राम हम सभी के हृदय में रहते हैं। श्री राम जी को मुख की ओर बुलाना है या नाभि की ओर ये हमारे अपने स्वभाव पर निर्भर करता है। नाभि से तात्पर्य। उदर पूर्ति।
गुरु देव, आज कैकेई का पता लगाया। कैकेई कोई और नहीं हमारा मन ही है। हमारे पारिवारिक सदस्यों से शबद प्रहार। श्रवण से हमारे शरीर में प्रतिक्रिया होती है। जैसे शब्द देंगे। वैसा फ़ल तत्काल प्रकट होता है।
द्वापर में युद्ध, सूर्य छिपने से पहले ही होता था। रात्रि विश्राम के लिए थी। आज कल रात दिन युद्ध कर रहे हैं। कर्तव्य पूर्ति हेतु। समस्याओं से युद्धाभ्यास।
🎉🎉🎉 ॐहरिॐ। श्री देव गुरु देवाय नमः।
Jai Shri Ram Sita Ram Parnaam Guru Ji ❤
राम हम सभी के हृदय में रहते हैं। श्री राम जी को मुख की ओर बुलाना है या नाभि की ओर ये हमारे अपने स्वभाव पर निर्भर करता है। नाभि से तात्पर्य। उदर पूर्ति।
श्री शिव बाबा के शीर्ष पर। श्री शिव शंकर के शिश पर चंद्रमा विराजते हैं।
गुरु देव, आपके चरणों में बारम्बार नमन वंदन प्रणाम करते हुए समर्पण करते हैं। आज पूर्ण विराम हो गया है।
गुरु देव, आज कैकेई का पता लगाया। कैकेई कोई और नहीं हमारा मन ही है। हमारे पारिवारिक सदस्यों से शबद प्रहार।
Guru Maharaj ji ke charno me mera pranam svikar kare guruvar maharj ji aap ki kirpa dristi bani rahe
गुरु देव, आज कैकेई का पता लगाया। कैकेई कोई और नहीं हमारा मन ही है। हमारे पारिवारिक सदस्यों से शबद प्रहार। श्रवण से हमारे शरीर में प्रतिक्रिया होती है। जैसे शब्द देंगे। वैसा फ़ल तत्काल प्रकट होता है।
श्री शिव बाबा के शीर्ष पर।
प्रमेय, गुणों का विस्तार है।
अद्वितीय
Guruji ke Charan kamlon mein Mera sashtang pranam
ओम् से तात्पर्य। आओ।
जिसको ढुंढेगे, वहीं मिलेगा। परीक्षण नली में भी।
सिर्फ अशुद्ध शब्दों को समाज से बहार करना है। बस। आहार विहार। विहार से हमारे आसपास का वातावरण।
Jay Shri Ram ji 🚩🌹🌹🚩
Hari om Swami ji ko koti koti pranam 🌹🌹🚩🙏🙏
सभी जगहों पर और सभी युगों में द्वंध। द्वंध से तात्पर्य। दूसरे के द्वारा दिया हुआ।
परम पूज्य गुरु देव भगवान के श्री चरणों में सादर प्रणाम
परिवार हमारे शरीर के अंग हैं। परिवार के सभी सदस्य।
Gurudev ko mera pranam 🙏
सभी भाषाओं में सड़कों के बोर्ड पर लिख दिजिए। परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। जीवों पर दया करो। सभी का सम्मान करो।
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अमल सुख मिल कहा रहा है। होटलों में रात-भर।
Shree RamChandray Namah
जीवों पर दया करें।
द्वापर में युद्ध, सूर्य छिपने से पहले ही होता था। रात्रि विश्राम के लिए थी। आज कल रात दिन युद्ध कर रहे हैं। कर्तव्य पूर्ति हेतु। समस्याओं से युद्धाभ्यास।
द्वापर में युद्ध, सूर्य छिपने से पहले ही होता था। रात्रि विश्राम के लिए थी। आज कल रात दिन युद्ध कर रहे हैं।
सभी जगहों पर और सभी युगों में द्वंध। द्वंध से तात्पर्य। दूसरे के द्वारा दिया हुआ। अंध।
Jai shree ram 🙏
Jai Ramji ki Guruji Ram Ramji
जिसको ढुंढेगे, वहीं मिलेगा। परीक्षण नली में भी। हृदय की नशों में, राम रसायन उत्पन्न होता है। गाली देने से क्या मिलता है।
परिवार हमारे शरीर के अंग हैं।
हमारा शरीर सम्पूर्ण शरीर का पिण्ड है।
रूद्र को असभ्य कुछ नहीं चाहिए।
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गुरु देव, भगवान भी छोटे होते जा रहे हैं क्रमशः।
सभी जगहों पर वस्तुओं के होर्डिंग्स। होड लगी है।
हिंदी भाषा में। विराम चिह्न।
सिर्फ अशुद्ध शब्दों को समाज से बहार करना है। बस।
जय श्री राम
Jai shree Ram