दो दिन पहले ही मुझे 'ॐ = ब्रह्म = आत्मा' पुस्तक प्राप्त हुई और पुस्तक पढ़ कर जाना की बस इस किताब को जियो । कहने के लिए और कुछ नहीं । जीवन बदलने वाली किताब ! बहुत-बहुत धन्यवाद आपका महाराज जी🙏 ! जो की आपने इतनी मूल्यवान चीज हमें दी. प्रणाम🙏 !ॐ
🙏 महाराज जी...आपको सुनकर यह दुख लगता है कि काश आपकी ये बाते किसी ने बाल्यकाल में ही बता दी होती तो जीवन को सही दृष्टि से जीने की सद्बुद्धि आ जाती। फिर भी कहावत है कि जब जागो तब सवेरा! आपकी पुस्तक मुझे कल ही प्राप्त हुई...बहुत ही सुंदर है...बड़े अक्षरों में छपाई के कारण बुजुर्गों के लिए पढ़ना आसान है 👌👌
महाराज जी के उपदेश आत्मसाक्षात्कार की यात्रा को सरल और सटीक बनाते हैं। 'मैं शरीर नहीं हूं' का विचार मन की शांति और आंतरिक स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करता है। #अध्यात्म #आत्मविचार #सत्य_की_ओर
I have received your book…reading it, has made my mind easier to understand,it gives a clear and simple description of spirituality your book is very transparent…it has refuted all the lies or misconceptions of the world and has brought forward the truth. Thanks and i feel very fortunate and blessed to get the book...dhanyaawaad maharaj ji.🙏🙏🙏
Boddh Sant Nagarjuna ka prasang ek jeevan badalne wala anubhav hai! Aise anubhav humein satya ke aur kareeb le aate hain. 🙌 #BoddhSantNagarjuna #Adhyatma #AshtavakraGeeta
इस देह को मै मानना सबसे बड़ा यह पाप है और सब पाप इसके पुत्र हैं और सब पापों का यह बाप है।ना कुछ हुआ था और नाही कुछ हो रहा है तुम्हें सिर्फ होने का भ्रम हो रहा है। जीव बिना कुछ भी ना भयो जड़ से कोई भी ज्ञान तो ज्ञाता अपने आप है सबसे आप महान। धन्यवाद आपका।
वेदांत की बुनियादी बातों को सरल तरीके से समझाना नितांत आवश्यक है नहीं तो ये दुरूह बना रहेगा...आप विषय को सुगमता प्रदान कर देते है और समझ मे आ जाता है...धन्यवाद
Sharir mein nahin hun Maharaj ji aapane itne Sundar tarike se samjhaya hai ki main ek Aseem Shanti ka Anubhav kar raha hun abhi aapke video sunte sunte Abhi Abhi Om Brahma atma ki pustak Mili har prashn atma ki gehraiyon mein dubo deta hai Maharaj ji ki pustak padh kar Aisa Laga Jaise Dhyan mein baitha hun yah adbhut Gyan dene ke liye Maharaj Ji ko koti koti Naman
शरीर और आत्मा के बीच के संबंध को समझना एक गहन आत्मिक अनुभव है। महाराज जी ने इसे इतनी सहजता से समझाया है कि यह विचार हमारी चेतना में गहराई तक उतर जाता है। #स्वअन्वेषण #आध्यात्म #आत्मसाक्षात्कार
अति उत्तम! यानी कि आप "में हूं" में ये सब कृत्रिम मैं शरीर आदि सहित शामिल ही है! फिर केवल " में हूं" पर सतत खयाल रखने से ही वास्तविक कार्य जरूर ही ही जायेगा! शायद इससे ज्यादा कुछ भी नही चाहिए!
🙏🙏Pranam Maharaj ji, the body is mine, I am not the body, you have told so much truth, I am getting freedom from all misconceptions by flowing in the continuous stream of your satsang..🙏🙏🙏🙏 aapko jitna dhanyawaad kaha jaye utna kam hai...I was suffering from a mental illness which I was told by the so called doctors, I got cured just by listening and understanding your satsang only....
Teachings of Nisargdutt Maharaj have always been to the point and effective. As he returned, that foreigner it shows he had always been concerned with seeker in a most genuine way. I am astonished to find his teachings incapsulated so well in hindi satsang...
🙏प्रणाम महराज जी🙏 हाँ, अध्यात्म की शुरुआत इसी मूल भावना से होती है कि "मैं शरीर नहीं हूं।" इसका मतलब यह है कि व्यक्ति अपने भौतिक शरीर से अलग एक आत्मा या चेतना है। इस विचार से व्यक्ति अपने सच्चे स्वरूप को पहचानने की ओर बढ़ता है और आत्मा, परमात्मा, और जगत के बारे में गहरे विचारों और अनुभवों की खोज करता है। यह विचार हमें यह समझने में मदद करता है कि हमारी सच्ची पहचान शरीर, मन, या बाहरी संसार से नहीं जुड़ी है, बल्कि उससे परे कुछ गहरे और शाश्वत सत्य से है।
मुझे कुछ दिन पूर्व आपकी अद्भुत पुस्तक ओम = ब्रह्म = आत्मा प्राप्त हुई...अभी तक जितना पढ़ा उससे अभिभूत हूँ। सम्भवतः मेरे जीवन की यह पहली आध्यात्मिक पुस्तक है जिसमें की अध्यात्म का...आत्मा का निरूपण इतने व्यवस्थित एवं तर्कसंगत तरीके से किया गया है! ऐसी अमूल्य भेंट प्रदान करने लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और प्रणाम! 👏👏
मैंने अभी-अभी महाराज जी की पुस्तक 'ॐ = ब्रह्म = आत्मा' प्राप्त की है। वीडियो देखने के बाद मुझे लगा कि मैं कुछ जानता हूं, लेकिन पुस्तक पढ़कर मेरा ज्ञान और गहरा हो गया है।
प्रणाम अध्यात्म को समझने का अनोखा तरीका है आपके पास। प्रभु आप कम शब्दों में अधिक से अधिक प्रश्न नो के समाधान करते हे में शरीर नही हूं इस पर आपके विचार बहुत सुंदर हे आपकी पुस्तक भी अनेक प्रश्नों का समाधान करती है पुस्तक पढ़ने में एक अलग ही आनंद की झलक देखने को मिली। प्रभु आपके चरणों में शत-शत नमन🙇♂️🙏🙏
यह वीडियो हमें हमारी असली पहचान से अवगत कराता है। 'मैं शरीर नहीं हूं' का विचार हमें उस शाश्वत सत्य की ओर ले जाता है, जिसे जानने के लिए हम सभी उत्सुक रहते हैं। #आध्यात्मिकता #स्वअन्वेषण #आत्मसाक्षात्कार
Maharaj Ji ne 'Main sharir nahi hoon' ke mahatva par jo roshni daali hai, vo humein apne asli svaroop ka bodh karati hai. Yeh vichar adhyatma ki pehli seedhi hai. Unki kitab 'ॐ = ब्रह्म = आत्मा' is vishay par aur bhi gehraai se prakaash daalti hai. 🙏 #IAmNotThisBody #Adhyatma #HansanandJiMaharaj
Yeh video adhyatma ke moolbhoot siddhanton ko samajhne mein madad karta hai. Agar aapko in vicharon par aur manthan karna ho, to Maharaj Ji ki kitab 'ॐ = ब्रह्म = आत्मा' aapke liye upyogi ho sakti hai. 🙏 #IAmNotThisBody #Adhyatma #HansanandJiMaharaj
Truly we are victim of a common belief system...we are bound to follow that practice which is declared as only truthful practice by this system...one such practice is there is some GOD who created this universe and another such practice is I AM THIS BODY idea ! Both practices are concepts
Guruji pranam main yah kahana chahta Hun ki jab tak koi bhi Insan ko kundli jagrit nahin hoga tab tak vah Apne aap Ko nahin pahchan Sakta hai vah lakh koshish kar le chahe lakh Puja kar le chala ka adhyayan kar le chalak pustak padh le
आत्मा आकार मे आता है तभी गुरु व्दारा आत्मा याने मै निराकार हुं यह समज मे आता है तो गुरू मिलने तक या ज्ञान होने तक शरीर को मै मानना तो होगा ही ना?अगर पहले से ज्ञान हो तो फिर भ्रम थोडे रहता . क्या यह सही है महात्मा जी ❤
यदि शरीर मेरा नही है तो मेरा क्या है और यदि मेरा कुछ नही है ये समस्त संसार हर शरीर समस्त ब्रह्माण्ड मेरा है ये सब कुछ जो दिखाई दे रहा है ये सब मैं हूं मैं सब मैं समाया हुआ हूं सब मुझ मैं समय हुआ है
Chetana ka swabhav maya hai jab chetana apane hi swabhav me fas jata hai tab vah jiv kahlata hai vah jiv ye nahi janata ki vo chetana hai jo bhi anubhav karata hai vo usi ke swabhav ke karan hai
Generally, we start pursuing spiritual practices from that point, which is a totally wrong point. Because any such beginning helps in building up separate self the ego...so we don't reach anywhere. In my opinion this is the right point to start with that am I this body?
प्रणाम! वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके: ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com टीम - सत्य की ओर
Sharir maya hai sirf information Jo jagruti se connected hai jagruti vastvik swabhav parmanand ki sthiti hai jab jiv gahari neend me hota hai vo sthiti
Nahi nahi..... Yeh puran roop mein satya nahi hai. Reality is :- Sarir mera jaroor hai, par mere se alag nahi hai. Mein puran roop mein sarir to nahi hu par vo mera hi hissa hai.
प्रणाम! वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके: ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com टीम - सत्य की ओर
Guru ji mera koti koti pranam, atah apki is satsangh se mai santust nahi hoo Atah mujhe bataye ki ye sathsang Gyan le lu to mere chhote bache kya khayenge Meri budhi ma ko kon dekh bhal karega Or yeh sanshar mujhe pagal ghosit karbdenge Kripya aap jan Kalyan pe video banaye hai na bap ki seva bahan beti ki perwarish or time mile to bhagwan ki bhakti🙏🙏🙏🙏🙏
दो दिन पहले ही मुझे 'ॐ = ब्रह्म = आत्मा' पुस्तक प्राप्त हुई और पुस्तक पढ़ कर जाना की बस इस किताब को जियो । कहने के लिए और कुछ नहीं । जीवन बदलने वाली किताब ! बहुत-बहुत धन्यवाद आपका महाराज जी🙏 ! जो की आपने इतनी मूल्यवान चीज हमें दी. प्रणाम🙏 !ॐ
Very nice 👍👍👍❤❤❤jay Ho aapki 🌹👑❤️🙏🙏🌹💯🙏🙏🌹
🙏 महाराज जी...आपको सुनकर यह दुख लगता है कि काश आपकी ये बाते किसी ने बाल्यकाल में ही बता दी होती तो जीवन को सही दृष्टि से जीने की सद्बुद्धि आ जाती।
फिर भी कहावत है कि जब जागो तब सवेरा!
आपकी पुस्तक मुझे कल ही प्राप्त हुई...बहुत ही सुंदर है...बड़े अक्षरों में छपाई के कारण बुजुर्गों के लिए पढ़ना आसान है 👌👌
🙏प्रणाम 🙏
🙏आज का सत्संग बहुत अच्छा है
मैं शरीर नहीं हूं इसको बहुत सरल शब्दों में समझा दिया 🙏
Sahi hai 🎉
महाराज जी के उपदेश आत्मसाक्षात्कार की यात्रा को सरल और सटीक बनाते हैं। 'मैं शरीर नहीं हूं' का विचार मन की शांति और आंतरिक स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करता है। #अध्यात्म #आत्मविचार #सत्य_की_ओर
🙏दंडवत प्रणाम महाराज जी
आज का सत्संग अति सुंदर है 🙏
महाराज जी आज का सत्संग बहुत मार्मिक सत्संग है 🙏प्रणाम महाराज जी🙏
I have received your book…reading it, has made my mind easier to understand,it gives a clear and simple description of spirituality your book is very transparent…it has refuted all the lies or misconceptions of the world and has brought forward the truth. Thanks and i feel very fortunate and blessed to get the book...dhanyaawaad maharaj ji.🙏🙏🙏
Boddh Sant Nagarjuna ka prasang ek jeevan badalne wala anubhav hai! Aise anubhav humein satya ke aur kareeb le aate hain. 🙌 #BoddhSantNagarjuna #Adhyatma #AshtavakraGeeta
यह वीडियो हमारे अस्तित्व के मूल प्रश्नों को समझने में मदद करता है। आत्मा की सच्चाई को जानने का यह सफर बेहद सुंदर है।
इस देह को मै मानना सबसे बड़ा यह पाप है और सब पाप इसके पुत्र हैं और सब पापों का यह बाप है।ना कुछ हुआ था और नाही कुछ हो रहा है तुम्हें सिर्फ होने का भ्रम हो रहा है। जीव बिना कुछ भी ना भयो जड़ से कोई भी ज्ञान तो ज्ञाता अपने आप है सबसे आप महान। धन्यवाद आपका।
प्रणाम महाराज जी 🙏! बहुत ही स्पष्टता से समझा दिया की शरीर हम नहीं !
धन्यवाद महाराज जी 🙏
वेदांत की बुनियादी बातों को सरल तरीके से समझाना नितांत आवश्यक है नहीं तो ये दुरूह बना रहेगा...आप विषय को सुगमता प्रदान कर देते है और समझ मे आ जाता है...धन्यवाद
Sharir mein nahin hun Maharaj ji aapane itne Sundar tarike se samjhaya hai ki main ek Aseem Shanti ka Anubhav kar raha hun abhi aapke video sunte sunte Abhi Abhi Om Brahma atma ki pustak Mili har prashn atma ki gehraiyon mein dubo deta hai Maharaj ji ki pustak padh kar Aisa Laga Jaise Dhyan mein baitha hun yah adbhut Gyan dene ke liye Maharaj Ji ko koti koti Naman
अद्भुत सत्सङ्ग! सन्त भगवान को कोटि कोटि प्रणाम्🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
प्रणाम
अपने कम समय के इस वीडियो में बहुत कुछ सीखा दिया ।
धन्यबाद🙏🙏
कितना सटीक स्पष्टीकरण...बहुत सुन्दर 🙂👌
शरीर और आत्मा के बीच के संबंध को समझना एक गहन आत्मिक अनुभव है। महाराज जी ने इसे इतनी सहजता से समझाया है कि यह विचार हमारी चेतना में गहराई तक उतर जाता है। #स्वअन्वेषण #आध्यात्म #आत्मसाक्षात्कार
Atma jis ghar me rahega use hi apna kahega dushre ke ghar ko kyo apna kahega
Parnam maharaj ji bahut hi durlabh satya dhany he aap sach much hans ki bhanti dudh alag or paani alag hum sharir nhi 🙏🙏
Hariom.guruji❤❤
प्रणाम महाराज जी बहुत ही शानदार पुस्तक, गहरी समझ को आपने सरल शब्दों में बता दिया। बहुत-बहुत धन्यवाद महाराज जी 🙏
बौद्ध संत नागार्जुन का प्रसंग काफी रूचिकर लगा और इस प्रसंग ने सत्संग की बात को समझने में मदद कर सत्संग को सरल कर दिया 🌹🚩🚩
🙏
अति उत्तम! यानी कि आप "में हूं" में ये सब कृत्रिम मैं शरीर आदि सहित शामिल ही है! फिर केवल " में हूं" पर सतत खयाल रखने से ही वास्तविक कार्य जरूर ही ही जायेगा!
शायद इससे ज्यादा कुछ भी नही चाहिए!
🙏🙏Pranam Maharaj ji, the body is mine, I am not the body, you have told so much truth, I am getting freedom from all misconceptions by flowing in the continuous stream of your satsang..🙏🙏🙏🙏 aapko jitna dhanyawaad kaha jaye utna kam hai...I was suffering from a mental illness which I was told by the so called doctors, I got cured just by listening and understanding your satsang only....
दंडवत प्रणाम महाराज जी 🙏
अहंता और ममता का बारीकी से किया गया विश्लेषण इस तरह से है जैसे कोई सुई में महीन धागा सफलतापूर्वक डाले...धन्य हो प्रभु जी
🙏🙏प्रणाम महाराज जी 🙏🙏
Aapke dwara Kahe Gaye Satsang ko sunane se Hamari Kai purani dharna ka Nash hua hai Pranam Maharaj ji🙏🙏💯
Teachings of Nisargdutt Maharaj have always been to the point and effective. As he returned, that foreigner it shows he had always been concerned with seeker in a most genuine way. I am astonished to find his teachings incapsulated so well in hindi satsang...
महाराज जी ने 'मैं शरीर नहीं हूं' के विचार को इतनी गहराई से समझाया है, यह सच में सोचने पर मजबूर करता है।
देह के ममता और अहंता को काफी अच्छे प्रकार से बतलाया आपने।
Guru ji dhanyawad is pravachan ke liye
Good
Guru guru ji Sadar pranam
🙏प्रणाम महराज जी🙏
हाँ, अध्यात्म की शुरुआत इसी मूल भावना से होती है कि "मैं शरीर नहीं हूं।" इसका मतलब यह है कि व्यक्ति अपने भौतिक शरीर से अलग एक आत्मा या चेतना है। इस विचार से व्यक्ति अपने सच्चे स्वरूप को पहचानने की ओर बढ़ता है और आत्मा, परमात्मा, और जगत के बारे में गहरे विचारों और अनुभवों की खोज करता है। यह विचार हमें यह समझने में मदद करता है कि हमारी सच्ची पहचान शरीर, मन, या बाहरी संसार से नहीं जुड़ी है, बल्कि उससे परे कुछ गहरे और शाश्वत सत्य से है।
🙏🙏🙏🙏🙏
मुझे कुछ दिन पूर्व आपकी अद्भुत पुस्तक ओम = ब्रह्म = आत्मा प्राप्त हुई...अभी तक जितना पढ़ा उससे अभिभूत हूँ। सम्भवतः मेरे जीवन की यह पहली आध्यात्मिक पुस्तक है जिसमें की अध्यात्म का...आत्मा का निरूपण इतने व्यवस्थित एवं तर्कसंगत तरीके से किया गया है!
ऐसी अमूल्य भेंट प्रदान करने लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और प्रणाम! 👏👏
निसर्गदत्त महाराज की शिक्षाओं को तीर समझ लीजिए...अज्ञान को भेद सत्य को प्रकट कर देती हैं। इस भारत भूमि के गौरव हैं वह 🙏
Pranaam Prabhu
मैंने अभी-अभी महाराज जी की पुस्तक 'ॐ = ब्रह्म = आत्मा' प्राप्त की है। वीडियो देखने के बाद मुझे लगा कि मैं कुछ जानता हूं, लेकिन पुस्तक पढ़कर मेरा ज्ञान और गहरा हो गया है।
प्रणाम
अध्यात्म को समझने का अनोखा तरीका है आपके पास।
प्रभु आप कम शब्दों में अधिक से अधिक प्रश्न नो के समाधान करते हे
में शरीर नही हूं इस पर आपके विचार बहुत सुंदर हे
आपकी पुस्तक भी अनेक प्रश्नों का समाधान करती है पुस्तक पढ़ने में एक अलग ही आनंद की झलक देखने को मिली।
प्रभु आपके चरणों में शत-शत नमन🙇♂️🙏🙏
हरि ओम
मेरा मेरी शब्दों के द्वारा ख़ुद पर डाला गया देह के प्रति ममत्व और मैं की भावना द्वारा कि यह शरीर मैं हूँ खुद पर आरोपित किया देह के प्रति एकत्व l ❤
Great
Uttam koti ka gyan
Identification with the body is the knot where lies our biggest mistake.
👏👏
🙏🙏
🙏♥️🙏
💯🙏
यह वीडियो हमें हमारी असली पहचान से अवगत कराता है। 'मैं शरीर नहीं हूं' का विचार हमें उस शाश्वत सत्य की ओर ले जाता है, जिसे जानने के लिए हम सभी उत्सुक रहते हैं। #आध्यात्मिकता #स्वअन्वेषण #आत्मसाक्षात्कार
Maharaj Ji ne 'Main sharir nahi hoon' ke mahatva par jo roshni daali hai, vo humein apne asli svaroop ka bodh karati hai. Yeh vichar adhyatma ki pehli seedhi hai. Unki kitab 'ॐ = ब्रह्म = आत्मा' is vishay par aur bhi gehraai se prakaash daalti hai. 🙏 #IAmNotThisBody #Adhyatma #HansanandJiMaharaj
Mujhe yesa pratit hota hai ma bap ki seva or apni jimmedari se bada koi dharm nahi isase badi koi mukti nahi🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Yeh video adhyatma ke moolbhoot siddhanton ko samajhne mein madad karta hai. Agar aapko in vicharon par aur manthan karna ho, to Maharaj Ji ki kitab 'ॐ = ब्रह्म = आत्मा' aapke liye upyogi ho sakti hai. 🙏 #IAmNotThisBody #Adhyatma #HansanandJiMaharaj
मैं शरीर नहीं हूं, यह वाक्य अध्यात्म की यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है। इसे गहराई से समझने के लिए, हमें अपनी आत्म-अन्वेषण की यात्रा पर निकलना होगा।
Jab kuchh hy hi nahi to sty ko jan Kr kya karna hy
Truly we are victim of a common belief system...we are bound to follow that practice which is declared as only truthful practice by this system...one such practice is there is some GOD who created this universe and another such practice is I AM THIS BODY idea ! Both practices are concepts
To main ke jagah kya bolna chahie
Guruji pranam main yah kahana chahta Hun ki jab tak koi bhi Insan ko kundli jagrit nahin hoga tab tak vah Apne aap Ko nahin pahchan Sakta hai vah lakh koshish kar le chahe lakh Puja kar le chala ka adhyayan kar le chalak pustak padh le
ऐसी एक community निर्मित हो चुकी है और इस community के निर्माता स्वयं निराकार परमात्मा है क्योंकि उनके अतिरिक्त ये कार्य और कोई कर ही नहीं सकता.
Nobody is dying because nobody was born.
आत्मा आकार मे आता है तभी गुरु व्दारा आत्मा याने मै निराकार हुं यह समज मे आता है तो गुरू मिलने तक या
ज्ञान होने तक शरीर को मै मानना तो होगा ही ना?अगर पहले से ज्ञान हो तो
फिर भ्रम थोडे रहता . क्या यह सही है महात्मा जी ❤
यदि शरीर मेरा नही है तो मेरा क्या है और यदि मेरा कुछ नही है ये समस्त संसार हर शरीर समस्त ब्रह्माण्ड मेरा है ये सब कुछ जो दिखाई दे रहा है ये सब मैं हूं मैं सब मैं समाया हुआ हूं सब मुझ मैं समय हुआ है
Chetana ka swabhav maya hai jab chetana apane hi swabhav me fas jata hai tab vah jiv kahlata hai vah jiv ye nahi janata ki vo chetana hai jo bhi anubhav karata hai vo usi ke swabhav ke karan hai
Generally, we start pursuing spiritual practices from that point, which is a totally wrong point. Because any such beginning helps in building up separate self the ego...so we don't reach anywhere. In my opinion this is the right point to start with that am I this body?
Sahyed tume patta nahi ki hum sariar nahi hai...
Mharaj aap khashe ho hame pta batao or aapko bahut suna lekin apko dekha nahi 1.phto apki dekhneki jigyasahe aap 1 photo dikhao
प्रणाम!
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके:
ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com
टीम - सत्य की ओर
Sharir maya hai sirf information Jo jagruti se connected hai jagruti vastvik swabhav parmanand ki sthiti hai jab jiv gahari neend me hota hai vo sthiti
देह है ही नहीं, देह कल्पना है, यू ट्यूब भी नहीं है, विडियो भी एक भ्रम है। फिर वीडियो किसने बनाया?
Right ye log khud bebkufh he or dusre ko bhi bebkufh banate he.
Nahi nahi..... Yeh puran roop mein satya nahi hai.
Reality is :-
Sarir mera jaroor hai, par mere se alag nahi hai.
Mein puran roop mein sarir to nahi hu par vo mera hi hissa hai.
mujhe aapse milna hai gurudev? mai delhi se hu. number ya adress milega pls.
प्रणाम!
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके:
ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com
टीम - सत्य की ओर
Guru ji mera koti koti pranam, atah apki is satsangh se mai santust nahi hoo
Atah mujhe bataye ki ye sathsang Gyan le lu to mere chhote bache kya khayenge
Meri budhi ma ko kon dekh bhal karega
Or yeh sanshar mujhe pagal ghosit karbdenge
Kripya aap jan Kalyan pe video banaye hai na bap ki seva bahan beti ki perwarish or time mile to bhagwan ki bhakti🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏