Ahirani kavita - mana kahi mhanna nai - by Vijaya Manmode - अहिराणी कविता

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  • Опубліковано 3 гру 2024
  • ahirani kavita by Mrs. Vijaya Manmode
    अहिराणी कविता वाचन
    कविता - मन्ह काही म्हणणं नही....
    कवी - सौ विजया सुरेश मानमोडे - अध्यक्षा - खान्देश अहिराणी कस्तुरी मंच

КОМЕНТАРІ • 6

  • @manojbagal_Dubai
    @manojbagal_Dubai 4 роки тому +1

    एक दम भारी सादरीकरण.....जय खांन्देश

  • @deodattaborse3576
    @deodattaborse3576 4 роки тому +1

    वाह ! मा.विजयाताई..
    सुंदर काव्यलेखन..सर्वांगसुंदर सादरीकरण..

  • @vitthalsalunkhe4499
    @vitthalsalunkhe4499 4 роки тому +1

    खुपच आशयबद्ध कविता शे ताई..
    आणि सादरीकरण ते एकदम उत्तम शे..

  • @yogitabahare1960
    @yogitabahare1960 4 роки тому +1

    एकदम भारी सुपर

  • @aheervani4338
    @aheervani4338 4 роки тому +1

    👌👌👌👌👌👌

  • @PRALHADDSONAR
    @PRALHADDSONAR 4 роки тому +1

    सुंदरच मॅम!