आपने इतना interest लेकर जैन धर्म पढ़ा, समझने की कोशिश की और उसको सबके साथ share किया, काबिले तारीफ है। बहुत सुन्दर प्रयास। आप किसी जैन मुनि या जैन पंडितजी से चर्चा करेंगे तो जानेंगे कि जैन धर्म अनादि काल से है। ऋषभ देव इस चौबीसी के पहले तीर्थंकर हैं, इससे पहले भी कई चौबीसी तीर्थंकरों की हो चुकी और आगे भी होंगी। Also, नीलांजना अप्सरा नहीं थी, राजा ऋषभदेव के दरबार की नृत्यांगना थी। जो हुआ वो इंद्र की सभा में नहीं बल्कि राजा ऋषभदेव के ही दरबार में हुआ
भैया जी आपने बहुत सुंदर जानकारी दी... जैन धर्म के बारे में.. बस एक सुधार कर ले तो आनंद आ जायेगा.. ऋषभ नाथ भगवान 10,000 वर्ष नही लाखो वर्ष पहले हुए हैं, एक तीर्थंकर से दूसरे के बीच कई लाख वर्षों का अंतर है
Lord Rishab Dev was First Thirthankar in this Kal Chakra , there were many Kal chakra before this one. Also Rishab Dev Thirthankar was here many many thousands of years ago, I strongly suggest to talk to Jain Muniraj to get better clarity. Thank you very much for highlighting the AAA principles of JAINISM. JAI JINENDRA. Kushal Singavi Chicago USA
Bruhhh !!! Dont use the word "thousand" Read agams and scriptures. He was born crores of crores of ocean years ago... Even his age was in i.e. quintillion years 592.704 × 10¹⁸ years. (84 lakh)³ years. This is just his age.
प्रणाम, यु-टुब के माध्यम से आपने जैन धर्म के कई अंशों बखूबी से समझाने का प्रयास किया ईस लिए आपको धन्यवाद देता हूँ, किन्तु जैन धर्म अनादि काल से है, ईस बात को समझ ने के लिए आप को हमारे गुरु भगवंतो और पंडितों से समज लेनी होगी, तब जाकर आप को जैनीझम का पुरा नही पर आपके पास जो ज्ञान जैनीझम के बारे मे है उसे से कई गुना बढ़ सकता है। फील हाल आप के जैनीझम के लिए सदभाव और लगाव की सरहाना करता हूँ। धन्यवाद।
@@SumitSharma-od2yt jo bhi kahta hai sab scientific kahta hai, or aaj ke jain or hindu bhugol me kaafi smililarties hai kyoki hindi walaa jain wale me se hu nikal kar aaya hai!
बहुत ही बढ़िया सर इतना अच्छा के में अपने आप को कॉमेंट करने से रोक नहीं पाया में खुद जैन हु कुछ टाइम से कुछ अन्य चीजों के कारण धर्म से गुस्सा आने लग गया था लेकिन आज आपने आंख खोल दी
मनोज भाई जी, बहुत ही अच्छे तरीके से आपने जैन धर्म के तीन मूल सिद्धांत का बहुत ही संक्षेप में वर्णन किया है। मानव जाति के लिए यह तीन सूत्र सारे धरती को सुख शांति और समृद्धि देने वाले हैं आपके प्रयास का अभिनंदन है 🎉🎉
पहली बात - दसहजार साल से पहले भ. ऋषभदेव होकर गये। दूसरी बात - भ. ऋषभदेव स्वर्ग में नही गये गये थे। उनके अयोध्या में राज दरबार में नीलांजना का नृत्य हुआ था ।
शुक्ला जी नमस्कार जैन धर्म के विषय में आगे भी जानकारी देते रहिए आज के समय में अति आवश्यक है हर समाज के लोगों को अच्छा मार्गदर्शन मिलेगा हम कहां हैं और कहां जा रहे हैं इसकी जानकारी मिल जाएगी
Wah bahut hi sundar Tarike se apne explain kiya, uske liye aapka bahut abhar sir.I follow this wonderful and practical religion myself and celebrate the 10 days fasting festival Dashlaxan right now.wishing a happy and blessed Dashlaxan to all Who celebrate.Jai jinendra Jai panchparmashti 🙏
आपने जैन धर्म के बारे में समझाने की अच्छी कोशिश की आपको प्रणाम करती हूं ।जैन धर्म के और भी बहुत सारे factors है जैसे की शाम को सूरज ढलने से पहिले डिनर कर लेना जितनी भूख है उससे थोड़ा कम खाने का इससे हेल्थ भी अच्छी रहती है।अगर आप इस factor पर वीडियो बना शकते हो तो अच्छी बात है । आपका समझाने का तरीका अच्छा है इससे कई लोगों को फायदा होगा। आपका कल्याण हो सर्वथा सौ सुखी थाओ पाप ना कोई आचरो राग द्वेष से मुक्त हो के मोक्ष सुख प्राप्त करो यह प्रार्थना ज्यादातर जैन लोग रोज रात को बोलते है🙏
भगवान ऋषभदेव 10000 वर्ष पूर्व नहीं बल्कि करोड़ वर्ष पूर्व हुए थे और जैन धर्म अनादिनिधन है यह किसी के द्वारा चलाया नहीं गया है। तीर्थंकर किसी इंद्र के दरबार में नहीं जाते बल्कि इंद्र खुद तीर्थंकर की पूजा करने के लिए आते हैं
I am Jain. I really enjoy listening to you whether this speech or Sony’s entertainment program. Your command of Hindi and Urdu language is commendable. I agree that these principles of Jainism do provide peace it our life. Thank you
जय जिनेन्द्र सर जैन दर्शन के महत्वपूर्ण बिंदुओ की अति सुंदर व्याख्या आपके द्वारा की गई। वास्तव में इन तीनों बातो को आत्मसात कर लिया जाए तो संसार के सारे कष्ट ,समस्याएं , स्वतःही हल हो जाएगी । इसका सबसे बड़ा उदाहरण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी है जिन्होंने जैन दर्शन से प्रभावित होकर अपरिग्रह, अहिंसा के सिद्धांतों के द्वारा बिना अस्त्र- शस्त्र के भारत को स्वतंत्रता दिलवाई।
कहने को तो मैंने ब्राह्मण जन्म लिया लेकिन मैं बचपन से अपने एग्जाम के पहले चावल चढ़ने जैन मंदिर नहा के जाता था ❤️ जैन धर्म को मानने वाले मेरे दोस्त बोहोत हैं और मैं उनके धर्म को अपने धर्म से सबसे ज्यादा मिलता हुआ पाता हूं ❤️ जय जिनेन्द्र ❤️ जय दादा परशुराम , जय श्री कृष्ण ❤️
@rameshchandbhura1797 bs hamesha aesi bto me uljhe rehna apne aap ko pride dete rehna pehle k brhaman kon the aur aaj k Kaun h ye dekho iss desh me do Sanskriti rhi h hmesha se jo santan ek brhaman jo ishwar pr nirbhar h dusra shraman jo khud ko ishwar bna rha h
Jain darshan ko itne sunder tarike se samjhyaa hai aap ne manoj ji Thanks you so much.. aap gurudev Rishi praveen ji ko bhe sun kr or bhe ghari knowledge Le sakte hai
@@aravmishra3139 Beta... Neend se jaago aur apne bhram ko dur kro.... Jain dharma apne ap mein ek individual dharma h jo anadinidhan dharma h aur woh khud apne ap mein itna saccha, achcha air khubsurat dharma h jo facts, logics and reality pr based h..... Use dur dur tak kisi ka kch copy krne ki avashyakta nhi h...... Kyunki iss teen lok mein jain dharma se jayada sundar dharma koi teen kal teen lok mein na kbhi tha na h aur na kbhi hoga.... Thk h na..... Toh apne bhram ko dur kro aur aankhe khol kr pehle adhyayan kro.... Humare bhagwaan kevalgyaani hain teen kaal teen lok unke gyaaan mein pratyaksh jhalakta h...... Unke gyaan k barabar kisi aur ka gyaan teen lok mein h nhiii..... Aur woh kisi aur ko copy krenge... Beta tumne yahan apni murkhta ki pehchaan sabit kr di h apni bakwas se...... Kher tumhare kch bhi bolne se yahan kisi ko koi fark nhi padna.... Sb tumhe he murkh samajhenge..... Goodbye.
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी है आपने भाई, साधारण तरीके से समझाया आपने, जैन धर्म के अपरिग्रह को follow करने से चीजों से detach रहकर बहुत सुकून मिलता है, और बिना जरूरत नई चीज़े खरीदने की इच्छा नहीं होती है
जो भी हो बहुत से जैनों को इतना ज्ञान नही है, किसी अन्य से इतना सटीक ज्ञान की अपेक्षा भी ठीक नहीं। जितनी उनकी जानकारी है और उनके मन में जो आदर भाव है उसका हमे सम्मान करना चाहिए।
Manoj bhai aapne jo Jainism ke baare me bataya he bahut khub bataya he jainism ka jitna bakhaan kare shyad utna bhi kam hoga.. Ham khushnasib he ki hame jain kul mila.. Jainism Ahinsa shanti or metripun ka pratik he.. Proud to Be jain
साब आपने जैन दर्शन के बारे में बहुत सरल तरीके से बताया कबीले तारीफ है। पर एक सुधार आप करेंगे तो सही जानकारी सबको मिलेगी। रिसभ देव करोड़ों वर्ष पहले हुए थे। श्री राम के समय 20 वे तीर्थकर थे। श्री कृष्ण के समय 22 वे तीर्थकर थे।जो उनके चचेरे भाई थे। 22 वे तीर्थकर तक तीर्थकारो की आयु लाखो वर्ष होती थी। कृपया यह सुधार करके वापिस वीडियो जारी करे। ताकि लोग भ्रमित ना हो। यह आपसे मेरी अरदास है
My salutations n Pranam ,I m extremely thankful to u to explain these pillars of jainism ,I m a jain n it is so difficult to get people to understand these concepts n even more difficult to accept them . U r such a famous personality n a very learned person . When u make such a speech it is very effective ,because u always speak after full research . This was very accurate n hard hitting inspite of d soft tone . U have done a great service to jain sashan . May god bless u !
@@DivyanshuTentawar koi mithya nhi h jain kalgadna... Pehle jaa k uska gehrai mein adhyaan kro phr pta chalega ki jain dharma se jayada sahi gadna kisi aur dharma mein btao he nhi gai hai... Kyunki humare bhagwan kevalgyaani h air unke gyaan mein teen kaal teen lok pratyaksh ek saath jhalakta h isiliye unse jayada exact and accurate koi bta he nhi skta...
खुश रहो बेटा मुझे ऐसा लगता है भगवान ने तुम्हे दूनीया मे तुम्हे एक ग्यानी बाबा बना भेजा है मैने आज तक ऐसा आदमी नही देखा मेरे बच्चेमुझे तुम्हारी हर वीडीयो पढ कर स्कुन मिलता है मुझे डिप्रैशन हैऔर मै तुम्हे देख लेती हूं तो बडा अच्छा लगता है❤❤❤❤❤
Bahut hi acha informative aur saral bahasa me science ki ukti ke saath samjhaya gaya je. Hats off to you for such a marvellous video. Only one point I differ is origin of Jainism, is anadikaal se, not 10,000 yrs as mentioned by you.
Bahut hi sunder.. Aapne jain vichardhara ko bahut hi sunder tarike se samjhaya.. Sansar ko iss vichardhara ko samjhna chahiye... Kya galat kya sahi bahut ye samjhna sabhi ke liye zaroori hein...
सर,मै आपका बहुत बड़ा फैन हूं और मैने आपके द्वारा सुनाई गयी मुंशी प्रेमचंद जी की सभी कहानियां दिल थामे सुनी है और मै आपकी सभी विडिओ देखता हूँ।मै चाहता हूँ की कृपया करके मुंशी प्रेमचंद जी की रचना गोदान,गबन,नमक का दरोगा आदि कहानियां अपनी जुवानी कहने का कष्ट करें।🙏🙏🙏
आपने जैन दर्शन पढ़ा बहुत अच्छी बात है ।अगर हमारे गुरु महराज से जाना होता तो आपके कई शंका के समाधान मिल जाते । ऋषभ देवजी भगवान खरबों साल पहले हुए ।जैन धर्म आदि अनादि काल से है। जैसे सनातन M Com है तो हैं jain phd है अहिंसा के दोनों ही अनादि अनंत काल से है । 23 वे तीर्थंकर नेमीनाथ भगवान और कृष्ण भगवान दोनों चचेरे भाई है ।
आप जैसे भारत मां के सपूतों के लिए हम ईश्वर के ऋणी है।और कृष्ण कहते है की ऋण चुकाया न जाए तो प्रणाम कर लेना चाहिए।🙇🙇🙇🙏गणपति बाप्पा सभी भारतियो को आप जैसी सोच दे।
Dear Manoj ji.... Always like ur thought s and speech and lyrics.... After teri mitti me... Became ur fan.... Ur thought on Maa and Pitaji always makes me cry.... And feels to see those videos again n again..... But being a jain... Admired ur speech on Gaushala and minority of community but never asked for benefits.... And overall today's this simple explanation to make everyone understand Jainism is superb....
मन खाये मन सोय, मन जागे, मन रोय, मन हसे मन लेवे मन देवे मन ही सूरमा मन ही कायर,मन हिन्दू मन मुसलमान मन ईसाई, कहत कबीर सुनो भाई साधो जगत बना है मन से, मन यानि दिमाग पूरे शरीर का मालिक इसी से यह संसार अनुभव हो रहा है मन कामी मन क्रोधी मन लालची मन चंचल मन चोर मन के मते न चल तू भाई यह पलक पलक विच और यह हर समय हमारे ध्यान यानि आत्मा को इस दुनिया में घुमाता रहता है
आप का हर वीडियो बहुत ही शानदार होता है, जिनमे शब्दों के वो मोती होते है जो ढूँढने से भी ना मिले और मिल जाये तो आप से सुन्दर माला कोई ना बन पाये। धन्य है आप, ईश्वर की कृपा आप पर बनी रहे।🙏🏻
मनोज जी आपका बहुत बहुत आभार....आप नही जानते कि आपने जैन समाज के ये सिद्धांत बताकर जैन समाज पर नहीं बल्कि पूरी मानव जाति पर एक बहुत बड़ा उपकार किया है ...ये देश जिस ओर जा रहा है उस महायुद्ध के रास्ते से बचने के लिए आप स्वयं भगवान महावीर और कृष्ण का उपदेश देकर जन जन तक पहुंचाकर को ❤🙏🙏🙏इसको बचाने का काम कर रहे है आपको कोटि कोटि वंदन उसके लिए संपूर्ण जैन समाज की ओर से आपको बहुत बहुत सादुवाद
2:34 sir bo 10 hajar Saal nhi . Million billion year phle ki baat he . Kyoki Jainism me 24 tithankar he . Har tithanker me hajaro barso ka antar he islie hamare aadinath to phle tithankar he fir unke baad 23 tithankar or bane.
आपने इतना interest लेकर जैन धर्म पढ़ा, समझने की कोशिश की और उसको सबके साथ share किया, काबिले तारीफ है। बहुत सुन्दर प्रयास। आप किसी जैन मुनि या जैन पंडितजी से चर्चा करेंगे तो जानेंगे कि जैन धर्म अनादि काल से है। ऋषभ देव इस चौबीसी के पहले तीर्थंकर हैं, इससे पहले भी कई चौबीसी तीर्थंकरों की हो चुकी और आगे भी होंगी।
Also, नीलांजना अप्सरा नहीं थी, राजा ऋषभदेव के दरबार की नृत्यांगना थी। जो हुआ वो इंद्र की सभा में नहीं बल्कि राजा ऋषभदेव के ही दरबार में हुआ
भैया जी आपने बहुत सुंदर जानकारी दी... जैन धर्म के बारे में.. बस एक सुधार कर ले तो आनंद आ जायेगा.. ऋषभ नाथ भगवान 10,000 वर्ष नही लाखो वर्ष पहले हुए हैं, एक तीर्थंकर से दूसरे के बीच कई लाख वर्षों का अंतर है
Or Rishabh nath bhagwan bhagwan ram k purwajo mein se ek hai 🙏🏻
आपने प्रमुख जैन सिद्धांतों की बहुत अच्छे तरीके से प्रभावना की, बहुत साधुवाद 🙏🏼
Lord Rishab Dev was First Thirthankar in this Kal Chakra , there were many Kal chakra before this one. Also Rishab Dev Thirthankar was here many many thousands of years ago, I strongly suggest to talk to Jain Muniraj to get better clarity.
Thank you very much for highlighting the AAA principles of JAINISM. JAI JINENDRA.
Kushal Singavi Chicago USA
Aggreed
Totaly agreed
Bruhhh !!!
Dont use the word "thousand"
Read agams and scriptures.
He was born crores of crores of ocean years ago...
Even his age was in i.e. quintillion years 592.704 × 10¹⁸ years.
(84 lakh)³ years. This is just his age.
Agree
Agree
जैन धर्म स्वयं शाश्वत है, सनातन है!!!
Yes it's true and also the story of the rishabhdev bhagwan
Your every speech comes from your heart n goes to the listener's heart. A great fan of yours n your ideas.
प्रणाम, यु-टुब के माध्यम से आपने जैन धर्म के कई अंशों बखूबी से समझाने का प्रयास किया ईस लिए आपको धन्यवाद देता हूँ, किन्तु जैन धर्म अनादि काल से है, ईस बात को समझ ने के लिए आप को हमारे गुरु भगवंतो और पंडितों से समज लेनी होगी, तब जाकर आप को जैनीझम का पुरा नही पर आपके पास जो ज्ञान जैनीझम के बारे मे है उसे से कई गुना बढ़ सकता है। फील हाल आप के जैनीझम के लिए सदभाव और लगाव की सरहाना करता हूँ। धन्यवाद।
@@mayankjain8713 Jain Bhogol kya kahta hai ye bhi batao
@@SumitSharma-od2yt jo bhi kahta hai sab scientific kahta hai, or aaj ke jain or hindu bhugol me kaafi smililarties hai kyoki hindi walaa jain wale me se hu nikal kar aaya hai!
Behatareen !!! Anumodna Shukla ji … respect from USA 🇺🇸. Thanks for bringing up Jain wisdom
बहुत ही बढ़िया सर
इतना अच्छा के में अपने आप को कॉमेंट करने से रोक नहीं पाया
में खुद जैन हु कुछ टाइम से कुछ अन्य चीजों के कारण धर्म से गुस्सा आने लग गया था लेकिन आज आपने आंख खोल दी
मनोज भाई जी, बहुत ही अच्छे तरीके से आपने जैन धर्म के तीन मूल सिद्धांत का बहुत ही संक्षेप में वर्णन किया है।
मानव जाति के लिए यह तीन सूत्र सारे धरती को सुख शांति और समृद्धि देने वाले हैं आपके प्रयास का अभिनंदन है 🎉🎉
पहली बात - दसहजार साल से पहले भ. ऋषभदेव होकर गये। दूसरी बात - भ. ऋषभदेव स्वर्ग में नही गये गये थे। उनके अयोध्या में राज दरबार में नीलांजना का नृत्य हुआ था ।
So amazing. Jain wisdom is really awesome 👍😊
Manoj ji ne jainism ko shandar ,scientifically samjhaya,Jai jinendra ---Naresh kothari Banswara Raj.
बेहतरीन शुक्ला जी
आपकी हर एक वीडियो ज्ञान से परिपूर्ण होता है 3A थ्योरी very best ❤❤❤
सभी तीर्थंकर को प्रणाम शत शत नमन।
"Kabhi kabhi dene waala utna khaali nahi hota jitna lene waala bhar jaata hai".... just wow!
Jainism > Science❤
Bhot bhot aabhar apka sir itni sundar vyakhya k liye🙏🙌
Jain dharam ka मार्मिक ज्ञान समझाने के लिए बहुत बहुत आभार..❤❤
शुक्ला जी नमस्कार जैन धर्म के विषय में आगे भी जानकारी देते रहिए आज के समय में अति आवश्यक है हर समाज के लोगों को अच्छा मार्गदर्शन मिलेगा हम कहां हैं और कहां जा रहे हैं इसकी जानकारी मिल जाएगी
Wah bahut hi sundar Tarike se apne explain kiya, uske liye aapka bahut abhar sir.I follow this wonderful and practical religion myself and celebrate the 10 days fasting festival Dashlaxan right now.wishing a happy and blessed Dashlaxan to all
Who celebrate.Jai jinendra Jai panchparmashti 🙏
आपने जैन धर्म के बारे में समझाने की अच्छी कोशिश की आपको प्रणाम करती हूं ।जैन धर्म के और भी बहुत सारे factors है जैसे की शाम को सूरज ढलने से पहिले डिनर कर लेना जितनी भूख है उससे थोड़ा कम खाने का इससे हेल्थ भी अच्छी रहती है।अगर आप इस factor पर वीडियो बना शकते हो तो अच्छी बात है । आपका समझाने का तरीका अच्छा है इससे कई लोगों को फायदा होगा। आपका कल्याण हो
सर्वथा सौ सुखी थाओ
पाप ना कोई आचरो
राग द्वेष से मुक्त हो के
मोक्ष सुख प्राप्त करो
यह प्रार्थना ज्यादातर जैन लोग रोज रात को बोलते है🙏
Jainam Jayati Shashanam.
Blessed to have been born in the family that follows jainism.
You can talk for hours on these principals
भगवान ऋषभदेव 10000 वर्ष पूर्व नहीं बल्कि करोड़ वर्ष पूर्व हुए थे और जैन धर्म अनादिनिधन है यह किसी के द्वारा चलाया नहीं गया है। तीर्थंकर किसी इंद्र के दरबार में नहीं जाते बल्कि इंद्र खुद तीर्थंकर की पूजा करने के लिए आते हैं
Bhai a aaapka ahankar bol rraha hai
Aur bhai ye aapki agyanta bol rahi 🥲😌 @@KDSPlateform
@@KDSPlateform ahankar nhi .... Ved h hamare
Sahi baat hai bro inko kya pta jain dharm ke baare me
Aree bhai aap agyani hai ki apko yaha akankaae dikh raha hai@@KDSPlateform
अपने जैन दर्शन को कितने साइज और सरल तरीके से समझाएं बहुत बहुत धन्यवाद इसी तरह सुख रुपी सिद्धांतों को बताते रहे बहुत बहुत धन्यवाद
I am Jain. I really enjoy listening to you whether this speech or Sony’s entertainment program. Your command of Hindi and Urdu language is commendable. I agree that these principles of Jainism do provide peace it our life. Thank you
Bht Sundar.Jite Raho Shuklaji Very good lecture sir
Well said👍
Proud to be jain🙏
Ye galat bol ra hai
Jainism is not originated from Sanatan Dharma
@@Meta_Math_breaker Yes I know, Jainism is the oldest religion.
I said well about explanation of Principles of jainism.
Ok, but he is using words like Jain darshan and Jain pant or Jain wisdom which is wrong he should say Jain dharm
@@Meta_Math_breaker Yes.
Great great Jainism....jai jinendra....
Jainism ka prachaar karne ke liye shukriya.
Ye sabse pehla dharm h.
Proud to be jain 🙏
Jai jinendra.. Thank you sir because paryushan parv mai apne yai video banai
Being a jain .. getting so much clarity from this video..thannkuu so much
जैन धर्म के सभी पुराणों में जीव मात्र के सुख की कामना की गई है
जय जिनेन्द्र
सर जैन दर्शन के महत्वपूर्ण बिंदुओ की अति सुंदर व्याख्या आपके द्वारा की गई। वास्तव में इन तीनों बातो को आत्मसात कर लिया जाए तो संसार के सारे कष्ट ,समस्याएं , स्वतःही हल हो जाएगी ।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी है जिन्होंने जैन दर्शन से प्रभावित होकर अपरिग्रह, अहिंसा के सिद्धांतों के द्वारा बिना अस्त्र- शस्त्र के भारत को स्वतंत्रता दिलवाई।
कहने को तो मैंने ब्राह्मण जन्म लिया लेकिन मैं बचपन से अपने एग्जाम के पहले चावल चढ़ने जैन मंदिर नहा के जाता था ❤️ जैन धर्म को मानने वाले मेरे दोस्त बोहोत हैं और मैं उनके धर्म को अपने धर्म से सबसे ज्यादा मिलता हुआ पाता हूं ❤️ जय जिनेन्द्र ❤️ जय दादा परशुराम , जय श्री कृष्ण ❤️
Jai shree ram
Jay shree aadinath,Jay shree Ram, Jay shree Krishna, jay mahaveer
Next trithankar is shree krishna
A majority of our Sadhus were born in Brahman families
@rameshchandbhura1797 bs hamesha aesi bto me uljhe rehna apne aap ko pride dete rehna pehle k brhaman kon the aur aaj k Kaun h ye dekho iss desh me do Sanskriti rhi h hmesha se jo santan ek brhaman jo ishwar pr nirbhar h dusra shraman jo khud ko ishwar bna rha h
जो भार फूल का सह ना सके
ऐसी तो डाली कोई नहीं,,
जो दे ना सके कुछ औरों को,,
इतना तो खाली कोई नहीं,,
Excellent .... superb....
Superb execution Manoj sir..
Sir love you and proud you❤
Jai jinendra
Hindu, Sikh, Jain & Buddhist are all Dharmic religions.
आपका कहना बहुत ही शानदार है । इसका भाषांतर हर दिशा में पहुंचाना चाहिये; श्री. मनोज मुनताशीर शुक्ला ।
Jain darshan ko itne sunder tarike se samjhyaa hai aap ne manoj ji Thanks you so much..
aap gurudev Rishi praveen ji ko bhe sun kr or bhe ghari knowledge
Le sakte hai
सच में आपके शब्दों में साक्षात मां सरस्वती विराजमान हैं । Thank you Shukla sir 🙏
इतनी प्रभावशाली शब्द उसी के हो सकते हैं जिसके हृदय साफ सुथरे हैं।
दुनिया का सबसे best मत है Jainism!
Best sanatan dharm usi ke principal ko copy kiya h.
Mishra ji
Sanatan ka matlab kya hota hai.@@aravmishra3139
अगर कोपी हुई होती तो बहुत सारी धार्मिक अनुष्ठान मे समानता होती। जवकि बहुत कम समानता है@@aravmishra3139
@@aravmishra3139 Beta... Neend se jaago aur apne bhram ko dur kro.... Jain dharma apne ap mein ek individual dharma h jo anadinidhan dharma h aur woh khud apne ap mein itna saccha, achcha air khubsurat dharma h jo facts, logics and reality pr based h..... Use dur dur tak kisi ka kch copy krne ki avashyakta nhi h...... Kyunki iss teen lok mein jain dharma se jayada sundar dharma koi teen kal teen lok mein na kbhi tha na h aur na kbhi hoga.... Thk h na..... Toh apne bhram ko dur kro aur aankhe khol kr pehle adhyayan kro.... Humare bhagwaan kevalgyaani hain teen kaal teen lok unke gyaaan mein pratyaksh jhalakta h...... Unke gyaan k barabar kisi aur ka gyaan teen lok mein h nhiii..... Aur woh kisi aur ko copy krenge... Beta tumne yahan apni murkhta ki pehchaan sabit kr di h apni bakwas se...... Kher tumhare kch bhi bolne se yahan kisi ko koi fark nhi padna.... Sb tumhe he murkh samajhenge..... Goodbye.
Jain Dharm usse bhi Pahle Ka Hai 🙏🙏
Shukla ji please make more of such videos. It was very soothing to hear.
सत्यशुभ वचनं।
भैयाजी आप हैं ही कमाल के
आपकी हर बातें भी कमाल की।
I proud of u।
बहुत सुंदर आप बहुत बड़े ज्ञानी हो,भाई मेरे भगवान आपको सदैव सुखी एवं स्वस्थ रखे।
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी है आपने भाई, साधारण तरीके से समझाया आपने, जैन धर्म के अपरिग्रह को follow करने से चीजों से detach रहकर बहुत सुकून मिलता है, और बिना जरूरत नई चीज़े खरीदने की इच्छा नहीं होती है
Waah bhaiya waah kya samjhaya hai aapne. bahut khoob
As per Jain mythology, Nilanjana was dancing in king Rishanhdev's court. King was touched by the uncertainty of life and he took diksha.
We jains don't have mythology, a more appropriate word is needed. Mythology has an negative connotation
जो भी हो बहुत से जैनों को इतना ज्ञान नही है, किसी अन्य से इतना सटीक ज्ञान की अपेक्षा भी ठीक नहीं। जितनी उनकी जानकारी है और उनके मन में जो आदर भाव है उसका हमे सम्मान करना चाहिए।
Aap ne jain dharm ke sidadhnto ko etne achhe se samjha.... Ye bahot achhi baat hai...
Ahinsa paramo dharmah
Triple A ke bare mei aapka jo explanation tha was really superb. I am also a jain. Dillip jain from tamilnadu India
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति 🙏
जीते रहो शुक्ला जी ' जिन्दाबाद । अपना अपना ख्याल होता है नही सबमे कमाल होता है । वक्त गर्दिश में जो सामना करे वही माई का लाल होता हो🙏🚩🇪🇬
Or tum preeti ji koi mulla apka kuch kar de 😂🎉 aap kiya Akhilesh ke pass jayogi ue harami paise kama raha hein aap kiya kama rahi hoo
Mangal hoye, iss Jagat ka Mangal ho! Sab Mangalmay ho, Iss darti ke har Prani ka Mann mangalmein ho! Yeh soch Jains ko Aage Badati hain!🙏
🇮🇳 Bharat bolo
Manoj bhai aapne jo Jainism ke baare me bataya he bahut khub bataya he jainism ka jitna bakhaan kare shyad utna bhi kam hoga..
Ham khushnasib he ki hame jain kul mila.. Jainism Ahinsa shanti or metripun ka pratik he..
Proud to Be jain
Jain Darshan ko bahut hi Sundar tarike se aur Jain siddhanton ko bahut hi vistar se samjhane ke liye bahut bahut anumodna aur dhanyvad Jay Jinendra
साब आपने जैन दर्शन के बारे में बहुत सरल तरीके से बताया कबीले तारीफ है।
पर एक सुधार आप करेंगे तो सही जानकारी सबको मिलेगी।
रिसभ देव करोड़ों वर्ष पहले हुए थे। श्री राम के समय 20 वे तीर्थकर थे। श्री कृष्ण के समय 22 वे तीर्थकर थे।जो उनके चचेरे भाई थे।
22 वे तीर्थकर तक तीर्थकारो की आयु लाखो वर्ष होती थी।
कृपया यह सुधार करके वापिस वीडियो जारी करे। ताकि लोग भ्रमित ना हो।
यह आपसे मेरी अरदास है
|| जैनम जयति शासनम् ||
Vande vidhyasagaram
सनातन ka hi sasan rahenga
Manoj ji Jay Jinendra aap bahut hi Achcha bolate Hain main aapka bahut bada fan aise hi Gyan ki baten batate rahiye dhanyvad
Bht sundar 🎉
Sir aap bhut acha kaam kr rhe ho ❤❤❤
Shukala ji , Well explained . Bahut bahut Anumodana.
My salutations n Pranam ,I m extremely thankful to u to explain these pillars of jainism ,I m a jain n it is so difficult to get people to understand these concepts n even more difficult to accept them . U r such a famous personality n a very learned person . When u make such a speech it is very effective ,because u always speak after full research . This was very accurate n hard hitting inspite of d soft tone . U have done a great service to jain sashan . May god bless u !
तीर्थंकर ऋषभदेव 10000 नहीं, अरबों वर्ष पहले हुए थे। जय जिनेन्द्र। 🙏
भाई तुम्हारे शास्त्रो की माने तो ऋषभदेव असंख्य वर्ष पूर्व हुए थे । तो क्या हम modern timeline न माने ? जैन कालगणना मिथ्या प्रतीत होती है ।
मॉडर्न साइंस तो यह भी कहती है कि रामायण महाभारत और वेद काल्पनिकहै।
@@DivyanshuTentawar koi mithya nhi h jain kalgadna... Pehle jaa k uska gehrai mein adhyaan kro phr pta chalega ki jain dharma se jayada sahi gadna kisi aur dharma mein btao he nhi gai hai... Kyunki humare bhagwan kevalgyaani h air unke gyaan mein teen kaal teen lok pratyaksh ek saath jhalakta h isiliye unse jayada exact and accurate koi bta he nhi skta...
Pagal ho kya 7 crore saal pehle dianasaur aaya arab saal kitna hota hai
खुश रहो बेटा मुझे ऐसा लगता है भगवान ने तुम्हे दूनीया मे तुम्हे एक ग्यानी बाबा बना भेजा है मैने आज तक ऐसा आदमी नही देखा मेरे बच्चेमुझे तुम्हारी हर वीडीयो पढ कर स्कुन मिलता है मुझे डिप्रैशन हैऔर मै तुम्हे देख लेती हूं तो बडा अच्छा लगता है❤❤❤❤❤
@rajranigupta4882 please check @gyanbyashish22
Bahut hi acha informative aur saral bahasa me science ki ukti ke saath samjhaya gaya je.
Hats off to you for such a marvellous video.
Only one point I differ is origin of Jainism, is anadikaal se, not 10,000 yrs as mentioned by you.
Bahut hi sunder..
Aapne jain vichardhara ko bahut hi sunder tarike se samjhaya..
Sansar ko iss vichardhara ko samjhna chahiye...
Kya galat kya sahi bahut ye samjhna sabhi ke liye zaroori hein...
सर,मै आपका बहुत बड़ा फैन हूं और मैने आपके द्वारा सुनाई गयी मुंशी प्रेमचंद जी की सभी कहानियां दिल थामे सुनी है और मै आपकी सभी विडिओ देखता हूँ।मै चाहता हूँ की कृपया करके मुंशी प्रेमचंद जी की रचना गोदान,गबन,नमक का दरोगा आदि कहानियां अपनी जुवानी कहने का कष्ट करें।🙏🙏🙏
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ...मनोज जी। बहुत सटीक शब्दों में अच्छा जीवन जीने का सार गर्भित तरीका।God bless you
संसार का जीता जगता कोहिनूर हीरा हो आप सरस्वती मा की कृपा आप पर बनी रहे जय जिनेन्द्र
आपने जैन दर्शन पढ़ा बहुत अच्छी बात है ।अगर हमारे गुरु महराज से जाना होता तो आपके कई शंका के समाधान मिल जाते ।
ऋषभ देवजी भगवान खरबों साल पहले हुए ।जैन धर्म आदि अनादि काल से है।
जैसे सनातन M Com है तो हैं jain phd है अहिंसा के दोनों ही अनादि अनंत काल से है । 23 वे तीर्थंकर नेमीनाथ भगवान और कृष्ण भगवान दोनों चचेरे भाई है ।
Jai Jinendra! Jai Mahaveer! Aaka Aabhar Manoj ji
Bahut sunder vivechna, Manoj bhai
जैन धर्म को इतनी गहराई से समझाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद🙏💕
सत्य अहिंसा परमो धर्मः 🙏
जैन धर्म को आपने बहुत ही अच्छे से समझा है।और लोगों को अच्छे से समझा पा रहे हैं। नमन
Superb...jain dharm jaisa dharm nahi... Bhagwan mahavir ka path hume dukh say bachata hai...
आप जैसे भारत मां के सपूतों के लिए हम ईश्वर के ऋणी है।और कृष्ण कहते है की ऋण चुकाया न जाए तो प्रणाम कर लेना चाहिए।🙇🙇🙇🙏गणपति बाप्पा सभी भारतियो को आप जैसी सोच दे।
Very nice video...Sabhi Jain bhaiyo ko Jai Jinendra 🙏
Yes you are right and Best👍👍💯
jai jinendra, bahut khoob , bahur saral and sahaj bhasha
बहुत ही ज्ञान वर्धक उद्बोधन ll
Good wisdoms and theory of Jainism... presentation was even better ...thanks!
गंभीर विषय का बहुत ही सरल व रोचक प्रस्तुतिकरण। ❤
सर धन्य है आप और धन्य है आपकी वाणी आप पर और आपकी वाणी पर मां शारदे की सदैव कृपा बनी रहे और आप ऐसे ही सुविचार से हम सब को प्रेरित करते रहें
Thank you for simple explanation & how to follow Jain dharma. 🙏🙏 Jai Jitendra
What a wonderful explanation of words ...it's true Jainism is a way of life ...
आत्मा की शांति जैन सिध्दांतों पर चले बिना बहुत मुस्किल ❤
JAI JINEDRA
जय जि ने न्द्र priyanshi जी..दिवाली की बहुत बहुत शुभकामनायें
@@mahavirbothra1620 SM TO U
@@mahavirbothra1620 STUDY OR JOB KYA KR RHE
@Priyanshidaga-b7j bussiness & share market investment
Thanks sir. Ap se aj ye baat seekhi k ap k pass jo chz ap k kam ki nhi wo ksi or ki zarurat puri krsakti h
Bahut anumodna aapki...aapne jain dharma ke baaremein itna accha samjhaya....
Dear Manoj ji....
Always like ur thought s and speech and lyrics.... After teri mitti me... Became ur fan.... Ur thought on Maa and Pitaji always makes me cry.... And feels to see those videos again n again.....
But being a jain... Admired ur speech on Gaushala and minority of community but never asked for benefits....
And overall today's this simple explanation to make everyone understand Jainism is superb....
🎉 itni sundar tarike se jain dharam ke bare m btane ke liye aapka bhut bhut aabhar ❤🙏🙏
Always proud of you my great bigb Manoj muntashir Shukla bhaea 🙏
मन खाये मन सोय, मन जागे, मन रोय, मन हसे मन लेवे मन देवे मन ही सूरमा मन ही कायर,मन हिन्दू मन मुसलमान मन ईसाई, कहत कबीर सुनो भाई साधो जगत बना है मन से, मन यानि दिमाग पूरे शरीर का मालिक इसी से यह संसार अनुभव हो रहा है मन कामी मन क्रोधी मन लालची मन चंचल मन चोर मन के मते न चल तू भाई यह पलक पलक विच और यह हर समय हमारे ध्यान यानि आत्मा को इस दुनिया में घुमाता रहता है
✍️👏👏👏✍️
श्री राम, जय राम, जय जय राम,
👏👏👏🙏🙏🙏
आप का हर वीडियो बहुत ही शानदार होता है, जिनमे शब्दों के वो मोती होते है जो ढूँढने से भी ना मिले और मिल जाये तो आप से सुन्दर माला कोई ना बन पाये।
धन्य है आप, ईश्वर की कृपा आप पर बनी रहे।🙏🏻
Thank you Manoj sir ❤
Bharat ke Logo ko Sahi rah dikhane ke liye Dil Se Thank you ❤
Jai Jinendra and Greetings from Germany
मनोज जी आपका बहुत बहुत आभार....आप नही जानते कि आपने जैन समाज के ये सिद्धांत बताकर जैन समाज पर नहीं बल्कि पूरी मानव जाति पर एक बहुत बड़ा उपकार किया है ...ये देश जिस ओर जा रहा है उस महायुद्ध के रास्ते से बचने के लिए आप स्वयं भगवान महावीर और कृष्ण का उपदेश देकर जन जन तक पहुंचाकर को ❤🙏🙏🙏इसको बचाने का काम कर रहे है आपको कोटि कोटि वंदन उसके लिए संपूर्ण जैन समाज की ओर से आपको बहुत बहुत सादुवाद
Jai jinendra 🙏🙏🙏
2:34 sir bo 10 hajar Saal nhi . Million billion year phle ki baat he . Kyoki Jainism me 24 tithankar he . Har tithanker me hajaro barso ka antar he islie hamare aadinath to phle tithankar he fir unke baad 23 tithankar or bane.
Listen