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जय हो, बहुत ही सरलता से आपने विधि समझाई।प्रणाम स्वीकार करें 🙏🙏
जय हो
Aadarniya Guru ji ke charno me sadar naman 🙏🙏
❤ Jai गुरुदेव
Jai shre vishnu bhagwan ki jai
Guruji sadar pranam ho
Om nm narayn
ओम नमो नारायण
Guru ji koti koti sadar Pranam ho.❤❤
प्रणाम पंडित जी🙏🌹🙏
Pranam guruji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Dhanyawad guruji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत सरलता से बताया ❤️🙏
जय गुरुदेव बहुत सरल शब्दों में बताई गई है
Bahot Abhari hoon Baba ji ❤
नमन
Very good
Thanks
Badia❤❤🙏🙏
पंडी जी मुंडन
Sadar Pranam Pandit Ji
Jai ho guru ji aapki
Namaskar ji
Jai ho
Jay Siyaram
Risi pitrko tarpan
संक्षिप्त पितृ तर्पण है
प्रणाम🙏🙏
ओम नमो नारायण महाराज जी
ओमनमो नारायण
गुरूजी कृपया आपने जो मंत्र बोले हैं वो कमेंट मैं पिन करवा दी जिए 🙏
दूसरी वीडियो में मंत्र दिए हैं कमेंट में
पिता के लिए -अस्मत पिता वसु रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमःदादा के लिए -अस्मत पितामह रुद्र रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमःपरदादा के लिए -अस्मत प्रपितामह आदित्य रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमःमां के लिए -अस्मत माता गायत्री रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमःदादी के लिए -अस्मत पितामही सावित्री रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमःपरदादी के लिए -अस्मत प्रपितामही सरस्वती रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमःनाना के लिए -अस्मत मातामह वसु रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलम तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमःपरनाना के लिए -अस्मत प्रमातामह रुद्र रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमःवृद्ध परनाना के लिए -अस्मत वृद्ध प्रमातामह आदित्य रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमःनानी के लिए -अस्मत मातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमःपरनानी के लिए -अस्मत प्रमातामही सावित्री रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमःवृद्ध परनानी के लिए -अस्मत वृद्ध प्रमातामही गायत्री रुपस्य तृप्यतामइदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
गुरु जी को प्रणाम
Ispe phool aur jal ek saath ho gaye kya?
हां एक साथ लें
Chawal, phool aur jal ka arprit ek saath kaise kare aur din main kare kya?
दोपहर 12:30 तक करें
Namskar baba ji
Pandit ji bhishm pitamah ko jalankali nahi di
Rishi tarpan nhi btaye
Kya pitra Paksha me jal roj diya jaata hai kya
हां
गुरुजी सादर प्रणाम
जय हो, बहुत ही सरलता से आपने विधि समझाई।
प्रणाम स्वीकार करें 🙏🙏
जय हो
Aadarniya Guru ji ke charno me sadar naman 🙏🙏
जय हो
❤ Jai गुरुदेव
Jai shre vishnu bhagwan ki jai
Guruji sadar pranam ho
जय हो
Om nm narayn
ओम नमो नारायण
Guru ji koti koti sadar Pranam ho.❤❤
जय हो
प्रणाम पंडित जी🙏🌹🙏
जय हो
Pranam guruji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो
Dhanyawad guruji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो
बहुत सरलता से बताया ❤️🙏
जय हो
जय गुरुदेव बहुत सरल शब्दों में बताई गई है
जय हो
Bahot Abhari hoon Baba ji ❤
जय हो
नमन
जय हो
Very good
Thanks
Badia❤❤🙏🙏
पंडी जी मुंडन
Sadar Pranam Pandit Ji
जय हो
Jai ho guru ji aapki
जय हो
Namaskar ji
Jai ho
जय हो
Jay Siyaram
जय हो
Risi pitrko tarpan
संक्षिप्त पितृ तर्पण है
प्रणाम🙏🙏
जय हो
ओम नमो नारायण महाराज जी
ओमनमो नारायण
जय हो
गुरूजी कृपया आपने जो मंत्र बोले हैं वो कमेंट मैं पिन करवा दी जिए 🙏
दूसरी वीडियो में मंत्र दिए हैं कमेंट में
पिता के लिए -
अस्मत पिता वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
दादा के लिए -
अस्मत पितामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परदादा के लिए -
अस्मत प्रपितामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
मां के लिए -
अस्मत माता गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
दादी के लिए -
अस्मत पितामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परदादी के लिए -
अस्मत प्रपितामही सरस्वती रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
नाना के लिए -
अस्मत मातामह वसु रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलम तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
परनाना के लिए -
अस्मत प्रमातामह रुद्र रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
वृद्ध परनाना के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामह आदित्य रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः
नानी के लिए -
अस्मत मातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
परनानी के लिए -
अस्मत प्रमातामही सावित्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
वृद्ध परनानी के लिए -
अस्मत वृद्ध प्रमातामही गायत्री रुपस्य तृप्यताम
इदं सतिलं जलं तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः तस्यै स्वधा नमः
गुरु जी को प्रणाम
जय हो
Ispe phool aur jal ek saath ho gaye kya?
हां एक साथ लें
Chawal, phool aur jal ka arprit ek saath kaise kare aur din main kare kya?
दोपहर 12:30 तक करें
Namskar baba ji
जय हो
जय हो
Pandit ji bhishm pitamah ko jalankali nahi di
Rishi tarpan nhi btaye
Kya pitra Paksha me jal roj diya jaata hai kya
हां
गुरुजी सादर प्रणाम
जय हो