हिंदुओं से हिंदुतत्व के नाम पर वोट लेकर उसे भूल जाए तो बेचारा आवेश में आकर कांग्रेस को वोट देगा ही। कर्नाटक में बीजेपी के शासन में हिन्दुओं पर अत्याचार हुआ, केंद्र में 303 सीट राज्य सभा में बहुमत होते हुए भी बंगाल में हिंसा को नही रोक पाए, दिल्ली में अमित शाह के नाक के नीचे caa दंगो में अंकुर शर्मा को स्क्रू ड्रायर से गोद कर निर्मम हत्या हुई। किसान आंदोलन में सैकड़ों हिन्दू पुलिस कर्मी घायल हुए, पालघर में अभि तो बीजेपी सरकार है क्या करवाई की , मोदी राज में रामनवमी में दिल्ली में रामनावमी की यात्रा नही निकाल सकते तो बंगाल में कैसे निकाल पाएंगे। पत्थरबाजी हुई । मोदी का एक बयान नही।
गीता प्रेस, गोरखपुर, ये संस्था हिन्दू धर्म, हिन्दू समाज और सनातन संस्कृति की जीवन रेखा हे, हृदय हे,. ऐसी संस्था को १०० साल पूर्ण करने पर हृदय कोटि कोटि बधाई हो,और ऐसे ही गीता प्रेस संस्था १००० साल अविरत बिना रुके, चलती रहे ऐसी प्रभु से
प्रदीप जी का आज का सत्योद्घाटन और गीता प्रेस की महानता को सुनकर हृदय खिल उठा। आपकी प्रस्तुति विलक्षण रही। आप शतायु बनें। गीता प्रेस हिन्दू हृदय को अहर्निश अनन्त काल तक आध्यात्मिक अमृत से सींचती रहे।
Yes Congress Mukt india ka Sapna pura Karo india ke Hinduo Sachet Sawdhan Ho javo Desh Dhrohi vichar Dhara vali Congress party se Muslim Sapotar Jehadi Soch Muslim Pedayis he
सिंह जी को सटीक, सामयिक, सारगर्भित विडियो बनाने के लिए कोटि कोटि प्रणाम।सिंह जी गली मोहल्ले वाले गीता प्रेस गोरखपुर को अपने आराध्य देवों के वाहक मानते हैं, शायद ही कोई सनातनी होगा जिनके पास गीता प्रेस गोरखपुर की कोई कृति नहीं होगी।कांग्रेस पार्टी की दुर्गति का कारण ऐसे ही नेताओं के कारण हो रही है।गांधी जी ने ठीक ही कहा था कांग्रेस को अब समाप्त कर देना चाहिए।दिग्विजयसिंह, जयराम रमेश, राहुल कांग्रेस पार्टी को वहीं ले जा रहे हैं।ईश्वर करें कांग्रेस पार्टी का जल्द से जल्द समाप्त हो जाए।जय श्री राम।जय श्री कृष्ण।
नाथूराम गोडसे ने गांधी का वध करके अपने धर्म और कर्तव्य का पालन किया । गीता प्रेस हिन्दू धर्म की आत्मा है । गांधी शांति पुरस्कार का नाम बदलकर विवेकानंद शांति पुरस्कार रख देना चाहिए ।
प्रदीप जी, हमें तो आप पर भी गर्व है कि आप जैसे गम्भीर चिन्तक एवं विश्लेषक हमारे बीच है! इतना सारगर्भित विश्लेषण, बहुत गर्व होता है! आप शतायु हो और स्वास्थ्य रहे!
नेहरु ने कहा था र्दुभाग्य से हिंदू हूं ऐसी कांग्रेस को गीताप्रेस से नफरत तो होगी ही,कांग्रेस को हर उस बात नफरत है जो हिंदुओं और सनातनियों की विचार धारा आगे बढ़ाये फिर गीताप्रेस हो या बीजेपी।
Durbhagay Kyo Hai Kisi Mulla Se Jakar Khatana Kara Leta Ban Jata Musalman Kisi Ne Manah Kiya Thaa Kya? Pandit Bankar Dhokha Dene Ki Kya Jarurat Thee. Kash Public Shuru Mai Hi Samajh Jaati Ki Yeh S..U..A..R.. Ki Aalad Hai.
बहुत विलक्षण एवं अप्रतिम विश्लेषण। प्रदीप जी को शत् शत् नमन इस महत्वपूर्ण विश्लेषण को देने के लिए । सभी को इस विश्लेषण को सुनना चाहिए ताकि कांग्रेस की मानसिकता को समझने में और भी अधिक आसानी होगी।
हम सभी लोग गीता प्रेस की किताबों को पढ़कर ही बड़े हुए हैं। हमारे माता पिता ने शायद ही किसी अंक या पुस्तक को न ख़रीदा हों। लगभग सभी हिन्दू घरों में एक धार्मिक पुस्तकालय सा बन जाता है इतनी सरल, सुलभ मार्गदर्शक और सस्ती पुस्तकों से। मैं आपसे पूर्णतया सहमत हूँ कि गीता प्रेस को गोडसे से तुलना करने वाले गोडसे से कम नहीं। आपको साधुवाद प्रदीप जी।🕉️🙏🏻
अप्रतिम। आपके विश्लेषण को शत शत नमन। मेरे दादाजी गीताप्रेस का केंद्र घर पर चलाते थे।उम्र के 90 वर्ष तक 10 वी कक्षा तक के बच्चोंको संस्कृत नाम मात्र शुल्क पर पढाते थे।उनके निधन पर आस पास के चौक मे श्रद्धांजली के फलक लगे।आज उनकी याद आ गई। गीताप्रेस हर सनातनी कुटुंब की अमूल्य धरोहर है।सनातन संस्कृती की संरक्षक है गीताप्रेस। गीताप्रेस का अमिट योगदान है हिंदुस्तान के ईतिहास मे।आपके विश्लेषण का शतशः धन्यवाद।
मैं पुणे, महाराष्ट्र से हूँ। मातृभाषा मराठी हैं, फिरभी यह चॅनेल भी देखता हूँ। मेरे घरमें गीता प्रेस की गीता और दो-तीन धार्मिक किताबें बरसोंसे रही हैं। मेरी उमर 72 हैं। मुझे याद है, मेरे बचपनमें मेरे पिताजी 'कल्याण' लाते थे और कभी कभी हम बचचोंको उसमेसे कोई लेख पढकर सुनाते थे।। आज श्री. प्रदीप सिंह जी से 'गीता प्रेस' का इतिहास जाननेके बाद अपने आप को भाग्यशाली मानता हूँ की 1992 में नेपालसे लोटते समय हम दोस्त लोग गोरखपूर में रुके थे और हमने गीता प्रेस को भेट दी थी! गीता प्रेस का कार्य सचमुच अनमोल है।
आपका बहुत बहुत आभार आपने जनमानस को बहुत ही सच और तथ्य आधारित सटीक गीता प्रेस की सेवा कर्मठता पूर्ण प्रयास निश्छल राष्ट्र प्रेम का विश्लेषण कर अवगत कराया। जिसे लोग नहीं जानते थे। बहुत बहुत साधुवाद
आदरणीय प्रदीप जी, प्रणाम, आप का विश्लेषण गीताप्रेस पर पढ़ कर क्या अनुभव किया व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं है l हिंदू सनातन के विरोधी विधर्मियो को पूरा देश जानता है तथा उनके देश एवम् सनातन विरूद्ध कर्मो से मर्माहत है...... इन देश के दुश्मनों को क्या किया जाए समझ एवम् सोच से परे है.....
प्रदीप जी, आपको बहुत बहुत साधुवाद गीता प्रेस गोरखपुर के अति आन्तरिक और गूढ़ इतिहास से अवगत कराने के लिए। इस संस्था के संस्थापक महानुभावों को कोटि कोटि नमन।
आपने गीता प्रेस के जिन तीन महान मनिषियौ का नाम लिया है, तीनों मारवाड़ी थे.... सनातन धर्म, अध्यात्म और वैदिक संस्कृति को बचाने और बढाने हेतु उनका योगदान हमेशा जिवन्त रहेगा... उन्हें कोटि कोटि नमन।।।।।
गीता प्रेस ने हमारी संस्कृति हमारे संस्कार को अपनी कलम से सिंचा ओर जींदा रखा, कांग्रेस की सोच अब अंतिम सासे ले रही है,, कांग्रेस अब बिना विषय की सोच है, जिसे लोग बिना चर्चा के भुल जाना चाहते हैं हर,, हर,, महादेव,,
सर्वोत्तम विश्लेषण आदरणीय ! भारतीय मनीषा में सनातन के आलोक से सन्मार्ग की प्रेरणास्रोत वंदनीय गीता प्रेस , पुरूसोत्तम संस्थापक द्वय, भाई जी दिव्य अनन्त अंशधर आज भी ग्रंथों में शाक्षात प्रतिबिंबित हो जीवन धन्य आशीषते हैं.. कोटि कोटि नमन 🙏
मैं सोच रहा था अगर गीतप्रेस ना होता तो हमारी संस्कृति धार्मिक ग्रंथो परंपराओ का क्या होता जिस तरह से नेहरूवादिओं ने हिन्दुओं को सिमित करने का प्रयास किया |धन्य है गीतप्रेस गरीब हिन्दुओं के घर तक भारतीय संस्कृत, गीता और रामायण पहुंचाने के लिये |
गीता प्रेस, पोद्दार जी यानी भाई जी, गोयन्दका जी और राधा बाबा - ये सब हिन्दू सनातन धर्म के ध्वजवाहक है।इनकी महिमा का शब्दो मे वर्णन असंभव है। ये तीनो भगवत्प्राप्त महापुरुष थे।शत शत नमन। प्रदीप जी, आपको कोटिशः धन्यवाद।
जयराम रमेश का गीता प्रेस के संबंध में जारी व्यक्त्व्य देख सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि ऐसा व्यक्तव्य देने वाला व्यक्ति कांग्रेस पार्टी का स्तरहीन छोटा नेता ही हो सकता है।
फर्क साफ हैं..... एक तरफ वो है जो पुरष्कार तो स्वीकार करते हैं पर सम्मान राशी विनम्रता से अस्वीकार कर रहे हैं और दुसरे वो है जो देश द्वारा दिया गया पूरस्कार लौटातै समल पूरस्कार के साथ प्राप्त राशी, पद आदि लौटाना भूल जाते हैं और बेशर्मी के साथ.......
प्रदीप जी राम राम, बहुत उपयोगी जानकारी आपने उपलब्ध कराई, देश की कलंक पार्टी से तो अब कोई उम्मीद शेष नहीं है,शैने शैने ये अपनी अंतिम परिणिती को पहुंच ही जाएगी। आपका आभार!
मान्यवर प्रदीप जी, बड़े दुःख के साथ कहता हूँ की गीता प्रेस की बड़े शहरों के बस स्टेंड व रेलवे स्टेशनो से स्टालें 2014 से पहले ही बंन्द कराये जाने से हमें शुद्ध भाषा मे लिखित धार्मिक पुस्तकें मिलना मुश्किल हो गई है पहले उसे चालू करवाने की पहल हो जयहिंद वदेंमातरम
प्रदीप जी, बचपन मैंने गीता प्रैस से ,मेरे चाचा के पास आने वाली कल्याण को पढ़ा है। ये मासिक पत्रिका उनके पास आया करती थी। ये 1960 ...65 की बात है। आज मैं 74 साल का हूं। ❤❤❤
आपने सही कहा, ऐसी संस्था के सामने केवल नतमस्तक हुआ जा सकता है । मैं नतमस्तक हूं, हम सब नतमस्तक हैं और सदैव नतमस्तक रहेंगे । गीताप्रेस की जय जय । जय हिंद।
लाजवाब विशलेषण, इसे हर भारतीय हर हिन्दू तक पहुँचना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग गीता प्रेस के बहुमूल्य योगदान के बारे में जान सकें, रही बात पुरस्कार का विरोध करने वालों की तो वो दिन दूर नहीं जब भारतीयता की भारतीय संस्कृति की, अवहेलना या उस से नफ़रत करने वालों का वजूद भारत से समाप्त हो जायेगा।
सनातन के महत्व को सदैव उजागर किया गीता गोरखपुर प्रेस ने। ये अदभुद प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व ने आज हम सबका मार्ग दर्शन बहुत उचित मूल्य पर पुस्तके उपलब्ध करवा के किया। लाजवाब प्रिंटिंग के साथ।
आपने बहुत सही और तर्कसंगत तरीके से कांग्रेसियों और उनके जैसे देश के सारे छोटे बड़े राजनीतिक पार्टियों के मौलिक सिद्धांतों को उजागर किया है श्रीमान इसके लिए आपको ढेरों शुभकामनाएं साधुवाद और बधाईयां..... जय श्रीराम जय जय श्रीराम हर हर महादेव
आदरणीय प्रदीप जी, आपका अन्दाज़ अद्धभुत है जिस शालिनता से आप अपनी बात कहते है वे बेमिसाल है। गीता प्रेस पर आपका सटीक विश्लेषण उसकी गरिमा को और ऊपर उठाता है । मेरे जेसे अनेकों भारतियो को सही परिप्रेक्ष्य मे गीता प्रेस के योगदान से परिचित करवाने के लिए ढेरो आभार….
महोदय, ज्ञानवर्धक विश्लेषण, 40 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए आप उम्र में पिता तुल्य हैं l हम लोगों को ऐसे ही मार्ग दर्शन एवं अपनी परंपराओं का ज्ञान वर्धन करते रहें, धन्यवाद
बहुत ही सुंदर प्रदीप जी ! सूंदर विश्लेषण मैं आपको नमन करता हूँ। धन्य है आप जो सनातनीयो की युवा पीढ़ी को सत्य समझाने का अद्वितीय प्रयत्न है। प्रणाम-प्रणाम
सनातन धर्म एवं संस्कृति की गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा की जा रही सेवा के लिये उसकी जयंती पर मेरा शत शत नमन. इस विषय पर दी गयी जानकारी के लिये ठाकुर साहब आप को भी मेरा बारंबार नमन. वंदेमातरम्.
प्रदीप सर आप एक सच्चे इंसान है देखिए ना भाई जी के प्रशंसा करते वक़्त आप भी भाभुक हो गये ऐसा लग रहा था कि भाई जी आपके शब्दों मे खुद बोल रहे है यही तो ईश्वरीय शक्ति है।
यह हिंदुओं का दुर्भाग्य है कि आज भी हिंदू कांग्रेस को वोट देता है
जय श्री राम 💐🙏
बिलकुल सही
Hindu nhi sudhrega.
हिंदुओं से हिंदुतत्व के नाम पर वोट लेकर उसे भूल जाए तो बेचारा आवेश में आकर कांग्रेस को वोट देगा ही। कर्नाटक में बीजेपी के शासन में हिन्दुओं पर अत्याचार हुआ, केंद्र में 303 सीट राज्य सभा में बहुमत होते हुए भी बंगाल में हिंसा को नही रोक पाए, दिल्ली में अमित शाह के नाक के नीचे caa दंगो में अंकुर शर्मा को स्क्रू ड्रायर से गोद कर निर्मम हत्या हुई। किसान आंदोलन में सैकड़ों हिन्दू पुलिस कर्मी घायल हुए, पालघर में अभि तो बीजेपी सरकार है क्या करवाई की , मोदी राज में रामनवमी में दिल्ली में रामनावमी की यात्रा नही निकाल सकते तो बंगाल में कैसे निकाल पाएंगे। पत्थरबाजी हुई । मोदी का एक बयान नही।
हमारे देश में जय चंद गद्दार तो पहले भी थे और आज भी है
गीता प्रेस से संबंधित अनमोल जानकारी के लिए धन्यवाद।
वीर सावरकर और गोडसे दोनों ने अपने जगह पर सही काम किया है।दोनों महान है दोनों को शत शत नमन।
Godse has done the greastest work if we think as a Bhartiya or our motherland Bharat .
श्री विनायक नाथूराम जी गोडसे हम सब राष्ट्रवादी सनातनी भारतीय बंधु आप को कभी क्षमा नहीं करेंगे............. फूलवाले चचाजान को पृथ्वीलोक से
@@rameshtiwari6457 रघुपति राघव राजा राम देश बचा गए नाथूराम
अफसोस है की प्रदीप सिंह जी की गोडसेजी के बारे मे सोचने की सोच और कॉंग्रेस की गोडसेजी के बारे मे सोचने की सोच मे कोई अंतर नही
परम राष्ट्रबादी पं० नाथूराम गोडसे और महावीर विनायक दामोदर सावरकर जी दोनो ही भारतरत्न से भी बड़े पुरुस्कार के अधिकारी हैं।
गीता प्रेस, गोरखपुर, ये संस्था हिन्दू धर्म, हिन्दू समाज और सनातन संस्कृति की जीवन रेखा हे, हृदय हे,. ऐसी संस्था को १०० साल पूर्ण करने पर हृदय कोटि कोटि बधाई हो,और ऐसे ही गीता प्रेस संस्था १००० साल अविरत बिना रुके, चलती रहे ऐसी प्रभु से
हम गीता प्रेस के ऋणी है,ऐसे ऐसे ग्रंथ उपलब्ध किये है की हम उनके ऋण चुका नहीं सकते
गीता प्रेस के सभी ट्रष्टी को शतशः धन्यवाद
एक दम सत्य कहा भाई साहब जय हो सनातन धर्म की
प्रदीप जी का आज का सत्योद्घाटन और गीता प्रेस की महानता को सुनकर हृदय खिल उठा। आपकी प्रस्तुति विलक्षण रही। आप शतायु बनें। गीता प्रेस हिन्दू हृदय को अहर्निश अनन्त काल तक आध्यात्मिक अमृत से सींचती रहे।
इस प्रस्तुति की जितनी सराहना की जाय कम है
कांग्रेस को जबाव सभी सनातनियों को अपने वोट से देना पड़ेगा। जय हिंदुत्व , जय सनातन धर्म की
इसी लोक सभा चुनाव में अस्तित्व समाप्त होता जायेगा।
जय श्री राम
Very nice 👍👍
Yes Congress Mukt india ka Sapna pura Karo india ke Hinduo Sachet Sawdhan Ho javo Desh Dhrohi vichar Dhara vali Congress party se Muslim Sapotar Jehadi Soch Muslim Pedayis he
Free bees public lene se piche nahin rahegi. Salute hai aise public ki.
जय श्री राम 💐💐🙏🙏
सिंह जी को सटीक, सामयिक, सारगर्भित विडियो बनाने के लिए कोटि कोटि प्रणाम।सिंह जी गली मोहल्ले वाले गीता प्रेस गोरखपुर को अपने आराध्य देवों के वाहक मानते हैं, शायद ही कोई सनातनी होगा जिनके पास गीता प्रेस गोरखपुर की कोई कृति नहीं होगी।कांग्रेस पार्टी की दुर्गति का कारण ऐसे ही नेताओं के कारण हो रही है।गांधी जी ने ठीक ही कहा था कांग्रेस को अब समाप्त कर देना चाहिए।दिग्विजयसिंह, जयराम रमेश, राहुल कांग्रेस पार्टी को वहीं ले जा रहे हैं।ईश्वर करें कांग्रेस पार्टी का जल्द से जल्द समाप्त हो जाए।जय श्री राम।जय श्री कृष्ण।
नाथूराम गोडसे ने गांधी का वध करके अपने धर्म और कर्तव्य का पालन किया । गीता प्रेस हिन्दू धर्म की आत्मा है । गांधी शांति पुरस्कार का नाम बदलकर विवेकानंद शांति पुरस्कार रख देना चाहिए ।
देश भक्त था गोडसे.!,
बध किया था, इसलिए उनको सजा दी गई।
Ekdum sahi h ji
मैं आपकी बात से पूरी तरह सहमत हूं।
There is no Godse born again? Because 99 percent of d people r evil n corrupt like these corrupt politicians
मैं आपकी बात से सहमत हूं
Geeta press की मैने हजारों पुस्तकें पढ़ी है । सनातन धर्म को बचाने में इस प्रेस का बहुत बड़ा हाथ है । मै तो आभारी हूं इस संस्था का । 🙏🙏
एक दम सही कहा भाई
बहुत 2साधुवाद जागो हिन्दू जागो कांग्रेस को तड़ी पार करने से ही इस अपने देश में हिंदू और हिंदू धर्म के रक्षा का मूल मंत्र है।
आप स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों 🙏🙏🙏🌹🚩🚩🌹🙏
प्रदीप जी, हमें तो आप पर भी गर्व है कि आप जैसे गम्भीर चिन्तक एवं विश्लेषक हमारे बीच है! इतना सारगर्भित विश्लेषण, बहुत गर्व होता है! आप शतायु हो और स्वास्थ्य रहे!
जय श्री राम 💐💐🙏🙏
इस प्रस्तुति की जितनी सराहना की जाय कम है
मेरे विचार सत प्रति सत प्रदीप जी के विचारों से सामंजस्य रखते हैं ।हम सम सामयिक ही लगते हैं ।
गीता प्रेस को मेरा कोटी कोटी प्रणाम
मुझे अपने पिता जी से हजारों कल्याण के अंक और विशेषांक धार्मिक किताबे विरासत मैं मिली है, मुझे गर्व है अपने पिताश्री पर और गीता प्रेस पर ,जय हिंद
गीता प्रेस, जय दयाल जी गोयनका, भाईजी हनुमान प्रसाद जी पोद्दार, घनश्याम जी जालान, स्वामी रामसुखदास जी महाराज को शत शत नमन 🙏
जय हो हमारे सनातन धर्म की
कांग्रेस ने सरकार के हर काम का विरोध ही करना है
हमने कांग्रेस का विरोध 2024 में भाजपा को 400+ सीटें दे कर करना है
जय श्रीराम 🙏🙏
एक दम सही कहा भाई हर हर मोदी योगी जय श्री राम
प्रदीप जी आपने गीता प्रेस पर बहुत अच्छा विश्लेषण प्रस्तुत कर कांग्रेस की पूरी कलई खोल दी
आदरणीय प्रदीप जी फिर भी ऐसे हिन्दुओं पर बड़ा तरस एवं दुःख होता है जो ऐसी पार्टी का समर्थन करते हैं यह हमारी बइडम्नआ है।
गीता प्रेस वालों को सभी सनातनियों की तरफ से कोटो कोटी प्रणाम
कोई भी गीता प्रेस की पुस्तक देखने पर बहुत खुशी का अनुभव होता है।
मुझे भी भाई साहब
बहुत सुंदर विश्लेषण, गीता प्रेस ने सनातन संस्कृति का सही मायने में संरक्षण किया है। उनके सार्थक प्रयास को शत् शत् नमन है!
जय श्री राम 💐💐🙏🙏🙏
इस प्रस्तुति की जितनी सराहना की जाय कम है
महोदय आपका उपदेश आत्मसात करने वाला है।
क्योंकि यह खांनग्रेस है हिंदू धर्म और संस्कृति का विरोध इसके डीएनए में है।अब साथ में मोदी विरोध भी शामिल हो गया है।
आदरणीय प्रदीप सिंह जी को सादर प्रणाम।
नेहरु ने कहा था र्दुभाग्य से हिंदू हूं ऐसी कांग्रेस को गीताप्रेस से नफरत तो होगी ही,कांग्रेस को हर उस बात नफरत है जो हिंदुओं और सनातनियों की विचार धारा आगे बढ़ाये फिर गीताप्रेस हो या बीजेपी।
Durbhagay Kyo Hai Kisi Mulla Se Jakar Khatana Kara Leta Ban Jata Musalman Kisi Ne Manah Kiya Thaa Kya? Pandit Bankar Dhokha Dene Ki Kya Jarurat Thee. Kash Public Shuru Mai Hi Samajh Jaati Ki Yeh S..U..A..R.. Ki Aalad Hai.
Nehru was never a hindu. He was I'll educated hence so.
नेहरू गद्दार था
नेहरूजी हिंदू नही थे उनके माता पिता दोनो मुसलमान थे
जय श्री राम 💐💐🙏🙏
बहुत विलक्षण एवं अप्रतिम विश्लेषण। प्रदीप जी को शत् शत् नमन इस महत्वपूर्ण विश्लेषण को देने के लिए । सभी को इस विश्लेषण को सुनना चाहिए ताकि कांग्रेस की मानसिकता को समझने में और भी अधिक आसानी होगी।
एक दम सही कहा भाई
हम सभी लोग गीता प्रेस की किताबों को पढ़कर ही बड़े हुए हैं। हमारे माता पिता ने शायद ही किसी अंक या पुस्तक को न ख़रीदा हों। लगभग सभी हिन्दू घरों में एक धार्मिक पुस्तकालय सा बन जाता है इतनी सरल, सुलभ मार्गदर्शक और सस्ती पुस्तकों से। मैं आपसे पूर्णतया सहमत हूँ कि गीता प्रेस को गोडसे से तुलना करने वाले गोडसे से कम नहीं। आपको साधुवाद प्रदीप जी।🕉️🙏🏻
इस विश्लेषण के लिए आपको बहुत-बहुत साधुवाद
जयराम रमेश एक बार नटवर सिंह के सामने रोया था कि उसे नाराज सोनिया से मिला दो ।
ये है इस गुलाम चाटुकार का भूतकाल और विचार !
अप्रतिम। आपके विश्लेषण को शत शत नमन। मेरे दादाजी गीताप्रेस का केंद्र घर पर चलाते थे।उम्र के 90 वर्ष तक 10 वी कक्षा तक के बच्चोंको संस्कृत नाम मात्र शुल्क पर पढाते थे।उनके निधन पर आस पास के चौक मे श्रद्धांजली के फलक लगे।आज उनकी याद आ गई। गीताप्रेस हर सनातनी कुटुंब की अमूल्य धरोहर है।सनातन संस्कृती की संरक्षक है गीताप्रेस। गीताप्रेस का अमिट योगदान है हिंदुस्तान के ईतिहास मे।आपके विश्लेषण का शतशः धन्यवाद।
हम कांग्रेस की इस दुष्कर्म की घोर भर्त्सना करते हैं।
मैं पुणे, महाराष्ट्र से हूँ। मातृभाषा मराठी हैं, फिरभी यह चॅनेल भी देखता हूँ। मेरे घरमें गीता प्रेस की गीता और दो-तीन धार्मिक किताबें बरसोंसे रही हैं। मेरी उमर 72 हैं। मुझे याद है, मेरे बचपनमें मेरे पिताजी 'कल्याण' लाते थे और कभी कभी हम बचचोंको उसमेसे कोई लेख पढकर सुनाते थे।। आज श्री. प्रदीप सिंह जी से 'गीता प्रेस' का इतिहास जाननेके बाद अपने आप को भाग्यशाली मानता हूँ की 1992 में नेपालसे लोटते समय हम दोस्त लोग गोरखपूर में रुके थे और हमने गीता प्रेस को भेट दी थी!
गीता प्रेस का कार्य सचमुच अनमोल है।
आपका बहुत बहुत आभार आपने जनमानस को बहुत ही सच और तथ्य आधारित सटीक गीता प्रेस की सेवा कर्मठता पूर्ण प्रयास निश्छल राष्ट्र प्रेम का विश्लेषण कर अवगत कराया। जिसे लोग नहीं जानते थे।
बहुत बहुत साधुवाद
आदरणीय प्रदीप जी, प्रणाम, आप का विश्लेषण गीताप्रेस पर पढ़ कर क्या अनुभव किया व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं है l हिंदू सनातन के विरोधी विधर्मियो को पूरा देश जानता है तथा उनके देश एवम् सनातन विरूद्ध कर्मो से मर्माहत है......
इन देश के दुश्मनों को क्या किया जाए समझ एवम् सोच से परे है.....
कांग्रेस इतना गिर चुकी है कि और निचे जाने का स्थान है भी क्या? मतलब यह कि यह पतोन्मूख नही बल्कि पतित है ।
यदि गीता प्रेस न होता तो हिंदू धर्म ही विलुप्त हो गया होता।
फिर भी हिंदू सुधर नहीं रहें।
जय श्री राम 💐🙏
कुछ हिंदू देश से पहले मैं सोच फंस जाते हैं
Sabse badi samasya yehi hai
बहुत ही तथ्य पूरक बिशलेषण है प्रदीप जी को धन्यवाद
वास्तव में कांग्रेस यह चाहती है कि गांधी शांति पुरस्कार मुस्लिम लीग, पीएफआई या फिर सिमी को दिया जाना चाहिए।
एक दम सही कहा भाई
Geeta press ko koti koti naman. 🙏🙏🙏
बहुत दुख की बात है कुछ हिंदू सब कुछ देखकर कांग्रेस से जुड़े है बहुत शर्मनाक।
गीता प्रेस वालों को प्रणाम और सभी हिंदू भाईयों से निवेदन है इन कांग्रेसीयों के लिए 2024 मे पुराने जूते तैयार रखें जो वोट मांगने आये उनके लिए
जय जय श्री राम भाई
माननीय प्रदीप सर जी सादर प्रणाम
जो राष्ट्रवाद सनातन धर्म को प्राथमिकता देगा वहीं जनता+जनार्दन के आशीर्वाद से राज करेगा जंबूद्वीप अखंड भारत की जय वंदेमातरम
प्रदीपसिह जी शतशतनमन
गीता प्रेस के सम्वन्ध मे आप कै उच्च कोटि के बिचार के प्रति नतमस्तक
एम के सिंह लखनऊ
कांग्रेस पार्टी का आज के दौर में पुरी तरह इस्लामीकरण हो चुका है
Ismein Sandhya Hani hona chahie Congress ka vartman sarvesarva Gandhi ka chuke hain Congress musalmanon ki party hai
कांग्रेस तो पहले से ही हिंदू विरोधी है बस हिंदू जनता को जागने में साठ साल लग गये
पार्टी ही नहीं, इन्होंने भारत का इस्लामीकरण करने का पाप किया है।
बहुत बढिया जाणकारी और विश्लेषण. बहुत बहुत धन्यवाद प्रदीप जी । आपको बहुत शुभ कामनायें ।
वीर सावरकर जी को भारत रत्न से अविलम्ब सम्मानित किया जाना चाहिये।
संयत वाणी, सुस्पष्ट उच्चारण व विषय का ज्ञान इन विशेषता की वजहसे आदरणीय प्रदीप जी का विवेचन सर्वोत्तम है। आपके चरणों में सादर वंदन।
इस ज्ञानवर्धक लेख के लिए बहुत बहुत आभार। मेरे जैसे बहुत से श्रोता आप के कार्यक्रम की प्रतीक्षा करते रहते हैं।❤
प्रदीप जी, आपको बहुत बहुत साधुवाद गीता प्रेस गोरखपुर के अति आन्तरिक और गूढ़ इतिहास से अवगत कराने के लिए। इस संस्था के संस्थापक महानुभावों को कोटि कोटि नमन।
🙏⚘️ धन्य है वो लोग जिन्होने धर्म को नवजीवन दिया। शत शत प्रणाम ।
बहुत तार्किक, तथ्यात्मक और यथोचित विश्लेषण ।सराहनीय ।साधुवाद ।प्रणाम ।
आपने गीता प्रेस के जिन तीन महान मनिषियौ का नाम लिया है, तीनों मारवाड़ी थे.... सनातन धर्म, अध्यात्म और वैदिक संस्कृति को बचाने और बढाने हेतु उनका योगदान हमेशा जिवन्त रहेगा...
उन्हें कोटि कोटि नमन।।।।।
जय श्री राम 💐🙏
जय श्री राम
जय श्री कृष्णा ❤
जय हिंद
यहां आपने जातिवाद ला दिया ना?
@@kkchaubeychhatigarhia5356 जिस तरह आप के नाम के साथ छत्तीसगढ़ीया कोई जातिवाद नहीं है वैसे ही मारवाड़ी भी कोई जातिवाचक नहीं है
गीताप्रेस गोरखपुर के सभी लोगो को बहुत बहुत साधुबद्
गीता प्रेस ने हमारी संस्कृति हमारे संस्कार को अपनी कलम से सिंचा ओर जींदा रखा, कांग्रेस की सोच अब अंतिम सासे ले रही है,, कांग्रेस अब बिना विषय की सोच है, जिसे लोग बिना चर्चा के भुल जाना चाहते हैं हर,, हर,, महादेव,,
एक दम सही कहा भाई हर हर महादेव
बहुत सुंदर विवेचन किया आपने।
विरोध करने वालों को 100 साल में गीता प्रेस की भूमिका का पुनर्मूल्यांकन करके
अपनी भूल को सुधारना चाहिए।
आज का विषय प्रेरणादायक शानदार है इसे जयराम रमेश जैसे लोग नहीं समझेंगे कांग्रेस की लुटिया ऐसे लोग ही डुबायेंगे
क्या प्रतिक्रिया दी है कॉंग्रेस के ऊपर आपने प्रदीप जी....साधुवाद
विडम्बना है कि आज की पीढ़ि को इस सब का अल्प ज्ञान है । आपके विश्लेषण अतुलनीय है। ईश्वर आपको स्वस्थ एवम् दीर्घायु करे।
सर्वोत्तम विश्लेषण आदरणीय !
भारतीय मनीषा में सनातन के आलोक से सन्मार्ग की प्रेरणास्रोत वंदनीय गीता प्रेस , पुरूसोत्तम संस्थापक द्वय, भाई जी दिव्य अनन्त अंशधर आज भी ग्रंथों में शाक्षात प्रतिबिंबित हो जीवन धन्य आशीषते हैं..
कोटि कोटि नमन 🙏
आपके द्वारा दी गई उत्तम जानकारी के लिए बहुत बहुत साधुवाद। गीता प्रेस को बारम्बार नमन।
नतमस्तक हूं इस महान् विभूति के आगे
मैं सोच रहा था अगर गीतप्रेस ना होता तो हमारी संस्कृति धार्मिक ग्रंथो परंपराओ का क्या होता जिस तरह से नेहरूवादिओं ने हिन्दुओं को सिमित करने का प्रयास किया |धन्य है गीतप्रेस गरीब हिन्दुओं के घर तक भारतीय संस्कृत, गीता और रामायण पहुंचाने के लिये |
गीता प्रेस, पोद्दार जी यानी भाई जी, गोयन्दका जी और राधा बाबा - ये सब हिन्दू सनातन धर्म के ध्वजवाहक है।इनकी महिमा का शब्दो मे वर्णन असंभव है। ये तीनो भगवत्प्राप्त महापुरुष थे।शत शत नमन। प्रदीप जी, आपको कोटिशः धन्यवाद।
जयराम रमेश का गीता प्रेस के संबंध में जारी व्यक्त्व्य देख सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि ऐसा व्यक्तव्य देने वाला व्यक्ति कांग्रेस पार्टी का स्तरहीन छोटा नेता ही हो सकता है।
Jairam Ramesh purana vampanthi hai isko apna Naam badalna chahie
He looks like Natwarlal. See his hair style of a bus conductor.
में जयराम रमेश को दोषी नहीं मानता
इस कंपनी के मालकिन ही है -?
यह एक स्तरहीन, छुटभैया n सड़कछाप नेता हैं, ऐसे ननेताओं की कांग्रेस पार्टी में भरें हुऐ हैं
bhai.jayram.ramesh.chota.hai.toh.koi.bada.bata.dey..ab.congress.mey.koi.bhi.bada.neta.nahI.hai..sab.key.sub.
गीता प्रेस गोरखपुर को बहुत बहुत बधाई
फर्क साफ हैं..... एक तरफ वो है जो पुरष्कार तो स्वीकार करते हैं पर सम्मान राशी विनम्रता से अस्वीकार कर रहे हैं और दुसरे वो है जो देश द्वारा दिया गया पूरस्कार लौटातै समल पूरस्कार के साथ प्राप्त राशी, पद आदि लौटाना भूल जाते हैं और बेशर्मी के साथ.......
बहुत सुंदर समाचार विश्लेषण, आपको बहुत बहुत साधुवाद ❤
प्रदीप जी राम राम, बहुत उपयोगी जानकारी आपने उपलब्ध कराई, देश की कलंक पार्टी से तो अब कोई उम्मीद शेष नहीं है,शैने शैने ये अपनी अंतिम परिणिती को पहुंच ही जाएगी। आपका आभार!
जय श्री राम 💐💐🙏🙏
आप का प्रसारण शतप्रतिशत है कांग्रेस के विनाश में ही भारतीय संस्कृति का संरक्षण होगा।
मान्यवर प्रदीप जी, बड़े दुःख के साथ कहता हूँ की गीता प्रेस की बड़े शहरों के बस स्टेंड व रेलवे स्टेशनो से स्टालें 2014 से पहले ही बंन्द कराये जाने से हमें शुद्ध भाषा मे लिखित धार्मिक पुस्तकें मिलना मुश्किल हो गई है पहले उसे चालू करवाने की पहल हो जयहिंद वदेंमातरम
प्रदीप जी मैं अपने आप को बहुत भाग्यशाली समझता हूं जो आपको सुन रहा हूं बहुत-बहुत साधुवाद
गीता प्रेस के विषय और उसको गांधी पुरस्कार देने तथा कांग्रेस की मानसिकता पर गहरी चोट। बहुत बहुत बधाई।
Thankyou very much for Geeta press information
बहुत बहुत साधुवाद
कांग्रेस सनातन विरोध ही उसे रसातल में ले जायेगा।
प्रदीप जी, बचपन मैंने गीता प्रैस से ,मेरे चाचा के पास आने वाली कल्याण को पढ़ा है। ये मासिक पत्रिका उनके पास आया करती थी। ये 1960 ...65 की बात है। आज मैं 74 साल का हूं। ❤❤❤
आपने सही कहा, ऐसी संस्था के सामने केवल नतमस्तक हुआ जा सकता है । मैं नतमस्तक हूं, हम सब नतमस्तक हैं और सदैव नतमस्तक रहेंगे । गीताप्रेस की जय जय । जय हिंद।
प्रभु जी आपको सदा स्वस्थ एवं दीर्घायु प्रदान करें।आपके भाव और शब्द सम्मान के पात्र हैं।मेरी ओर से प्रणाम।
लाजवाब विशलेषण, इसे हर भारतीय हर हिन्दू तक पहुँचना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग गीता प्रेस के बहुमूल्य योगदान के बारे में जान सकें, रही बात पुरस्कार का विरोध करने वालों की तो वो दिन दूर नहीं जब भारतीयता की भारतीय संस्कृति की, अवहेलना या उस से नफ़रत करने वालों का वजूद भारत से समाप्त हो जायेगा।
धन्य है भारत माता जो ऐसे सपुतो का जन्म दिया। यह भावना ही काँग्रेस और गीताप्रेस के प्रणेता का चरित्र को दर्शाता है।
जय भारत माता की।🇮🇳
आपको बार-बार प्रणाम वाह सिंह साहब जिंदाबाद आप वास्तव में सनातन की आत्मा हैं भगवान आपको सलामत रखे जय हिंद
Congress party should be uprooted from Indian soil.
हर हर महादेव 💐💐🙏
सनातन के महत्व को सदैव उजागर किया गीता गोरखपुर प्रेस ने। ये अदभुद प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व ने आज हम सबका मार्ग दर्शन बहुत उचित मूल्य पर पुस्तके उपलब्ध करवा के किया। लाजवाब प्रिंटिंग के साथ।
आपने बहुत सही और तर्कसंगत तरीके से कांग्रेसियों और उनके जैसे देश के सारे छोटे बड़े राजनीतिक पार्टियों के मौलिक सिद्धांतों को उजागर किया है श्रीमान इसके लिए आपको ढेरों शुभकामनाएं साधुवाद और बधाईयां..... जय श्रीराम जय जय श्रीराम हर हर महादेव
बहुत सही आंकलन किया आपने कांग्रेस का। यह हमारा दुर्भाग्य है कि हम अभी तक इनको समझ नही पाए है।
आदरणीय प्रदीप जी, आपका अन्दाज़ अद्धभुत है जिस शालिनता से आप अपनी बात कहते है वे बेमिसाल है। गीता प्रेस पर आपका सटीक विश्लेषण उसकी गरिमा को और ऊपर उठाता है । मेरे जेसे अनेकों भारतियो को सही परिप्रेक्ष्य मे गीता प्रेस के योगदान से परिचित करवाने के लिए ढेरो आभार….
महोदय, ज्ञानवर्धक विश्लेषण, 40 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए आप उम्र में पिता तुल्य हैं l हम लोगों को ऐसे ही मार्ग दर्शन एवं अपनी परंपराओं का ज्ञान वर्धन करते रहें, धन्यवाद
वर्तमान की कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण में इतनी व्यस्त,मग्म है कि अब इसको मुस्लिम लीग ही कहना सही रहेगा।
एक दम सही कहा भाई
प्रदीप जी आप का धन्यवाद करने के लिए मुझे शब्द नहीं मिल रहे।मेरा मन यह चाह रहा है कि आप को भी भारत रत्न मिलना चाहिए।
प्रदीप जी आपने गीता प्रेस के बारे में जानकारी दे कर साक्षात भगवान के दर्शन करा दिए धन्यवाद
धन्यवाद श्रीमान जी आपके विचार सीन कर दिल गद्गद हो गया जय जय श्री राधे
कुछ लोग होते है.... करोड़ों में एक
गीता प्रेस को कोटी कोटी प्रणाम
और हनुमान प्रसाद जी को वंदन अभिनंदन 🙏🙏🚩🚩
आपका विश्लेषण सदैव सार्थक होता है,विशेष ज्ञान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद जय श्री राम जय हिंदू राष्ट्र भारत माता की जय
हमें गीता प्रेस गोरखपुर से कम से कम 1 किताब अवश्य मंगाना चाहिए |
अति सुन्दर एवं सार्थक चर्चा
बहुत ही सुंदर प्रदीप जी !
सूंदर विश्लेषण मैं आपको नमन करता हूँ। धन्य है आप जो सनातनीयो की युवा पीढ़ी को सत्य समझाने का अद्वितीय प्रयत्न है। प्रणाम-प्रणाम
सनातन धर्म एवं संस्कृति की गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा की जा रही सेवा के लिये उसकी जयंती पर मेरा शत शत नमन. इस विषय पर दी गयी जानकारी के लिये ठाकुर साहब आप को भी मेरा बारंबार नमन. वंदेमातरम्.
प्रदीप सर आप एक सच्चे इंसान है देखिए ना भाई जी के प्रशंसा करते वक़्त आप भी भाभुक हो गये ऐसा लग रहा था कि भाई जी आपके शब्दों मे खुद बोल रहे है यही तो ईश्वरीय शक्ति है।