Thank you itne achhe se btane k liye me bht zada confused thi lekin ab clear ho gya Mera ye sawal bhi hal kar dijiye k mata pita dada dadi Nani Nana itna ka naam se tarpan krenge to kya itne brahmano ko khilana hota h mujhe btaiye plz
Guruji apne bahot acche se samjhaya hai thank you aur aaj last sarad hai mene abi Jil diya magar itna ache tarike s nhi diya to apka bahut dhanyawad 🙏🙏
पंडित जी प्रणाम🙏 पंडित जी दास का थोड़ा मार्ग दर्शन करे क्या किए के मकान श्राद्ध कर सकते है मेरे माता पिता नही है में कैसे श्राद्ध करू मुझे तो कुछ भी नही आता है परंतु श्राद करने की मेरे मन में तीव्र इच्छा है श्राद का कोई आसान विधी बताए
पण्डित जी प्रणाम जैसे पिता के श्राद्ध के दिन हम उन्हें उसी दिन जलानजली दे सकते हैं या किसी भी दिन या श्राद्ध के किसी भी दिन सभी पितरों को जलानजली दे सकते हैं
जयश्री कृष्ण पंडितजी। आपने देवतर्पण के बाद पितरों को तृप्त किया। यहगलत है। देवतर्पन के बाद उत्तरमुख हो जनेऊ को कंठ अबलंबित कर सनक आदि सात ऋषियों को जल देने का विधान है। तत्पश्चात मरिच्यादि दश ऋषियों का तर्पण का विधान है। अनंतर दिव्य पितर, यमादि चतुर दश देवगण और उसके बाद पितरों आदि का तर्पण किया जाता है। और फिर तर्पण में दूध की आवश्यकता नहीं होती है। तर्पण में त्रिकुशा, मोटक और पवित्री आवश्यक है।
@@vrashabh4545 मै समझ गयी, जो पूर्व दिशा की ओर मुख् करके बैठते है उनकी दाएँ हाथ की तरफ़ दक्षिण दिशा होती है तो वो दाएँ हाथ मे कुश दक्षिण की तरफ़ रखते है.. और जो दक्षिण की तरफ़ मुख् करके बैठते है उनके बाये हाथ की तरफ़ दक्षिण दिशा आती है तो बाये हाथ मे कुश रखते है।
@@girimohanguru पंडितजी बहूत से हिन्दूओं को श्राद्ध कैसे करना हैं इसकी जानकारी पता नहीं हैं और इसमें क्या क्या सामग्री चाहिए। इसकी विधी क्या हैं कोई नहीं जानता और कोई पंडित बताना भी नहीं चाहता। आप अच्छे से प्रेक्टिकल करके बताते हो इसलिये आपसे करबद्ध निवेदन हैं कि एक विशेष वीडियो बनाकर समझाएं कि श्राद्ध क्या होता हैं, तर्पण अर्पण क्या होता हैं, पिंडदान जलांजलि क्या होता हैं। कौन कौन व किस किसके लिए कर सकता। अधिकत्तर हिन्दू भाईयों बहनों को अपने पुर्वजों के देहांत कि सही तिथी पता नहीं हैं। ससुराल पक्ष में साला ससुर सास का स्वर्गवास हो गया हैं तो कौन श्राद्ध कर सकता हैं, क्या विधी हैं। आदि जानकारी सभी को देवें आपका मंगल होगा।
ये तर्पण होता है, श्राध् तिथि के अनुसार होता है। शादी हो गयी हो सभी भाई की तो श्राध् एक साथ एक घर मे कर सकते है अगर साथ मे संभव हो तो... अगर साथ मे नही कर सकते तब सबको अपने अपने घर मे करना चाइये।
Baba ji ek jankari janni thi aapse , hamare ghar mere chacha ke ladke ki shadi thi may mai uske Karan Ghar mai sub keh rahe hai k is pirtapak mai darpan nai kar sakta .. ye sahi hai ya galat plz help
PRANAM GURUJI. Thanks to you GURUJI.Thank you very much.Aap hahut Sarala purbak itne achhi tarah samjha rahen hein.
आज के समय इतने अच्छे से कोई नहीं बताता कोई नहीं समझाता
Pandit ji aapko sadar pranam
जय हो
खूब खूब धन्यवाद महाराज जी
पूज्य पितृदेवों के चरणों में प्रणाम। संछिप्त जानकारी के लिए पंडित जी को प्रणाम।
जय हो
जय पितृ महाराजः की जय हो❤❤❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Let's
आम आदमी के लिए यह कठिन प्र क्रिया है
Bahut badhiya bataya uncleji ne❤
जय हो
पंडित जी को सादर प्रणाम आप ने बहुत अच्छी जानकारी दी है
जय हो
. very very thankful guruji for such guidance of pitra trapan.
जय हो
।।जय जय गुरुदेव जी।।
जय हो
पंडित जी जानकारी बहुत ही अच्छी है आपका बहुत बहुत धन्यवाद और आपके श्री चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏🙏🙏🌹❤🌹
जय श्री सीताराम🙏🙏🙏🙏🌹❤🌹🚩🚩🚩🚩
जय हो
पंडित जी बहुत बढ़िया जानकारी दी आपको नमस्कार
Jay ho
Jai.ho.pandit.ji.giri.maharaj.ki.jai.bahot.hi.ache.se.aap.ne.bataya.hai🌹🙏
जय हो
Jankari ke liye dhanyvad Pandit Ji
आप को भी बहुत बहुत धन्यवाद बताने के लिए
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
जय हो
Om pitra devayeh namah 🙏🙏 guruji pranam 🙏🙏
Guruji
हरि बोल पंडितजी 🙏
Jay ho
अति उत्तम। पंडित जी को प्रणाम।
Jay ho
Dhanyvad Pandit Ji❤❤
जानकारी के लिए धन्यवाद
जय हो
आर्यामा नमः
बहुत सुन्दर🙏🏼
जय हो
Aap bahut bade pandit Hain bahut acchi tarah se samjhaya pandit Ji ko pranam Jay Siyaram
Jay ho
जानकारी देने के लिए धन्यवाद 🌺🌺🙏🙏
जय हो
Bauth bauth dhany vad gurugi❤
जय हो
Received good knowledge, thanks, how can I get more knowledge from you
Jai Pitra Devta Aapki Sda Jai Ho
जय हो
❤ जय पितृदेव आप की जय हो हमारी गलती यो को क्षमा करें
Jay ho
Thanks guruji very nice information thanks
Welcome
Guru ji sadar pranam Aap ne pujyaniya pitro ke bare me bahut achhi jankari di Dhayawaad
जय हो
Thank you itne achhe se btane k liye me bht zada confused thi lekin ab clear ho gya
Mera ye sawal bhi hal kar dijiye k mata pita dada dadi Nani Nana itna ka naam se tarpan krenge to kya itne brahmano ko khilana hota h mujhe btaiye plz
1 ya 3 Brahman ko bhojan karayen
Guruji apne bahot acche se samjhaya hai thank you aur aaj last sarad hai mene abi Jil diya magar itna ache tarike s nhi diya to apka bahut dhanyawad 🙏🙏
पंडित जी बहुत सुन्दर ढंग से अपने बताया है तर्पण विधि को बहुत बहुत धन्यवाद। एक बात और बता लिजिए जिनका जनेश ना हो वे लोग कैसे तर्पण करें।
वीडियो में बताया है
जय पितृ देव धन्यवाद धन्यवाद 🙏🙏🙏
जय हो
श्री सीताराम प्रणाम महाराज जी श्री सीताराम
जय हो
शानदार
जय हो
Jay ho,Dhanyabad,pranam
जय हो
जय हो
जय हो
जय श्रीराम जय श्रीराम ❤
जय हो
धन्यवाद पंडित जी जानकारी देनेके लिए
हमारे बच्चे पर है बाहर रहते हैं और हम क्या अपने पति का श्राद्ध जलांजलि दे सकते हैं क्या प्लीज उत्तर दीजिए
16:14
प्लीज हमको उत्तर दीजिए पंडित जी आपका बहुत बहुतधन्यवाद
Jay ho
बहुत अच्छी जानकारी है क्या तांबे के पत्र में दूध डालकर दर्पण किया जाता है
नहीं किया जाता
जय सीताराम
जय हो
जय गुरू जी
Jay ho
Thiti purn PR post mili h...
Koti koti koti koti aavhar guru var.💐💐💐🙏💐💐💐🙏💐💐💐
Dhsnbad
Radhey 😮 Radhey ❤❤❤❤❤
जय हो
Pranaam guru dev.
जय हो
संक्षेप में जानकारी है , लेकिन समय के अनुसार ठीक ही है 👏👏👏
जी
जय हो पित्र देव
जय हो
तर्पण र श्राद्धमा कर्ताले माला लाउन निषेध छ पंडितजी ।
धन्यवाद 🙏 गुरुजी
धन्यवाद मान्यवर 🎉
जय हो
पंडित जी प्रणाम🙏
पंडित जी दास का थोड़ा मार्ग दर्शन करे
क्या किए के मकान श्राद्ध कर सकते है
मेरे माता पिता नही है में कैसे श्राद्ध
करू मुझे तो कुछ भी नही आता है
परंतु श्राद करने की मेरे मन में तीव्र इच्छा है श्राद का कोई आसान विधी बताए
Jai siyaram jai siyaram jai siyaram🙏🙏🙏
जय हो
जय हो
Jai shri Ram ji shri guru Dev parnam ji kripa aap bhojan ke bare b batan ji thanks
प्रणाम गुरूजी. 🌹.
Jay ho
Jai shree Ram 🙏🏻
जय हो
पण्डित जी प्रणाम
जैसे पिता के श्राद्ध के दिन हम उन्हें उसी दिन जलानजली दे सकते हैं या किसी भी दिन या
श्राद्ध के किसी भी दिन सभी पितरों को जलानजली दे सकते हैं
पूरे पितृपक्ष में जलांजलि दें
Jai Guru ji 🙏
Jay ho
Ye tarpan vidhi roz kre ya jis din shradh ho usi din kre
पूरे पितृपक्ष में
सदर चरण वंदना
जय हो
जयश्री कृष्ण पंडितजी। आपने देवतर्पण के बाद पितरों को तृप्त किया। यहगलत है। देवतर्पन के बाद उत्तरमुख हो जनेऊ को कंठ अबलंबित कर सनक आदि सात ऋषियों को जल देने का विधान है। तत्पश्चात मरिच्यादि दश ऋषियों का तर्पण का विधान है। अनंतर दिव्य पितर, यमादि चतुर दश देवगण और उसके बाद पितरों आदि का तर्पण किया जाता है। और फिर तर्पण में दूध की आवश्यकता नहीं होती है। तर्पण में त्रिकुशा, मोटक और पवित्री आवश्यक है।
श्रीमान नॉर्मल आदमी को इतना जानकारी नहीं होती है इसलिए पंडित जी ने सरल विधि बताई है
वैसे पूरी विधि से एक वेद पाठी ब्राह्मण ही करा सकता है
रामपदारथ पाठक जी! मैंने भी टिप्पणी की है , किन्तु संक्षेप में। अभी आपकी विस्तृत टिप्पणी दिखी , बहुत अच्छी लगी।
सादर प्रणाम
जय हो
Giri ji ye bataiye 10mi kartey hai toh kaise Kiya Jana chahiye please batao
Om Namah pitru Dev
जय हो
पितर देवता भयो नमं🙏🌹🙏
जय हो
Thanks guruji 🙏🙏
Jay ho
तृप्यताम्
तृप्त हो आपकी प्यास पूरी हो..आपको संतुष्टि मिले
Jay gurudev Dhanyawad
जय हो
Thanks very much
जय हो
जय सिया राम 💐🙏💐
जय हो
Thank you.
जय हो
हमारे शास्त्रों के अनुसार तांबे के पात्र मे दूध का स्पर्श वर्जित है । कृपया स्पष्ट करें
Panditji ko shayad yeh nahi pata ki copper ke bartan mae Milk se tarpan nahi karte
पितृका तर्पण ऐसे करने से तो कर्ता पागल हो जायेगा ।
Ye sab apke liye nahi hai. Ksama kijiye.
Pranam. Bahut hi achhi tarah samajhaye. pranam.
Jay ho
Jayshriam
जय हो
पंडित जी आपको प्रणाम 🙏🙏🙏🙏 बहुत सुंदर जानकारी दी आपने
जय हो
Prnam
मेरेजहाकहीपितरहोतोचेंनलमाथयमसेउनकातारनहोमेरीयहीभालासाहैथनयवादरहेमेरा
Bhut acha 🎉
जय हो
आपने बाए हाथ की तरफ जल अर्पित किया, कुछ लोग दाएँ हाथो से तर्पण करते है क्या ये सही है?
ऋग्वेदी ऐसा ही करते होंगे
@@vrashabh4545 मै समझ गयी, जो पूर्व दिशा की ओर मुख् करके बैठते है उनकी दाएँ हाथ की तरफ़ दक्षिण दिशा होती है तो वो दाएँ हाथ मे कुश दक्षिण की तरफ़ रखते है.. और जो दक्षिण की तरफ़ मुख् करके बैठते है उनके बाये हाथ की तरफ़ दक्षिण दिशा आती है तो बाये हाथ मे कुश रखते है।
जी दाएं हाथ से ही जल का तर्पण करें
Jai dev
जय हो
Prnma
Thank you
जय हो
Guru jee pranam sita ramjee🙏
जय हो
अर्पण और तर्पण का भी समझाऐं।
जलांजलि कब देनी चाहिए-जलाजलि कब देते हैं।
अगर किसी ने जनेऊ ना पहनी हो तो क्या करें।
वीडियो पूरा देखें वीडियो में आपके प्रश्न का उत्तर मिल जाएगा आपको
@@girimohanguru
पंडितजी बहूत से हिन्दूओं को श्राद्ध कैसे करना हैं इसकी जानकारी पता नहीं हैं और इसमें क्या क्या सामग्री चाहिए। इसकी विधी क्या हैं कोई नहीं जानता और कोई पंडित बताना भी नहीं चाहता।
आप अच्छे से प्रेक्टिकल करके बताते हो इसलिये आपसे करबद्ध निवेदन हैं कि एक विशेष वीडियो बनाकर समझाएं कि श्राद्ध क्या होता हैं, तर्पण अर्पण क्या होता हैं, पिंडदान जलांजलि क्या होता हैं। कौन कौन व किस किसके लिए कर सकता। अधिकत्तर हिन्दू भाईयों बहनों को अपने पुर्वजों के देहांत कि सही तिथी पता नहीं हैं।
ससुराल पक्ष में साला ससुर सास का स्वर्गवास हो गया हैं तो कौन श्राद्ध कर सकता हैं, क्या विधी हैं। आदि जानकारी सभी को देवें आपका मंगल होगा।
Pitro ko chawal, paani aur phool arpit karne ka tarika?
🙏🙏🙏
Pranam
जय हो
भाई अलग अलग है तो saradh bhi अलग अलग करना चाहिए या इक्ठे करना चाहिए
ये तर्पण होता है, श्राध् तिथि के अनुसार होता है। शादी हो गयी हो सभी भाई की तो श्राध् एक साथ एक घर मे कर सकते है अगर साथ मे संभव हो तो... अगर साथ मे नही कर सकते तब सबको अपने अपने घर मे करना चाइये।
थाली में जल को क्या करें
😮
Kisi pavitra jagah me visarjit karen
Usko peeja beta
@@kaushalkumar9624 kese nonsense jwab de rahe ho bhai pagal ho kya
, @@kaushalkumar9624
जिनके मां जीवित है या पिता जीवित है वह कैसे करेंगे।
जो जीवित हैं उन्हें छोड़कर बाकी पितरों को जल दे सकते हैं
Jo Jal Thali Mein Hai Uska Kya kiya jaaye
Pavitra sthan par sira den
thx
तर्पण सभी दिन या मृत्यु तिथि पर या मृत्यु तिथि से अमावस्या तक करना चाहिए
वैसे तो पूरे 16 दिन करें यदि ना कर पाए तो मृत्यु तिथि पर अवश्य करें
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो
Baba ji ek jankari janni thi aapse , hamare ghar mere chacha ke ladke ki shadi thi may mai uske Karan Ghar mai sub keh rahe hai k is pirtapak mai darpan nai kar sakta .. ye sahi hai ya galat plz help
कर सकते हैं
Guru ji bche hue jl ka kya kre kripa krk btayiye....