Wasa Abhir" वासा अहिर 12 वी सदी के प्रसिद्ध और सबसे अमीर व्यापारियों में से एक थे` | Yadav History |

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  • Опубліковано 18 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 14

  • @ramprsadyaduvnshi9715
    @ramprsadyaduvnshi9715 6 місяців тому +5

    आप ने जो जो जानकारी दे रहे है इसके लिए आपको और आपके चैनल को बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ।।

  • @चिमटोकाअसलीइतिहास

    जय मा दुर्गा

  • @Vmattwo
    @Vmattwo 6 місяців тому +6

    *_Wasa Ahir_* 💪🏻🚩

  • @SunnyYaduvanshi-qw1vz
    @SunnyYaduvanshi-qw1vz 6 місяців тому +4

    ❤❤

  • @GajendraKumar-gn2uo
    @GajendraKumar-gn2uo 6 місяців тому +3

    Jay yadav Jay madhav

  • @SantoshKumar-mg7mn
    @SantoshKumar-mg7mn 5 місяців тому

    जय हो

  • @MANOJYadav-f3c1j
    @MANOJYadav-f3c1j 5 місяців тому

    Good. Yadav ji

  • @lalbabugope3573
    @lalbabugope3573 6 місяців тому

    Jay ho

  • @Ahirlwx
    @Ahirlwx 5 місяців тому

  • @Sunandbharwad6219
    @Sunandbharwad6219 5 місяців тому

    वासा आभीर अनहिलपुर पाटन का था और अनहिलवाड़ पाटन नाम अन्हिल भरवाड़ के नाम पर से पड़ा है हेमचंद्र ने ध्याश्रय ग्रंथ में अन्हिल भरवाड़ के परिचय मे भरवाड़ को गोपाल आभीर जाति का बताया है। जिनप्रभासुरी ने विविधतीर्थकल्प नामक ग्रंथ में भरवाड़ को गोपालक जाति का बताया है । मेरूतुंग ने प्रबंध चिंतामणि में भरवाड़ को आभीर कहा है
    ध्याश्र्य में झांझ भरवाड़ को आभीर बताया है जिसने जिंजुवाड़ा गांव बसाया था और वो २४ गांव के मालिक थे जिनको साक्षात मां विंध्यवासिनी ने प्रकट होकर तलवार दी थी बारोट/भाट के मुजब ये झांझ भरवाड़ हैहय वंश के थे और अभी भी उस वंश की ५ शाखा जो भरवाड़ में है
    ऐसे ही उस समय के सभी जैन ग्रंथो में भरवाड़ को आभीर और गोपाल जाति का कहा है|

  • @Ahirlwx
    @Ahirlwx 5 місяців тому

    Bhai egypt me bhi ahir ka kuch itihaas hai kya

  • @atulrajyadav3200
    @atulrajyadav3200 2 місяці тому

    Jay ho

  • @PankajYadav-vi7cc
    @PankajYadav-vi7cc 6 місяців тому +2

    Jay yadav. Jay madhav

  • @RajendraKumar-ir2ne
    @RajendraKumar-ir2ne 5 місяців тому +1

    ❤❤❤