समाज में कहां से आए ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र ? | जाति का 'जन्म शास्त्र' | Anurradha Prasad

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  • Опубліковано 21 сер 2024
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КОМЕНТАРІ • 1,6 тис.

  • @bishansingh7398
    @bishansingh7398 8 місяців тому +62

    जाति भेदभाव ने समाज में एक ऐसी खाई बना दी है जिसने इन्सान को ही इन्सान का दुश्मन बना दिया है और यह समाज देश की उन्नति में बहुत बड़ी बाधा है

    • @surendrasinghkush2953
      @surendrasinghkush2953 3 місяці тому +8

      Gulami ka karan bhee bhi Varn Byavastha hai.Brahmano ne desh ka mahaul bigada hai aur Hinduon ko gulami dee hai.Yadi Brihdrath Maurya kee hatya na hoti to desh gulam na hota.

    • @mahenderSingh-ix1eg
      @mahenderSingh-ix1eg 10 днів тому

      ​@@surendrasinghkush2953सादर जय भीम नमो बुद्धाय 🌹🇮🇳🙏

    • @prabhakar.bharti7413
      @prabhakar.bharti7413 9 днів тому

      सही है

    • @UrmilaDeviKushwah
      @UrmilaDeviKushwah 5 днів тому

      Aap desh ke liye apne liye kuchh karte ho to aap ko koin rokta hain koin si jati apke karya main Bandha dalta hain

  • @yadavji14375
    @yadavji14375 Рік тому +151

    अपने जाति में ही जो लोग अमीर है , वो अपने जाति के गरीब से शादी नहीं करते है , वो भी अपने बराबरी के ही खोजते है ,
    सत्य हैं बिलकुल

    • @arpitmishra7983
      @arpitmishra7983 Рік тому +6

      Right yahi to sacchai hai

    • @Shriramkrishnhari
      @Shriramkrishnhari Рік тому +6

      आप एकदम सही कहे
      जाति से नहीं धन से बहुत अंतर पड़ता है
      सुना जा रहा है साहरुख ख़ान और अमिताभ के परिवार में वैवाहिक संबंध बनता है

    • @awadheshyadav6300
      @awadheshyadav6300 Рік тому +1

      Ha ye bhi sahi hai sala ye dukh kahe nahi khatam hota 😅😅😅

    • @user-gq6qh2dz2n
      @user-gq6qh2dz2n 11 місяців тому

      जाति खत्म होने पर एक भिखारी भी टाटा बिडला अंबानी की लडकी से शादी कर सकेगा।

    • @jagdishprasadsharma1282
      @jagdishprasadsharma1282 7 місяців тому

      ​@@Shriramkrishnharim

  • @sandeepgajbhiye8233
    @sandeepgajbhiye8233 Рік тому +122

    जाति, वर्ण व्यवस्था आदि सबकुछ के बारे में महान सम्राट ज्योतिबा राव फुले ने अपनी किताब गुलामगिरी में स्पष्ट कर दी।😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘

    • @killercomedies5051
      @killercomedies5051 Рік тому

      बाबा साहब भीमराव अंबेडकर से ज्यादा विद्वान नहीं थे ज्योतिबा फुले। ज्योतिबा अंग्रेजों का दलाल था।

    • @user-oq3rq5pp3q
      @user-oq3rq5pp3q 7 місяців тому +6

      Super good

    • @prakashanaik2080
      @prakashanaik2080 7 місяців тому +3

      Ab ta sab chalta hai

    • @SankarDas-vg6if
      @SankarDas-vg6if 6 місяців тому

    • @pushpendersharma-xd3ld
      @pushpendersharma-xd3ld 5 місяців тому

      @@Sampitarhimmatwala tu h kinke Teri cast bta

  • @dayaramsuravanshi8878
    @dayaramsuravanshi8878 Рік тому +191

    जाति व्यवस्था खत्म होना मानव मानव सब एक ऊंच-नीच का भाव खत्म होना चाहिए जय भीम जय भारत जय, बाबा, साहेब

    • @ranjaymaurya8058
      @ranjaymaurya8058 Рік тому +5

      Fir to arachhan khatm hona chahiye keval garib ko arachhan milna chahiy e jati ko nhi

    • @himanshugurjar9002
      @himanshugurjar9002 Рік тому +6

      @@ranjaymaurya8058 Ye dhire dhire hoga. ek raat me na jati khatam ho rahi na arakshan

    • @virendrasingh-cl6qs
      @virendrasingh-cl6qs Рік тому

      Or Arachhad bhi khatam hone ki bhi bol liya karo

    • @prashant-bm4fp
      @prashant-bm4fp Рік тому +7

      @@virendrasingh-cl6qs chalo aarakshan khatam karte hain,, iske liye Intercaste arrange marriage karte hain,, araksan apne aap khatam ho jaaegaa

    • @hemrajhemraj6198
      @hemrajhemraj6198 Рік тому +1

      @@himanshugurjar9002 mehnat kash to khatam ho hi rha, jiska khoon bheem ambedkar kuvidhanik durvyavastha choos rhi aarakshhan sanrakshhan muftkhori se

  • @indiangandhi2805
    @indiangandhi2805 Рік тому +112

    मानवता तभी कायम रह सकती है जब लोग अपने आगे जाति सूचक शब्द लगाना छोड़ दे,

    • @meenu999
      @meenu999 Рік тому

      Toh kya islamic deshon mein aapko ISIS ki jagah manavta dikh rahi hai😂😂Lol

    • @mahadeoraokhandarejyana1287
      @mahadeoraokhandarejyana1287 Рік тому +4

      यह शुरुवात खुद से करो.तब आपका स्वागत होगा.

    • @SANJEEVKUMAR-bu3yk
      @SANJEEVKUMAR-bu3yk Рік тому

      Ye hinduo ko samjhao na ki ham dalito ko

    • @gangsram
      @gangsram Рік тому +1

      Jantajnardn

    • @aushadhiauryog
      @aushadhiauryog 6 місяців тому

      वाह क्या बात कही है 👏👏👏

  • @harikrishan4914
    @harikrishan4914 10 днів тому +4

    अंग्रेज इस देश में राज नहीं करते तो शूद्रों की गुलामी ख़त्म नहीं होती। चारों युगों मे एक ही भगवान पैदा हुआ जिसने सभी इंसानो को एक समान जीवन जीने का अवसर दिया।

  • @nobatlal4739
    @nobatlal4739 Рік тому +32

    अंग्रेज नहीं ब्रह्माण्ड प्रमुख जिम्मेदार देश के शुभ चिन्तक नहीं!

    • @arpitmishra7983
      @arpitmishra7983 Рік тому

      Haan mai yahan se tumko lutne aaya tha.bina vehicle ke bina phone ke😂🤣

    • @user-xz1nq2bh5t
      @user-xz1nq2bh5t 9 днів тому

      अभी बात जाति की हो रही है अभी यह देखो बोल रहा है ब्राह्मणों को बाहर कर दें चाणक्य भी ब्राह्मण थे , तुम्हारी हिम्मत थी तो ,उसको बहार कर देते ,उसने भी एक बहुत छोटी जाति के लड़के को राजा बनाया तो आरक्षण वाले उसका लाभ लेते हैं और जो उनका भला करता है उसका गली बकते हैं कोस्ते है l

  • @raj_gamer4403
    @raj_gamer4403 Рік тому +43

    यह पर्दा डालने की कोशिश की नहीं तो सिर्फ तीन ही लोगों के बच्चे पढ़ाई लिखाई कर सकते थे वह तो शुक्र मनाओ कि अंग्रेज भारत में आए उन्होंने शिक्षा का अधिकार 1813 में शिक्षा का अधिकार दीया वह अधिकार यह तीनों वर्ण व्यवस्था वाले भी दे सकते थे मगर उन्होंने कभी नहीं अब आप लोग इस पर पर्दा जरूर डाल रहे हैं गोदी मीडिया

    • @papag9126
      @papag9126 Рік тому

      अबे चूतिया है क्या बे कुछ भी बकवास करने लगते हो कब और किसने रोका पड़ने से जरा बताना तो

    • @panditsatishattri306
      @panditsatishattri306 Рік тому +1

      बहुत खुश हुए होंगे तेरे पुरखे,जब अंग्रेज आए थे| इसलिए ही तुम नीच हो और हमेशा नीच ही रहोगे |

    • @krmusic3523
      @krmusic3523 Рік тому +1

      अंग्रेजों के आने से पहले नालंदा विश्वविद्यालय था जो बौद्धों का था उन्होंने कोई प्रयास क्यों नहीं किया।

    • @yogendramohan2809
      @yogendramohan2809 7 місяців тому

      😮😮

  • @pratapbhaibodar9604
    @pratapbhaibodar9604 Рік тому +36

    SC, ST, OBC भारत देश के मूलनिवासी है बाकी सभी विदेशी है
    जय मूलनिवासी

    • @666mhboys
      @666mhboys 4 місяці тому

      sc st obc कभी भी आपस मै नही लडते क्यूकि यही असली यही के लॉग है ओर जो विदेशी स्वर्ण है उन्हे पता है की ये उनकी धरती नही नही है इसलिये यहा के मूलनिवासी को परेशान करते है.

    • @shubhverma219
      @shubhverma219 2 місяці тому

      Sc st obc bhi videshi hai , africa ka manushya 60,000 bce pehle bharat mein aakar basa tha😅

    • @666mhboys
      @666mhboys 2 місяці тому +4

      ​@@shubhverma219लगता है आप कभी स्कूल नहीं गये गये होते तो भूगोल पढ़ा होता इंडिया का कांटीनेंट अफ्रीका से जुड़ा था लाखो वर्ष पहले जिसमे ऑस्ट्रालिया भारत दक्षिण अमेरिका अफ्रिका एक ही खंड हुवा करता है जिसे गोंडवाना लैंड कहते है ओर उत्तर के भाग को लाऊरेसिया जिसे उत्तर अमेरिका ओर यूरोप जुड़ा था जिस खंड मै जिनका जन्म हुवा वहा के मूल वासी यही sc st obc है जो अफ्रीका से अलग हो के भारत का कांटीनेंट एशिया से टकराया जहा हिमायल जैसे पर्वत का जन्म हुवा बाद मै कै हजारों वर्ष के बाद देश बना गूगल कर ले इस देश का मालिक sc st obc है बाकी सब विदेशी है।

    • @shubhverma219
      @shubhverma219 2 місяці тому

      ​@@666mhboys😂😂😂,कहा लिखा है और तुम पढ़े हो कि इंसान का विकास भारत में हुआ? अफ्रीका में नहीं, दुनिया के सभी इंसानों की मां आज से 1.5 लाख साल पहले अफ्रीका में रहती थी ,😂😂तुम पर तरस आता है

    • @BanshilalmeenaHarmor
      @BanshilalmeenaHarmor 13 днів тому +1

      हां आपने सही बात कही है मूलनिवासी तो आदिवासी लोग ही है बाकी सब विदेशी जातियां हैं बहार सेआए विदेशी जातियां ने हमको पिछे धकेल दिया है लेकिन अब विदेशी जातियों को से सावधान रहें 626

  • @Yadavsarkaroffical
    @Yadavsarkaroffical Рік тому +33

    ऐसा कहीं कुछ नहीं है सारा मनुष्य 1212 ब्राह्मणों का पाखंड फैलाया हुआ है पूजने के चक्कर में

    • @krmusic3523
      @krmusic3523 Рік тому

      खत्म सब करना चाहते हैं पर छोड़ना कोई नहीं चाहता

    • @Yadavsarkaroffical
      @Yadavsarkaroffical Рік тому

      @@krmusic3523 अरे मूर्ख कोई धर्म क्यों छोड़ेगा सनातन धर्म देवी देवताओं को मानेगा नहीं ब्राह्मण पाखंडी है इसका मतलब कोई भगवान को सनातन धर्म को छोड़ देगा और तुम्हारे अंबेडकर को मानने लगेगा एक साधारण मनुष्य को

    • @krmusic3523
      @krmusic3523 Рік тому

      @@Yadavsarkaroffical मैंने किसी ब्राह्मण को इतना परेशान नहीं देखा जितने तुम हो तुम्हारी फितरत ही है ब्राह्मणों की गुलामी करना।

  • @shubhverma219
    @shubhverma219 2 місяці тому +5

    जनसांख्यिकी परिवर्तन से देश बदल रहा है और यहाँ आज भी जाति जाति का खेल हो रहा है, अच्छा है

  • @yashkumar8591
    @yashkumar8591 Рік тому +38

    9वीं सदी से प्रारंभ हुआ जाति व्यवस्था जो ब्राह्मणों ने जबरन मूलनिवासियों का शोषण किया व जाति धोपी

    • @RajeshKumar-tm5sh
      @RajeshKumar-tm5sh Рік тому +3

      Jb sadi suru v nhi hue thi to usase pahle Smrat Ashok ek baniya the kyo jhuth bolte ho ki 9vi sadi me brahmno ne thopa tha jiska jo mn kiya wahi krne lga yhi saty hai. Jay Hind 🙏🙏🙏

    • @yashkumar8591
      @yashkumar8591 Рік тому +4

      @@RajeshKumar-tm5sh श्रीमान जी, फाहियान, हेनसोंग, इतिसिंग, अल-बरुनी आदि की पुस्तकें पढ़िए और अपना सही ज्ञान बढ़ाएं

    • @RajeshKumar-tm5sh
      @RajeshKumar-tm5sh Рік тому

      Hmara sanatan dharm etna kmjor nhi ki hm videsiyo ko apna adrsh mane aphi apna gyan badaye. Jo khud ko bhul gya ho o apne ghar walo ko videsi hi btayega.

    • @nileshyadav78
      @nileshyadav78 Рік тому +3

      @@RajeshKumar-tm5sh वो सही बता रहे हैं पढ़ोगे तब पता लगेगा 9 वी सदी में शंकराचार्य के आने के बाद ही ब्राह्मणवाद मजबूत होना शुरू हुआ मैगस्तिनी कि इंडिका पढ़ो सब पता लग जायेगा वेद पुराण उपनिषद गीता रामायण महाभारत सारे भगवान थे क्या अस्तित्व में उस समय

    • @PD130470
      @PD130470 Рік тому +2

      @@nileshyadav78 मेगस्तिनी ने तो लिखा है कि सभी भारतीय सोने चांदी के बर्तनों में भोजन करते थे।

  • @prashantmuni
    @prashantmuni Рік тому +31

    वर्ण और जाति में अंतर
    वर्ण-- चार होते हैं ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र
    जाति-- चार होती है अंडज पिंडज स्वेदज जरायु
    वर्ण- गुण कर्म स्वभाव के अनुसार होते हैं
    जाति-- योनि जन्म के आधार पर होती है
    वर्ण --गुण कर्म के अनुसार परिवर्तन हो जाते हैं
    जाति-- जीवात्मा का दूसरी योनि में मरणोपरांत परिवर्तन होती है
    (वर्ण)
    ब्राह्मण-- शिक्षक उपदेशक समाज को ज्ञान देने वाला
    क्षत्रिय-- रक्षक सैनिक समाज की रक्षा करने वाला
    वैश्य-- पोषक कृषक व्यापारिक समाज का भरण करने वाला
    शूद्र--- सेवक चपरासी समाज की सेवा करने वाला
    (जातियां)
    अंडज--- पक्षी आदि अंडे से पैदा होने वाले जीव
    पिंडज--- वृक्ष वनस्पतियां आदि पृथ्वी से पैदा होने वाले
    स्वेदज--- बिच्छू जुआं आदि कीचड़ पसीने से पैदा होने वाले जीव
    जरायु-- मनुष्य पशु आदि गर्भ से पैदा होने वाले जीव
    अतः मनुष्य बंदर हाथी घोड़ा मोर सर्प आदि प्राणी जातियां कहलाती हैं। जो मरणोपरांत दूसरी योनि में जाने से परिवर्तन हो जाती हैं
    चार वर्ण ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र जीवन काल में परिवर्तन हो जाते हैं अर्थात कर्मानुसार शूद्र ब्राह्मण और ब्राह्मण शूद्र हो सकता है इसी तरह वैश्य और क्षत्रिय को समझो।
    यही वेद आदि शास्त्रों में और मनु आदि स्मृतियों में उल्लेख है इतना स्पष्ट होने पर भी यह स्वार्थी मानव समझते हुए भी नहीं मान रहा है। जो चार वर्णों को अपनी अज्ञानता और मूर्खता से जातियां समझ रहा है। धिक्कार है इस मानव जाति को ! इससे तो पशु पक्षी आदि जातियां श्रेष्ठ है जो अपने नियम व्यवस्था में रह रहे हैं।

    • @RAJPUTANA.6508
      @RAJPUTANA.6508 Рік тому +1

      Moorkh manav ko gyan dene bale.
      ME APKE IS GYAN KO NAMAN KARTA HU.
      BHAGWAN AAPKO KHUSHIYAN DE

    • @munilaldas2679
      @munilaldas2679 Рік тому +1

      Accha mujhe batau atna sab kuch ho na ka bad ve chuay chuat ku he ha ku dalit aaj ve dalit he ha ku un ko aaj ve kast utana pad ta he ku dur ky jata he ainn samjo se ku un kasar chuay chuat jasa or har samay partret key jata he ha aap barin babasta ke bat kar ta he

    • @munilaldas2679
      @munilaldas2679 Рік тому

      Phale ey bat ey na aap

    • @Devraj__630
      @Devraj__630 3 місяці тому

      100 percent right.

    • @bagbandasgautam734
      @bagbandasgautam734 12 днів тому +1

      Yahi Manuwadi dhoortta hai

  • @prakashshirsath4078
    @prakashshirsath4078 Рік тому +19

    आपने जातीवाद की वृध्दी, विकास,प्रकार ,दायरा ,बताया,उसके काम का तरीका बताया हैं , परंतूआप जातिवाद की जड तक पँहुचनेमें नाकामयाब रहे हैं ।

    • @shekharjoshi7292
      @shekharjoshi7292 Рік тому

      इनके विचार मैक्समूलर के अध्ययन पर आश्रित हैं. वेदों का अध्ययन ब्राह्मणों के लिए भी एक कठिन कार्य है. हाँ मनुस्मृति आदि ग्रंथों को समझना आसान है.
      आजकल राजनीति करने वाले लोग ही मनुस्मृति आदि का जिक्र ज्यादा करते हैं.
      या इक्का दुक्का कर्मकांडी ब्राह्मण.
      भारत का संविधान भी घोर जातिवादी मानसिकता का है. यहाँ तक कि जातिवादी मानसिकता से प्रदूषित कानून भी बने हुए हैं. जातिवाद को बनाये रखना शासन की मजबूरी आज भी राजनैतिक कारणों से है.

    • @Ankitjat5441
      @Ankitjat5441 Рік тому +1

      जातिवाद धर्म का हिस्सा नहीं

    • @Ankitjat5441
      @Ankitjat5441 Рік тому +1

      @Crime Master GoGo ये जो चैनल दिखाया है ये सब बकवास बता रहा है क्योकि भगवान राम ने किसी सम्मुख का वध नहीं किया,
      सर तन सै जुदा 🤣🤣🤣
      पता नहीं कहा सै लाते हो

    • @ShivamRaikwar-sq3nb
      @ShivamRaikwar-sq3nb 8 місяців тому

      ​@@Ankitjat5441बाल्मिकी रामायण में कुल ६ कांट है सातवां कांट है ही नहीं जिसमें शंम्बूक वध सर तन से जुदा है

  • @ArunKumar-tk3xb
    @ArunKumar-tk3xb 7 місяців тому +6

    ऋग्वेद में पुरुष
    सूक्त में ब्रहं के बिभिन्न अंगों से विभिन्न जातियों के पैदा होने का श्लोक प्रक्षिप्त है क्योंकि हमारा वेद निराकर ब्रहं की बात कर्ता है।

  • @gopalsaha-no9er
    @gopalsaha-no9er Рік тому +4

    ताज्जुब है जो दुसरे की कमाई खाने वाले उच्च जाति के हैं।

  • @kansinghchouhankansinghcho7424
    @kansinghchouhankansinghcho7424 Рік тому +18

    अब समय नहीं है कि हम क्या है क्या नहीं है वर्तमान समय में क्या करना है

  • @digital_marketing2022
    @digital_marketing2022 12 днів тому +4

    पूरा विश्व कर्म के आधार पर ही आपको पहचान देता हैं वैदिक काल से लेकर कलयुग तक।

    • @niralkongari4817
      @niralkongari4817 4 дні тому

      कर्म और काम फर्क है। कर्म जिसे पाप हो। उसे बुरा समझना चाहिए। काम, काम है । नालियों की सफाई का काम है वह बड़ा काम है। जो जरुरी है।उस को करने वालों को दलित बना दिया गया। यही हिन्दू धर्म की गलती है।

  • @user-sh7ys8gk5j
    @user-sh7ys8gk5j 7 місяців тому +12

    बड़े ही खूबसूरती से ब्राह्मणो का बचाव किया गया है ! इसलिए कि ये स्वयं ब्राह्मण है !जातिवाद सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मणो की देन है

  • @krishansingh655
    @krishansingh655 Рік тому +30

    भारत के बाद भाग्य विधाता जो लिखा है वह आध्यात्मिक बाद से अछूता नहीं है इसीलिए यही ब्राह्मणवाद का प्रतीक है

    • @RamKumar-ml4bq
      @RamKumar-ml4bq Рік тому

      क्या अग्रेजो के समय वेद नहीं थे यह बात गलत है कि अंग्रेजों ने मनुस्मृति को ही हिदुओं का ग्रंथ माना था उन्होंने सबसे पहले एक हृह्मण को फांसी दी थी,!

  • @dineshvaghela2356
    @dineshvaghela2356 Рік тому +85

    आपका एजेंडा समझ मे आ गया है। आप बहुजनो को बरगला कर काल्पनिक वैदिक साहित्य को इतिहास बताने की कोशिश में है। पर वर्तमान में वैज्ञानिक और पढ़े लिखे समाज मे यह सम्भव नही है।

    • @AnilSharma-ef5ng
      @AnilSharma-ef5ng Рік тому +4

      Ye log apne swarth ke liye itna gir sakte he iska pta nikat bhavisha me ore bhi malum pad jayega ager inpe lagam nhi lgi

    • @Indiannative26
      @Indiannative26 Рік тому

      शबरी के झूठे बेर राम ने खाए ये लिखा कहां है
      जाति गुलाम करने की एक जंजीर है जिसके दोनो छोर पांच पर्सेंटेज वाले अपने हाथो मे पकङे हुए है

    • @kashavrastogi5031
      @kashavrastogi5031 Рік тому +2

      आप पहले ये बताये कि सनातन धर्म की परिभाषा क्या है 🌷🌷🌷🌷

    • @rakeshjatia6816
      @rakeshjatia6816 Рік тому

      @@AnilSharma-ef5ng f

    • @vickythalor8129
      @vickythalor8129 Рік тому +3

      Jab dimak ki kami ho to chup rahne me hi bhalai h bhujan naam kaa janm kab huwa kuch pata h 80sal pahle koi bhujan naam tha hi nahi ye baat to adikal me hum kiya the wo jankari ke liye h

  • @rishtokidunia
    @rishtokidunia Рік тому +120

    मैंने जो भारत का इतिहास पढ़ा है उसके आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूँ कि भारत में जातियाँ लगभग 2000 वर्ष पूर्व से शुरू हुई लेकिन देश में अंग्रेजो के आने के बाद जातिवाद मे काफी कमी आई क्योंकि अंग्रेजो ने बहुत सारे ऐसे कानून बनाये तथा सख्ती के साथ लागू किए जिसका परिणाम हुआ कि जो लोग अपने को जानवरो से बदतर मानते थे जिनको सभी हक अधिकारों से वंचित किया हुआ था एवम ऐसे शोषित और पीड़ित लोगो के साथ अमानवीय वयव्हार कुछ प्रतिशत् जातिवादी लोग किया करते थे जिनके हाथ में सत्ता,पैसा और पॉवर हुआ करती थी उनके द्वारा इस देश मे अमानवीय कार्यो को ठोकर से उडाने का कार्य करना शुरू किया जिससे हर पीड़ित शोषित को अहसास होना शुरू किया कि वो भी इंसान है तथा उनको भी जीने का अधिकार है इसीलिए देश से अंग्रेजो को देश से भगाया गया क्योंकि वो जातिवाद के खिलाफ काम किया करते थे जिससे जातिवादी लोगो के पेट में बहुत दर्द रहा करता था तथा उनके द्वारा गरीबो के ऊपर किए जाने वाले शोषण मे कमी आ रही थी जिसका परिणाम हुआ कि अंग्रेजो के कारण ही भारत को नया संविधान मिला जिसमें जातिवाद जैसी कुप्रथा को नष्ट करने का काम किया गया है लेकिन जातिवादी लोगो के पेट में हर वक्त इसी कारण दर्द रहता है कि उनके द्वारा दूसरो के ऊपर किए जाने वाले शोषण और पीड़ित करने का अधिकार छीन लिया गया तथा ऐसे कुछ प्रतिशत् जातिवादी मानसिकता के लोग आज भी प्रयासरत है कि वर्तमान संविधान खतम करके दोबारा गरीबो का शोषण करने वाला विधान लागू किया जाए तभी उनकी आत्मा को शांति मिलेगी लेकिन अब यदि ऐसा हुआ ये पूरा देश शमशानो और कब्रो का देश बन कर रह जायेगा जिससे मानव सभ्यता का अंत भी हो सकता है.

    • @PD130470
      @PD130470 Рік тому

      अंग्रेजों को देश से इसलिए भगाया गया था कि वे देश का पूरा सोना चांदी कपास अनाज ब्रिटेन में ले जाते थे। बंगाल में अकाल अंग्रेजों के कारण ही पड़ा था। अंग्रेज पूरा चावल गेंहू ब्रिटेन ले गए थे जिससे करोड़ों लोग मरे थे। तुम अंग्रेजों की वकालत कर रहे हो।

    • @meenu999
      @meenu999 Рік тому +1

      Aaj ke kaal mein dalit jaatiyan aapas mein hi chua chhut karte hain aur unka takraav sabse zyada shudron ke saath hi hota hai na ki savarn brahmano ke saath.

    • @dansinghpanara6343
      @dansinghpanara6343 Рік тому +1

      Bilkul sahi kaha aapne sir hame aisa samaj rachna hai jis me koi unch Nich na hi koi Garib na ho koi tavangar na ho sabhi ek saman ho Kiya aisa ban sakta hai

    • @nikeshshriwas7482
      @nikeshshriwas7482 Рік тому

      Matlab angrejo ko aaj bhi india me rhna tha aap ke vicharo se to abhi sabhi log niyam se rahte

    • @nitinbhai9516
      @nitinbhai9516 Рік тому +1

      @@nikeshshriwas7482 Desh ko gulam banane wale ki tarif karne wale log deshbhakt kaise ho sakte hai? Rani Lakshmi bai ne angrejo ko isliye thode bhagaya tha ki jaat paat shuru ho, bhagat singh Or kai jawan jaat paat shuru hone ke liye faasi par chadhe the🤔? Ye vo log hai jo sirf hindu ko target karte hai, or kisi ko nhi ek baar "burakumin" Search karo UA-cam par buddhism me to jaise unch neech nhi hoti, burakumin buddhism ke untouchable hai😒 ye baat bheemte nhi batate nhi to kon apnayega buddhism😒 Sanatan Samiksha channal dekho buddhism ek no. Ka pakhandi religion hai😒

  • @HasanRaza-lw3cm
    @HasanRaza-lw3cm Рік тому +15

    दुनिया का सबसे बड़ा पाप वर्ण व्यवस्था दुनिया के सबसे बड़े पापी वर्ण व्यवस्था बनाने वाले

  • @manojghritalahre770
    @manojghritalahre770 10 днів тому +1

    ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य ,,,,और मुस्लिम कभी नहीं चाहते कि मानव समाज एक हो ।।
    बांट कर रखना ही उनका उद्देश्य है

  • @vbmaurya1296
    @vbmaurya1296 Рік тому +66

    जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय विज्ञान

  • @ramawadhsingh7303
    @ramawadhsingh7303 Рік тому +73

    इस वीडियो में ब्राह्मणवाद का बचाव किया जा रहा है।

    • @mukulkulshreshtha1284
      @mukulkulshreshtha1284 Рік тому +4

      I think she's not a brahmn

    • @sonofgod793
      @sonofgod793 Рік тому +4

      Toh kay bhimwadi atankwad ka support kare jo pfi ke sath mile chuke ha

    • @asishpurohit6810
      @asishpurohit6810 Рік тому

      ᴀᴄʜʜɪ ʙᴀᴀᴛ ʜᴀɪ

    • @PD130470
      @PD130470 Рік тому +1

      @@sonofgod793 PFI par ben lag chuka he. PFI तो गयौ।

    • @sonofgod793
      @sonofgod793 Рік тому +1

      @@PD130470 😂 ek baap nikal liya bhimwadi logo ka bhot bura hua 😭😂

  • @ishwardeensharma4237
    @ishwardeensharma4237 Рік тому +90

    काश मनुष्य जाति धर्म में न उलझ कर सिर्फ मनुष्य बन जाता.….

    • @himanshugurjar9002
      @himanshugurjar9002 Рік тому +2

      Nahi banega jabtak koi alien na aa jaye
      Kyuki insan individual hota hai.
      Jab bhi group banega wo kisi ke khilaf hi banega.
      Or sab manushya ban jaye bas to desh ka kya kaam? Desh hata ke one world government bnao fir

    • @aakashmishra2009
      @aakashmishra2009 Рік тому +2

      Bilkul hai hamara bharat me bahut jyada bhaichara hai bhai meri nazar se dekho
      mujhe to kahin ladai nahi dikhti

    • @All_Song_Remake
      @All_Song_Remake Рік тому

      Bhai ji..ye tumhare hi purvaj ki den hai.....Manu...ne yesi bimari daali ki aaj tak nahi jaa saki....

    • @antimsharma1925
      @antimsharma1925 Рік тому

      मनुष्य बनने की अवधारणा ही वेद धर्म से आती है अगर धर्म न होता तो समाज यहा तक की यात्रा कर ही नही सकता था अगर धर्म न होता तो मनुष्य जाती जङ्गल में जिस तरहा एक शक्ति शाली जीव कमजोर को मारकर खा जाता है अगर वह उसे खाता भी न हो तो भी मार डालता है
      रही बात मनुष्यो के कई जातियो वर्गो मत पन्थो संप्रदायो में बटने की और आपस में वर्ग संघर्ष और भेद भाव की तो इसके पीछे कई कारण है

    • @All_Song_Remake
      @All_Song_Remake Рік тому +1

      @@antimsharma1925 ओ। ज्ञानी शास्त्री, सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान हम सब मूलनिवासी खुशहाली से रह रहे थे, किसी भी धर्म, किसी भी शास्त्र,वेद, इत्यादि की कोई आवश्यकता नहीं थी, लेकिन मादरचोद विदेशी मनु ने, हम मूलनिवासीयों पर अनेकों ज़ुल्म ढाये, और हमें गुलाम बना लिया...
      भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जी तो कोई भी धर्म नहीं मानते थे, फिर भी आज तक कोई नहीं कर पाया वो काम किया!..
      साले। धर्म और वेद, शास्त्र को भी तो किसी ने लिखा होगा...?
      जिस तरह बीज अंकुरित होकर एक विशाल बृक्ष के रूप में तब्दील हो जाता है उसी हम भी विकसित हो ही रहे थे, सिंधुघाटी सभ्यता के दौरान... हमें धर्म की कोई आवश्यकता नहीं....
      तुम्हारे धर्म में स्त्रीयों को जिंदा जलाया जाता था,
      पढ़ने का अधिकार नहीं था, ना जाने कितने दुष्कर्म थे।।। क्या यही धर्म है
      ऐसा है पाखंडवाद मत फैलाओ हमारे देश में।।।। विदेशीयों

  • @user-xb2ji3si4c
    @user-xb2ji3si4c 8 місяців тому +4

    धन्यवाद ऐसे चॅनल देश के जनतेकेलिए फायदा
    हो सकता है❤

  • @swamibaba3609
    @swamibaba3609 Рік тому +47

    वर्ण व्यवस्था कब कर्म पर आधारित थी। इस्को बताने कि कृपा करेंगी। मेरे अनुसार वर्ण कभी भी कर्म पर आधारित नहीं थी वल्कि एक मात्र सोषण का आधार।

    • @RajeshKumar-tm5sh
      @RajeshKumar-tm5sh Рік тому +2

      Apne us time dekha tha kya Ap kaise bta skte ho ki karm ke adhar pr warn wevstha nhi thi. Karm kl v adhar tha aj bhi hai or kl v rhega. Aj v kisi v jati ki apni priwarik wevstha karm pr hi tiki hai. Or ha koe v jati ya karm chhota nhi hota apni apni jivika chlane ka sadhan hota hai. Nich ya sudr o hai jo dusre ko nich samghne ki budhi rkhta ho chahe o kisi v jati ya smaj se kyo na ho

    • @Ankitjat5441
      @Ankitjat5441 Рік тому +6

      महषि विश्वामित्र के पुत्र शूद्र थे जबकि पिता बाहमन था

    • @VikrantSinghRanaut
      @VikrantSinghRanaut Рік тому +3

      एक लव्य एक भील था पर उस के पिता मगध के सेना पति ,, ये कर्म आधारित फल थे

    • @1a-02-ivanshgautamparmar8
      @1a-02-ivanshgautamparmar8 Рік тому

      @@Ankitjat5441 तो फिर कर्ण को श्राप क्यो दिया
      शिXa से क्यो मन किया

    • @Ankitjat5441
      @Ankitjat5441 Рік тому +1

      @@1a-02-ivanshgautamparmar8 kisko kisne sarap diya khul kar batao or ye bat kha likhi hai reference do
      Suni sunai bato par yakin mat karo jaise 33 crore God etc.

  • @pratapbhaibodar9604
    @pratapbhaibodar9604 Рік тому +2

    ये लोग भारतीय नहीं है भारतीय होते तो भारतीयों से ऐसा वयवहार नहीं करते,

  • @hansrajrathee06.
    @hansrajrathee06. 4 дні тому +1

    जातीय एकता का काम तो इस्तेमाल है कि किसी पर जुल्म ना ही ना कि अपने जाति के अपराधियों को बचाने में सहायक हो

  • @kedarnath4405
    @kedarnath4405 8 місяців тому +5

    इतिहास के साथ - साथ समय के अनुकूल और प्रतिकूल राज्यों के रजवाड़ों के ब्राह्मणों के कर्मकांडों tatha संबंधो के भी चर्चा साथ - साथ होना अनिवार्य है ।जय भीम ।samvidhan जिंदाबाद ।

  • @manumahli6033
    @manumahli6033 8 місяців тому +13

    जगत के विश्वगुरु भगवान बुद्ध के अनुसार जाति=जन्म से है | लेकिन आज इसका अर्थ ही बदल दिया गया है | मान लें कोई एक बच्चा गौ~ माता के घर में जन्म लिया हो, 10:38 वह गौवंश जाति का माना जाएगा | वैसे ही जो कोई एक बच्चा यदि मानव जीव के घर जन्म लिया हो,वह "मानव जाति" का कहलाएगा | अतः जाति भिन्नता तो जीव~जंतुओं, पेड़~ पौधों में पाए जाते हैं |मनुष्यो में सिर्फ दो ही जातियां हैं~ एक पुरुष और दूसरी स्त्री | इसके अलावे कोई तीसरी जाति नहीं हैं | जय भीम नमो बुद्धाय |❤

  • @suryakantnatkar9380
    @suryakantnatkar9380 Рік тому +24

    मानव ने जाती बनाई .नष्ट करना अपने ही हात मे और मन से निकालने शुरुवात करो.।

  • @rameshwarjee7398
    @rameshwarjee7398 Рік тому +19

    ब्रह्मण शब्द घृणित है। क्योंकि इसने जनता को अपना चरागाह बनाने में अनेक हथकंडे अपनाए।

    • @prashantm8861
      @prashantm8861 Рік тому

      Brahman tumhara baat hai usi se Mano Jaat ki utpati Hui hai tumhare Se jaahilon ke kahane se kuchh hone wala nahin hai Jo sahi hai vah sahi hai

    • @kamalbhattarai9092
      @kamalbhattarai9092 Рік тому

      ब्राह्मण शब्द कै से घृणित है? नियत कितना नफरत भरा मानसिकता है।

    • @All_Song_Remake
      @All_Song_Remake Рік тому

      @@prashantm8861 हमें जितना पाखंडी मनु ने जातियों में बांट दिया है, हमें पूर्ण विश्वास है कि एक दिन जरूर एक हो जायेंगे।।।।

    • @aanchalsingh3240
      @aanchalsingh3240 Рік тому +1

      @@All_Song_Remake Kabhi real manusmriti ko padha bhi hai kya 😂Ya bas sunkar bolte rehte ho.

    • @All_Song_Remake
      @All_Song_Remake Рік тому +1

      @@aanchalsingh3240 ha... Pada hai.... Madam... Tumhe bhi padna chahiye... Ladies ke liye kya kya likha hai .. hansi ruk jayegi hamesha ke liye

  • @jasrambauddh4950
    @jasrambauddh4950 Рік тому +18

    में इस मनोस्मरेटी को नहीं मानती जो मुझे जीने की आजादी नहीं देती है मै तो बाबा साहेब को मानती हूं जो मुझे जाने की आजादी दे गए

    • @user-lp2ib1is8f
      @user-lp2ib1is8f Рік тому

      Sahi baat hai

    • @IndianPrakash_Insan
      @IndianPrakash_Insan Рік тому

      😂😏 अबे भाई अंबेटकर के चमचे जा हटा कुछ उसने उखाड़ लिया कुछ तुम जैसे भी उखाड़ लेंगे मैं किसान हूं और मैं हिंदू हु गर्व से कहता हु मालूम है क्यों क्योंकि पढ़ाई तो मैंने भी की है b,a,c की है पर रही
      तो बता मैरी मैं किसान हुं पर मैं अपने धर्म को जनता हु और उसी राह पर चलता हु नहीं तो तुम जैसे चूतिए खाना कैसे खाते 😂🚩

  • @user-hv7hm4wc9i
    @user-hv7hm4wc9i 7 місяців тому +3

    खानपान बदलने से ही अच्छे इंसान का जन्म होता है, चांडालों भी बदलकर ब्रह्मण बन (समाज के प्रतिष्ठित पदों पर आरूढ़) सकेगा।.... ।।वंदे मातरम् भारत माता की जय।।

  • @dhanrajrecordsbhojpuri
    @dhanrajrecordsbhojpuri Рік тому +34

    नमो बौद्ध जय भीम जयभारत संविधान हम आपके साथ है

  • @virandrakumar794
    @virandrakumar794 23 години тому

    जब तक हिन्दू धर्म में नाम के आगे सरनेम यानि जाति लिखना बंद नहीं करेंगे तब तक हिन्दू धर्म जाति में विभाजन बना रहेगा

  • @bdgautam9510
    @bdgautam9510 12 днів тому +1

    मनु ने मनुस्मृति के द्वारा शुद्र अछूत बनाया और गुलाम बनाया अब भी यही प्रयास चल लहा है भाजपा आरएसएस द्वारा सावधान रहने की जरुरत है।

  • @kashavrastogi5031
    @kashavrastogi5031 Рік тому +21

    ये बात ही गलत है जब लोग रिसर्च की‌ जगह सत्ता का लोभ में हो जाते हैं तब एक ससकत संविधान का बिनाश हो जाता है धर्म के ठेकेदारों को ना ये पता है कि जाति आयी कहा से दूसरा ना धर्म का पता है सनातन धर्म जैसी मजबूत व्यवस्था खंडित करदी आज्ञान के कारण,🌷🌷🌷🌷

    • @devendsinghdevend3245
      @devendsinghdevend3245 Рік тому

      ऐसा कब तक होगा क्या इसका समाधान नहीं है

  • @deonath3934
    @deonath3934 Рік тому +21

    जिसको पढ़ने का अधिकार था।वही लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं। अब गुमराह नहीं किया जा सकता है क्योंकि सब पढ़ने लिखने समझने लगे हैं । अगर हर जाति की उत्पत्ति और उनके अपमानित करने वाली श्लोकों /बातें मनुस्मृति, उपनिषद, पुराण, बाल्मिकी रामायण और गीता में उल्लेख है। इसमें हर जाति समझ सकता किसकी क्या औकात है। ये जातिवाद को बढ़ावा देते हैं। यह सब किस जाति के लोगों ने लिखा है सर्व बिदित है। अंग्रेजों ने नहीं लिखा है।

    • @user-oq3rq5pp3q
      @user-oq3rq5pp3q 7 місяців тому

      Super good

    • @yogendramohan2809
      @yogendramohan2809 7 місяців тому

      ❤🎉अति सुन्दर
      कितने गुमराह है लोग कि मुंह से ,हाथों से ,पेट जंघाओं से ,पैरों से ,मानव जन्म ले रहा था /है ,उनको इस पर समझने की जरूरत है कि ,यदि सरदार पटेल जी को लौह पुरुष कहते हैं तो वे सचमुच लोहे से नही‌बने थे ,कि‌वे तो रोबोट नहीं थे ,हाड़ माश से ही बने थे ,रानी लक्ष्मी बाई ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे और अंग्रेजों से लोहा लेती‌ रही😂क्या उन्होंने अगरेजो‌ को इमली‌और कच्चे आम की चटनी‌जबरन खिलातीथी और क्या अंग्रेज लोहा बेचते थे ,,
      पिताजी ने मरते समय बेटे को कहा कि बेटा हमारे खेतों में ही सोना पड़ा है परिश्रम करो और सम्पन्न होते रहो ,तो बेटा खेतों में मजदूर लगा कर सोने के गले ढूंढने लगा ,जबकि‌ वह ग़लत समझ बैठा ,उसे उसमें खेती करनी थी ,होने के डले नहीं ,तो कैसे समझें और कैसे समझाया गया ,और मिलकर क्या और कितने प्रयास किए गये ,
      हिन्दू के चारों वर्णों को आपस में सहृदयता से बिचार गोष्ठी करनी चाहिए और लोगों के षड्यंत्रों को समझ कर एकता करनी चाहिए ,
      जो दलित लोग बौद्ध बन रहे हैं उन्हें ज्ञात होना चाहिए कि मुसलमानों की नजर में सभी गैर मुस्लिम काफिर ही होता है ,, म्यांमार उदाहरण है जब बौद्धों को हथियार उठाने को बिवश किया जो संघर्ष अभी जारी है ,,घर छोड़ने के बजाय सपरिवार सबको बात करके समस्या का समाधान करना चाहिए । उपमाओं को समझना चाहिए ,
      लगता है मनु स्मृति को बाबा साहब भी नहीं समझ पाए ,और तैश में आ गये ,उसमें और भी कयी बातें लिखी थी जो समाज के लिए उपयुक्त है तो बाबा साहब जैसे बिदवान ने पूरी किताब जला दी ,उन्हें केवल वे ही पन्ने फाड़ने थे जो बिवादित थे ।अंग्रेजों ,बामी कम्युनिस्टों और कुछ लालची बिदवान उसमें ब्राह्मण भी शामिल होता है के मिले जुले षड्यंत्रों से हिन्दू समाज को तोड़ने के और स्थाई रूप से भारत को गुलाम रखने के लिए किताबों में मिलावट करना और उन्हें प्रचारित करना जारी रहा ,सभी हिन्दू आपस में समीक्षा करने की अपेक्षा दूर जाने लगे जिसकी जिम्मेदारी क्रमश सबको लेनी चाहिए थी ,और अब भी है ,क्यों कि हिन्दू से बौद्ध आदि बनने से वे वहां पर मौलवी‌मुलला‌पौप फादर या मठाधीश बना दिए गये हैं या पर्याप्त बराबरी से शादी आदि हुई हो सन्देह ही होता है ,अपना घर छोड़ना तोड़ना स्थाई समाधान नहीं होता।

    • @deonath3934
      @deonath3934 7 місяців тому

      @@yogendramohan2809 अपना घर पहले ठीक करना चाहिए। अभी भी भेदभाव, छुआछूत ,ऊँच नीच मौजूद है। लीपापोती करके गुमराह नहीं करना चाहिए। हजार साल से पढ़ने,पढ़ाने और वेद सुनने का अधिकार छीन लिया था। संविधान ने हक दिलाया तब सब एवं स्त्री को पढ़ने का अधिकार मिला। अभी भी गांव में कोई भी अन्त्ज्य चाय या होटल खोल नहीं सकता है। मार कर बन्द करवा दिया जाता है। गरीब अपनी आजीविका छुआछूत की वजह से चला नहीं सकता है।अभी भी मन्दिरों में प्रवेश वर्जित है। मुहावरा और उपमा को समझाकर गुमराह करने की आदत नहीं जा रही है। अभी भी अत्याचार कितना हो रहा है,खबरों से बेख़बर हैं? बाबासाहब सूरज हैं कोई दीपक नहीं हैं। कुछ खुद्दार जातियाँ हैं जो मिट गयी परन्तु धर्म परिवर्तन नहीं किये। बहुत सी जातियाँ चाटुकार बने और धर्म परिवर्तन भी कर लिए थे।अल्लाह उपनिषद भी चाटुकारिता में लिख डाले और बाकी को खुब सताया भी। मिलावट वहीं किये जिसको पढ़ने का अधिकार था। गुमराह न होने वाले कभी भी गुमराह न हुए थे न होगें। डर उनसे है जो चाटुकार बने थे। देश भक्त देशभक्त ही रहेगा। डर केवल गुमराह करने और चाटुकारिता करने वाले से है।

  • @user-qr4pu2mx3h
    @user-qr4pu2mx3h 10 днів тому +1

    बहन जी आप ने हमको बहुत अच्छी जानकारी दी है जिसका वर्णन करना सम्माननीय है नमो बुध्दाय जय भारत

  • @mohanram3260
    @mohanram3260 7 днів тому

    आप शूद्र होते हुए भी अब भी हमें भ्रमित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है लेकिन हमलोग बुद्धिष्ट थे घर वापसी जरूर करेंगे।

  • @Shriramkrishnhari
    @Shriramkrishnhari Рік тому +14

    सामाजिक बदलाव धीरे धीरे होते हैं,सभी को सच्चे दिल से प्रयास करना चाहिए किसी को खामख्वाह दोषी मानना ठीक नहीं, वास्तविक मीमांसा होनी चाहिए...

    • @lalsingh1658
      @lalsingh1658 Рік тому

      आपने सत्य कहा

    • @Shriramkrishnhari
      @Shriramkrishnhari Рік тому

      @@lalsingh1658 देखिए साहब!
      एक प्रचलित लोकोक्ति कुछ प्राचीन है
      जाति पांति पूछै नहिं कोय ।
      हरि को भजै सो हरि का होय।
      जो सही और प्रामाणिक है अटल रहेगा।
      राजनैतिक लालच वश है ये सब वही आज वही कल रहेगा।।

  • @brijnandanprasad478
    @brijnandanprasad478 Рік тому +18

    मनुस्मृति को 2000 वर्ष या उससे भी अधिक पुराना बताने वाले क्या यह बता सकते हैं कि मनुस्मृति में प्रयोग किए गए ऋ,क्ष आदि वर्णाक्षर देवनागरी में कब प्रयोग में आयी ? अगर यह बहुत पुराना है तो पुरातात्त्विक खुदाई में जो शिलालेख मिले हैं देवनागरी लिपि का अस्तित्व कहीं प्राप्त हुआ है? अतः यह मनुस्मृति की रचना उत्तर बौद्ध कालीन है ।

    • @omsinha4316
      @omsinha4316 Рік тому

      Uuu7uuuuu7uuuuuuuuuuuuuucup

    • @munishthakur219
      @munishthakur219 Рік тому +1

      Ye true

    • @munishthakur219
      @munishthakur219 Рік тому

      Gore logo ne cast system ko khatam kiya hai

    • @prashantm8861
      @prashantm8861 Рік тому

      Swayambhu Manu ki utpati lagbhag 12000 varsh purv hui hai abhi tak 14 Manu hue hain shastron ki jankari nahin hai To kyon bakwas karte ho

    • @vishwajeetdixit5046
      @vishwajeetdixit5046 4 місяці тому

      ​@@prashantm8861tumhe kuch jyaada hi gyaan h😂

  • @digital_marketing2022
    @digital_marketing2022 12 днів тому +1

    वे व्यक्ति की मानसिकता होती थी और हैं। कि वह और उसका समाज सब से श्रेष्ठ बने इसके लिए कभी कभी सही गलत मै अन्तर नहीं कर पाता है और गलत का साथ देता हैं ये साधारण बात है जबकि सत्य यह है कि कर्म ही प्रधान होता हैं। जय हिन्द

  • @learnwithavantika....6029
    @learnwithavantika....6029 Рік тому +14

    मनुसम्रति हिंदू धर्म का विभाजक है

  • @gopalchaudhary1870
    @gopalchaudhary1870 Рік тому +16

    Jai bhim jai sambidhan

  • @rajkumarchauhan5720
    @rajkumarchauhan5720 8 місяців тому +10

    जय श्री राम क्षत्रिय हिंदू संगठन एकता ग्रुप में आपका स्वागत है, ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शुद्ध हम सभी एक परमात्मा के बने हुए इंसान हम सभी हिंदू एक है हिंदू संगठन एकता जय जय भवानी मां❤❤

    • @rajkumarchauhan5720
      @rajkumarchauhan5720 8 місяців тому +3

      हम सभी सनातनी है हम सभी हिंदू है हम सभी भारत मां के लाल हैं सभी एक माला के फूल हैं जय जय भवानी हम सभी हम सभी हिंदू एक हैं

    • @user-rm9zv3fy8p
      @user-rm9zv3fy8p 6 місяців тому

      हम सबी एक परमात्मा के बने इन्सान हे. केवल भारत देश मे. विदेश मे क्यू नही. क्या परमात्मा नै विदेश नही बनाया. वर्ण व्यवस्था भारत मे ही क्यू . यह भाई चारा अब नही चलेगा हम सब हिंदू का

  • @vishramprasadbharatiy8336
    @vishramprasadbharatiy8336 11 днів тому

    अनुराधा प्रसाद जी आपको लगता है कि वर्ण व्यवस्था और जाति व्यवस्था कोई ब्राम्हण समाज ने नहीं बनाया है या फिर उनका विरोध करने की क्षमता रखती है तो साइंस जर्नी सर, जी से मिलकर कार्य करने चाहिए ताकि आपके माध्यम से देश के आधी आबादी में महिलाएं आती हैं जो ज्यादा से ज्यादा मात्रा में कुरूतियो एवम मान्यता से ग्रसित हैं

  • @ajay-ul8ib
    @ajay-ul8ib Рік тому +1

    इसलिए बाबा साहब अंबेडकर ने ओबीसी एससी एसटी को आरक्षण देकर बराबर लाने का प्रयास किया आज पार्लिमेंट के अंदर भी इससे दारी है सरकारी नौकरियों में हिस्सेदारी है

  • @baburam-qy3hf
    @baburam-qy3hf Рік тому +3

    आपके सभी प्रश्नों का उत्तर है सत्यार्थ प्रकाश। यदि हम अपने को यह मान लें कि हम हिन्दू नहीं आर्य हैं तो सारी समस्याएं समाप्त हो जायेंगीं।

    • @shbttrust7199
      @shbttrust7199 Рік тому

      @usertv5.
      धन्यवाद जी,
      आपका आर्य हा शब्द प्रयोग बहोत महत्वपूर्ण हैं.यही से तोड-फोड करके आदमीका माकड बनानेमें संकोच नहि किया .और अनुसंधान की जरुरत हैं.प्रेमपूर्वक हस्ताअंदोलन करके नमस्कार.!!!.

  • @jagdishraikwar3415
    @jagdishraikwar3415 Рік тому +17

    मुगलों और अंग्रेजों की दी गई ये व्यवस्था का छिन्नादिभेद जल्द होगा भारत अनादि था और रहेगा,सर्वजन को ईश्वरीय ज्ञातव्ता का अधिकार प्राकृतिक है जो सदैव रहेगा🌷

  • @ramsharan300
    @ramsharan300 6 місяців тому +1

    शूद्रों को पढ़ने का कोई अधिकार नहीं था अब भी मनुवादी लोग दुहले को घोड़ी पर नहीं चढ़ने देते पहले तो आप खुद ही सोच कर देख लें कया हालत होंगे

  • @rameshprasadsingh4542
    @rameshprasadsingh4542 3 дні тому +1

    शिक्षा हीं ऐसा अस्त्र है जिससे जंग जिता जा सकता है।

  • @vinodmuneshwar7850
    @vinodmuneshwar7850 Рік тому +18

    जाती और वर्ण भारतीय समाज को तोडणे का सबसे बडा हत्यार है. जिसने येह बनाये वाह उनके फायदे के लिये बनाये. येह स्वार्थी व्यवस्था है. और ब्राह्मण के फायदे के लिये बनाये.

    • @krmusic3523
      @krmusic3523 Рік тому +1

      जाति व्यवस्था कोई नहीं मिटा सकता वो किसी न किसी रूप में अवश्य रहेंगी।

    • @PD130470
      @PD130470 Рік тому

      @@krmusic3523 आर्य समाज में कोई भी नाम में आर्य लगाते हैं।

    • @Sampitarhimmatwala
      @Sampitarhimmatwala 8 місяців тому

      195 देश मे कोन गया जातीया बनाने के लिए ॲमेझोन के जंगलो मे न जाने कितने अलग अलग आदीवासी कबिले है सात हजार भाषा के उपर बोली जाती है दुनिया मे अलग पहचान अलग वर्न चपटे काले सब ब्राम्हन ने हि बनाया क्या

    • @Sampitarhimmatwala
      @Sampitarhimmatwala 8 місяців тому

      हम हींन्दु सनातनी है जय श्रीराम

  • @bhushan1955
    @bhushan1955 Рік тому +26

    1- मुह से ब्राह्मण पैदा होना अर्थात ज्ञान प्राप्त कर समाज को ज्ञान देने वाला 2- हाथों से जन्म लेना अर्थात हाथों से तलवार तीर चलाने में महारथ 3- पेट से जन्म लेना अर्थात उदर पूर्ति के संसाधन जुटाने मे महारथ 4- पैर से पैदा होना अर्थात ज्ञान प्राति का केन्द्र बनाना, तीर तलवार बनाना, कृषि यंत्रों को बनाना आदि कार्य करने में महारथ इनके आधार पर कर्म आधारित व्यवस्था थी

    • @SanjaySharma-jh4lt
      @SanjaySharma-jh4lt Рік тому

      Haat pair aaur mukh kaam karna band kar Diya toh muh mein reh jayega

    • @ashokvijay1144
      @ashokvijay1144 Рік тому

      Every time new explanation of varna vyavastha . It is still non sensical to have any group to not have 360 development . Just because I am a doctor and serve people does not mean I should not be able to gain knowledge

    • @weareindianfirstlast7141
      @weareindianfirstlast7141 8 місяців тому

      जातीव्यवस्था जन्म से लादने वाले कौन

  • @jayramgautam5430
    @jayramgautam5430 Рік тому +11

    Raght है इंसान को इंसान जानो जाति पेड़ व जानवरो में होती हैं इंसानों में नहीं होती है जय भारत जय संविधान नमो बुद्धाय

  • @WilsonNBodat
    @WilsonNBodat 7 місяців тому +1

    ब्रह्मांड की रचना हुई इनके बाद ही सभी प्रजातियों का अस्तित्व हुआ तो
    उसी समय जाति बाती नही होगा ये तो आम इन्सान को बनाया हुआ व्यवस्था है। अब तो इंसानियत, करुणा,दया, अनुकंपा, और सबका साथ सबका विकास होना चाहिए।

  • @drrnsharma2378
    @drrnsharma2378 Рік тому +3

    जाति प्रमाण पत्र संविधान देता। ब्राह्मण नहीं

  • @rajendrachoudhary1303
    @rajendrachoudhary1303 Рік тому +15

    कोई बड़ा नही हो सकता कियू कि पूरे वर्ल्ड मे ब्लड 8 गुरब मै है और अभी के सारे जाति मे सारे गुरब ब्लड है, विज्ञान से सोचिये

  • @sadananddhusia7896
    @sadananddhusia7896 6 днів тому

    ये तो स्वयं ब्राहमणों ने ही किया था इनके वेद, पुराण एवम् स्मृतियों में भी भरा पडा है ।

  • @champalalkatara2005
    @champalalkatara2005 6 місяців тому +2

    मानव समाज 100 % सत्य। आर्थिक विषमता दूर करे समाज (सामाजिक विवाद समाप्त हो जाएगा)

  • @Yadavsarkaroffical
    @Yadavsarkaroffical Рік тому +10

    दक्ष प्रजापति ब्रह्मा के चरण के दाने अंगूठे से पैदा हुए पैर के अंगूठे से ब्रह्मा के पैर के अंगूठे से ब्रह्मा के दक्ष प्रजापति का जन्म हुआ वह क्षत्रिय कैसे हो गए कोई जवाब दे पाएगा इस बात का

    • @Yadavsarkaroffical
      @Yadavsarkaroffical Рік тому

      @vedha singh जन्म से ही होता है क्षत्रिय यादव जन्म से छत्रिय है कर्म से छत्रिय है जन्म से ही क्षत्रिय होता है कर्म से कोई क्षत्रिय नहीं होता सही बात तो यह है

    • @Yadavsarkaroffical
      @Yadavsarkaroffical Рік тому

      @vedha singh पूरी गलत बात आपकी हमने ग्रंथ देखे हमने पुराण पढ़ें हम एक-एक शब्द जानते हैं यादवों ने सब ने राज्य किया हर राजधानी पर राजा था यादव केवल 2 गांव के यादव वृंदावन गोकुल के 2 गांव के यादवों के कारण पूरे यदुवंश को बदनाम किया जाता है

    • @Yadavsarkaroffical
      @Yadavsarkaroffical Рік тому

      @vedha singh यादव राजधानी विदर्भ महिष्मति अवंतिकापुरी चंदेरी मथुरा बटेश्वर काशी द्वारका उज्जैन नासिक वृंदावन गोकुल इतनी जगह राजा यदु की संतान रहती थी

    • @Yadavsarkaroffical
      @Yadavsarkaroffical Рік тому

      @vedha singh राक्षस तो राजा रहे सभी युद्ध किए लड़ाई लड़ी राक्षसों ने उन्हें छतरी क्यों नहीं लिखा गया अगर कर्म से छतरी किसी को बनाना चाहते हो तो किसी राक्षस तो राजा रहे युद्ध किए बाण अस्त्र-शस्त्र रहे उन्हें छतरी क्यों नहीं लिखा गया

    • @Yadavsarkaroffical
      @Yadavsarkaroffical Рік тому

      @vedha singh मुसलमान भी राजा रहे युद्ध किए उन्हें छतरी क्यों नहीं लिखा गया भाई कर्म से कोई छत्रिय नहीं होता जन्म से होता है मजदूरी कर रहा हो जिसका जन्म क्षत्रिय घर में हुआ वह छत्रिय है

  • @charansinghbhuttay3775
    @charansinghbhuttay3775 Рік тому +25

    It is very important to understand Dr. B.R. Ambedkar 20 vows witch are declared on 14 April,1956 and strictly follow them to eliminate Manowad/Brahmanwad.

    • @s.d.r.kharaal825
      @s.d.r.kharaal825 Рік тому

      You are totally wrong. Education and employment will eliminate the stuck sentiment in mind, cause, the upgradation of economic standard, recognition amongst others too.

    • @jayprakashkumar-mb3pm
      @jayprakashkumar-mb3pm 8 місяців тому

      ​@@s.d.r.kharaal825😊mn

  • @RavansanhitaJyotishkaryalay
    @RavansanhitaJyotishkaryalay 8 днів тому

    I am brahmin but this is 100% true event

  • @HaridevSharma-rc1jv
    @HaridevSharma-rc1jv 4 місяці тому +1

    जाति पाति एक गहरी खाई मानव बने तो उभरें भाई।। सत्य कथा जो समझ ना पाये हंस नहीं वे काग कहाये।। लौमश ऋषि के वचन ना मानें काकभुशुण्डि भये जग जाने।। राम चरित्र मानस।। जय हों काकभुशुण्डि जी महाराज। धन्यवाद।।

  • @ajitseth2356
    @ajitseth2356 Рік тому +26

    जात पात की करो विदाई ।
    हिन्दु हिन्दु भाई भाई ।

  • @parmaraadiwasi4819
    @parmaraadiwasi4819 Рік тому +55

    आदिवासी दलित यह के भगवान है

    • @arpitmishra7983
      @arpitmishra7983 Рік тому

      Bagwan ji kaise hai 😂🥰

    • @royalhunters1114
      @royalhunters1114 Рік тому +1

      The first tribal community on this earth was the tribal community and different groups emerged from the tribals and caste religion was formed over time, that is, the ancestors of all are tribals.

  • @saputlalmehra1084
    @saputlalmehra1084 7 місяців тому

    प्रस्तुति में सत्य का अभाव है।सबूतों के साथ प्रस्तुत करें।

  • @jyotidas2734
    @jyotidas2734 4 місяці тому +1

    Calcutta= sr.citizen= Clear answer= Sloka no.13 / chapter 4 = GEETA = Srikrsna explains to Arjuna that HE implemented 4 division in Society accordig to the profession / business - adopted by that group of people but not birth issue ! In Mahabharata society,Brahmins could become Astra-guru by own effort. In some book, Mongolians , some 1000 yrs back, settled in Rajasthan state ! Generals of Alexander, settled in different parts of India -extending upto Afghanistan.

  • @dilipnaik3790
    @dilipnaik3790 Рік тому +14

    ब्रान्मा के मुहसे मतलब ब्रह्मा के अल्टीसे ब्राह्मण पैदा हुआ ब्रह्मा के बाजू से क्षत्रिय ए बात अलग है 21 बार परशुराम ने क्षत्रिय यो धरती से खत्म किया लेकिन आज भी क्षेत्रीय जिंदा है?😀😀😀। जो क्षत्रिय है उनके पिता कोन है ओर दुबारा कैसे पैदा हुए उसका पूरा लेखा जुका महाभारत। शिव पर्व में है गीता प्रेस से दोनो किताबे पड़े

    • @prabhakarpatil3941
      @prabhakarpatil3941 Рік тому +1

      क्षेत्रीय के बायोलॉजिकल फादर ब्राह्मण हैं कैसे छतराणिया जब विधवा हुई थी तब परशुराम के पास गई और परशुराम ने बंचे कैसे होंगे ये प्राबलेम दुर कि थी जैसे पहले ब्राम्हण लोग मंदिरो में देव दासियां रखते थे वैसे ऐसा इतिहास बताता है जय शिवराय जय जिजाऊ

    • @RaniRani-ri8nl
      @RaniRani-ri8nl Рік тому

      @@prabhakarpatil3941 bhai🔥🔥🔥👌

    • @ramanandshukla1732
      @ramanandshukla1732 Рік тому

      अधजल गगरी छलकत जाय,हैहय वंश के क्षत्रियों का नाश किया था किन्तु कुछ उसमें भी बच गए थे

    • @meenu999
      @meenu999 Рік тому

      Jaise yadav krishna ke marne ke baad paida ho gaye

    • @priyammaurya6404
      @priyammaurya6404 8 місяців тому

      ​@@prabhakarpatil3941😂😂 maratha bhi to kstriye hii hain😂😂😂

  • @prafullarawat6496
    @prafullarawat6496 Рік тому +4

    स्वर्ण आयोग तथा राष्ट्रीय हिंदू सनातन वैदिक आयोग बनाने के बारे में भी वीडियो बनाइए। अन्य आयोगो की तरह स्वर्ण आयोग और सनातन हिंदू वेदिक आयोग भी बनना चाहिए। ताकि इन समुदाय से जुड़े लोगों को फायदा मिले कृपया इस पोस्ट को अधिक से अधिक लोगों के बीच शेयर कीजिए।

  • @kansinghchouhankansinghcho7424

    पचास साल पहले मेरे बाप को खण्डा क्यों मारा को याद कर अपने दुख को बढाय ही जा सकता है अब इस बात को भुलना चाहिए।

    • @bdgautambhagvandas7843
      @bdgautambhagvandas7843 Рік тому

      Pahle.aap.to.bhoolo

    • @meenu999
      @meenu999 Рік тому +1

      Danda maarne ka koi saboot bhi nahi hai par musalman ke atyacharon ka saboot hote huey bhi unko ye dalit kuchh nahi kahte!

    • @jalauntimes7823
      @jalauntimes7823 4 місяці тому

      बात तो सही है. पर सरकार को आज भी यह एडवांइजरी क्यों जारी करनी पडती है कि अनुसूचित जाति के अभ्यर्थी अपनी जाति की पहचान इंटरव्यू में छुपा कर पहुंचे. क्या आज भी खंडे से सिर फोडने वालों पर किसी का कोई जोर नहीं है.

  • @ramsametsaket9865
    @ramsametsaket9865 Рік тому +11

    महोदय जी---आप ने जिस तथ्य पूर्ण बातो से अपने सुझाव/विचार वीडियो मे समझाया, आज के समय मे कुछ कहा नही जा सकता, मूलतः तीन वर्ण (ब्राहमण, क्षत्रिय ,और वैश्य)उक्त तीनों वर्ण वर्तमान मे जातियो के नाम से जाने जाते है।इनके कागज प्रमाण है, धार्मिक ग्रंथ है ।पुराण तथा महापुराण है।जिनमे तीनों वर्णो का उल्लेख किया गया है तो अब आगे चौथा
    वर्ण शूद्र का कोई सत्यापित प्रमाण नही है।मैंने भारतीय समाज के किसी भी जाति के अंकसूची ,जमीन राजस्व रिकार्ड, भूमिसवामी
    कागज मे नाम के सरनेम मे शूद्र शब्द लिखा नही पढा ।(जैसे राजू शूद्र ) जब किसी के नाम मे सरनेम शूद्र लिखा नही मिल रहा है तो चौथा वर्ण शूद्र भारत देश के किस कोने मे है। और जब प्रमाण नही मिल रहा है तो मै मानता हू कि जाति सूचक शब्द का प्रयोग उन लोगों के दवारा किया गया जो ईरशालु है निकम्मे हैं, कयोकि मनुष्य जाति मे उपरोक्त गुण जन्मजात पाये जाते है,चाहे वह किसी भी जाति का क्यो न हो ।हमारे देश भारत का दुर्भाग्य है कि हभ भारतीय आज भी जातिय जीजिविषा के शिकार है।लोग इतना नफरत करते है।कि काश इन भगवानो की भारत भूमि में चौथे वर्ण का जन्म ही नही होता ।
    मै जब सब प्रकार से शक्तिशाली संपन्न भारत की बात सुनता हूँ ।और विपन्नता चारो तरफ़ दिखाई देती हैं ।तो लगता है भारत भूमि की शिक्षा मे जो कुछ भी पढ़ाया जाता है ।इतिहास के सभी प्रमाण झूठे हैं ।परन्तु फिर भी हम अपने अतीत के गौरवशाली इतिहास को जानकार गर्व करते है ।(सिवाय छुआ-छूत जाति के नाम पर) 🙏🙏🙏🙏🙏

    • @meenu999
      @meenu999 Рік тому

      Shudra bhi kayi jaatiyon mein hain aur apne jaati ke naam lagate hain, shudra nahi! Jaise Ram Chauhan, not Ram Kshatriya, Krishna Aggrawal, not Krishna Vaishya!! Shiv Nadar, not Shiv Dalit. Iska matlab koi apne varna ka surname nahi lagate! Bhartiya sabhyata mein kuchh yogdaan toh savarno ka bhi hai😏. Aarakshan jo jaatiyon ke naam par lete hain kintu jaativaad chhodne ki baat karte hain😆

    • @nitinbhai9516
      @nitinbhai9516 Рік тому

      @@meenu999 Ye vo log hai jo sirf hindu ko target karte hai, or kisi ko nhi ek baar "burakumin" Search karo UA-cam par buddhism me to jaise unch neech nhi hoti, burakumin buddhism ke untouchable hai😒 ye baat bheemte nhi batate nhi to kon apnayega buddhism😒 Sanatan Samiksha channal dekho buddhism ek no. Ka pakhandi religion hai😒

    • @nitinbhai9516
      @nitinbhai9516 Рік тому

      Ye vo log hai jo sirf hindu ko target karte hai, or kisi ko nhi ek baar "burakumin" Search karo UA-cam par buddhism me to jaise unch neech nhi hoti, burakumin buddhism ke untouchable hai😒 ye baat bheemte nhi batate nhi to kon apnayega buddhism😒 Sanatan Samiksha channal dekho buddhism ek no. Ka pakhandi religion hai😒

    • @vansgopal8661
      @vansgopal8661 Рік тому

      9

  • @faisalmirzamirza4467
    @faisalmirzamirza4467 Рік тому +7

    इतने उदहारण दिये लैकिन बिलखीस बानो उदहारण भुल गयी. जंहा आरोपियों का समर्थन तो छोड़ उनहे रिहा कर उनका सतकार किया गया

    • @aniruddhyagoswami1975
      @aniruddhyagoswami1975 Рік тому +2

      Are prophet Mohammed salalahu walaeh wasalm ka bhi jikar karna bhul gayi

  • @vasudevkutumbkmbhajan8647
    @vasudevkutumbkmbhajan8647 Рік тому +3

    ईसि जाती धर्म के वजह से मुस्लिमो की ख्रिस्ती की जनसंख्या बढी है❓ क्योंकि आदमी को जीधर अपनापन मान सम्मान मिलता है आदमी ऊसी ओर चल देता है ईस हिन्दू समाज ने छोटे समाज के साथ बहुत बहुत बर्बतासे व्यवहार कीया है ईसलिए हिन्दू समाज टुटके बिखर गया है ये गलती पढ़े लिखे धर्म के ठेकेदारो की है. धन्यवाद🙏💕 जय अवधूत जयहिंद जयहिंद की सेना💂💂💂💂💂💂💂💂💂

    • @meenu999
      @meenu999 Рік тому

      Musalman samman dekar love jihad kar beti ko suitcase mein bhejte waaah, kya samman!

  • @ksr4702
    @ksr4702 Рік тому +1

    आपकी आर्थिक स्थिति ही बताती है कि आपकी जाती क्या है ।
    अगर कोई गरीब हो तो उसे कोई नहीं पूछता चाहे वह उसकी ही जाती का क्यों न हो ।
    इसलिए अमीर बनिए जाती अपने आप ही खत्म हो जाएगी ।

  • @pawanmuntzir5496
    @pawanmuntzir5496 4 місяці тому +1

    हर दुखांत के रिस्पोंसिबल केवल हम भारतीय ही हैं 🙏✒💖

  • @omprakashraikwar4724
    @omprakashraikwar4724 Рік тому +4

    अब वैज्ञानिक आधार पर सारी व्यवस्था को कोई महत्व नही मिल रहा है तो नया प्रोपगन्डा चला रहे है

  • @dhirajmakwana3214
    @dhirajmakwana3214 Рік тому +5

    जै भारत जै संविधान जै भीम जै विज्ञान जै Dr Babasaheb Bhimrao Ambedkar का लिखा हुवा रचा हुवा भारतका जै संविधान 🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🏹🏹🏹🏹🏹🌹🌹🌹🌹🌹💐💐💐💐💐

  • @kksule7356
    @kksule7356 3 місяці тому +1

    १)एक परिवा में एक ही आरक्षण हो।
    २)जिन के मॉं बाप आज भी पूर्वजों का व्यवसाय कर रहें हैं उन्हें प्राथमिकता दी जाये।
    ३)नौकरी में आने पर आरक्षण समाप्त हो।
    ४) आरक्षण हमेशा के लिए लागू रहे।
    ५)सभी उल्लंघन के वाद human rights में सुलझाये जाय।

    • @kksule7356
      @kksule7356 3 місяці тому

      परिवार

  • @Shakya_ji_vlogs_370
    @Shakya_ji_vlogs_370 4 місяці тому +1

    भारत जाति हो और किसी देश विदेश में नही भीमराव अम्बेडकर जैसा आदमी नहीं होता तो आज गुलाम होता

  • @govindram5054
    @govindram5054 Рік тому +88

    वैदिक काल जैसा कोई काल कभी नहीं था।वेद सोलहवीं या सत्रहवीं सदी में लिखे गए हैं।रामायण,महाभारत काल जैसा कोई काल कभी नहीं था।त्रेता द्वापर की कहानियां गप्प हैं कोई प्रूफ नहीं है।

    • @jagdishsinghdhurwey8268
      @jagdishsinghdhurwey8268 Рік тому +1

      Kya app ghut bol rhi ho? Scientific research hai jo etihash pata nhi

    • @gettoknow134
      @gettoknow134 Рік тому

      ​@@jagdishsinghdhurwey8268 778 ko

    • @man883
      @man883 Рік тому

      Source: मत यकीन करना 😝

    • @preyash747
      @preyash747 Рік тому +2

      ठीक है काका जी दिमाग नही मूत्रपिंड है पता है हमे

    • @ashutiwari6610
      @ashutiwari6610 Рік тому +1

      Akl se andha hai tu

  • @skadam6467
    @skadam6467 Рік тому +5

    पुरातत्वीय तथ्य या प्रमानो के बिना ये सब बकवास है.

  • @MukeshKumar-wk9lt
    @MukeshKumar-wk9lt 7 місяців тому +2

    Very nice thank you

  • @maheshchaudhary6585
    @maheshchaudhary6585 8 місяців тому +2

    सुपर नॉलेज के साथ भारतीय इतिहास के बारे में जानकारी दी उसके लिए बहुत धन्यवाद

  • @jaiprakashyadav999
    @jaiprakashyadav999 Рік тому +29

    किसी भी व्यक्ति का आचरण ही उसे शूद्र बनाता है,
    स्वामी प्रसाद मौर्य इसका प्रमुख उदाहरण है...✍

    • @lalsingh1658
      @lalsingh1658 Рік тому +4

      स्वामी प्रसाद मौर्य ने क्या गलत किया उन्होंने तो गलत लिखी हुई चीजों का विरोध किया है

    • @anshumanvandemataram7702
      @anshumanvandemataram7702 Рік тому

      ua-cam.com/video/wkwdcEYbmas/v-deo.html

    • @biranchiyadav4584
      @biranchiyadav4584 8 місяців тому +1

      क्या ब्राह्मण धर्म का विरोध करना ही शुद्र कहलाते है ।क्या यादव जाति आदि काल से शुद्र हैं ।

    • @biranchiyadav4584
      @biranchiyadav4584 8 місяців тому +1

      भाई साहेब ,क्या यादव जाति शुद्र है ? क्या वर्ण और वर्ग में कोई अंतर नही है ।

    • @user-oq3rq5pp3q
      @user-oq3rq5pp3q 7 місяців тому

      Not

  • @rishiraaj.580
    @rishiraaj.580 Рік тому +9

    Excellent Program 👍

  • @prabhatmanhai1556
    @prabhatmanhai1556 11 днів тому

    हमारे।हिंदू।समाज।से।अच्छा।दूसरे।समाज।की।व्यवस्था।है।इसी।लिए।हमारा।समाज।दूसरे।धर्मकी। तरफ़।आकर्षित।होते।है।

  • @adityafoujdar6600
    @adityafoujdar6600 Рік тому +1

    ये,,कैसा,,खेल,,है,,अप्रमाणित ,,बातों,,,से,
    झुठ,,,को,,प्रमाणित,,,किया जा रहा है,,,
    ये ही तो,,पाखंडवाद है ,

  • @pavansarode7558
    @pavansarode7558 Рік тому +6

    Jay savidhan

  • @Inclusivesigntalk
    @Inclusivesigntalk Рік тому +4

    कर्म क्षेत्र से सब आए।

  • @ghanshyamdeenbandhugauravg928
    @ghanshyamdeenbandhugauravg928 3 місяці тому +1

    जाति और वर्ण व्यवस्था मानव निर्मित है जो सबसे बड़ा सामाजिक विषमता को बढ़ावा दिया।

  • @prashantpandey6880
    @prashantpandey6880 Рік тому +5

    Bahut अच्छा लगा आपका संग्रह

  • @knowledge-for-all91
    @knowledge-for-all91 Рік тому +5

    पूरा वेद, पुराण और भगवान की स्थापना ही मुगल काल मे हुई है 800 साल पहले और कोई सबूत भी नही होने का सारी कहानी बौद्घो के जातक कहानी से चुराकर लिखी गई और मूर्ति भी बौद्घो की चुराई गई है और तोडफोकर अपने भगवान बताने लगे स्तूप को शिवलिंग बताने लगे हडप्पा सभ्यता मे मिले लिपि ब्राहमण पढ नही सके शंख लिपि को ब्राहमण और उनके भगवान भी पढ नही सके 36 करोड भगवान थे पर कुछ हजार मुगलो और अंग्रेज से बचा नही सके रामायण, महाभारत मे कल्पना कहानी कुट कुट कर भरी पडी है जो होही नही सकता ।
    जात-पात और धर्म जैसी कोई चीज नही होती है यस सब ब्राह्मण का चाल और झूठ था धर्म का धंधा कर धन दौलत कमाने का बैठे बैठे ।

    • @ShivamRaikwar-sq3nb
      @ShivamRaikwar-sq3nb 8 місяців тому

      भाई भगवान बौद्ध ने ईश्वर की सत्ता को नकारा है जब हिंदू धर्म था ही नहीं तो फिर भगवान बौद्ध ने किसके ईश्वर की सत्ता को नकारा है 😂😂 गौतम बौद्ध का एक नाम सिद्धार्थ था जो संस्कृत वर्ण से बना है अगर पाली में होता तो सिद्धात्य होता अगर हिंदू ग्रंथ 800 साल पहले लिखा गया तो फिर उस समय संस्कृत कहा से आ गई 😂😂

    • @haridevsingh3264
      @haridevsingh3264 13 днів тому

      ​@@ShivamRaikwar-sq3nbकोई सबूत हो तो उस पर बात करो,बुद्ध के सबूत तो धरती फाड़ के निकल रहे हैं वो भी पाली प्राकृत भाषा में,संस्कृत का कोई शिलालेख आज तक कहीं मिला नहीं!

    • @ShivamRaikwar-sq3nb
      @ShivamRaikwar-sq3nb 13 днів тому

      @@haridevsingh3264 भगवान बौद्ध खुद इक्ष्वाकु वंश श्रीराम के वंशज है रही बात सबूत की बोगई खेल देख ले भगवान बौद्ध श्रीमान के 33 वीं पीडी़ के वंशज हैं

  • @deepram2620
    @deepram2620 10 днів тому

    जाति सिर्फ ब्राह्मणों ने बनाई। कड़वा लेकिन सत्य।

  • @vibhakarchaturvedi6591
    @vibhakarchaturvedi6591 Рік тому

    बाबा साहब को किसने पढ़ाया। और आगे बढ़ाया। कौन , किसका योगदान था?

  • @basudevtharu5764
    @basudevtharu5764 Рік тому +4

    अंग्रेजों को जातबाद बढानेका पी. आर. मण्डल सरका दावा सत्य नही है ।