बहुत बढ़िया पंडित जी,पिछले 5 साल से अमावस्या पर मैं घर पर ही तर्पण करता हूँ बाकी कड़वे दिनों में भी 16 दिन तर्पण करता हूँ पिछले 5 सालों में 90% से ज्यादा समस्याओं का समाधान हुआ है मेरा।
आपका वीडियो देखकर और समझकर पिछले कुछ वर्षों से मैं घर पर ही श्राद्ध कर रही हूं। इसके पहले घर में पिता, भाई में से कोई भी श्राद्ध कर्म नहीं करते थे। बहुत समस्याएं थीं जीवन में। मैं श्राद्ध के बारे में ज्यादा जानते भी नहीं थी। सोचती थी यह काम तो पुरूषों का है। लेकिन अब उनकी मृत्यु के बाद मैं आपका वीडियो देखकर कर रही हूं। जितना मेरी समझ में आ रहा है। उतना कर रही हूं। कुछ भूल चूक हो तो भगवान क्षमा करेंगे। जय सियाराम 🙏🚩🚩🚩
एक व्यक्ति को जल देते हैं तो तस्मै एक स्त्री को जल देते हैं तो तस्यै समय अभाव में पिता, पितामह, प्रपितामह को एक साथ जल देते हैं तो तेभ्य: माता, दादी, परदादी को एक साथ जल देते हैं तो ताभ्य: एक वचन बहुवचन का विषय है
हर हर महादेव। राजा लोग अपने प्रजा के भलाई के लिए शुभ काम कराने के लिए पंडित को रखते थे। आज शासन पक्ष से सनातन की उपेक्षा करके गद्दी पाते हैं! अत:सात्विक लोग किसी तरह से पूर्व संस्कार के कारण सनातन का निर्वाह कर रहे हैं। पितृपक्ष में पंडित को भोजन देने के लिए लोग ढूढते हैं। आज यथार्थ सत्य है! अत ब्राह्मणों से प्रार्थना है कि अपने पितरों को ध्यान रखते हुए, किसी सात्विक का काम तो कर दे परन्तु खाद्य पदार्थ का सेवन न करें। जयहिंद।
Kya unmarried बेटी kr skti h ager ghar ka kohi gents na krta ho to plzz batye m bhut preshann hu or kya regularly ghar m kr skty h kya m bhut jhada preshan hu plzz reply jrur krna namo नारायण jai shree Ram 🙏🙏🙏🙏🙏
पुरुष को करना चाहिए, स्त्रियां घर का काम भी करे, बच्चे भी संभाले, बड़ो का भी ध्यान रखें और पति के पितरों को भी लड़की जल दे तो पति किस काम का जो अपने पितरों को जल न दे सके।
पुरुष को करना चाहिए, स्त्रियां घर का काम भी करे, बच्चे भी संभाले, बड़ो का भी ध्यान रखें और पति के पितरों को भी लड़की जल दे तो पति किस काम का जो अपने पितरों को जल न दे सके।
ये स्नानांग तर्पण है ये ही करिये। पिता और माता का नाम न लें। पितामह, प्रपितामह एवं वृद्ध प्रपितामह २ पितामही, प्रपितामही, वृद्ध प्रपितामही को अंजली जल दे।
गूरू जी आपको मेरा कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏 गुरु जी मैंने श्राद्ध पक्ष में अपनी पत्नी के साथ रतिक्रिया कर ली है। बाद में मुझे इसका बहुत पश्चाताप हुआ है। कृपया करके बताये कि मुझे इसका क्या दंड मिलेगा। क्या इसका कोई उपाय है। गुरु जी आपसे निवेदन है कि आप कोई मार्गदर्शन करें। 😢😢😢😢
@@DhyanBhaktiMandir baba ji mere saas sasur jivit hein.kya mein roz sham ko pitru deepak prajwalan kar sakti hun piton ke liye?kaun si tel mein deepak lagega aur baad mein us deep ka kya karun?fenk du?
Kya tarpan se phele rudraksh utar dena chaiye ? To fir rudraksh ko 15 dinpitra paksh khatam hone ke baad ya पुण्य thithi yani ki jin din pitraon ki thithi h us din पहन sakte hai?
कहते हैं पितरों को भीगै कपड़े जल देना चाहिए इसका समाधान करिए आप जैसा कर रहे है संभवतः सूखे कपड़े पहन कर जबकि अभी तक हम गीले कपड़े में ही तर्पण करते चले आए हैं।क्या ये सही था?
यदि आपका कुश मोटक और पावित्री भाद्रपद अमावस्या को खोदे हुए कुश से बनी है तो एक वर्ष तक पवित्र रहती है। और यदि केवल अमावस्या को खोदे गये कुश से बनी है तो। एक माह तक पवित्र रहेगी। और यदि अन्य किसी भी दिन मे कुश खोदकर बनाई गयी है तो केवल एक दिन ही पवित्र रहती है। यह शास्त्र वचन है। अत: आचार्य गण भाद्रपद अमावस्या को ही पूरे वर्ष भर उपयोग करने के लिए कुश खोदकर रख लेते हैं जो वर्ष भर काम आते हैं। वृहद शास्त्रोक्त जानकारी देना हमारा कर्तव्य है।🙏🙏
कहते हैं कि तर्पण बड़ा या छोटा पुत्र ही करे । बीच वाला पुत्र तर्पण का हकदार नहीं मतलब बीच वाले पुत्र को तर्पण नहीं करना चाहिए । क्या यह सत्य है ? चलन में तो ऐसा ही है ।
तर्पण श्राद्ध करने का अधिकार सभी पुत्रों को है। केवल तेरहीं एवं वरषी संस्कार मे ज्येष्ठ पुत्र को या छोटे पुत्र को अधिकार है। एक वर्ष बाद सभी पुत्रों को शास्त्र अनुमति देता है।
@@aniltripathi9756 बहुत बहुत धन्यवाद।🙏 हम श्राद्ध तो करते थे क्यों कि वह हमारे पास ही रहे हमने उनके जीवित रहते हमने उन्हें सब कुछ दिया I फिर कैसे सम्भव था कि उनके लिए तर्पणादि न करते ।
🙏🏻🇳🇵🙏 bahut achha laga guru devki taran vidhi 🙏🏻Jai sri krishna 🙏🇳🇵🙏🏻
बहुत बढ़िया पंडित जी,पिछले 5 साल से अमावस्या पर मैं घर पर ही तर्पण करता हूँ बाकी कड़वे दिनों में भी 16 दिन तर्पण करता हूँ पिछले 5 सालों में 90% से ज्यादा समस्याओं का समाधान हुआ है मेरा।
ऊं पितृ देवो नमः
पंडित जी प्रणाम बहुत सुन्दर ढंग से प्रस्तुत करके आपने अपनी योगदान देकर बहुत बड़ा उपकार किया है आप महान् हैं धन्यवाद है आपको
आपका वीडियो देखकर और समझकर पिछले कुछ वर्षों से मैं घर पर ही श्राद्ध कर रही हूं। इसके पहले घर में पिता, भाई में से कोई भी श्राद्ध कर्म नहीं करते थे। बहुत समस्याएं थीं जीवन में। मैं श्राद्ध के बारे में ज्यादा जानते भी नहीं
थी। सोचती थी यह काम तो पुरूषों का है। लेकिन अब उनकी मृत्यु के बाद मैं आपका वीडियो देखकर कर रही हूं। जितना मेरी समझ में आ रहा है। उतना कर रही हूं। कुछ भूल चूक हो तो भगवान क्षमा करेंगे। जय सियाराम 🙏🚩🚩🚩
अवश्य करें। कोई समस्या हो तो 9669909055 पर काल करे
Mere pati in sbhi chijo ko nahi manate kya mai tarpan kar sakati hun
Very good information and demo! Thanks!
भूत बहुत धन्यवाद गुरू जी
🙏 Ji 🌺 shri 🙏 Grdav 🙏🌺 🙏🌺
Bahut badhia gyaan vardhak video....🙏
Very Very Good Method.
बहुत सही कोटि कोटि नमन
नमाे नम पितु देवाे नम गुरुजि 🙏🙏🙏🙏
अच्छा लगा। सरल भी और संक्षिप्त में भी ..
बहुत सुन्दर सुझाव है
आपको धन्यवाद
Dev rishi aur pitar tarpan ke liye aashan alag alag hai.
सराहनीय
Bahut acchhe se samjaya. Very nice
प्रणाम भगवन 🙏🙏🪷🪷🪷🪷🪷🪔🪔
Pranam Maharaj ji, sadhuvad
Bahut bahut dhanyawad
Very good!
Radheji Radheji ❤❤❤❤❤.
Jai ho
JAI SHREE SATGURU PRAMATMA NAMAHA
Om pitra devaya namah
Gurujii pranam Hamara bhi Gotra Bharadwaj hai dhanyavaad🙏🙏🙏🙏🙏.
Excellent efforts ❤❤
Thank you Guruji
🌹🙏🕉️ Shri Hari Sarnam 🕉️🌹🙏
Om 🕉 Piter Devo Nanah🙏🙏🙏🙏🙏👏👏👏👏👏.
जय गुरु देव
एक व्यक्ति को जल देते हैं तो तस्मै
एक स्त्री को जल देते हैं तो तस्यै
समय अभाव में पिता, पितामह, प्रपितामह को एक साथ जल देते हैं तो तेभ्य:
माता, दादी, परदादी को एक साथ जल देते हैं तो ताभ्य:
एक वचन
बहुवचन का विषय है
🙏🙏🕉🕉🙏🙏
Gurudeo. Tarpan ya shradh me safed vastra hi hona chahiye.
Kripa discription me mantr Dene ki kripa kare
हर हर महादेव। राजा लोग अपने प्रजा के भलाई के लिए शुभ काम कराने के लिए पंडित को रखते थे।
आज शासन पक्ष से सनातन की उपेक्षा करके गद्दी पाते हैं! अत:सात्विक लोग किसी तरह से पूर्व संस्कार के कारण सनातन का निर्वाह कर रहे हैं।
पितृपक्ष में पंडित को भोजन देने के लिए लोग ढूढते हैं। आज यथार्थ सत्य है! अत ब्राह्मणों से प्रार्थना है कि अपने पितरों को ध्यान रखते हुए, किसी सात्विक का काम तो कर दे परन्तु खाद्य पदार्थ का सेवन न करें।
जयहिंद।
Please tell about agnihotra. . . Or providing food through agni to god and pitar
वैश्वदेव में सभी आ जाता है, प्रतिदिन करना चाहिए
ना हो तो कंडे पर चावल घी की पांच आहुति दे सकते हैं
पंडित जी प्रणाम मेरा भी गोत्र भारद्वाज है
🙏🙏🙏🙏🙏
Jai Siya Ram Guruji.🙏🙇
Agar vridh prapitamahi ka naam aur gotra naa pata ho toh kya kare??
गोत्र तो आपका ही है और नाम किसी भी भगवान का निर्धारित कर दे
Nice, Bhisma tarpana interested to know guruji
भीष्म शांतनवो वीर सत्यवादी जीतेन्द्रिय।
आभिरद्भिरवाप्नोति पुत्र पौत्रचितांं क्रियाम्
4:25 start tarpan
guru ji nitya jal tarpan ka kya matlab hai. kya saal me nitya ya sirf pitra paksh ke 16 din nitya. kya har maheene amavasya ko bhi kar sakte hain ?
पूरे साल देना चाहिए
@@DhyanBhaktiMandir : poore saal matlab 365 din . har roz. ?
@@Beautymovesindia ha
Gurujiko mera pranam pita mata
Ubhaya rogagrast he ham unka
Beta he kia me sradh tarpan kar
Sakta hun
Ha kar sakte hai
🎉
Gurujii sadar pranam. Samay n ho tho kya suryoday ke pahale pitra tarpan kar sakate hain. Kuch log kamat hai ke theek nahi hai.
स्नानांग तर्पण करें
Om Sarv pitra Devta Namah
Guruji any new link jisme apne bistar se bataya hai
ua-cam.com/video/8VvIPnc2vV8/v-deo.htmlsi=IPkOy6Izdql46TRH वृहद तर्पण विधि
Charan asparsh. .Agar Kush aur dude nahi hai to to ye pitripaksh me tarpan kaise kare
केवल जल से
गुरुजी उपरोक विधी कौन सी पोथी मे मिलेगी जानकारी देने का कष्ट करे | जय जगन्नाथ ॥
ब्रह्म नित्य कर्म समुच्चय
ब्रह्म नित्यकर्म समुच्चय
स्नानांग तर्पण
Kya roz ek mitti ki diya ko saaf kar ke Sandhya Puja mein use kar sakte hein? mujhe mitti ka diya bahat pasand hai
हां कर सकते है
हां कर सकते है
@@DhyanBhaktiMandir dhanyabad🙏
🙏🙏🌼💮🌸🪷🏵🌻🌼
आदरणीय आचार्य जी प्रणाम
कृपया यह बताने की कृपा करें कि
"तेभ्या तथा ताभ्या" प्रयोग कब कब तथा कहां कहां किया जा सकता है अथवा किया जाता है
एक व्यक्ति का नाम ले तो तस्मै दो या अधिक का एक साथ नाम ले तो तेभ्य: पुरुषों के लिए,
स्त्री के लिए तस्मा एक और दो या अधिक के लिए ताभ्य:
Kya unmarried बेटी kr skti h ager ghar ka kohi gents na krta ho to plzz batye m bhut preshann hu or kya regularly ghar m kr skty h kya m bhut jhada preshan hu plzz reply jrur krna namo नारायण jai shree Ram 🙏🙏🙏🙏🙏
Plz call 9669909055
Guru Ji kya endino mandir ja sakte log kahte hai pitrpakc me mandir nhi jana chahiye kirpiya hume bataye
जा सकते हैं पितृपक्ष में कोई सूतक थोड़े न होता है
At 1:15, 3:15, 4:22, 5:15
यम आदि के तर्पण में शिखा खुली रखनी है क्या 😊
नहीं
@@DhyanBhaktiMandir आपकी खुली हुई थी इसलिए पूछा
@@praveencreation3822 पीछे गांठ लगी हैं
kya isko puja sthan, matlab room mein baith ke kar sakte hai ya chat mein karna chahiye
Kahi bhi kar sakte hai
Guru g ladkiyaan tarpad kar Sakti hai
पुरुष को करना चाहिए, स्त्रियां घर का काम भी करे, बच्चे भी संभाले, बड़ो का भी ध्यान रखें और पति के पितरों को भी लड़की जल दे तो पति किस काम का जो अपने पितरों को जल न दे सके।
पुरुष को करना चाहिए, स्त्रियां घर का काम भी करे, बच्चे भी संभाले, बड़ो का भी ध्यान रखें और पति के पितरों को भी लड़की जल दे तो पति किस काम का जो अपने पितरों को जल न दे सके।
Tarpan kisi din na kar paye to chal skta hai kya guruji?
Ha
Sir mujhe pitra dosh hai bahut jyada.... lekin mere maa aur baapuji jinda hai...main konsa tarpan karu? please reply 🙏🙏🙏🙏😢😢😢
ये स्नानांग तर्पण है ये ही करिये। पिता और माता का नाम न लें। पितामह, प्रपितामह एवं वृद्ध प्रपितामह
२ पितामही, प्रपितामही, वृद्ध प्रपितामही को अंजली जल दे।
एक विडियो वृहद विधि का है। देखें
गूरू जी आपको मेरा कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏 गुरु जी मैंने श्राद्ध पक्ष में अपनी पत्नी के साथ रतिक्रिया कर ली है। बाद में मुझे इसका बहुत पश्चाताप हुआ है। कृपया करके बताये कि मुझे इसका क्या दंड मिलेगा। क्या इसका कोई उपाय है। गुरु जी आपसे निवेदन है कि आप कोई मार्गदर्शन करें। 😢😢😢😢
क्षमा मांग ले पितरों से और आगे गलती न करें
@@DhyanBhaktiMandir आपका बहुत बहुत धन्यवाद गुरू जी। 🙏🙏
Kya ladies tarpan kar sakte hein?koi hani to nehi is mein?
हां
@@DhyanBhaktiMandir KYA ATTE KA DEEPAK SUBHA HITA HEI?SASTRON MEIN LIKHA GAYA HEI?HUMARE YAHAN ESA KOI PRACHALAN NEHI HEI.ISI LIYE PUCH RAHI HUN.
@@swatikumar712 घर में कोई नहीं हो तो जल दे,
@@swatikumar712 विशेष अनुष्ठान में
@@DhyanBhaktiMandir baba ji mere saas sasur jivit hein.kya mein roz sham ko pitru deepak prajwalan kar sakti hun piton ke liye?kaun si tel mein deepak lagega aur baad mein us deep ka kya karun?fenk du?
Guru jii...humare pati subh 8 bje duty jate h....kis time tarpan kre
Jane se pahlekar de
Guruji pranam,
Guriji, Ghar me kahi v baith kr kar sakte hai tarpan?
पवित्र स्थान पर
ua-cam.com/video/8VvIPnc2vV8/v-deo.htmlsi=IPkOy6Izdql46TRH वृहद तर्पण विधि
Guruji pranaam! Kya hum gharme har amavasya ko aur pitr paksha me har din, tarpan me kala til ka prayog kar sakte hain? Namaskar.
यदि पुत्र हो तो तिल लें अन्यथा नहीं। काले तिल रंगे होते हैं, सफेद ही लें
Kya ladkiya bhi kar sakti hai tarpan?
पुरुष न हो तो
नित्य तर्पण में तो नहीं,पर पितृपक्ष में तो तिल से ही तर्पण करना चाहिए।
Tebhya swadha namah hai na ki tabhya swadha namah
पुर्लिंग तेभ्य: स्त्रीलिंग ताभ्य:
Sir amavasya per kar saktey hai tarpan pls bataye
जी अवश्य करें
Kya tarpan se phele rudraksh utar dena chaiye ?
To fir rudraksh ko 15 dinpitra paksh khatam hone ke baad ya पुण्य thithi yani ki jin din pitraon ki thithi h us din पहन sakte hai?
Nahi utarna
Shriman Ji Gile kapdon mein hi tarpan karne ka Vidhan hai aap yah kah rahe ho ki jaruri nahin hai
नहीं साफ, धूले वस्त्र में भी कर सकते है
गुरुजी तर्पण का समय क्या होता हे। कृपया विस्तृत बताए ॥ जय जगन्नाथ
१० से १ बजे,
किंतु समय श हो तो जल्दी भी करें लेकिन करें अवश्य
Sir pret yoni se bhi mukt ho jatey hai kya tarpan karney se ya nhi pls batye
मुक्ति के लिए पिण्ड दान अथवा नारायण बलि के पश्चात् श्रीमद्भागवत् का मूल पाठ वाचन करने से जल्दी मुक्ति मिलती है। तर्पण से मुक्ति में समय लगेगा।
तर्पण करना आवश्यक है।
Tarpan se samay lagega but mukt to ho jaege pret yoni mai hongey to ye to nhi ke pret yoni mai ho unhey tarapn karey to nukasan de pls ye bata dijiye
तर्पण के साथ भूखे को भोजन और प्यासे को पानी दें। भागवत का मूल पाठ करें या करवाए
Akadhsi fast kra next day uska pinna us prat aatma ko de 11 akadasi kra
कहते हैं पितरों को भीगै कपड़े जल देना चाहिए इसका समाधान करिए
आप जैसा कर रहे है संभवतः सूखे कपड़े पहन कर
जबकि अभी तक हम गीले कपड़े में ही तर्पण करते चले आए हैं।क्या ये सही था?
ऐसा आवश्यक नहीं
वो श्राद्ध होता है ये तर्पण है
. गुरुजी कुश रोज बदला या वहि प्रयोग मे ले सकते है। क्या?
Ha
@@DhyanBhaktiMandir गुरुजी में धर मे बीच का यदि मै तर्पण करता हू तो दोष लगेगा ।
बदल लें
यदि आपका कुश मोटक और पावित्री भाद्रपद अमावस्या को खोदे हुए कुश से बनी है तो एक वर्ष तक पवित्र रहती है। और यदि केवल अमावस्या को खोदे गये कुश से बनी है तो। एक माह तक पवित्र रहेगी। और यदि अन्य किसी भी दिन मे कुश खोदकर बनाई गयी है तो केवल एक दिन ही पवित्र रहती है। यह शास्त्र वचन है। अत: आचार्य गण भाद्रपद अमावस्या को ही पूरे वर्ष भर उपयोग करने के लिए कुश खोदकर रख लेते हैं जो वर्ष भर काम आते हैं। वृहद शास्त्रोक्त जानकारी देना हमारा कर्तव्य है।🙏🙏
पवित्रि पुनः उपयोग कर सकते हैं। तीन कुशा नई लेना है
Guruji pranam Guruji saral bihi ka koi kitab hai jo aap tarika bataye ya aap PDF FILE downloads karne ki kirpa kijiye .Guruji pranam.
Gitapress gorakhpur ki shradhh v nitya tarpan wali books ..bahut h saral v krne yogya h....usme step by step ..sb hai
आसन बिछाते समय आसन की ग्रन्थि किस दिशा में रखें ?
कौनसी ग्रंथि
उतर दक्षिण
Pranam sir ...Ladies de skti h jal pitro ko?
Purush na ho to kare
Kya keval putra hi tarpan kr sakte h?? Jin mata pita ke putra ni to kya unki beti tarpan kar sakti hai?
कोई भी कुल का पुरुष कर सकता है , पुत्र ज्यादा श्रेष्ठ, जवाई भी पुत्र होता है, पुत्री का ऋण चढ़ेगा
@@DhyanBhaktiMandir पडितजी कहते हैं कि पुत्री का पुत्र (धेवता ) नाना नानी का श्राद्ध कर सकता है ।
हां
भाई जी कृपया बताएं कि क्या चातुर्मास में पितृरो के निमित्त धूप यानि कि अग्नि में घी,भोजन आदि अर्पित करते हैं
Ha kar sakte hai
क्या तर्पण करने के बाद नहाना पड़ेगा?
क्या तर्पण करने के बाद नहा कर ही पूजा पाठ करना चाहिए?
नहीं
नहीं, दिन मे सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के पहले कभी भी तर्पण कर सकते हैं, दोपहर के बाद ज्यादा सही है मगर कभी भी किया जा सकता है अपने सुविधानुसार
Hame mantra toh aate nhi kya
नाम लेकर तृप्यताम् बोल कर जल दे
तर्पण में सामान्य जौ या इद्र जौ में से कौन से जौ का प्रयोग करें ? साथ ही श्राद्धादि पितृ कृत्यों में क्या कुशासन का प्रयोग करना निषिद्ध है ?
सामान्य जो उपलब्ध हो
कर सकते हैं वर्तमान में कुश नहीं कास के आसन मिलाते हैं
Bhai Ji Jo aap Bol te ho wo kon se ved me likha hai give me page no
Tarpan ved me nahi hota
शुद्ध चंदन की मिले तो ठीक अन्यथा तुलसी की ले लें
Jaisa niyM istri k liye h veisa hi purus k liye bhi h log gaya navs kichr ujhalty rhty h
पितृ पक्ष के नाम पर जनता को कैसे लूटना है इनसे सीखे
जय भीम?
तेरी कौन सी जेब काट ली इन्होंने?
सरकारी भीख पर पलने वाले विधर्मी को हिंदू धर्म की बड़ी चिंता होती है।
अपने धर्म को देख, दूसरे के नहीं।
वाह रे नीले कबूतरो तुम लोगो को शुद्ध चमड़े का बेल्ट सुधार सकती है
गुरु जी पूर्वजों की तसवीर पर माला कौन सी लगायें चंदन की या तुलसी की
और तिलक कौन सा लगाए चंदन का या केसर का
शुद्ध चंदन की मिले तो ठीक अन्यथा तुलसी की ले लें
चंदन या गोपी चंदन
जल पूर्णिमा से देना चाहिए कि पदिपदा से कहते हैं। जमादार पूर्णिमा को जल देता है।
Purnima
Mera to janehu nahi hai
Kar sakte hai
लाल कपड़ा पहनकर?
मै लाल पहनता हुं। आप सफेद, पीला, सौम्य जो पहनना चाहें
ताम्र पात्र में दूध नहीं डालना चाहिए
2-5 मिनट में कचछ नहीं होता, ज्यादा सयय नहीं रहना चाहिए। जल मिश्रित दूध होता है
आचमन अपसव्य मे नही होगा
Ha
jenaiv nahi ho to
Pahan lo
Ved hi adhar hai Jis ko aap nakar te ho wrong kon hai wo 😅
Koun nakar raha hai
गुरुजी अगुठी दोनो हाथ कि अंगुली में पहनना है क्या ।
दोनों में पहन सकते हैं
सीधे में अवश्य पहने
कहते हैं कि तर्पण बड़ा या छोटा पुत्र ही करे । बीच वाला पुत्र तर्पण का हकदार नहीं मतलब बीच वाले पुत्र को तर्पण नहीं करना चाहिए । क्या यह सत्य है ? चलन में तो ऐसा ही है ।
कोई न करें तो कर सकते हैं
तर्पण श्राद्ध करने का अधिकार सभी पुत्रों को है। केवल तेरहीं एवं वरषी संस्कार मे ज्येष्ठ पुत्र को या छोटे पुत्र को अधिकार है। एक वर्ष बाद सभी पुत्रों को शास्त्र अनुमति देता है।
@@aniltripathi9756 बहुत बहुत धन्यवाद।🙏
हम श्राद्ध तो करते थे क्यों कि वह हमारे पास ही रहे हमने उनके जीवित रहते हमने उन्हें सब कुछ दिया I फिर कैसे सम्भव था कि उनके लिए तर्पणादि न करते ।
मै भी बीच का पुत्र हुं और मैं ही सभी क्रिया करता हुं मुझे असीम शांति और कृपा मिलती है।
@@DhyanBhaktiMandir पंचबलि और ब्रह्म भोज तर्पण के बाद करना चाहिए ।
Jab tarpan ved me nahi to this is wrong
Kyu ki
First ved hai bad me sab
आपका प्रश्न ही गलत है निश्चित वेद सर्वप्रथम है,वेद अलग विषय है तर्पण आगम ग्रंथों में है।