Our thought- process changed on account of The British Rule, but now our present Rulers want to take us back, for their own political interests. Biswamitra was khastrya but he became brahmarshi. This proves that caste system was introduced for the benefit of upper class of people.
*Conclusions:* Authority/Responsibility in Manusmriti/Cast System from Top cast to Lower cast: Brahmim- 90/10 Kshatriya- 50/50 Vaishnav- 30/70 Shudhra- 10/90 then in the last Women- 0/100 *Comments are expected*
Today's OBC means previous Shudras and today's SC ST NT dalits etc means previous Untouchables or Achhoot, out of the Varna system, countless, value less
@Vidrohi358 ye Shendi gang ko meaning se jyada spelling and grammar pasand aata hai Sanatan word is an adjective or visheshan only, not the name or noun, originally from Buddhist culture and literature only Please take a note
सर, हमे हिंदुधर्म यह शब्द नही इस्तेमाल करणां चाहीये. कयू की हिंदु यह धर्म नही.यह भौगोलिक पहचान मात्र है यह भौगोलिक स्थान दर्शक शब्द मात्र है. वस्तुता सिंधू नदी घाटी के प्रदेश मे रहणेंवाले सभी लोगोंके लिए, विदेशी आक्रमकोंने हिंदुस्थान कहणा प्रारंभ किया. और हमारे जिवन मार्ग को मजहब को संप्रदाय को धर्म को हिंदुधर्म मतलब हिंदुओंका धर्म कहा गया. वस्तुता हम सब हिंदुस्थानी है. सत्य यह है की,ब्राम्हण्यवादी लोगही हिंदुस्थानी नही. . वो तो विदेशी बताये जाते है. स्वयं लोकमान्य टिळक ने यह कहां है. बहूत सारे विद्वान भी यही मानते है. दुनियामे सबसे खतरनाक ब्राम्हण्यवाद है. सावधान रहे .संघटित रहे. उनके झकोसलोंमे मत आयीये.
पुनियानी जी आप किस बेस पर कह रहे हैं कि हिंदू धर्म बौद्ध के पहले था जहां तक मैंने अध्यन किया है बौद्ध धर्म सबसे पुराना है उसी की मुर्तियां आज हिंदू मंदिरों में दिखती है और पाली पाकित कोई ब्रह्मण पढ़ना ही नहीं जानता था जो असोक सम्राट के शिलालेखों में मिलती है।
Aap ki bat sahi hai .vaidik kal uttravaidik kal ka matlab brahaman dharm Buddh ne uttar vaidik kalin samajik buraeeyo ke unmoolnal ke lie hi sangharsh kie.samaj me Bali knya htya asamnat chuachoot .....aadi se grasit tha
मनुस्मृति में जातिगत पापकृत्य का धड़ल्ले से उल्लेख किया गया है। यदि इस मानवता विरोधी पुस्तक को जलाया जाता है तो कोई खराब बात नहीं है।इसको ग्रन्थ नहीं कहा जाना चाहिए बल्कि पुस्तक कहा जाना चाहिए।
Excelent conversation between great Professors Prof Mukesh kumar Nd Prof Rampunyani.The present incident in Rajya sabha on H M Amit Sahas derogatory stetement on Dr Ambedkar has brought into lime light Constitution of India and Manusmriti. Dr Punyanis Lecture on Baba Sahebs Indian Constitution.We all songsr understand Sambidhan as a protective umbrella (equality of status and opportunity to all ) to majority bahujans (then sudras during Manus time) against the wrath of dictats of Manu for living a sudra life (, ostracised bereft devoid of badic human rights).why not the Bahujans worship Baba Saheb Ambedkar who has delivered them out of hel through Sambidhan...Sambidhan on one hand not only delibvered Bahujans bot also womens by curtailing the devilish wrath only of Manusmriti while restoring the basic human rights of non Bahujans also.
सर जी में यहां भी बातें कह रहा हूं , यह किसी गलत भावना के कारण कह रहा हूं । र्धम के संबंध में जौ बातें पुनिया जी और SJ बाले जो कहते हैं उन में कुछ बिसंगतियां हैं इनका समाधान होना ही चाहिए ताकि हम जैसे लौगों को सही बातें पता चल सके । अतः मेरा आप से आग्रह है कि इन दोनों बौद्धानों का एक समेल्लन होना आवश्यक है जिससे महत्वपूर्ण जेसे लोगों का अज्ञानता खत्म हो ।और इस तरह का सम्मेलन आप ही करा सकते हैं ।
We are Gurjars and Gurjars were belonged to the kashtrya warran We accepted Islam 900 year ago on the hand of Sufyaa Ikram like Khawaja moeen o Deen ajmaire Alhamdollilah and we are proud to be Muslim... There is no caste system in Islam
@anandprasadsharma5067 shut up You are dalit and shudra . Your forefathers were dalit and shudra ....your ancestors are illiterate ... Gurjars were kashtrya and Gurjars meaning in sansakrit ( Gurjar = destroyer of enemy ) I have the whole history of my family tree ... My forefathers accepted Islam with their own willingness on the hand of sufi saint ajmaire Shareef khawaja moeen Deen Chishti.... Allah jaat , Gurjar , rajpoot, arain , and aheer even many Brahman accepted Islam... These all are warriors... We are proud to be Muslim
@@anandprasadsharma5067 @anandprasadsharma5067 shut up You are dalit and shudra . Your forefathers were dalit and shudra ....your ancestors are illiterate ... Gurjars were kashtrya and Gurjars meaning in sansakrit ( Gurjar = destroyer of enemy ) I have the whole history of my family tree ... My forefathers accepted Islam with their own willingness on the hand of sufi saint ajmaire Shareef khawaja moeen Deen... even jaat, rajpoot , arain Gurjars and brahman accepted Islam we are proud to be Muslim
You are dalit and shudra . Your forefathers were dalit and shudra ....your ancestors are illiterate ... Gurjars were kashtrya and Gurjars meaning in sansakrit ( Gurjar = destroyer of enemy ) I have the whole history of my family tree ... My forefathers accepted Islam with their own willingness on the hand of sufi saint ajmaire Shareef khawaja moeen Deen... even jaat, rajpoot , arain Gurjars and brahman accepted Islam we are proud to be Muslim @@anandprasadsharma5067
You are dalit and shudra . Your forefathers were dalit and shudra ....your ancestors KO kush ni pata tha ... Gurjars were kashtrya and Gurjars meaning in sansakrit ( Gurjar = shatru Ka vinash Karny wala ) I have the whole history of my family tree ... My forefathers accepted Islam with their own willingness on the hand of sufi saint ajmaire Shareef khawaja moeen Deen... even jaat, rajpoot , arain Gurjars and brahman accepted Islam we are proud to be Muslim
🎉 BHARAT KI ❤SABHI MUSLIMS PUBLIC/ PARTYON KO ✅👍🙏 BABA SAHEB AMBEDKAR K SAMARTHAN ME SAMVIDHAN WAQF BACHAO,QAOMI EKTA MARCH,RAILIES,AANDOLAN, PRADARSHAN VAGAIRA KO HAR JAGEH CHALU KARNA PADEGA MERABHARATMAHAN JAYHIND ZINDABAD THANKS 🙏👍
Brahmins are knowledgeable people. The Indian philosophy and culture are their gift to not just India but the world as well. Buddha also opposed Brahmins but Buddhism is no more in India whereas Brahmins still rule supreme.
Thanks a lot Dr Mukesh and Dr Punyani for this wonderful information. Also tell us if we have to read this book, where can we find the Calcutta version??
Ap dono log ye galat bata rahe ho ki Budha ne Brahmanism ka birodh kiya.. Budha se pahle n to ved the nahi hi koe brahminical scriptures like upanishad anshkrit etc. Buddhism k BAMAD- SAMAD se brahman hua 6 to 7th century AD Pali Prakrit is older than sashkrit 🙏
Ye log bina kisi saboot ke kutark karke brahmi dharam ko sthapit karne ki kosis karte he, isme khudko left kahne wale aur right kahne wale, dono tarah ke brahmi samil he.
■ बाबा साहेब डॉ.अम्बेडकर के बारे में संसद के अन्दर अपना वक्तव्य देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने जानबूझकर जिस अभद्रतापूर्ण तौर से उनका अपमान किया, इससे बाबा साहेब अम्बेडकर का ही नहीं, बल्कि हमारे संविधान का भी अपमान हुआ है, क्योंकि बाबा साहेब अम्बेडकर हमारे संविधान निर्माता हैं। इसलिए अमित शाह को देश के सामने माफ़ी तो मांगनी ही है, साथ ही भारत सरकार के गृहमंत्री पद से भी इस्तीफ़ा देना होगा। समझना चाहिए कि बाबा साहेब डॉ.अम्बेडकर के प्रति पूरे देश के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। उनके सम्मान में देश की बहुसंख्यक आबादी "जय हिन्द" की तरह ही "जय भीम" "जय भारत" "जय संविधान" के नारे से उन्हें सम्बोधित करती है। इसलिए इसे सामान्य बात नहीं समझना चाहिए। भारत की सम्पूर्ण लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था बाबा साहेब अम्बेडकर द्वारा निर्मित संविधान की शपथ लेकर चलती है। क्या अमित शाह नहीं जानते हैं कि वे इसी संविधान की बदौलत गृहमंत्री के पद पर हैं ? मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान भारत के राष्ट्रपति पद पर बैठने वाले रामनाथ कोविंद एवं द्रौपदी मुर्मू भी इसी संविधान की बदौलत राष्ट्रपति बने हैं, न कि मनुस्मृति की बदौलत। आजादी के बाद मनु-विधान कहलानी वाली 'मनुस्मृति' को लागू किया होता तो हिन्दुत्ववादी RSS-BJP नेताओं द्वारा रामनाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनाया जाना तो दूर, देश के दलित-शोषित, पिछड़ा, वंचित एवं समस्त वर्गों की महिलाओं की स्थिति आजादी से पूर्व से भी ज्यादा बदहाल की गई होती। 2014 के बाद उसी हिन्दुत्ववादी सोच के BJP नेताओं को केन्द्र और कुछ राज्यों की सरकारों में आने का मौका क्या मिला, मनुवादी सामन्ती सोच के राजतंत्रवादी शासन की तरह पूरी मनमानी, तानाशाही चलाने पर उतर आए। अब, जब अमित शाह के बेहूदा बोल पर विपक्षी राजनीतिक दलों के नेताओं, उनके समर्थकों एवं बाबा साहेब डॉ.अम्बेडकर के प्रति आस्था रखने वाले देश के करोड़ों लोग सड़कों पर उतर कर अन्दोलन कर रहे हैं, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुप्पी साधे बैठे हैं। इससे समझ सकते हैं कि कैसी गन्दी सोच से सरकार चला रहे हैं ? -R P Mehra, New Delhi.
सर आप मनुस्मृति में स्त्रियों की देश और असमानता पर बात कर रहे हैं अच्छी बात है, ऐसे चीजों का विरोध करना जरूरी है पर आप ये बस हिंदू ग्रंथों के लिए ही q करते हैं, आप अंगुत्तर निकाय और अन्य बौद्ध ग्रन्थ जैसे त्रिपिटकों में स्त्री के विषय में क्या क्या शोभायमान है उसकी चर्चा भी करते तो आपकी निष्पक्षता और सुदृढ़ होती,
There were different working groups prevailing but not caste system before Manusmriti. Manusmriti created caste system in the name of God and imposed on the society roughly between 1100and 1500 AD. Before that there were original Indians and so called bramhins (may be with different other names as they have come here from Iran/Uresia.) name
रोज समाज में आग लगाने और सामाजिक समरसता खत्म करने का काम चैनल कर रहा है। ऐसा न करें। संविधान में कर्तव्यों के संबंध में भी अनुच्छेद है उस पर भी चर्चा किया करो। कुंठा और नकारात्मक नारेटिव परोसना बाद आसान होता है।
Mere khayal me Manusmriti ka jo hissa global laws k khullam khulla khilaaf hai, usme inlogo ne sanshodhan kiya hai aur usko hindurashtra ka samvidhan naam diya hai. Manusmriti naam se parhez kiya gaya hai take internationally ispar aapatti na ki jaaye. Qanoon sab manusmriti ka ho aur naam kuch aur ho is planing me hain ye log. Aap zara is pahlu par ghaur karein.
Was it Manusmriti that made Rama helpless and punish innocent Sita Ma? Was Draupadi too a property to use and Yudhisthir a gambling man? Are we to keep with the times, have democracy and all have equal rights? Or we to glorify a patriarchal society, misogyny sanctify.
निकृष्ट और जूठे लोगो से जूठ बुलवाते हो स्पष्ट रूप से kho की जन्म के आधार पर थी या कर्म के आधार पर ऐसे भूतिया लोगो को लाकर क्यों समाज को वैमनाश्य की तरफ धकेल रहे हो
Yeh galat hai, Hindu ya vedic ya brahman purana hai. Us samay samayak culture tha aur buddh ke followers zada thei. Brahminical culture huns, aur muslim invasion se strong hua hai. Manu aur veda gapod hai
Bhai tuje Savindhan bana ke diya Manusmrti kaha chalti india me aur koun padhte hai use Aaj, Toe kahe ko Bhakeda Bana Raha, Actuallu tum jaise Log Manusmriti se Jayda Khatarnak ho jo samaj me Jaher Gholte hai
Manu smriti par to bahut show karte ho,jiske hisab se koi hindu aachran nahi karta. Hinduon ke yahan geeta ramayan padhi jati hai. kabhi sharia muda halala par bhi koi episode karo to Jane.
@@archanajain5637 Kuch bhi kamiyan Nahein hein. Sirf faayde hi faayde hein. Iss liye: 1) P. M baar baar Gulf countries aur Arbon ke desh jaa kar diksha le rahe hein. 2) Islaam ek fastest growing Religion hai. Mahilaon Izzat sab se pehle Islaam ne dee. 3) Dusrey dharmon ko tyaag kar ladkiyan Muslims se byah kar rahi hein. *Kaisee lagee*
आदरणीय डाक्टर राम पुनियानी जी
आपकी बौद्धिक सामाजिक संवेदनशीलता को कोटिक सलाम अभिनंदन
BOHOT SUNDAR JAANKARI DI AAP NE SIR JI🙏🙏
Bahut sahi jankari di apne. Thanks.
Our thought- process changed on account of The British Rule, but now our present Rulers want to take us back, for their own political interests. Biswamitra was khastrya but he became brahmarshi. This proves that caste system was introduced for the benefit of upper class of people.
Thanks to Satya Hindi, It's ⚓ Historian Mr. Ram Puniyani for explaining Manu Smriti. Let the new generation know the thoughts of Higher Cast/RSS.
बहुत शानदार विश्लेषण
Good morning to both, the Profs.
*Conclusions:*
Authority/Responsibility in Manusmriti/Cast System from Top cast to Lower cast:
Brahmim- 90/10
Kshatriya- 50/50
Vaishnav- 30/70
Shudhra- 10/90
then in the last
Women- 0/100
*Comments are expected*
You missed dalits and adiwasi ,they are below shudras.shudars are present day kumhara,maurya etc .they don't come under untouchable.
Today's OBC means previous Shudras and today's SC ST NT dalits etc means previous Untouchables or Achhoot, out of the Varna system, countless, value less
Ok but spelling mistake shudr ko kshudh likha
@Vidrohi358 Thank you. Corrn kar raha hoon. Koi badi baat nahein.
@Vidrohi358 ye Shendi gang ko meaning se jyada spelling and grammar pasand aata hai
Sanatan word is an adjective or visheshan only, not the name or noun, originally from Buddhist culture and literature only
Please take a note
सर, हमे हिंदुधर्म यह शब्द नही इस्तेमाल करणां चाहीये. कयू की हिंदु यह धर्म नही.यह भौगोलिक पहचान मात्र है यह भौगोलिक स्थान दर्शक शब्द मात्र है. वस्तुता सिंधू नदी घाटी के प्रदेश मे रहणेंवाले सभी लोगोंके लिए, विदेशी आक्रमकोंने हिंदुस्थान कहणा प्रारंभ किया. और हमारे जिवन मार्ग को मजहब को संप्रदाय को धर्म को हिंदुधर्म मतलब हिंदुओंका धर्म कहा गया. वस्तुता हम सब हिंदुस्थानी है. सत्य यह है की,ब्राम्हण्यवादी लोगही हिंदुस्थानी नही. . वो तो विदेशी बताये जाते है. स्वयं लोकमान्य टिळक ने यह कहां है. बहूत सारे विद्वान भी यही मानते है. दुनियामे सबसे खतरनाक ब्राम्हण्यवाद है. सावधान रहे .संघटित रहे. उनके झकोसलोंमे मत आयीये.
Wow... Very much informative video... Clear narration... Very good👍👍👌👌.. Thanks a lot sir🙏
Very nice Analysisir thanks jai bhim jai savidhan
Bahut acchhi aur sacchi jankari ke liye dhanyawad sirji.
सक्षम एवंम् तंदुरस्त समाज़ का केन्सर है यह, जो दुसरे कोषो को खा जाके स्वयंम् के कोषो को स्थापित करता जाता है। संविधान उसका वेक्सिन-टीका है।
पुनियानी जी आप किस बेस पर कह रहे हैं कि हिंदू धर्म बौद्ध के पहले था जहां तक मैंने अध्यन किया है बौद्ध धर्म सबसे पुराना है उसी की मुर्तियां आज हिंदू मंदिरों में दिखती है और पाली पाकित कोई ब्रह्मण पढ़ना ही नहीं जानता था जो असोक सम्राट के शिलालेखों में मिलती है।
Bilkul sahi kaha aapne, puniaani ji sab janate hai, lekin sach kah nahi pa rahe hai
Ye leftist patrkaar yaani brahmi logo ka jhund, ye brahmi ko bachane ki kosis karte rahte he.
Aap ki bat sahi hai .vaidik kal uttravaidik kal ka matlab brahaman dharm Buddh ne uttar vaidik kalin samajik buraeeyo ke unmoolnal ke lie hi sangharsh kie.samaj me Bali knya htya asamnat chuachoot .....aadi se grasit tha
मनुस्मृति में जातिगत पापकृत्य का धड़ल्ले से उल्लेख किया गया है। यदि इस मानवता विरोधी पुस्तक को जलाया जाता है तो कोई खराब बात नहीं है।इसको ग्रन्थ नहीं कहा जाना चाहिए बल्कि पुस्तक कहा जाना चाहिए।
Excelent conversation between great Professors Prof Mukesh kumar Nd Prof Rampunyani.The present incident in Rajya sabha on H M Amit Sahas derogatory stetement on Dr Ambedkar has brought into lime light Constitution of India and Manusmriti. Dr Punyanis Lecture on Baba Sahebs Indian Constitution.We all songsr understand Sambidhan as a protective umbrella (equality of status and opportunity to all ) to majority bahujans (then sudras during Manus time) against the wrath of dictats of Manu for living a sudra life (, ostracised bereft devoid of badic human rights).why not the Bahujans worship Baba Saheb Ambedkar who has delivered them out of hel through Sambidhan...Sambidhan on one hand not only delibvered Bahujans bot also womens by curtailing the devilish wrath only of Manusmriti while restoring the basic human rights of non Bahujans also.
Very nice video, thanks for making such a video for awareness among the society which is true. ❤😊😊😊😊😊😊😊🎉🎉🎉🎉🎉🎉.
सर जी में यहां भी बातें कह रहा हूं , यह किसी गलत भावना के कारण कह रहा हूं । र्धम के संबंध में जौ बातें पुनिया जी और SJ बाले जो कहते हैं उन में कुछ बिसंगतियां हैं इनका समाधान होना ही चाहिए ताकि हम जैसे लौगों को सही बातें पता चल सके । अतः मेरा आप से आग्रह है कि इन दोनों बौद्धानों का एक समेल्लन होना आवश्यक है जिससे महत्वपूर्ण जेसे लोगों का अज्ञानता खत्म हो ।और इस तरह का सम्मेलन आप ही करा सकते हैं ।
Great sir
DNA ke Aadhar per Brahman Eurasian hai
Waha se aakar yeh loog 85% mulnivashiyon ko manshik gulam banane ke liyee brahminvaadi dharm ko banaya h
Nice post
Very informative and logical video
Namo Buddhaye, Jai Baba Saheb Jai Sanmvidhan 👍✌️
Mukesh sir mai aap ka fan hu
I sulte your work.
We are Gurjars and Gurjars were belonged to the kashtrya warran
We accepted Islam 900 year ago on the hand of Sufyaa Ikram like Khawaja moeen o Deen ajmaire
Alhamdollilah and we are proud to be Muslim... There is no caste system in Islam
no bro Gujjar s are Shudra n due to caste astrocities ur ancestors accepted islam .in india gurjar are in backward caste mens shudras
@anandprasadsharma5067 shut up
You are dalit and shudra . Your forefathers were dalit and shudra ....your ancestors are illiterate ... Gurjars were kashtrya and Gurjars meaning in sansakrit ( Gurjar = destroyer of enemy ) I have the whole history of my family tree ... My forefathers accepted Islam with their own willingness on the hand of sufi saint ajmaire Shareef khawaja moeen Deen Chishti.... Allah jaat , Gurjar
, rajpoot, arain , and aheer even many Brahman accepted Islam... These all are warriors... We are proud to be Muslim
@@anandprasadsharma5067 @anandprasadsharma5067 shut up
You are dalit and shudra . Your forefathers were dalit and shudra ....your ancestors are illiterate ... Gurjars were kashtrya and Gurjars meaning in sansakrit ( Gurjar = destroyer of enemy ) I have the whole history of my family tree ... My forefathers accepted Islam with their own willingness on the hand of sufi saint ajmaire Shareef khawaja moeen Deen... even jaat, rajpoot , arain Gurjars and brahman accepted Islam we are proud to be Muslim
You are dalit and shudra . Your forefathers were dalit and shudra ....your ancestors are illiterate ... Gurjars were kashtrya and Gurjars meaning in sansakrit ( Gurjar = destroyer of enemy ) I have the whole history of my family tree ... My forefathers accepted Islam with their own willingness on the hand of sufi saint ajmaire Shareef khawaja moeen Deen... even jaat, rajpoot , arain Gurjars and brahman accepted Islam we are proud to be Muslim @@anandprasadsharma5067
You are dalit and shudra . Your forefathers were dalit and shudra ....your ancestors KO kush ni pata tha ... Gurjars were kashtrya and Gurjars meaning in sansakrit ( Gurjar = shatru Ka vinash Karny wala ) I have the whole history of my family tree ... My forefathers accepted Islam with their own willingness on the hand of sufi saint ajmaire Shareef khawaja moeen Deen... even jaat, rajpoot , arain Gurjars and brahman accepted Islam we are proud to be Muslim
मनुस्मृति कर्म आधारित है जन्म आधारित नहीं है
Unbelievable videos of Science journey, Rational world, Samyak soch, Atheist, Bodhi satva like channels on utube
🎉 BHARAT KI ❤SABHI MUSLIMS PUBLIC/ PARTYON KO ✅👍🙏 BABA SAHEB AMBEDKAR K SAMARTHAN ME SAMVIDHAN WAQF BACHAO,QAOMI EKTA MARCH,RAILIES,AANDOLAN, PRADARSHAN VAGAIRA KO HAR JAGEH CHALU KARNA PADEGA MERABHARATMAHAN JAYHIND ZINDABAD THANKS 🙏👍
क्या बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर ने कभी मनुस्मृति को जलाया था ???
Ap dono log SCIENCE JOURNEY CHANNEL pe debate Karen
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जिंदाबाद ❤
Thanks it's very good discussion to understand, what is manusmriti..?
भगवान बुद्ध ने बौद्ध धर्म की स्थापना नहीं कि थी उनके अनुआई ने बौद्ध धर्म की स्थापना की थी
Thanks!
Nice explanations
Brahmins are knowledgeable people. The Indian philosophy and culture are their gift to not just India but the world as well. Buddha also opposed Brahmins but Buddhism is no more in India whereas Brahmins still rule supreme.
Thanks a lot Dr Mukesh and Dr Punyani for this wonderful information.
Also tell us if we have to read this book, where can we find the Calcutta version??
Akhand Bharat ke Nirmata Chakraborty Samrat Chandragupt Maurya or Samrat Ashok Mahan ki jai 👍✌️🇮🇳
Also, I am pleased to see that your opponents are also listening to your program carefully and commenting.
This is very good sign of our DEMOCRACY..
🙏🙏🙏
Ap dono log ye galat bata rahe ho ki Budha ne Brahmanism ka birodh kiya.. Budha se pahle n to ved the nahi hi koe brahminical scriptures like upanishad anshkrit etc.
Buddhism k BAMAD- SAMAD
se brahman hua 6 to 7th century AD
Pali Prakrit is older than sashkrit 🙏
Ye log bina kisi saboot ke kutark karke brahmi dharam ko sthapit karne ki kosis karte he, isme khudko left kahne wale aur right kahne wale, dono tarah ke brahmi samil he.
❣️
■ बाबा साहेब डॉ.अम्बेडकर के बारे में संसद के अन्दर अपना वक्तव्य देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने जानबूझकर जिस अभद्रतापूर्ण तौर से उनका अपमान किया, इससे बाबा साहेब अम्बेडकर का ही नहीं, बल्कि हमारे संविधान का भी अपमान हुआ है, क्योंकि बाबा साहेब अम्बेडकर हमारे संविधान निर्माता हैं। इसलिए अमित शाह को देश के सामने माफ़ी तो मांगनी ही है, साथ ही भारत सरकार के गृहमंत्री पद से भी इस्तीफ़ा देना होगा। समझना चाहिए कि बाबा साहेब डॉ.अम्बेडकर के प्रति पूरे देश के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। उनके सम्मान में देश की बहुसंख्यक आबादी "जय हिन्द" की तरह ही "जय भीम" "जय भारत" "जय संविधान" के नारे से उन्हें सम्बोधित करती है। इसलिए इसे सामान्य बात नहीं समझना चाहिए। भारत की सम्पूर्ण लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था बाबा साहेब अम्बेडकर द्वारा निर्मित संविधान की शपथ लेकर चलती है। क्या अमित शाह नहीं जानते हैं कि वे इसी संविधान की बदौलत गृहमंत्री के पद पर हैं ? मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान भारत के राष्ट्रपति पद पर बैठने वाले रामनाथ कोविंद एवं द्रौपदी मुर्मू भी इसी संविधान की बदौलत राष्ट्रपति बने हैं, न कि मनुस्मृति की बदौलत। आजादी के बाद मनु-विधान कहलानी वाली 'मनुस्मृति' को लागू किया होता तो हिन्दुत्ववादी RSS-BJP नेताओं द्वारा रामनाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनाया जाना तो दूर, देश के दलित-शोषित, पिछड़ा, वंचित एवं समस्त वर्गों की महिलाओं की स्थिति आजादी से पूर्व से भी ज्यादा बदहाल की गई होती। 2014 के बाद उसी हिन्दुत्ववादी सोच के BJP नेताओं को केन्द्र और कुछ राज्यों की सरकारों में आने का मौका क्या मिला, मनुवादी सामन्ती सोच के राजतंत्रवादी शासन की तरह पूरी मनमानी, तानाशाही चलाने पर उतर आए। अब, जब अमित शाह के बेहूदा बोल पर विपक्षी राजनीतिक दलों के नेताओं, उनके समर्थकों एवं बाबा साहेब डॉ.अम्बेडकर के प्रति आस्था रखने वाले देश के करोड़ों लोग सड़कों पर उतर कर अन्दोलन कर रहे हैं, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुप्पी साधे बैठे हैं। इससे समझ सकते हैं कि कैसी गन्दी सोच से सरकार चला रहे हैं ?
-R P Mehra, New Delhi.
सर आप मनुस्मृति में स्त्रियों की देश और असमानता पर बात कर रहे हैं अच्छी बात है, ऐसे चीजों का विरोध करना जरूरी है पर आप ये बस हिंदू ग्रंथों के लिए ही q करते हैं, आप अंगुत्तर निकाय और अन्य बौद्ध ग्रन्थ जैसे त्रिपिटकों में स्त्री के विषय में क्या क्या शोभायमान है उसकी चर्चा भी करते तो आपकी निष्पक्षता और सुदृढ़ होती,
Sabhi granth nkar do mitr Sudha Buddh ke bichar talasho.granthbbuddh ne nhinlikhe
जैन और बौद्ध धर्म पहले से ही मौजूद थे बौद्ध धर्म 600 ईसा पूर्व आया ये जैन धर्म से ही निकला
There were different working groups prevailing but not caste system before Manusmriti. Manusmriti created caste system in the name of God and imposed on the society roughly between 1100and 1500 AD. Before that there were original Indians and so called bramhins (may be with different other names as they have come here from Iran/Uresia.)
name
Caste The Origins of our Discontents by Isabel Wilkerson can be a great study on this topic.
घोर जातिवादी है मनुस्मृति। आज के ब्राह्मण उसी व्यवस्था को कायम रखना चाहती है।
भगवानका डर रखो जुठ मत फैलाओ आपका जुठ समाजको तोडनेका काम करता है।
Sivadhan kagaj ka rupaya chalna ke liya angrejo ne banaya gya tha
Jiske karan inflation badh raha ha
Jisase Economic inequality badh
Rahi h
👆👆👆👍 good
रोज समाज में आग लगाने और सामाजिक समरसता खत्म करने का काम चैनल कर रहा है। ऐसा न करें। संविधान में कर्तव्यों के संबंध में भी अनुच्छेद है उस पर भी चर्चा किया करो। कुंठा और नकारात्मक नारेटिव परोसना बाद आसान होता है।
मुकेश कुमार घोर ब्राह्मण विरोधी है।गोदी मीडिया मुसलमानों के खिलाफ नफरत उगलता है।यह महाशय ब्राह्मणों केखिलाफ
Mere khayal me Manusmriti ka jo hissa global laws k khullam khulla khilaaf hai, usme inlogo ne sanshodhan kiya hai aur usko hindurashtra ka samvidhan naam diya hai.
Manusmriti naam se parhez kiya gaya hai take internationally ispar aapatti na ki jaaye.
Qanoon sab manusmriti ka ho aur naam kuch aur ho is planing me hain ye log.
Aap zara is pahlu par ghaur karein.
Jay bhim
Jay savindhan
Yehan Propaganda & Kahaniya suna rahe ho ye kyon nahi bata te ki kaun si galat baat kahan kis page par likhi hai facts ke saath debate karo na.
Was it Manusmriti that made Rama helpless and punish innocent Sita Ma?
Was Draupadi too a property to use and Yudhisthir a gambling man?
Are we to keep with the times, have democracy and all have equal rights?
Or we to glorify a patriarchal society, misogyny sanctify.
Kya kisi bhi religion ki religious book ko fire 🔥 karna right ✅️ hai ?
सर हिंदू कि कोणसी कारबन डेटिंग बुद्ध के पहले कि है कृपया मार्गदर्शन दे
Nhi buddha k time jatibaad nhi tha
Buddh hi nyay brabri ... jaise vicharo ke pita jai.Bjarat ka samvidhan ji nhi duniya ke anek samvidhan inhi manvie moolyo par bane hai
Original manu smriti is written in sanskrit.Those, who criticize manusmriti are they know sanskrit language? All are red manipulated manusmriti.
Budha dham phle tha uske bad hindu dharam aaya h.
Aisa bhut se log bolte h
Kya ye sach h ?
Manusmriti shudro k liye abhishap hai
निकृष्ट और जूठे लोगो से जूठ बुलवाते हो स्पष्ट रूप से kho की जन्म के आधार पर थी या कर्म के आधार पर ऐसे भूतिया लोगो को लाकर क्यों समाज को वैमनाश्य की तरफ धकेल रहे हो
Samvidhan me caste system kyon hai??
Manusmriti me caste system ka virodh karte ho jabki vo karma based hai but samvidhan me caste system ko samapt kyon nahi kiya??
जगद्गुरु शंकराचार्यजीके पुस्तकालयमे हजारो वर्ष पूराने पुस्तक है ऊसको पढो।
Kitne hjar sal purane hai bharat me koi bhi kitab 600bc se pahle ki nhi hai.shankaracahry to 8vi dhi me matlab sirf1200 saal pahle hue hai
Yeh galat hai, Hindu ya vedic ya brahman purana hai. Us samay samayak culture tha aur buddh ke followers zada thei. Brahminical culture huns, aur muslim invasion se strong hua hai. Manu aur veda gapod hai
आप कभी भी 28 बुद्धों की बात नहीं करते
ऐसा क्यों ?
Brahmad dharm buddha se pahle kaise tha ved to devnagri lipi me likhe gaye ha
What is stated about Wemen status by Chanakya.
Sab hatao,Kuran ko lagu karo.allah se upper koi nahi
गधा है तुम
Hii
Hindu dharm pe sirf baat karoge ya kisi or dharm pe bhi
भारत में कितने लोग मनुस्मृति पढा है ये बताव
मनुस्मृति जलाई जाएगी तुम भी दिल्ली में आ जाना।
Matsyapuran me to mahila ke liye bahuthi abhadrata likha hai
कुरान पर भी बोलिये
Saria par bhi programme banaye
Sir ji jab kagaj ka abhishkar nahi hua tha tho likha kab gaya hai
Sharma aani chahiye tum jese logo ko sawidhan lagu hone par bhi manusmriti ka rona ro rhe hai
क्यों झूठा इतिहास बता रहे हो 28 बुद्ध कहा थे बताओ
Bhai tuje Savindhan bana ke diya Manusmrti kaha chalti india me aur koun padhte hai use Aaj, Toe kahe ko Bhakeda Bana Raha, Actuallu tum jaise Log Manusmriti se Jayda Khatarnak ho jo samaj me Jaher Gholte hai
Manu smriti par to bahut show karte ho,jiske hisab se koi hindu aachran nahi karta. Hinduon ke yahan geeta ramayan padhi jati hai. kabhi sharia muda halala par bhi koi episode karo to Jane.
Proud to be Brahman, jay ho pusymitr
Kanhi quran ke sach jhooth bhi nikalo
@@archanajain5637 Kuch bhi kamiyan Nahein hein. Sirf faayde hi faayde hein. Iss liye:
1) P. M baar baar Gulf countries aur Arbon ke desh jaa kar diksha le rahe hein.
2) Islaam ek fastest growing Religion hai. Mahilaon Izzat sab se pehle Islaam ne dee.
3) Dusrey dharmon ko tyaag kar ladkiyan Muslims se byah kar rahi hein.
*Kaisee lagee*
अभी मनु स्मृति इस देश में लागू ही नही है उसकी तो चर्चा कर रहे हो कभी शरीयत की भी बात कर लिया करो ।तुम वामपंथी लोग हिन्दू धर्म के पीछे पङे रहते हो ।