सर आप दोनों विद्वानों ने जाति एवं जाति व्यवस्था पर जो वह तथ्यात्मक एवं हकीकत है इस जाति व्यवस्था की जड़े स्पष्ट रूप से हिंदू धार्मिक ग्रंथो एवं स्मृति में है है जिसे विशेष कर उच्च जातियां अपने जीवन शैली का एक अनिवार्य हिस्सा मानती है जैसा कि आपने कहा की जाति के रस से ऊंची जातियों को हमेशा राजनीतिक सामाजिक एवं आर्थिक लाभ मिला है संविधान के माध्यम से दलित एवं पिछड़े वर्गों को जो थोड़ा बहुत लाभ मिला है एवं मध्यम वर्ग तैयार हुआ है ऊंची जातियों को यह हजम नहीं हो रहा है संविधान के लागू होने के बावजूद आरएसएस आज तक संविधान को नष्ट करने पर तुली हुई है इन्हें डॉक्टर अंबेडकर एवं मान्यवर काशीराम की भाषा से समझाया जाएगा तभी समझ में आएगा
धर्म,कला, साहित्य, संगीत, संस्कृति,खेल, मनोरचना,गाली, मुहावरा आदि सबकी बनाबट जाति आधारित है, सिर्फ शासन -प्रशासन,अर्थ-श्रम, न्याय -दंड, शिक्षा आदि में ही नहीं।
Prnaam apurvaanad sar aapne gaadhi ji ke sache vaarish hone kaa farj adaa kiyaa sar aapko meraa slaam aapko bhaart ki ektaa bnaane me yogdaan ke liye danyvaad karnae kaa yhi maadyam milaa sar aakaar patel sar or mhuvaa moitraa ji ko slaam
जातिवाद....सामाजिक सच्चाई मनुवादियों ने और राजनैतिक सच्चाई संविधान ने बनाया..मनुवादी हो या संविधानवादी दोनों एक ही सिक्के चट्टे बट्टे हैं...एक ने सामाजिक तौङ पर हिंदूओं को बांटा और दूसरे ने राजनैतिक तौङ पर हिंदूओं का विभाजन किया..??
जाति कड़वी सच्चाई है लेकिन प्रश्न है कि इसे मिटाने के लिए किया क्या गया है । हर बन्दे ने इस लकीर को ओर गहरा ही किया है । पाटने का प्रयास तो शायद ही किसी ने किया होगा ।
better to not talk about it not see it listen it. better to remove the proofs, identification, public say speech, memories, stories, ideas etc by castiest ppl who want to talk about it. make hindu rashtra.
Jo log yah debate kar rahe hai aapas me un dono ko bhi apni jaati batani chahie kya vah log manuvadi,brahmanvadi Hai Jo manuvadi aur brahmanvadi vichardhara Ko ek alag dhang se samaj me jodne ka kam kar rahe hai or brahmanon ka DNA R1N1 99.99% Bharat ke OBC SC ST minority ka nahi hai DNA se pata chala bramhaon ka DNA videshi hai Eurasian logo se milata hai bramhaon Bharat me apani pahchan chhupa kar rah raha hai or Bharat ka patan karane ka shadyantra kar raha hai
सर आप दोनों विद्वानों ने जाति एवं जाति व्यवस्था पर जो वह तथ्यात्मक एवं हकीकत है इस जाति व्यवस्था की जड़े स्पष्ट रूप से हिंदू धार्मिक ग्रंथो एवं स्मृति में है है जिसे विशेष कर उच्च जातियां अपने जीवन शैली का एक अनिवार्य हिस्सा मानती है जैसा कि आपने कहा की जाति के रस से ऊंची जातियों को हमेशा राजनीतिक सामाजिक एवं आर्थिक लाभ मिला है संविधान के माध्यम से दलित एवं पिछड़े वर्गों को जो थोड़ा बहुत लाभ मिला है एवं मध्यम वर्ग तैयार हुआ है ऊंची जातियों को यह हजम नहीं हो रहा है संविधान के लागू होने के बावजूद आरएसएस आज तक संविधान को नष्ट करने पर तुली हुई है इन्हें डॉक्टर अंबेडकर एवं मान्यवर काशीराम की भाषा से समझाया जाएगा तभी समझ में आएगा
दोनों विद्वानों ने अकादमिक दायरे के बाहर पब्लिक इंटलेक्चुअल की सरलता से इतने जटिल विषय का विश्लेषण किया है।आभार
इसी तरह गंभीर विषयों पर परिचर्चा करते रहें प्रोफेसर साहब।
प्रोफेसर अपूर्वानंद साहब एक बहुत विद्वान व्यक्ति हैं। साथ ही साथ इनके वक्तव्य बहुत संतुलित रहते हैं।
💯💯
We heard very highly intellectual discussion ❤️💐
धर्म,कला, साहित्य, संगीत, संस्कृति,खेल, मनोरचना,गाली, मुहावरा आदि सबकी बनाबट जाति आधारित है, सिर्फ शासन -प्रशासन,अर्थ-श्रम, न्याय -दंड, शिक्षा आदि में ही नहीं।
Prnaam apurvaanad sar aapne gaadhi ji ke sache vaarish hone kaa farj adaa kiyaa sar aapko meraa slaam aapko bhaart ki ektaa bnaane me yogdaan ke liye danyvaad karnae kaa yhi maadyam milaa sar aakaar patel sar or mhuvaa moitraa ji ko slaam
❤❤❤❤ बहुत ही शानदार चर्चा
शानदार
🌹🙏🇮🇳
जातिवाद....सामाजिक सच्चाई मनुवादियों ने और राजनैतिक सच्चाई संविधान ने बनाया..मनुवादी हो या संविधानवादी दोनों एक ही सिक्के चट्टे बट्टे हैं...एक ने सामाजिक तौङ पर हिंदूओं को बांटा और दूसरे ने राजनैतिक तौङ पर हिंदूओं का विभाजन किया..??
Thanku sir
Good discussion!
Informative!
Enlightening discussion. Thank you.
👍❤️👍
चर्चा अत्यधिक विस्तारपूर्ण है। विमर्श के प्रमुख मुद्दे की विवेचना की जानी चाहिए। संक्षिप्त रूप में बिन्दुवार चर्चा की आवश्यकता है।
Why your speaker are only confined to a particular social groups???
दो जानकार व्यक्तियों के बीच सार्थक चर्चा.
जाति कड़वी सच्चाई है लेकिन प्रश्न है कि इसे मिटाने के लिए किया क्या गया है । हर बन्दे ने इस लकीर को ओर गहरा ही किया है । पाटने का प्रयास तो शायद ही किसी ने किया होगा ।
better to not talk about it not see it listen it. better to remove the proofs, identification, public say speech, memories, stories, ideas etc by castiest ppl who want to talk about it. make hindu rashtra.
Aupar caest vykti hamesa apne jati khud se batate hai or unka motib samne bale ki jati pta lagana hota hai
Then religion is not a political reality ?
Justice is not done with the topic
Bahiskrit hone ka ehsaas hai shayad.
Professors have no solution to this ugly caste system
Jo log yah debate kar rahe hai aapas me un dono ko bhi apni jaati batani chahie kya vah log manuvadi,brahmanvadi Hai Jo manuvadi aur brahmanvadi vichardhara Ko ek alag dhang se samaj me jodne ka kam kar rahe hai or brahmanon ka DNA R1N1 99.99% Bharat ke OBC SC ST minority ka nahi hai DNA se pata chala bramhaon ka DNA videshi hai Eurasian logo se milata hai bramhaon Bharat me apani pahchan chhupa kar rah raha hai or Bharat ka patan karane ka shadyantra kar raha hai
आधुनिकता भौंडी पाखंडपूर्ण व्यवस्था लेकर आई इसलिए शायद जाति अपनी जगह और क्रूर रूप में स्थापित हुई।
दोनों वामपंथन का बकवास।
45 se 60 minute kariye na samay apurwanand ji.
Boring. Misleading. Guest should be from sufferer of castism
जिसे जाती समझनni हो हमसे संपर्क kare
Time मिला टी samjha सकते hhh
Thanku sir