Uttarakhand: अंशुमान के माता-पिता का दर्द सुनकर ताजे हुए बलिदानी कमांडर निशांत की मां के जख्म
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- Опубліковано 23 сер 2024
- Uttarakhand: अंशुमान के माता-पिता का दर्द सुनकर ताजे हुए बलिदानी कमांडर निशांत की मां के जख्म
उत्तराखंड, जिसे देवभूमि भी कहा जाता है वहां की हर खबर को दिखाता है अमर उजाला उत्तराखंड. पहाड़ में बसे इस राज्य की खबर हो या केदरानाथ धाम के दर्शन. गंगा की धाराओं के बीच में आयुर्वेद का ज्ञान जो देश के सामने लाता है, ऐसे राज्य की हर तस्वीर को हम दिखाते हैं अमर उजाला उत्तराखंड पर. पहाड़ों की बात हो या तराई का इलाका, योग की क्रिया हो या गुरुओं के संदेश सब कुछ देखिए अमर उजाला उत्तराखंड पर
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मैं राजस्थान से हूँ राजस्थान में ऐसे सैकड़ों बातें हो रही है पर माँ बाप की कोई नहीं सुनता क्योंकि वो अनपढ हैं उन्हें आवाज़ उठानी नहीं आती हैं बेचारे रो रोकर मर जाते हैं 😢😢😢😢😢😢😢
Isaw with my own eyes uneducated parents just spectators
जब शहीद की मां पोस्ट ग्रेजुएट, खुद ऐक नेवेल अफसर की तालाक ली हुई महीला हो तो मामला कुछ और ही होता है। मेरे भोजन और विचार भी पढ़ें।
@@user-ji8pd6pk1g किस बात का साथ....और क्यूं।।।। ये खुद army se retire हुए है और handsome pension le rahe hai.…..65lakhs govt se bhi इन्हे बेटे की शहादत पर मिला है सिर्फ नौटंकी कर रहे है।।।
@@YashVirSingh-bb2fwcorrect 💯 50% to waise bhi inki mata ko mila hoga, or pension to bahu ki 2 nd marriage k baad band ho gayi hogi...
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
100% में भी आपकी बातों से सहमतहूं जितने भी मां पापा के साथ ऐसी घटना घटी है सभी आगे को बढ़ो जय हिंद जय भारत
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
I am father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
ये माता जी ने एक पक्ष दिखाया है
मगर कोई इनसे पूछो जब इनकी भाभी इनकी फाइनेंशियल सपोर्ट करती हैं
इनकी ससुराल का क्या मैटर है इतनी बुजुर्ग बहु के लिए
आखिर नौबत भाभी की मदद लेने की क्यों आई
आपके बहु के रूप में ससुराल से से कोई फाइनेंशियल सपोर्ट क्यों नहीं है ये पक्ष भी बताओ
मां वाला तो बता दिया पत्नी वाला भी बता दो
ऐसे मुद्दे उठाना चाहिए, क्योंकि हर किसी को ये जानकारी नहीं होती है, इस मुद्दे पर आम जनता बड़े स्तर पर आन्दोलन को तैयार हैं ।।
(❤अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा, जयपुर, राजस्थान)
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
I am father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
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Hum bhiaapka saathai
We support parents
मां को 50% वाइफ को 50% मिलना चाइए जो। भी मिले ताकि दोनो को दिकत न आए , सोल्जर के लिए फैमिली और देश बस यही मायने रखता है,
Yes correct
@@anandsharma5996 aise hi toh Mila hai
@@anandsharma5996 vo already mil chuka hai..yaha drama chal raha hai..
Ese hi milta hai hai bhai ye sab log jhut kyu bolre hain highlight hone ke liye
Sahi kaha aapne
सरकार को पेंशन का नियम बदलने चाहिए मां और पत्नी को बराबर बाटना चाहिए पैसा 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
sahi
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प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Depends upon wife ki age. अगर बच्चे हैं तो maximum wife' ko chahiye.
बच्चे होकर दुसरी शादी करेंगी तो बच्चों को pension मिलनी चाहिए।
सच कहा आपने 🙏🏼
Correct
Respected Mother is having Tears in her Eyes
इन बहन का कहना बिलकुल सही है मां बाप अपने जीवन की जमा पूंजी लगाकर अपने दिल के टुकड़े को सेना में भेजते हैं और दुर्भाग्य से वह शहीद हो जाता है तो सारी सुविधाएं पत्नी को मिल जाती हैं और माता पिता ऐसे ही रह जाते हैं ये गलत है
Wow wo jama पूंजी लगाती है तो लड़की का कुछ ni jata matlab uske to maje pad jate hain na wo to khus rehti hai uske bad kabhi esi ladki ka जीवन देखने को मिले थे कहना
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I am father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
@@besimple8904बिल्कुल लड़की मजे होते हैं, लड़की पांच मिंट में दूसरी शादी करके सेट हो जाती हैं और दूसरे पति के साथ करोड़ो की कमाई शहीद की गटकती रहती हैं मैने बहुत क्या लगभग औरते 90 पर्सेंट ऐसी देखी हैं
ये माता जी ने एक पक्ष दिखाया है
मगर कोई इनसे पूछो जब इनकी भाभी इनकी फाइनेंशियल सपोर्ट करती हैं
इनकी ससुराल का क्या मैटर है इतनी बुजुर्ग बहु के लिए
आखिर नौबत भाभी की मदद लेने की क्यों आई
आपके बहु के रूप में ससुराल से से कोई फाइनेंशियल सपोर्ट क्यों नहीं है ये पक्ष भी बताओ
मां वाला तो बता दिया पत्नी वाला भी बता दो
बिलकुल सही बात है आपकी बात से हम सहमत है।
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प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
बात बिलकुल सही है माता पिता का भी पूरा हक है अपने बेटे पर 😢
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प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Baccho se budhape me sahare ki asha har maa baap rakhta hai
Bilkul sahi bola mother ne. ye bahut se parents k sath ho rha hai
Bilkul sahi hai wife k sath parents ko b dhyaan m rkhna chahiye
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Madam ,you are a mother ..you deserve all the rights !
I am father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
बिल्कुल सही कहा
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प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Bilkul Sahi bat hai
Aaise mamle lagbhag sabhi jagah hai sabhi Maa Baap ko yhi jhelna padta hai 😢
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अगर शहीद की पत्नी दूसरी शादी कर लेती है तो सब कुछ वापसी ले लेना चाहिए
Job le lena chahiye sirf compensation chor dena chahiye
Wah re wah apni beti k sath hoga tb v yhi bologi esi duniya me rhti ho na khud apne bete ki shadi kisi aisi ldki se krogi ji ska husband death kr gya ho
Tere jaise aurat hi aurat ki dusman hai
Shi@@vivekkumarpandey5100
Right
@@vivekkumarpandey5100 us ldki ne job liya hi nhi hai 🤣
100000% सहमत बिल्कुल समीक्षा की जरूरत है।
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No girl should marry Army wala. Okay?
Parents, wife, children sab ko equal
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प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
सही बोल रही है आप सर्कार को सोचनी पडेगी मां बाप की ओर
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प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
100% Right bol rahi hai mam
50% 50% hona chahiye
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प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Rightly said ma'am.
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Bohot se maa baap ka bolna ke kuch nai mila ye galat h, pension wife ko milta h but uske alawa saare insurance, pf , compensation etc sab wife and parents me 50/50 bata jata h, kuch nai mila bolna galat h. And minimum 50lacs toh mila hi h coz 1crore insurance amt hota h. 60/65yrs ki age me 50-70lacs kam h toh kya kare.
इनकी बात मे हम भी सहमत है
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
We support parents
Bilkul parents k liye kuch karna chahiye
Mata pita ko milna chahiye
I am father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
सही कहा ।
Really respect for mother's who send their kids for country
Ek dam sahi kaha maa ne
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Sahi reporting ki hai
Bilkul sahi baat hai maaa aur wife ko equal milna chahiye 😢
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Me bhi ek shaheed major ki maa hu..... Bete k jaane k bad koi nhi sunta ek parents ka dukh only parents hi smjh skta hai😢
अगर आपकी बेटी का पती शहीद होता तो आप का स्वाभाव क्या होता। शहीद से रिश्ता हमारे स्वाभाव का निर्धारण करता हे।
में खुद एक शहीद का पिता हूं। शहीद के माता पिता का दर्द अच्छी तरह जानता हूं। ये भी जानता हूं की बेटे की शादी के वक्त बहू को बेटी के रूप मे स्वीकार किया था। फिर अब भेद भाव क्यों । अक्सर लडके के मां बाप जो कि ज्यादातर हादसो मे देखा गया हे, अपना आशियाना बना चुके होते हें तो बहू और उससे उत्पन्न अगली पीडी को कयूं ये मौका नही मिलना चाहिए। जहां असलियत मे शहीद के मां बाप की हालत ठीक नही हे और जो शहीद हुआ हे अगर वो ईकलोती सन्तान थी, वहां बहू और सास ससुर एवम बहु के परिजन से केसे सम्बन्ध हें आगे के जीवन का निर्वहन करेगा ।
मेरा अपना विवाह प्रोमिला सिहं (शहीद कमांडर निशांत सिंह की मा) से 10 जून 1984 को बिना दहेज के सम्पन्न हुआ था जबकी मै खुद एक गरीब परिवार से था।
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी थी जिसने शादी के जीवन मे भरपूर सोने के जेवरात और अन्य साधन एकत्रित किए हो, फिर भी ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी प्रोमिला के वो सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के हमारी शादी निरस्त के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए (जो की मेरे और मेरी बहू यानि निशांत की विधवा पत्नी के जिवन का सबसे बडा धोका हे), जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईसी जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
कुल मिलाकर शहीद कमांडर निशांत सिंह की मां के पास आज यानी 2024 मे दो घर जिनकी कीमत करीब डेड करोड (1.5 Crores) हे और करीब साठ लाख (60 Lacs ) का फिक्स डिपोजिट और करीब 25 लाख के सोने के आभूषण हें, वो कहां से लाचार हे।
मजे की बात यह हे की जो फ्लैट निशांत का अरटीगो रसिडेनसी देहरादून वाला हे। ईस फ्लैट के साथ निशांत कि मां प्रोमिला ने विश्व ज्योति शर्मा के साथ मिलकर निशांत के तीन ओर नेवी के दोस्तों को दिलवाया और चार फ्लैट बिकवाने के लिए बिल्डर से कमीशन लिया ,जिसका फायदा सिर्फ प्रमिला और विश्व ज्योति शर्मा को हुआ न की खरीदारो को।
अब बताओ, जो मां अपने साथी विश्व ज्योति शर्मा के साथ मिलकर अपने ही बेटे को धोका दे सकती हे वो किसकी सगी होगी।
Ekdum sahi baat hai.. I stand with parents!
Bhanji bilkul sahi baat bol rhi hai sara jiwan bacho ke liye parishram krte h Last me kya Mela sirf dukh dard 😢😭
100% सही है
Sahi bat hai bahut dukh hota hai maa baap ka dard dekh kar
I am father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
I totally support you n understand your feelings ❤❤❤
में खुद एक शहीद का पिता हूं। शहीद के माता पिता का दर्द अच्छी तरह जानता हूं। ये भी जानता हूं की बेटे की शादी के वक्त बहू को बेटी के रूप मे स्वीकार किया था। फिर अब भेद भाव क्यों । अक्सर लडके के मां बाप जो कि ज्यादातर हादसो मे देखा गया हे, अपना आशियाना बना चुके होते हें तो बहू और उससे उत्पन्न अगली पीडी को कयूं ये मौका नही मिलना चाहिए। जहां असलियत मे शहीद के मां बाप की हालत ठीक नही हे और जो शहीद हुआ हे अगर वो ईकलोती सन्तान थी, वहां बहू और सास ससुर एवम बहु के परिजन से केसे सम्बन्ध हें आगे के जीवन का निर्वहन करेगा ।
मेरा अपना विवाह प्रोमिला सिहं (शहीद कमांडर निशांत सिंह की मा) से 10 जून 1984 को बिना दहेज के सम्पन्न हुआ था जबकी मै खुद एक गरीब परिवार से था।
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी थी जिसने शादी के जीवन मे भरपूर सोने के जेवरात और अन्य साधन एकत्रित किए हो, फिर भी ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी प्रोमिला के वो सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के हमारी शादी निरस्त के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए (जो की मेरे और मेरी बहू यानि निशांत की विधवा पत्नी के जिवन का सबसे बडा धोका हे), जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईसी जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
कुल मिलाकर शहीद कमांडर निशांत सिंह की मां के पास आज यानी 2024 मे दो घर जिनकी कीमत करीब डेड करोड (1.5 Crores) हे और करीब साठ लाख (60 Lacs ) का फिक्स डिपोजिट और करीब 25 लाख के सोने के आभूषण हें, वो कहां से लाचार हे।
मजे की बात यह हे की जो फ्लैट निशांत का अरटीगो रसिडेनसी देहरादून वाला हे। ईस फ्लैट के साथ निशांत कि मां प्रोमिला ने विश्व ज्योति शर्मा के साथ मिलकर निशांत के तीन ओर नेवी के दोस्तों को दिलवाया और चार फ्लैट बिकवाने के लिए बिल्डर से कमीशन लिया ,जिसका फायदा सिर्फ प्रमिला और विश्व ज्योति शर्मा को हुआ न की खरीदारो को।
अब बताओ, जो मां अपने साथी विश्व ज्योति शर्मा के साथ मिलकर अपने ही बेटे को धोका दे सकती हे वो किसकी सगी होगी।
Aapka kahna sahi he sarkar ko niyam me badlao karna chahiye
I'm father of Late Cdr Nishant.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
She is absolutely right
100% mai aapke baat se sahmat hu hu mai bhi defence se hu
Issue is genuine. Needs immediate consideration of political leadership for its proper resolution.
मैं उनकी बात से सहमत हूं नियम में बदलाव हो
Right one 👍
आपकी बातों से सहमत हैं हम सरकार को यह नियम बदली करना चाहिए जिसके मां बाप बुड्ढे होते हैं उनके पास जीवन यापन के लिए कुछ भी नहीं होता है उनको पेंशन मिलनी चाहिए
Pension k rule badalne chahiye
Dhur punjab 😢😢😢😢😢❤
बहुत जायज मांग है।
Very good 👍 jrur hona chahiye
में खुद एक शहीद का पिता हूं। शहीद के माता पिता का दर्द अच्छी तरह जानता हूं। ये भी जानता हूं की बेटे की शादी के वक्त बहू को बेटी के रूप मे स्वीकार किया था। फिर अब भेद भाव क्यों । अक्सर लडके के मां बाप जो कि ज्यादातर हादसो मे देखा गया हे, अपना आशियाना बना चुके होते हें तो बहू और उससे उत्पन्न अगली पीडी को कयूं ये मौका नही मिलना चाहिए। जहां असलियत मे शहीद के मां बाप की हालत ठीक नही हे और जो शहीद हुआ हे अगर वो ईकलोती सन्तान थी, वहां बहू और सास ससुर एवम बहु के परिजन से केसे सम्बन्ध हें आगे के जीवन का निर्वहन करेगा ।
मेरा अपना विवाह प्रोमिला सिहं (शहीद कमांडर निशांत सिंह की मा) से 10 जून 1984 को बिना दहेज के सम्पन्न हुआ था जबकी मै खुद एक गरीब परिवार से था।
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी थी जिसने शादी के जीवन मे भरपूर सोने के जेवरात और अन्य साधन एकत्रित किए हो, फिर भी ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी प्रोमिला के वो सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के हमारी शादी निरस्त के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए (जो की मेरे और मेरी बहू यानि निशांत की विधवा पत्नी के जिवन का सबसे बडा धोका हे), जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईसी जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
कुल मिलाकर शहीद कमांडर निशांत सिंह की मां के पास आज यानी 2024 मे दो घर जिनकी कीमत करीब डेड करोड (1.5 Crores) हे और करीब साठ लाख (60 Lacs ) का फिक्स डिपोजिट और करीब 25 लाख के सोने के आभूषण हें, वो कहां से लाचार हे।
मजे की बात यह हे की जो फ्लैट निशांत का अरटीगो रसिडेनसी देहरादून वाला हे। ईस फ्लैट के साथ निशांत कि मां प्रोमिला ने विश्व ज्योति शर्मा के साथ मिलकर निशांत के तीन ओर नेवी के दोस्तों को दिलवाया और चार फ्लैट बिकवाने के लिए बिल्डर से कमीशन लिया ,जिसका फायदा सिर्फ प्रमिला और विश्व ज्योति शर्मा को हुआ न की खरीदारो को।
अब बताओ, जो मां अपने साथी विश्व ज्योति शर्मा के साथ मिलकर अपने ही बेटे को धोका दे सकती हे वो किसकी सगी होगी।
I guess she hasnt applied for PRIC cover benifit which is given to mother to serving person dying in service , ok , its given half half , both to wife and mother also . May be she doesnt know about it , ok. Inform her about all benifits given for officers category people dying within service for their parents , benifits for medical facility ,funds for both are given wife and parents , are given , this is not how defence service works ok.
Bilkul thik bol rhi hai maam.
Sach bat ha mata ji
Bahut sahi kha aapne
We stand with your like parents😊
I am father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Shi baat hai
Bilkul sahi kaha apne mata ji
में खुद एक शहीद का पिता हूं। शहीद के माता पिता का दर्द अच्छी तरह जानता हूं। ये भी जानता हूं की बेटे की शादी के वक्त बहू को बेटी के रूप मे स्वीकार किया था। फिर अब भेद भाव क्यों । अगर लडके के मां बाप अपना आशियाना बना चुके हें तो बहू और उससे उत्पन्न अगली पीडी को कयूं नही।
Plz my humble request, don't play in the hands of media.
Every case is a unique case , local Army welfare is there in every district.
Where parents have no source of income, they should be taken care but like Anshuman father has his pension, there it doesn't sound good.
Girl / widow if she marries, she will loose her pension.
Since she herself is a divorce she can understand the hurt of a single mother or a young widow.
It's a very sensitive issue must be resolved with compassion & sensitivity
Defence ministry has to consider it.
I am father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Compensation should be divided in 60-40.60%to the widow nd 40% to the parents.The parents can’t go to work in their old age.
Bilkul sahi baat hai
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Mam sahi bol rhi h
Sahi baat kah rahi h Aunty ji
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Aadha aadha do patni aur Mata pita ko... Dono ka jiwan yaapan ho jaaye...
sahi bat h maa bap ko bhi pura hak h apne bachche pr dono ko brabar ka huk milna chahiye
Right bol Rahi madam
I'm father of Late Cdr Nishant Singh.
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Bilkul shi
Aapne.sahi.bat.bola.mataji.thanks
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
Very nice maa
Sahi kaha
सही कह रही है।
Desh ke lie prano ki aahuti dene walon ka nidhan nahi hota we amar hote hain saheed nishant ji ki maa ke baare me sun kar dukh hua sarkar ko har sambhaw madad karni chahie jai hind Jai bharat
Bilkul sahi baat
Bilkul sahi kaha hai parents ka haq hai
Sahi bat h ekdam
Bill kull sahi baat hai sarkar ko har hal me sochna chahiye ❤❤❤❤❤ pranam 🙏
That's true. There must be amendments in this rule.
Naya niyam lagu hona chahiy har maa baap ko unka haq milna chahiy ham har maabaap k saath hai ,like n saport 👍
Army walon ki shadi unke maa baap ne karani hi nahi chahiye. Theek?
Good sahi baat h
Very much correct. Govt must consider. Dependent parents should get medical facility and certain percentage of pension
Shi bat h maa or wife dono ko brabr milna chahiye
As much as I feel for the parents, but when your child joins the force, they should also make their own financial arrangements and be prepared to face the consequences of the ultimate tragedy which can happen anytime. To become completely dependent on the child is not wise on the parents part.
Right said mam
Right मॅडम.
Good
Bilkul sahi bola maa 🙏
प्रोमिला सिंह (स्वर्गीय कमांडर निशांत सिंह कि मां, जिसका निघन 26 नवंबर 2020 को हुआ था), के कथन को ईस सन्दर्भ मे देखना चाहिए की वह खुद एक नेवी के अफसर की पत्नी होने के बावजूद ऐसी क्या प्रस्तिथी या कमजोरी (मतलब समझो, यानी दूसरे मर्दो से सम्बन्ध जिससे निशांत भी बेहद परेशान था) बनी की विवाह टूटने पर अपने पती से गुजारा भत्ता भी नही ले पाई। दूसरा, निशांत के केहने पर पिता ने देहरादून का फ्लैट 302 गंगा अपार्टमेंट, सहत्रधारा रोड, देहरादून, जो आज 2024 मे 70 लाख का हे निशांत की मां के लिए छोड दिया और ऊपर से 12 लाख रुपए 2010-11 मे कोर्ट के फैसले से पहले दिए। निशांत के मरणोपरांत प्रोमिला सिंह ने अपने साथी, विश्व ज्योति शर्मा के सहयोग से जालसाजी से निशांत के हस्ताक्षर बनाए, जिसके कारण उसे 40 लाख रुपए मिले। ईस जालसाजी के चलते, प्रोमिला ने निशांत के द्वारा खरीदा हुआ फ्लैट नम्बर 206 जो अरटीगो रसीडेंसी, मसूरी रोड, देहरादून पर स्थित हे, उसे कब्जा लिया, जबकी, इस फ्लैट का लोन उतारने के लिए मेने (यानी निशांत के पिता ने ) जून 2020 मे 31 लाख रुपए दिए थे। ईस फ्लैट की कीमत 2024 मे करीब 65 लाख हे। निशांत की पत्नी को भी ईसकी भनक नही लगने दी। यह कार्य विश्व ज्योति शर्मा द्वारा ही सम्भव हुआ जो अरटीगो रसिडेंसी मे रहने वाले जानते हें पर उन्हे विधवा का दर्द दिखाई नही देता, ये हिंदुस्तान कि सच्चाई हे। यह फ्लैट फिलहाल 20 हजार रुपए महीने पर किराए पर दिया हुआ हे। बाते बहूत हें पर कीसी को कया फर्क पडता हे।
You are 100 % right .
Super ❤❤
Sahi bola aapne
Sei baat hai mam🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Sahi bat kahi apnay
100% agree
Right 👍
Bilkul aapka kathan sahi h !!!
Aapko samman milna chahiye!!
We stand with soldiers parents 😢
Parents k pass khud ki b property hoti hai jo puri life kmaya saving sab hota hai but ek lady jiske pass uske husband k Siva kuch b ni .. wo kya kregi uske bache kya krege … ek maa k pass uske aur b bache hai apna husband b but jo lady ne pati k sath sab kho diya wo kya kre ,?
Go out and get some gyan on how world operates. What makes u think every parent would have savings ?? Hear this interview. She’s being helped by her brother. I know many parents who suffer.
@@bakhleeuttrakhandshe is suffering even after that compansation and money she got ...in my neighborhood there is on aunty whose son died in army too ...she was also single mother..she was telling my mother that she misses her son everyday...she said she got so much money but that money can't bring her son back to her ...she was like what am I gonna do with this much money...I don't need it ..I need my son ...😢 And those parents are crying over their Bahu getting pension not them ...wah !!!
Mam ka kahna 100% sahi h , maa baap ke dard ko sun kar bahut dukh hota h
Or bhu ke maa baap ka dukh .. jiski beti widhva ho jati h agr use kuchh nhi milega to woh sbko bojh lgne lagegi or dusre sadi v free me nhi ho jayegi
बिल्कुल सही है पत्नी को भी मिले
और मां बाप को भी जरुर मिलना चाहिए
बूढ़े मां बाप को कोई नहीं पूछता
पैंशन योजनाऐं 1/3मिलना चाहिए
सरकार कोई तो ढंग का काम करे
Media is making the public fool. There are rules regarding to splitting the pension, gratuity, insurance everything but it depends on the WILL of the serving defence personnel . I have handled the documentation of Jawans and officers during my service in the army.
Sirf media nahi.
Ye shaheed ke rishtedaar hi khub dusht aur lachi hein.jo apne bacho ki life ko puri tarah se cash karwana chahte hein
@@pratyangiraomasang369 कौनसा लालच? इस वीडियो वाली माताजी का खर्चा उनके बेटे के वेतन से चलता था। अब बेटा नहीं रहा, तो अपना खर्चा कैसे चलाएगी वो? उनके खर्चा तुम या मैं तो देंगे नहीं। इसमें कौनसा लालच है?
@@rajeshwarshukla7302 uska pati nahi hai kya..vo khud pension le raha hai..aur inko bhi army ne 50 lakhs aur up govt ne 15 lakhs diye hein.. logo ko common sense bilkul nahi hai shayad..
@@pratyangiraomasang369 लोगों को common sense सिखाने से पहले खुद थोड़ा General knowledge सीख लो भाई। जिस वीडियो पर comment कर रहे हो वो वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं, उत्तराखंड का है। फिर उत्तर प्रदेश ने 15 लाख किस खुशी में दे दिया? यह कमांडर निशांत सिंह की माताजी का वीडियो है जो की अकेली रहती है देहरादून में। उनका पति या बच्चे नहीं है।
@@pratyangiraomasang369 दूसरी बात सेना के सभी शहीद जवानों के पिता स्वयं pension पा रहे सेना के retired soldier होते हैं क्या? अधिकतर सेना के जवान गरीब किसान परिवारों से आते है। उनके मां बाप को कौनसी Pension मिलती है? इतना common sense तुमको नहीं है? अगर मां बाप अपने गुजारे के लिए बेटे की pension का कुछ हिस्सा मांग हैं तो उसमें कौनसा लालच हैं? उनका खर्चा पानी का पैसा तुम दोगे या मैं दूंगा?
Bilkul Sahi
Aap bahut Sahi kah rhi hain
Right