प्रोफेसर लक्ष्मण यादव द्वारा पाठ की गई कविता मन-मस्तिष्क को झकझोर गई।याद है कि बेलछी कांड की पड़ताल करने उस समय इंदिरा गांधी जी हाथी पर चढ़ कर गई थी,यह घटना इंदिरा गांधी के लिए राजनीतिक तौर पर 'कमबैक' के लिए अवसर था, उन्हें कोई खास दलितों से लगाव नहीं था,वश, छलावा मात्र रहा। वहीं कवि कितना विचलित होकर परिवर्तन के अंडर को सुन रहा है। बहुत ही सुन्दर और मार्मिक प्रस्तुति रही है।
🇮🇳🇮🇳प्रोफ़ेसर साहब जी सदैव आप को ही देखना सुनना चाहते है आप पुराने लाईलाज रोग की दर्द निवारण दवा बन गए हो जाने जालिमों के शहर में रहनुमा मसीहा बन गए हो मेरे रोग और तलाश का हर ईलाज बन गए हो 🙏🙏
बाबा नागार्जुन कि इस मार्मिक कविता को आपके माध्यम से आत्मसात करने के पश्चात मैं आपसे एक विनम्र निवेदन करना चाहूंगा कि इसी कड़ी में स्वर्गीय रामनाथ सिंह "अदम गोंडवी" की भी कुछ रचनाएं (ख़ासकर "मैं चमारों की गली तक ले चलूंगा आपको") अगले एपिसोड में शामिल करने कि कृपा करें!! आपको हृदय से आभार एवं साधुवाद!!
प्रोफेसर लक्ष्मण यादव जी आप बहुजन समाज के एक खास लडाकू होंगें जो बहुजन समाज को जोड़ने के काम करेंगे और ताकत भरेंगे बहुजनों मेंआने वाले समय में शेर जैसे गर्जना भरेंगे और हिंसक कसाइयो को सबक सिखा पापियों के नाश करेंगे कुछ समय के लिए न्याय कानून को हाथ में लेकर न्याय करेंगे और बनाये उनके काल कोठरी में उन्हें बंद कर सडायेंगें जैसे को तैसा जवाब देकर लुरायेगें
सर आप सभी के लिए प्रेरणादायक है ऐसा भी दिन था जब मेरे द्वारा चलाया गया हैंडपंप का पानी पीने को जनरल लोग तैयार नहीं थे, आप जैसे आप जैसे हंसती कभी-कभी समाज में जन्म लेते हैं और मानवता को धन्य कर देते हैं
1977 की दर्द नाक अत्याचार की वारदात कविता नार्गाजून व्दारा लिखीहुयी मन को दुःखी करने वालि जिवंत कविता डॉ लक्ष्मण आप ने सनाई.परिवर्तन आयेगा ,जरूर आयेगा,समय का आजार करना है । .
हमारे कवियों ने कोई कल्पना मात्र या मनोरंजन के लिए कविताएं कहानियां नहीं लिखी बल्कि कुछ तुच्छ किस्म के लोगों द्वारा किए गए अत्याचार की सत्य घटाए लिखी हैं। 🙏 नमो बुद्धाय, जय भीम, जय संविधान
प्रोफेसर साहब विशाल ह्रदय व्यक्ति हैं जिसमें शोषितों, वंचितों के हित के लिए चिंता वो साहस बन कर हम सबके सामने आतीहै, जो आज के दौर में कहना सीधे लड़ाई करना है🙏..
सर,आपके द्वारा हम अपने उन पूर्वजों को जान रहे हैं, जिन्हें कभी हमने जाना ही नहीं ।अपने पुर्वजों के विचार को जानकर हमलोगों को गर्व की अनुभूति होती है । जय भीम, जय मंडल, जय संविधान
डॉक्टर यादव जी आपको बहुत बहुत साधुवाद जयभीम आपसे बहुत उम्मीद है कि आप समाज को एक न ई दिशा देंगें जिस दिन ओ.बी.सी. समाज जाग जाएगा वो दिन इस भारत का स्वर्णिम अवसर होगा ।
वंचितों की चेतना को जागृत करने के लिए आपका यह प्रयास सराहनीय है सर। लेकिन ये अभागे वर्ग बातों को समझता ही नहीं है। अपने ही वर्ग के चुनिंदा दलालों के पिछे दौरता फिरता है।
जय भीम भाई पर जिन्हे दरिंदा कह रहे हो ना उन्ही दरिंदो के समाज से आते है nagrajun कभी शिक्षा भी ले लिया करो । जिनकी जय लिखे हो ना उन्ही को पढ़ लो अच्छे से मेरे भाई।
Adhunik bharat ke Martin loother aap barood barate rahiye sir bahoot hi jald esme chingari lagegi visfot bhaynkar hoga ki bahujano ka andhkar jivan samapt hoga aour Dr br, jotiba bhaga sinh, lohiya periyar aadi ke sapno ke bhrat ka nirman hoga sailut sir.
प्रोफेसर श्री लक्ष्मण जी यादव साहब आपके हर वक्तव्य सुनने की इच्छा होती है | आप सदैव ओबीसी को जगाने में आपका वक्तव्यों का पूर्ण योगदान रहेगा | जयभीम, जय बुद्धाय |
प्रोफेसर लक्ष्मण यादव जी आपने नागार्जुन का कविता पाठ बहुत ही दर्द भरी आवाज से पढ़कर सुनाया आप से भला अच्छा कौन पढ़ सकता था बहुत ही दर्द भरी गाथा तेरह हरिजनो का नरसंहार अगड़ी जातियों ने मिलकर कर दी जिसकी भरपाई कोई नही कर सकते दिल में रोस भरी रहेगी कविता पाठ करने के लिए बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ।
मैं राजपूत समाज से हूं हमारे घरों में बचपन से ऐसी कहानी सुनाई जाती कि मुसलमान ने हम पर अत्याचार किए लेकिन अपने व्यक्तिगत जीवन में या दो तीन पीढियां पहले तक मैंने कभी व्यक्तिगत रूप से प्रताड़ना के ऐसे प्रकरण नहीं देखे किंतु जाति विशेष के प्रति अस्पृश्यता हमने हमारे घरों में बचपन से देखी आज मैं बाबा भीमराव अंबेडकर को अपना आदर्श मानती हूं और उनके विचारों पर चलती हूं इन अत्याचारो की मैं कड़े शब्दों में निंदा करती हूं 😢
श्रीमान महोदय जी आपका कथन सत्य है, इस कविता का सार,तब हम सार्थक समझेंगे,जब आप सभी के सहयोग से बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर के सपनों का भारत बनाने में सफल होंगे। आपका सहयोग प्रार्थनीय एवं सराहनीय है, नमो बुद्धाय जय भीम शुभकामनाएं मित्रों ❤❤
Laxman ji jab mai jyotiba phule. Periyar. Babashaheb . Shahu ji maharaj. Sant ravidash aur sabhi mahapursho ko to aakho me aashu aur in davi devtao par bhi afshosh hota hai!jay bhim namo budhay 🙏
jai bhim jai bharat jai sanvidhaan sir, for me this is first time that the hindi literature is interpreted in such a wonderful ways as you have expressed discerning the subtle hidden social scenario of the then period of time which was insane,inhumane, and full of massacre of downtrodden and of course, dare say the situation against those is not so much appreciable as it should be. it is misfortune of this country not to propagate our own hindi litrerature and hindi poets and writers as much as it should be or the literary work created by social authors and poets for downtrodden 's social living status in indian society . Well. you are great sir, and doing a great job to flourish hidden and unheard literature work to us. million of thanks to you . jai bhim jai bharat and jai sanvidhaan.🙏🙏
अब तक जितनी कविताएं सुनीं हैं उन सबसे यह अत्यंत मार्मिक,ओजवान, सजीव, सत्य, आशावादी,विदारक और सराहनीय है। वाजिब प्रस्तुति। और अंत में बहुत बहुत साधुवाद।
जय मंडल जय भीम जय पेरियार ललाई यादव जय साहू जी महाराज
प्रोफेसर लक्ष्मण यादव बहुजन समाज के क्रांतिकारी नायक हैं इनको विचारों को पहुंचाना और पिछड़ों को सुनना चाहिए
लक्ष्मण यादव जिंदाबाद सविधान बचाओ
Right brother 👍👍👍👍❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏
प्रोफेसर लक्ष्मण यादव द्वारा पाठ की गई कविता मन-मस्तिष्क को झकझोर गई।याद है कि बेलछी कांड की पड़ताल करने उस समय इंदिरा गांधी जी हाथी पर चढ़ कर गई थी,यह घटना इंदिरा गांधी के लिए राजनीतिक तौर पर 'कमबैक' के लिए अवसर था, उन्हें कोई खास दलितों से लगाव नहीं था,वश, छलावा मात्र रहा।
वहीं कवि कितना विचलित होकर परिवर्तन के अंडर को सुन रहा है।
बहुत ही सुन्दर और मार्मिक प्रस्तुति रही है।
Right brother
Very good person.....
🇮🇳🇮🇳प्रोफ़ेसर साहब जी सदैव आप को ही देखना सुनना चाहते है आप पुराने लाईलाज रोग की दर्द निवारण दवा बन गए हो जाने जालिमों के शहर में रहनुमा मसीहा बन गए हो मेरे रोग और तलाश का हर ईलाज बन गए हो 🙏🙏
आपकी मेहनत
👍👍👍👍👍👍👍👍
❤❤❤❤❤❤❤
बाबा नागार्जुन कि इस मार्मिक कविता को आपके माध्यम से आत्मसात करने के पश्चात मैं आपसे एक विनम्र निवेदन करना चाहूंगा कि इसी कड़ी में स्वर्गीय रामनाथ सिंह "अदम गोंडवी" की भी कुछ रचनाएं (ख़ासकर "मैं चमारों की गली तक ले चलूंगा आपको") अगले एपिसोड में शामिल करने कि कृपा करें!!
आपको हृदय से आभार एवं साधुवाद!!
सर हम आपके विचार धारा से सहमत है
तुम महाराष्ट्र मे आये बहुत बहुत धन्यवाद
तुम जियो हजारो साल मेरी दुवा है आपके साथ जय भीम सर
Seema 786 kya hisab ha
प्रोफेसर लक्ष्मण यादव जी आप बहुजन समाज के एक खास लडाकू होंगें जो बहुजन समाज को जोड़ने के काम करेंगे और ताकत भरेंगे बहुजनों मेंआने वाले समय में शेर जैसे गर्जना भरेंगे और हिंसक कसाइयो को सबक सिखा पापियों के नाश करेंगे कुछ समय के लिए न्याय कानून को हाथ में लेकर न्याय करेंगे और बनाये उनके काल कोठरी में उन्हें बंद कर सडायेंगें जैसे को तैसा जवाब देकर लुरायेगें
सर आपकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है।
सर आप सभी के लिए प्रेरणादायक है ऐसा भी दिन था जब मेरे द्वारा चलाया गया हैंडपंप का पानी पीने को जनरल लोग तैयार नहीं थे, आप जैसे आप जैसे हंसती कभी-कभी समाज में जन्म लेते हैं और मानवता को धन्य कर देते हैं
Aapki jai dr lakshaman yadav ji etana marmik samvedansil kavita se hame aavagat karaya aapko naman karata hun
अर्जक समाज के अगुवा मा. डॉ.साहब,अर्जक समाज को गति प्रदान करने के लिए बहुत-बहुत साधुवाद।
अंतर्मन को झकझोर देने वाला काव्य,,,
बहुत ही शानदार व सुंदर प्रस्तुति 🙏🙏
आप अनमोल रत्न हो बहुजन समाज के 👍👍
Apke awaj me jadu
hai sir mere aakho se aasu
aa gaa
दिल को झकझोर देने वाली काब्य है आपको सुनें बिना दिल को सुकून नहीं मिलता है
Agyanta me gyan ka prakash
1977 की दर्द नाक अत्याचार की वारदात कविता नार्गाजून व्दारा लिखीहुयी मन को दुःखी करने वालि जिवंत कविता डॉ लक्ष्मण आप ने सनाई.परिवर्तन आयेगा ,जरूर आयेगा,समय का आजार करना है ।
.
हमारे कवियों ने कोई कल्पना मात्र या मनोरंजन के लिए कविताएं कहानियां नहीं लिखी बल्कि कुछ तुच्छ किस्म के लोगों द्वारा किए गए अत्याचार की सत्य घटाए लिखी हैं।
🙏 नमो बुद्धाय, जय भीम, जय संविधान
प्रोफेसर साहब विशाल ह्रदय व्यक्ति हैं जिसमें शोषितों, वंचितों के हित के लिए चिंता वो साहस बन कर हम सबके सामने आतीहै, जो आज के दौर में कहना सीधे लड़ाई करना है🙏..
Very good poetry we are sad hear this namo budhay jai bhim thank you वें endure lot of pain past and future
Yh nhee bhule ki bhumeehar hee sahee yadv bhee braahmn hee hai. Savdhaan mulnivasiyo Savdhaan.
आप उम्र दुनिया मे अधिक है आवाज उठने के लिए आभार
बहुत ही दुःखद,जीवंत व मार्मिक दृश्य प्रदान करती कविता जिसे घर घर सुनाया जाना चाहिए. Thanks to Laxman Sir इस प्रस्तुति के लिए 🙏
सर,आपके द्वारा हम अपने उन पूर्वजों को जान रहे हैं, जिन्हें कभी हमने जाना ही नहीं ।अपने पुर्वजों के विचार को जानकर हमलोगों को गर्व की अनुभूति होती है । जय भीम, जय मंडल, जय संविधान
Shahi kaha aapne
👃👃👃👃
Salute Prof Laxman Yadav Sir ji 🙏 Sikrai Dausa Rajasthan 🌾🙏🙏
सर, वर्तमान में आप जैसे लोगों की अतिआवश्यकता है देश और समाज को।
डॉक्टर यादव जी आपको बहुत बहुत साधुवाद जयभीम आपसे बहुत उम्मीद है कि आप समाज को एक न ई दिशा देंगें जिस दिन ओ.बी.सी. समाज जाग जाएगा वो दिन इस भारत का स्वर्णिम अवसर होगा ।
जीवंत शानदार प्रदर्शन अभिनंदन वंदन प्रोफेसर डॉ लक्ष्मण यादव जी 👋👋👋👃
प्रोफेसर साहब को बहुत बहुत धन्यवाद, जयभीम नमोबुद्धाय।
बहुत मार्मिक रचना जातीय नरसंहार की, प्रोफेसर साहब आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
वंचितों की चेतना को जागृत करने के लिए आपका यह प्रयास सराहनीय है सर। लेकिन ये अभागे वर्ग बातों को समझता ही नहीं है। अपने ही वर्ग के चुनिंदा दलालों के पिछे दौरता फिरता है।
आप जैसे सभी बुद्धि जीवी हरिजन शब्द को नही स्वीकार सकते🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कविता ठीक है सर
चलते चलते चले गए
भाव नगर से अर्थ नगर में
जाने कितने और मोड़ आएंगे
जिन्दगी के अनजान शहर में
नमस्कार सर
Sir you are real social worker. Bahujan ki command aap jaise yuva ke hath mei honi chahiye. Jo bahujan ko ek kar skta ho
डा. यादव जी आप जैसे मानवतावादी विचारक बहुत बिरले होंगे; धन्यवाद I
'एक कविता आपके नाम ' प्रो. लक्मण द्वारा प्रस्तुत एक अन्य महान कार्य है जिसके लिए शोषित व वंचित समाज उनका सदैव आभारी रहेगा 🙏🙏🙏
मार्मिक, उद्वेलित और आंदोलित करने वाली कविता
शुक्रिया प्रो साहेब
सर बहुत सुंदर कविता मन को छू गई दिल द्रवित हो गया🙏🙏🙏
ऐसी कविता सुनकर दिल में दर्द उठता है कब तक हम इन दरिंदों का अत्याचार सहते रहेंगे जय भीम
जय भीम भाई पर जिन्हे दरिंदा कह रहे हो ना उन्ही दरिंदो के समाज से आते है nagrajun कभी शिक्षा भी ले लिया करो । जिनकी जय लिखे हो ना उन्ही को पढ़ लो अच्छे से मेरे भाई।
सर आपको सत सत नमन है 🥰❤️💯👌✌️👌👨🦽🌺💐🌹🥀
धन्यवाद आपको इस नागार्जुन के कविता के साथ आप ने समाज के सामने लाने के लिए जय भीम जय मूलनिवासी
सर, आप आधुनिक युग के बहुजन नायक की संज्ञा दी जाय। जय भीम जय मूलनिवासी
जय मंडल जय संविधान जय डा.लक्षमण यादव 🙏🙏🙏🙏🙏
Adhunik bharat ke Martin loother aap barood barate rahiye sir bahoot hi jald esme chingari lagegi visfot bhaynkar hoga ki bahujano ka andhkar jivan samapt hoga aour
Dr br, jotiba bhaga sinh, lohiya periyar aadi ke sapno ke bhrat ka nirman hoga sailut sir.
बहुत अच्छा काम कर रहे हैं लक्ष्मणजी
आपके बोल से हमें ऊर्जा का अनुभव होता है ❤❤
पोफेसर साहेब को कोटि कोटि धन्यवाद बहुजन समाज को जगाने के लिये जय भीम
प्रोफेसर श्री लक्ष्मण जी यादव साहब आपके हर वक्तव्य सुनने की इच्छा होती है | आप सदैव ओबीसी को जगाने में आपका वक्तव्यों का पूर्ण योगदान रहेगा |
जयभीम, जय बुद्धाय |
इन बातों से समाज अन्जान है। जबकि यही बातें सबको पता होनी चाहिए , तभी क्रान्ति होगी
प्रोफेसर साहब आपसे मेरा पूरा उम्मीद है कि भारत को फिर से खड़ा जरूर करेंगे यह हमें आपसे उम्मीद है जोहर बहुजन क्रांतिकारी
जय भीम साहब आप जैसे लोग ही समाज को जगाने का काम करते है साहब आप की स्पीच बहुत सुंदर और ज्ञान वर्धक है
बहुत अच्छा ज्ञान मिला सर् आपके द्वारा
Krantikari dr laxman yadav ko sadar naman
Aapke sawar me sun kar ye kavita Hamare dil ko jhakjhor diya..jay bhim Prof. sahab
Mere Sabhi mahapurushon Ke Charanon Mein Sadar Pranam🙏🏻
I am proud of u,your expression of my voice.
you are great sir. Aapko salute hai sir 🙏🙏
I am weeping to listen this
सर कविता और आप दो नहीं रहे आप केवल एक कविता ही हो गए लाज़वाब
प्रोफेसर साहब को, कोटि कोटि नमन!
जयभीम!नमोबुद्धाय!!
Pata nahin kyon Kavita sunkar bahut Rona aaya thank you sar
Your my,philoshfer,,professor,, luxaman,yadav,ji,jai,bhjm,jai,bharat,, jai savindhan
बहुत ही सुन्दर कविता
आपकी सोंच को कोटि कोटि नमन
भगवान बुद्ध आपकी लंबी उम्र दे ❤️❤️❤️❤️❤️👍🙏🙏🙏
Bhaujano ke dard ukera professor Dr Laxman yadav ke duara, samajik muddo ko uthane ke jai johar, jai phule, jai bhim
प्रोफेसर लक्ष्मण यादव जी आपने नागार्जुन का कविता पाठ बहुत ही दर्द भरी आवाज से पढ़कर सुनाया आप से भला अच्छा कौन पढ़ सकता था बहुत ही दर्द भरी गाथा तेरह हरिजनो का नरसंहार अगड़ी जातियों ने मिलकर कर दी जिसकी भरपाई कोई नही कर सकते दिल में रोस भरी रहेगी कविता पाठ करने के लिए बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ।
मैं राजपूत समाज से हूं हमारे घरों में बचपन से ऐसी कहानी सुनाई जाती कि मुसलमान ने हम पर अत्याचार किए
लेकिन अपने व्यक्तिगत जीवन में या दो तीन पीढियां पहले तक मैंने कभी व्यक्तिगत रूप से प्रताड़ना के ऐसे प्रकरण नहीं देखे
किंतु जाति विशेष के प्रति अस्पृश्यता हमने हमारे घरों में बचपन से देखी
आज मैं बाबा भीमराव अंबेडकर को अपना आदर्श मानती हूं और उनके विचारों पर चलती हूं
इन अत्याचारो की मैं कड़े शब्दों में निंदा करती हूं 😢
आपके विचार व सोच का हम सम्मान करते हैं
जय भीम🙏🙏🙏
आदरणीय जी को कोटि-कोटि नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत जय संविधान।
Jai bhim sir 🙏
*कितना भयावह और खूंखार दमन चक्र सहा है इस देश के दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों, की निरीह जन मानस ने*
😢😢😢😢😢😢😢
Background music is adding a fuel to the real story awesome
sc v St v OBC jindabad
बहुत सुंदर बीचार सरजी जयभिम नमो बुधाय जयकांशीराम जयसबिंधान सर
श्रीमान महोदय जी आपका कथन सत्य है, इस कविता का सार,तब हम सार्थक
समझेंगे,जब आप सभी के सहयोग से बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर के सपनों का भारत बनाने में सफल होंगे।
आपका सहयोग प्रार्थनीय एवं सराहनीय है, नमो बुद्धाय जय भीम शुभकामनाएं मित्रों ❤❤
बहुत बहुत शुक्रिया सर आप को
बहुत ही दर्द भरी कहानी है। मानवता को शर्मसार करने वाला अत्याचार
Jay bhim sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍👍👍👌👌👌👌👌🌹🌹🌹🌹
प्रोफेसर सर आप को सादर प्रणाम जय भीम नमो बुध्दाय
सर मैंने कल बेलछी गांव की घटना पड़ी थी आंखें नम हो गई थी
Laxman ji jab mai jyotiba phule. Periyar. Babashaheb . Shahu ji maharaj. Sant ravidash aur sabhi mahapursho ko to aakho me aashu aur in davi devtao par bhi afshosh hota hai!jay bhim namo budhay 🙏
आज बहुजन अपनी लड़ाई की दिशा ही भटक गया है
Jay bheem jay Jyotiba Phule Jay periyar lalai Singh Yadav
You are great leader and socialist. Jai Bhim 🙏🙏🙏
Jay Bhim Namo Buddhay Save Constitution Save Democracy.
बहुत सही आप कह रहे सर जी आपको धन्यवाद जय भीम जय संविधान
jai bhim jai bharat jai sanvidhaan sir, for me this is first time that the hindi literature is interpreted in such a wonderful ways as you have expressed discerning the subtle hidden social scenario of the then period of time which was insane,inhumane, and full of massacre of downtrodden and of course, dare say the situation against those is not so much appreciable as it should be. it is misfortune of this country not to propagate our own hindi litrerature and hindi poets and writers as much as it should be or the literary work created by social authors and poets for downtrodden 's social living status in indian society . Well. you are great sir, and doing a great job to flourish hidden and unheard literature work to us. million of thanks to you . jai bhim jai bharat and jai sanvidhaan.🙏🙏
अंतर्मन को झकझोर देने वाली कविता!
आख़िर कब तक और क्यों?
Sir aap ka bahut bahut abhar aisi jankari dene ke liye 🙏🙏🙏
Good job sir❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आपका हरिजन प्रेम वाकई काबिले तारीफ है प्रवक्ता के मुंह से यह और भी अच्छे लगने लगती है
Professor sahab aap jaise log se hi bahujan samaj me nayi sach paida hoti
दर्दभरी कविता सुनाने के लिए प्रोफेसर साहब आपको वहुत वहुत धन्यवाद
जय भीम नमो बुद्धाय
Wah sar ji Bahut khub Jay bhim namo buddhay
Very correct comments
बहुत अच्छी जानकारी दी है।
Logo ko jagruk hone jarurt Hai dil jhakjhor Dene Wali poem Hai.
Thinku so much sir
ऐसा कविता मैंने पहली बार सुना मेरा रूह कांप उठा ऐसे हैं हमारे हिंदू धर्म जिसमें मनुष्य को मनुष्य नहीं कहा जाता है
क्रांतिकारी कवि बाबा नागार्जुन को शत् शत् नमन ।
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान
बहुत ही मार्मिक।
thanks sir
सर आपको प्रणाम
Great Laxman जी
Lakshman bhai aap bahujan samaj ke darpan ho . bahujan samaj ke liye ek kranti veer ho.main to app ke vicharo ka kayal hun.
Grand salute to you sir. 👌👌🙏🙏
अब तक जितनी कविताएं सुनीं हैं उन सबसे यह अत्यंत मार्मिक,ओजवान, सजीव, सत्य, आशावादी,विदारक और सराहनीय है। वाजिब प्रस्तुति।
और अंत में बहुत बहुत साधुवाद।