बहुत अच्छी कहानी है।पति-पत्नी के संवाद बड़े रोचक और चुटीले हैं जिसमें मन को गुदगुदाने वाला मधुर हास्य और व्यंग्य भी है।सेवानिवृत्त लोगों के लिये इस कहानी से बहुत कुछ सीखने को है।सुषमा मुनीन्द्र जी की लेखनशैली बहुत ही अच्छी है।उनकी कहानियों में प्रारम्भ से अन्त तक प्रवाहमयता बनी रहती है। सीमा सिंह जी अपनी विशिष्ट पाठनशैली से कहानी में चार चाँद लगा देती हैं।उन्हें बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद।
बेहद सुंदर,सार्थक संदेश देती उम्दा कहानी,शुरुआत बुजुर्ग पति पत्नी के चुटीले,मजेदार संवादो से हुई और अंत बहुत गम्भीर निर्णय से हुआ,दाऊ साहब के आत्ममंथन का बहुत सटीक चित्रण..जितनी अच्छी कहानी उतना ही अच्छा वाचन
बहुत बढ़िया कहानी बुजुर्ग अपनी ग़लतियाँ महसूस तो करते हैं लेकिन उन्हें सुधारने का रास्ता आमतौर पर नहीं मिलता क्योंकि बहुएँआमतौर पर उनका व्यवहार भूलना नहीं चाहतीं जब कि सम्पत्ति झटके से ले लेना चाहती हैं सभी नहीं पर ज़्यादातर
बहुत अच्छी कहानी। अंत भला तो सब भला। जीवन में जो भी compromise & adjustment करना सीख जाता है वो हर सम्बन्ध को अच्छी तरह से निभाना जान जाता है। घन्यवाद सीमा दी इतनी लगन से कहानी सुनाने के लिए,☺️☺️
Maa baap ko apna pyaar bachho par hamesha banaye rakhna chahiye. Bachche shayad na samaj paye ya kadar na kare kuchh samay par yahi bhavna unke vehvar mebhi aayegi.
बेहद उम्दा तथा खूबसूरत कहानी।💞 लेखिका ने हर प्रकार की स्थिति, परिस्थिति व्यवहार तथा व्यक्ति की आदतों का बहुत ही सटीक चित्रण किया है। कहानी के अंत ने तो भावविभोर ही कर दिया। इतना सुलझा हुआ वक्तव्य, स्वयं का अवलोकन। हर जगह बच्चे ही गलत नहीं होते। कभी कभी बड़े बुजुर्ग होने का फायदा उठाते हैं। उसी प्रकार सशक्त तथा समृद्ध आपकी प्रस्तुति।👍👍😘😘 सबसे अधिक ठसकेदार तो अम्मा ही रही।😀😀
काश हरेक माता पिता ये बात समझ पाए कि घर में मनभेद इसी अहंकार की वजह से होते हैं वास्तविक धर्म यही है कि व्यक्ति उम्र बढ़ने के साथ अपने बच्चो को ज्यादा महत्व दे
बहुत अच्छी कहानी है।पति-पत्नी के संवाद बड़े रोचक और चुटीले हैं जिसमें मन को गुदगुदाने वाला मधुर हास्य और व्यंग्य भी है।सेवानिवृत्त लोगों के लिये इस कहानी से बहुत कुछ सीखने को है।सुषमा मुनीन्द्र जी की लेखनशैली बहुत ही अच्छी है।उनकी कहानियों में प्रारम्भ से अन्त तक प्रवाहमयता बनी रहती है। सीमा सिंह जी अपनी विशिष्ट पाठनशैली से कहानी में चार चाँद लगा देती हैं।उन्हें बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद।
हार्दिक धन्यवाद सर आपको 🙏🏻🙏🏻
कहानी के माध्यम से समाज की बहुत बड़ी सच्चाई से अवगत कराया है लेखिका ने
Bahut achchi kahani. Nokia jhonk badi pyaari . Ant to ati sundar.kya Kahne!!!
सीमा जी बहुत ही उम्दा कहानी हैट्स ऑफ टू महिंद्रा जी एंड यू बोथ
🙏🏻🙏🏻❤️❤️❣️❣️जी धन्यवाद
बेहद सुंदर,सार्थक संदेश देती उम्दा कहानी,शुरुआत बुजुर्ग पति पत्नी के चुटीले,मजेदार संवादो से हुई और अंत बहुत गम्भीर निर्णय से हुआ,दाऊ साहब के आत्ममंथन का बहुत सटीक चित्रण..जितनी अच्छी कहानी उतना ही अच्छा वाचन
Amazing story
Very lovely Bahut Bahut sunder
Bahùt,hi,sachhi,avm,majèdar,kahani ,apne,iþne,achha,tarike,se,sunai,ki,,lagata.hai,dekh,rahi,hù,thanks
❣️🙏🏻❤️
Khubsurat kahani!👌👌
Vastav mein bahut hi sundae kahani bahut achha laga sun kar
💕🙏🏻
बहुत सुंदर कहानी है
Heart touching story
बहुत ही अच्छी कहानी,मन को छू गई,आपकी आवाज़ के साथ यह और भी बढ़िया लगी.धन्यवाद
❤️🙏🏻
Reasonable story.
Sushma Munindra ji ki bahut khoobsurat kahani hai,kahani ka ant sarthak hai aur aapke to kya kehne hai Di ataynt utsahit swar 👌👌👌👌👌love you 😘😘😘
Love you too dear Rajni 💕💕
बहुत सुन्दर
वाकई सुषमा जी बहुत ही अच्छा लिखती हैं, और आप बहुत ही निपुण हैं कहानी सुनाने में। शुक्रिया आपका।💐😊🙏
Thank you so much 🌹💕
जैसा कि आपने बताया बेहद ही खूबसूरत और सकरात्मक सोच वाली पॉज़िटिव उम्दा कहानी😊😊
🌹🙏🏻
Bahut hi achi lagi kahani
Thank you Saroj ❣️❤️
Wonderful Story mam
Ati sunder
बहुत बढ़िया प्रस्तुति। आखिर में दादा जी की समझदारी अच्छी लगी । परिवार का महत्व हमेशा रहेगा। सुन्दर वाचन। लाजवाब।
❣️😊🙏🏻
🙏🏽बहुत ही संदर और सही कहानी।आशा ओझा की बहन हैंहम
बहुत-बहुत स्नेह और धन्यवाद सत्या जी।
आशा जी को भी स्नेह।
सीमा जी आपकी जादुई आवाज कहानी मे असर पैदा कर देती है
स्नेहपूर्ण धन्यवाद सुषमा जी...जब आप लेखिका स्वयं मेरे पाठन को स्वीकार करते हैं तब मुझे खुशी मिलती है।
Waah waah 👌
Bahut acchi kahani aur seema ji aapka is kahani ka sunana
Thank you Dolly ji 🙏🏻🙏🏻
Bahut achi lagi
❤️❣️
Very nice story
Many many thanks
बहुत सुंदर कहानी है और सत्य भी आपने बहुत सुंदर ढंग से सुनाई धन्यवाद आपकी वाणी में मधुरता है
जी बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏🏻💕
बहुत बढ़िया कहानी बुजुर्ग अपनी ग़लतियाँ महसूस तो करते हैं लेकिन उन्हें सुधारने का रास्ता आमतौर पर नहीं मिलता क्योंकि बहुएँआमतौर पर उनका व्यवहार भूलना नहीं चाहतीं जब कि सम्पत्ति झटके से ले लेना चाहती हैं सभी नहीं पर ज़्यादातर
जी हां ❣️🙏🏻
Very nice story 👌👌
Many many thanks
Bdiya👍 bhot bdiya
🙏🏻❤️
🎉❤
🙏
प्रेरणादायक कहानी।
👌👍
Khani bhut sunder h
😊❤️❣️
बहुत अच्छी कहानी। अंत भला तो सब भला। जीवन में जो भी compromise & adjustment करना सीख जाता है वो हर सम्बन्ध को अच्छी तरह से निभाना जान जाता है। घन्यवाद सीमा दी इतनी लगन से कहानी सुनाने के लिए,☺️☺️
हाँ शशि...कभी-कभी कोई कहानी पाठन में बहुत मेहनत पड़ती है।
कहानी बहुत ही मार्मिक सम्वेदनशील। बहुत सुन्दर ढंग से आत्म चिन्तन। कहानी यथार्थ से जुड़ी हुई। आपका वाचन बड़ा लुभावना।
जी धन्यवाद बीना जी ❤️❣️
कहानी वास्तव में बहु ही उम्दा है. जैसा कि आपने कहा very Nice👌👌👌👌👌
❤️❣️
Maa baap ko apna pyaar bachho par hamesha banaye rakhna chahiye. Bachche shayad na samaj paye ya kadar na kare kuchh samay par yahi bhavna unke vehvar mebhi aayegi.
Bado ka samajdar hona bahut accha hai isme sab ka bhala hai 😊
बहुत उम्दा , उत्कृष्ट कहानी, आप कहानी को दिल से महसूस कर के सुनाती हैं, शब्दों का उच्चारण शुद्ध करती हैं 👏🙏❤🥰😘😍
😘😘😘😘
बेहद उम्दा तथा खूबसूरत कहानी।💞 लेखिका ने हर प्रकार की स्थिति, परिस्थिति व्यवहार तथा व्यक्ति की आदतों का बहुत ही सटीक चित्रण किया है।
कहानी के अंत ने तो भावविभोर ही कर दिया। इतना सुलझा हुआ वक्तव्य, स्वयं का अवलोकन।
हर जगह बच्चे ही गलत नहीं होते। कभी कभी बड़े बुजुर्ग होने का फायदा उठाते हैं।
उसी प्रकार सशक्त तथा समृद्ध आपकी प्रस्तुति।👍👍😘😘
सबसे अधिक ठसकेदार तो अम्मा ही रही।😀😀
😊😊😊❣️
Getting wise at any age is the moral of the story . Wish we all could use it putting our ego aside
💕
वाक्य में कहनी बहुत खूबसूरत और भावनात्मक हैं।
Thanks Seema Mam for new Story🙏🙏🙏🙏 Happy Mahashivratri 🙏🙏🙏🙏🙏
Same to you Mayur...be blessed!!
वयोवृद्ध दम्पति की प्यारी नोक झोंक से परिपूर्ण अच्छी व प्यारी कहानी आप उसी मनोयोगपूर्वक सुना कर और भी प्यारी बना देती हैं 🙏🏻
बहुत-बहुत धन्यवाद माधुरी जी ❤️🙏🏻
कहानी अत्यंत भावपूर्ण, बहुत ज्यादा दिल को छूने वाली ऐसा लगता है जैसे हमारे आस-पास ही यह सब घटित हो रहा है कथाकार को बहुत-बहुत धन्यवाद
@@katha-kathan yyyyyyy6on❤
🎉R
काश हरेक माता पिता ये बात समझ पाए कि घर में मनभेद इसी अहंकार की वजह से होते हैं
वास्तविक धर्म यही है कि व्यक्ति उम्र बढ़ने के साथ अपने बच्चो को ज्यादा महत्व दे
🙏🏻🙏🏻❤️
Acchi kahani aur seema ji aap dwara accha kahani vaachan 🙏
❣️🙏🏻
जिंदगी की mool sachhai