देश का दुर्भाग्य है कि ब्रह्मांड का सारा क़ानूनी ज्ञान भारत के कुछ खानदानों में ही सीमित होकर रह गया है १९४७ के बाद से।law के सारे philosophers, ज्ञानी, विज्ञानी, महात्मा आदि अपने अपने खानदान में ही खोज पाए अगली पीढ़ी।
Very good take by CJI on "Secularism" and "Socialist" word on our preamble. These two words are not imposed on citizens, rather on governments and the person who holds positions who must treat people equally irrespective of caste, religion or social status. These two words describe the diversity and inclusive nature of our beloved country.
@@unnoticedfact67 bro mei kaha kahta hu aisa likha hai par , itihas gawah hai jab bhi koi Hindu king power full hua hai upper caste walo na lower caste ka shat kya kiya hai , sayad tumna bhi accha sa history padha hai ? Like in maratha empire and pasawa dynasty the untouchability and discrimination was on the peak❤🇮🇳
@@Voiceofopposition4709 ye upper cast aur lower cast aaaj k time ka concept h aur ye angrezo ka diya hua concept h taaki tum jaise logo m hinduo k prati heen bhawnaa jag sake uss time sabhi raaja k prati shardhha bhaw se samarpit rahte the
नही. हिंदुत्व के विरूद्ध धर्मनिरपेक्षता है. हिंदुत्व का विरोध करना याने धर्मनिरपेक्ष होना ऐसी सोच है कुछ लोगों कि. लेकिन, थोडे हि दिनों मे ये सब बदल जायेगा.
@@yashwant_6845 😊 सेक्युलर शब्द 1976 में कांग्रेस ने 42 वाँ संविधान संशोधन करके जोड़ा था। इसलिए संविधान से सेक्युलर शब्द को हटा देना चाहिए। भारत आज भी एक हिंदु-राष्ट्र ही है। अगर भारत हिंदु-राष्ट्र नहीं होता तो धर्म के नाम पर बँटवारा भी नहीं होता। ok
इस देश का नाम भारत है जो सभी धर्मो को मानने वाले लोगों का है जो भी भारत के नागरिक है वो इस पर समान अधिकार रखते हैं इसको हिंदू राष्ट्र कहना बिल्कुल गलत है भारत का अपना कोई धर्म नहीं हैं यानी धर्मनिरपेक्ष है राज्य जाति धर्म ओर किसी भी आधार पर किसी के भी साथ भेदभाव नहीं कर सकता पर बीजेपी ओर कांग्रेस ओर तमाम वो राज्य जो बीजेपी ओर rss की विचार धारा से ओतप्रोत है वो ये भेदभाव खुले आम कर रहे हैं bhujano की सरकार बनने पर ये सब बंद हो जाएगा इस लिए sc St OBC or माइनोरिटी को इस पर गहन विचार करना होगा बाबा साहिब ने कहा था की हिंदू राष्ट्र केवल एक मूर्खो का विचार है इसको हर हाल में रोका जाना चाहिए इसदेश के लोग 3%ब्राह्मणों ओर 12जनरल वर्ग के विचार से सहमत नहीं हैं ओर हम चैलेंज करते हैं इस देश के मनुवादी लोगो को की वो इस की घोषणा कर के दिखाए फिर इस देश मैं हर वो मांग जायज हो जाएगी जिसको देश विरोधी बता कर लोगो को सरकार चुप करा देती है
@@HINDUSTANI10001ऐसे ही बन गए बिना परिश्रम के 😂 हर आलश इंसान ऐसे ही बोलता है उनने उस ऊंचाई तक पहुंचने का क्षमता तो नहीं होता लोगो पर अगली उठाना अच्छे से आता है ,जिस दिन SC के न्यायाधीश कौन होंगे कोई नेता करने लगे उन दिन देश गुलामी की ओर दुबारा चलनी लगेगी
28/10/2024 10 : 28 am सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद हिंदुत्त्व को मान्यता देने के लिए ! भारत देश तो अध्यात्मिक देश हैं जो प्राकृतिक और दैवीय शक्ती प्रभावोंसे युक्त हैं पुरातन कालसे ही ! धन्यवाद !
मेरा साफ तौर पर मानना है कि जनता के पास ही अंतिम शक्ति है और सही समय पर जनता ही ऐसे मसलों को ठीक करेगी। जनता पार्टी की सरकार ने जिसे सही माना बाद की सरकार बदल सकती है।
हाइ कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में कॉलेजियम सिस्टम से पीढ़ी दर पीढ़ी 99% सिर्फ 3.5% मनुवादी ब्राह्मण को जज नियुक्त किया जा रहा है यह असंवैधानिक कॉलेजियम सिस्टम को बंद करने संसद में कानून बनाया जाए ताकि इस देश के 85% बहुजन समाज की न्यायपालिका में उसकी संख्या के अनुपात में भागीदारी हो सके।
The question is, the preamble is written once. How can you change it? You can amend the articles, not the preamble. You cannot insert or delete any word that too keeping the same date when the Constitution was adaptod.
Islamic aatankwadiyon Ki maut per Matam manana aur Sanatan Dharm ke Mul vinash ka vichar rakhna dharmnirpekshta hai To sanvidhan se aisi Dayan dharmnirpekshta ke shabd ko mitana hi uchit hona
Aapki 100 pedhi ke log bhi aaye to..bhi hinduttva ka kuchh bigad nahi shakte..??? Tum jese ghatiya log bolne ki bat karte he fir karne ki. To pahle fir ka matalab to samaj nahi shkate..to fir hindutva kese samjega..???
केशवानन्द भारती के केस का अंत इस फैसले के साथ हुआ था कि--- संसद कानून बनाने के लिये स्वतन्त्र है, मगर वह ऐसा कोई कानून नहीं बना सकती कि जससे संविधान की मूल भावना ही बदल जाय। मगर संविधान की प्रस्तावना में जड़ा गया धर्मनिरपेक्ष शब्द भारतीय समाज की सूरचना के ताने बाने को ही बदल दे रहा है।
It's true that the secular fabric of India is deeply intertwined with Hindu culture’s inherent pluralism and tolerance. Hinduism’s philosophical foundation includes values like acceptance of diverse beliefs, respect for multiple paths to spirituality, and coexistence with differing worldviews. This cultural inclination toward inclusivity has indeed influenced India's secular nature, which allows people of all faiths to coexist peacefully. While the constitutional framework of India reinforces secularism, it’s fair to say that this principle is strengthened by the attitudes and values of the majority population. Hindu society’s embrace of diversity has been instrumental in creating a social environment that values religious freedom and mutual respect. Recognizing the role of Hindu culture in fostering secularism acknowledges how India's secular identity is not only a product of law but also of cultural ethos.
Nhii krenge to kaunsa scientist bun jayega tu ange budhne k liye dharmic hona jroor hota h jaise jain ,dikh ,bramhan tum kl vi acchut the ange vi rhoge😂😂
संसद में तो जब न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय साक्ष्य संहिता पर क्या डिवेट हुई थी ? नही हुआ इसलिए सुप्रीम कोर्ट को क्या इनको समाप्त कर देना चाहिए
ब्राह्मण ओर राजपूतों ने सुप्रीम कोर्ट ओर हाइकोर्ट पर कब्जा किया हुआ है सब चाचा भतीजा मामा भांणजा भरे पड़े हैं। गुजरात में अपने घर की अदालते बनाईं हुई है। यह कौन-सा लोकतंत्र है भाई साहब।
Mr advocate, then why secular was not added in constitution that time, was that a miss by the constitution makers, which Indira Gandhi added in emergency
Ghatiya bayanbaji karte rahte he murkh log .uehi kam aap logo ka ho gaya he 24 ghante yehi soch rahti he mufta paneki...kam kuchhu karna nahi he..bas Sarkar se jath jod bethe raho aur galat bate bolte raho.
@@AshokaaAIYaha Majority mei Hindu hai isiliye Democracy hai otherwise tu ja jara Pakistan, Bangladesh, jakar dekh wahan kya hai. Aur Christian Missionaries, Bangladeshi Moslims ab yaha bhi wahi karne ki Try kar rahe hain. Tere jaiso ko kab Akal Ayegi.
If the spirit of our constitution is of equality and multiculture the why during emergency these two word specifically were added. What was the intention? Philosophical meaning can b same but in reality the interpretation makes difference and there the problem crops up
एक बार धर्म के ऊपर विभाजन हुंडा..मुसलमानों को पाकिस्तान दे दिया है.....दुसरी बात ओरीजीनल संविधान में सेक्युलर शब्द नाहि था उसे बाद मै 1975मे डाला गया है..और अगर हम सेक्युलर है तो धर्म के आधार पर युनिव्हर्सिटी को बनाया है
सैक्यूलर और समाजवाद शब्द पर भी मठाधीश कुछ नहीं बोलेंगे,और इस याचिका को भी सुनने के अयोग्य मान कर रद्दी की टोकरी में फेंक देंगे, हां अगर कोई बहुसंख्यकों के खिलाफ कोई याचिका लेकर आये तो तुरंत सुनवाई के लिए समय हाजिर रहता है
सेक्युलर और सोशलिस्ट ये दो शब्द उद्धेशिका में जोडेभी, गये, है तो पुरे उद्देशीका का अर्थ तो नहीं बद्दल गया है ना, रही. दुसरी बात,आणीबाणी के वक्त मेंतो सदन हि बरकास थी., यहाँ विपक्ष कंहाथा.
Dear NDTV, Thanks for the video, your reporter and the advocate. Sanatana Dharma aka Hinduism gives its followers maximum freedom to worship or not to. Lecturing Hindus on secularism (an imported idea from the West) is akin to administer drugs to or performing an operation on a healthy person. Are secularism and Islam compatible? Please think it over. Truly, SC Panda
देश का दुर्भाग्य है कि ब्रह्मांड का सारा क़ानूनी ज्ञान भारत के कुछ खानदानों में ही सीमित होकर रह गया है १९४७ के बाद से।law के सारे philosophers, ज्ञानी, विज्ञानी, महात्मा आदि अपने अपने खानदान में ही खोज पाए अगली पीढ़ी।
dalla ke fouj hai
सबसे बड़ा परिवार वाद तो सुप्रीम कोर्ट में ही दिखाई देता है।
Sab dalal ho gaya hai
Sabhi logo pata hai karodo wars pahle se hindu sanatan tha hai aur rahega
जज का बेटा जज बनाना ही लोकतंत्र है
वकील का बेटा वकील बनाना ही लोकतंत्र है
हिन्दुत्व विरोधी ही ऐसी बातें करते हैं । देश में "हिन्दुत्व" ही रहेगा बाकी सब खत्म हो जाएगा ।
कुछ लोगों का एक ही उद्देश्य है कि ना तो काम करूँगा ना ही किसी को काम नहीं करने दूँगा ।
बाबा साहेब ने संविधान जिस रूप मे लिखा था कांग्रेस ने उसे काफी बदल डाला।
BJP to samvidhan hi khatam karnay ka kar rahi hai
उसे बदलकर हिंदू विरोधी बना दिया
Usme se kai part to implement bhi nhi hue h.
@@kamalkumar7978uhi toh congress toh implement 😂bi nahi kia apna pariwarwad chalana mai mast they
आज भी ऐसे ही जज साहब की ज़रूरत है जैसे कि इन काबिल वकील साहब ने नाम लिए
भगवान से प्रेरणा लेकर कोर्ट इसे कुछ भी कर लेगा अब कोर्ट वोट कुछ नहीं अब ड्रामा है
क्या न्याय होगा वहां nothing waste
तुम भी मेरे चमार जाती से हो क्या
Secular shabd hatna chahiye sambidhaan se jay hind
STSJ kyu nahi pahucha
Thik hai Biharan.
सेक्युलर शब्द पार्लियामेंट से जोड़ा गया था उसी से हटाना चाहिए, कोर्ट कोर्ट क्यों खेल रहे है
Bro agar sanatan dharm country ho gaya to tum upper caste wale --- discrimination ,untouchability
Lower caste karna start kar doga ❤🇮🇳
चाहिए वही कहते हैं जो खुदको कायर मानते हैं
Secular, socialist hata dena chahiye
जब तक भारत देश मे धर्मनिरपेक्षता है तब तक ही भारत एक राष्ट्र के रूप मे रहेगा
हिंदुत्व हिन्दू सनातन भारत की आत्मा है
Sc को वक़्फ़ बोर्ड Imf दिखाई नहीं दिया😮
Fortunately Abhi Majority Judges SAMVIDHAN se hi NYAY Kerte hai, Thanks🎉🎉
There is difference between धर्मनिरपेक्षता and सर्वधर्मसमभाव. No country in this world is secular at this moment.❤❤
Very good take by CJI on "Secularism" and "Socialist" word on our preamble. These two words are not imposed on citizens, rather on governments and the person who holds positions who must treat people equally irrespective of caste, religion or social status. These two words describe the diversity and inclusive nature of our beloved country.
Secular aur socialist गैर संविधानिक तरीके से constitution में जोड़ा गया है तो इसको हटाना ही चाहिए
Andhbhakt😂
Bro agar sanatan dharm country ho gaya to tum upper caste wale --- discrimination ,untouchability
Lower caste karna start kar doga ❤🇮🇳
@@Voiceofopposition4709 sanatan dharm m aisa kahi nhi hai ye sab tumhara ek galat famy hai
@@unnoticedfact67 bro mei kaha kahta hu aisa likha hai par , itihas gawah hai jab bhi koi Hindu king power full hua hai upper caste walo na lower caste ka shat kya kiya hai , sayad tumna bhi accha sa history padha hai ?
Like in maratha empire and pasawa dynasty the untouchability and discrimination was on the peak❤🇮🇳
@@Voiceofopposition4709 ye upper cast aur lower cast aaaj k time ka concept h aur ye angrezo ka diya hua concept h taaki tum jaise logo m hinduo k prati heen bhawnaa jag sake uss time sabhi raaja k prati shardhha bhaw se samarpit rahte the
Hindu shabd kaha se aaya? Ye bhi superem court se sawal karna chahiye.
धर्म निरपेक्षता के विरूद्ध हिंदूत्व है!
Thoda samjha karke likhiye
वक्फ बोर्ड, मदरसे, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, मठ मंदिर नियंत्रण कानून क्या देश को सेकुलर देश बनाते हैं?
नही. हिंदुत्व के विरूद्ध धर्मनिरपेक्षता है. हिंदुत्व का विरोध करना याने धर्मनिरपेक्ष होना ऐसी सोच है कुछ लोगों कि. लेकिन, थोडे हि दिनों मे ये सब बदल जायेगा.
Dharm Nirapeksha matlab Adharm Sapeksh .
Fir Adharm Sapeksh Bharat 75 saal se Hinduon ne jhela hai.
BHAI HAME KOI YE BATAYEGA KI HINDU KA ASAL ARTH ( MEANING ) KYA HAI ?
हुन्दूत्व भी संबिधान मे कहाँ है ? wE हैन 0:58 होगया
।
Hindu shabd ya sanatan ke liye darm sadha men jarur charcha karvao
धर्मनिरपेक्ष शब्द संविधान-सभा ने नहीं लिखा था।
abe anpadh art. 25 se 28 religion ke hi hai. To secular word kya krega. Pehle pdhle Art 25 to 28. Pta lg jaega. Aa jate hai whtasapp university wale
@@yashwant_6845
😊 सेक्युलर शब्द 1976 में कांग्रेस ने 42 वाँ संविधान संशोधन करके जोड़ा था। इसलिए संविधान से सेक्युलर शब्द को हटा देना चाहिए। भारत आज भी एक हिंदु-राष्ट्र ही है। अगर भारत हिंदु-राष्ट्र नहीं होता तो धर्म के नाम पर बँटवारा भी नहीं होता। ok
इस देश का नाम भारत है जो सभी धर्मो को मानने वाले लोगों का है जो भी भारत के नागरिक है वो इस पर समान अधिकार रखते हैं इसको हिंदू राष्ट्र कहना बिल्कुल गलत है भारत का अपना कोई धर्म नहीं हैं यानी धर्मनिरपेक्ष है राज्य जाति धर्म ओर किसी भी आधार पर किसी के भी साथ भेदभाव नहीं कर सकता पर बीजेपी ओर कांग्रेस ओर तमाम वो राज्य जो बीजेपी ओर rss की विचार धारा से ओतप्रोत है वो ये भेदभाव खुले आम कर रहे हैं bhujano की सरकार बनने पर ये सब बंद हो जाएगा इस लिए sc St OBC or माइनोरिटी को इस पर गहन विचार करना होगा बाबा साहिब ने कहा था की हिंदू राष्ट्र केवल एक मूर्खो का विचार है इसको हर हाल में रोका जाना चाहिए इसदेश के लोग 3%ब्राह्मणों ओर 12जनरल वर्ग के विचार से सहमत नहीं हैं ओर हम चैलेंज करते हैं इस देश के मनुवादी लोगो को की वो इस की घोषणा कर के दिखाए फिर इस देश मैं हर वो मांग जायज हो जाएगी जिसको देश विरोधी बता कर लोगो को सरकार चुप करा देती है
Ek Bar SaParivar Pakistan Chala Ja pata chal jaega @@yashwant_6845
@@ॐKumar_ABCD नहीं re अंधभक्त
जज के बेटे😂ही जज बनेंगे वाह!
Yahi collegium system hai ...Collegium system hatao, desh bachao...NJAC ko laagu kiya jaana chahiye....JAY HIND.
@@HINDUSTANI10001ऐसे ही बन गए बिना परिश्रम के 😂 हर आलश इंसान ऐसे ही बोलता है उनने उस ऊंचाई तक पहुंचने का क्षमता तो नहीं होता लोगो पर अगली उठाना अच्छे से आता है ,जिस दिन SC के न्यायाधीश कौन होंगे कोई नेता करने लगे उन दिन देश गुलामी की ओर दुबारा चलनी लगेगी
ऐसा नहीं है। तुम भ्रम में हो।
सिविल-कोर्ट का वैकेंसी आता है, तुम सबसे पहले सिविल-कोर्ट का जज बनो।
Bhai tu bhi ban sakta hai bass padhna start kar de bhai
@@Hiker119 ये जज के लड़के बिना किसी परीक्षा दिये वकील से जज बन जातै है।
Bahut khoob advocate saheb ka spich
28/10/2024 10 : 28 am
सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद हिंदुत्त्व को मान्यता देने के लिए ! भारत देश तो अध्यात्मिक देश हैं जो प्राकृतिक और दैवीय शक्ती प्रभावोंसे युक्त हैं पुरातन कालसे ही ! धन्यवाद !
Jai Shree Ram 😮
मेरा साफ तौर पर मानना है कि जनता के पास ही अंतिम शक्ति है और सही समय पर जनता ही ऐसे मसलों को ठीक करेगी। जनता पार्टी की सरकार ने जिसे सही माना बाद की सरकार बदल सकती है।
Thank you🙏 for all concept of ❤. Right sr
ये वकील और पत्रकार दोनों हिन्दू राष्ट्र चाहते हैं ऐसा मुझे लगा ? जय भीम नमो बुद्धराम?
Andhabhakt uchalo mat😂
भारत को इस्लामिक बना लो
1975 मैं बिना विपक्ष के अब तो पुरी संसद है सेकुलर क्यों नही हटा सकते
Indian Constitution is source of development and equality of 85% population of india if it changed india will be back 500 years.
Well narrated an logically analysed
हाइ कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में कॉलेजियम सिस्टम से पीढ़ी दर पीढ़ी 99% सिर्फ 3.5% मनुवादी ब्राह्मण को जज नियुक्त किया जा रहा है यह असंवैधानिक कॉलेजियम सिस्टम को बंद करने संसद में कानून बनाया जाए ताकि इस देश के 85% बहुजन समाज की न्यायपालिका में उसकी संख्या के अनुपात में भागीदारी हो सके।
Right ❤❤
Ye santre sc st OBC ka fyada utha rhe he
Padho or bano Brahman vaisay khastriya ko arxon nahi hai padhai kartai hai bantai
बेवकूफ। कुछ भी बोलता है, जातिवाद फैलाने वाला लोगों को बाँटने वाला जेहादी कु त्ता।
Sahi kaha mohmmadism man ne walon judge banaya jay sunaat follow karein saria laagu ho
"Religious tolerance" is perfect term instead of "Secularism".
सदन की अनुपस्थिति मे जब कोई बदलाव हुआ है तो स्वतः ही रद्द माना जाना चाहिए.
Log garib se maar rahe hai ye dharm ke piche pade hai...bhrast education system hona, india 100 sal piche chala gaya hai
जज साहेब है का भरोसा नही
The question is, the preamble is written once. How can you change it? You can amend the articles, not the preamble. You cannot insert or delete any word that too keeping the same date when the Constitution was adaptod.
If country is secular, then there should not be any religious minority. Don't you think it's a hypocrisy.
Islamic aatankwadiyon Ki maut per Matam manana aur Sanatan Dharm ke Mul vinash ka vichar rakhna dharmnirpekshta hai To sanvidhan se aisi Dayan dharmnirpekshta ke shabd ko mitana hi uchit hona
Sanatani sanghi shantidooto ko desh ke liye ladta dekha nahi aaj tak mi ek bhi rss ka nahi kitne saal tiranga nahi fahraya,,so sad
आगये मूत्र पीके जाहिल गवार?
अंग्रेजोंका संविधानही मिटाओ.
@@manpasand5879tmkcbklbsdkgndwdna
@@manpasand5879par mai to Hindu hu. Mujhe Hindu Rashtra vir shivaji aur guru nanak de kar gaye hai
Court, court nahi ab kotha rah gaya hai bas aur kuchh nahi 😢😢😢
मा.सिंह साहब जब देश का विभाजन हो गया तो मल्टीरिलीजियस कैसे इसे स्पस्ट करें.
बुद्धिस्ट समाज ने अपनी जनसंख्या चौगुनी बढानी चाहीये I
तुम लोग फिर भी वोट mim को नहीं दोगे और संघी का तलवा chatoge
बिस्तर में पड़े रहो देश गया भाड़ में
This country belongs to all.
भारत अनादि काल से धर्म प्राण राष्ट्र है इसलिए सेकुलर शब्द की यहां कोई जरूरत नहीं,ये आयातित शब्द है
Hindutuya.ka.muda.eka.Aahama.aaitihashkiya.ausmita.ki.bisay.Hindustan.ki.Bharatiya.Jau.hind.Vandemaataram
Who ever did this change without our general public then it has to be reverted
धर्मनिरपेक्षता संविधान की जान है
जो लोग हिंदुत्व के लिए काम करते है उनके खिलाफ हर जगह fir दर्ज करो देश के हर कोने में ताकि ये तारीखों में जाते जाते परेशान हो जाए
Aapki 100 pedhi ke log bhi aaye to..bhi hinduttva ka kuchh bigad nahi shakte..??? Tum jese ghatiya log bolne ki bat karte he fir karne ki. To pahle fir ka matalab to samaj nahi shkate..to fir hindutva kese samjega..???
judge,siyasatdan,doctor sab pita purkhi dhanday ban chuke hain.
दुनिया की सबसे खराब न्याय व्यवस्था जब मुकदमा 50 साल तक चलेगा तो कैसे न्याय मिलेगा लेकिन जजों का महिमा मंडन बहुत होता है क्यों 😢
भरोसा खत्म
Jay shiree ram🙏
Jay shree Ram Jay shree Krishna
🙏🙏🙏🙏🙏 Namo Buddhay jaybhim.🤔🤔🤔🤔🤔
केशवानन्द भारती के केस का अंत इस फैसले के साथ हुआ था कि--- संसद कानून बनाने के लिये स्वतन्त्र है, मगर वह ऐसा कोई कानून नहीं बना सकती कि जससे संविधान की मूल भावना ही बदल जाय।
मगर संविधान की प्रस्तावना में जड़ा गया धर्मनिरपेक्ष शब्द भारतीय समाज की सूरचना के ताने बाने को ही बदल दे रहा है।
It's true that the secular fabric of India is deeply intertwined with Hindu culture’s inherent pluralism and tolerance. Hinduism’s philosophical foundation includes values like acceptance of diverse beliefs, respect for multiple paths to spirituality, and coexistence with differing worldviews. This cultural inclination toward inclusivity has indeed influenced India's secular nature, which allows people of all faiths to coexist peacefully.
While the constitutional framework of India reinforces secularism, it’s fair to say that this principle is strengthened by the attitudes and values of the majority population. Hindu society’s embrace of diversity has been instrumental in creating a social environment that values religious freedom and mutual respect. Recognizing the role of Hindu culture in fostering secularism acknowledges how India's secular identity is not only a product of law but also of cultural ethos.
Supreme court ki agni pariksha.... Merit par baat hogi.... To court ka mann bhi hoga aur saman bhi.
Secular or socialism nahi hatega ❤❤❤
Bulkul sahi kiya hatna chahiye seculer aur socialist shabd 🙏🏻🚩
धर्म निरपेक्ष की जगह सह अस्तित्व का bhaw होना चाहिए।
हिन्दू हिन्दू करके 10% मनुवादी90% सत्ता और संसाधन पे कब्ज़ा किए हुए है
Nhii krenge to kaunsa scientist bun jayega tu ange budhne k liye dharmic hona jroor hota h jaise jain ,dikh ,bramhan tum kl vi acchut the ange vi rhoge😂😂
Hindu matlab boddh,sikh hindu orr jain
@@ShubhamTiwari-td2ei तुम तिवारी भीख मांग मांग करके अमीर हो गए....
धर्म के नाम पे हरामखोरी तुम्हारी हजारों साल से जारी है...😄
Saste nashe 😂😂
Source : trust me bro
तेरा दिमाग में दिमक लग हुआ है।
Dharmnirpesh shabad nahi hatna chahiye
मंडल कमिशन equality की बात कर्ता क्या
मेरा भारत महान 😂
संसद में तो जब न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय साक्ष्य संहिता पर क्या डिवेट हुई थी ? नही हुआ इसलिए सुप्रीम कोर्ट को क्या इनको समाप्त कर देना चाहिए
ham harv se kahte hai ham hindu hai
संविधान में बदलाव ही लोकतंत्र है 🙏
बदलाव हो ना चाहिए 🙏🇮🇳🚩
अगर हिंदुत्व जीवन शैली है, तो क्या भारत में गैर हिंदुत्व मौत शैली है?
Hindutva matalab sanatan prakritik baki sab manav nirmit hai maut saili koi nahi hai
ha
Go to Pakistan
Vaha bhi jivan sailing hindustan hai kya?
अबे chutiye कहां से आते हो तुम।😂😂😂
Acha kiya Hindutva ko nahi hataye🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Instead of Secular we should add the word Dharmic.
भारत को सबसे ज्यादा परिवारवाद सुप्रीम कोर्ट में ही हैं 😂😂😂ये देश के लिए ठीक नहीं हैं।
मूल प्रस्तावना ही लागू हो....not right to change
कलोजियम सिस्टम को पहले बंद होना चाहिए
Kis baat k liye secular word
ब्राह्मण ओर राजपूतों ने सुप्रीम कोर्ट ओर हाइकोर्ट पर कब्जा किया हुआ है सब चाचा भतीजा मामा भांणजा भरे पड़े हैं। गुजरात में अपने घर की अदालते बनाईं हुई है। यह कौन-सा लोकतंत्र है भाई साहब।
तुम लोग ग्वार हो तो वह क्या करेंगे 😂तुम्हलोग उस मुकाम ऊंचाई तक पहुंचो SC , हाइकोर्ट के न्यायाधीश बनो कौन रोका है
🎉😢😢🎉@@majedarvideo5443
मैं तो चमार हू मुझे खुशी होती है की सुप्रीम कोर्ट हमारे हिंदू के हाथ में है. तुम्हें हिंदू से तो दर्द होगा ही
Or behan ke lodo tum khuch vishesh jatiyon ke logo ne pure sc st or obc ke reservation par kabza kar liya ha
Vakil Sahab Jo Niyam Ko Tak Per Rakhkar Badlav Kyun.
Mr advocate, then why secular was not added in constitution that time, was that a miss by the constitution makers, which Indira Gandhi added in emergency
आरएसएस और मनुवादियों के लिए शिक्षा चिकित्सा रोजगार कोई मुद्दा नहीं है 😮
@@rafat_masood_official मदरसा छाप लोगो को मनुवाद के बारे क्या पता है????
तुम्हारी जाहिल कौम के पास मदरसे, वक्फ बोर्ड, पर्सनल लॉ के लहर तीन तलाक हलाला, 4 निकाह 40 बच्चे के अलावा और कौन सा मुद्दा है?😅
Ghatiya bayanbaji karte rahte he murkh log .uehi kam aap logo ka ho gaya he 24 ghante yehi soch rahti he mufta paneki...kam kuchhu karna nahi he..bas Sarkar se jath jod bethe raho aur galat bate bolte raho.
Ha halala ki nazayaz paidaish 😅😅😂😂
This is not multireligious country It is totally Sanatan dharam country.
THATS WHY IT IS PURE SECULAR.
Bro agar sanatan dharm country ho gaya to tum upper caste wale --- discrimination ,untouchability
Lower caste karna start kar doga ❤🇮🇳
This country belongs to all not farzi sanatan dharma.
@@Voiceofopposition4709Ye sab Angrezon ne Peak pe kiya tha.
@@AshokaaAIYaha Majority mei Hindu hai isiliye Democracy hai otherwise tu ja jara Pakistan, Bangladesh, jakar dekh wahan kya hai. Aur Christian Missionaries, Bangladeshi Moslims ab yaha bhi wahi karne ki Try kar rahe hain. Tere jaiso ko kab Akal Ayegi.
Kis neta ka secularism is the real Secularism ? Rahul Gandhi ka ya Modi ka? Who will define Secularism ?
वकील साहब फिर से डीपीएसपी अनुच्छेद 38 में धन के समान वितरण का उल्लेख करते हैं। अनुच्छेद 14 समानता प्रदान करता है न कि धन का समान वितरण
Hindu means oldest citizens and nationality of Akhand- Bharat, Akhand- Hindia
This means that India was not secular between 1947 to 1976?
Given the promise in the preamble should be protected as it gives the human rights of welfare and many more. 8:13
हिंदुत्व वे ऑफ़ लाइफ है तो इसे एक्सप्लेन टू करें कैसी होती है
Hindtva bharat ki aatma h . hajaro varsho se hindutva bharat ki pehchan h.. ...hindutv k bina bharat varsh bharat varsh nhi rhega
If the spirit of our constitution is of equality and multiculture the why during emergency these two word specifically were added.
What was the intention?
Philosophical meaning can b same but in reality the interpretation makes difference and there the problem crops up
A cheese ko samjaana sabka chahiye.Isko samjaanekeliye agala collegium karna hai katham. Tab pura sahi hojaayega
Undoubtedly the words secularism and socialism must be removed from Indian Constitution.
There are many things in the constitution which were not in the original Constitution than remove all things
एक बार धर्म के ऊपर विभाजन हुंडा..मुसलमानों को पाकिस्तान दे दिया है.....दुसरी बात ओरीजीनल संविधान में सेक्युलर शब्द नाहि था उसे बाद मै 1975मे डाला गया है..और अगर हम सेक्युलर है तो धर्म के आधार पर युनिव्हर्सिटी को बनाया है
Secular हमारे संबिधान में नहीं था, इमर्जेंसी के संबिधान में डाला गया था
Our seculaism protects and promotes most exclusivist narrow and inherently political ideologies wearing the garb of religion.
सैक्यूलर और समाजवाद शब्द पर भी मठाधीश कुछ नहीं बोलेंगे,और इस याचिका को भी सुनने के अयोग्य मान कर रद्दी की टोकरी में फेंक देंगे, हां अगर कोई बहुसंख्यकों के खिलाफ कोई याचिका लेकर आये तो तुरंत सुनवाई के लिए समय हाजिर रहता है
इन नेताओ,ओर सरकारी संस्थाओं ने हर नागरिक का हक अपने हक में कर लिया
सेक्युलर और सोशलिस्ट ये दो शब्द उद्धेशिका में जोडेभी, गये, है तो पुरे उद्देशीका का अर्थ तो नहीं बद्दल गया है ना, रही. दुसरी बात,आणीबाणी के वक्त मेंतो सदन हि बरकास थी., यहाँ विपक्ष कंहाथा.
Batwara hone ke baad se bharat se sath annyay hi Kiya he cong ne
जस्टिस संजीव खन्ना की बुद्धि तो केजरीवाल के मसले पर ही समझ में आ जाती है।
Dear NDTV, Thanks for the video, your reporter and the advocate. Sanatana Dharma aka Hinduism gives its followers maximum freedom to worship or not to. Lecturing Hindus on secularism (an imported idea from the West) is akin to administer drugs to or performing an operation on a healthy person. Are secularism and Islam compatible? Please think it over. Truly, SC Panda
Yaee kaho Hindu rashtra banao..SC Say 😂😂