स्वयंरचित कविता- भारत का तिरंगा
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- Опубліковано 8 січ 2025
- स्वयंरचित कविता- भारत का तिरंगा
शब्द रचित- प्रीतम मिंज
इस कविता के मद्यम से हमें अपने तिरंगा झंण्डा को कभी गिरने नहीं देना चाहिए। तिरंगा देश की शान है हमें निरंतर अपने देश की रक्षा करनी चाहिए और देश को आगे बढ़ाने में हमेशा आगे आना चाहिए। जो लोग देश के लिए मर गये उसे हम दिल से सलाम करते है जय हिन्द।