Sangat Ep.76 | Priyadarshan on Stories, Poetry, Translation, Ranchi, Ravish & NDTV | Anjum Sharma

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  • Опубліковано 11 вер 2024
  • हिंदी साहित्य-संस्कृति-संसार के व्यक्तित्वों के वीडियो साक्षात्कार से जुड़ी सीरीज़ ‘संगत’ के एपिसोड 76 में मिलिए पत्रकार-लेखक प्रियदर्शन से।
    Sangat Episode 76 with Journalist and Writer Priyadarshan.
    संगत के अन्य एपिसोड्स देखने के लिए दिए गए लिंक पर जाएँ : • संगत
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КОМЕНТАРІ • 45

  • @dr.balgovindsingh9268
    @dr.balgovindsingh9268 2 місяці тому +7

    प्रियदर्शन जी और अंजुम जी दोनों ही ज़रूरत से ज़्यादा समृद्धि के लिये यूटोपिया में जी रहे हैं।आप दोनों स्वतंत्र हैं इसलिए सोच सकते हैं किसी जादू की छड़ी के विषय में......। धन्यवाद

    • @user-bp7cs6by5q
      @user-bp7cs6by5q 2 місяці тому

      जीना भी चाहिए। पूरा का पूरा जीवन चाहिए और यह तो लेश मात्र जीवन भी नहीं है।

  • @krishanachandrashukla4258
    @krishanachandrashukla4258 4 дні тому

    राज्य सभा TV का संस्करण हिन्दवी के रूप में लौट आया, उसके लिए हिंदवी की पूरी टीम को बधाइयां। आज भी जब पुराने राज्य सभा कार्यक्रम देखता हूं, तो अभिभूत हो जाता हूं, कि कितनी विपरीत परिस्थितियों में भी उन बेहद ही खूबसूरत कार्यक्रमों को कलेवर ह्रदय से दिया गया था, काश इन सभी का व्यक्तिगत तौर पर आभार प्रकट कर सकता। पुनः आपको और आपकी टीम को आपके ७५वें सोपान के लिए बहुत बहुत बधाईयां एवम आभार। शब्द कम पड़ गए हैं, उसके लिए टीस है

  • @swarnajyothi3303
    @swarnajyothi3303 2 місяці тому +4

    नमस्कार अंजुम जी
    प्रियदर्शन जी के साथ साक्षत्कार रोचक लगा। रचना प्रक्रिया की बात बहुत अच्छी लगी
    रचनाकार भी सामाजिक प्राणी होने के नाते इन सभी स्थितियों से गुजरता है। वह जो कुछ भी देखता है, सुनता है, भोगता है, उसे अपने ढंग से उसे अपने एकांतिक क्षणों में अभिव्यक्त करता है। अपने किसी अनुभव को लेकर अथवा किसी घटना से प्रेरित होकर जब रचना का सृजन होता है, तब वह एक प्रकार से वास्तविकता को गल्प में बदलना होता है। यथार्थ को रचना का रूप देना होता है। यह रचनाकार की अपनी निजी ज़िंदगी की बात है, उसके आंतरिक संघर्ष की बात है, जिसमें वह रचना लिखने की प्रक्रिया से जूझ रहा होता है। आत्मसंघर्ष के द्वारा रचना एकांत के क्षणों की सहचरी बन जाती है ।
    उन्होंने सही कहा कि रचना पकती रहती है।
    स्वर्ण ज्योति 35:15

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 2 місяці тому +3

    अंजुम जी एक सप्ताह आप गायब हो गए बहुत मिस किया संगत को और आपको भी।

  • @therealgirl8030
    @therealgirl8030 2 місяці тому +1

    Thank you so much अंजुम जी 🙏 76 वें episode के साथ ही इतना कुछ सीखने जानने को मिला और मिलता ही जा रहा है

  • @rameshkumar06
    @rameshkumar06 2 місяці тому +3

    अंजुम जी मुआफ़ कीजिएगा, आप एक हिंदी राजनीतिक पत्रकार की तरह प्रश्न पूछते हैं। साहित्यिक पत्रकारिता में।थोड़े।धैर्य की जरूरत होती है। उदय प्रकाश ,संजीव के साथ भी आपने काफी जल्दबाजी की है।।थोड़ा ठहर जाते तो लेखक और भी खुलता और शानदार इंटरव्यू होता।
    खैर, आपको बधाई देता हूं।

  • @user-te8by9hb5i
    @user-te8by9hb5i 2 місяці тому +1

    प्रियदर्शन जी, को सुनना हमेशा समृद्ध करता है। शानदार बातचीत।

  • @tejskarpandey5244
    @tejskarpandey5244 2 місяці тому

    नमस्कार अंजुम जी
    आपके साथ विद्वत जनों को सुनना बहुत रोचक अनुभव दे रहा है। आपको बहुत धन्यवाद। ईश्वर आपकी ऊर्जा को बनाए रखें।

  • @user-wr7bi2ni8i
    @user-wr7bi2ni8i 2 місяці тому

    जो बोल रहे हैं वह महत्वपूर्ण है, किस आवाज में बोला है यह नहीं। बहुत ही बढ़िया साक्षात्कार

  • @aloktheshayar
    @aloktheshayar 2 місяці тому

    एक प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं प्रियदर्शन जी। हमेशा की तरह अंजुम जी ने एक बेहतरीन साक्षात्कार प्रस्तुत किया है।

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 2 місяці тому

    प्रियदर्शन जी अत्यंत सुलझे हुए विचार ❤

  • @Shiv_vishu
    @Shiv_vishu 2 місяці тому +1

    अत्यन्त रोचक। ✍️✍️✒️

  • @sabahataafreen
    @sabahataafreen 2 місяці тому

    @priyadarshan जी को सुनना हमेशा अच्छा लगता है💙💙

  • @OPKumar-rg1kv
    @OPKumar-rg1kv 2 місяці тому

    बिल्कुल सही घटना का कहानी में आना, उसके आयाम को तो विस्तार देता है , संवेदना को गहराई ।

  • @HEERADHAMI5
    @HEERADHAMI5 2 місяці тому

    हर बार की तरह बहुत खूब!❤

  • @ashapandey9233
    @ashapandey9233 2 місяці тому

    बहुत अच्छा विश्लेषण,प्रश्न।

  • @radheshyamsharma2026
    @radheshyamsharma2026 2 місяці тому

    बहुत अच्छा साक्षात्कार।

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 2 місяці тому

    एक अच्छा साक्षात्कार अच्छे प्रश्न बेहतरीन उत्तर

  • @govindsen2693
    @govindsen2693 2 місяці тому

    वाह, बहुत खूब।

  • @BibhaKumari-kc2pu
    @BibhaKumari-kc2pu 2 місяці тому

    बहुत अच्छी बातचीत।🙏🙏

  • @rameshjoshi8034
    @rameshjoshi8034 2 місяці тому

    achchha lagaa. bahut kuchh aur bhee jaanaa.

  • @avagallery6599
    @avagallery6599 2 місяці тому +1

    सही 2024 के चुनावी नतीजे ने ये साबित कर दिया कि- मत कर गुमान ऐ बंदे, झूठी तेरी शान रे़

  • @seemadatta5634
    @seemadatta5634 2 місяці тому

    रोचक संवाद। 😊😊

  • @ujjwaljha6702
    @ujjwaljha6702 2 місяці тому

    अगला इंटरव्यू क्यों अपलोड नहीं हो रहा

  • @nidhiagarwal5258
    @nidhiagarwal5258 2 місяці тому

    कह सकते हैं कि डिमांड कुछ लेखकों के लिए catalyst की तरह काम करती है।

  • @devendramewari4372
    @devendramewari4372 2 місяці тому

    स्वागत है

  • @OPKumar-rg1kv
    @OPKumar-rg1kv 2 місяці тому +1

    भूमिका लिखना कु-आलोचना के भय से तो नहीं लिखी जाती

  • @manojbhartigupta6555
    @manojbhartigupta6555 2 місяці тому

    👍❤️👍

  • @OPKumar-rg1kv
    @OPKumar-rg1kv 2 місяці тому

    संभवतः आपके पास ocassion के हिसाब से कपड़े तैयार रहते हैं। क्या?

  • @aryanmishra2392
    @aryanmishra2392 2 місяці тому

    👍👍👍🙏

  • @VasundharaPandey-jr9sj
    @VasundharaPandey-jr9sj 2 місяці тому

    अच्छी और जरूरी बात। वाकई अच्छी किताबों का जिक्र नहीं हो रहा है..

  • @singhadmn14
    @singhadmn14 2 місяці тому

    Priyadarshan ji ka twitter handle??

  • @OPKumar-rg1kv
    @OPKumar-rg1kv 2 місяці тому

    इसलिए कविता के अनुवाद छायानुवाद भी कहते हैं

  • @sarojininautiyal9696
    @sarojininautiyal9696 2 місяці тому +4

    प्रियदर्शन जी ने जिस बेपरवाही से गोलवरकर जी और वीर सावरकर का जिक्र किया, वह बड़ा अखरा। आपको टोकना चाहिए था।
    कृपया इससे दूर रखिए इतने सुन्दर मंच को।

    • @user-bp7cs6by5q
      @user-bp7cs6by5q 2 місяці тому +9

      इस सुंदर मंच पर नफ़रत-बाज़ों और फ़ासीवादियों की पोल खोल न की जाए? गोलवलकर और सावरकर को पढ़िए फिर समझ आएगा कि इसका ज़िक्र बेपरवाही से नहीं किया गया है।

    • @NET-JRF-zs1tg
      @NET-JRF-zs1tg 2 місяці тому

      ​@@user-bp7cs6by5q जेहाद, जघन्यता का विरोध करना अगर नफरती है तो मुझे नफरती ही बनना है।

    • @dr.balgovindsingh9268
      @dr.balgovindsingh9268 2 місяці тому +1

      इस मंच पर प्रियदर्शन जी ने अनावश्यक नहीं वल्कि जान समझ कर , गोलवलकर और सावरक के विषय में बोले। जिसके लिए साक्षात्कार के प्रारम्भ में ही अंजुम जी ने दो वाक्यों में चुनाव नतीजों की पृष्ठभूमि बनाई थी।उसी को पकड़ कर प्रियदर्शन जी ने अपने को बताया कि "मैं क्या नहीं हूं"। लेकिन अन्त तक यह नहीं समझा पाये कि असल में वह हैं क्या?

  • @ravishanker9672
    @ravishanker9672 2 місяці тому

    अखिलेश की भाषा बोल रहे हम तो दक्षिणपंथी है पर गुण सीखेगे

  • @MohammadIrfan-bx1el
    @MohammadIrfan-bx1el 2 місяці тому

    Pasmanda kahi hai app ke agenda me?

  • @hazariprasad474
    @hazariprasad474 2 місяці тому

    अच्छा हुआ रुश्दी अनुवादक नहीं बना

  • @atulkumarsingh7215
    @atulkumarsingh7215 2 місяці тому

    बेहतर ✍️🙏