko leader banadete hai
@@srksameer3757 jaati ki raajneeti bhool gye isiliye aaj bihar me gareebi km aur jaati pr jyada chrcha ho rhi up aur bihar dono jagah jaatiyaan haawi h
@@manoj1827पार्टी को देते भाई लोग वोट
अच्छे पढ़ने लिखने वाले सज्जन लोगो को जलन में झूठी केस में जानबूझ कर फसा दिया जाता है ताकि वह नौकरी न कर सके ..!!
ऐसे कानून में संसोधन करना अति अति आवश्यक है..!!😢😢😢😢😢
Isliye cctv laga ke rakhna chahiye
Hmmm yeh kanoon khtm hona chahiye
Bhai Aaj hi mere sath asa hua hai.
Mere uper mere wife ne hi case krdiya hai jisey mere career spoil honey ka chances hai
Bus Bhai yeh kanoon bekr h
Right
Yes, this should apply same for political leaders.....we must stand for it ...
जज साहब को रिटायरमेंट की जरूरत है सबसे पहले ये लोग युवाओं का करियर डिसाइड करेगे तो होगा ही बट्टा झार 🙏🙏
Bhai apki joining hui kya
😂😂😂😂😂
65
retd ke baad bhi to jaha gov tribunal me jayenge waha logo ko paresaan karenge manmani kaam Kara ke 😂
बाहर लिखा है सत्यमेव जयते
बहुत गर्व महसूस हुआ
जब अंदर गया मुकदमा दर्ज किया
तो अरदली महिला कर्मचारी ने सूट सलवार पहनी थी
और एक फीट लंबी जेब सिलाई थी
पूरे दिन रिश्वत की भीख मांगते मांगते जेब भर ली
भ्रष्ट मेव जयते 🤮 🤮🤮🤮🤮
💔
जिस किसिपर क्रीम केस हो वो हर कोई गुन्हेगार नाही होता, कोही पोलिस वाले पैसे लेकर पासाते हे , अससे सामने वाले व्यक्ती की लाईफ निर्दोष हो कर खराब हो जाती है....😭😭😭😭 ये गलत हे
मैं भुखत रहा हू। सीआरपीएफ सब इंस्पिपेक्टर २०१७...दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर २०२१ बना।।।लेकिन job nahi mili। Mana kar Diya ।302...307 ke case me ..jo poora jhuta naam dala hai ..marna behtar lagta hai ..aksar raat me sochta hu
@@gauravrampal2921 bhai job hi to ek option nhi h
Business kro kuch or try kar lo coaching padha lo online unlimited income h brother
@@TheBest67812 home tutions padhata hu bhai.. option nahi mera sapna tha wo ...papa mere mujhe inspector bante dekhna chahte the..but last year cancer se mar gaye .
Mere sath bi esa hi hua h family jagde m fasa diya bad m nirdos ho kr bi joining ruki hui h😢
@@sciencetechschool tumhare upar konsi dharaye thi
यदि आप पर केस है तो आप सरकारी नौकरी नही कर सकते हैं लेकिन आप नेता बनकर सविधान चला सकते हैं -jok 😄😄
Samvidhan nahi desh
Mazaak hi hai
@@A.Choudhary001abbe sambidhan main toh unhi log badalte hsi
न्याय मतलब समझा बुझाकर जेल, सज़ा पाना।और चालाक, ताक़त, प्रभावशाली लोगों झूठे कागज़ात तैयार कर सम्पत्ति हड़पना। धन्यवाद
Ye bahut galat kanoon h neta log chahe to jail me baithkar minister ban sakta but agar kisi students par case ho jaye to uska character kharab ho jayega ......kitni ghatiya bat h ye......aise kanoon me amendment Karna chahiye or judge logo ko v sonchna chahiye.........
This video was much needed for today's youth
FIR होने के बाद नेता चुनाव लड़ सकता है यहां तक जेल में रह कर फॉर्म भर सकता है तो सरकारी नौकरी में प्रॉबलम क्यूं 🤔🤦
😂😂😂
Agar apki behen bhai chacha mama ma pita putra ko kisi ne katl katl kr diya aur apne FIR kara di. Aur uske baad us criminal ne agar police ka form bhar kar ya kisi bhi government job ko qwalify kar liya aur power me a gaya toh kya ap chahenge ki voh power me aaye isse usko seh milegi. Same for the politician agar voh chunav ladta hai aur jeet jata hai toh public ki galti hai aise insaan ko vote na de isliye media hai ye poora ek system hai toh comment karne se pehle system ko samjhe
@@one_nation_news_channelअधिकांश मामले झूठे दर्ज होते है । बेगुनाह मेहनती लोग ही इस नियम में फास्ट हैं
।
@@one_nation_news_channelक्रिमनल क्या सच मे एग्जाम पास कर गया जब उस क्रिमनल को पावर चाहिए तो वो एक छोटा सा पुलिस का पोस्ट ku lega वो तो नेता बने गए न पावर मे आने के लिए
जब भी कोई डिफेन्स का बच्चा तैयारी करता है उसे किसी न किसी तरह से फसाया जाता है इसी इसलिए ज्यादा तर बच्चे अकेडमी मे गाँव से दूर चले जाते है
@@one_nation_news_channel Bhai kis politician ko chunoge phir ? Sab k sab vaise hi hai saale 😏
अगर आपके ऊपर क्रिमिनल केस है तो आप सरकारी नौकरी नही कर सकते पर आप चुनाव लड़ कर देश के नेता बन सकते हैं..
भारत का धन्य संविधान..🤣🤣 और हम इसके भरोसे चल रहे हैं.. जोक🤣🤣
क्यूंकि हमारे देश मे लोकतंत्र है इसलिए! हमारे संविधान ने सबसे ताकतवर जनता को माना है जो बहुत अच्छी बात है! किसी पे क्रिमिनल केस है और वो जोइनिंग नहीं कर पा रहा है और अगर वो केस गलत साबित होता है तो उसे ना केवल वो नौकरी मिलती है, बल्कि नियुक्ति वाले दिन से सैलरी दी जाती है इसके साथ ही अतरिक्त मुआवजा भी और अब रही नेताओं की बात अगर किसी व्यक्ति को झूठे केस मे जेल मे डाल दिया गया और इस वजह से वो चुनाव ना लड़ पाए तो इस बार का चुनाव तो निकल गया अब अगर 5 साल बाद निर्णय आए तो? चूंकि वो जनता decide करती है इसलिए संविधान मे नेताओं को चुनाव लड़ने देते है आरोप साबित होने तक! अगर आरोप साबित हो गया और सुप्रीम कोर्ट से भी साबित हो गया तो वो चुनाव नहीं लड़ पाएगा! उदहारण लालू यादव! Indian constitution is not a joke dear
@@kuntal714. सर आपकी बात कागज़ी तौर पर तो बिल्कुल सही दिखती है पर जरा गौर से देखें तो आप भी पाएंगे की इस संविधान में जितने छेद हैं उतने शायद मच्छरदानी में भी नही होते.. हमारे देश मे आरोप साबित होते होते कई बार लोग पहले गुजर चुके होते हैं तब जाकर पता लगता है कि फलां आदमी तो निर्दोष था तब जाकर हम 2 फूल अर्पित करके गंगा स्नान कर लेते हैं.. पर इससे क्या न्याय मिला सामने वाले को??
और रही बात नेताओ की तो क्यों न ऐसा हो कि जबतक आरोप सिद्ध न हो तबतक आप चुनाव न लड़ पाए जैसे आदमी नौकरी नही ले पाता.. फिर ये जो जस्टिस डिले वाला प्रोसेस जो हमारे देश मे फैशन में रहता है वो ये नेता लोग खुद सॉल्व कर लेंगे.. साधारण आदमी नौकरी खोजता है सर पैसे वाले तो बिजनेस करते हैं और उसी साधारण आदमी को कोई ईर्ष्यावश झूठे आरोप में फंसा कर जीवन बर्वाद कर देता है फिर शुरू होता है भारत की महान न्याय प्रक्रिया का नग्न नाच..
It is joke sir..
@@kuntal714. और एक बात सर हमारे संविधान ने जनता को अगर सबसे ताकतवर माना है तो फिर इसके लिए कोई कानून क्यों नही बनाया?? बस 5 साल में एकबार वोट देने जाइये और सोचिए हम देश बदल देंगे.. अरे सर ये तो देखिए कि इस देश का जड़ संविधान कैसा है कि अगर 90% वोट नोटा को मिल जाये और 10% किसी एक खराब कैंडिडेट को मिले तो भी वो कैंडिडेट ही जीतेगा.. फिर काहे का जनता सर्वोच्च हुआ??
@@kuntal714. और लालू यादव ने चारा घोटाला 1996 में किया था और हमारे महान न्याय प्रणाली ने इसे साबित 2013 में किया फिर कहा 11 साल तक ये चुनाव नही लड़ सकता.. ठीक है पर 1996 से 2013 तक मुख्यमंत्री पद क्यों नही छीना गया ?? और 900 करोड़ लिए क्या लालू यादव से इस महान संविधान ने??
नपुंसक संविधान बस खेतिहर मजदूर और आम जनता पर अत्याचार जानता है..
@@kuntal714. is case me to ladka doshmukt ho gya court se...fir bhi job nhi di judge ne..is anyay ka kon zimmedar hai?
देश की सरकार को एक विनती है,जो भी मंत्री गलत मामलो में लिप्त पाए जाए,तो उन्हों जो भी लोक सेवाओं के काम पर उनके नाम हो,या आधार शिला पर भी उनका नाम हो तो तुरंत ही मिटा दिया जाए,जैसे कोई पुल,रोड,एयरपोर्ट इनके नाम पर हो,तो तुरंत वो नाम कैंसल किया जाए, घोटालेबाजों के नाम पर कोई भी योजना या स्थल नही होना चाहिए
हर कोई जन्म से criminal नहीं बनता है सर जी। हमारा समाज हमें मजबूर कर देता है। मेरा RESULT SSC CPO🔥 2022 में tier 1 क्लीयर हो गया है। पुराना झगड़ा को लेकर हमारे उपर साजिश रचा जा रहा है किसी भी तरह से इनको कैश में फसाया जाए। जो लोग हमारे comment को पढ़ रहे है उनसे हाथ जोड़ कर विनती है मै बहुत demotivate हूँ। इस तरह के situation को लेकर suggest कीजिए मै कैसे takle करूँ। Because running & mains dono होगा। मन भी नहीं लगता है डोरने मे। भाई लोग बहुत demotivate हूँ।
Bhai aap thode din bahar rhe lo.
Aapko Jan Vardi milegi tab sabhi ki haalat kharab ho jaigi.
Case mat krwa lena apne upar nhi to Job Nhi mil paigi aapko
Bhai situation same h , chsl ki joining aur CGL ka mains reh rha h , gao Mt jao , police verification se pehle , Mai bhi nhi Jaa rha , pehle career bna lo
@@prayatn100 bhai mera bhi same h exam nikal gya h but jhutta case lga h uski chinta mujhe khaye ja rhiii h😓😓😓,kya kru virodhi party piche pdi h ...hey bhgwan kaisi duniya h ye
Mere sath bhi shame ghatna ghat raha h bro
Commissioner ya sp ko likhit me do. Ye bat
सर, विद्यार्थियों और सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले बच्चों को जानबूझकर पड़ोसी फंसाते हैं कृपया बच्चों का भविष्य बर्बाद न करें और यह नियम-कानून नेताओं पर चलाएं😔
Right 👍
Right
Normal face per Kuchh Nahin Hota maarpeet ka ghatna Rahane per Nahin Kuchh hoga balatkar Karoge WhatsApp per Tumko Padosi kar deta hai
Corret💯💯💯
Sahi h bat bhai
मुख्यधारा में आने देना नहीं चाहते फिर अपराधी कैसे सुधरेगा
हमारी पवित्र सविधान , इंग्लिश भाषा के कारण ही निर्दोष को भी सजा मिल जाता है । ,, मातृ भाषा में बहस होना चाहिए ताकि अनपढ़ निर्दोष लोग भी अपना सही सफाई पेश कर सके ।
वकील को सब समझ आता है
Nice
@@sanjaydixit1704 ,वकील के समझने से क्या होगा ? अभियुक्त को भी समझ में आना चाहिए ।
@@PkSingh-te5fq8ss8p South India aur east india ka logo ko hindi ati hai
@@jeetsamar3200 ,south /East /west तो सब ENGLISH ही जानतें हैं जैसे ।
Logic Is simple..Our Justice System wants criminal because if there will not criminal then there will be no case and if there will be no case then judge and police will be unemployed..So he is saving his own future.. 🤣
What to do if a false case was filed by the opposition party against an innocent person?
Do u know why people become criminals, only because they are not eligible for a govt job after which a person has no way except to accept as a criminal.
A false case destroys the life of innocent people.The person who had done nothing but faced false and wrong charges against him what is the option he left in his life to do.
Aise me logo ke pass or crime karne ke alawa or koi choice nhi bachta. Ho sakta usne kisi ka sir fod diya ho par baad me aise log in laws ke karan uska haq nhi Milne par murder v kar sakte hai ..or iska zimmewar sirf sarkar ki hai
@@raaz123451 😂😂😂 agar inocent nekla tab usko job mil jata ha
@@kundankumar-fi3zj agar criminal nikalta toh usse saza ho jaata...either criminal or acquital..it cannot be in between
@@kundankumar-fi3zj no, even if he is innocent no private company or government will hire him as his bgv will fail
bhai ek jhootha case mere upar bhi laga tha jisne mera sab kuchh chheen liya, 2020 m compromise kr liya un logo ne paisa lekar... aur m preparation kar raha hu, din m km se km 14 gante, koi batayega ki agar aisa mere sath ho to mujhe kya karna chahiye?
Law broker becomes law maker , यानि जब कानून तोड़ने वाला जब कानून बनाने वाला बन जाता है इसलिए सांसद और विधायक पर भी ऐसी विचार रखना चाहिए
लेकिन नेतागीरी और लोफरगीरी करने में कोई रोक टोक नहीं है, शर्म है ऐसे कानून और ऐसे न्याय को
आजकल हर जगह किसी भी प्रकार से छोटी छोटी बातों में लड़ाई होने पर fir karwa देते है और फिर हो गया मामला दर्ज 😢😢😢
संवैधानिक हिपोक्रेसी है ये क्रिमिनल केस होने सरकार बन सकते हैं लेकिन सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती
Bhaiya..isme order kya hua aap batayenge..ye court ki language mujhe samajh nhi ayi
@@SS-xs1lu use joining de di gayi hai
@@cop216_kuldeep1 pagal ho kya
Police m nhi de sackte joining
Isi Karn se ek sarkari कर्मचारी का society me fayda uthaya jata hai.
युवाओं से अगर गलती हो गई और उसपर क्रिमिनल केस हो गया और सरकारी नौकरी हो गई तो उसको नोकरी देनी चाहिए चेतावनी देकर ताकि वो अपना कैरियर बना सके नहीं तो इंसान टूट जाता हैं और मजबूर हो जाता हैं.. और ये कानून लाचार कर देती हैं इसलिए भ्रस्टाचार बढ़ रहा हैं महाशय यह एक गंभीर मामला हैं कोई रास्ता निकला जाय..
Haan
Ha bhai
Yes
Yuvaon ko jhuthe mukadme mein padosiyon ko यह एक मुहिम चली हुई है जिसे पड़ोसी जलने वाले आदमी के साथ में ऐसे कर रहे हैं और झूठे मुकदमे में फसाकर कर बच्चों की नौकरी नौकरी नहीं लेने दे रहे हैं यह कानून में सबसे बड़ी सबसे बड़ी कमी है इसके विरोध में युवाओं को आगे आना चाहिए
Every one must deserve a good future. Of he's got joining letter means he's something...a hardworking person and want to commit for a better change. On this basis his criminal case must be withdrawn with an approved application of swearing signed by the honorable court.
कानून एक ऐसा जाल है जिसमे सिर्फ छोटे मोटे कीड़े ही फसते है। बड़े बड़े जानवर तो इस जाल को फाड़ कर निकल जाते है😢😢😢😢
Ajib logic hai naa ...sarkar keliye jo kaam karega wespe koi criminal cases nai honi chahiye lekin Sakar k upar criminal cases hoke b wo sarkar banta hai .🙂
Politician criminal ho kr bhi desh chala rha rhe ,or jo student apni mehnat se padai krke ,exam qualify krke yha pohcha uske liye govt.job nhi ,gjb ka nyay hai ,ab to us student ko criminal field me apna carrier bnana chahiye 🙏🙏🙏
क्या घटिया सिस्टम है, सरकार में बैठा मंत्री अपने ऊपर केसों के अम्बार लेकर बैठा है, लेकिन अपने अधीन सरकारी अफसर बेदाग चाहिए। बेशक लाखों की संख्या में लोग भारत की नागरिकता छोड़ रहे हैं। क्योंकि गवाँर गुंडे संसद में बैठे हैं और पढ़े लिखे व्यक्ति झूठे केस में फँसकर घर पे बैठे हैं।
😭🥺
@@prological8792 😓😓😓😓😓😓
Bheem rao ambedkar bahut sara kanoon ghatiya likha tha 😢
आपने सही कहा...👌👌👌
Criminal cases hone par government job me dikkat aa sakti hai...lekin criminal charges hone par minister banne me koi dikkat nahi aata hai
Shame on Govt. & i Shame on High Court judge,. Ek galti aur Wo bechra jivan bhar soch soch kar Depressed ho jayega 🙏🙏🙏🙏
कानून तो नेता ही बनते है संसद मे
latest decision diya hai SC ne nov. me ki khali FIR ho jane par..kisi ko adhikar se banchit nahi kiya ja sakta..wo bhi police job ka case tha..lawyer ko jankari honi chahiye iski..anyay bahut bad gya hai..high court me..
Fir k baad court mai charge frame hota hai ki fir sahi hai ya nahi uske baad trail janch case shuru hota hai jab court mai case ho gaya to fir judge saab ne bata hi diya ki.
@@mathsguru4509 decision dekhlo tum..Court se bari hone par hi bat ho rhi hai..jhoota case kisi par bhi ho sakta hai..aaj kal log jalan me kisi aur se ladai me ..taiyari karne wale ka nam bhi daal dete hai..
case ki detail bta do agr aap jante ho @abhineshdubey3594
@@ShivamKumar-rc3pr pramod singh karar v/s the state of MP
Bhai कुछ advice do same mere sath hua hai
हरे कृष्णा जी इन सर के जजमेंट बहुत-बहुत बढ़िया है को नमन है हम सबका आज तक यह बात समझ नहीं आई कि एक छोटी सी सरकारीनौकरी को पाने के लिए आप का रिकॉर्ड साफ सुथरा होना चाहिए जबकि एक नेता बनने के लिए आप का रिकॉर्ड कितना भी खराब हो आप को एकदम से टिकट मिल जाती है और फिर वह व्यक्ति जिस पर दुनिया भर केस लगे होते हैं वह व्यक्ति कई बार कानून मंत्री भी बन जाता है
आज मेरे ऊपर झूठा केस दर्ज हुआ है।
मैं रेलवे कर्मचारी हू। देखते हैं क्या परिणाम निकलता है। लेकिन अभी क्या करू कोई लीगल advise दे।
Court se character certificate le aao
Itna mushkil hai government job lena upar se ye purane laws great...insaan se agar koi galti ho jata hai toh use saza di jati hai taki aage aisi galti fir na kare, use sudhara jata hai, agar aapko lagta hai ki saza insaan sudhrta nhi hai to fir saza kyon di jati hai use, sudharne ka koi mouka hi na mile toh fir kyon banaya gaya hai ye laws...
Before joining there is so many rule .....but after joining there is no rule.....
माननीय न्यायधीश जी क्षमा कीजिएगा आप अनुशासन की बात किए हैं पुलिस के लिए किन्तु ज्यादातर पुलिस को अनुशासन का अ भी नहीं पता होता है और अनुशासन की धज्जियाँ सबसे ज्यादा कोई उड़ाता है तो वो है राज्य पुलिस खासकर बिहार की जितनी सीधी पुलिस आपके सक्षम दिखती है वो उतनी अनुशासित आम पब्लिक के बीच नहीं रहती और रही बात आचरण सर्टिफिकेट की तो आजकल पुलिस का जो रवैया है समाज पुलिस और दलालों का कि युवाओं को जान बूझकर झूठे मुकदमों में फंसाया भी जाता है कई मामलों में लोकल दलालों की मिली भगत के कारणों से और सिर्फ FIR हो जाने पर किसी का आचरण आकलन नहीं किया जा सकता और यह लिखित रूप में दे सकते हैं कोई की जिनके उपर कोई FIR नहीं है उनका आचरण सही हो ज्यादातर केसों में युवाओं को पुलिस की मनमानी एवं इगो के कारणों से फंसाया जाता है ईस वज़ह से किसी को सरकारी नौकरियों से वंचित करना कहीं से उचित नहीं है एक सरकारी नौकरी कितनी मेहनत के बाद हासिल होता है वो एक विद्यार्थी हीं समझ सकता है इसमे कृपया सुधार लाया जाए नहीं तो जो रवैया है पुलिस का आए दिन वो दिन दूर नहीं है जब युवा धीरे धीरे बदले की भावना में जलकर अपराध की दल दल में फंसते चला जाएगा
Everyone should demand
'Justice within a Year'
Only this can solve all issues.
He must said he did it..but didn't repeated the act as he committed. It's been 7 years ago act. Should he had a life sentence on behalf of such act?
Ye sb laws change hone chahiye, or bribery ko sbse bda jurm declare krna chahiye, qki cm to bn skta h fir hone pr lekin police man nhi bn skta, or jo police bnne k bad Roz ye sb charge vale kam krte h unka kya, sb ghatiya system ki badolat h
The state of this country will soon be a shit due to biased judiciary....just like after acquital constable was not allowed to join duty..same should be applicable for politician...the word acquital means he was not found to be guilty...either a person is convicted or acquited...it cannot be in middle...his life is ruined because of this....
Just because some one has put allegations...does not mean he is guilty ...
Already shit
@@zinniadas879 bottom line that pwrsons life is ruined...views does not matter
Dude read the supreme Court judgement
@@AK-ce2sh did he get his job back?? Or was he proven guilty??
मैं भी पढ़ता हूं, पिछले 6 महीने से घर नहीं जा पा रहा हूं, क्योंकि घर जाते ही मुझे झूठे छेड़खानी के केस में फसाने का धमकी देते हैं और फसाना भी चाहते हैं पड़ोसी ... थू है ऐसी सिस्टम पर 💔
This is ridiculous! The man is getting punished even after having been acquitted.
Judge sahab hmare par jutha fir section ipc 452 sc st act laga diya gaya hai sc st act khatm kar dena chahiye😢😢😢🙏🙏
Police is a disciplined force.🤣🤣🤣
😂😂 police bahut jada discipline me hota h bhai.. wo bahut jada imandar hota h.
आज अपना पुराना वो दिन याद आ गया सशस्त्र सीमा बल रेडियो आपरेटर का ज्वाइनिंग झूठा मुकदमा।जय हिन्द जय भारत
Ye bahut galat tarika he...kewal FIR darj hone par koi vyakti aropi nhi ho jata ..😡😡😡
😢😢 wahi to bro pura system kharab hai
#ये है भारत का संभिधान जिसके भरोसे हम चलने के लिए प्रदर्शन करते रहते हैं 😢😂😂😂😂😂😂
Farji case me saja bhi ho sakta hai dusare job me nahi to police , army me hi q ye judge aaj ki society jante hi nahi,ab jab tak case chalega tab Tak joining nahi ,badi dharaon me case hai samanya hota to ho jata
यह अन्याय है लोगो के साथ..इस रूल ने लोगो का भविष्य खराब कर रखा है।ऐसे कानून को बदलना चाहिए।किसी पर मुकदमा होने से वह चरित्र हैं नही हो जाता है।
Is desh me case hone pr chaprasi nhi ban skte lekin murder case hone pr minister ban skte hain... Waah constitution 😂
पड़ोसी झूठी FIR में फसा देते हैं , और उसे सजा भी नहीं हुई है और judge साहब को कुछ भी समझ नहीं आ रहा है।
देश के लिए कानून बनाने वाले सासंद आपराधिक मामलों विचाराधीन,सजायाफ्ता,दोषी बगैरह चल सकते है ....बस शिक्षित युवा के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध,विचाराधीन नही होना चाहिए ।
*आपराधिक न्याय प्रणाली मे सुधार किया जाना चाहिए*
थु है ऐसे न्याय व्यवस्था पर🤮🤮🤮🤮
Arrest all politicians and jail them for lifetime.
Logic is good...because prisoners after freedom either live a humble life or get more arrogant thinking law cannot do more to them than what just happened.
jise jhoota fasaya gya ho..kisi aur ki ladai me...tb bhi good hai
Galti insan se hoti hai machine se nhi, wo murdere ,rape to nhi kiya hai
Apke upar bhi ek jhutha case kar dete hai, apko bekasur hone me hi 10 saal lag jayenge.
बिल्कुल सही है अपराधी को कोई सरकारी जॉब की नियुक्ति नही हो सकती✍️
Ghatia kanoon.... That should be applied on all politician......
Judge ने pointout सही किया। वकील साहब अभ्यर्थी के समर्थन में तर्क तो बढियाँ से प्रस्तुत करें।
आप अपने मुवक्किल का केस ऐसे प्रेसेंट करिए की निर्णय उसके हित में हो।
Same rule should be applied for politician also
You guys choose those politicians how can they apply the same process.
Arya Sir Is best Judge with the human touch and Spiritual Wisdom along with Legal Acumen
हाइकोर्ट में किसी भी नए केस की पहली सुनवाई किस दिन होगी , ये कौन तय करता है?
Registrar by order of Chief Justice
Not by order of chief justice.. Chief justice roster bnate hai... Each case cannot be placed before chief justice. Registrar general ke pas Lawazima board hota hai. Wha se phir appropriate bench ke pas listing section list kr deta hai
Top level hipocrisy 🤣
Everyone knows police is the greatest criminal in India
Ghar walo ke sath mera name bhi
Dhej ke case me meri bhabhi ne jhoota likhwa rakha hai or mera nvs physics lecturer ki joining me carecter certificate nahi ban paa Raha
Same rules should apply to judiciary also. Munshi takes money in front of Milord and they know this
यह कैसा सिस्टम है जहाँ ऐसे लोग भी है जिन लोगो पर क्रिमिनल केस चल रहे होते है तो भी उनमे से कई लोग नेता/MLA/MP यहाँ तक कि मंत्री तक बन जाते है लेकिन अगर किसी छात्र पर झूँठा मुकदमा भी दर्ज हो जाए तो उसका पूरा करियर ही घौपट समझीये !
Noukri lagne k baad kisi ki sutaai ki jaaye to noukri ko kitna khatra hota h ?
एक दिन घर में एक 4 साल पुराना ज्वाइनिंग लेटर मिला। जिसमे मेरे भाई का अपॉइंटमेंट उत्तर प्रदेश की सरकारी में हो गया था। लेकिन दुर्भाग्यवश अब वह ज्वाइनिंग लेटर मिला। क्या ऐसा कोई प्रोविजन है कि उस ज्वाइनिंग लेटर के आधार पर अब ज्वाइन किया जा सके। किसी को पता हो तो जरूर बताएं।
First, the case was filed on the basis of information provided by the candidate itself. He could have lied.
Second, how does FIR imply that the person is guilty ?
Third, even if he did something wrong, the selection committee is totally at fault for informing this after he had cleared all written and physical exams, and compromised other opportunities under a wrong impression that he is going to get the job. The selection process takes several months, or sometimes even years. Do these people not even read the application forms before shortlisting / selecting people? The entire selection process is beyond my understanding.
देश की भाषा हिन्दी लेकिन कोर्ट में अंग्रेजी में बात होता है।
दुखद
If he happened to be part of a unlawful assembly why he can't be eligible for joining Police Service?
What is the rationale behind this??
सारा देश बूढ़ऊ लोग के हाथ में है 😂😂😂
खाक कुछ होगा इस देश का🤦♂️
Yaha faisle hote h nayay nahi milta in india,,,,
This should be implemented for political leaders..
Its mindset & charector should be considered..
Politicians shud also be included under this law. Sab law aam admi ke liye. Jab Ishvar se bhi hum maafi ki asha rakhte hai, ye toh insaano ka Kanoon hai.
कानून के नाम पर सिर्फ आम आदमी को बेवकूफ बनाया जा रहा है और कुछ नही।।।
This is applicable to small job like group c,d etc.But A criminal can rull our country ,state etc very easily and efficiently.
दोषी की भाषा में ही सुनवाई होनी चाहिए
इस देश में कोई भी किसिके भी उपर केस डाल सकता है. कांनून का गलत इस्तमाल करके किसिको भी सालो तक फसाया जा सकता है. अगर नेता के लिये भी ये रुल रहेगा तो इस देश में इलेक्शन ही नही हो पायेगा.
झुटे केस करनेवाले को भी २ साल की सजा हो सकता है. इसिलिये केस को अखिरीतक लडना चाहिए. इसके अलवा हमारे पास कोई पर्याय नाही है.
मेरा केस 308 का है मैं एचकेआरएन में बिजली बोर्ड में लगा हु और मेरी 20दिन के बाद जमानत हो गई है क्या मुझे नौकरी पर रखा जा सकता है किरपा बताइए
It is the duty of a concerned citizen to think before vote
क्रिमनल सांसद मंत्री प्रधानमत्री बन सकता हैं लेकिन सरकारी जॉब नही है
Compromise nahi karke sidha case khatam karta to joining order court jaroor deta, compromise nahi karna chahiye tha agar innocent tha to lad ke case khatam karta
Criminal case ka trial kitna lamba chalta hai don't u know. Aur case kab ka hai u see. Recruitment ka just pahle ka
Koi nahi rule to hai ki mauka diya jata hai case khatam karne ka 3 yrs tak extension diya jata hai
honarable acquittal kabhi nhi hota marpeet ke case me..ya to guilty hota hai ya non guilty..
@@lokeshiya 3 saal ke ander ager compromised ho jata h to koi problem hoga gov job me
Mere pe bi case pada tha tab mein 16 Saal ka tha 2010 juvenile court mein ar mere se compromise nahi Kiya ar judge ne ek Sall ka bond fill Karva ke case Khatam Kar diya ab mein 28 years hu to koi govt job lene mein problem to nahi ayegi
माननीय जज साहब हम गरीब मजदूरों के लिए भी कुछ करिए कुछ उद्योगपतियों ने हमारे पैसे कम कर दिए हैं हम 8000 में घर कैसे चलाएंगे
Police toh waise bhi yahi role gunde kaa role play krti hai ....toh iss hisaab se ye ekdum upyukt candidate hai police join krne ke liye
मेरे खिलाफ कोर्ट में एक झूठा केस दर्ज किया गया हैं। केस एक ऐसा घटना से संबंधित हैं जिसमे मैं किसी भी प्रकार से शामिल था ही नही। मैं एक विद्यार्थी हूं और परीक्षा का तैयारी करता हूं। अब मुझे क्या करना चाहिए?
May bhi yaap kea sath hu 😢😢😢😢
I had a brutal accident ...i was in ICU for 1 mnth...
Then police lodged a case against me under section IPC 279(rash driving) of motor vehicles act...
I was convicted and fined. 1000 by honourable court...and the lawyer said this won't affect your character..
Now when I cleared the SSC CGL exam....my joining is being delayed...
This isn't even a criminal case 😭
File writ petition bro mil jayegi job
Bro ipc is criminal law
This is criminal case against youm
oh bhai..where is mention this..in cgl notification..
@@abhineshdubey3594 did you fill in your police verification that you have a criminal record
Bhai tmhara job hua?