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@@HyperQuest 1st सर एक वीडियो बनाओ जिसमें यह बताओ निराकार और साकार रूप में पूजा करना क्या फर्क है इस डीटिल्स में वीडियो बनाओ श्री राम और श्री कृष्ण के जन्म से पहले किसकी (भगवान)पूजा की जाती थी?
'Why Bengoli Hindu Leaving West Bengal ' heavy decrease in population of Bengoli Hindu Make a Vedio in this topic I have all the Points for this Content
Great analysis Sir, You debunked and sealed the voice of Buddhist researchers and SCIENCE JOURNEY channel. Thanks Sir, Please accept his debate challenge.
बौद्ध धम्म श्रेष्ठ हैं क्योंकि बौद्ध धम्म मानवतावादी है और हिन्दू धर्म जाति वाद पर और वरणं व्यवस्था पर आधारित है और हिंसा पर आधारित है वेदों में दिया है वैदिक हिंसा न भवति।।।।।।।। नमो बुदाय जय भीम
PhD ki Hogi par bese hi Jese log padai job Karne ke liye karte hai na ki Gyan pane ke liye ... Buddha ko etna pad lo or ungliyo see ring na nikle ... Ye to tabhi ho Sakta hai jab aadmi ne Hindu dharm me hi man lagaya ho
हां कुछ लोगों को बिल्कुल नहीं लगेगा क्योंकि, जो बातें वह लोग सुनना चाहते हैं वैसा कुछ इन्होंने बोला ही नहीं न । वास्तव में इंसान को भरोसा उसी बात का होता है जो बात उसको सुनना पसंद आता है।
@ nutan S J sirf nich canvrted dhedo ko zute avadance dikhakar ghuma raha s j ke gand me dam hai to cgaurahe pe aakar hindusthan pe kabja kar ke Dikha 😂😂😂 Jay hind 🚩🚩💪💪
आप सभी से निवेदन है कि सारे ग्रन्थ ( वेद, उपनिषद, शास्त्र, पुराण इत्यादि ) ये कब लिखे गये अर्थात इन सभी ग्रंथों की मूल प्रतिलिपि का लेखन समय क्या है इतना बता दीजिये तो सब स्पष्ट हो जायेगा और ये भी बता दीजिये कि देवनागरी लिपि का विकास कब हुआ हमारे सारे भ्रम मिट जायेंगे 🙏 रेडियो कार्बन डेटिंग पद्धति से सबका समय निर्धारित हो जायेगा कृपया बताइयेगा अवश्य
@@tremendousindia3740 जी सबसे पुराने वेद हैं त्रिपीठक बादमे हैं. क्योकी वेदोका उल्लेख वेदोमे आत्ता हैं आदिक जाणकारी केलीये kbt कि सनातन समीक्षा देखे जय श्रीराम🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Beech Mai bola bhe hai debate ke liye bula lo or kr lo 3saal dlai lamba ke sath kam kra hai ap inko bulaiye or ek sath debate kijiye or ap apne reference leke aiye ho leke ajaye gye
Archeological of india ko tum mante nahi ho , history ko tum nahi mante to Wikipedia, google sab galat hai ti reference tujhe ghante ka de.... 😂😂😂😂 tujhe 50 se bhi jyada evidence de sakta hu magar Tu nahi manega kyuki tera brain washed kiya hua hai.. Tere pass budh ke proof hai?? Tu sabit kar budh they?? Kyuki khud budha followers me hi matbhed hai... China ka budh, india ka budh, Thailand ka budh, Japan ka budh sab alag hai... Pahle inhe correct kar le.. Tum bhi bohot gapodte ho 😂😂😂
Bangladeshis are falsely blaming India for the floods. Bangladesh is not part of India, but Tripura is part of our country. So, don’t get distracted. Ignore Bangladesh and support Tripura, which is currently facing floods. Pray for Tripura and help our people...our citizens.
Tripura me bangala desh se Abed Kari ake rehe raha he bangali india government seriously nehi leta or Manipur me kuki mayanmar se Abed Kari ake rehe raha he
ये हिंदू धर्म ही है जो सबको open debate करने का मौका देता है वर्ना अब्राहमिक religion ☯️ तो सर तन से जुदा कर देते हैं धर्म पर सवाल उठाने वाले को और धर्म छोड़ने पर।
@@Trident4You जी जो अब्राहम है पुरानी अब्राहमिक भाषा मे अ नही होता है ब्राहम है जिसे हिन्द मे ब्रह्मा कहा जाता है ज्यादा अंदर मत जाओ अब्राहम की पत्नी का नाम सारा था जिससे सरस्वती बना है
@@Mythvsfacts-n1i unse kaho Ek baar Kuran aur islam ke naam par debate kare sar tan se juda ho jayega. Uske jaal me bas dalit faste hai aur sabse jyada jihadi dalit ko convert karte hai aur maarte hai chahe Bharat ho Pakistan ya Bangladesh ya phir Afganistan.
क्षमा मांगते हुए मैं यह कमेंट लिख रहा हूं मेरी मंशा आप दोनों सज्जनों के ज्ञान पर सवाल उठाना नहीं है लेकिन आप दोनों के संवाद को सुनकर स्पष्ट समझ आ रहा है कि आप दोनों बैलेंसिंग मूड में हैं जो बौद्ध साहित्य में वर्णित जानकारियां है उसके विपरीत बातें कर रहे हैं। स्रोतागण सच जानने आएं है लेकिन आप लोग निम्न स्तर का जानकारी दे रहे हैं जो मेरे जैसे साधारण व्यक्ति जो साइंस के विधार्थी रहा है , के बावजूद इससे बेहतर ज्ञान रखता है ।हम तो कुछ विशेष जानकारी लेने के उद्देश्य से आए थे लेकिन मेरे जिज्ञासा को गहरा आघात पहुंचा। भाई समय और ऊर्जा जब लगा हीं रहे हो तो सच बोलो अगर नहीं तो चुप रहो यही बेहतर है।
अगर इन सज्जन ने बैलेंस करके बताया तो तुम्हारे लिए अच्छा ही किया, वरना बुद्ध धम्म के ग्रंथो से कॉपी टू कॉपी बताते तो चुल्लू भर पानी में डूब कर मरने की नौबत आ जाती तुम्हारी...😂 उदाहरण के लिए बुद्ध का जन्म, स्त्रियों को आशुरी शक्तियों से कंपेयर करना, चावल से स्त्री पुरुषों में लिंग उत्पन्न होना, बुद्ध का लाखो बार जन्म लेना और उसे याद रखना आदि...😮
Bhai Aisa karo aap, jo original Buddhist the Tibet aur Thailand, unse pata kare ki pehle kaun aaya tha, Bimta waale Soros k agenda pe chal rahe hain, Bhimta k leaders ko soros ki funding aati hai, asli Buddhist se Sune, fake bhimta buddhist ko ignore karein.
They used abusive words for Budha in Ramayana (Valmiki Ramayana Sarg 109) and their Kalki Purana is totally based on Buddhism. After reading that Purana you will cleary see the haterage towards Budha of this Tanatanis and Br@-Man. Calling Buddhism a branch of Hinduism😂 Meanwhile Hinduism didn't even existed before 7th Ce. 🤡🤡🤡 Such a clowns. Not a single evidence they can give of their Religion before 7th Ce. Not a Single.
@@unknown_atheist na Ramayan me kahi budhh ka mention hai aur na hi kalki puran me Maine khud padhi hai Tu bhi thik se padh sarg 109 Hindu budhh ki respect God ke rup me karte hai☝️
@@MarcBilly-fk9bk Source:- Valmiki Ramayana Reference:- Ayodhya Kand, Sarg 109.34 यथा हि चोरः स तथा हि बुद्ध- स्तथागतं नास्तिकमत्र विद्धि । तस्माद्धियः शक्यतमः प्रजानां स नास्तिके नाभिमुखो बुधः स्यात् ॥३४॥ 'जैसे चोर दण्डनीय होता है, उसी प्रकार (वेदविरोधी) बुद्ध (बौद्धमतावलम्बी) भी दण्डनीय है। तथागत (नास्तिकविशेष) और नास्तिक (चार्वाक्) को भी यहाँ इसी कोटिमें समझना चाहिये। इसलिये प्रजापर अनुग्रह करनेके लिये राजाद्वारा जिस नास्तिकको दण्ड दिलाया जा सके, उसे तो चोरके समान दण्ड दिलाया ही जाय; परंतु जो वशके बाहर हो, उस नास्तिकके प्रति विद्वान् ब्राह्मण कभी उन्मुख न हो- उससे वार्तालापतक न करे ||३४॥ (Ved Virodhi, tathagata Nastik, Budha, History me sirf aur sirf Gotama Budha ke liye hi use hua hai, Clearly toh likha hai Budha) #Bra-Man 🤡
@@MarcBilly-fk9bk Source/Reference:- Kalki Purana (P.no. 116) सातवाँ अध्याय:- सूत जी बोले- इसके बाद, हथिनी पर हमला करने वाले शेर की भाँति श्री विष्णु अवतार श्री कल्कि जी ने, जो कि पापों का नाश करने वाले हैं और सब पर विजय पाने वाले हैं, ने उस बौद्ध सेना पर धावा बोल दिया। युद्ध में खून में रंगी हुई, जिस की कमर नंगी हो गई हो, जिसके सुन्दर बाल फैले हुए हों, जो भाग रही हो, बिलख रही हो, जो रतियुद्ध में घायल हो गई हो, ऐसी नायिका की तरह जो सेना हो, उस भागती हुई सेना से सैन्य नायक कल्कि जी बोले- 'हे बौद्ध लोगो ! तुम सब युद्ध के क्षेत्र से मत भागो। लड़ाई के लिए तैयार हो वापस लौटो और अपना बल तथा बहादुरी दिखाने में किसी तरह की कमी न करो।' (Clearly toh likha hai, Pura Chapter Copy paste kru kya) #Lindus
100% सही बात बोल रहा हूं हिंदू नाम का कोई धर्म ही नही है और सनातन धर्म बुद्ध भगवान के धम्म को कहा गया है और बौद्ध के 84 हजार बौद्ध स्तूपों को तोड़ कर हिंदू धर्म की नीव रखी गई है भारत में बौद्ध धम्म ही सनातन धर्म है न ब्रह्मा है न विस्नु है न राम है कृष्ण है ये सब जितनी भी मूर्तियां है इन लोगो की सब मूर्ति बुद्ध भगवान की है बुद्ध को मिटा न सके मनुवादी लोग तो चुरा करके हिंदू धर्म की बना लिए आज जो अयोध्या ने राम बैठे है आकार के ये कोई राम नही बल्कि पुष्यमित्र शुंग है जिसने बौद्ध भिक्षुओं को सर काट कर अलग कर दिया और और अपने प्रजा को मजबूर कर दिया खुद को भगवान कहने में और फिर साकेत का नाम बदल कर अयोध्या रख दिया और वाल्मीकि से रामायण लिखवाया और खुद उस रामायण में राम बन गया और आज पूरा भारत उस पुष्यमित्र सूंघ की पूजा करते है और इसी तरह भारत में से बौद्ध धर्म धीरे धीरे खत्म होने लगा आज जितने भी भारत में प्राचीन मंदिर है सभी देवी देवताओं के सर से चुनरी माथे से मुकुट बाली सिंदूर हटा कर देख लेना सच्छात बुद्ध नजर आने लगेंगे 🙏नामो बुद्धाय 🙏
@@PriyankarAk85 tu pehle decide kar le hindu gods budhh hai ya pushyamitra shung🙂 Aur Ayodhya ke Ram mandir me jo Ram ki murti sthapit ki gayi hai wo terko kis angle se budhh ki ya shung ki murti lagti hai...?🤔 Konse angle se terko budhh ka galaa nila lagta hai...? Konse angle se terko budhh kale lagte hai...?🤔 Bhang funk ke baitha hai kya
जब दिमाग खराब हो जाता है तो आदमी ऐसी ही बहकी बहकी बातें करता है। धरातल पर सच्चाई ये है कि भारत में बौद्ध धर्म का अस्तित्व सिर्फ किताबों में ही है। मुस्लिम आक्रांता 800 साल में सनातन धर्मीयों का धर्म परिवर्तन नहीं करा सके सिर्फ कुछ डरपोक लोगों को तलवार के दम पर सलवार पहना सके। और तुम कहते हो कि एक राजा पुष्यमित्र शुंग ने सब बौद्धों को हिन्दू बना दिया। इससे तुम्हारे दिमागी दिवालियापन का पता चलता है।
At such a young age Vishal you are doing a great service to Hinduism. This is why I am proud of Hinduism where there is freedom to debate and reform. Its not like Abhrahamic religions written on stone
@@HyperQuest Thanks Vishal. I am elder to you, a big Brother. But I have no problem in saying your reply means a lot to me and your knowledge of Hinduism is 2-3 times more than me. Thanks for inspiring and educating us. Hare Krishna, Hare Rama 🙏🙏
Bro had try to brainwash the people Buddha ne bachpn me hi shastro me maharath hassi kr li thi Pr unka ek bhi vichar hindu dharm ya vedo se prabhavit nhi hai. Iss video ka jawab sirf Dr. Ambedkar ki kitab Buddha and his Dhamma me mil jayega aapko
वैदिक ब्राह्मण इरान से होते हुए गङ्गा तठ तक आए हुवे है ।श्रमण परमपरा भारत वर्ष मे था जब वैदिक आए और श्रमण परमपराके गुरुवो से जब वातचित हुवे तब उत्तर मिमामसाका जन्म हुवा नहि तो पुर्व मिमामसामे सिर्फ हवन यज्ञ है । बौद्ध धर्म जाहा जाहा गया वाहाका प्रभुर्ध बर्ग( वौधिक वर्गमे ) पपुलर हुवा क्यु कि यह तार्किक और अनुभुतिमे उतारा जा सक्ता है ।पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।शनकराचार्यके समय प्रसिद्ध बौद्ध गुरु धर्मकृती ( जिस्के प्रभाव हिन्दु धर्मके न्याय दर्शनमे है) और दिगनाग थे उनसे शंकराचार्यने क्यु शास्तार्थ नहि किया? उस्स समय शास्तार्थका आयोजन राजा कर्ते थे और हार्ने वालोके मठमे ताला लगाया जाता था । अगर शंकराचर्यने उन बौद्ध गुरुवोको हराया होता तो नालन्दा , विक्रमाशिल,सोमपुरी, जगदल्ल, बल्ल्भी जैसे प्रसिद्ध बौद्ध माहाविहार कैसे १३औ शताब्दी तक चल राहा था? १०औ शताब्दिमे बाजसपती मिश्रने जब शंकराचार्यके ब्रहम शुत्र भाष्यके भामती टीका लिखनेके वादही हिन्दु धर्म मान्ने वालोमे शंकराचार्यको पहेचाने लगे , उस्से पेहेले उनका नाम इत्ना प्रख्यात नहि था हिन्दुवोमे । शंकराचार्यने बौद्ध धर्मके शुन्यता आदिका खन्डन कर्नेका कोसिस किया है । लेकिन जो उनहोने खन्डन किया है वह बौद्ध धर्मका शुन्यताका मतलब नहि है । अगर वह यह तर्क लेकर बौद्ध गुरुवो से शास्तार्थ कर्ते तो वह आसानिसे हार जाते । शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानन्द से लेकर आजतक उनका अनुयायी बौद्ध शुन्यताको सहि अर्थ नहि समझ पाए है।
कभी आपने वेदान्त दर्शन को पढ़ा भी है कि बस ऐसे ही आवेश में आ गए है। शायद आपको पता नही की चार्वाक के दर्शन को भारत में जला दिया गया और उनके बारे में जो कुछ मिलता है वह और धर्म के ग्रंथो में मिलता है। बौद्ध का कितना साहित्य तिब्बत से आया है।
@@ankitchaurasia933 ye aap kise bare me bol rhe he, aur ek baat charvaak darshan keval isi karan khatam ho gya ki unke grantha jal diya gya ye ek karan ho sakta hai,par ekmatra karan hai, esa ni hai, chuki charvako ki alochna sabhi sad darshno, boddho, jaino ne kiya jiske ke karan inke anuyayi kam hue,iska karan v hai inki alochna 8 darshno kyo ki inhone keval ek pramaan ko mana jo hai direct perception, in sare factors ki wajah se charvaako ka lagbhag decline ho gya+ unki philosophy+ unki books
@@samyaksute Hindu astik yaa nastik nahi ho sakta kyuki hum satya ko jaan ne waale log he. sach ko jaan ne kee bad astik ya nastik reh ne ki koi jaaru nhi hoti
Sanatan samiksha🎉 is doing fantastic on sanatan dharma ..and has told these things already. Sanatan samiksha has reviwed this podcast now listen that live stream to know about reality. Whitewashing is not the solution of this problem. Two opposite poles can't meet with each other.🕉
Iska matlab Sanatan Hindu Dharam hi ek satya h aur Bodh dharam ka baap h kyonki Sanatan shabad Sanskrit bhasha ka h aur Sanatan Hindu Dharam k liye hi use hota h❤❤😂😅
@@ankitchaurasia933 ha Ankit sahab.....Guru brahmha ki trh hmari nirman karte hai....kausal and facts se jisase hm apna development krne me saksham hote hai.....vo hmare जीवन ke hmare nuksandayak swarup ko nast karte hai......अनुशासन aur samjha bujhakar ya dand se.......ttha Vishnu ki trh hmara palan poshan karte hai......yogya na hote huye bhi siparish krke guarantee lekar......etc......🌿 हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे | हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे || 🌺🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌺
@@amitkumarraaj6419 नहीं भाई तुम बड़े भाग्यशाली हो जो इस प्रकार के अनुशासन और संस्कार की बातें करते हो और वह संस्कार मिला है। हमारे यहां तो ऐसा कोई धारणा नही है, यहां गुरुजी बहुत चालू किस्म के व्यक्ति होते है गाली भी देते है और किसी को परीक्षा में अनुत्तीर्ण कर देते है या किसी लड़के को मारते है तो लड़के भी उनके वही या बाहर गर्दन धर लेटें है। हमारे लिए तो यह संभव ही नहीं तो पता है यद्यपि हम भी उतना बुरे नही हैं बस थोड़ा ज्यादा खुल गए है।
@@VikashKumar-kw5ck 🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺
उपरोक्त चर्चा में पाली भाषा के प्रोफेसर महाशय ने जो विचार रखे वहां तथ्य हीन है वह अपनी आजीविका पाली में पीएचडी करके चला रहे हैं, वे सही पक्ष नहीं रख रहे हैं, उनकी मानसिकता बुद्ध ke विचारो के विरुद्ध है l जैसे संस्कृत भाषा पुरातन है, इसका पुरातात्विक साक्ष देना चाहिए I वर्तमान ब्राह्मण धर्म बौद्ध धर्म का रूपांतरित ,या बदला हुआ रूप है l
बात यह है ही नही कि कौन सा धर्म सबसे पुराना हैं। बात यह है कि कौन सा धर्म वैज्ञानिक हैं तो निश्चित रूप से बौद्ध धर्म। बुद्ध ने सिर्फ इतना किया सनातन धर्म में उपस्थित कूड़ा करकट और पाखंड को हटाया। इसलिए यह धर्म विश्व के अन्य देशों में मान्य हुआ।
Tumhe pata nhi yaha saman vyvastha thi tumhe purwaj videshi ureshinon ho yaha akar base yahi ke log Vedic system fasna chalu kiya muslimo se milkar saudebaazi koi history bata jo bharat ke history me tere brmha asal abraham hai sara sarasvati unki dhadhi aur uski bhi same hai tum bacteria 🦠 bolte hai waha
@@official7134hamare hi rishu muniyo ne sabse phele gravity ki khoj ki thi, hanuman chalisa me earth aur sun ke beech ki exact distance likhi hai,hamare temples ke architecture modern science ko fail karte hai bahut se aise proof hai jo yeh batate hai ki hamara sanatan dharma kitna aage tha phele hi aajke modern science se
सब सत्य है केवल हम सब ही मूर्ख है जो यहां सोशल मीडिया पर लड़ रहे हैं, एक-दूसरे की आस्था पर प्रहार कर रहे हैं, हमसे कुछ होना तो है नहीं और माथापच्ची करते हुए ऐसे ही जिंदगी खत्म कर देंगे 🙄
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
@@urgenlama7302भाई मैं बौद्ध विहार संकिशा के पास छोटे से गाँव में रहता हूँ हमरे पुराज शाक्य सरनेम का उपयोग कर रहे है कोई हमें किसी का वशज बोलता है कोई किसी का सभी संनातन धर्म का पालन कर रहे हैं और बुद्धाधर्म में भी उतनी ही आस्था रखे हैं बुजुर्ग अभी भी हमें जातक कथा सुनआते हैं गाँव के सभी ध्यान में विश्वास करते हैं और रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करते हैं हम आज भी अज्ञान हैं क्या सच है क्या झूठ बुद्धंम शरणंम गच्छामि🙏🙏
क्या सभी बौद्ध हिंदू विरोधी हैं? बौद्ध दो प्रकार के होते हैं, पहले नव बौद्ध जो हाल ही में भारत में हिंदू धर्म से धर्मांतरित हुए हैं और दूसरे मूल बौद्ध जिनके पूर्वज बौद्ध थे (भारत, नेपाल, कंबोडिया, जापान आदि) आश्चर्यजनक रूप से, हाल ही में धर्मांतरित हुए 90% से अधिक नव बौद्ध लोग हिंदुओं से नफरत करते हैं और उन्हें गाली देते हैं जबकि विदेश से आए बौद्ध लोग ज़्यादातर हिंदुओं और हिंदू धर्म से प्यार करते हैं (क्योंकि बौद्ध धर्म की उत्पत्ति भी भारत से हुई है)। तो हाँ, आप पाएंगे कि हाल ही में धर्मांतरित हुए नव बौद्ध लोग जो अंबेडकरवादी भी हैं, हिंदुओं को गाली देते हैं जबकि उनके सरकारी दस्तावेज़ों पर हिंदू धर्म लिखा हुआ है और वे भारत में हिंदू एससीएसटी होने का लाभ उठा रहे हैं। हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म कभी किसी को दूसरे के धर्म का अपमान करना नहीं सिखाते, लेकिन ये नव बौद्ध बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के बारे में कुछ नहीं जानते, उन्हें लगता है कि अगर हम हिंदुओं का अपमान करते हैं तो हम अच्छे लगते हैं।
Absolutely wrong, kya SC st ko dalit achoot videsiyo me bnaya brahmano aur hinduo ne unhe achoot bnaya , jativad failaya .itne salo se aaj bhi countryside me cases mil jate h. so why not vo log hindu dharm chhod ke dusra apna le aur hinduo ko gali de . bilkul swabhavik h aur sahi h
@@Ferb.. British Government’s Role in Creating the Caste System in India under Divide and Rule Policy: The British government played a significant role in exacerbating and institutionalizing the caste system in India through its divide and rule policy during the colonial period. By exploiting existing social hierarchies, the British strategically manipulated caste identities to maintain control over the Indian population. They categorized different castes into separate groups, granting privileges to some while marginalizing others, thereby creating divisions within Indian society. The British also used census operations to classify and codify caste identities, further solidifying the hierarchical structure. Through these divisive tactics, the British were able to weaken unity among Indians and consolidate their own power, ultimately leaving a lasting impact on India’s social fabric long after colonial rule ended.
@@abrahamj2280 really bro if you are not a spam propegenda account lemme tell you, so Britishers told brahmans yoe are sharma you are Trivedi you are shukla and so called shudras to teli kurmi etc. and they also told you that you can only do fishing, you can only do Puja wtf. Britishers invaded almost half of the world they made literally Africans slave what caste they are Are you mad, yea Britishers made hell edu system but Bhai matlab kuch bhi kal ko bologe bhagwan sirf Narayan h baki sbhi Britishers ne diye divide krne ke liye
@@Ferb.. Was Buddha born to a Hindu father? Yes. According to the legends, Siddhartha Gautama/Siddhartha Shakya was a Hindu prince, born and raised in what is present-day Nepal. Much like Christianity was originally seen as a type of reform of Judaism, Buddhism became a new way to view Hindu teachings and then eventually morphed into its own religion/philosophy. The doctrines of karma and rebirth come directly from the Buddha's Hindu background.
बौद्ध का कितना भी ब्राह्मणीकरण कर लो। तुमको क्या लगता है हम बेवकूफ है ? बौद्ध काल मे तुम्हारा ब्राह्मणी सनातन धर्म का कोई अस्तित्व ही नही था तो हिन्दू धर्म की बात करना बाप की शादी में बेटे का होने जैसी बात है।
@@Aniket_09-r7h मान सकते हो क्यो की आपके दिमाग मे शुरू से ब्राह्मणो का फर्जी इतिहास भरा है बौद्ध धर्म को लेकर। जो ब्राह्मण 2300 साल तक अशोक के शिलालेख पढ़ नही पाए वो बौद्ध धर्म के बारे में बताएंगे ?
@@urgenlama7302 लामा जी ! आपके दलाई लामा जी शिव मन्दिर में शिव जी की पूजा अर्चना कर रहे हैं । महात्मा गौतम बुद्ध के पूर्व आपके भी पूर्वज सनातनी ही थे। आप मनुस्मृति पढ़ने की बात कर रहे हैं , मैंने उसे देखा भी नहीं है ।
@@rahulshinde7704 🙏 माननीय सर्वप्रथम आपको ये समझना होगा कि सनातन संस्कृति पहले थी या बौद्ध मत । यदि बौद्ध मत बाद में आया तो 'सनातन' शब्द उन्होंने सनातन संस्कृति से चुराया है । यदि आप को लगता है कि सनातन संस्कृति बौद्ध मत के बाद आया है तब आप और अध्ययन व अनुसंधान करें। महात्मा गौतम बुद्ध तीन वेदों का अध्ययन किए थे, कपिल मुनि के सांख्य दर्शन के ज्ञाता थे । उनके सारे विचार जैन मत और सनातन संस्कृति से प्रेरित और प्रभावित थे।
ब्रो यो हाइपर क्वेस्ट भन्ने मान्छे ले सनातन धर्मको हरेक कुरालाई इण्डिया सँग जोड्छ । मलाइ यो मान्छे सुरुमा एउटा राम्रो धर्मबिज्ञ लाग्थ्यो तर यो मान्छेले हरेक बैदिक ज्ञान र गौरवलाई इण्डिया सँग जोडे पछि मलाइ यो मान्छे मन परेन । के हिनदु इण्डियाको मात्र गौरव हो ??
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
06:29 आज हम जीतना भी हम बुद्ध धर्मके बारेमे जानेंगे वह हम बहुतही पढ़े लिखे ओर विद्वान व्यक्ति से जानेंगे😂😂😂 ("No part time budhdhist harm in this sentence)
बौद्ध संप्रदाय और संतान धर्म में से कौन पुराना है, इस पर सवाल उठाना स्वयं बुद्ध का अपमान है 😑 बौद्ध संप्रदाय स्वयं सनातन धर्म का भाग है, यह सांख्य दर्शन पर आधारित है जो हमारा है, निःसंदेह बौद्ध संप्रदाय भी हमारा है। समस्या यह है कि जिस क्षण आप थोड़े भी दुर्बल होते हैं, आपके रिश्तेदार भी आपसे दूर होने लगते हैं और जब आप बलशाली होते हैं तो वे अपनी दुम हिलाते हुए आपके पास आते हैं, यहां तक कि अनजाने भी आपसे जुड़ने के लिए ऐतिहासिक साक्ष्य गढ़ लेते हैं। इसलिए मेरे सनातनी भाइयों और बहनों, अपने धर्म के प्रति जागरूक रहें, ज्ञान का प्रसार करें, धर्म को आगे बढ़ाएं, धर्म शक्तिशाली होगा तो स्वतः छोटी मोटी समस्या दूर हो जाएगी।
विशाल जी सादर नमन 🙏 सनातन समीक्षा चैनल के राजेश कुशवाहा और नटराज नचिकेता जी को भी आप आमंत्रित करें । इनके शोध से निश्चय ही लाभ ही प्राप्त होगा।🙏 इनका क्षेत्र प्राचीन इतिहास और पुरातत्व है।
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
अगर साइंस जर्नी इतनी सच है तो वो सिर्फ़ कुछ ही श्लोक को क्यूँ बताते है भाई पूरा का पूरा पढ़ो अब चमतकार नहीं होते समजो अगर इतना जुठ होता तो इतना कुछ नहीं लिखा होता तुम दलित वर्ग से हों इसलिए अगर ब्राह्मण में या किसी अन्य जाति में जन्मे होते तो तुम ये नहीं बोलते 😂 जय अम्बेडकर अंधा
स्थान से खाने का कोई लेना देना नहीं हैं। बिश्नोई समाज कभी जीव हत्या नहीं करता न कभी मांस खाता है। गुरू जम्भेश्वर जी ने बिश्नोई पंथ की स्थापना राजस्थान मैं की थी। गुरू जी स्वयं विष्णु के अवतार थे। हमें जो शिक्षा दी है हम आज भी क़ायम है।
कई लोग भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक ही मान लेते हैं. दरअसल गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के पीछे भ्रमित होने का विशेष कारण भी है. गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध के नाम, गोत्र और कार्यों में काफी हद तक समानता पाई जाती है. लेकिन गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध एक नहीं हैं. भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु के दशावताओं (दस अवतार) में नौंवा अवतार माना जाता है. भगवान बुद्ध भगवान क्षीरोदशायी विष्णु के अवतार हैं. मान्यता है कि बलि प्रथा की अनावश्यक जीव हिंसा की रोक के लिए ही इनके इस अवतार का जन्म हुआ था. भगवान बुद्ध की माता का नाम श्रीमती अंजना और पिता का नाम हेमसदन था. वहीं शाक्यसिंह बुद्ध जिनके बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम (गौतम बुद्ध) के माता-पिता का नाम माया देवी और शुद्धोदन था. श्रीललित विस्तार ग्रंथ के 21 वें अध्याय की पृष्ठ संख्या 178 में वर्णित है कि संयोगवश गौतम बुद्ध ने भी उसी स्थान पर तपस्या कर ज्ञान अर्जित किया जहां भगवान बुद्ध ने तपस्या की थी. इस कारण भी लोग दोनों को एक मान लेते हैं. गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के वनों में 477 बीसी में हुआ था. वहीं बताया जाता है कि भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले बिहार के गया में प्रकट हुए थे. श्रीमद् भागवत महापुराण और श्रीनरसिंह पुराण के अनुसार, भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले इस धरती पर आए थे. जबकि जर्मन के वरिष्ट स्कालर मैक्स मूलर के अनुसार गौतम बुद्ध 2491 साल पहले आए थे. यानी गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध दोनों अलग हैं. भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक मानने के भ्रम का मुख्य कारण अमर सिंह जोकि राजा विक्रमादित्य की राजसभा के नौ रत्नों में एक माने जाते थे. उन्होंने अमरकोष (संस्कृत भाषा की प्रसिद्ध कोष) ग्रंथ की रचना की थी. उस ग्रन्थ में भगवान बुद्ध के 10 और गौतम बुद्ध के 5 पर्यायवाची नाम को एक ही क्रम में लिखा गया था, जोकि गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के भ्रम का अहम कारण बना. भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध दोनों का गोत्र 'गौतम' था, जोकि दोनों को एक मानने का सबसे मुख्य कारण था. अग्निपुराण में भगवान बुद्ध को लंबकर्ण कहा गया है, जिसका अर्थ होता है लंबे कान वाला. इसके बाद से ही भगवान बुद्ध की लंबी-लंबी प्रतिमाएं बनाई जाने लगी!
आपकी जानकारी सन्देह होता है। हमे सिर्फ ये बताये। की ये सनातनी हिंदू ही तो है। जो बुद्ध प्रख्यात हैं। उसी को गौतम या भगवान बुद्ध कहते हैं भारतीय संस्कृति परम्परा की वजह से। जो ज्ञान बुद्ध को मिला बहुत सारे ऋषि मुनि लोगो को भी था। जय श्री राम
teri gaaaand ........chutya. kitna jhut bolega......... kitna jhut chupaoge ....... tum logoko bhi malum hai.......kay satya hai tu jhut bolte bolte marne vala hai
😂😂😂 अच्छा प्रकट हुए थे।गोतम गोत्र भी होता है।😂😂 शाक्यमूनी बूध कों सिंह बना दीया वाह गपोड़ी😂😂।ऐसे ही तुम्हारे पूरखे ने बोधिसत्व को ब्राह्मणीकरण कीया है 9वीं अवतार बोलकर भ्रम फैलाया हुआ था।😂 गपोड़ी लाल बूध से पहले पूर्व बूध रहे हैं इस तरह कुल 28बूध रहे हैं।😂 गोतम बूध, शाक्यमूनी बूध, तथागत बूध ओर जानना है तो साइंस जर्नी चैनल देखो।😂😂😂 वैसे लग रहा है साइंस जर्नी से भागे हुए व्यक्ति हो तुम इसलिए बूध पर अधूरा ज्ञान पेल रहे हो।
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
Mai kushwaha hu aur meri family mai Bhagwan budhha ki bhi puja karte he kyunki wo Shakya caste ke the to bhai hum to budhha bhagwan ko mante hi nhi he ki wo alag relegion he ....Jai Shree Ram 🚩 Namo Budhaye🚩
Sirf aap nahin sara Hindu samaj Bhagwan Budh ko apna hi guru manta hai aur unki shikchhaon se abhibhoot hai. Lekin mahilaon ke bare mein unke vichar aaj ke context mein bilkul bhi khare nahin utarte.
Waw ....great great podcast ...pichle kch waqt se ye nav boddho ki social media pr sanatan virodhi comments or harkato ki wajah se mai kahi na kahi shree gautam buddh or bodh dharm ka virodhi hogya tha lekin ye podcast dekhne k baad muje realise hua k he was d real awaken one wo ek mahaan sidh aatma the ..or jyada respect badh gyi mere mann mai ab gautam buddh ji k liye kbcoz he was also a part of our great sabhyta n dharma ...bs wo sansar ko ek jyda saral marg dikhana chahte the moksh ka ❤
ईतनी जरूरी जानकारी देने के लिए धन्यवाद ।हम तो अँधेरे में ही रह गये थे । हमारी सात पुशते आपकी आभारी रहें हैं । ऐसी पोस्ट की सवरग मे भी चर्चा हो रही सब जगहों पर खुशी का माहोल है। मामले को गंभीरता को देखते हुए मैं भी कमेंट करने आई थी लेकिन यहां पहले से ही आप सभी ने मोर्चा संभाल रखा है इसलिए में वापस जा रही हूं। 😁😂यही सब देख कर कभी कभी लगता है कि हम अंग्रेज से नहीं बल्कि अंग्रेज हमसे आज़ाद हुए थे! 😅😅😅
आचार्य योगेश भारद्वाज जी को दुबारा बुलाए पिछली वीडियो में बहुत जबरदस्त तार्किक बातें कही और तार्किक उत्तर दिया था और साथ में धर्म पर चर्चा करने के लिए एक पौराणिक विद्वान को भी बुलाए । आचार्य योगेश जी की जितनी प्रशंसा की जाए कम है 🙏
@@HyperQuest आपके चैनल पर वैदिक धर्म पर टॉपिको पर डिबेट या चर्चा हमेशा ज्ञानवर्धक होती है जिससे तार्किक लोग वैदिक धर्म के मूल सिद्धात को जान पाएंगे। आपके कार्य को साधुवाद व नमन 🙏
सनातन का matlab-:कभी नही मिटानेवाला, बौद्धधर्म कभी नही मिटानेवाला धर्म है, तो चर्चा, हिंदुधर्म और बौद्धधर्म, ऐसाई राखणे चाहिये था, सनातन नाम का कोई धर्म है हीही नही, aap दिशाभूल कर रहे हो!
आपका प्रयास अति प्रशंसनीय है मेरे बहुत सारे सवालों के उत्तर जिनको लेकर मैं थोड़ा संशय में था उसे विशेषज्ञों के प्रमाणों ने स्पष्ट कर दिया, बहुत ही शानदार। मेरा एक सुझाव है कि इस चर्चा में साइंस जर्नी और रैशनल वर्ल्ड को जरूर आमंत्रित कीजिए क्योंकि उनके वीडियो पूरी तरह से इसका खंडन करते हैं।
jhoot ki potli. wo unka kam propganda krna PhD wale ko bat manoge ya ba pass out ki jinka kam hi propganda krna unke khdan ka kya.lena wo buddist grantho ka sire se nakar deta hai jab koi bat uske gale nahi utarti uske liye sanatan samiksha hai. aise chapri ki chinta Mt kro
जरा सनातन समीक्षा के कुशवाहा जी को बुला कर पॉडकास्ट कीजिए। ये बर्बली नही किताबों से दिखा कर बात करेंगे। कुशवाहा जी के अनुसार बुद्ध कभी हुए ही नही मनगढ़ंत कहानी है। ये जैन धर्म से चुराई हुई दास्तान है। कुछ मिलावट कर के।
Bhaai tu sanatani he v ya nakli he 🤔🤔🤔 baudh ho ya hindu. Apko pata hona chahiye ki budh sach m the.. aur sanatani raaja ke putraa the.. aur haa maharastra k ajantha ellora caves me aajaa saboot k liye.. budha nakli hota to baudh dharam granth ni banta.. pahle kitaab paad le bhaai.. sanatani h na to sanatan m budh v the.. pahle puratan vastu dekh.. caves m jaa . Jain dharam budh k marne k bad paida huwa🤔🤔😒😒😒 to budh jain ki copy kese.
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
@@Kshatriya-j1z ki ek din insan hi insan ki madat aur vinas karega. jaise ki aj ap internet se hum tak connect hai. aur nuclear bomb aur weapon ,chemical virus.
क्या बुद्ध का जन्म हिंदू पिता से हुआ था? हाँ। किंवदंतियों के अनुसार, सिद्धार्थ गौतम/सिद्धार्थ शाक्य एक हिंदू राजकुमार थे, जिनका जन्म और पालन-पोषण वर्तमान नेपाल में हुआ था। जिस तरह ईसाई धर्म को मूल रूप से यहूदी धर्म के सुधार के रूप में देखा जाता था, उसी तरह बौद्ध धर्म हिंदू शिक्षाओं को देखने का एक नया तरीका बन गया और फिर अंततः अपने स्वयं के धर्म/दर्शन में बदल गया। कर्म और पुनर्जन्म के सिद्धांत सीधे बुद्ध की हिंदू पृष्ठभूमि से आते हैं।
एक बार जो सबसे अच्छी लगी सबसे प्यारी लगीकि आपकी पॉडकास्ट तीतर बटेर की तरह लड़ाईनहीं दिखाती है हालांकि बातें सभी जवलंत मुद्दों पर होती है पर बड़े प्यारे और मधुर अंदाज में। बहुत ही संतुलित । अंत में दर्शक दो नो ही विद्वानों के श्रद्धा स्नेह आभार ही महसुस करने हैं। दोनो पक्षों के प्रति आदरभाव ही रहना है। बहुत सी भ्रांतिया मिथक खत्म हो जाती है। ज्ञानप्रद और प्रेरणादायी । बहुत बहुत आभार ।
बौद्ध धर्म बुद्धि ज्ञान अनुभव अध्यात्म सत्य सनातन का धर्म है न कि ढकोसले का। नमो बुद्धाय 🕉️☸️। वह चाहे पुराना हो या नया लेकिन है अंधविश्वास पाखंड के खिलाफ। लोगों को वर्ण व्यवस्था, वर्णसंकरता, ब्राह्मण प्रधानता, जातिगत जन्मजात पेशे से आजादी दिलाने वाले और निर्वाण पद पर ले जाने वाले बुद्ध है। ये दोनों हिंदू हैं।
खाना पीना छोड़कर कोई ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता। जब हमारा शरीर भूख से विआकुल होता है तो हमारा दिमाग काम करना बंद कर देता है। विज्ञान ने साबित कर दिया है कि दिमाग़ के विकास के लिए अच्छा खाना बहुत जरूरी है
koi nahi padhe wo, kyonki tab tak likhe hi nahi agye the wo. Likhne ke liye lipi chahiye hoti hai aur Brahmi Lipi us samay ki esi thi nahi ki Sanskrit ko likh sake. Sanskrit ko Grammar se bandha tha Panini ne, aur wo hue the Buddh ke baad, ab bhala usse pehle kaunsi grammer thi Sanskrit mein aur jo Ved hain aaj dikhte hain wo sab Grammar se paripoorna hain, matlab Panini ke baad ke hone ki sambhavna hai aur Sanskrit text 100BCE se pehle ka nahi milta hai likha hua. Sanskrit ka Janm Prakrit Bhasha se hua hai, Pali ka bhi usi se hua hai. aur Inscription ke mamle mein Pali Predate karti hai Sanskrit ko.
@@anilk2100 Bhai mere.…...jo vyakti baitha h n interview me I think wo mujhse aur apse jyada shodh kiya hua h Isliye hme apna Gyan Dene ki avashykta ni h Boudh scholer h wo.... Pura reaserch krk baitha h wo
@@ty6695 biased shoddh ka koi sar pair nahi hota hai bhai, wo wahi kahega jiske prati wo biased hai, uske haath ko dhyaan se dekho, Hinduism ki chhap dikh rahi hai uske haatho mein, ab koi ek dharm ko itna manne wala hoga to wo kisi aur dharam ke prati shuddh vichar se kaise sochega. Haan Doctorate kiya hai wo baat alag hai, par isse wo sarvagyata ho jaayein ye baat saabit nahi ho jaati hai. aur haan pure Research karke koi nahi baitha hai inme se.
@@ty6695 EK bhasha jo 100BCE se pehle tak milti hi nahi hai, aur Buddh ke baad jiska grammar bana ho usme likha hua padhega wo vyakti jiski already Pali Bhasha Mother Tongue ho aur Brahmi mein jo likhte ho. ye baatein hi apne aap mein contradictory nahi lag rahi aapko?
बुलाओ उसको इसी चैनल पर । वह बंदा तो अपने या अपने साथियों के बिल से बाहर निकल कर डिबेट करने के नाम से ही डरता है । एक बार उसको सनातन समीक्षा से डिबेट करने बोलो सार्वजनिक और निष्पक्ष मंच पर आके । पेंट गीली हो जाएगी तुम्हारे अनपढ़ जर्नी की । 😂
@@kamalkumar-qm8hs अंधभक्त मैं नहीं बल्कि तू है भीमटे 🤣। अनपढ़ जर्नी का अंधभक्त ! तेरा फट्टू जर्नी सबको ब्लॉक करता फिरता है X पर जब भी उसकी कोई धुलाई करता है तब । मुझे भी उसने ब्लॉक कर दिया जब उसको सनातन समीक्षा से open and neutral platform पर आके एकेडमिक डिबेट की तरह डिबेट करने बोला तो और सनातन समीक्षा की वीडियो एक बार देख लेना और अपने अनपढ़ जर्नी को एक बार पूछना कि सनातन समीक्षा को हर जगह से खोज - खोज कर ब्लॉक क्यों किया है । तब पता चलेगा कि सनातन समीक्षा से तेरा अनपढ़ जर्नी कितना डरता है । और एक बार अपने अनपढ़ जर्नी से पूछना कि 2019 में श्याम मानव के बेटे के व्हाट्सएप ग्रुप में उसकी धुलाई किसने की थी 😁। जिसके बाद उसने उस व्यक्ति को गाली गलोज करने लगा था और उस ग्रुप से निकलवा दिया था और उस दिन से हर जगह से खोज - खोज कर ब्लॉक किया हुआ है हर सोशल मीडिया platform पर । 🤣 एक बार अपने अनपढ़ जर्नी को कहना स्ट्रीम में जाके कि सनातन समीक्षा उसको खुली चुनौती दिया है कि अपने बिल से बाहर आए किसी सार्वजनिक और निष्पक्ष मंच पर और डिबेट करे, या फिर ऑफलाइन ही डिबेट में आ जाए एक बार आमने - सामने ।
@@kamalkumar-qm8hs SCIENCE JOURNEY से जाकर पूछो👉बौद्ध धर्म को जानना है तो कौन सी किताब सही रहेगी जान ने के लिए, JAWAB किया देगा 👉 कान पकड़कर आप को उठक बैठक करना है और बीज में बोलना है म्याऊं म्याऊं , ऐसा पचास बार कीजिए @SCIENCE JOURNEY 428😁😍🤣
Was Buddha born to a Hindu father? Yes. According to the legends, Siddhartha Gautama/Siddhartha Shakya was a Hindu prince, born and raised in what is present-day Nepal. Much like Christianity was originally seen as a type of reform of Judaism, Buddhism became a new way to view Hindu teachings and then eventually morphed into its own religion/philosophy. The doctrines of karma and rebirth come directly from the Buddha's Hindu background.
@@InsightGrid620ooh neo - chimtai kaha unhone karam khand ka virodh kya Santivarna agai chal kai wo budhism mai lek lita ahi waha wo budh ko hindu hi bata hai aur unhai brahman bol kar sambodhit kya tha jaa kar pado
सबसे पहली बात कौन से धर्म का नाम हर कुछ साल के बाद बदल जाता है? कभी आर्य धर्म, कभी वैदिक धर्म, कभी ब्राह्मण धर्म, कभी हिंदू धर्म, कभी सनातन धर्म मतलब यह सिर्फ एक जाति व्यवस्था है जिसमें एक जाति के हाथों में सारे अधिकार है और अपने सहूलियत के अनुसार बाकी जातियों में अधिकार या ज़िम्मेदारी बांटी जाती है। कौनसा धर्म अपने पुरोहित उनके माता पिता के जाति को देख कर बनाता है?
Arre debates karna hai toh kisi Buddhist scholer ko bulake karo. Aap Buddhism ki baat kr rahe ho but kisi Buddhist scholer ko na bulake. This is very bad!
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@@HyperQuest 1st
सर एक वीडियो बनाओ जिसमें यह बताओ निराकार और साकार रूप में पूजा करना क्या फर्क है इस डीटिल्स में वीडियो बनाओ
श्री राम और श्री कृष्ण के जन्म से पहले किसकी (भगवान)पूजा की जाती थी?
Please comment bhi dakh liya karo 😂 kab se bol rahe hain sanatan samiksha ko bula lo please 😅
'Why Bengoli Hindu Leaving West Bengal '
heavy decrease in population of Bengoli Hindu
Make a Vedio in this topic
I have all the Points for this Content
Great analysis Sir,
You debunked and sealed the voice of Buddhist researchers and SCIENCE JOURNEY channel.
Thanks Sir,
Please accept his debate challenge.
Veda hi science hai.
Sanatan hi Satya hai.
Gautam Buddha ji was the Scientist of Spirituality.....His methods and teachings are very relatable in this era also.
🙏🏻😇
@HyperQuest जी कल कि kbt कि स्टीम देखो तर्क क्या होता है मालूम पडेगा
आप हमारे हि हो
जय श्रीराम
@@Rakshita442 ok🙏
bhagavad gita teachings is far more better and the best!
gita copy of dhammapada
ऐसो धम्मो सनातानो ❤
नमो बुद्धाय 🙏
ये बात सत्य है कि संस्कृत संस्कारित ही है। सबसे पुरानी भाषा पाली और प्राकृत ही है।
@@SNK22522 ua-cam.com/video/sEMtJqzOhzY/v-deo.htmlsi=SDyWvaOmSaYsMI2p
😢 budha learned Sanskrit
बौद्ध धम्म श्रेष्ठ हैं क्योंकि बौद्ध धम्म मानवतावादी है और हिन्दू धर्म जाति वाद पर और वरणं व्यवस्था पर आधारित है और हिंसा पर आधारित है वेदों में दिया है वैदिक हिंसा न भवति।।।।।।।। नमो बुदाय जय भीम
@@SahabSingh-k8yVarn Vyavastha Aur Jati wad same nhi h Abhi tmko time lgega smjhne me
@@SHIVA-yr4ue to AJ se tum apne ap ko UNTOUCHABLE kahne lago aur SARI relation me bata to ki tum aj se sudra ho bss 2 sal ke liye.
गौतम बुद्ध का पावर इतना है कि इन लोगों को अटक अटक के बोलना पड़ रहा है
नमो बुद्धाय
Alelele
Btana jra
Agar samsar shunya hai to shunyata me vikar kaise aa gya?
Ye baat sahi hai bhai ❤
Tere muh mai gou shakkar 😂😂
ऊ को गायफ कर नमो क्यो लिए होगा
बुद्ध सनातन की संतान है इस सच्चाई को क्यों छुपाया जा रहा है
आप लोगों ने जातिवाद ओर वर्णव्यवस्था को स्वीकारा ओर बुद्ध के सत्य को भी छुपाया है इस लिए में आप लोगों से पूर्णतः सहमत नि हूँ
अभी भाई ये लोग बिद्धिस्म को जानते हि नही है
@@MukulGautamOfficial और तुम जैसे लोग सनातन धर्म के बारे मे नही जानते हो
@@yashpandey8562 👍
@@MukulGautamOfficialAUR TUM BHIMTE KI BAATON MAIN REHNE WAALE HO
@@MukulGautamOfficial phd scholar ko bulaya h podcast p, tumhara science chatni usse zyada nhi janta hoga
भाई साहब मुझे बिल्कुल भी नही लगता की इन्होने बिद्धिस्म मे P H D की हुई है।
हां क्योंकि PHD वाली डिग्री आपसे नहीं ली ना....
Wrong debate
PhD ki Hogi par bese hi Jese log padai job Karne ke liye karte hai na ki Gyan pane ke liye ...
Buddha ko etna pad lo or ungliyo see ring na nikle ...
Ye to tabhi ho Sakta hai jab aadmi ne Hindu dharm me hi man lagaya ho
@@ugchoice6716 Vajrayan Buddhism btau ek baar
Sara bhram duur ho jayega
Tantra, mantra, kala jadu, bali, bhoot, pishach, daiv, dev, nar sb hain ussme
हां कुछ लोगों को बिल्कुल नहीं लगेगा क्योंकि, जो बातें वह लोग सुनना चाहते हैं वैसा कुछ इन्होंने बोला ही नहीं न । वास्तव में इंसान को भरोसा उसी बात का होता है जो बात उसको सुनना पसंद आता है।
Neobuddhist's will not agree from phd scholar in Buddhism but will agree with iti passout jhandu journey 😂😂
Bhai apna profile name change kar da kabhi kisi ka god ka majak mat bana tumhe jaise logo hindu darama ka majak Banta hai jai shree ram
Nice name bro...ur name has great mystery..
@@raj_yt18_343if u can't support the truth than stop lecturing others...mind ur business.
@@madhavrekwar3552 ok bro but koi muslim iska comment padhga tho hamara god bhi gali da ga tujhe chalega kya?
Sorry comment nhi name
इस स्कॉलर को sj सर के पास जाने की जरूरत है😂😂 इनको पुनः रिसर्च करना पड़ेगा
SJ prejudiced .... Hai
😅 👍🏻 sahi kaha
Sj pehle se hi man bana kar baitha har chiz ko ussi direction me mod deta hai
@ nutan
S J sirf nich canvrted dhedo ko zute avadance dikhakar ghuma raha s j ke gand me dam hai to cgaurahe pe aakar hindusthan pe kabja kar ke
Dikha 😂😂😂
Jay hind 🚩🚩💪💪
आप सभी से निवेदन है कि
सारे ग्रन्थ ( वेद, उपनिषद, शास्त्र, पुराण इत्यादि )
ये कब लिखे गये अर्थात इन सभी ग्रंथों की मूल प्रतिलिपि का लेखन समय क्या है
इतना बता दीजिये तो सब स्पष्ट हो जायेगा
और ये भी बता दीजिये कि देवनागरी लिपि का विकास कब हुआ
हमारे सारे भ्रम मिट जायेंगे 🙏
रेडियो कार्बन डेटिंग पद्धति से सबका समय निर्धारित हो जायेगा
कृपया बताइयेगा अवश्य
Starting mokhik hui thi jiska koi hisab nhi
Agar hai to bta do
समुद्र का उद्गम मांगते हो जब तुम समुद्र को समुद्र मानोगे। सोचने के लिए तुम आजाद हो
अपरिपक्व और अविकसित दिमाग वाले लोग ब्रह्मण शब्द से नफरत करते हैं जय श्री राम
इसकी की डेट है टुन्नी😅@@bindeshwariyadav1974
@@tremendousindia3740 जी सबसे पुराने वेद हैं त्रिपीठक बादमे हैं. क्योकी वेदोका उल्लेख वेदोमे आत्ता हैं
आदिक जाणकारी केलीये kbt कि सनातन समीक्षा देखे
जय श्रीराम🚩🚩🚩🚩🚩🚩
आप SJ सर से डिबेटे करिये फालतू गौमूत्र वाला ग्यान मत दीजिये
हैं
@@MANOJMAURYA-no2pz ua-cam.com/users/livem0xI6AlLBXs?si=ZjVqu9_a43pORqAx
Aarya bene Israeli hai
@@MANOJMAURYA-no2pz ua-cam.com/users/livem0xI6AlLBXs?si=ZjVqu9_a43pORqAx
@@MANOJMAURYA-no2pz Tera baap sh challenge accept Nehi karta, vejna iss channel par, nanga karega
दोनों ही मेहमान गपोड़ेबाजी किए हैं। न कोई रेफरेंस दिया गया है और न कोई अभिलेख या शिलालेख का उल्लेख किया गया है।
Beech Mai bola bhe hai debate ke liye bula lo or kr lo 3saal dlai lamba ke sath kam kra hai ap inko bulaiye or ek sath debate kijiye or ap apne reference leke aiye ho leke ajaye gye
Archeological of india ko tum mante nahi ho , history ko tum nahi mante to Wikipedia, google sab galat hai ti reference tujhe ghante ka de.... 😂😂😂😂 tujhe 50 se bhi jyada evidence de sakta hu magar Tu nahi manega kyuki tera brain washed kiya hua hai.. Tere pass budh ke proof hai?? Tu sabit kar budh they?? Kyuki khud budha followers me hi matbhed hai... China ka budh, india ka budh, Thailand ka budh, Japan ka budh sab alag hai... Pahle inhe correct kar le.. Tum bhi bohot gapodte ho 😂😂😂
@surendratanwar7426 chup be nele kabutar nikal yha se😁😁😁😁
Lo ek aur agyaani Aa gaya. 😂😂
Sach ko kaha tak chupaoge
Thanks
Bangladeshis are falsely blaming India for the floods. Bangladesh is not part of India, but Tripura is part of our country. So, don’t get distracted. Ignore Bangladesh and support Tripura, which is currently facing floods. Pray for Tripura and help our people...our citizens.
Right
Right
What about manipur
@@Dev98108 I m from Manipur IMPHAL
What u want to know?
Just come here we all support u
Tripura me bangala desh se Abed Kari ake rehe raha he bangali india government seriously nehi leta or Manipur me kuki mayanmar se Abed Kari ake rehe raha he
ये हिंदू धर्म ही है जो सबको open debate करने का मौका देता है वर्ना अब्राहमिक religion ☯️ तो सर तन से जुदा कर देते हैं धर्म पर सवाल उठाने वाले को और धर्म छोड़ने पर।
@@Trident4You जी जो अब्राहम है पुरानी अब्राहमिक भाषा मे अ नही होता है ब्राहम है जिसे हिन्द मे ब्रह्मा कहा जाता है ज्यादा अंदर मत जाओ अब्राहम की पत्नी का नाम सारा था जिससे सरस्वती बना है
@@virendrakumarsinghsingh3082 ऐसे ही कुछ भी।
डिवेट का इतना ही शौक है तो साइंस जर्नी जैसे किसी चैनल पर चेलेंज स
स्वीकार करो पता चल जाएगा कितने पानी में हो।।
@@Mythvsfacts-n1i unse kaho Ek baar Kuran aur islam ke naam par debate kare sar tan se juda ho jayega. Uske jaal me bas dalit faste hai aur sabse jyada jihadi dalit ko convert karte hai aur maarte hai chahe Bharat ho Pakistan ya Bangladesh ya phir Afganistan.
सरस्वती ब्रह्मा जी की पत्नी नहीं है.... उनकी पुत्री है तु अपनी सारा और अब्राहम को अपने पास रख bhai
क्षमा मांगते हुए मैं यह कमेंट लिख रहा हूं मेरी मंशा आप दोनों सज्जनों के ज्ञान पर सवाल उठाना नहीं है लेकिन आप दोनों के संवाद को सुनकर स्पष्ट समझ आ रहा है कि आप दोनों बैलेंसिंग मूड में हैं जो बौद्ध साहित्य में वर्णित जानकारियां है उसके विपरीत बातें कर रहे हैं। स्रोतागण सच जानने आएं है लेकिन आप लोग निम्न स्तर का जानकारी दे रहे हैं जो मेरे जैसे साधारण व्यक्ति जो साइंस के विधार्थी रहा है , के बावजूद इससे बेहतर ज्ञान रखता है ।हम तो कुछ विशेष जानकारी लेने के उद्देश्य से आए थे लेकिन मेरे जिज्ञासा को गहरा आघात पहुंचा।
भाई समय और ऊर्जा जब लगा हीं रहे हो तो सच बोलो अगर नहीं तो चुप रहो यही बेहतर है।
अगर इन सज्जन ने बैलेंस करके बताया तो तुम्हारे लिए अच्छा ही किया, वरना बुद्ध धम्म के ग्रंथो से कॉपी टू कॉपी बताते तो चुल्लू भर पानी में डूब कर मरने की नौबत आ जाती तुम्हारी...😂
उदाहरण के लिए बुद्ध का जन्म, स्त्रियों को आशुरी शक्तियों से कंपेयर करना, चावल से स्त्री पुरुषों में लिंग उत्पन्न होना, बुद्ध का लाखो बार जन्म लेना और उसे याद रखना आदि...😮
सनातन समीक्षा को बुलाना चाहिए था। वह बौद्धों का पूरा पोल खोल देते ।
Bhai Aisa karo aap, jo original Buddhist the Tibet aur Thailand, unse pata kare ki pehle kaun aaya tha, Bimta waale Soros k agenda pe chal rahe hain, Bhimta k leaders ko soros ki funding aati hai, asli Buddhist se Sune, fake bhimta buddhist ko ignore karein.
I like panchasheel and pragyaa sheel karuna
@@NishantKumar-ry9rpहगातन समिक्षा
बुद्ध ही सत्य है बाकी सब काल्पनिक है।
नमो बुद्धाय 💙💙🙏🙏
बुद्ध सनातन की संतान है यही सत्य है
बुद्ध सनातन की संतान है
सनातन धर्म ही विश्व का एकमात्र मानव धर्म है
Budh hi Satya he , yahi islamik soch he
क्या बात है कि बौद्ध को नास्तिक माना जाता है फिर भी आस्तिक हिन्दुओं उसे नौबा अवतार माना जाता है?
They used abusive words for Budha in Ramayana (Valmiki Ramayana Sarg 109) and their Kalki Purana is totally based on Buddhism. After reading that Purana you will cleary see the haterage towards Budha of this Tanatanis and Br@-Man.
Calling Buddhism a branch of Hinduism😂
Meanwhile Hinduism didn't even existed before 7th Ce.
🤡🤡🤡
Such a clowns.
Not a single evidence they can give of their Religion before 7th Ce.
Not a Single.
@@unknown_atheist na Ramayan me kahi budhh ka mention hai aur na hi kalki puran me
Maine khud padhi hai
Tu bhi thik se padh sarg 109
Hindu budhh ki respect God ke rup me karte hai☝️
@@MarcBilly-fk9bk Source:- Valmiki Ramayana
Reference:- Ayodhya Kand, Sarg 109.34
यथा हि चोरः स तथा हि बुद्ध- स्तथागतं नास्तिकमत्र विद्धि ।
तस्माद्धियः शक्यतमः प्रजानां स नास्तिके नाभिमुखो बुधः स्यात् ॥३४॥
'जैसे चोर दण्डनीय होता है, उसी प्रकार (वेदविरोधी) बुद्ध (बौद्धमतावलम्बी) भी दण्डनीय है। तथागत (नास्तिकविशेष) और नास्तिक (चार्वाक्) को भी यहाँ इसी कोटिमें समझना चाहिये। इसलिये प्रजापर अनुग्रह करनेके लिये राजाद्वारा जिस नास्तिकको दण्ड दिलाया जा सके, उसे तो चोरके समान दण्ड दिलाया ही जाय; परंतु जो वशके बाहर हो, उस नास्तिकके प्रति विद्वान् ब्राह्मण कभी उन्मुख न हो- उससे वार्तालापतक न करे ||३४॥
(Ved Virodhi, tathagata Nastik, Budha, History me sirf aur sirf Gotama Budha ke liye hi use hua hai, Clearly toh likha hai Budha)
#Bra-Man 🤡
@@MarcBilly-fk9bk
Source/Reference:- Kalki Purana
(P.no. 116) सातवाँ अध्याय:-
सूत जी बोले- इसके बाद, हथिनी पर हमला करने वाले शेर की भाँति श्री विष्णु अवतार श्री कल्कि जी ने, जो कि पापों का नाश करने वाले हैं और सब पर विजय पाने वाले हैं, ने उस बौद्ध सेना पर धावा बोल दिया। युद्ध में खून में रंगी हुई, जिस की कमर नंगी हो गई हो, जिसके सुन्दर बाल फैले हुए हों, जो भाग रही हो, बिलख रही हो, जो रतियुद्ध में घायल हो गई हो, ऐसी नायिका की तरह जो सेना हो, उस भागती हुई सेना से सैन्य नायक कल्कि जी बोले- 'हे बौद्ध लोगो ! तुम सब युद्ध के क्षेत्र से मत भागो। लड़ाई के लिए तैयार हो वापस लौटो और अपना बल तथा बहादुरी दिखाने में किसी तरह की कमी न करो।'
(Clearly toh likha hai,
Pura Chapter Copy paste kru kya)
#Lindus
@@MarcBilly-fk9bk Beta YT WTF University ka gyan yaha nhi chalega samjha 🤡
Neo buddhist's will be offended from this podcast 😂
Are ye toh budh ke purvaj ko gali dete hai ab kese denge😂😂
@@VivekSingh-hn4xr😁😁😁😁😁
😁😁😁😁😁
@@samyaksute Cmts section check KR .. ro rhe Hai😀😂😂
@@user-k2ahajw😂🤣😂🤣😂
100% सही बात बोल रहा हूं हिंदू नाम का कोई धर्म ही नही है और सनातन धर्म बुद्ध भगवान के धम्म को कहा गया है और बौद्ध के 84 हजार बौद्ध स्तूपों को तोड़ कर हिंदू धर्म की नीव रखी गई है भारत में बौद्ध धम्म ही सनातन धर्म है
न ब्रह्मा है न विस्नु है न राम है कृष्ण है ये सब जितनी भी मूर्तियां है इन लोगो की सब मूर्ति बुद्ध भगवान की है बुद्ध को मिटा न सके मनुवादी लोग तो चुरा करके हिंदू धर्म की बना लिए
आज जो अयोध्या ने राम बैठे है आकार के ये कोई राम नही बल्कि पुष्यमित्र शुंग है जिसने बौद्ध भिक्षुओं को सर काट कर अलग कर दिया और और अपने प्रजा को मजबूर कर दिया खुद को भगवान कहने में और फिर साकेत का नाम बदल कर अयोध्या रख दिया और वाल्मीकि से रामायण लिखवाया और खुद उस रामायण में राम बन गया और आज पूरा भारत उस पुष्यमित्र सूंघ की पूजा करते है और इसी तरह भारत में से बौद्ध धर्म धीरे धीरे खत्म होने लगा
आज जितने भी भारत में प्राचीन मंदिर है सभी देवी देवताओं के सर से चुनरी माथे से मुकुट बाली सिंदूर हटा कर देख लेना सच्छात बुद्ध नजर आने लगेंगे
🙏नामो बुद्धाय 🙏
Namo buddy, pr yeh log nhi manenge
Apne sare proof aur facts jaake ASI aur court ke samane kyu nhi rkhte...
@@PriyankarAk85 tu pehle decide kar le hindu gods budhh hai ya pushyamitra shung🙂
Aur Ayodhya ke Ram mandir me jo Ram ki murti sthapit ki gayi hai wo terko kis angle se budhh ki ya shung ki murti lagti hai...?🤔
Konse angle se terko budhh ka galaa nila lagta hai...?
Konse angle se terko budhh kale lagte hai...?🤔
Bhang funk ke baitha hai kya
Pagal ho chuke ho bilkul
जब दिमाग खराब हो जाता है तो आदमी ऐसी ही बहकी बहकी बातें करता है। धरातल पर सच्चाई ये है कि भारत में बौद्ध धर्म का अस्तित्व सिर्फ किताबों में ही है। मुस्लिम आक्रांता 800 साल में सनातन धर्मीयों का धर्म परिवर्तन नहीं करा सके सिर्फ कुछ डरपोक लोगों को तलवार के दम पर सलवार पहना सके। और तुम कहते हो कि एक राजा पुष्यमित्र शुंग ने सब बौद्धों को हिन्दू बना दिया। इससे तुम्हारे दिमागी दिवालियापन का पता चलता है।
At such a young age Vishal you are doing a great service to Hinduism. This is why I am proud of Hinduism where there is freedom to debate and reform.
Its not like Abhrahamic religions written on stone
Thank you for your kind words. It really means a lot to me❤
@@HyperQuest Thanks Vishal. I am elder to you, a big Brother. But I have no problem in saying your reply means a lot to me and your knowledge of Hinduism is 2-3 times more than me.
Thanks for inspiring and educating us.
Hare Krishna, Hare Rama 🙏🙏
Bro had try to brainwash the people
Buddha ne bachpn me hi shastro me maharath hassi kr li thi
Pr unka ek bhi vichar hindu dharm ya vedo se prabhavit nhi hai.
Iss video ka jawab sirf Dr. Ambedkar ki kitab Buddha and his Dhamma me mil jayega aapko
@@krystalcoveres7932 Brainwash is being done by so called neo-buddhists and Ambedkarites and what not. Every one is bringing their own concept.
वैदिक ब्राह्मण इरान से होते हुए गङ्गा तठ तक आए हुवे है ।श्रमण परमपरा भारत वर्ष मे था जब वैदिक आए और श्रमण परमपराके गुरुवो से जब वातचित हुवे तब उत्तर मिमामसाका जन्म हुवा नहि तो पुर्व मिमामसामे सिर्फ हवन यज्ञ है । बौद्ध धर्म जाहा जाहा गया वाहाका प्रभुर्ध बर्ग( वौधिक वर्गमे ) पपुलर हुवा क्यु कि यह तार्किक और अनुभुतिमे उतारा जा सक्ता है ।पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।शनकराचार्यके समय प्रसिद्ध बौद्ध गुरु धर्मकृती ( जिस्के प्रभाव हिन्दु धर्मके न्याय दर्शनमे है) और दिगनाग थे उनसे शंकराचार्यने क्यु शास्तार्थ नहि किया? उस्स समय शास्तार्थका आयोजन राजा कर्ते थे और हार्ने वालोके मठमे ताला लगाया जाता था । अगर शंकराचर्यने उन बौद्ध गुरुवोको हराया होता तो नालन्दा , विक्रमाशिल,सोमपुरी, जगदल्ल, बल्ल्भी जैसे प्रसिद्ध बौद्ध माहाविहार कैसे १३औ शताब्दी तक चल राहा था? १०औ शताब्दिमे बाजसपती मिश्रने जब शंकराचार्यके ब्रहम शुत्र भाष्यके भामती टीका लिखनेके वादही हिन्दु धर्म मान्ने वालोमे शंकराचार्यको पहेचाने लगे , उस्से पेहेले उनका नाम इत्ना प्रख्यात नहि था हिन्दुवोमे । शंकराचार्यने बौद्ध धर्मके शुन्यता आदिका खन्डन कर्नेका कोसिस किया है । लेकिन जो उनहोने खन्डन किया है वह बौद्ध धर्मका शुन्यताका मतलब नहि है । अगर वह यह तर्क लेकर बौद्ध गुरुवो से शास्तार्थ कर्ते तो वह आसानिसे हार जाते । शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानन्द से लेकर आजतक उनका अनुयायी बौद्ध शुन्यताको सहि अर्थ नहि समझ पाए है।
Sanatan vs Buddhism ❌
Sanatan = shaiv, vaishanav, shakt , charvak , bauddh , Jain , Sikh....etc....✅
कभी आपने वेदान्त दर्शन को पढ़ा भी है कि बस ऐसे ही आवेश में आ गए है।
शायद आपको पता नही की चार्वाक के दर्शन को भारत में जला दिया गया और उनके बारे में जो कुछ मिलता है वह और धर्म के ग्रंथो में मिलता है।
बौद्ध का कितना साहित्य तिब्बत से आया है।
आपकी जानकारी गलत हैं।बौद्ध भी शेव थे और जैन वैष्णव हैं।सिखो के शुरू के 5गुरु वैष्णव थे ,गुरु अंगत देव जी के आते आते ये शाक्त हो गए । 😊
@@ankitchaurasia933 ye aap kise bare me bol rhe he, aur ek baat charvaak darshan keval isi karan khatam ho gya ki unke grantha jal diya gya ye ek karan ho sakta hai,par ekmatra karan hai, esa ni hai, chuki charvako ki alochna sabhi sad darshno, boddho, jaino ne kiya jiske ke karan inke anuyayi kam hue,iska karan v hai inki alochna 8 darshno kyo ki inhone keval ek pramaan ko mana jo hai direct perception, in sare factors ki wajah se charvaako ka lagbhag decline ho gya+ unki philosophy+ unki books
@@samyaksute Hindu astik yaa nastik nahi ho sakta kyuki hum satya ko jaan ne waale log he. sach ko jaan ne kee bad astik ya nastik reh ne ki koi jaaru nhi hoti
@@Batega_toh_Katega_Hindu_108 bilkul isliye hindus ko astik/ nastik ( according to western concept) dichotomy se hatkar seeker hona chayiye
Vishal ji , आपसे निवेदन है की एक बार Sanatan Samiksha को निमंत्रण अवश्य दें ।।
Bilkul sahi baat
Shayad agar history ka koi podcast hoga to bulayenge par vo apna chehra nhi dikhate
@@Bharatwasi777 nakli buddist dhmki dete hoge sanatan samiksha wale person ko
@@Bharatwasi777 helmet lagake ayenge ya phir online meeting karyadenge
भैय्या जी आपको सादर नमन🙏 एक बहुत अच्छा सुझाव दिया है आपने ।👍
बुद्ध काल मे ब्राह्मण समाज नही था ऊस टाईम बमन श्रमण रहा करते थे
Justice for Lady Doctor..😢
@@D.H.A.K.A.D shut up you stupid fellow. What kind of idiot man you are
👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
Ish video ka topic kya hai kuch pata hai?? Yeh channel kis par hai? Jake dhruv rathee channel ko prefer karo uske liye
@@tokitomuimui kya dikkat hai logo ko jagruk karne mein ❓❓❓❓❓
@@VikashKumar-kw5ck channel bhi mayene rakhta hai
Sanatan samiksha🎉 is doing fantastic on sanatan dharma ..and has told these things already. Sanatan samiksha has reviwed this podcast now listen that live stream to know about reality. Whitewashing is not the solution of this problem. Two opposite poles can't meet with each other.🕉
Right 👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
I am his subscriber 👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼
@VikashKumar-k😂😂w5ck
Gali gloch करके
@@Realist_Jaswin563 नहीं neelo को expose करके..🤣🤣🤣🤣send झंडु journey on sanatan samiksha...
कहाणी सुनने वाले बहुत कम रहे.
सभी शिक्षित हुये है.
प्रमाण मांगते है.
नही है तो चॅनेल जादा दिन नही चलेगा.
Buddha ka praman do
रामायण महाभारत काल्पनिक माननेवाले लाईक करे....
साले इतने सबूत है रामायण और महाभारत के की तेरे बाप को भी पता चल जाएगा साले मौलाना की पैदाइश तू दे सबूत तेरे गौतम के
@KumarprinceRaj-g1l तू दे सबूत तेरे गौतम के साले मौलाना की पैदाइश
१९५६ wala hai 😊 budh ko jo manta wahi bramhan ko manta hai
एस धम्मो सनंतनो ❤
Iska matlab Sanatan Hindu Dharam hi ek satya h aur Bodh dharam ka baap h kyonki Sanatan shabad Sanskrit bhasha ka h aur Sanatan Hindu Dharam k liye hi use hota h❤❤😂😅
@@sapta1sindhuएकदम सही कहा अपने जब इनके बाप ने खुद ही अपने आपको सनातनी आर्य बोला तो हे हमे किस वजेसे विदेशी आर्य खेहते है
@@sapta1sindhunhi
@@sapta1sindhucry harder
@@ALLU767abe jhat ke baal ureshinon tum ho hi Buddhists se mahayan se nikal hud Shak Buddhists me shamil hue lekin kachra sath me le kar gaye isliye
गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमः
Waw क्या लाइन कही है भाई ने !
वाकई आपको लगता है?
@@ankitchaurasia933 ha Ankit sahab.....Guru brahmha ki trh hmari nirman karte hai....kausal and facts se jisase hm apna development krne me saksham hote hai.....vo hmare जीवन ke hmare nuksandayak swarup ko nast karte hai......अनुशासन aur samjha bujhakar ya dand se.......ttha Vishnu ki trh hmara palan poshan karte hai......yogya na hote huye bhi siparish krke guarantee lekar......etc......🌿
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे |
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ||
🌺🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌺
@@amitkumarraaj6419 नहीं भाई तुम बड़े भाग्यशाली हो जो इस प्रकार के अनुशासन और संस्कार की बातें करते हो और वह संस्कार मिला है।
हमारे यहां तो ऐसा कोई धारणा नही है, यहां गुरुजी बहुत चालू किस्म के व्यक्ति होते है गाली भी देते है और किसी को परीक्षा में अनुत्तीर्ण कर देते है या किसी लड़के को मारते है तो लड़के भी उनके वही या बाहर गर्दन धर लेटें है।
हमारे लिए तो यह संभव ही नहीं तो पता है यद्यपि हम भी उतना बुरे नही हैं बस थोड़ा ज्यादा खुल गए है।
Jai maa Durga 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@@VikashKumar-kw5ck 🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺🌺|| जय माता दी ||🌺
Only science journy channel
Inhe unse ek bar debate karayr
Science ka S aata hai us Aarakshan jivi ko....?💀
Kya educational qualification hai uski...?
Science jounrni nhi science chatni 😅
@@knite_hunter2995about what? On how flawed the religion is or how blind your faith is?
@@MarcBilly-fk9bkफुल टॉप जवाब हाजिर श्री अमित तिवारी जी भी होते है।
" एस धम्मो सनातनो " बुद्ध
उपरोक्त चर्चा में पाली भाषा के प्रोफेसर महाशय ने जो विचार रखे वहां तथ्य हीन है वह अपनी आजीविका पाली में पीएचडी करके चला रहे हैं, वे सही पक्ष नहीं रख रहे हैं, उनकी मानसिकता बुद्ध ke विचारो के विरुद्ध है l जैसे संस्कृत भाषा पुरातन है, इसका पुरातात्विक साक्ष देना चाहिए I वर्तमान ब्राह्मण धर्म
बौद्ध धर्म का रूपांतरित ,या बदला हुआ रूप है l
ब्राम्हण धर्म कब से हो गया बे
What is the pali lg which place speak this language please inform me.
Bhimta lodu
Fun fact:
Agar Buddha pali bolte bachpan se to unka naam Buddha hota hi nhi
Budh hota
Very nice
बात यह है ही नही कि कौन सा धर्म सबसे पुराना हैं। बात यह है कि कौन सा धर्म वैज्ञानिक हैं तो निश्चित रूप से बौद्ध धर्म। बुद्ध ने सिर्फ इतना किया सनातन धर्म में उपस्थित कूड़ा करकट और पाखंड को हटाया। इसलिए यह धर्म विश्व के अन्य देशों में मान्य हुआ।
कितने चीजों का खोज भूद ने किया
Tumhe pata nhi yaha saman vyvastha thi tumhe purwaj videshi ureshinon ho yaha akar base yahi ke log Vedic system fasna chalu kiya muslimo se milkar saudebaazi koi history bata jo bharat ke history me tere brmha asal abraham hai sara sarasvati unki dhadhi aur uski bhi same hai tum bacteria 🦠 bolte hai waha
@@official7134hamare hi rishu muniyo ne sabse phele gravity ki khoj ki thi, hanuman chalisa me earth aur sun ke beech ki exact distance likhi hai,hamare temples ke architecture modern science ko fail karte hai bahut se aise proof hai jo yeh batate hai ki hamara sanatan dharma kitna aage tha phele hi aajke modern science se
Ha ye shi h🫡
सब सत्य है
केवल हम सब ही मूर्ख है जो यहां सोशल मीडिया पर लड़ रहे हैं,
एक-दूसरे की आस्था पर प्रहार कर रहे हैं,
हमसे कुछ होना तो है नहीं
और माथापच्ची करते हुए ऐसे ही जिंदगी खत्म कर देंगे 🙄
सनातन और बौध एक ही है ।
Most needed!!
Cleared my almost all doubts!!
🙏🏻😇
Without knowing abhidhamma ,
You are clear on ????
@@user-hacktheworld yah, I know Some things are missing, but we also have to do research by our own to get addup knowledge with this video. 😀
Hare Krishna from Nepal 🚩🕉️🇳🇵
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
Up se Raat me Bibi Bachche 2.Chod.Janta.ko.chod.chale.gaye.Rajniit.leftist
@@urgenlama7302 listen please read Max Muller, read what he said about buddhism.
@@urgenlama7302भाई मैं बौद्ध विहार संकिशा के पास छोटे से गाँव में रहता हूँ हमरे पुराज
शाक्य सरनेम का उपयोग कर रहे है कोई हमें किसी का वशज बोलता है कोई किसी का सभी संनातन धर्म का पालन कर रहे हैं और बुद्धाधर्म में भी उतनी ही आस्था रखे हैं बुजुर्ग अभी भी हमें जातक कथा सुनआते हैं गाँव के सभी ध्यान में विश्वास करते हैं और रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करते हैं हम आज भी अज्ञान हैं क्या सच है क्या झूठ बुद्धंम शरणंम गच्छामि🙏🙏
Hare Krishna!🔱 jay aryavarta!
क्या सभी बौद्ध हिंदू विरोधी हैं?
बौद्ध दो प्रकार के होते हैं, पहले नव बौद्ध जो हाल ही में भारत में हिंदू धर्म से धर्मांतरित हुए हैं और दूसरे मूल बौद्ध जिनके पूर्वज बौद्ध थे (भारत, नेपाल, कंबोडिया, जापान आदि)
आश्चर्यजनक रूप से, हाल ही में धर्मांतरित हुए 90% से अधिक नव बौद्ध लोग हिंदुओं से नफरत करते हैं और उन्हें गाली देते हैं जबकि विदेश से आए बौद्ध लोग ज़्यादातर हिंदुओं और हिंदू धर्म से प्यार करते हैं (क्योंकि बौद्ध धर्म की उत्पत्ति भी भारत से हुई है)।
तो हाँ, आप पाएंगे कि हाल ही में धर्मांतरित हुए नव बौद्ध लोग जो अंबेडकरवादी भी हैं, हिंदुओं को गाली देते हैं जबकि उनके सरकारी दस्तावेज़ों पर हिंदू धर्म लिखा हुआ है और वे भारत में हिंदू एससीएसटी होने का लाभ उठा रहे हैं।
हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म कभी किसी को दूसरे के धर्म का अपमान करना नहीं सिखाते, लेकिन ये नव बौद्ध बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के बारे में कुछ नहीं जानते, उन्हें लगता है कि अगर हम हिंदुओं का अपमान करते हैं तो हम अच्छे लगते हैं।
Absolutely wrong, kya SC st ko dalit achoot videsiyo me bnaya brahmano aur hinduo ne unhe achoot bnaya , jativad failaya .itne salo se aaj bhi countryside me cases mil jate h. so why not vo log hindu dharm chhod ke dusra apna le aur hinduo ko gali de . bilkul swabhavik h aur sahi h
@@Ferb.. British Government’s Role in Creating the Caste System in India under Divide and Rule Policy:
The British government played a significant role in exacerbating and institutionalizing the caste system in India through its divide and rule policy during the colonial period. By exploiting existing social hierarchies, the British strategically manipulated caste identities to maintain control over the Indian population. They categorized different castes into separate groups, granting privileges to some while marginalizing others, thereby creating divisions within Indian society. The British also used census operations to classify and codify caste identities, further solidifying the hierarchical structure. Through these divisive tactics, the British were able to weaken unity among Indians and consolidate their own power, ultimately leaving a lasting impact on India’s social fabric long after colonial rule ended.
@@abrahamj2280 provide valid source with proof without any logical fallacies .if can't don't spread fake statements in the name of Hinduism
@@abrahamj2280 really bro if you are not a spam propegenda account lemme tell you, so Britishers told brahmans yoe are sharma you are Trivedi you are shukla and so called shudras to teli kurmi etc. and they also told you that you can only do fishing, you can only do Puja wtf. Britishers invaded almost half of the world they made literally Africans slave what caste they are Are you mad, yea Britishers made hell edu system but Bhai matlab kuch bhi kal ko bologe bhagwan sirf Narayan h baki sbhi Britishers ne diye divide krne ke liye
@@Ferb.. Was Buddha born to a Hindu father?
Yes. According to the legends, Siddhartha Gautama/Siddhartha Shakya was a Hindu prince, born and raised in what is present-day Nepal. Much like Christianity was originally seen as a type of reform of Judaism, Buddhism became a new way to view Hindu teachings and then eventually morphed into its own religion/philosophy. The doctrines of karma and rebirth come directly from the Buddha's Hindu background.
मैडम! जैसा आपने कहा, बुद्ध और शंकर ने एक ही गुरुकुल में सनातन धर्म की शिक्षा ली थी? कृपया उस गुरुकुल का नाम बताएं।
बौद्ध का कितना भी ब्राह्मणीकरण कर लो। तुमको क्या लगता है हम बेवकूफ है ? बौद्ध काल मे तुम्हारा ब्राह्मणी सनातन धर्म का कोई अस्तित्व ही नही था तो हिन्दू धर्म की बात करना बाप की शादी में बेटे का होने जैसी बात है।
Bhai tum sach mai hi bevkhuf ho
@@Aniket_09-r7h मान सकते हो क्यो की आपके दिमाग मे शुरू से ब्राह्मणो का फर्जी इतिहास भरा है बौद्ध धर्म को लेकर। जो ब्राह्मण 2300 साल तक अशोक के शिलालेख पढ़ नही पाए वो बौद्ध धर्म के बारे में बताएंगे ?
विशाल जी , आपने बौद्ध धर्म में स्त्रियों के स्थान के लिए जो जिज्ञासा प्रस्तुत किया वो अद्वितीय है ।🙏👍
🙏🏻🙏🏻
जरा मनुस्मृती भि पढा किजिए सर ।
@@urgenlama7302 लामा जी ! आपके दलाई लामा जी शिव मन्दिर में शिव जी की पूजा अर्चना कर रहे हैं । महात्मा गौतम बुद्ध के पूर्व आपके भी पूर्वज सनातनी ही थे। आप मनुस्मृति पढ़ने की बात कर रहे हैं , मैंने उसे देखा भी नहीं है ।
@@dushyantsingh5759sanatan ka naam buddism me likha hai...
@@rahulshinde7704 🙏 माननीय सर्वप्रथम आपको ये समझना होगा कि सनातन संस्कृति पहले थी या बौद्ध मत । यदि बौद्ध मत बाद में आया तो 'सनातन' शब्द उन्होंने सनातन संस्कृति से चुराया है । यदि आप को लगता है कि सनातन संस्कृति बौद्ध मत के बाद आया है तब आप और अध्ययन व अनुसंधान करें। महात्मा गौतम बुद्ध तीन वेदों का अध्ययन किए थे, कपिल मुनि के सांख्य दर्शन के ज्ञाता थे । उनके सारे विचार जैन मत और सनातन संस्कृति से प्रेरित और प्रभावित थे।
Jay Shree Ram bhai 🙏❤️
I'm from Nepal 🇳🇵
Nepalis are our brother..
Jay shree Ram bhai ji 🚩❤️
ब्रो यो हाइपर क्वेस्ट भन्ने मान्छे ले सनातन धर्मको हरेक कुरालाई इण्डिया सँग जोड्छ । मलाइ यो मान्छे सुरुमा एउटा राम्रो धर्मबिज्ञ लाग्थ्यो तर यो मान्छेले हरेक बैदिक ज्ञान र गौरवलाई इण्डिया सँग जोडे पछि मलाइ यो मान्छे मन परेन । के हिनदु इण्डियाको मात्र गौरव हो ??
@@amitpassi2042 Yes we are but you indian always highlight your india when hindu importance come.
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
Excellent presentation. I had not heard so beautiful and high valued discussion before. Thanks to both the scholars.
कोई प्रमाण नही मुंह खोला शब्द पगोडा ओर हो गया सबुत वाह रै धूर्तो
06:29 आज हम जीतना भी हम बुद्ध धर्मके बारेमे जानेंगे वह हम बहुतही पढ़े लिखे ओर विद्वान व्यक्ति से जानेंगे😂😂😂
("No part time budhdhist harm in this sentence)
Do you mean bhimte😂
@@Dannydecosta74 🤣🤣😂😂
The one who is taking Buddhist side is part time in this video
@@hemantjangid1327 listen full podcast first
बौद्ध संप्रदाय और संतान धर्म में से कौन पुराना है, इस पर सवाल उठाना स्वयं बुद्ध का अपमान है 😑
बौद्ध संप्रदाय स्वयं सनातन धर्म का भाग है, यह सांख्य दर्शन पर आधारित है जो हमारा है, निःसंदेह बौद्ध संप्रदाय भी हमारा है।
समस्या यह है कि जिस क्षण आप थोड़े भी दुर्बल होते हैं, आपके रिश्तेदार भी आपसे दूर होने लगते हैं और जब आप बलशाली होते हैं तो वे अपनी दुम हिलाते हुए आपके पास आते हैं, यहां तक कि अनजाने भी आपसे जुड़ने के लिए ऐतिहासिक साक्ष्य गढ़ लेते हैं।
इसलिए मेरे सनातनी भाइयों और बहनों, अपने धर्म के प्रति जागरूक रहें, ज्ञान का प्रसार करें, धर्म को आगे बढ़ाएं, धर्म शक्तिशाली होगा तो स्वतः छोटी मोटी समस्या दूर हो जाएगी।
विशाल जी सादर नमन 🙏 सनातन समीक्षा चैनल के राजेश कुशवाहा और नटराज नचिकेता जी को भी आप आमंत्रित करें । इनके शोध से निश्चय ही लाभ ही प्राप्त होगा।🙏 इनका क्षेत्र प्राचीन इतिहास और पुरातत्व है।
जी अवश्य 🙏🏻
@@HyperQuest 🙏🙏🙏🙏
सादर प्रणाम सर ☺️🙏🏻🚩
@@HyperQuest तो कब बुला रहे। हो सनातन समीक्षा को
मस्त जोक मारा 😜🤪
सनातन धर्म ही बौद्ध धम्म है कुछ भी मत बतावो...
Nahi aap budhism pade
Every hindu please support #sanatansamiksha
sandas samiksha bolta hai darius pe hindu word likha hai jabki hindu ye word likha hi nahi hai
usne kaha ki hindu ka arth gaali nahi aur apne pichwade ke dum se usne debink kiya par Lughat e kishwari or kishori mai hindu ka arth Decoit,theif etc aisa likha hai
kya hi credibility hai sandas samiksha ki XDDDD
Jyada nahi bass Sanatan samiksha kaa naam sunke jhandu journey kaa pent gila ho jata hai 🥸😂@@Heisenberger2005
कभी Science Journey से भिड़ो।
अपने लोगों को बैठा कर किया खिचड़ी पका रहा है।😂😂
Does he has any degree in archeology or any specific field
Chutiye tu apni maa chuda science waad me
@@himanshusahu6910he is father
@@himanshusahu6910
कभी लाइव में जूडो
मां के पल्लू में क्यों छिपे रहते हो
अगर साइंस जर्नी इतनी सच है तो वो सिर्फ़ कुछ ही श्लोक को क्यूँ बताते है भाई पूरा का पूरा पढ़ो अब चमतकार नहीं होते समजो अगर इतना जुठ होता तो इतना कुछ नहीं लिखा होता तुम दलित वर्ग से हों इसलिए अगर ब्राह्मण में या किसी अन्य जाति में जन्मे होते तो तुम ये नहीं बोलते 😂 जय अम्बेडकर अंधा
2:13:02 सम्राट अशोक के पिता बिम्बिसार नहीं बिन्दुसार हैं।👍🙏
Best comment but Unka ashay shi tha bolne me truti ho gyi hogi
@vidhanpandey6347 🙏🙏🙏🙏
Sanatan Dharma ki Jay ho💪🛐🚩
I am proud to be sanatan dharma 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏
Sanatan ye Pali shabd he jo budhism ☸️ se jhanduone churaya 😂
स्थान से खाने का कोई लेना देना नहीं हैं। बिश्नोई समाज कभी जीव हत्या नहीं करता न कभी मांस खाता है। गुरू जम्भेश्वर जी ने बिश्नोई पंथ की स्थापना राजस्थान मैं की थी। गुरू जी स्वयं विष्णु के अवतार थे। हमें जो शिक्षा दी है हम आज भी क़ायम है।
Please do not stop making this.Too knowledgeable ❤
Thank you for the appreciation ❤
ये दोनो अगर विद्वान है तो sj सर से लाइव डिबेट करे फिर पता चलेगा कितना विद्वान है विद्वान है या फिर ढोंगी😂😁🤪😜😂जय भीम नमो नमो बुध
सही कहा सर sj सर se dibet Karen
हाँ जी बिलकुल इनको SJ सर से लाइव डिबेट करनी ही चाहिए पता चल जायेगा कौन कितने पानी में है ☝🏻☝🏻जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🏻🙏🏻
excellent conversation ❤
Thank you 🙏🏻❤️
आपने पॉडकास्ट मैं sj sir साइंस जर्नी वाले sir को बुलाए बो बौद्ध धर्म वेदों को बहुत अच्छे से एविडेन के साथ बताएंगे ,,,
wo uneducated muslim jyada lagta hai ,,wo saaf kehta hai budo se pehle sabhyta thi bhi to 27 budo ki thi
इतना औक़ाद नहीं है इसका 😂
आप चले जाओ 😅😅😅फिर
@@hemlatauikey8343 ua-cam.com/video/sEMtJqzOhzY/v-deo.htmlsi=SDyWvaOmSaYsMI2p
@@mahive139 ua-cam.com/video/sEMtJqzOhzY/v-deo.htmlsi=SDyWvaOmSaYsMI2p
कई लोग भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक ही मान लेते हैं. दरअसल गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के पीछे भ्रमित होने का विशेष कारण भी है. गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध के नाम, गोत्र और कार्यों में काफी हद तक समानता पाई जाती है. लेकिन गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध एक नहीं हैं.
भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु के दशावताओं (दस अवतार) में नौंवा अवतार माना जाता है. भगवान बुद्ध भगवान क्षीरोदशायी विष्णु के अवतार हैं.
मान्यता है कि बलि प्रथा की अनावश्यक जीव हिंसा की रोक के लिए ही इनके इस अवतार का जन्म हुआ था.
भगवान बुद्ध की माता का नाम श्रीमती अंजना और पिता का नाम हेमसदन था.
वहीं शाक्यसिंह बुद्ध जिनके बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम (गौतम बुद्ध) के माता-पिता का नाम माया देवी और शुद्धोदन था.
श्रीललित विस्तार ग्रंथ के 21 वें अध्याय की पृष्ठ संख्या 178 में वर्णित है कि संयोगवश गौतम बुद्ध ने भी उसी स्थान पर तपस्या कर ज्ञान अर्जित किया जहां भगवान बुद्ध ने तपस्या की थी. इस कारण भी लोग दोनों को एक मान लेते हैं.
गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के वनों में 477 बीसी में हुआ था. वहीं बताया जाता है कि भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले बिहार के गया में प्रकट हुए थे.
श्रीमद् भागवत महापुराण और श्रीनरसिंह पुराण के अनुसार, भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले इस धरती पर आए थे. जबकि जर्मन के वरिष्ट स्कालर मैक्स मूलर के अनुसार गौतम बुद्ध 2491 साल पहले आए थे. यानी गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध दोनों अलग हैं.
भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक मानने के भ्रम का मुख्य कारण
अमर सिंह जोकि राजा विक्रमादित्य की राजसभा के नौ रत्नों में एक माने जाते थे. उन्होंने अमरकोष (संस्कृत भाषा की प्रसिद्ध कोष) ग्रंथ की रचना की थी. उस ग्रन्थ में भगवान बुद्ध के 10 और गौतम बुद्ध के 5 पर्यायवाची नाम को एक ही क्रम में लिखा गया था, जोकि गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के भ्रम का अहम कारण बना.
भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध दोनों का गोत्र 'गौतम' था, जोकि दोनों को एक मानने का सबसे मुख्य कारण था. अग्निपुराण में भगवान बुद्ध को लंबकर्ण कहा गया है, जिसका अर्थ होता है लंबे कान वाला. इसके बाद से ही भगवान बुद्ध की लंबी-लंबी प्रतिमाएं बनाई जाने लगी!
आपकी जानकारी सन्देह होता है। हमे सिर्फ ये बताये। की ये सनातनी हिंदू ही तो है। जो बुद्ध प्रख्यात हैं। उसी को गौतम या भगवान बुद्ध कहते हैं भारतीय संस्कृति परम्परा की वजह से। जो ज्ञान बुद्ध को मिला बहुत सारे ऋषि मुनि लोगो को भी था। जय श्री राम
@@SirkrishnaDevgan
जी! मेरे कमेन्ट को ठिक से पढ़े!
वैसे जितने भी मत, धर्म आगे चलकर फैले है, सबका मूल सनातन धर्म ही है!
teri gaaaand ........chutya.
kitna jhut bolega.........
kitna jhut chupaoge .......
tum logoko bhi malum hai.......kay satya hai
tu jhut bolte bolte marne vala hai
😂😂😂
अच्छा प्रकट हुए थे।गोतम गोत्र भी होता है।😂😂 शाक्यमूनी बूध कों सिंह बना दीया वाह गपोड़ी😂😂।ऐसे ही तुम्हारे पूरखे ने बोधिसत्व को ब्राह्मणीकरण कीया है 9वीं अवतार बोलकर भ्रम फैलाया हुआ था।😂
गपोड़ी लाल बूध से पहले पूर्व बूध रहे हैं इस तरह कुल 28बूध रहे हैं।😂
गोतम बूध, शाक्यमूनी बूध, तथागत बूध
ओर जानना है तो साइंस जर्नी चैनल देखो।😂😂😂 वैसे लग रहा है साइंस जर्नी से भागे हुए व्यक्ति हो तुम इसलिए बूध पर अधूरा ज्ञान पेल रहे हो।
निश्चित रूप से दोनों ही विषय पर बहुत ही स्पष्ट विवेचनात्मक सत्य को प्रस्तुत करनेवाला बढ़िया podcast...👍👌🙏🏻
धन्यवाद 🙏🏻❤️
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
@@HyperQuestboycott PhD Buddhist scholar
@@HyperQuestboycot PhD scholar spreading false information
Mai kushwaha hu aur meri family mai Bhagwan budhha ki bhi puja karte he kyunki wo Shakya caste ke the to bhai hum to budhha bhagwan ko mante hi nhi he ki wo alag relegion he ....Jai Shree Ram 🚩 Namo Budhaye🚩
Sirf aap nahin sara Hindu samaj Bhagwan Budh ko apna hi guru manta hai aur unki shikchhaon se abhibhoot hai. Lekin mahilaon ke bare mein unke vichar aaj ke context mein bilkul bhi khare nahin utarte.
ॐ नमः शिवाय ॐ 🎉🎉🎉❤❤❤
Excellent knowledge,
Guests are so knowledgeable,i adore this channel.
2 ब्राह्मणों को बैठाकर कोई तीसरे धर्म पर बात करता है।
Please invite Sanatan Samiksha.
Waw ....great great podcast ...pichle kch waqt se ye nav boddho ki social media pr sanatan virodhi comments or harkato ki wajah se mai kahi na kahi shree gautam buddh or bodh dharm ka virodhi hogya tha lekin ye podcast dekhne k baad muje realise hua k he was d real awaken one wo ek mahaan sidh aatma the ..or jyada respect badh gyi mere mann mai ab gautam buddh ji k liye kbcoz he was also a part of our great sabhyta n dharma ...bs wo sansar ko ek jyda saral marg dikhana chahte the moksh ka ❤
ईतनी जरूरी जानकारी देने के लिए धन्यवाद ।हम तो अँधेरे में ही रह गये थे ।
हमारी सात पुशते आपकी आभारी रहें हैं ।
ऐसी पोस्ट की सवरग मे भी चर्चा हो रही
सब जगहों पर खुशी का माहोल है।
मामले को गंभीरता को देखते हुए मैं भी कमेंट करने आई थी लेकिन यहां पहले से ही आप सभी ने मोर्चा संभाल रखा है इसलिए में वापस जा रही हूं। 😁😂यही सब देख कर कभी कभी लगता है कि हम अंग्रेज से नहीं बल्कि अंग्रेज हमसे आज़ाद हुए थे!
😅😅😅
राधे-राधे 🙏❤️
आपको भाई तहेदिल से धन्यवाद जो आप आज के युवाओं को सनातन धर्म का मार्ग दिखा रहे हैं❤❤❤❤❤ जय हिंद जय भारत जय श्री राम जय भीम
आभार भाई 🙏🏻❤️
Har Har Mahadev 🙏🙏
I loved this podcast really and many of my doubts are cleared I got to know about my dharm much more
Very well done brother and thankyou
आचार्य योगेश भारद्वाज जी को दुबारा बुलाए पिछली वीडियो में बहुत जबरदस्त तार्किक बातें कही और तार्किक उत्तर दिया था और साथ में धर्म पर चर्चा करने के लिए एक पौराणिक विद्वान को भी बुलाए । आचार्य योगेश जी की जितनी प्रशंसा की जाए कम है 🙏
जी अवश्य 😇
@@HyperQuest आपके चैनल पर वैदिक धर्म पर टॉपिको पर डिबेट या चर्चा हमेशा ज्ञानवर्धक होती है जिससे तार्किक लोग वैदिक धर्म के मूल सिद्धात को जान पाएंगे। आपके कार्य को साधुवाद व नमन 🙏
Ye adimanav kon the or Inka dharm kya tha inko kisne peda Kiya
Yadi inse pahle bhagwan the to bhagwan k bad ye kese aaye
बुद्ध जी ने भी वेदांत को नकारा नहीं हैं.. हम चैतन्य हैं हमे स्वयं अपने आप को जानना होगा और स्वयंद्धाय करना होगा तभी इस पृथ्वी पर आना सफल होगा...
सनातन का matlab-:कभी नही मिटानेवाला, बौद्धधर्म कभी नही मिटानेवाला धर्म है, तो चर्चा, हिंदुधर्म और बौद्धधर्म, ऐसाई राखणे चाहिये था, सनातन नाम का कोई धर्म है हीही नही, aap दिशाभूल कर रहे हो!
आपका प्रयास अति प्रशंसनीय है मेरे बहुत सारे सवालों के उत्तर जिनको लेकर मैं थोड़ा संशय में था उसे विशेषज्ञों के प्रमाणों ने स्पष्ट कर दिया, बहुत ही शानदार।
मेरा एक सुझाव है कि इस चर्चा में साइंस जर्नी और रैशनल वर्ल्ड को जरूर आमंत्रित कीजिए क्योंकि उनके वीडियो पूरी तरह से इसका खंडन करते हैं।
jhoot ki potli. wo unka kam propganda krna PhD wale ko bat manoge ya ba pass out ki jinka kam hi propganda krna unke khdan ka kya.lena wo buddist grantho ka sire se nakar deta hai jab koi bat uske gale nahi utarti uske liye sanatan samiksha hai. aise chapri ki chinta Mt kro
Very good
@ASFACT28very05
जरा सनातन समीक्षा के कुशवाहा जी को बुला कर पॉडकास्ट कीजिए। ये बर्बली नही किताबों से दिखा कर बात करेंगे। कुशवाहा जी के अनुसार बुद्ध कभी हुए ही नही मनगढ़ंत कहानी है। ये जैन धर्म से चुराई हुई दास्तान है। कुछ मिलावट कर के।
Jain dharm ka saboot de pehle buddh ke time se
@@vikasattar553 सब मिलेगा कुशवाहा जी से मिल लो।
Bhaai tu sanatani he v ya nakli he 🤔🤔🤔 baudh ho ya hindu. Apko pata hona chahiye ki budh sach m the.. aur sanatani raaja ke putraa the.. aur haa maharastra k ajantha ellora caves me aajaa saboot k liye.. budha nakli hota to baudh dharam granth ni banta.. pahle kitaab paad le bhaai.. sanatani h na to sanatan m budh v the.. pahle puratan vastu dekh.. caves m jaa . Jain dharam budh k marne k bad paida huwa🤔🤔😒😒😒 to budh jain ki copy kese.
Kushwaha khud ko baudh ke vansaj mante h❤
Main nahi maanta@@IITBOYSHUBH
गौतम बुद्ध 28 वे बुद्ध थे तो पहले बुद्घ जो थे वो सनातन से पहले हो सकते हे क्या ?
एक भी विदेशी यात्रियों का उल्लेख नहीं किया गया है कि उन्होंने वेद उपनिषदों के बारे में क्या कहा है
|| जय श्री राम 🚩🏹 ||
मेम वंदना जो भी हैं काफी ज्ञानवान हैं।धर्म के बारे में उनकी समझ काफी गहरी और प्रायोगिक है।साधुवाद। वंदन , अभिनंदन।🎉🎉
Jai Siya Ram 🙏🙏
No one saves us but ourselves. No one can and no one may. We ourselves must walk the path.
- Buddha
इस podcast की जितनी प्रशंसा की जाय वो कम है।
Thankyou very much for this amazing video. Please do continue with this...😊🙏
Jai Ho Sanatan Hindu Dharma ki 🙏🚩🧡🥰
कुछ भि , पुराण २ शताब्दी से लेकर १८ औ शताब्दी तक लिखा गया है , क्यु कि १४ ,१५ औ शताब्दी के राजाका जिक्र है और भविष्य पुराणमे तो भिक्टोरियाका भि जिक्र है । और रामायण भगवान बुद्ध द्वारा बताया गया दसर्थ जातकका राम पन्डित और माहायान बौद्ध धर्मका बहुत हि चर्चित माहायाना शुत्र लन्कावतार शुत्र ( जिसे वोधी धर्म चिन अपने साथ ले गए थे ,जिनहोने जेन बुद्धिजम और कुङ्ग फु स्थापना किया ) इसि शुत्रका पात्र बोधिष्त्त्व यक्ष राज रावाणको भिलियन बनाके बौद्ध धर्म विरुध रचा गया काल्पनिक पुस्तक है। भगवान बुद्धके समय कोहि हिन्दु नहि था बल्की उस समय श्रवण और वैदिक ब्राह्मण परमपरा था जाहा ६२ से ज्यादा श्रवण परमपरा था और भगवान बुद्धके परिवार श्रवण परमपरा मान्ते थे । इसि लिए वह गृह त्यागके वाद २ श्रमण गुरुके पाश गए जिनहोने उने ७ और ८ औ अरुप समाधी सिकाए थे , जिसको बौधिष्तव शिद्धार्थने कुछ हि हप्तोमे पा लियाथा । आजका युगमे फेक न्युज नहि टिकता है , जल्द हि पुरे विश्वको सहि जानकारी पता लग रहा है । सत्य और सुर्यको अधिक समय छुपाया नहि जा सक्ता है, सत्य और असत्यमे सदा सत्यका हि जित होता है ।शनकराचार्यका गुरुका गुरुका गुरु थे "गौडपाद", वह भगवान बुद्ध और प्रसिद्ध बौद्ध गुरु नागार्जुन , वसुवन्धु से इत्ने प्रभावित थे कि शब्द शब्द सहित श्लोक कपि किए थे। वह हमेसा पहेले भगवान बुद्धको नमन कर्नेके वाद हि बदरायनको ( ब्रहमशुत्रका लेखक) नमन कर्ते थे। यह गलत अफवाह फैलाया जाता है कि शनकराचार्य ने बौद्ध गुरुवोको हराया इसि लिए बौद्ध धर्म लुप्त हुवा। लेकिन शनकराचार्यका सबसे पुराना २ बायोग्राफी ( शंकराविजय , शंकरादिगविजय) मे वह किसि भि बौद्ध गुरु से शास्तार्थ कर्ते नहि लिखा है। बल्की यह जिवनीमे साफ लिखा है कि कुमारिल भट्टने राजा सुधनवाका ( जिसने अपने शैनिकको आदेश दिया था कि बौद्धको मार्नेवालोको वह इनाम देगा और जिसने नहि मारा उसको वह स्वयम् मारेगा) शैनिक लेकर केरेलाके सारे बौद्धको मारा( बचचे , बुढे , स्त्री किसिको नहि छोडा) सारे बौद्ध विहार और स्तुपको तोडा और पुरे भारतवर्षमे केरेला सब्से पेहेले बौद्ध धर्म नष्ट होने वाला राज्य हुवा। शंकराचार्यने कुमारिल भट्टसे मुलाकात किया और उनका मिसनको आगे बढाया और वह यहि शुद्धनवाका शैनिक लेके शास्तार्थके लिए चले थे ( भला एक विद्द्वान्को क्यु शैनिक चाहिए? )।१०औ शताब्दिमे बाजसपती
Budhha knows the ultimate truth
Which truth???
@@Kshatriya-j1z ki ek din insan hi insan ki madat aur vinas karega. jaise ki aj ap internet se hum tak connect hai. aur nuclear bomb aur weapon ,chemical virus.
क्या बुद्ध का जन्म हिंदू पिता से हुआ था?
हाँ। किंवदंतियों के अनुसार, सिद्धार्थ गौतम/सिद्धार्थ शाक्य एक हिंदू राजकुमार थे, जिनका जन्म और पालन-पोषण वर्तमान नेपाल में हुआ था। जिस तरह ईसाई धर्म को मूल रूप से यहूदी धर्म के सुधार के रूप में देखा जाता था, उसी तरह बौद्ध धर्म हिंदू शिक्षाओं को देखने का एक नया तरीका बन गया और फिर अंततः अपने स्वयं के धर्म/दर्शन में बदल गया। कर्म और पुनर्जन्म के सिद्धांत सीधे बुद्ध की हिंदू पृष्ठभूमि से आते हैं।
Adishankarachaarya ke samai buddh dhaarm bhi me virutiya aayi aur aadvait vedant ka tark ko buddhists aur scientists koi nahi hara paya
Vishal bhai, Pls call jain and sikh scholars too, btw doing great work , loving your content❤🤟🙏🚩
Thank you Varun ji 😇 अवश्य बुलाएँगे ।
आपका प्रयास हिंदुओ को धर्म के प्रति जागृत करने वाले हैं।
🙏🏻🙏🏻
Dharm ke prati jagrat nahi kar rahe hai logo ko brahmano ka gulam banana chahte hai
एक बार जो सबसे अच्छी लगी सबसे प्यारी लगीकि आपकी पॉडकास्ट तीतर बटेर की तरह लड़ाईनहीं दिखाती है हालांकि बातें सभी जवलंत मुद्दों पर होती है पर बड़े प्यारे और मधुर अंदाज में। बहुत ही संतुलित । अंत में दर्शक दो नो ही विद्वानों के श्रद्धा स्नेह आभार ही महसुस करने हैं। दोनो पक्षों के प्रति आदरभाव ही रहना है। बहुत सी भ्रांतिया मिथक खत्म हो जाती है। ज्ञानप्रद और प्रेरणादायी । बहुत बहुत आभार ।
BUDDHA: The way of living se aaya hun☺
Exposed hogaye ho tum bhai
क्या दर्शन है सनातन की की कौन हटे आत्मा या पंच तत्व से निर्मित शरीर जो आप में भी है मुझमें भी
सनातन ही क्षेष्ठ है🚩
बौद्ध धर्म बुद्धि ज्ञान अनुभव अध्यात्म सत्य सनातन का धर्म है न कि ढकोसले का। नमो बुद्धाय 🕉️☸️। वह चाहे पुराना हो या नया लेकिन है अंधविश्वास पाखंड के खिलाफ। लोगों को वर्ण व्यवस्था, वर्णसंकरता, ब्राह्मण प्रधानता, जातिगत जन्मजात पेशे से आजादी दिलाने वाले और निर्वाण पद पर ले जाने वाले बुद्ध है। ये दोनों हिंदू हैं।
खाना पीना छोड़कर कोई ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता। जब हमारा शरीर भूख से विआकुल होता है तो हमारा दिमाग काम करना बंद कर देता है। विज्ञान ने साबित कर दिया है कि दिमाग़ के विकास के लिए अच्छा खाना बहुत जरूरी है
मैडमजी से प्राथना है कि बुद्ध ने कोनसे वेद व उपनिषद पढ़े हैं उनका संदर्भ दीजिये।
चारो वेद और सभी उपनिषद... का अध्ययन तो बताया भाई उन्होंने।
koi nahi padhe wo, kyonki tab tak likhe hi nahi agye the wo. Likhne ke liye lipi chahiye hoti hai aur Brahmi Lipi us samay ki esi thi nahi ki Sanskrit ko likh sake.
Sanskrit ko Grammar se bandha tha Panini ne, aur wo hue the Buddh ke baad, ab bhala usse pehle kaunsi grammer thi Sanskrit mein aur jo Ved hain aaj dikhte hain wo sab Grammar se paripoorna hain, matlab Panini ke baad ke hone ki sambhavna hai aur Sanskrit text 100BCE se pehle ka nahi milta hai likha hua.
Sanskrit ka Janm Prakrit Bhasha se hua hai, Pali ka bhi usi se hua hai. aur Inscription ke mamle mein Pali Predate karti hai Sanskrit ko.
@@anilk2100 Bhai mere.…...jo vyakti baitha h n interview me I think wo mujhse aur apse jyada shodh kiya hua h
Isliye hme apna Gyan Dene ki avashykta ni h
Boudh scholer h wo....
Pura reaserch krk baitha h wo
@@ty6695 biased shoddh ka koi sar pair nahi hota hai bhai, wo wahi kahega jiske prati wo biased hai, uske haath ko dhyaan se dekho, Hinduism ki chhap dikh rahi hai uske haatho mein, ab koi ek dharm ko itna manne wala hoga to wo kisi aur dharam ke prati shuddh vichar se kaise sochega.
Haan Doctorate kiya hai wo baat alag hai, par isse wo sarvagyata ho jaayein ye baat saabit nahi ho jaati hai.
aur haan pure Research karke koi nahi baitha hai inme se.
@@ty6695 EK bhasha jo 100BCE se pehle tak milti hi nahi hai, aur Buddh ke baad jiska grammar bana ho usme likha hua padhega wo vyakti jiski already Pali Bhasha Mother Tongue ho aur Brahmi mein jo likhte ho.
ye baatein hi apne aap mein contradictory nahi lag rahi aapko?
भाई आप इतने ही ज्ञानी है तो क्यों न डिबेट कर लेते है आप Science journey सर से इस पर आप का क्या ख्याल है,इसका उत्तर जरूर दे, धन्यवाद।😊
साइंस जर्नी तो डिबेड से भागता है, सनातन समीक्षा ने बुलाया था डर के मारे रोने लगा...😂😂😂
बुलाओ उसको इसी चैनल पर । वह बंदा तो अपने या अपने साथियों के बिल से बाहर निकल कर डिबेट करने के नाम से ही डरता है । एक बार उसको सनातन समीक्षा से डिबेट करने बोलो सार्वजनिक और निष्पक्ष मंच पर आके । पेंट गीली हो जाएगी तुम्हारे अनपढ़ जर्नी की । 😂
@@NishantKumar-ry9rp आपके शब्दों से पता चल रहा कितने बड़े अंधभक्त हैं आप,कब भागे किस समय वो दिखा दो आप ऐसे हवा में मत उड़ा करो अंधभक्त।😊
@@kamalkumar-qm8hs अंधभक्त मैं नहीं बल्कि तू है भीमटे 🤣। अनपढ़ जर्नी का अंधभक्त ! तेरा फट्टू जर्नी सबको ब्लॉक करता फिरता है X पर जब भी उसकी कोई धुलाई करता है तब । मुझे भी उसने ब्लॉक कर दिया जब उसको सनातन समीक्षा से open and neutral platform पर आके एकेडमिक डिबेट की तरह डिबेट करने बोला तो और सनातन समीक्षा की वीडियो एक बार देख लेना और अपने अनपढ़ जर्नी को एक बार पूछना कि सनातन समीक्षा को हर जगह से खोज - खोज कर ब्लॉक क्यों किया है । तब पता चलेगा कि सनातन समीक्षा से तेरा अनपढ़ जर्नी कितना डरता है । और एक बार अपने अनपढ़ जर्नी से पूछना कि 2019 में श्याम मानव के बेटे के व्हाट्सएप ग्रुप में उसकी धुलाई किसने की थी 😁। जिसके बाद उसने उस व्यक्ति को गाली गलोज करने लगा था और उस ग्रुप से निकलवा दिया था और उस दिन से हर जगह से खोज - खोज कर ब्लॉक किया हुआ है हर सोशल मीडिया platform पर । 🤣 एक बार अपने अनपढ़ जर्नी को कहना स्ट्रीम में जाके कि सनातन समीक्षा उसको खुली चुनौती दिया है कि अपने बिल से बाहर आए किसी सार्वजनिक और निष्पक्ष मंच पर और डिबेट करे, या फिर ऑफलाइन ही डिबेट में आ जाए एक बार आमने - सामने ।
@@kamalkumar-qm8hs
SCIENCE JOURNEY से जाकर पूछो👉बौद्ध धर्म को जानना है तो कौन सी किताब सही रहेगी जान ने के लिए, JAWAB किया देगा 👉 कान पकड़कर आप को उठक बैठक करना है और बीज में बोलना है म्याऊं म्याऊं , ऐसा पचास बार कीजिए @SCIENCE JOURNEY 428😁😍🤣
बहुत सार्थक चर्चा हुई
सभी ज्ञानी वक्ता विद्वान को धन्यवाद
Buddha ke pahale bhi Buddha the bhai
Ghanta 😂😂
01:10:16 aati uttam...Jay sanatan🕉🕉
Was Buddha born to a Hindu father?
Yes. According to the legends, Siddhartha Gautama/Siddhartha Shakya was a Hindu prince, born and raised in what is present-day Nepal. Much like Christianity was originally seen as a type of reform of Judaism, Buddhism became a new way to view Hindu teachings and then eventually morphed into its own religion/philosophy. The doctrines of karma and rebirth come directly from the Buddha's Hindu background.
@@abrahamj2280 he only give modified philosophy
It become religion after tibat adopt it
I think.......
Agar Buddhism Hindu ka part tu dilt kya hy😅 dikt yeh hy ki buddhism karm kand ke khilaf hy jo ki brahmanon ka main business hy😅😅
@@InsightGrid620ooh neo - chimtai kaha unhone karam khand ka virodh kya Santivarna agai chal kai wo budhism mai lek lita ahi waha wo budh ko hindu hi bata hai aur unhai brahman bol kar sambodhit kya tha jaa kar pado
सबसे पहली बात कौन से धर्म का नाम हर कुछ साल के बाद बदल जाता है? कभी आर्य धर्म, कभी वैदिक धर्म, कभी ब्राह्मण धर्म, कभी हिंदू धर्म, कभी सनातन धर्म मतलब यह सिर्फ एक जाति व्यवस्था है जिसमें एक जाति के हाथों में सारे अधिकार है और अपने सहूलियत के अनुसार बाकी जातियों में अधिकार या ज़िम्मेदारी बांटी जाती है। कौनसा धर्म अपने पुरोहित उनके माता पिता के जाति को देख कर बनाता है?
Arre debates karna hai toh kisi Buddhist scholer ko bulake karo. Aap Buddhism ki baat kr rahe ho but kisi Buddhist scholer ko na bulake.
This is very bad!