Mananiya Maharaaj Shree, Janm se Vipra hone ke bavajud muje Sandhyopasana ke baare me kuchh pata nahi hai ! 😊 Lekin UA-cam par Sandhyopasana ke liye bahot saare videos dekhe, kintu aapshree ka maargdarshan bahut saral evm spasht tareeke se samaj paaya. Taduparant PDF pradaan karke, aapshree ne bahot sahayata pradan ki hai. Aapshree ko bade Nirmal hraday se dhanyavaad karata hun. 🙏🙏😊
@@SanatanDharmapunarsthapna Maharaj Yudhisthir se. aajgar parva me hai - "shudre tu yat bhaved.."isme shudra aar brahman kaa nirnaya lakshan se bataya hai. "Yadi te.." aadi shloko me jati kyun kaaran nahi hai yeh bataya hai."Tawat shudro,," me janma ke baad shudra jaisa aur sanskar + veda addhayan + sadachar ke bad hi brahman bataya gaya hai. Dharma ki punarsthapana karne se pahle usse khud jaan le 😀
महाराज जी ,जय सियाराम। आपके द्वारा संक्षिप्त संध्या वंदन को सरल शब्दों तथा सरल रुप से समझाया गया है, यह वीडियो अनेकानेक द्विज के लिए सिद्ध होगा।इसके लिए आपका आभार एवं साधुवाद। भगवती प्रसाद शर्मा जयपुर
जय श्री राधेश्याम। जय श्री सीताराम। दंडवत प्रणाम।महाराज जी बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद। महाराज जी यदि ठाकुर जी के सम्मुख संध्यावंदन करते हों तो सूर्योपस्थान एवं अर्घ्य ठाकुर जी की ही दिशा में करें या दें तो क्या अनुचित है। कृपया मार्गदर्शन करें।
धन्यवाद.. ।क्या लघु संध्या को भी तीन बार करने का विधान है। एक बार मात्र प्रातःकाल कर लेने से लघु संध्या पूर्ण नहीं होगी।मार्गदर्शन करें। प्रतीक्षा रत..
Jaap alg chij hai aur sandhya vandan alg din se lekr saam tk jo paap hote hai unka vidvansh saam ki sandhya krti hai udharan lijiye subha aap do baar nha loge to saam ko nahana nhi pdega esha nhi hai .
सूर्य उप स्थान तक तो सही विनियोग नहीं किया आपने उपस्थान मंत्र नहीं किया अंग nayas भी नहीं किया आपने है फिर आता है विनियो फिर आता है गायत्री ध्यान फिर आते हैं दो विनियोग फिर आता है गायत्री उपस्lथान मंत्र फिर 24 मुद्रा फिर जप मंत्र स्वरूप फिर माला प्रार्थना फिर8 मुद्रा FIR visarjan viniyog फिर मंत्र बोलकर देवी को अपने जगह प्रस्थान करने के लिए निवेदन मंत्र फिर होता ओम तत्सत ब्रह्म अर्पण वास्तु
This is not right procedure to teach us and connect us with Vedic accustomed.you should teach us line by line from book,you should guide us from where to start,you should groom us,just watching the video after 2 days we all forget.
मतलब आप चंद्र गुप्त हो, जो छुपाके अंतिम समय में ऊपर ले जावोगे, खुद बोलते नही,और दूसरे मार्गदर्शन करे इसका अहंकार ईर्ष्या हो रही है, रावण के भाई हो, चुप बैठो वरना खुद कहो की ऐसा करना चाहिए , टांग अड़ाना राक्षस प्रवृत्ति का गुण है , कृष्णम वंदे जगतगुरूम। राधे राधे
Kitni tejomayi vaani aur kitni sundar prastuti Dhruva Bhaiya 😍😍🙏🙏
Mananiya Maharaaj Shree,
Janm se Vipra hone ke bavajud muje Sandhyopasana ke baare me kuchh pata nahi hai ! 😊
Lekin UA-cam par Sandhyopasana ke liye bahot saare videos dekhe, kintu aapshree ka maargdarshan bahut saral evm spasht tareeke se samaj paaya. Taduparant PDF pradaan karke, aapshree ne bahot sahayata pradan ki hai.
Aapshree ko bade Nirmal hraday se dhanyavaad karata hun. 🙏🙏😊
जन्म से सब शुद्र है। उपनयन से द्विज होते है। वेद पाठ से विप्र। जन्म से कोई विप्र नही है। यह शास्त्रोक्त है।
@@sumantkb कहां से कर ली इस महान ज्ञान की प्राप्ति😂
@@SanatanDharmapunarsthapna Maharaj Yudhisthir se. aajgar parva me hai - "shudre tu yat bhaved.."isme shudra aar brahman kaa nirnaya lakshan se bataya hai. "Yadi te.." aadi shloko me jati kyun kaaran nahi hai yeh bataya hai."Tawat shudro,," me janma ke baad shudra jaisa aur sanskar + veda addhayan + sadachar ke bad hi brahman bataya gaya hai. Dharma ki punarsthapana karne se pahle usse khud jaan le 😀
दास का प्रणाम स्वीकार करें प्रभुजी। श्री सीताराम
कितना अच्छा बताया गया है ,धन्यवाद महाराज🙏🙏🙏👌👌👌
Thank you Maharaj
सीताराम जी।अतिसुंदर आदरणीय
क्या बात है। जय जय श्री सीताराम जी।
बहुत ही सुन्दर
महाराज जी ,जय सियाराम।
आपके द्वारा संक्षिप्त संध्या वंदन को सरल शब्दों तथा सरल रुप से समझाया गया है, यह वीडियो अनेकानेक द्विज के लिए सिद्ध होगा।इसके लिए आपका आभार एवं साधुवाद।
भगवती प्रसाद शर्मा
जयपुर
कृपया उपयोगी सिद्ध होगा पढ़ें।
Aapka bahut bahut dhanyawad me aaj Puri tarah se santust ho gaya
गुरुजी बहुत-बहुत धन्यवाद आपने बहुत अच्छे और बहुत विस्तार से बताया है
Jai Sri Krishna 🙏🙏🙏🙏 Khoob kripa Maharaj🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️
Jay Siyaram Prabhu ji
जय श्री राधे कृष्णा
Gurudev
Jay shree krishna
Aapke dwara batai Hui Sandhya achhi lagi,
Kyonki dour me samay ki Kami rahti hai.
AAP iska likhit copy bhejiye
A
Bahut bahut dhanyavad, Jai Jai Sitaram
Jai Sree Ram, Dhruv Bhai
जय गायत्रीमाता
बहुत सुंदर 👌🏻धन्यवाद 🙏🏻
Jaya jaya. 🙏
सीताराम सरकार
अतिसुंदर
Thank you somuch for the pdf. prabhu shree Ram aap ko sukh aur samriddhi de.
M😊antra asuddha huha. Kripaya suddha prayaskijiya
हर हर महादेव
Pranaam guruji❤
ওঁ নমঃ শিবায়ঃ।
Jay ho dvij dev ki
Jay ho sarkar 🙏
jay Siya Ram
Very nice video Guru ji 🙏🙏
Jai ho guru g
Thank you so much ..i got 3 books from the website you mentioned...
JI jagannath
Jai ho
Swami aap Ramanuj sampradaya s hai kya ?
Guruji ai vidhi me gayatri ki shap mochan jarurat he?? Kripa karke batayiye🙏
सादर वंदन..
🙏🏻🙏🏻
पौराणिक संध्या के ऊपर वीडियो बनाए
गुरुजी पुजा विधी का लिंक जिसके बारे मे ईस व्हिडिओ मे चर्चा की है उसे क्रिपा करके शेअर करे.
कृपया व्रात्य् द्विजों के लिए भी संध्यवंदन की विधि बताएं।
Bhasm lagana jaruri he to vidhi bataye
जय श्री राधेश्याम। जय श्री सीताराम। दंडवत प्रणाम।महाराज जी बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद। महाराज जी यदि ठाकुर जी के सम्मुख संध्यावंदन करते हों तो सूर्योपस्थान एवं अर्घ्य ठाकुर जी की ही दिशा में करें या दें तो क्या अनुचित है। कृपया मार्गदर्शन करें।
श्रीठाकुरजी नहीं बल्कि जिस दिशा का निर्देश किया गया है वहीं अर्घ्य प्रदान करना चाहिये।
Sandha vadan krne ke bad esht dev ka pujan krna hai ki phle. Hum esi dubidha me hai. Kripya hme btaye kyoki hum pratah krte hai
Sandhya Vandan ke sath sabhi sadkon ko Shikha Sutra bhi dharan karna chahie
very well explained Guruji
Sandhyavandanam at the time of suryoday.Arghyapradanam when sun has just risen or seen in morning.
Before sunrise when stars are visible 🙏🏻
Jitne bhi mantra hain wo mun me bolna hai ya mukh se bahar
I need the mantra book please send
archive.org/details/sankshiptasandhyavidhipdf
Jai sita ram kya aap ayodhya me rehta hai?
Very nice
Good
beautiful
Surya argya Mantra
प्रणाम महाराज जी। सुबह और दोपहर को सूर्य अर्घ्य देते समय किस पैर की एड़ी उठानी चाहिए?
यदि हो सके तो दाएं पैर को उठाकर,बाएं पैर की पिंडली पर रखें यदि ऐसा करना संभव न हो तो दाएं पैर की एड़ी को थोड़ा ऊंचा करके अर्घ्य देना चाहिए।
नारायण
Jalshuddhi kiya nehi. Brahmayajna nehi kiya.
Aur ye kis sampraday ka sandhya hai. Mantra alag hai
Par Surya Pradakshina mae tooh 4 vinyog or 4 Mantra h
Surya pradikshina mein nahi upasthan mein
@@theonelazyboy Ji shukla ji galti tooh hogyi par vinyog nhi kiye
@@vinit1366 sankshipt vidhi hai isliye shayad nahi kiye
धन्यवाद.. ।क्या लघु संध्या को भी तीन बार करने का विधान है। एक बार मात्र प्रातःकाल कर लेने से लघु संध्या पूर्ण नहीं होगी।मार्गदर्शन करें। प्रतीक्षा रत..
इसका पीडीएफ मुझे चाहिए
Ek prashn hey.. Office se ate ate raat7-8 ho jata hey. Aise mein kya mein pratah kal hi teeno kaal k liye jap kar sakta hoon?
Jaap alg chij hai aur sandhya vandan alg din se lekr saam tk jo paap hote hai unka vidvansh saam ki sandhya krti hai udharan lijiye subha aap do baar nha loge to saam ko nahana nhi pdega esha nhi hai .
Ji Haa
Aap shyam ki sandhya subah he kr skte h
सूर्य उप स्थान तक तो सही विनियोग नहीं किया आपने उपस्थान मंत्र नहीं किया अंग nayas भी नहीं किया आपने है फिर आता है विनियो फिर आता है गायत्री ध्यान फिर आते हैं दो विनियोग फिर आता है गायत्री उपस्lथान मंत्र फिर 24 मुद्रा फिर जप मंत्र स्वरूप फिर माला प्रार्थना फिर8 मुद्रा FIR visarjan viniyog फिर मंत्र बोलकर देवी को अपने जगह प्रस्थान करने के लिए निवेदन मंत्र फिर होता ओम तत्सत ब्रह्म अर्पण वास्तु
This is not right procedure to teach us and connect us with Vedic accustomed.you should teach us line by line from book,you should guide us from where to start,you should groom us,just watching the video after 2 days we all forget.
अभी आपको बहुत कुछ सीखने की जरूरत है
गलत बताया है कुछ
Right u r
आपको भी बहुत कुछ सीखना बाकि है 🥰
जय श्रीकृष्ण राधे राधे जय सियाराम नमः शिवाय। नमामि देवी नर्मदे नारायण नारायण।
मतलब आप चंद्र गुप्त हो, जो छुपाके अंतिम समय में ऊपर ले जावोगे, खुद बोलते नही,और दूसरे मार्गदर्शन करे इसका अहंकार ईर्ष्या हो रही है, रावण के भाई हो, चुप बैठो वरना खुद कहो की
ऐसा करना चाहिए , टांग अड़ाना राक्षस प्रवृत्ति का गुण है ,
कृष्णम वंदे जगतगुरूम। राधे राधे
Galat hai kuch kuch
अरे पंडित जी आधे अधूरे वीडियो मत डालो
गलत मत बताओ
Sahi kya hai ??
Sahi kya hai??
Jai Ho guru ji