प्रणाम महाराज जी 🙏| आपके मुखार बिन्दु से सत्संग सुन कर मन प्रसन्न हो जाता है | प्रकृति द्वारा बनाई गई एक दुनिया है और मनुष्य द्वारा बनाई गई एक दुनिया है और प्रत्येक व्यक्ति अपनी दुनिया बनाता है और उस दुनिया में लिप्त रहता है। बहुत ही वास्तविक विश्लेषण... 🙏
प्रणाम महाराज जी यह एक बहुत गंभीर प्रश्न है मैं कौन हूं आपने इसे बहुत ही सरल शब्दों और सरल कर समझाया वैसे में को शब्दों में तो ब्यक्त नहीं कर सकते पर फिर भी अपने इसको बहुत स्पष्ट कर दिया धन्यवाद आपके चरणों में कोटि कोटि नमन
महाराज जी प्रणाम🙏 ....... तो फिर यह प्रश्न ही क्यों किया जाता है कि "मैं कौन हूं "? जब प्रश्न ही " व्यक्ति कारण " " "परसोनिफाई " करके किया जाएगा..... तो उत्तर भी "परसोनिफाइड " ही होगा फिर यह प्रश्न ही क्यों किया जाता है ? यह भी तो कंडीशनिंग ही है कि " मैं कौन हूं " प्रश्न तो यह होना चाहिए कि...." मैं क्या हूं" ? ...... तो शायद कोई बात बने !!🌹🙏
महाराज जी, प्रणाम 🙏 मौन क्या है, यह कैसे घटित होता है, मौन की साधना कैसे की जाय, क्रम प्रोसीजर क्या है, प्रथम चरण, द्वितीय...... इत्यादि.... का क्रम बताने की कृपा करें 🙏 धन्यवाद 🌹
प्रणाम! वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके: ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com सत्य की ओर - हंसानंद जी महाराज
Pranaam Prabhu
Hariom Tatsat namah Shivay
👏🌹👏
🌹💯🌹
🙏🙏🙏
👌👌🙏🙏🌅
Pranam Prabhu ji🙏
Prashna karta aur prashna ka visharjan
प्रणाम महाराज जी 🙏| आपके मुखार बिन्दु से सत्संग सुन कर मन प्रसन्न हो जाता है |
प्रकृति द्वारा बनाई गई एक दुनिया है और मनुष्य द्वारा बनाई गई एक दुनिया है और प्रत्येक व्यक्ति अपनी दुनिया बनाता है और उस दुनिया में लिप्त रहता है। बहुत ही वास्तविक विश्लेषण... 🙏
प्रणाम महाराज जी यह एक बहुत गंभीर प्रश्न है मैं कौन हूं आपने इसे बहुत ही सरल शब्दों और सरल कर समझाया वैसे में को शब्दों में तो ब्यक्त नहीं कर सकते पर फिर भी अपने इसको बहुत स्पष्ट कर दिया धन्यवाद
आपके चरणों में कोटि कोटि नमन
Hariom. Guruji
❤❤❤❤❤
Pranaam maharaj jj 🙏 main kon hu explained in very simple words...thank you for teaching your learnings.
महाराज जी प्रणाम🙏
....... तो फिर यह प्रश्न ही क्यों किया जाता है कि "मैं कौन हूं "?
जब प्रश्न ही " व्यक्ति कारण " " "परसोनिफाई " करके किया जाएगा..... तो उत्तर भी "परसोनिफाइड " ही होगा
फिर यह प्रश्न ही क्यों किया जाता है ?
यह भी तो कंडीशनिंग ही है कि " मैं
कौन हूं "
प्रश्न तो यह होना चाहिए कि...." मैं क्या हूं" ?
...... तो शायद कोई बात बने !!🌹🙏
यदि गुरुजी पढ़ कर न बोले तो ज्यादा समझ में आता है
महाराज जी, प्रणाम 🙏
मौन क्या है, यह कैसे घटित होता है, मौन की साधना कैसे की जाय, क्रम प्रोसीजर क्या है, प्रथम चरण, द्वितीय...... इत्यादि.... का क्रम बताने की कृपा करें 🙏
धन्यवाद 🌹
प्रणाम!
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके:
ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com
सत्य की ओर - हंसानंद जी महाराज
Utna samajh me nahi aaya