1 राग यमन, राग कल्याण के नाम से पहले से ही मौजूद था 2 तबला भज की गुफा पुणे मे 5वी सदी के पेंटिंग मे चित्रित हैं जबकि खुसरो 1300 ई मे आये 3 सितार सेन राजवंश मे पहले से ही बजाया जाता था 4 ख्याल गायकी को ध्रुपद गायक अपनी बेज़्ज़ती मानते थे और इसे छोटा (बच्चा) मान के नही गाते थे क्योंकि इसमे जल्दबाज़ी थी जबकि संगीत( ध्रुपद) स्थिरता का विषय हैं और खुसरो इसी कला मे पारंगत थे और उन्हे इसका जनक मान लिया गया इन सारो का श्रेय अमीर खुशरू को बिना सोचे समझे दे दिया गया.. निश्चित ही वो अच्छे कलाकार थे जिन्होंने मुस्लिमो के बीच दरबार आदि मे इसको प्रशिध्द किया क्योंकि संगीत कुरान मे बैन हैं इसीलिए मुस्लिम इतिहसकारो ने उन्हे इसका जनक मान लिया क्योंकि उन्हे संगीत का पहला स्पर्श खुसरो ने ही करवाया..वही खुसरो एक गायक वादक और रचयिता थे जिन्होने 1 छाप तिलक सब छिन 2 काहे को बयाही विदेश बाबुल मोर ..जैसे रचना किये वही मुस्लिमो मे संगीत का पहला ज्योत जलाया वि भी कुरान मे वर्णन के बाद भी वही उनके कुछ नकारात्मक कार्य भी है जैसे मरती राजपूत महिलाओ के जौहर के समय उनकी जिस्म की सौंदर्य का कामुक उल्लेख करना .. हिंदू धर्म की अतर्किक आलोचना आदि
सादर चरणस्पर्श मैम प्रमाणित ज्ञान उपलब्ध कराने के लिए 💐💐🙏🙏
cec ugc and vineeta ma'am thank you soo much for your videos.
it really helped us a lot.
आपकी विद्वता को नमन...आपके द्वारा संप्रेषित ज्ञान हमें लाभान्वित कर रहा है...कोटिशः धन्यवाद
Really, cec Chanel very helpful for me. So thank you so much mam.
very very thankS_____________,,,
Thanku mam bhut acha karwaye app n
Dhanyawaad! Love to see our non-Muslim brothers and sisters liking Amir Khusros poetry. I also didn't know anything about Amir Khusro Saab.
what is poetry got to do with religion.. poetry is literature not any resemblances to religion or god or practices etc...
Thanks ji
Mam aap se kuchh questions krni hai aap se kease jude please bta dijiye mam aap bahut achchha pdhati ho sb samjh aa jati hai 🙏🙏
👌
1 राग यमन, राग कल्याण के नाम से पहले से ही मौजूद था
2 तबला भज की गुफा पुणे मे 5वी सदी के पेंटिंग मे चित्रित हैं जबकि खुसरो 1300 ई मे आये
3 सितार सेन राजवंश मे पहले से ही बजाया जाता था
4 ख्याल गायकी को ध्रुपद गायक अपनी बेज़्ज़ती मानते थे और इसे छोटा (बच्चा) मान के नही गाते थे क्योंकि इसमे जल्दबाज़ी थी जबकि संगीत( ध्रुपद) स्थिरता का विषय हैं और खुसरो इसी कला मे पारंगत थे और उन्हे इसका जनक मान लिया गया
इन सारो का श्रेय अमीर खुशरू को बिना सोचे समझे दे दिया गया.. निश्चित ही वो अच्छे कलाकार थे जिन्होंने मुस्लिमो के बीच दरबार आदि मे इसको प्रशिध्द किया क्योंकि संगीत कुरान मे बैन हैं इसीलिए मुस्लिम इतिहसकारो ने उन्हे इसका जनक मान लिया क्योंकि उन्हे संगीत का पहला स्पर्श खुसरो ने ही करवाया..वही खुसरो एक गायक वादक और रचयिता थे जिन्होने 1 छाप तिलक सब छिन 2 काहे को बयाही विदेश बाबुल मोर ..जैसे रचना किये वही मुस्लिमो मे संगीत का पहला ज्योत जलाया वि भी कुरान मे वर्णन के बाद भी वही उनके कुछ नकारात्मक कार्य भी है जैसे मरती राजपूत महिलाओ के जौहर के समय उनकी जिस्म की सौंदर्य का कामुक उल्लेख करना .. हिंदू धर्म की अतर्किक आलोचना आदि
Thankyou mam👍👍👍👍👍👍
बहुत ही खूबसूरत और सारगर्भित व्याख्यान
थैंक्स मैम मेरा भी हिन्दी ऑनर्स हैं कौन सा बुक पड़े
Tha us alam Ka har lamha haya ke jaagda khusro chatur sansaar Ka wada chatur they sab wahan khusro
thank u mam
Thanks mam for explaining this chapter
Explain achaa kiya thanks mam
Thanks
Very good 👍👍👍
Thanks mam 🙏
🙏🙏👍👍
thank you so much mam
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏aap ko naman hai
Mam namste
Thanks mam🙏