कहानी एक कटु सत्य को उजागर करती है, सच ही है कई बार जहां ज़्यादा होता है ओछापन भी वही होता है रिश्तों को समझना हर किसी के बस का नहीं है, दुःख की बात है की हमारे समाज मैं कामाक्षी जैसे लोगों की कमी नहीं है।
बहुत भावुक कहानी जो मन को छू गई। अधिकतर बहने तो हमेशा ही अपने भाई का सुख चाहती है। किंतु भाभी का व्यवहार हमेशा ही वितृष्णा से भर देता है। काश बहनों के निस्वार्थ प्रेम की कोई कीमत आंक सकता। इस कहानी ने व्यक्तिगत रूप से झकझोर कर रख दिया। प्रस्तुति मनमोहक और प्रभावशाली।😴😴❤️❤️
इतनी अच्छी अच्छी कहानी सुनाती हो सीमा जी मन ही नहीं भरता, दुनिया में हर तरह के लोग हैं पर जब तक माता पिता सवसथ हैं तभी तक बेटी की मायके में पूछ होती है। राधे राधे 👌🤗🙏
Beautiful... रिश्ते प्यार के धागों से बनते हैं। लेन देन तो व्यापार है। अगर उम्मीद लगाकर रिश्ता निभायेंगे तो निराशा ही होगी। बहुत प्यारी सीख देती हुई खुबसूरत कहानी। साहित्य के मोती चुन चुन कर हम तक पहुंचाने के लिए आपका आभार mam ,🙏🙏
बहनें बिना किसी स्वार्थ के भाई की मदद करती पर कामाक्षी तो बहुत ही स्वार्थी और तेज तर्रार स्त्री है,भाई बेचारा सा लगा,पिता के मकान तक को बेटी न रख सकी वह भी कामाक्षी ने बेच ही दिया
Jitni tareef writer ki bnti hai utni hi apki bhi...apne aise kahani chuni hum tak pahuchai..bht achhi kahani k abhi i m speechless, i cant put it into words.. Somewhr i found it the sequel of "TUM KISKI HO BINNI" ur narration ma'am..its like icing on cake I still remember i was in school ( mid 90's) my grandfather came to visit us n he was listening BUDI KAKI BY PREMCHAND over vividh bharti Aap bikl wse hi sunati hai...utne hi thehraaw k sath.... Apki narration skill bht bht bht acche ho gye..k humko wo bandhe rakhte hai
पैसा लड़ाई की जड़ होता है, लेखिका ने नायिका के मुंह से अलंकृत करवाकर वाक्य के अर्थ ही बदल दिए है.. आम साधारण परिवार की लड़कियां शादी के बाद क्या रूप बदलती हैं...अपने काम से काम रखना, सास को निधारित अल्प समय देकर अपने कमरे मे बंद हो जाना, पति के हर पैसे पर अधिकार करके परिवार को हीन दिखाना, कौन से मां-बाप तैयार करते हैं ऐसी बेटियां.......दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना.....
Bhai chupchaap jake bhan k ghar de aata. Kya apni biwi ki nature ko nhi janta tha. Chuchaap bahno ki help krta rahta Mere bhai bhaut ache h meri ko beti ki jese rakhte hai
बहुत अच्छी कहानी उस पर आपके वाचन ने चार चांद लगा दिया 👍👍👍
धन्यवाद माधुरी जी
Bahut achhi kahani,sirf behne hi itna soch sakti hain bhaiyon ke liye chahe khud per kuch bhi beet rahi ho👏👏💕💕
जी सही कहा💕🙏🏻
बहोत सुंदर कहानी.धन्यवाद.
🙏🏻❤️
कहानी एक कटु सत्य को उजागर करती है, सच ही है कई बार जहां ज़्यादा होता है ओछापन भी वही होता है रिश्तों को समझना हर किसी के बस का नहीं है, दुःख की बात है की हमारे समाज मैं कामाक्षी जैसे लोगों की कमी नहीं है।
आप सही कहती हैं
बहुत भावुक कहानी जो मन को छू गई। अधिकतर बहने तो हमेशा ही अपने भाई का सुख चाहती है।
किंतु भाभी का व्यवहार हमेशा ही वितृष्णा से भर देता है।
काश बहनों के निस्वार्थ प्रेम की कोई कीमत आंक सकता।
इस कहानी ने व्यक्तिगत रूप से झकझोर कर रख दिया।
प्रस्तुति मनमोहक और प्रभावशाली।😴😴❤️❤️
🙏🏻🙏🏻💕
Sahi kaha aap ne .
Beyhud bhavpurn 👌👌👌👌👌👌
स्नेहिल रिश्तों की कहानी👌
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जी धन्यवाद ❤️🙏🏻
इतनी अच्छी अच्छी कहानी सुनाती हो सीमा जी मन ही नहीं भरता, दुनिया में हर तरह के लोग हैं पर जब तक माता पिता सवसथ हैं तभी तक बेटी की मायके में पूछ होती है। राधे राधे 👌🤗🙏
Ji sahi kaha alka ji💕
सचमुच ज्यादा तर ऐसा ही देखा है। महिलाएं ही महीलाओं की दुशमन है ।
बहुत सुंदर उससे भी सुंदर आपकी आवाज
जी धन्यवाद विमलेश जी 🙏🏻💕
कहानी यथार्थ पर आधारित हृदय स्पर्शी है। आपकी प्रस्तुति भी बड़ी अच्छी है
जी धन्यवाद बीना जी
कहानी मन को भींगो गयी, आँखों में आँसू आ गये कई जगह☺बहुत सुंदर कहानी , और आपका वाचन बहुत स्नेहिल और भाव से भरपूर महसूस हुआ 🥰🥰🙏🙏
❤️😘
कहानी बहुत ही सुन्दर भाव पूर्ण लगी। दिल को छू गई।इसे सुनाने के लिए आपको बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं
Thank you so much meena ji💕
बहुत सुन्दर , भावपूर्ण अभिव्यक्ति
❤️🙏🏻
Beautiful... रिश्ते प्यार के धागों से बनते हैं। लेन देन तो व्यापार है। अगर उम्मीद लगाकर रिश्ता निभायेंगे तो निराशा ही होगी। बहुत प्यारी सीख देती हुई खुबसूरत कहानी। साहित्य के मोती चुन चुन कर हम तक पहुंचाने के लिए आपका आभार mam ,🙏🙏
Thank you dear Ankita 🙏🏻❤️
🙏
बहनें बिना किसी स्वार्थ के भाई की मदद करती पर कामाक्षी तो बहुत ही स्वार्थी और तेज तर्रार स्त्री है,भाई बेचारा सा लगा,पिता के मकान तक को बेटी न रख सकी वह भी कामाक्षी ने बेच ही दिया
मर्म स्पर्शी कहानी है। ❤️
बहुत बहुत अच्छी कहानी।
💕❤️
Badia very nice
🙏🏻❤️
Bahut aacchi kahani hai
Kai baar toh es pyar Ko bhae bhe Nahe samgh pate. Dil cho gayi 🙏
Right...
I am a sister and i can feel the pain .
जी सही कहा आपने 🙏🏻
Jitni tareef writer ki bnti hai utni hi apki bhi...apne aise kahani chuni hum tak pahuchai..bht achhi kahani k abhi i m speechless, i cant put it into words..
Somewhr i found it the sequel of "TUM KISKI HO BINNI"
ur narration ma'am..its like icing on cake
I still remember i was in school ( mid 90's) my grandfather came to visit us n he was listening BUDI KAKI BY PREMCHAND over vividh bharti
Aap bikl wse hi sunati hai...utne hi thehraaw k sath....
Apki narration skill bht bht bht acche ho gye..k humko wo bandhe rakhte hai
बहुत स्नेह और आशीष दीप्ति...आप लोंगों का स्नेह ही मेरे पाठन को परिष्कृत करता है ।बहुत-बहुत धन्यवाद।
Bahan chah kar bhi bhai se nafrat nahi kar sakti
सही में
पैसा लड़ाई की जड़ होता है, लेखिका ने नायिका के मुंह से अलंकृत करवाकर वाक्य के अर्थ ही बदल दिए है.. आम साधारण परिवार की लड़कियां शादी के बाद क्या रूप बदलती हैं...अपने काम से काम रखना, सास को निधारित अल्प समय देकर अपने कमरे मे बंद हो जाना, पति के हर पैसे पर अधिकार करके परिवार को हीन दिखाना, कौन से मां-बाप तैयार करते हैं ऐसी बेटियां.......दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना.....
ये आज का सच है
हर तीसरे घर की यही कहानी है।👍👍
Bhai chupchaap jake bhan k ghar de aata. Kya apni biwi ki nature ko nhi janta tha.
Chuchaap bahno ki help krta rahta
Mere bhai bhaut ache h meri ko beti ki jese rakhte hai
😍😍😍🤗🤗